Monday, February 2, 2015

रोज़ 'लण्ड' पी के उठती हूँ


दो दो लण्ड पीती हूँ 
आप इसे झूंठ बिलकुल न माने मैं आपको सही सही बता रही हूँ।  मैं तो हर रोज़ सवेरे सवेरे लण्ड पी के बिस्तर से उठती हूँ।  जब तक अच्छी तरह मुठ्ठ मार के लण्ड पी नहीं लेती या फिर अच्छी तरह से चुदवा नहीं लेती तब तक मैं बिस्तर छोड़ती ही नहीं हूँ ?  मैं अकेली नहीं हूँ। हम तीन लड़कियां है और तीन की तीनो बुर चोदी आपस में बड़ी पक्की सहेलियां हैं।  एक मैं हूँ सना, एक मेरी खाला जान की लड़की हया और एक मेरे मामू जान की लड़की निदा ? हम तीनो मस्त जवान शादी शुदा लड़कियां है और हमारी उम्र  २४ और २८  के बीच की है।  हमारे पास बड़ी बड़ी  सुडौल मस्त चूंचियों की और सेक्सी चूतड़ों की बहुत बड़ी जागीर है। उसके बीच की गांड बड़ी मनमोहक है ? अपनी मोटी मोटी जाँघों के बीच चूत के बार में बताऊँगी तो दोस्तों, आपका लण्ड अभी मस्ती से खड़ा होकर आपको परेशान करने लगेगा। उसको आप अपने काबू में रखिये प्लीज ?
हम तीनो लड़कियां अगल बगल कमरे में सोतीं हैं और सवेरे उठ कर हम तीनो पहले एक एक लण्ड पकड़ती हैं। यह बात आपको कोरी कल्पना लग रही होगी पर है यह बिलकुल सच्ची  ? हमारे यहाँ शादी शुदा लड़कियों को किसी का भी लण्ड पकड़ने के लिए, चोदा चोदी करने के लिए और ज़िन्दगी को एन्जॉय करने के लिए आज़ाद कर दिया जाता है। कहीं कोई पाबन्दी नहीं होती।  सब कुछ खुले आम कर सकतीं है। इसके साथ साथ गालियां देने की भी आज़ादी दे दी जाती है।  ऐसा माना जाता है की जब तब सेक्स में बेशरमी नहीं आती ?  झिझक, संकोच सब खत्म नहीं हो जाता ? तब तक सेक्स का पूरा मज़ा नहीं लिया जा सकता ? खुली खुली लण्ड बुर चूत भोसड़ा की गालियां, गन्दी गन्दी बातें, अश्लील बातें ये सब सेक्स की पावर बढ़ातीं हैं और तब चोदा चोदी का असली मज़ा आता है। इसलिए अब हम तीनो हो गयीं है बिलकुल निर्लज्ज बेशरम और हरामजादी बीवियां और हमें लग गया है पराये मर्दों के लण्ड का चस्का ? अब हमें किसी के सामने कपडे उतारने में,  किसी को नंगा करने में, लण्ड पकड़ने में, गांड दिखाने में और चूंचियां हिलाने में कोई शर्म नहीं आती ?
एक दिन हम तीनो लड़कियों ने मिलकर यह तय किया की हम रोज़ सवेरे सवेरे बिस्तर पर ही गैर मर्दों के लण्ड पिया करेंगी।  लण्ड पीने के बाद ही बिस्तर से उतरेंगी। इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं है।  इस तरह पिछले ६ महीने से हम लोग सवेरे सवेरे लण्ड पी कर ही बिस्तर से उठतीं हैं।
                            रोज़ लण्ड पीती हूँ, सबके लण्ड पीती हूँ,
                  दुनिया जाए भाड़ में, मन है मेरा लांड में, लौड़ा पेलो गांड में ?
हमारा कुनबा बहुत बड़ा है।  यहाँ न लण्ड की कमी है और न चूत की।  किसी न किसी का लण्ड मुझे रोज़ सवेरे मिल ही जाता है।  घर के लण्ड, पास पड़ोस के लण्ड, नाते रिश्ते दारों के लण्ड, माईके के लण्ड, ससुराल के लण्ड, आने जाने वालों के लण्ड और इन सबके दोस्तों के लण्ड ? और अगर खुदा न खास्ता किसी दिन कोई लण्ड नहीं मिलता तो मैं एक को फोन करती हूँ तो चार लण्ड दौड़े चले आतें हैं। अपनी ज़िन्दगी बड़ी मस्ती से कट रही है यार।  खूब ऐय्यासी करती हूँ, खूब चुदवाती हूँ और खूब लण्ड पीती हूँ ? हमारे पास न धन दौलत की कमी है और न लण्ड की तो फिर क्यों न करूँ बहन चोद ऐय्यासी ?
तब तक एक आवाज़ आई बुर चोदी सना आज तू किसका लण्ड पी रही है भोसड़ी वाली ? यह आवाज़ मेरी खाला जान की थी।  मैंने कहा मैं अपने देवर का लण्ड पी रही हूँ खाला ? वह मेरे नजदीक आ गयीं और कहा हाय दईया कितना प्यारा लौड़ा है सना ? थोड़ा मुझे भी चटा दे न भोसड़ी की ?  मैंने पूंछा क्या तुम भी सवेरे सवेरे लण्ड पीती हो बुर चोदी खाला ? वह बोली अरे सना मिल जाता है तो पी लेती हूँ नहीं तो कोई बात नहीं ? मैंने कहा अच्छा लो तुम भी मेरे साथ पियो ?  अब हम दोनों मिल कर लण्ड पीने लगीं।  मैंने पूंछा खाला ये बताओ अपनी बिटिया चुदवाती हो की नहीं ? वह बोली हां सना जरूर चुदवाती हूँ पर उतना नहीं जितना की मेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है। वो तो किसी न किसी का लण्ड अक्सर पेल देती है मेरे भोसड़ा में ? तू बता सना तू भी तो अपनी माँ चुदवाती है न ? मैंने जबाब दिया हां खाला जान मैं भी चुदवाती हूँ अपनी माँ ? मैं एक बात तुमसे बता रही हूँ।  मेरे ससुर का लण्ड बहन चोद बहुत मोटा है। मैं किसी दिन उसे अपनी माँ के भोसड़ा में पेलने वाली हूँ।  वह बोली हाय सना मेरा भोसड़ा न भूल जाना ? मैं भी तेरे ससुर से चुदवाऊँगी ? इसी तरह की मस्त बातें करती हुई हम दोनों लण्ड चाटने, चूसने में लगीं थीं।
थोड़ी देर में मैंने देवर का लण्ड खाला की चूत में पेल दिया और वह चुदवाने लगी।  मैं बीच बीच में लण्ड बाहर निकाल कर चाटने लगी। फिर खाला ने कहा सना अब तुम चुदवाओ।  उसने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मैं मस्ती से चुदवाने लगी।  खाला भी उसी तरह मेरी बुर से लौड़ा निकाल निकाल कर चाटने लगी। जब लौड़ा वीर्य उगलने लगा तो हम दोनों ने खूब मजे से चाटा।
फिर मैं हया के कमरे में उठ कर चली गयी।  वह थोड़ा देर से उठी थी। उठते ही वह मेरे मामू जान का लण्ड चाटने लगी।  उसके मामू और मेरे मामू एक ही है।  मैंने कहा वाओ, हया तू भोसड़ी की मामू जान का लण्ड चाट रही है ? अच्छा ये बता की निदा किसका लण्ड चाट रही है बुर चोदी ? वह बोली अरे जल्दी से जा के देख मुझे किसी ने बताया की वह अपने जेठ का लण्ड चूस रही है। मैं उधर गयी तो बात सही थी।  मैंने उसके जेठ का लण्ड देखा तो ललचा उठी।  मेरे मुंह से निकला निदा भोसड़ी की अकेले अकेले इतने बढ़िया लण्ड का मज़ा ले रही है तू ? वह बोली अरी सना तेरी नियत ख़राब हो गयी है तो ले तू भी चूस ले लण्ड ? तब तक पीछे से किसी ने कहा सना भोसड़ी वाली नहीं चूसेगी मैं चूसूंगी तेरे जेठ का लण्ड, निदा ? मैंने मुड़ कर देखा तो वह मेरी सास थी मादर चोद ? मेरी सास ने सिर्फ लण्ड चूसा ही नहीं बल्कि उसे अपनी बुर में घुसा कर चुदवाया भी। 
दूसरे दिन सवेरे सवेरे मैंने देखा की हया का मियां मेरे कमरे में आ गया।  मैंने उससे कहा अरे यार शैफ इधर मेरे पास आ।  वह मेरे बेड के पास आया तो मैंने उसक लण्ड ऊपर से ही दबा कर कहा वाओ,  तेरा लण्ड तो खड़ा है। मैंने नेकर खींच ली और उसे नंगा करके उसका लण्ड चाटने लगी।  तब तक हया बुर चोदी ने निदा के मियां आसिफ का लण्ड पकड़ लिया ।  उधर निदा बहन चोद मेरे मियां रियाज़ का लण्ड हिलाने लगी।  सवेरे सवेरे हम तीनो एक दूसरे के मियां के लण्ड पीने लगी।  मैंने तो बड़ी देर तक शैफ का लण्ड चूसती रही और इतना चूसा की वह भोसड़ी का मेरे मुंह में ही झड़ गया।  मैं झड़ता हुआ लण्ड पीने लगी। हया ने लण्ड अपनी चूत में पेला और खूब मजे से चुदवाया।  निदा ने आज सवेरे सवेरे मेरे मियां का लण्ड पहले तो चूसा और फिर अपनी गांड मरवा ली। मेरा मियां तो गांड मारने में बड़ा माहिर है।
उसी दिन शाम को हम तीनो भोसड़ी वाली लड़कियां एक कमरे में बैठी हुई बड़ी गन्दी गन्दी बातें कर रहीं थी। चुदाई की बातें होने लगीं। लण्ड चूत बुर की बातें होने लगीं। अचानक हया के मुंह से निकला अरे यार जब चुदाना ही है तो अपनी अपनी माँ बहन चुदाओ न ? निदा बोली माँ बहन ही क्यों ? चुदाओ तो सबकी बुर चुदाओ. बेटी की बुर चुदाओ, बहू की बुर चुदाओ, सास का भोसड़ा चुदाओ नन्द की चूत और भाभी की बुर चुदाओ ? मैंने कहा यार सीधे सीधे कहो की सबकी चुदाओ बुर ? और बुर ही क्यों सबकी मराओ गांड ? सबकी चुदवाओ चूंची ? हया बोली यार सना तो फिर तुम एक चुदाई की पार्टी ही रख लो यार ? मैंने कहा हां यार यह प्लान तो बहुत अच्छा हैं। बोलो आज रात को रख लूँ एक मस्त चुदाई की पार्टी ? सबने ताली बजा कर एक स्वर में कहा हां ? बस मैंने पूरे घर में ऐलान कर दिया की आज रात में सबका चुदेगा भोसड़ा और सबकी चुदेगी बुर ? कौन किसको चोदेगा यह किसी भोसड़ी वाली को नहीं मालूम ? लेकिन पार्टी ८ शुरू हो जाएगी।  इस पार्टी में होगी फ्री स्टाइल चोदा चोदी ? कहीं कोई कायदा कानून नहीं होगा और अगर कोई कायदा कानून होगा तो वह है -
                                   "जिसकी चाहो चोदो बुर - जिसका चाहो पेलो लण्ड"
मेरे इस ऐलान से सब लोग खुश हो गये ? एक नया जोश सबके अंदर आ गया और ८ बजा नहीं की लोग शुरू हो गये एक दूसरे के कपडे उतारने ? १० / ५ मिनट में ही सब लोगों ने अपने अपने कपडे उतार कर फेंक दिया। हम सब लोग एक दूसरे को नंगा नंगी देखने लगे।  एक साथ सबको नंगा नंगी देखने का जो लुत्फ़ था उसका मज़ा कुछ और ही था। इतने में मैं बाथ रूम चली गयी और जब वहां से वापस आई तो देखा की हया की अम्मी हया के मरद का ही लौड़ा हिला रहीं हैं।  हया भी बुर चोदी किसी का लण्ड चाटने लगी है। मैं उसको जानती नहीं थी।  मैंने पूंछा अरे हया तू किस अनजान आदमी का लौड़ा चाट रही है ? वह बोली हाय दईया तू इसे नहीं पहचानती है, सना ?
यह मैं मेरा भोसड़ा का ससुर है ? मैंने कहा बाप रे तू अपने ससुर का ही लण्ड चूस रही है ? वह बोली चूसना तो दूर यार मैं तो इससे चुदवाती भी हूँ।  बड़ा मस्त लौड़ा है यार सना इसका ? अभी तुम भी इससे चुदवाकर देखना ? मैंने कहा पर तू कबसे चुदवाने लगी अपनी ससुर से ? उसने बताया की मुझे एक दिन मेरी नन्द ने बताया की मेरे अब्बा का लौड़ा बहुत मोटा है।  बस मेरे दिल में बात बैठ गयी।  मैं उसका लण्ड पकड़ने का मौक़ा तलासने लगी। 
एक दिन रात में मैंने देखा की वह पलंग पर अकेला नंगा लेटा हुआ अपना लौड़ा हिला रहा है। बार बार ऊपर नीचे कर रहा है लण्ड ?  लौड़ा खड़ा था। मेरी नियत ख़राब हो गयी. मैं सीधे कमरे में घुस गयी और बोली भोसड़ी के ससुर तेरी बहन की बुर साले तू अपना लौड़ा क्यों हिला रहा है मादर चोद ? लौड़ा हिलाने का काम तो बहू बेटियों का है।  मर्दों का काम तो चूंची दबाना, चूंची मसलना, चूंची चूसना, बुर चाटना. बुर चोदना और गांड मारना है ? तू बहन चोद औरतों के काम क्यों करता है ? तेरी बिटिया की बुर, साले, गांडू ले मेरी चूंचियां हिला और चाट ले मेरी चूत ? मैं हिलाती हूँ तेरा लण्ड ? मैंने उसे बहुत गालिया दी ताकि उसे मेरी बुर चोदने में कोई शर्म न आये ? बस उसी दिन से मैं अपने ससुर से चुदवाने लगी।
मैं आगे बढ़ी तो देखा की निदा की अम्मी मेरे मियां का लण्ड चूस रही हैं।  और मेरी अम्मी निदा के मियां का लण्ड चाट रही हैं।  दोनों एक दूसरे की बेटी के मियां का लण्ड बड़े मस्ती से पीने में जुटीं हैं।  निदा बुर चोदी मेरे अब्बा का लौड़ा अपनी बुर में पेल कर चुदवा रही है। और निदा का अब्बा मेरी सास का भोसड़ा चोद रहा है।
इधर मैंने देखा की मेरी नन्द भोसड़ी की अपनी दीदी के ससुर का लण्ड हिला रही है। तभी मेरे हाथ में उसके मियां का लौड़ा आ गया।  मैं उसी के सामने उसके मियां यानि अपने नंदोई से चुदवाने लगी।  मैंने अपनी नन्द से पूंछा यार तू अपनी दीदी के ससुर का लण्ड कबसे हिलाने लगी ?  वह बोली अरी मेरी बुर चोदी सना भाभी मैं एक बार अपनी दीदी की ससुराल गयी थी।  बस दो ही दिन में मैंने जीजू का लौड़ा पकड़ लिया वह भी छत पर।  छत का दरवाजा बंद किया और अपनी चूंचियां खोल कर उसका लण्ड चूसने लगी। लण्ड साला मोटा और सख्त था।  मैं बड़ी देर तक चूसती रही लण्ड।  वह बोला अरी बिज्जो मैं निकल जाऊंगा।  मैंने लण्ड मुंह से निकाला और बोली तो निकला जा न भोसड़ी के ? इतना कह कर फिर लण्ड चूसने लगी।  यह वास्तव में झड़ गया मेरे मुंह में ?
मैं सारा वीर्य गटक गयी और लण्ड चाटने लगी। 
दूसरे दिन रात में मैंने दीदी को अपने ससुर का लण्ड चूसते हुए देखा।  जीजू टूर पर चला गया था। जब मेरी निगाह लण्ड पर पड़ी तो मेरे होश उड़ गए।  मैंने देखा की उसका लौड़ा जीजू के लौड़े से बड़ा भी है और मोटा भी।  मेरी बुर में आग लग गयी। मैं रात भर उसकी चुदाई देखती रही और अपनी चूत में ऊँगली करती रही। दूसरे दिन दीदी ऑफिस चली गयी और मैं घर में अकेली ही थी।  ससुर उठा और तौलिया पहन कर बाथ रूम जाने लगा।  मैंने उसे अपने पास बुलाया और कहा कहाँ जा रहा है तू माँ का लौड़ा ? वह मुस्कराकर बोला नहाने जा रहा हूँ, बिज्जो।  मैंने उसकी तौलिया खींच ली तो वह बिलकुल नंगा हो गया।  मैंने लण्ड पकड़ कर कहा मादर चोद तू अपनी बहू की बुर चोदता है साला ? तुझे शर्म नहीं आती बहन चोद ? इतना बड़ा लण्ड घुसेड़ता है तू मेरी दीदी की बुर में ?
वह बोला मैं क्या करूँ बिज्जो तेरी दीदी ने ही एक दिन मेरा लण्ड पकड़ लिया था जैसे आज तुमने पकड़ लिया मेरा लण्ड ? बस मुझे भी जोश आ गया और मैंने फिर उसी समय तेरी दीदी को चोदा ? मैंने कहा साले हरामी तेरी बहन का लण्ड, बेटी चोद, इतना बड़े और मोटे लण्ड का क्या अचार डालेगा तू ? तू इसे मेरी दीदी की चूत में पेलता है तो मेरी चूत में क्यों नहीं ? तेरी गांड फटती है मुझे चोदने में क्या ? मेरी गन्दी गन्दी गालियां सुनकर उसका लण्ड बुरी तरह टन्ना गया ? उसने मुझे अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया और मेरी चूंचियां मसलने लगा। फिर इस मादर चोद ने मुझे पटक पटक कर खूब चोदा, सना भाभी और तबसे मैं भी अक्सर चुदवाने लगी दीदी के ससुर से ?  मैंने नंदोई का लण्ड इतनी मस्ती से चूसा की वह बहन चोद मेरे मुंह में ही झड़ गया।
मैंने भी मजे से लण्ड चाटा और आगे बढ़ गयी।
मैं जितना आगे बढती उतनी ही बेहतरीन चुदाई देखने को मिल जाती।  अब मैं यहाँ देख रही हूँ की मेरी सास का भोसड़ा चुद रहा है। चोदने वाला कोई नहीं बल्कि हया का जेठ है। मैंने कहा हाय रब्बा सासू जी तू तो बुर चोदी बड़ी मस्ती से चुदवा रही है ? इसी तरह तू अपनी बिटिया की बुर भी चुदवाती है न सासू ? हाय दईया हया के जेठ का लण्ड बड़ा जबरदस्त है ? चुदाने में मज़ा आ रहा है न ? वह बोली हां मेरी हरामजादी बहू।  जब लौड़ा बढ़िया होता है तो चुदाने में मज़ा आता ही है।  और सुन मैं अपनी बिटिया की बुर ही नहीं बल्कि अपनी बहू की बुर भी इसी तरह चुदवाती हूँ। याद है न उस दिन जब मैंने तेरी चूत में अपने नंदोई का लण्ड पेला था।  मैंने हया के जेठा का लण्ड चाट कर देखा और बोली हां हां सासू याद है।  अब आज तू किसका लण्ड पेलेगी मेरी चूत में ? वह बोली आज तो मैं तेरी गांड में पेलूँगी लण्ड ? मैं चुदवाकर आती हूँ अभी तेरी गांड मारने ?
तब मैंने बगल में देखा की मेरा देवर हया की सास के भोसड़ा में अपना लण्ड घुसेड़े हुए चोद रहा है।  मैंने कहा रज़ा तुझे बहन चोद भोसड़ा ही चोदने को मिला है किसी की बुर नहीं मिली क्या ? वह बोला अरे सना भाभी मेरे सामने ये नंगा भोसड़ा आ गया तो मेरा लण्ड खड़ा हो गया।  मैंने भी सोंचा की पहले एक भोसड़ा चोद लेता हूँ फिर किसी की चूत चोदूंगा।  वैसे सना भाभी मैं निदा और हया की बुर चोदने की फिराक में हूँ।  ऐसा कह कर उसने भोसड़ा चोदने की स्पीड और बढ़ा दी। मैं भी बैठ कर उसके पेल्हड़ सहलाने लगी।  इतने में पीछे निदा का नंदोई आ गया।  उसने अपना लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया और बोला सना भाभी लो पहले मेरा लण्ड चूसो फिर मैं तेरी माँ का भोसड़ा चोदूंगा ?
अचानक मेरे पड़ोस की एक लड़की रुबिया आ गयी । 
  • आते ही बोली अरे यार सना मुझे जब मालूम हुआ की तेरे घर में चुदाई की पार्टी हो रही है तो मैं भी चली आई अपनी माँ चुदाने ? मैंने कहा अच्छा तू अपनी माँ चुदाने आई है ? तेरी चूत में आग नहीं है क्या ? तू नहीं चुदवायेगी भोसड़ी वाली ?
  • मुझे माँ चुदाने में ज्यादा मज़ा आता है और मुझे बड़ी बड़ी 'सेक्स - पार्टियों' में जाने में बड़ा मज़ा आता है। तो वहां क्या तू बैठी बैठी अपनी झांटें बनाया करती है बुर चोदी रुबिया ?
  • नहीं यार पहली बात तो मैं हर जगह अपनी माँ चुदवाती हूँ।  और दूसरी बात यह की मुझे लण्ड सबकी चूत में घुसाने में बड़ा मज़ा आता है। मैं इसका लण्ड उसकी बुर में, उसका लण्ड इसकी बुर में पेलती हूँ। इसके मियां का लण्ड उसकी बीवी की बुर में, उसके मियां का लण्ड इसकी बीवी की बुर में, तेरे अब्बा का लण्ड उसकी माँ के भोसड़ा में, उसके अब्बा का लण्ड तेरी माँ के भोसड़ा में, तेरे देवर का लण्ड अपनी बुर में और अपने देवर का लण्ड तेरी बुर में घुसेड़ने में मुझे बड़ा मज़ा आता है।  मैं पार्टियों की खूब अदल बदल कर चोदा चोदी करती हूँ। 
  • तो फिर आ जा तू बुर चोदी रुबिया और यहाँ किसी का लण्ड पहले अपनी माँ के भोसड़ा में घुसेड़ ले ? फिर तू सबके लण्ड की और सबकी चूत की अदला बदली कर ? इसका लण्ड उसमे पेलो और उसका लण्ड इसमें पेलो ?
रुबिया भोसड़ी की अपनी सारे कपडे उतार कर चालू हो गयी। पहले उसने अपनी माँ चुदाना शुरू किया और फिर सबके लण्ड बदलना ? इस तरह रात को ३/४ बजे तक चलती रही घमाशान चुदाई और होती चोदा चोदी ? किसी को यह होश नहीं था की मैं किस किस की बुर चोद चुका हूँ और किस किस की अभी चोद रहा हूँ ? किस किस से चुदवा चुकी हूँ और किस किस से अभी चुदवा रही हूँ। जिसको जो लण्ड मिला, उसे पेल लिया अपनी चूत में और जिसको जो बुर मिली उसी में घुसा दिया अपना लण्ड ? जो भी लण्ड झड़ जाता वह आधे घंटे में भोसड़ा का फिर खड़ा हो के चोदने लगता ? न किसी को बिना चोदे चैन मिलता और न बिना चुदवाये ? सब अधिक से अधिक लण्ड अपनी बुर घुसाने लगीं और मर्द भोसड़ी के अधिक से अधिक बुर चोदने लगे ? रात को ४ बजे तक सब लोग नंगे नंगे ही सो गये ?
सवेरे १० बजे तक सभी लोग एक एक करके जग गये।  तब मैंने कहा अब आज की पार्टी यहीं खत्म होती है ?
मेरी बात सुनकर सबकी भौहें तन गयीं।  हया बोली अरे बुर चोदी सना अभी कैसे एकदम से पार्टी खत्म हो गयी ? अभी तो मुझे कई लोगों से चुदवाना है ? अभी तो मैंने कई लण्ड पकड़ कर देखा ही नहीं है ? अभी तो मेरा मन नहीं भरा सना ? और न मेरी चूत का मन भरा ? अभी मैं बुरी तरह चुदासी हूँ।  निदा बोली हया बिलकुल ठीक कह रही है। अभी तो मैंने ठीक से अपनी माँ भी नहीं चुदवाई ? न बुआ की बुर चुदवाई और न मौसी का भोसड़ा ? पार्टी अभी खत्म नहीं होगी ? उधर मेरी खाला बोल पड़ी तू माँ की लौड़ी भोसड़ी वाली सना कौन होती है पार्टी खत्म करने वाली ? तेरी माँ का भोसड़ा ? अभी तो हमने न अपनी गांड मरवाई और न अपनी बेटियां चुदवायीं ? अभी देखो न कितने लण्ड हमारी चूंचियों में घुसने के लिए टन टना रहें है ?  इतने में उधर से मेरी ननद बिज्जो किसी का लण्ड पकडे पकडे मेरे पास आ गयी और बोली अरी मेरी हरामजादी सना भाभी तुझे इतनी जल्दी क्यों है पार्टी खत्म करने की ? क्या तेरी गांड फट रही है ? क्या तेरी माँ का भोसड़ा फट गया ? क्या तेरी चूत की आग खत्म हो गयी ? क्या तेरी गांड में दम नहीं है और चुदवाने की ?
मैंने कहा यार बिज्जो पहले यह बताओ की ये लौड़ा किसका है ? मैंने लौड़ा उल्टा पल्टा कर देखा और कहा हाय दईया, लण्ड तो बहुत मोटा है और लंबा भी है साला ८" से ज्यादा ? लड़का तो हैं नाटा पर इसका लौड़ा है लंबा और मोटा ?  कौन है यह भोसड़ी का बिज्जो ?  वह बोली हाय दईया तेरी लार टपक पड़ी न इसके लण्ड पर ? आग लग गयी न तेरी चूत में लण्ड देख कर , भोसड़ी की सना भाभी ? ये है मेरा सबसे छोटा देवर ?
               ये जितना छोटा है इसका लण्ड उतना ही मोटा है ? है ये २१ साल का लेकिन ५० साल का भोसड़ा चोदता है ?
मेरी माँ का भोसड़ा अक्सर यही चोदता है साला ? अब मैं इसका लण्ड सबकी बुर में पेलूँगी। मैं इसी लण्ड से सबकी चोदूंगी बुर और सबका चोदूंगी भोसड़ा ?
फिर उसने प्यार से कहा देखो सना भाभी अब मैं न कपडे पहनूंगी और न किसी को पहनने दूँगी ? जो कपड़ा पहने उसकी माँ का भोसड़ा ? उसकी बिटिया की बुर ? उसकी बहन का लण्ड ? मैंने बिज्जो को गले लगा लिया और कहा यार मैं खुद पार्टी खत्म नहीं करना चाहती ? मैं तो सबका मन टटोलने की कोशिश कर रही थी।  मैं तो चाहती हूँ की पार्टी दो दिन और चले ?
बस फिर क्या ? पार्टी चालू हो गयी और होने लगी चारों तरफ धकाधक चुदाई .

=०=०=०=०=०=०=०=००=-०=०=०=० समाप्त     
                        

   
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