Wednesday, December 24, 2014

अपनी माँ का भोसड़ा देखोगी ?

उस दिन नियाज़ दौड़ा दौड़ा मेरे पास आया और बोला अरी ज़ारा सुन तू अपनी माँ का भोसड़ा देखेगी? मैंने कहा क्या कह रहा है तू माँ का लौड़ा ?  साले
यह है तेरी माँ का भोसड़ा 
कुत्ते हरामी, शर्म नहीं आती तुझे, मुझे मेरी माँ का भोसड़ा दिखाते हुए ? वह बोला यार अभी दिखाया ही कहाँ है ? मैं तो बस तुझसे पूंछ रहा हूँ की क्या तू वाकई अपनी माँ का भोसड़ा देखेगी ? अगर तू हां कहेगी तभी तो मैं दिखाऊंगा नहीं तो मेरे लौड़े से ? तुझे नहीं देखना है तो मत देख।  मैं अकेले ही देख लूंगा तेरी माँ का भोसड़ा ? मैंने कहा अच्छा चल दिखा तू  भोसड़ी का नाराज़ क्यों होता है ?
वह मुझे चुप चाप ऊपर ले गया और फिर नीचे दो सीढ़ी उतरते हुए एक छोटी सी खिड़की से झाँक कर नीचे देखने लगा। उसने मुझसे कहा ले अब तू भी देख ले ज़ारा ? देख इसका होल बहुत छोटा है लेकिन सब कुछ साफ़ साफ़ दिख रहा है।  नीचे क्या हो रहा है सब कुछ मालूम हो जाता है ? मैंने भी अपनी आँख गड़ा दी बहन चोद ? मैंने देखा की मेरी अम्मी वाकई बिलकुल नंगी लेटी हैं ।  उसकी दोनों टांगें खुली है। उसका भोसड़ा साफ़ साफ़ नज़र आ रहा है।  मैंने मन में कहा यार क्या भोसड़ा है मेरी अम्मी का ? बिना झांट का भोसड़ा ? एकदम चिकना भोसड़ा ? बड़ा दमदार भोसड़ा ? मैं उसे देख कर मस्त हो गयी।  मुझे तो अपनी माँ के भोसड़ा पर नाज़ होने लगा। 
मैंने देखा की अम्मी के हाथ में एक मस्ताना टन टनाता हुआ लण्ड है।  अम्मी का भोसड़ा और वह खड़ा हुआ लण्ड देख कर मेरी चूत में आग लग गयी।  मैंने कहा नियाज़ यह लौड़ा किसका है यार ? वह बोला यही तो नहीं मालूम ? मैं उसे नहीं पहचानता की कौन है ? मैंने कहा यार कोई भी हो लेकिन उसका लौड़ा साला बड़ा प्यारा है ? मैं भी उसका लौड़ा पकड़ना चाहती हूँ।  तू ज़रा पता करके बताना मुझे ? वह बोला अभी यही बैठे बैठे देखो न आगे आगे होता है क्या ?  जब वह भोसड़ी का बाहर निकलेगा तो मैं पता लगा लूंगा ? मैंने कहा हां यार अब तो मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदता हुआ ज़रूर देखूँगी ? आ इधर बैठ और तू भी देखता जा मेरे साथ।  हम दोनों आँखे गड़ा गड़ा कर देखने लगे की कैसे चोदा और चुदाया जाता है माँ का भोसड़ा ?
बार बार मन में यही ख्याल आ रहा था की यह लौड़ा है किसका ? इसका लण्ड खुदा ने बड़ी फुर्शत से बनाया है । इतना मस्त शानदार लौड़ा मैं पहली बार देख रही थी। इतने में अम्मी के मुंह से निकला खलील भाई जान आज कई बर्षों के बाद तेरा लण्ड चूस रही हूँ मैं ? इतने दिनों में तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा मोटा हो गया है। देखो न साला मेरी एक मुठ्ठी में नहीं आ रहा है ? क्या वहां दुबई में बहुत लड़कियां मिलती है चोदने को जिनकी चूत खा खा कर तेरा लण्ड इतना मोटा हो गया है ?वह बोला हां लड़कियां भी मिलती है और बहुत सी बीवियां भी मिलती है चोदने को, शमीमा ? और तुम जानती हो की मुझे चोदने का बड़ा शौक है। वहां तो विदेशी लड़कियां भी मिल जाती हैं चोदने को ?
तब मैं समझी की यह खलील है मादर चोद ? मेरा मामू जान है।  अम्मी इसके बारे में बताया करती थी। लेकिन कभी इसके लण्ड के बारे में नहीं बताया ? खलील अम्मी की खाला का लड़का है। मैं पहली बार खलील मामू को देख रही थी।  मुझे क्या मालूम था की मैं पहली बार इस भोसड़ी वाले को नंगा देखूँगी। इतने में उधर मामू जान ने अम्मी के भोसड़ा लण्ड पेल दिया और वह चोदने लगा।  मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदता हुआ देखने लगी । मेरी चूत में बहन चोद ज्यादा ही आग लग गयी। 
एकाएक मुझे ख्याल आया अरे नियाज़ भी तो मेरी खाला का लड़का है।  जब मेरी अम्मी अपनी खाला के लड़के का लण्ड पकड़ सकती है तो मैं क्यों नहीं अपनी खाला के लड़के का लण्ड पकड़ सकती ?
बस ऐसा ख्याल आते ही मैंने नियाज़ से कहा चल भोसड़ी का मेरे साथ कमरे में ? मुझे अपनी माँ की चुदाई अब और नहीं देखनी ? तू चल मेरे साथ मैं बताती हूँ मादर चोद तुझे ? माँ का लौड़ा साला तू मुझे मेरी माँ का भोसड़ा दिखाता है जो दिखाना है वो तो दिखाता नहीं साला गांडू कहीं का ? मैं उसे लककर सीधे कमरे में आ गयी और उसके कपडे उतारने लगी।  वह बोला अरी ज़ारा तू क्या कर रही है।  मैंवे कहा मैं अभी तेरा लौड़ा देखूँगी भोसड़ी के ? तूने मुझे अपनी माँ भोसड़ा दिखाया मैं तुझे तेरा लौड़ा दिखाऊँगी। साला तू मर्द है की नहीं ? मुझे भोसड़ा दिखा के मेरी चूत में आग लगा दी और मुझे लौड़ा दिखाने में तेरी गांड फट रही है। तेरा लौड़ा लौड़ा नहीं है क्या ?
                  अम्मी की खाला का लड़का अम्मी की बुर चोद रहा है और तू मेरी खाला का लड़का है तू मेरी बुर क्यों नहीं चोद सकता ?
चल साले खोइल अपना लण्ड ? मेरी बातें सुनकर उसमे जोश आ गया।  वह मेरे कपडे फटाफट उतारने लगा। पहले मैं नंगी हो गयी।  वह मेरी चूंची दबाने लगा और मेरी चूत पर हाथ फिराने लगा। बोला ज़ारा यार तुम तो बड़ी मस्त जवान हो गयी हो ? मुझे क्या मालूम था की तेरी चूंचियां इतनी बड़ी बड़ी हो गयीं है बहन चोद ? तेरी घनी घनी झांटों वाली चूत इतनी सेक्सी हो गयी है। 
                           तूने कभी दिखाया मुझे अपनी चूत और चूंची ? अब तो मैं तेरी बुर अच्छी तरह लूंगा 
उसकी बातों में मेरी चूत में और आग लगा दी। उसके बाद जब मैंने उसकी चड्ढी खोली और लौड़ा पकड़ कर देखा तो मैं भौचक्की रह गयी। उसका लण्ड अपना सीना तान कर मेरे सामने खड़ा हो गया ।  बड़ा सख्त हो गया उसका लौड़ा ? मेरी एक मुठ्ठी में समा नहीं रहा था उसका लण्ड ? मैं तो बड़ी देर तक उसका लण्ड ही घुमा फिराकर देखती रही ? मैं बोली हाय नियाज़ तू इतना बड़ा हो गया है बहन चोद ? तू तो पूरा मर्द हो गया है, यार ? तेरा लण्ड तो बड़ा मोटा और लंबा हो गया है रे ? उस भोसड़ी वाले खलील के लण्ड के बराबर है तेरा लण्ड ? मैं सोंच रही हूँ की जब इस छोटी सी उमर में तेरा इतना बड़ा लण्ड है तो तू जब खलील की उम्र का होगा तो तेरा लण्ड साला डेढ़ फुट का हो जायेगा ? नियाज़ को मेरी बात पर बड़ी जोर से हंसी आ गयी। मैं जबान निकाल कर लण्ड चाटने लगी ।
मैंने कहा :- यार नियाज़ तू दो दिनों से मेरे घर में है ? अगर तूने पहले ही दिन लण्ड दिखा दिया होता तो आज मैं जाने कितनी बार चुदवा चुकी होती यार ? वह बोला :- मैं तो दो दिन से कोशिश कर रहा हूँ तुझे लण्ड पकड़ाने की पर मौक़ा ही नहीं मिल रहा था। आज जब मैंने तेरी माँ का भोसड़ा देखा तो कुछ उम्मीद हुई की आज मैं तुझे लण्ड पकड़ा दूंगा ?
मैंने कहा :- तू भोसड़ी का मुझसे इतना शर्माता है ? मैं अगर तेरी जगह होती तो कहती चल ज़ारा ले पकड़ पहले मेरा लण्ड और इसे मुंह में डाल कर लॉलीपॉप की तरह चूस भोसड़ी वाली ? तेरी इतनी भी हिम्मत नहीं हुई ? तूने मादर चोद मेरे दो दिन बेकार कर दिया ?
वह बोला :- मैं हर बार यही सोंचता की कहीं तुम बुला न मान जाओ ?
मैंने कहा :- देख मेरे राजा कोई जवान मस्त बुर वाली लड़की लण्ड के लिए कभी बुरा नहीं मानती ? वो तो दौड़ कर पकड़ लेती है लण्ड ?
वह बोला :- हाय ज़ारा वास्तव मैं बहुत दिनों से तेरी बुर चोदने की सोंच रहा हूँ ? आज तो चोद कर ही दम लूंगा ?
मैंने लण्ड चूसते हुए पूंछा :-यार नियाज़ सच्ची सच्ची बता, तेरी इच्छा मेरी माँ चोदने की है की नहीं ?
वह बोला :- हां है ? मैं तेरी माँ चोदना चाहता हूँ ? जब पहली बार उसका भोसड़ा देखा तो मेरा लण्ड खड़ा हो गया था।
मैंने कहा :- हाय दईया, तो तुम माँ बेटी दोनों की बुर चोदोगे ? लेकिन आज तुम पहले मेरी बुर भकाभक चोदो ?
वह बोला :- शमीमा खाला नाराज़ तो नहीं होंगी,  ज़ारा ?
मैंने कहा :- शमीमा की माँ की चूत ? शमीमा बुर चोदी खलील से चुदवा रही है उधर ? उसकी बिटिया की बुर ? वो मेरा क्या उखाड़ लेगी ? मेरी एक झांट भी नहीं उखाड़ पायेगी वो ? वो तो खुद इतनी चुदक्कड़ है भोसड़ी की तो मुझे कैसे मना करेगी ? उसकी बहन की बुर ? तुम चिंता न करो खूब चोदो। हचक हचक चोदो मुझे ? मेरी माँ की परवाह न कर तू ?
मुझे नियाज़ का लण्ड इतना पसंद आया की मैं तो उसके लण्ड की गुलाम बन गयी ।  मैं लण्ड चूसने में बड़ी देर तक जुटी रही।  हम दोनों 69 की position में थे।  मैं उसका लण्ड चाट रही थी और वह मेरी बुर।  मैं उसके ऊपर चढ़ी बैठी थी।  मेरी चूत में नीचे उसका मुंह और मेरे मुंह के नीचे उसका लण्ड ? मैं मन ही मन कह रही थी की हाय कितना मज़ा आता है एक जवान लड़के का लण्ड चूसने में ? तब तक मेरी चूत बहुत गरम हो चुकी थी।  मैं नीचे उतरी और अपनी चूत फैला दी।  मैंने कहा हाय मेरे राजा अब पेलो अपना लण्ड मेरी चूत में ? चोदो मुझे अपनी बीवी समझ के भोसड़ी के ? अब मैं देखूँगी की कितना दम है तेरे लण्ड में ?
मैंने उसे ललकारा तो उसका लौड़ा और टन्ना गया बस उसने गप्प से घुसा दिया लण्ड मेरी छोटी सी चूत में ? बस मेरी चीख निकल पड़ी उई माँ मर गयी मैं ? फट गयी मेरी चूत ? जिसमे एक ऊँगली भी न जाती थी उसमे इसमें इतना मोटा लौड़ा पेल दिया, माँ ?  ये भोसड़ी का बड़ा बेरहम है।  इसका लौड़ा बड़ा हरामी है।  हाय अल्ला, अब मैं क्या करूंगी ?  कहाँ ले जाऊँगी अपनी फटी चूत सिलवाने ? बस थोड़ी देर में मैं बोली साले कुत्ते नियाज़ धीरे धीरे क्यों चोदता है, माँ का लौड़ा ? पूरा लण्ड पेल कर चोद ? गचागच चोद मेरी बुर ? गांड से जोर लगा के चोद ? तेरा लण्ड बड़ा हक्कानी है यार।  हां अब देखो कितना बढ़िया चोद रहा है तू ?  लगता है की तू हर दूसरे दिन किसी न किसी की बुर चोदता है।  वह बोला नहीं यार ज़ारा ऐसा नहीं है, पर हां महीने में ३/४ बुर तो चोद ही लेता हूँ ? कभी भाभी की बुर, कभी खाला जान की बुर, कभी मामी जान की बुर, कभी भाभी की बहन की बुर, कभी दीदी की सहेली की बुर, एक बार तो दीदी की सास का भोसड़ा भी चोदा है ?
मैंने कहा हां तभी तेरा लौड़ा इतना मोटा है बहन चोद ? इतने में कमरे में अम्मी आ गयीं । 
वह बोली :- अरी बुर चोदी ज़ारा, क्या कर रही है तू नियाज़ के साथ ?
मैंने जबाब दिया :- मैं वहीँ कर रही हूँ जो तू नीचे कमरे में खलील के साथ कर रही थी मेरी भोसड़ी की शमीमा ?
अम्मी सब समझ गयीं और फिर मुस्कराने लगीं.
वह आगे बढ़ी और बोली :- हाय ज़ारा इसका लण्ड तो मुआ बहुत बड़ा है ? कितना मोटा है साला ? तुझे दर्द नहीं होता ?
मैंने कहा :- हां हुआ तो था पर फिर पता नहीं कहाँ चला गया मादर चोद ?
उसने लण्ड पकड़ कर कहा हाय अल्ला, ये तो मर्दों वाला लण्ड है ? नियाज़ भोसड़ी का मर्द हो गया ? लण्ड का साइज़ क्या है ज़ारा ?
मैंने कहा :-  ८"x ५" यानी आठ इंच लंबा और पांच इंच मोटा ?
वह बोली :- वाओ, ये खलील के लण्ड के टक्कर का लण्ड है ज़ारा ? अब तू चुदवा ले फिर  ,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- फिर क्या अम्मी खुल कर बताओ न ?
वह बोली :- अब तुमसे क्या छुपाना ज़ारा ? फिर मैं भी इससे चुदवाऊँगी ज़ारा ? मेरा भी मन है इससे अपना भोसड़ा चुदवाने का ?
मैंने कहा :- तो फिर ठीक है, आज रात को मैं इसका लण्ड बहन चोद में तेरे भोसड़ा में ठोंक दूँगी । 
अम्मी तिरछी निगाह करके बोली :- तब फिर मैं भी खलील का लण्ड तेरी बुर में पेल दूँगी, भोसड़ी की ज़ारा ?
ऐसा कह कर वह चली गयी और मैं चुदवाती रही।
रात को मैं नियाज़ अम्मी और खलील चारों लोग बैठ कर थोड़ा दारू पीने लगे।  थोड़ा थोड़ा शुरुर चढ़ा ही था की अम्मी ने खलील की लुंगी में हाथ डाल दिया।  अंदर ही अंदर उसका लण्ड सहलाने लगी और मेरी तरफ देख कर मुस्कराने लगीं। इधर मैंने भी अपना हाथ नियाज़ की लुंगी में घुसेड़ रखा था।  मैं भी उसका लण्ड सहला रही थी। फिर अम्मी ने एकदम से दूसरे हाथ से लुंगी खोल दी और  खलील को नंगा कर दिया।  अम्मी मुझे लण्ड दिखाती हुई बोली देख भोसड़ी की ज़ारा यही वो लौड़ा है जिसने तेरी माँ का भोसड़ा चोदा ?  लो इसे पकड़ कर देखो ? मैंने हाथ बढ़ाया और लौड़ा लपक कर पकड़ लिया।  फिर मैंने भी नियाज़ की लुंगी खोल कर उसका लण्ड दिखाती हुई कहा देख बुर चोदी अम्मी यही है वो लौड़ा है जिसने तेरी बिटिया की बुर चोदी ? लो इसे पकड़ कर देखो न ? अम्मी ने झट्ट से मेरे हाथ से लण्ड ले लिया। 
फिर हम चारों लोग खूब ठहाका लगा कर हंसने लगे।
उस दिन मैंने अम्मी के सामने खलील मामू जान से चुदवाया और अम्मी ने मेरे सामने नियाज़ से चुदवाया।  हां एक बात जरूर है की हम दोनों बातें खूब खुल कर रहती थीं।  एक दूसरे को गालियां दे दे कर बातें करती थी।  लेकिन कभी न मैंने उसका भोसड़ा देखा था और न उसने मेरी चूत ? आज मैं उसके भोसड़ा में लण्ड देख रही हूँ और वह मेरी चूत में लण्ड देख रही है।
एक दिन किसी ने डोर बेल बजायी।  मैंने दरवाजा खोला तो देखा की सामने एक मस्त जवान आदमी खड़ा है वह बोला मैं सईद हूँ और शमीमा भाभी से मिलाने आया हूँ।  मैंने उसे अंदर बैठा लिया और कहा मैं उसकी बेटी हूँ, ज़ारा ? अम्मी बाहर गयीं है अभी आती होंगीं।  आप थोड़ा इंतज़ार कर लीजिये।  वह मान गया।  मैंने कहा अंकल आप गरम लेंगें की ठंडा वह बोला कुछ भी चलेगा।  मैंने कहा क्या आप व्हिस्की या बियर लेगें।  वह बोला हां जरूर।  मैं अंदर गयी और पहले एक गिलास पानी उसके सामने झुक कर रखा और थोड़ा रुकी रही ताकि वह मेरी चूंचियां देख ले ।  मैंने एक ऊपर ब्रा पहनी थी और नीचे पेटीकोट। फिर मैं व्हिस्की बनाकर लायी और उसे झुक कर दिया।  उसने चूंचियां फिर देखीं।  अब मैं बात करने लगी। मेरा दिल उस पर आ गया था।  मैं उसका लण्ड पकड़ना चाहती थी वह भी अम्मी के आने के पहले ? मैं बड़ी अदा से बातें करने लगी। 
  • मैंने कहा आप क्या पसंद करते है अंकल - मैं सभी कुछ पसंद करता हूँ।  आपको मेरी अम्मी से कोई ख़ास काम है क्या ?
  • हां ख़ास काम ही है इसीलिए इंतज़ार कर रहा हूँ -  ( मैंने मन में कहा साला अम्मी का भोसड़ा चोदने आया है और मुझे चूतिया बना रहा है)
  • क्या वो काम अम्मी के बिना नहीं हो सकता ?
  • नहीं हो तो सकता है पर थोड़ा रिस्क है और मैं रिस्क लेना नहीं चाहता ? (मैंने मन में कहा भोसड़ी का मर्द है तो खुल कर बता तू मुझे चोदना चाहता है पर कहने में तेरी गांड फट रही है, इतनी मस्त जवान लड़की तेरे सामने बैठी है तेरा लण्ड पकड़ने के लिए और तेरी हिम्मत नहीं हो रही है मादर चोद)
  • काम क्या ज्यादा कठिन है अंकल ?
  • नहीं कठिन तो नहीं है पर वो काम तेरी अम्मी ही कर सकती है.
  • चलो कोई बात नहीं ? अच्छा यह बताओ अंकल की आजकल लड़कियां कम लड़के भोसड़ी के ज्यादा शर्माने लगें है ऐसा क्यों ? (मैंने जानबूझ कर गालियां बकना शुरू कर दिया) 
  • हां एक बात तो है की आजकल लड़कियां बहुत आगे निकल रही हैं।   
  • सुना है आजकल लड़कियां गालियां खूब बकने लगीं है। 
  • हां यह बात सही है वैसे मुझे लड़कियों की गालियां बड़ी अच्छी लगती है। 
  • इसका मतलब तुम भोसड़ी के बड़े हरामी हो मादर चोद ? तेरी माँ का भोसड़ा साले सईद तेरी बहन का लण्ड, गाड़ूँ साले बड़ा झांटू है तू ?  
  • क्या मतलब है तेरा ज़ारा ? तुम मुझे गालियां दे रही हो ? 
  • नहीं नहीं मैं तुम्हे गालियां नहीं दे रही हूँ अंकल।  मैं यह जानना चाहती हूँ की अगर तुम्हे कोई इस तरह की गालियां दे तो तुम क्या करोगे ?
  • कुछ नहीं करूंगा बस enjoy करूंगा। जैसे मैं तेरी गालियां enjoy कर रहा हूँ ।  तुम मुझे शमीमा भाभी के आने तक गालियां देती रहो मैं enjoy करता रहूँगा ? 
  • ( मैं मन में बोली बेटी चोद गालियां सुन रहा है लेकिन अपना लौड़ा खोल कर मुझे नहीं पकड़ाता भोसड़ी का ?  मैं कबसे तेरे लण्ड के लिए तरस रही हूँ ।  इस बार नहीं आगे बढ़ा तो मैं अपनी चूत खोल के खड़ी हो जाऊँगी तेरे आगे ) अच्छा तो तू गालियों का इतना शौक़ीन है अंकल ? गालियां सुनने के अलावा कभी कुछ किया है किसी लड़की के साथ ?
  • क्या करू बताओ ज़ारा लड़की के साथ ?
  • लण्ड पकड़ाया कभी अपना किसी लड़की को, अंकल ?
उसके जबाब देने के पहले ही अम्मी आ गयीं।  वह बोलीं अरे सईद तू इतनी जल्दी आ गया।  अभी अभी मेरे पास कादर का फोन आया की सईद को मैंने आपके पास भेजा है।  तब तक मैं बोल पड़ी अरे अम्मी ये आधे घंटे से मेरे साथ है।  अम्मी बोली अरे यार सईद तू भोसड़ी का आधे घंटे से यहाँ है और मेरी बेटी को अभी तक अपना लण्ड नहीं पकड़ाया ? अम्मी की यह बात सुनकर मैं हैरान रह गयी।  तब अम्मी ने बताया की दरअसल कादर मेरा पक्का दोस्त है। मैं उससे अक्सर चुदवाती हूँ।  सैईद उसका दोस्त है। कादर ने कहा की भाभी मैं अपने दोस्त सईद को भेज रहा हूँ प्लीज उससे अपना भोसड़ा चुदवा लेना।  तो यह साला आज मुझे चोदने आया है, बेटी ? अम्मी बोली सईद मैं सब जान गयी हूँ।  तुम साले कायर की बीवी चोदते हो और कादर तेरी बीवी चोदता है। यहाँ इतनी जवान मस्त खूबसूरत मेरी बेटी बैठी है ।  न तूने अपना लण्ड उसे पकड़ाया और न उसकी चूंचियां पकड़ीं ?
वह बोला अरे भाभी मैं बिना आपके इज़ाज़त के इस पर हाथ कैसे डाल सकता था ? अम्मी बोली अच्छा साले कुत्ते माँ का भोसड़ा चोदने आया है तू और बेटी की बुर से परहेज कर रहा है . मादर चोद ?  ज़ारा,  तू इसे बेड रूम में ले जा और इस भोसड़ी वाले को पूरा नंगा कर दे तब तक मैं कपडे बदल कर आती हूँ। मैं अंकल को अंदर ले गयी और उसके कपडे खोल डाले।  उसका लौड़ा मेरे पकड़ते ही साला तन कर खड़ा हो गया।  मैंने लण्ड हिलाया और कहा यार अंकल मैं इसी मादर चोद लण्ड के लिए इतनी देर से तरस रही थी। लण्ड तो बड़ा मस्त है तेरा अंकल ? बोल पहले मेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा की मेरी चूत ? अंकल बोला ज़ारा मैंने अपना लण्ड तेरे हवाले कर दिया है अब तू चाहे इसे अपनी माँ के भोसड़ा में ठोंक दे चाहे अपनी चूत में घुसा ले ?  
तब तक अम्मी आ गयी ।  उसने भी लण्ड पकड़ कर देखा और कहा ज़ारा लौड़ा तो सॉलिड है, बेटी ? चुदवाने में मज़ा आ जायेगा। ऐसा कर ज़ारा तू पहले चुदवा ले। मैं बाद में चुदवाऊँगी क्योंकि मैं अभी अभी किसी और से चुदवा कर आ रही हूँ। 
फिर क्या मैंने बड़ी मस्ती से चुदवाया और मेरे बाद अम्मी ने भी। 

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=००=समाप्त
                       
Previous Post
Next Post

0 comments: