मैं भोसड़ा चुदा रही हूँ बहू |
चला गया। उधर मेरा ससुर भी चला गया क्योंकि वह भी फ़ौज़ में है। अब घर में बची मैं और मेरी सास ? मेरी सास हरामजादी इतनी चुदक्कड़ होगी इसका पता मुझे आज चल रहा है। मैं जो देख रही हूँ उससे लगता ही की मेरी सास ने ज़िन्दगी भर ऐय्यासी की है और कुछ नहीं ? वह देहात की है और देहात की औरतें भी इतनी चालू होतीं है यह बात मुझे आज मालूम हो रही है।
दोस्तों, इस समय मैं उस कमरे के बाहर खड़ी हूँ जिस कमरे में मेरी बुर चोदी सास की ऐय्यासी हो रही है। मैं तो ऐसा कभी सोंच भी नहीं सकती थी।
अब मैं आपको बता रही हूँ की अंदर क्या हो रहा है ? मेरी सास भोसड़ी वाली अपने सभी कपड़े उतार कर एकदम नंगी नंगी सोफ़ा पर बैठी है। मैं उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां और उसका भोसड़ा देख रही हूँ। उसके दाहिनी तरफ एक मरद बैठा है और वह भी बिलकुल नंगा है। उसका लण्ड तन कर खड़ा हुआ है। उसकी बायीं तरफ भी एक मरद नंगा नंगा बैठा है और उसका भी लण्ड टन टना रहा है। सास ने दोनों लण्ड अपने दोनों हाथ से पकड़ रखा है। बड़े प्यार से आहिस्ते आहिस्ते वह दोनों लण्ड सहला रही है, हिला रहीं हैं और मुठिया रही हैं. उसके चेहरे पर शर्म नाम की कोई चीज ही नहीं है मादर चोद ? वो दोनों मरद सास की एक एक चूंचीं पकड़ कर मसल रहें है, चूम रहे हैं और चाट रहें हैं।
मेरी नज़र दोनों लण्ड पर है। दोनों बहन चोद बड़े मस्ताने लण्ड हैं। मेरी चूत में आग लग गयी बहन चोद ? मैं यह सीन देख कर खुश भी हूँ और थोड़ा शसंकित भी हूँ। खुश इसलिए हूँ की अब मुझे भी सास के साथ ऐय्यासी करने का मौक़ा मिलेगा और मैं भी लण्ड खुले आम पेला करूंगी अपनी चूत में ? और शसंकित इसलिए हूँ की क्या कोई लौड़ा सास से बचेगा मेरे लिए ? जो भी लण्ड होगा वह अपने भोसड़ा में पहले घुसा लेगी बुर चोदी ? मैं ऐसा सोंच ही रही थी की अंदर से उनकी बात चीत की आवाज़ें आने लगी। मैं कान लगा कर सुनने लगी। सही बात यह है की मैं उन दोनों भोसड़ी वालों को जानती नहीं थी। मेरा उनसे कोई ताल्लुक नहीं था। तब तक सास बोली हाय जासिर आज तेरा लण्ड साला कुछ ज्यादा ही मस्ती कर रहा है ? देखो साला फूलता ही जा रहा है। और इमरान तेरा भी लौड़ा साला मोटा हो गया है ? जासिर बोला ताहिरा भाभी इसका साला लौड़ा मेरी बीवी की बुर चोद चोद कर मोटा हो रहा है। सास बोली हाय अल्ला, इमरान क्या तू जासिर की बीवी चोदता है मादर चोद ? इमरान बोला हां भाभी जरूर चोदता हूँ पर इस बहन चोद से पूंछो न भाभी ? यह भी तो मेरी बीवी चोदता है। इतना ही नहीं भाभी जब यह मेरे घर आता है तो मेरी बीवी दौड़ कर इसका लण्ड पकड़ लेती है ? पता नहीं इसने कौन सा ऐसा जादू कर रखा है ? जासिर बोला भाभी जादू तो इसने मेरी बीवी पर कर रखा है। जब यह नहीं आता है मेरे घर तो मेरी बीवी बोलती है की आज क्या इमरान अपनी माँ चुदाने गया है भोसड़ी वाला ? सास बोली अच्छा अच्छा ठीक है यार तुम दोनों इसी तरह प्यार मोहब्बत से एक दूसरे की बीवी चोदते रहो ? हां एक बात है की हो सके तो एक दूसरे के आमने सामने चोदो।
बस मैं समझ गयी की ये दोनों मेरी सास के देवर है, अपने गाँव से आये हैं और दोनों आपस में एक दूसरे की बीवी चोदते है ? मैंने सोंचा की कभी इन दोनों की बीवियों से मुलाक़ात होगी तब और बातें सामने आएँगी। इतने में मैंने सुना की जासिर कुछ कह रहा है।
जासिर बोला :- भाभी एक बात कहूँ ? तेरी बहू तो बड़ी खूबसूरत है ? किसी दिन अपनी बहू की बुर दिलाओ न भाभी ?
उसकी यह बात सुनकर मेरे मन में लड्डू फूटने लगे। मेरी चूत की आग और भड़क गयी। बस मैं सपने देखने लगी की यही लौड़ा किसी दिन मेरी चूत में भी घुसेगा ? मैं भी इस मादर चोद ताहिरा की तरह अपनी बुर चुदवाऊँगी।
तब तक इमरान बोला :- हां भाभी, तेरी बहू की चूंचियां तो बड़ी गज़ब की है ? मेरी जब उस पर निगाह पड़ी थी तो मेरा लौड़ा साला टुन्न हो गया था भाभी। मेरा मन हुआ की मैं यही इसकी चूंचियां खोल कर उसी में पेल दूँ अपना लौड़ा ?
मैंने मन में कहा भोसड़ी का अपने को मर्द कहता है ? अरे मर्द होता तो उसी समय हाथ बढाकर पकड़ लेता मेरी चूंची और फिर चोद डालता मेरी बुर ? लेकिन साला घबरा गया माँ का लौड़ा ? साले का लण्ड खड़ा हो गया था तो मुझे दिखा ही देता ? मैं खुद पकड़ लेती तेरा लण्ड मादर चोद इमरान ?
उधर सास बोली :- अरे यार, अभी क्या हुआ ? अभी तो नयी नयी है मेरी बहू ? उसे ज़रा लण्ड ठीक से पकड़ना चाटना चूसना तो आ जाये ? जब वह ठीक से अपनी चूत चुदवाने लगेगी तब मैं ही तुम लोगों के लण्ड उसकी चूत में घुसेड़ दूँगी। थोड़ा सब्र रखो मादर चोदों।
मैं यह सुनकर खुश तो हुई लेकिन अब कौन बताये सास को की मैं लण्ड पकड़ना, चाटना, चूसना, लण्ड पीना, लण्ड बुर में पेल कर चुदाना, गांड मरवाना, सब जानती हूँ। मेरे मन में आया की मैं अभी कूद पडूँ, इन दोनों के लण्ड अपनी बुर में घुसा लूँ और भकाभक चुदवा कर इस बुर चोदी सास को दिखा दूँ ?
जासिर बोला :- सब्र कैसे हो भाभी ? जब इतनी जवान बहू मस्त चूंचियों वाली सामने हो, इतनी मस्त चूत वाली बहू सामने हो तो फिर सब्र कैसे हो ?
इमरान बोला :- हां भाभी मैं तो सब्र कर भी लूँ पर यह लौड़ा तो सब्र नहीं कर सकता भाभी ?
अब मैं जान गयी की इन भोसड़ी वालों के लण्ड में आग लगी है। जब तक ये दोनों लण्ड मेरी बुर धकाधक चोद नहीं लेंगें तब तक ये साले जाने वाले नहीं हैं ? मैं भी आज चुदवा ही लूंगी।
मैंने फिर अंदर झांका तो देखा सास ने जासिर को नीचे लिटा दिया और उसके खड़े लण्ड पर अपनी गांड रख दी। लौड़ा सास की गांड में घुस गया. फिर वह चित जासिर के ऊपर ही लेट गयीं तो उसका भोसड़ा खुल कर आसमान ताकने लगा। सास बोली अबे वो भोसड़ी का इमरान अब तू पेल दे अपना लौड़ा मेरे भोसड़ा में ? इमरान लौड़ा पेल कर चोदने लगा सास का भोसड़ा। इस तरह सास मादर चोद गांड मरवाते हुए अपना भोसड़ा चुदाने लगी। मैंने मन में कहा मेरी बुर चोदी सास वाकई बड़ी चुदक्कड़ है । सास जैसे ही लण्ड के ऊपर से उतरी तो इमरान लण्ड एक हाथ में लिया और जासिर का दूसरे हाथ में ? वह दोनों फिर बारी बारी से चाटने लगीं। तभी निगाह मेरे पड़ी। उसने मुझे देख लिया ।
सास ने देखते ही आवाज़ लगायी अरी वो बहू भोसड़ी की बाहर क्या अपनी माँ चुदा रही है तू ? अंदर आ न ? मैं कोई चोरी कर रही हूँ क्या ? मैं क्या यहाँ से कुछ उठा ले जाऊँगी क्या ? अरे मैं तो खुद ही कपडे उतार कर नंगी बैठी हूँ ? मेरे पास है ही क्या ? सिर्फ एक जोड़ा चूंची और एक भोसड़ा बस ? आ जा अंदर डरने की कोई जरुरत नहीं है। मैं अंदर घुस गयी। मैंने सोंच लिया की अब मैं थोड़ा नाटक करूंगी। मैं यह बताऊँगी की मैं एक सीधी साधी भोली भाली बहू हूँ। मुझे चोदा चोदी के बारे में कुछ नहीं मालूम ?
वह मुस्कराकर बोली :- बहू यह बता की मेरी दोनों टांगों के बीच क्या है ?
मैंने थोड़ा शर्माते हुए कहा :- वही है जो औरतों का होता है सासू जी ?
वह बोली :- ज़रा साफ़ साफ़ बता शर्माती क्यों है, बहन चोद ? अब तो तेरी शादी हो गयी है, सुहागरात हो गयी है, अब क्या शर्माना ?
मैंने कहा :- यह आपका भोसड़ा है सासू जी।
वह बहुत खुश हो गयीं और फिर मुझे एक लण्ड दिखाते हुए पूंछा :- और यह क्या है, बहू ?
मैंने जबाब दिया :- यह तो मर्दों वाला है सासू जी ?
वह बोली :- मुझे खुल कर बता, बुर चोदी बहू ? मर्दों वाला क्या है ?
मैंने जबाब दिया :- वही जो बड़े बड़े होते हैं सासू जी ?
वह बोली :- अच्छा तेरी माँ ने इसका नाम नहीं बताया तुझे। कभी तूने अपनी माँ नहीं चुदवाई क्या ? बोल यह क्या है ?
मैंने कहा :- अच्छा इसकी बात कर रही हो सासू जी यह तो 'लण्ड' है
वह बोली :- इसको और क्या कहते हैं, बहू बता न ?
मैंने कहा :- इसे 'लौड़ा' भी कहते है मेरी भोसड़ी की सासू ? मेरी गाली सुनकर वह बड़ी खुश हुई।
वह बोली :- हां अब तुझे थोड़ा थोड़ा समझ में आ रहा है ? इसका एक और नाम है बहू वह भी बता दे मुझे ?
मैंने कहा :- मुझे इसका तीसरा नाम नहीं मालूम है बहन चोद ?
वह बोली :- इसे 'लांड' कहते है बहू ? गाँव में लोग इसे 'लांड' कहते है ?
वह बोली :- तो फिर ले पकड़ न 'लांड' अपने हाथ से और हिला हिला कर देख की तुझे कैसा लगता है 'लांड' ? अब तू पूरी मस्ती में आ जा बुर चोदी बहू ? देख बहू, मेरे साथ रहना है तो मेरी तरह ही नंगी नंगी रहना पडेगा, मेरी तरह लांड पकड़ना पड़ेगा और मेरी तरह बुर चुदवानी पड़ेगी ? मैं तुझसे छुप छुप कर नहीं चुदवा सकती ? तू भी मुझसे छुप छुप कर कभी मत चुदवाना ? और सुन बहू, मैं बिना चुदवाये रह भी नहीं सकती ? इसलिए तुझे भी मेरी तरह चुदक्कड़ होना पडेगा ? भकाभक चुदवानी पड़ेगी अपनी बुर ?
मैं मन ही मन बहुत खुश हुई। मैं समझ गयी की अब तो मुझे भी पूरी ऐय्यासी करने का मौक़ा मिलेगा और मुझे भी कई तरह के लण्ड मिलेंगें अपनी चूत में पेलने के लिए ? वह बोली :-
देख मेरी बहू मैं तो अपना भोसड़ा चुदवाने जा रही हूँ और मैं चाहती हूँ की तू भी चुदवा ले बुर चोदी ,बहू ?
आज से हम दोनों मिलकर इन भोसड़ी वालों के लौड़ों का मज़ा लूटें। लण्ड बहन चोद औरतों के लिए ही होते है। आजा लेकिन पहले अपने सारे कपडे खोल कर फेंक दे और हो जा मादर चोद नंगी बिलकुल मेरी तरह ? लण्ड पकड़ने का और बुर चुदवाने का मज़ा नंगी होकर ही आता है ? मैं सासू की बात सुनकर बहुत खुश हुई और अपने कपडे उतार कर कूद पड़ी चुदाई की नदिया में ?
सास ने फ़ौरन मुझे इमरान का लौड़ा पकड़ा दिया। बहुत दिनों के बाद कोई मस्त लौड़ा मेरे हाथ में आया था। मैं उसे चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखने लगी और फिर जबान निकाल कर चाटने लगी उसका पहाड़ी आलू जैसा सुपाड़ा। मुझे मज़ा आने लगा उधर सास ने जासिर का लौड़ा मेरी चूत पर फिराने लगी। मैं लेटी हुई दोनों लण्ड का मज़ा लेने लगी। मुझे देख कर मेरी सास बड़ी मगन हो गयी। फिर मैंने लण्ड मुंह में भर लिया और चूसने लगी। इतने में उधर सास ने जासिर का लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया। मैं बोली हाय अल्ला, सासू जी यह तेरा भोसड़ा नहीं है बहन चोद ? मेरी चूत है बुर चोदी सासू ? ज़रा धीरे धीरे पेलो लण्ड और पूरा पेलो। मेरी चूत इस मादर चोद का लण्ड पूरा खा जाएगी।
बस मैं २ मिनट में ही भकाभक चुदवाने लगी। अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। मैं बोली भोसड़ी के जासिर अब चोद साले मेरी बुर। जितनी ताकत मेरे लण्ड में हो उतनी ताकत से चोद ? अपनी गांड से जोर लगा लगा के चोद साले तेरी बिटिया की बुर। तेरी माँ का भोसड़ा साले, तेरी बहन की चूत, मैं देखती हूँ की कैसे चोदता है ? मैं बड़ी बेशर्मी से गाली बक बक के चुदवाने लगी। तब सासू बोली हाय रब्बा, बहू तू तो मुझसे भी अच्छा चुदवा लेती है। तू भोसड़ी की लौड़े में जान फूंक देती है। तेरी बातें बातें सुन सुन कर इन मादर चोदों के लौड़े और सख्त होकर टन टनाते जा रहे हैं।
मैंने कहा अरी मेरी बेटी चोद सास मैं इन मर्दों के लण्ड की फितरत जानती हूँ। इनको मस्त प्यार से गालियां सुनाओ तो साले खूब कूद कूद कर गालियां सुनते है और फिर जल्दी जल्दी अंदर घुस घुस कर बुर चोदते हैं ?
इतने में सास ने इमरान का लौड़ा मेरी बुर में पेल दिया और जासिर का लौड़ा अपनी भोसड़ा में घुसा लिया। अब सास और बहू दोनों मादर चोद धकाधक चुदवाने लगीं अपनी अपनी बुर ? सास बोली बहू आज मुझेसबसे ज्यादा चुदवाने में मज़ा आरा है। पहले मैं अकेले ही चुदाया करती थी आज तू मेरे साथ चुदा रही है तो मज़ा डोना हो गया है बहन चोद ? अब तू हमेशा मेरे साथ चुदवाया कर। तब तक इमरान का लण्ड उगलने लगा मक्खन । उसने मेरी चूंचियां भिगो दीं। मेरे मुंह में गिरा दिया और मेरे हाथों में भी। मैं भी झड़ता हुआ लण्ड चाटने लगीं। इतने में जासिर ने भी छोड़ दिया पिचकारी। सास का भोसड़ा भी साला सराबोर हो गया।
ऐसे ही एक दिन मेरा जीजू आरिफ़ आ गया ।
मैंने कहा :- हाय जीजू मैंने सुना है की आजकल तू अपनी बीवी चुदवाने लगा है। मेरी दीदी को चोदने बहुत लोग आने लगें है।
वह बोला :- अरी अरीबा आजकल एक दूसरे की बीवी चोदने का सिलसिला बड़ा जोर पकड़ रहा है। पहले तो यह सब घर में ही होता था लेकिन अब तो हर मोहल्ले में होने लगा है ? घर में तो मैं अपने खालू की बीवी चोदता हूँ तो खालू मेरी बीवी चोदता है। मैंने अपनी मामू जान की बीवी चोदता हूँ तो मामू जान मेरी बीवी चोदता है। मैं अपने चाचा के लड़के की बीवी चोदता हूँ तो वह मेरी बीवी चोदता है। पर अब तो मोहल्ले में कोई भी किसी के घर में घुस जाता है उसकी बीवी चोद कर चला जाता है। इसमें बुरा कोई नहीं मानता क्यों की सबको मज़ा आता है ? बीवियां इसलिए बुरा नहीं मानती की उन्हें नये नये मर्दों से चुदवाने का मौक़ा मिलता है और मर्द इसलिए चुप रहते है की उन्हें सबकी बीवियां चोदने का मौक़ा मिलता है ? यार अरीबा, मैं तुमसे सच बता रहा हूँ की मैंने मोहल्ले में सबकी बीवियां चोदी हैं और मोहल्ले में ऐसा कोई मर्द नहीं है जिसका लण्ड मेरी बीवी ने अपनी चूत में पेला न हो ? उसने भी सबसे खूब चुदवाया। ?
मैंने कहा :- वाओ, यार खुदा करे की सबके मोहल्ले ऐसे ही हो जायें ? किसी दिन मैं भी आऊँगी तेरे मोहल्ले में चुदवाने ? अब लाओ न अपना लौड़ा मुझे मैं भी देखूं तू की कितना मोटा हो गया है मादर चोद तेरा लौड़ा मोहल्ले की बीवियां चोद चोद कर ?
मैं उसके कपडे खोलने लगी। थोड़ी देर में मैंने उसे पूरा नंगा कर दिया। उसका लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी। लौड़ा तो मेरी जान पहचान का है। जाने कितनी बार मैंने इसे अपने मुंह में घुसेड़ा है। अपनी बुर में पेला है। अपनी गांड भी मरवाई है पर आज कई महीनो के बाद पकड़ रही हूँ इसका लण्ड ? लण्ड साला खड़ा होने लगा। उसने भी मेरे कपडे उतार कर मेरी चूंचियां मसलना शुरू कर दिया.
इतने में मेरी सास बोलती हुई कमरे में घुस आयीं अरी बुर चोदी बहू तू कहाँ अपनी माँ चुदा रही है ? इधर आ न मेरे पास देख मैं तेरे लिए एक लौड़ा लायी हूँ। जल्दी से आ जा और चुदवा ले अपनी चूत मेरी भोंसड़ी की बहू।
वह जब अंदर घुस आई तो बोली :- हाय दईया तू तो पहले से ही लौड़ा चूस रही है ? कौन है ये माँ का लौड़ा बहू ?
मैंने कहा :- अरे सासू जी यह मेरा जीजू है।
वह बोली :- वाओ, क्या इत्तिफ़ाक़ है बहू उधर मैं भी अपने जीजू का लण्ड चूस कर आई हूँ। मैं तो उसका लण्ड तेरी चूत में पेलने आई हूँ बहू ?
मैंने कहा :- ठीक है तो पेलो न अपने जीजू का लण्ड मेरी चूत में ? मैं अपने जीजू का लण्ड तेरे भोसड़ा में पेलूँगी।
बस फिर क्या मैं सास के जीजू से चुदवाने लगी और सास मेरे जीजू से चुदवाने लगीं।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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