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आंटी ने कहा तू माँ की लौड़ी बिलकुल ठीक कह रही है। तू तो जवान है तेरी बुर में ज्यादा आग है। मुझे देखो न ? मेरा भोसड़ा तो आज भी भोसड़ी का जब गरम हो जाता है तो फिर संभाले नहीं संभलता ? ऐसे में मुझे कोई न कोई लण्ड इसमें घुसेड़ना ही पड़ता है ?
तब मैंने कहा :- देखो आंटी, मुझे चुदाने का बड़ा शौक़ है, इसलिए मैं लौड़ा अपनी जेब में रखती हूँ ?
उसने जबाब दिया :- देखो फरहा, मुझे अपनी बुर चुदाने का बड़ा शौक है और उससे ज्यादा शौक है अपनी बेटी की बुर चुदाने का, इसलिए मैं लौड़ा अपनी जेब में रखती हूँ ?
एक पुरानी कहावत है - "जिन्हे गांड मराने का शौक होता है, वो लौड़ा अपनी जेब में रखते है"
आज मैं जब आंटी मुंह से लौड़ा अपनी जेब में रखने की बात सुन रही हूँ तो लगता है की इतनी पुरानी कहावत आज भी जीवंत है।
मैंने पूंछा :- आंटी तुम कबसे अपनी बेटी की बुर चुदवाने लगीं ? और अगर तुम अपनी बेटी चुदवाती हो तो क्या तेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है ?
वह बोली :- अरी हां मेरी बेटी बुर चोदी खूब धुँआ धार चुदवाती है अपनी माँ ? उसे तो अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने का चस्का लग गया है। खूब दनादन्न लण्ड घुसेड़ती है मेरे भोसड़ा में ? अब मैं बताती हूँ की मैं कैसे अपनी बेटी चुदाने लगी ? मेरी बेटी जब २० साल की हुई तो मेरे मन में आया की अब उसे लण्ड की बहुत जरूरत है। वैसे लड़की १८ साल से लण्ड बड़े आराम से पकड़ने लगती है। मैंने उसे दो साल और दिया। मेरी बेटी का जिस्म बड़ा सेक्सी है, बदन उसका गदराया हुआ है । चूंची बड़ी बड़ी है, चूतड़ भी उभरे हुए हैं ,बाहें मस्त निकल आई है , कमर पतली है और गांड मोटी ? मोटी मोटी जांघे है उसके बीच में चूत ? हालांकि चूत मैंने कभी देखी नहीं थी, मगर उसकी छोटी छोटी घनी घनी झांटें किसी भी लण्ड में जोश भरने के लिए काफी थीं ? मैं अपनी बेटी से खुली नहीं थी इसलिए कुछ खुल कर कहने में शर्म आ रही थी, झिझक हो रही थी ?
मैंने कहा :- आंटी सीधे सीधे कहो की गांड फट रही थी।
वह बोली :- हां वाकई गांड फट रही थी, तब मैंने एक प्लान बनाया ?
दूसरे दिन सारा (मेरी बेटी) अपना मोबाइल घर में ही भूल गयी। थोड़ी देर में उसकी घंटी बजने लगी। उसमे नाम आया सबा ? मैं समझ गयी की ये उसकी फ्रेंड है। मैंने फोन उठाया और बोली हूँ बस वो चालू हो गयी -
"अरी सुन न सारा वो तारिक है न भोसड़ी का बड़ा मोटा लण्ड है उसका बहन चोद ? खुद तो दुबला पतला है लेकिन उसका लण्ड बड़ा मोटा है यार ? मुझे तो लण्ड चूसने चाटने में बड़ा मज़ा आया और चुदवाने में तो और मज़ा आया ? मेरी अम्मी को तो बहुत पसंद आ गया उसका लौड़ा ? मैंने फिर उसका भोसड़ा भी चुदवाया ? मैंने उससे कल आने को कहा है तो तू भी आ जाना फिर पकड़ कर देखना उसका लण्ड ? तू ताहिर का लण्ड भूल जाएगी सारा ? बोल न कुछ ? बोल भोसड़ी की तेरे मुंह में लौड़ा घुसा है क्या ? माँ चुदा रही है तू बुर चोदी बोलती क्यों नहीं ? अच्छा मैं जाती हूँ तेरी मर्जी हो तो फोन करना नहीं तो मेरे लौड़े से ?"
अब मैं जान गयी की मेरी बेटी लण्ड पकड़ती है, उसकी दोस्त अपनी माँ चुदवाती है। तो इसकी भी इच्छा चुदवाने की होती होगी ? और माँ चुदाने की भी इच्छा होती होगी। मैंने यह सब बात अपनी सहेली ज़ाहिरा को बता दी। ज़ाहिरा बोली तू चिंता न कर मैं तेरी बेटी को माँ चुदाना सिखा दूँगी ?
एक दिन मैं किचेन में थी सारा मेरे साथ ही बैठी थी और सब्जी काट रही थी। अचानक ज़ाहिरा आ गयी।
- वह बोली :- क्या कर रही है तू शबाना भोसड़ी वाली ?
- मैंने जबाब दिया :- तू माँ की लौड़ी हमेशा गाली क्यों बकती है ?
- ज़ाहिरा - गाली बकती नहीं हूँ, गाली देती हूँ, तू तो मेरी दोस्त है, मुझे हक़ है तुझे गाली देने का ?
- मैं - और क्या क्या हक़ है तेरा ? वो भी बता दे तू ज़ाहिरा ?
- ज़ाहिरा - तेरा भोसड़ा चुदाने का हक़ है मुझे ? बोल चुदवायेगी अपना भोसड़ा ?
- सारा उठ कर जाने लगी तो ज़ाहिरा बोली अरी सारा तू क्यों जा रही है ? तेरी गांड क्यों फट रही है ? यहीं बैठ बुर चोदी ? इतनी बड़ी हो गयी है तू अभी ठीक से लण्ड पकड़ना तो आता नहीं तुझे ? क्या करेगी तू आगे चल कर ?
- सारा - आंटी मुझे शर्म आ रही है ?
- ज़ाहिरा - शर्म की माँ की चूत ? देख तेरी उम्र की है मेरी बेटी, और अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है मस्ती से ? तू इतनी बड़ी हो गयी है अभी भी शर्माती रहती है ? ऐसे शरमायेगी तो हमेशा चुदासी रह जाएगी तू ?
- सारा - अरे आंटी धीरे धीरे सब हो जायेगा ?
- ज़ाहिरा - अच्छा अब तू मुझे सिखा रही है ? देख भोसड़ी की, जैसे बच्चा एक साल में अपने पैरों पर चलने लगता है वैसे ही २० साल में लड़की लण्ड पकड़ने लगती है ? और चुदाना सीख जाती है ? तुझे तो कुछ आता ही नहीं ? तू लड़की है की नहीं ?
- सारा - मैं पूरी तरह लड़की हूँ आंटी ? मैं सब जानती हूँ ?
- ज़ाहिरा - माँ चुदाना जानती है तू ? कभी अपने सामने अपनी माँ चुदवाई है तूने ?
- सारा - मैं सब कर लूंगी आंटी, तुम परेशान न हो, मुझे जाने दो ?
- ज़ाहिरा - अच्छा बोल कब से चुदवायेगी तू अपनी माँ का भोसड़ा ? तेरी उम्र की लड़कियां तो लौड़ा जेब में रखती है ? न मनो तो मेरी बेटी से पूंछ लो ?
- उसे गुस्सा आ गया वह बोली - मैं सब कर लूंगी भोसड़ी की आंटी ? माँ चुदा लूंगी अपनी, माँ के भोसड़ा में लण्ड घुसेड़ लूंगी, अपनी बुर चुदवा लूंगी, अपनी गांड भी मरा लूंगी ? कहो तो तेरा भी भोसड़ा चुदवा दूँ ? तेरी बेटी की बुर चुदवा दूँ ? भोसड़ी की आंटी, लौड़ा मैं भी जेब में रखती हूँ ? अभी पटक पटक के चोदूंगी तेरी बुर और तेरी बिटिया की बुर ? इतनी देर से गांड मार रही है तू मेरी, बहन चोद ? जिस दिन मैं मारूंगी तेरी गांड उस दिन तू तीन दिन तक उठ नहीं पायेगी ?
- तुम कबसे सबा को जानते हो तारिक ?
- यही कोई दो महीने से जानता हूँ उसे ?
- उसकी चूंचियां दबाई है कभी तूने ? कभी उसकी चूत पर हाथ डाला है तूने ?
- अरे ये क्या आंटी ? अब हम दोनों साथ साथ है तो ,,,,,,,,,,,,,,?
- मेरी बेटी को कभी नंगी देखा है तूने ?
- नहीं कभी नहीं देखा आंटी ? मैं तो अभी तक उससे मिला भी नहीं ?
- मिलकर क्या उसकी झांटें उखाड़ोगे ?
- नहीं आंटी ऐसा कुछ भी नहीं है ?
- कभी अपना लण्ड पकड़ाया है सबा को ?
- हां आंटी, उसने जरूर पकड़ा है मेरा ?
- सबा की बुर चोदी है कभी तूने ?
- हां आंटी, चोदी है ?
- वाओ, तब तो तुम बड़े स्मार्ट हो ? अच्छा सबा की माँ चोदी है तूने कभी ?
- हां आंटी चोदी है
- तो फिर सारा की माँ चोदो? सारा की माँ का भोसड़ा चोदो ?
- वह थोड़ा शरमाया तो मैं बोली भोसड़ी के शर्माने की जरुरत नहीं है ? लाओ मैं ज़रा तेरा लौड़ा देख तो लूँ ? सुना है बड़ा मोटा है तेरा लण्ड ? मैं उसका पैजामा खोल कर लण्ड पकड़ के सहलाने लगी। लण्ड खड़ा होने लगा। मैं बोली हाय अल्ला, तेरा लौड़ा तो वाकई मोटा है ? मेरी बिटिया की बुर चोदने आये हो न तुम ?
- हां सबा तो यही कह रही थी ?
- तो फिर उसकी माँ का भोसड़ा चोदो पहले ?
मैंने कहा :- मगर यह तो तुम्हे चोदने आया है बेटी सारा ?
वह बोली :- मैं तो अभी चुदवाकर आ रही हूँ अम्मी ? आज मैंने फ़ना के अब्बा से चुदवाया ? क्या लौड़ा है भोसड़ी वाले का अम्मी ? ९" तो लंबा है और मोटा ५" से ज्यादा ? मैंने उससे कहा है की अंकल कल मेरी माँ का भोसड़ा चोदने आना ?
ऐसा कह कर सारा ने मुझे लण्ड की फोटो अपने मोबाइल पर दिखाया ? मैं तो लण्ड देख कर दंग रह गयी। मैंने पूंछा क्या तेरे मोबाइल में और भी लण्ड है वह बोली हां अम्मी कई लोगों के लण्ड है। सबका नाम है, सबके लण्ड की फोटो, लण्ड का साइज़ , लण्ड का कलर, सुपाड़े की बनावट, लण्ड का स्वाद सब है मेरे मोबाइल में, अम्मी ? मुझे चुदाने का शौक है और अब अपनी माँ चुदाने का शौक भी हो गया है इसलिए मैं लण्ड जेब में रखती हूँ।
कुछ दिन बाद मैंने भी एक दिन अपना मोबाइल उसको दिखाया और एक से एक बेहतर लण्ड की फोटो पूरी डिटेल के साथ दिखाई ? वह बहुत खुश हो गयी बोली अम्मी ये तो बहुत अच्छा किया तुमने ? मैंने कहा देखो, सारा मुझे चुदाने का शौक है और अब मुझे अपनी बेटी भी चुदाने का शौक है इसलिए मैं लौड़ा जेब में रखती हूँ। अब मुझे जब भी लण्ड की जरुरत होती है तो फोन कर देती हूँ तो लण्ड १० मिनट में मेरे सामने हाज़िर हो जाता है
तो फरहा, तरह अपनी बेटी सारा से खुल गयी। अब हम दोनों को खूब मज़ा आ रहा है।
आंटी की बातें सुनकर मैं रोमांचित हो उठी। मेरी चूत बहन चोद गरम हो गयी ? मैंने कहा आंटी तेरा भोसड़ा भी गरम होगा न ? वह बोली हां यार बहुत गरम हो गया है मादर चोद ? मैंने अपना मोबाइल और कहा आंटी अब बताओ तुम्हे कौन सा लण्ड चाहिए ? कौन सा लण्ड अपने भोसड़ा में लोगी ? उसने दो लण्ड छांट लिया। मैंने भी दो लण्ड छांट लिया ? फिर हमने चारों लड़को को बुलाया और उनके लण्ड पकड़ कर, चाट कर , चूस कर खूब मज़ा लिया फिर अपनी अपनी चूत में घुसा घुसा कर , लण्ड अदल बदल कर खूब चुदवाया .
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