एक दिन मैं अम्मी के साथ किचेन में बैठी चावल बिन रही थी। इतने में सायरा आंटी आ गयी और अम्मी से सायरा मुझे तो बड़ी चिंता हो रही है यार मेरी बेटी निदा को अभी तक ठीक से लण्ड पकड़ना भी नहीं आता ? देखो न कितनी बड़ी हो गयी है, ससुरी । बदन पूरा भर गया है। चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयी है बहन चोद ? चूतड़ भी बड़े बड़े हो गये है। गांड बड़ी सेक्सी हो गयी है पर इसे अभी तक ठीक से लण्ड पकड़ना भी नहीं आता ? मुझे तो बड़ी चिंता हो रही है यार ? ये ज़िन्दगी में क्या कर पायेगी। इतनी बड़ी जवानी कैसे कटेगी अगर इसे ठीक से लण्ड पकड़ना चाटना, चूसना और चुदवाना नहीं आया ? हमेशा चुदासी रह जायेगी बुर चोदी ? इसकी उम्र १९ साल की हो गयी है बहन चोद इसे अभी कुछ आता ही नहीं ? इस उम्र में तो लड़कियां धकाधक चुदवाने लगती है। गांड भी मराने लगती है ? मैंने सुना है की इस उम्र में तो कई लड़कियां अपनी माँ चुदाने लगती है यार ? उसकी बातें सुनकर मैं उठकर जाने लगी तो आंटी बोली तू जा कहाँ रही है भोसड़ी वाली ? यहीं बैठ और सुन, माँ की लौड़ी, हम लोगों की खरी खोंटी बातें ? तू बहन चोद इसी के लायक है। पता नहीं तेरी नीचे चूत है की कुछ और ? मैं चुप चाप बैठ गयी। मैंने सोंच लिया की इन दोनों को खूब गरिया लेने दो। मुझ पर कोई असर नहीं पड़ने वाला ? मैं बैठ गयी।
बातें करने लगी। पहले तो अम्मी इधर उधर की बातें करने लगी फिर बोली अरी
आंटी बोली :- हां शबाना तू बिलकुल सही कह रही है। अब मेरी बेटी को देखो ? वह भी इसी के उम्र की है। वो लण्ड पकड़ने में, लण्ड चाटने में, चूसने में बड़ी तेज हो गयी है। बहन की लौड़ी, पिछले एक साल से चुदवाने भी लगी है। बड़े बड़े लण्ड मस्ती से घुसेड़वा लेती है अपनी चूत में ? मुठ्ठ मारना और लण्ड पीना उसे खूब आता है ? आजकल तो उसने अपनी माँ चुदाना भी शुरू कर दिया है ? कल ही अपने बॉय फ्रेंड को लेकर आयी थी और उसका लण्ड पकड़ कर पेल दिया मेरे भोसड़ा में ? मैं भी मस्त होकर चुदवाने लगी। अब तो हर दूसरे तीसरे दिन वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है ?
अम्मी बोली :- और एक मैं हूँ जो हमेशा यही सोंचती हूँ की अल्ला वह कौन सा दिन होगा जब मेरी बेटी अपनी माँ चुदवायेगी ? अपने हाथ से अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलेगी ? मैं भी मस्त होकर अपनी बेटी की बुर चुदवाऊँगी ? मैं उस दिन का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार कर रही हूँ।
आंटी ने मुझसे पूंछा :- बोल निदा तू कबसे चुदायेगी अपनी माँ और अपनी माँ का भोसड़ा ?
मैंने कहा :- मुझे क्या मालूम ?
आंटी बोली :- पर यार तुम्हे मालूम कैसे हुआ की निदा को लण्ड पकड़ना नहीं आता ?
अम्मी बोली :- अरे यार कल मेरा देवर मुम्बई से आया था । मैं उसका लौड़ा पकड़ कर हिला रही थी। लौड़ा एकदम से खड़ा हो गया। मैंने आवाज़ लगाई निदा ज़रा यहाँ आना। वह आयी तो मैंने कहा लो ये अंकल का लौड़ा पकड़ो मैं अभी आती हूँ। मैं बाहर चली गयी। थोड़ी देर में जब वापस आयी तो देखा की लौड़ा लुंज पुंज पड़ा है। बेदम पड़ा है लण्ड ? वरना जवान लड़की के हाथ में तो लण्ड कुलांचे भरने लगता है। फनफना कर दन्न से मुंह में घुस जाता है लण्ड ? उसके बाद तो फ़ौरन लड़की की चूत में घुस जाता है उसे भला कौन रोक सकता है ? पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ ? तब मैं समझ गयी की निदा अभी भी बच्ची है भोसड़ी वाली। उसके अंदर लण्ड का मज़ा लेने की इच्छा ही नहीं पैदा होती ? मैं क्या करूँ ? मैं बड़ी परेशान हूँ ? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है,सायरा ? अब तू ऐसा कर ले जा इस भोसड़ी वाली निदा को कुछ दिन के लिए अपने घर और लगा दे अपनी बेटी के साथ ? शायद सीख जायेगी लण्ड पकड़ना चाटना और चूसना। उसके बाद चुदवाना भी ?
आंटी मुझसे बोली :- चल निदा एक बैग में कुछ कपडे रख ले , चल मेरे घर और सीख ले मेरी बेटी से लण्ड पकड़ने से माँ चुदाने तक। अब मैं तुझे तभी वापस करूंगी जब तू मेरी बेटी की तरह अपनी माँ चुदाना सीख जायेगी ? अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलना सीख जायेगी ? मैं चुपचाप आंटी के साथ उसके घर चली आयी। उसने मुझे बैठाया और अपनी बेटी फ़िज़ा को बुलाया।
आंटी बोली :- देख फ़िज़ा ये निदा है मेरी सहेली शबाना की बेटी ? इसकी उम्र १९ साल की हो गयी है और इस भोसड़ी वाली को अभी तक चुदवाना तो दूर रहा, लण्ड पकड़ना भी नहीं आता ? न तो इसे मालूम है की लण्ड चाटा कैसे जाता है ? लण्ड चूसा कैसे जाता है, लण्ड पिया कैसे जाता है और न ही मालूम है कि चुदवाया कैसे जाता है ? इसकी अम्मी बहुत परेशान है ( इतने में फ़िज़ा कुछ बोलना चाहती थी लेकिन मैंने आँख से चुप रहने का इशारा किया। फ़िज़ा सब बातें अपनी अम्मी से सुनती रही और मन ही मन मुस्कराती रही ) अब तुम इसे ये सब करना सिखा दो बेटी ? उसके बाद इसी की बुर में लण्ड पेल कर बताओ की बुर चुदवायी कैसे जाती है ? सबसे बाद में इसे सिखाओ की माँ चुदवाई कैसे जाती है ? जैसे तू चुदवाती है अपनी माँ ? माँ के भोसड़ा में लण्ड पेला कैसे जाता है जैसे तू मेरे भोसड़ा में पेलती है लण्ड और माँ की गांड मराई कैसे जाती है जैसे तू मराती है मेरी गांड और उसकी चूंची में लण्ड घुसाया कैसे जाता है ? जैसे तू घुसाती है मेरी चूंची में लण्ड ? इस बुर चोदी को बिलकुल ट्रैंड कर दो बेटी तभी यह वापस अपने घर जायेगी ? इससे पूंछ लेना कि यह कबसे अपनी माँ चुदवायेगी ? जिस दिन की तारिख बताये उसके एक दिन पहले इसे वापस कर दूँगी।
आंटी के जाने के बाद मैं और फ़िज़ा खूब खिलखिलाकर हंस पड़ी ?
फ़िज़ा बोली :- यार क्या हो गया है तेरी अम्मी को ? उसे तेरे बारे में कुछ नहीं मालूम ?
मैंने कहा :- अरे छोडो यार माँ चुदाये मेरी बुर चोदी अम्मी ? इन मादर चोदों को क्या मालूम ज़माना कहाँ से कहाँ पहुँच गया है। ये सब ससुरी पुराने विचारों वाली है।
इतने में आंटी आ गयी।
मैं बोली वाओ, भोसड़ी के आज याद आयी है मेरी चूत की तुझे ? अभी तक क्या गांड मरा रहा था तू माँ का लौड़ा ,,,,,,? माँ चुदा रहा था अपनी ,,,,,,,,? क्या अपनी बहन की बुर में लौड़ा घुसा रहा था ,,,,,,,,,, उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,? उससे कहो पहले मुझसे माँ चुदाना सीखे ,,,,,,,,,? गांड में दम नहीं चला है बुर चोदने ,,,,,,,,,,? वो साली क्या उखाड़ेगी मेरा झांटें,,,,,,,,,? वो क्या कर पायेगी बुर चोदी ? पहले लण्ड पकड़ना सीख ले मुझसे ,,,,,,,,,,,? तुझे मालूम भी है कुछ ? की गांड में सूखा लण्ड नहीं पेला जाता ? नहीं तो गांड भी फट जाती और लांड भी ,,,,,,,,,,? हां हां ठीक है ,,,,,,पहले लण्ड मस्ती से चूसा जाता है चाटा जाता है और फिर उसे पेला जाता है ,,,,,,,,,,,,? उसकी बीवी चोदेगा तू साला ,,,,,,,,,? उसकी माँ का भोसड़ा मुझे मिलेगा तो मैं उसकी माँ चोद दूँगी ,,,,,,,,,? उसका लौड़ा छोटा है यार ,,,,,,,,,,,,? हां उसका है बड़ा लेकिन पतला है मादर चोद का ,,,,,,,? हां अब तू समझा लण्ड बड़ा भी हो और मोटा भी ,,,,,,,,,,? बहन चुदायेगी वो किसी दिन ,,,,,,, ? हां उसके अब्बा का लौड़ा है शानदार ,,,,,,,,,,? ठीक है उससे कहो चुदा ले ,,,,,,,,,,हां कल बात करना ?
मैंने जैसे फोन बंद किया तो आंटी बड़ी देर तक मेरा मुंह देखती रहीं ?
फिर बोली चल निदा मैं तुझे अपने घर छोड़ देती हूँ और तेरी अम्मी को सारी बातें बता देती हूँ। फ़िज़ा बोली हां अम्मी निदा तो अब सबसे पहले अपनी माँ चुदायेगी तो क्यों न एक बार तू इसके सामने चुदवा ले अपना भोसड़ा ? आंटी मान गयी और रात का प्रोग्राम फिट कर लिया ? फ़िज़ा ने फ़टाफ़ट तीन आदमी बुला लिया। तीन वो और तीन हम। पहले ड्रिंक्स और उसके साथ बातें।
फ़िज़ा बोली:- देखो भोसड़ी वालों, आज मैंने तुम सबको अपनी माँ चोदने के लिए बुलाया है। ये है मेरी चुदक्कड़ अम्मी सायरा, ये है मेरी दोस्त बहन चोद निदा और मैं हूँ माँ की लौड़ी फ़िज़ा ? ये रहीम चचा इसकी बहन की बुर साला बड़ा चोदू है, ये है लतीफ़ चचा इसका लण्ड बहन चोद बहुत देर में झड़ता है और ये है नदीम ये साला लड़कयां चोदता है और अपनी बीवी चुदवाता है ।
मैंने कहा :- शाबास फ़िज़ा तुमने ठीक कहा। जब भी कोई सेक्स पार्टी करो तो खुल कर लण्ड चूत गांड चूंची झांट चूतड़ सब खुल कर बोलो। मस्ती की गालियां दो लेकिन गुस्से से नहीं बल्कि प्यार से ?
नशा चढ़ा तो सबके कपडे खुलने लगे। आंटी ने रहीम का लौड़ा पकड़ा फ़िज़ा ने नदीम का लौड़ा और मैंने लतीफ़ का लौड़ा ? वे सब चूंची और चूत सहलाने लगे। फिर मैंने कहा रहीम अब तुम आंटी का भोसड़ा चाटो। लतीफ़ तुम अपना लण्ड झुक कर आंटी के मुंह में डालो और उसकी चूंची चाटो / चूसो। फ़िज़ा आओ हम तुम नदीम का लौड़ा चूसें ? थोड़ी देर में मैंने रहीम का लण्ड आंटी के मुंह में घुसा दिया और लतीफ़ से उसका भोसड़ा चटवाने लगी। आंटी को मज़ा आने लगा . इधर मैं कभी सुपाड़ा तो फ़िज़ा पेल्हड़ और जब मैं पेल्हड़ चाटती तो फ़िज़ा सुपाड़ा। आंटी का भोसड़ा उठा। अब वह बड़ी बुरी तरह लण्ड माँगने लगा। मैंने लतीफ़ को इशारा किया तो उसने घुसा दिया लण्ड और चोदने लगा। आंटी रहीम का लौड़ा चाटते हुए चुदवाने लगी। इधर मैंने फ़िज़ा की चूत में नदीम का लण्ड घुसा दिया। वह भी मस्ती से चुदवाने लगी। मैंने कहा मादर चोदों पूरा पूरा लौड़ा घुसेड़ घुसेड़ कर चोदो नहीं तो मैं गांड मारूंगी। दोनों माँ बेटी बुर चोदी एक दूसरे के सामने बड़ी बेशर्मी से चुदवाने लगी।
आंटी बोली :- तू भोसड़ी की हरामजादी फ़िज़ा अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा रही है। तुझे तनिक भी लज्जा नहीं आती बुर चोदी ? बड़ी बेशर्म हो गयी है तू ससुरी ?
फ़िज़ा बोली :- बेशरम तो तू हो गयी है और तुझसे ज्यादा बेशरम हो गया है ये तेरा बेटी चोद भोसड़ा ? देखो साला कैसे भकर भकर लौड़ा खा रहा है ? और तू बहन चोद अम्मी अपनी बिटिया की बुर चुदवाये चली जा रही है। उसमे लण्ड पेले चली जा रही है। तुझको कोई शर्म लिहाज़ है कि नहीं ?
वह बोली :- अरी फ़िज़ा मैंने शर्म की माँ चोद दी है। अब वह मेरे पास नहीं आती साली ?
फ़िज़ा :- माँ चोदने और माँ चुदाने का काम तो मेरा है तू भोसड़ी की मेरे काम में अडंगा क्यों डालती है ?
आंटी बोली :- मैं अडंगा नहीं डालती ? मैं तो बस लण्ड डालती हूँ लण्ड ?
मैं इन दोनों की बातें सुन सुन कर मज़ा ले रही थी। मैंने देखा की आंटी इस तरह लण्ड अदल बदल कर और गाली दे दे कर चुदवाने का पूरा मज़ा ले रहीं है। बड़ी खुश हो रही थी आंटी । फ़िज़ा भी मस्त हो रही थी। थोड़ी देर में एक एक करे तीनो लण्ड उगलने लगे अपना अपना वीर्य और उन दोनों ने बड़ी शिद्दत से चाटा लण्ड ? रात भर मैंने आंटी का चुदाया भोसड़ा और फ़िज़ा की चुदवाई चूत ? दूसरे दिन आंटी मुझे लेकर मेरी अम्मी के पास पहुंची ?
मेरी अम्मी बोली :- अरे सायरा एक ही दिन में सब कुछ सीख गयी मेरी बेटी ?
आंटी बोली :- अरी मेरी भोसड़ी वाली शबाना, तेरी बेटी सीख नहीं गयी मैं सीख गयी। मेरी बेटी सीख गयी। तू मादर चोद अपनी बेटी को ही नहीं पहचान पायी। तेरी बेटी तो खुद लड़कियों को लण्ड पकड़ना, चाटना, चूसना और लण्ड पीना सिखाती है।
अम्मी बोली :- तू बहन चोद क्या कह रही है सायरा ?
आंटी बोली :- हां मैंने अपनी आँखों से देखा तब कह रही हूँ। इतना ही नहीं तेरी बेटी निदा लड़कियों को माँ चुदवाना सिखाती है। जाने कितनी लड़कियां इसके सिखाने से अपनी माँ मस्ती से चुदवा रही है। मेरी बेटी फ़िज़ा को भी इसी ने सिखाया है यार ? तभी फ़िज़ा बड़ी तेजी से अपनी माँ चुदवाती रहती है ?
अम्मी बोली :- तो फिर उस दिन क्यों मेरे देवर का लौड़ा लुंज पुंज हो गया था ?
आंटी बोली :- अरे यार उस दिन तेरे जाने के बाद निदा नंगी हो गयी और लौड़ा मुंह में ले लिया । उसको एकदम नंगी देख कर तेरा देवर उसके मुंह में ही झड़ गया। अब झड़ा हुआ लण्ड लुंज पुंज तो हो ही जायेगा न ?
अम्मी की भी आँखे खुल गयी ?
आंटी फिर बोली :- और हां कल निदा ने मेरा भोसड़ा चुदाया और मेरी बेटी की बुर चुदाई ? मुझे जितना मज़ा कल चुदाने में आया उतना मज़ा तो मुझे ज़िन्दगी में कभी नहीं आया ? इतने में किसी ने डोर बेल बजा दी। अम्मी ने दरवाजा खोला तो बाहर दो लम्बे चौड़े, तगड़े तनदुरुस्त, गोरे चिट्टे लड़के खड़े थे ? अम्मी ने उन्हें अंदर बैठा लिया और पूंछा तो वे बोले - हम लोगों को निदा ने अपनी माँ चुदवाने के लिए बुलाया है। अब हम उसकी माँ चोदेंगे ? प्लीज आप उसे बुला दे ?
अम्मी वहीँ से खुश होकर बोली - देख निदा कोई तेरी माँ चोदने आया है ?
मैं वहीँ से बोली :- तू मादर चोद उनको वहीँ बैठा दे मैं अभी आती हूँ। और हां मेरी माँ को बता दे कि वह अब अपना भोसड़ा संभाल कर रखे अब उसकी बेटी हर दिन अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाया करेगी ?
मेरी अम्मी मेरी बातें सुनकर फूली नहीं शमा रही थी। मैं उसे खुश देख कर बहुत खुश हो रही थी।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
बातें करने लगी। पहले तो अम्मी इधर उधर की बातें करने लगी फिर बोली अरी
आंटी बोली :- हां शबाना तू बिलकुल सही कह रही है। अब मेरी बेटी को देखो ? वह भी इसी के उम्र की है। वो लण्ड पकड़ने में, लण्ड चाटने में, चूसने में बड़ी तेज हो गयी है। बहन की लौड़ी, पिछले एक साल से चुदवाने भी लगी है। बड़े बड़े लण्ड मस्ती से घुसेड़वा लेती है अपनी चूत में ? मुठ्ठ मारना और लण्ड पीना उसे खूब आता है ? आजकल तो उसने अपनी माँ चुदाना भी शुरू कर दिया है ? कल ही अपने बॉय फ्रेंड को लेकर आयी थी और उसका लण्ड पकड़ कर पेल दिया मेरे भोसड़ा में ? मैं भी मस्त होकर चुदवाने लगी। अब तो हर दूसरे तीसरे दिन वह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है ?
अम्मी बोली :- और एक मैं हूँ जो हमेशा यही सोंचती हूँ की अल्ला वह कौन सा दिन होगा जब मेरी बेटी अपनी माँ चुदवायेगी ? अपने हाथ से अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलेगी ? मैं भी मस्त होकर अपनी बेटी की बुर चुदवाऊँगी ? मैं उस दिन का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार कर रही हूँ।
आंटी ने मुझसे पूंछा :- बोल निदा तू कबसे चुदायेगी अपनी माँ और अपनी माँ का भोसड़ा ?
मैंने कहा :- मुझे क्या मालूम ?
आंटी बोली :- पर यार तुम्हे मालूम कैसे हुआ की निदा को लण्ड पकड़ना नहीं आता ?
अम्मी बोली :- अरे यार कल मेरा देवर मुम्बई से आया था । मैं उसका लौड़ा पकड़ कर हिला रही थी। लौड़ा एकदम से खड़ा हो गया। मैंने आवाज़ लगाई निदा ज़रा यहाँ आना। वह आयी तो मैंने कहा लो ये अंकल का लौड़ा पकड़ो मैं अभी आती हूँ। मैं बाहर चली गयी। थोड़ी देर में जब वापस आयी तो देखा की लौड़ा लुंज पुंज पड़ा है। बेदम पड़ा है लण्ड ? वरना जवान लड़की के हाथ में तो लण्ड कुलांचे भरने लगता है। फनफना कर दन्न से मुंह में घुस जाता है लण्ड ? उसके बाद तो फ़ौरन लड़की की चूत में घुस जाता है उसे भला कौन रोक सकता है ? पर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ ? तब मैं समझ गयी की निदा अभी भी बच्ची है भोसड़ी वाली। उसके अंदर लण्ड का मज़ा लेने की इच्छा ही नहीं पैदा होती ? मैं क्या करूँ ? मैं बड़ी परेशान हूँ ? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है,सायरा ? अब तू ऐसा कर ले जा इस भोसड़ी वाली निदा को कुछ दिन के लिए अपने घर और लगा दे अपनी बेटी के साथ ? शायद सीख जायेगी लण्ड पकड़ना चाटना और चूसना। उसके बाद चुदवाना भी ?
आंटी मुझसे बोली :- चल निदा एक बैग में कुछ कपडे रख ले , चल मेरे घर और सीख ले मेरी बेटी से लण्ड पकड़ने से माँ चुदाने तक। अब मैं तुझे तभी वापस करूंगी जब तू मेरी बेटी की तरह अपनी माँ चुदाना सीख जायेगी ? अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलना सीख जायेगी ? मैं चुपचाप आंटी के साथ उसके घर चली आयी। उसने मुझे बैठाया और अपनी बेटी फ़िज़ा को बुलाया।
आंटी बोली :- देख फ़िज़ा ये निदा है मेरी सहेली शबाना की बेटी ? इसकी उम्र १९ साल की हो गयी है और इस भोसड़ी वाली को अभी तक चुदवाना तो दूर रहा, लण्ड पकड़ना भी नहीं आता ? न तो इसे मालूम है की लण्ड चाटा कैसे जाता है ? लण्ड चूसा कैसे जाता है, लण्ड पिया कैसे जाता है और न ही मालूम है कि चुदवाया कैसे जाता है ? इसकी अम्मी बहुत परेशान है ( इतने में फ़िज़ा कुछ बोलना चाहती थी लेकिन मैंने आँख से चुप रहने का इशारा किया। फ़िज़ा सब बातें अपनी अम्मी से सुनती रही और मन ही मन मुस्कराती रही ) अब तुम इसे ये सब करना सिखा दो बेटी ? उसके बाद इसी की बुर में लण्ड पेल कर बताओ की बुर चुदवायी कैसे जाती है ? सबसे बाद में इसे सिखाओ की माँ चुदवाई कैसे जाती है ? जैसे तू चुदवाती है अपनी माँ ? माँ के भोसड़ा में लण्ड पेला कैसे जाता है जैसे तू मेरे भोसड़ा में पेलती है लण्ड और माँ की गांड मराई कैसे जाती है जैसे तू मराती है मेरी गांड और उसकी चूंची में लण्ड घुसाया कैसे जाता है ? जैसे तू घुसाती है मेरी चूंची में लण्ड ? इस बुर चोदी को बिलकुल ट्रैंड कर दो बेटी तभी यह वापस अपने घर जायेगी ? इससे पूंछ लेना कि यह कबसे अपनी माँ चुदवायेगी ? जिस दिन की तारिख बताये उसके एक दिन पहले इसे वापस कर दूँगी।
आंटी के जाने के बाद मैं और फ़िज़ा खूब खिलखिलाकर हंस पड़ी ?
फ़िज़ा बोली :- यार क्या हो गया है तेरी अम्मी को ? उसे तेरे बारे में कुछ नहीं मालूम ?
मैंने कहा :- अरे छोडो यार माँ चुदाये मेरी बुर चोदी अम्मी ? इन मादर चोदों को क्या मालूम ज़माना कहाँ से कहाँ पहुँच गया है। ये सब ससुरी पुराने विचारों वाली है।
इतने में आंटी आ गयी।
- आंटी बोली :- अरी फ़िज़ा बोल तूने कुछ बताया इस भोसड़ी वाली निदा को ? कुछ २/३ लण्ड का इन्ताम् किया तूने हरामजादी फ़िज़ा की यूँ ही हाथ पे हाथ रखे बैठी हुई है तू ?
- फ़िज़ा बोली :- तू किसे सिखाने की बात कर रही है मेरी भोसड़ी की अम्मी ? निदा तो खुद दुनिया को सिखाती है ? तुझे मालूम है जाने कितनी लड़कियां इससे लण्ड पकड़ना, बुर चुदवाना, और गांड मराना सीखने आती है। इससे अच्छा माँ चुदाने की हिकमत और कोई नहीं सिखा पाती अम्मी ? मैंने अपनी माँ चुदाना इसी निदा से ही सीखा है ? इसी से सीखा है लण्ड पकड़ना, लण्ड चाटना, चूसना और लण्ड पीना ? मैं इसकी ही चेली हूँ ? अब तू चेली से कह रही है की वह अपनी गुरु से सीखे ? तुझे क्या हो गया है मेरी बुर चोदी अम्मी ? तू मेरी माँ है न तुझे भी भोसड़ा चुदवाने के उतने तरीके नहीं मालूम है जितने तरीके निदा बताती है और लड़कियों को सिखाती है। इसकी सिखाई हुई जाने कितनी लड़कियां अपनी माँ मजे से चुदवा रही है ? तुम लोगों का क्या ? बस लण्ड पकड़ा थोडा हिलाया तो खड़ा हो गया लण्ड और फिर खोला अपना भोसड़ा और घुसा लिया भक्क से। बस दो मिनट में खलास ? बस हो गयी चुदाई ? ये कोई चुदाई है अम्मी ?
- आंटी बोली :- तो तू क्या उसमे कुछ और घुसा देती है, बहन की लौड़ी ?
- फ़िज़ा बोली :- तुम लोगों को लण्ड का पूरा पूरा मज़ा लेना आता ही नहीं ? मज़ा तो छोडो तुम लोग ठीक से लण्ड खड़ा भी नहीं कर पाती हो ?
- आंटी बोली :- तो अब तू और निदा मुझे सिखायेंगीं चुदाना ? मुझे सिखायेंगीं लण्ड पकड़ना ?
- इतने में मैं बोली :- मजाक नहीं आंटी मैं सच बता रही हूँ। जितने पर तुम लोग लण्ड बुर में घुसेड़ लेती हो उससे एक इंच ज्यादा लण्ड और खड़ा हो सकता है ? लण्ड हाथ से नहीं दिल से खड़ा जाता है आंटी ? लण्ड हाथ से नहीं प्यार से खड़ा होता है, आंटी ? लण्ड प्यार से चूमने, चाटने और चूसने से खड़ा होता है ? लण्ड से सेक्सी बातें करने से खड़ा होता है ? लण्ड का दिल जीतने से लण्ड और खड़ा होता है ? लण्ड को अपनी तारीफ़ सुनने की आदत होती है इसलिए उसकी खूब तारीफ करो ?
- आंटी बोली :- हाय अल्ला, निदा तूने तो मेरी आँखें खोल दी ? मुझे तो इतनी बातें नहीं मालूम थी। मुझे लग रहा है कि मैं बिलकुल अनाड़ी हूँ बेटी ? तेरी अम्मी शबाना भी अनाड़ी है ? जब लण्ड पकड़ने में इतनी सारी बातें है तो फिर चुदाने और माँ चुदाने में ढ़ेर सारी बातें होंगी निदा ? मैं तो तेरी गुलाम हो गयी बेटी ? पर एक बात बता उस दिन जब तुझे तेरी अम्मी ने लण्ड पकड़ाया तो वह खड़ा क्यों है रहा ? वह ढीला क्यों रहा बेटी ?
- मैंने कहा :- अरे आंटी सीधी सी बात है उस दिन अम्मी मुझे लण्ड पकड़ा कर गयी। मैंने फ़ौरन अपने कपडे खोल डाले और नंगी होकर लण्ड फिर पकड़ लिया। वह मेरी चूंची मेरी चूत मेरी गांड देखता रहा। मैंने जैसे ही लण्ड मुंह में डाला और जबान से अंदर ही अंदर उसके सुपाड़े को चारों तरफ से चाटा तो साला बहन चोद वहीँ झड़ गया। सारा का सारा वीर्य मेरे मुंह में उगल दिया भोसड़ी वाले ने ? उसके बाद तो लण्ड लुंज पुंज हो ही जायेगा न आंटी ? तब तक अम्मी आ गयी। वह समझी मैं ठीक से लण्ड पकड़ ही नहीं पायी ?
- आंटी बोली :- अरे वाह निदा ? बेटी तूने मेरी फिर आँखे खोल दी। यह सच्चाई तेरी माँ को नहीं मालूम बेटी ? उसे जरुर बताना पड़ेगा ?
मैं बोली वाओ, भोसड़ी के आज याद आयी है मेरी चूत की तुझे ? अभी तक क्या गांड मरा रहा था तू माँ का लौड़ा ,,,,,,? माँ चुदा रहा था अपनी ,,,,,,,,? क्या अपनी बहन की बुर में लौड़ा घुसा रहा था ,,,,,,,,,, उसकी माँ की चूत ,,,,,,,,,? उससे कहो पहले मुझसे माँ चुदाना सीखे ,,,,,,,,,? गांड में दम नहीं चला है बुर चोदने ,,,,,,,,,,? वो साली क्या उखाड़ेगी मेरा झांटें,,,,,,,,,? वो क्या कर पायेगी बुर चोदी ? पहले लण्ड पकड़ना सीख ले मुझसे ,,,,,,,,,,,? तुझे मालूम भी है कुछ ? की गांड में सूखा लण्ड नहीं पेला जाता ? नहीं तो गांड भी फट जाती और लांड भी ,,,,,,,,,,? हां हां ठीक है ,,,,,,पहले लण्ड मस्ती से चूसा जाता है चाटा जाता है और फिर उसे पेला जाता है ,,,,,,,,,,,,? उसकी बीवी चोदेगा तू साला ,,,,,,,,,? उसकी माँ का भोसड़ा मुझे मिलेगा तो मैं उसकी माँ चोद दूँगी ,,,,,,,,,? उसका लौड़ा छोटा है यार ,,,,,,,,,,,,? हां उसका है बड़ा लेकिन पतला है मादर चोद का ,,,,,,,? हां अब तू समझा लण्ड बड़ा भी हो और मोटा भी ,,,,,,,,,,? बहन चुदायेगी वो किसी दिन ,,,,,,, ? हां उसके अब्बा का लौड़ा है शानदार ,,,,,,,,,,? ठीक है उससे कहो चुदा ले ,,,,,,,,,,हां कल बात करना ?
मैंने जैसे फोन बंद किया तो आंटी बड़ी देर तक मेरा मुंह देखती रहीं ?
फिर बोली चल निदा मैं तुझे अपने घर छोड़ देती हूँ और तेरी अम्मी को सारी बातें बता देती हूँ। फ़िज़ा बोली हां अम्मी निदा तो अब सबसे पहले अपनी माँ चुदायेगी तो क्यों न एक बार तू इसके सामने चुदवा ले अपना भोसड़ा ? आंटी मान गयी और रात का प्रोग्राम फिट कर लिया ? फ़िज़ा ने फ़टाफ़ट तीन आदमी बुला लिया। तीन वो और तीन हम। पहले ड्रिंक्स और उसके साथ बातें।
फ़िज़ा बोली:- देखो भोसड़ी वालों, आज मैंने तुम सबको अपनी माँ चोदने के लिए बुलाया है। ये है मेरी चुदक्कड़ अम्मी सायरा, ये है मेरी दोस्त बहन चोद निदा और मैं हूँ माँ की लौड़ी फ़िज़ा ? ये रहीम चचा इसकी बहन की बुर साला बड़ा चोदू है, ये है लतीफ़ चचा इसका लण्ड बहन चोद बहुत देर में झड़ता है और ये है नदीम ये साला लड़कयां चोदता है और अपनी बीवी चुदवाता है ।
मैंने कहा :- शाबास फ़िज़ा तुमने ठीक कहा। जब भी कोई सेक्स पार्टी करो तो खुल कर लण्ड चूत गांड चूंची झांट चूतड़ सब खुल कर बोलो। मस्ती की गालियां दो लेकिन गुस्से से नहीं बल्कि प्यार से ?
नशा चढ़ा तो सबके कपडे खुलने लगे। आंटी ने रहीम का लौड़ा पकड़ा फ़िज़ा ने नदीम का लौड़ा और मैंने लतीफ़ का लौड़ा ? वे सब चूंची और चूत सहलाने लगे। फिर मैंने कहा रहीम अब तुम आंटी का भोसड़ा चाटो। लतीफ़ तुम अपना लण्ड झुक कर आंटी के मुंह में डालो और उसकी चूंची चाटो / चूसो। फ़िज़ा आओ हम तुम नदीम का लौड़ा चूसें ? थोड़ी देर में मैंने रहीम का लण्ड आंटी के मुंह में घुसा दिया और लतीफ़ से उसका भोसड़ा चटवाने लगी। आंटी को मज़ा आने लगा . इधर मैं कभी सुपाड़ा तो फ़िज़ा पेल्हड़ और जब मैं पेल्हड़ चाटती तो फ़िज़ा सुपाड़ा। आंटी का भोसड़ा उठा। अब वह बड़ी बुरी तरह लण्ड माँगने लगा। मैंने लतीफ़ को इशारा किया तो उसने घुसा दिया लण्ड और चोदने लगा। आंटी रहीम का लौड़ा चाटते हुए चुदवाने लगी। इधर मैंने फ़िज़ा की चूत में नदीम का लण्ड घुसा दिया। वह भी मस्ती से चुदवाने लगी। मैंने कहा मादर चोदों पूरा पूरा लौड़ा घुसेड़ घुसेड़ कर चोदो नहीं तो मैं गांड मारूंगी। दोनों माँ बेटी बुर चोदी एक दूसरे के सामने बड़ी बेशर्मी से चुदवाने लगी।
आंटी बोली :- तू भोसड़ी की हरामजादी फ़िज़ा अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा रही है। तुझे तनिक भी लज्जा नहीं आती बुर चोदी ? बड़ी बेशर्म हो गयी है तू ससुरी ?
फ़िज़ा बोली :- बेशरम तो तू हो गयी है और तुझसे ज्यादा बेशरम हो गया है ये तेरा बेटी चोद भोसड़ा ? देखो साला कैसे भकर भकर लौड़ा खा रहा है ? और तू बहन चोद अम्मी अपनी बिटिया की बुर चुदवाये चली जा रही है। उसमे लण्ड पेले चली जा रही है। तुझको कोई शर्म लिहाज़ है कि नहीं ?
वह बोली :- अरी फ़िज़ा मैंने शर्म की माँ चोद दी है। अब वह मेरे पास नहीं आती साली ?
फ़िज़ा :- माँ चोदने और माँ चुदाने का काम तो मेरा है तू भोसड़ी की मेरे काम में अडंगा क्यों डालती है ?
आंटी बोली :- मैं अडंगा नहीं डालती ? मैं तो बस लण्ड डालती हूँ लण्ड ?
मैं इन दोनों की बातें सुन सुन कर मज़ा ले रही थी। मैंने देखा की आंटी इस तरह लण्ड अदल बदल कर और गाली दे दे कर चुदवाने का पूरा मज़ा ले रहीं है। बड़ी खुश हो रही थी आंटी । फ़िज़ा भी मस्त हो रही थी। थोड़ी देर में एक एक करे तीनो लण्ड उगलने लगे अपना अपना वीर्य और उन दोनों ने बड़ी शिद्दत से चाटा लण्ड ? रात भर मैंने आंटी का चुदाया भोसड़ा और फ़िज़ा की चुदवाई चूत ? दूसरे दिन आंटी मुझे लेकर मेरी अम्मी के पास पहुंची ?
मेरी अम्मी बोली :- अरे सायरा एक ही दिन में सब कुछ सीख गयी मेरी बेटी ?
आंटी बोली :- अरी मेरी भोसड़ी वाली शबाना, तेरी बेटी सीख नहीं गयी मैं सीख गयी। मेरी बेटी सीख गयी। तू मादर चोद अपनी बेटी को ही नहीं पहचान पायी। तेरी बेटी तो खुद लड़कियों को लण्ड पकड़ना, चाटना, चूसना और लण्ड पीना सिखाती है।
अम्मी बोली :- तू बहन चोद क्या कह रही है सायरा ?
आंटी बोली :- हां मैंने अपनी आँखों से देखा तब कह रही हूँ। इतना ही नहीं तेरी बेटी निदा लड़कियों को माँ चुदवाना सिखाती है। जाने कितनी लड़कियां इसके सिखाने से अपनी माँ मस्ती से चुदवा रही है। मेरी बेटी फ़िज़ा को भी इसी ने सिखाया है यार ? तभी फ़िज़ा बड़ी तेजी से अपनी माँ चुदवाती रहती है ?
अम्मी बोली :- तो फिर उस दिन क्यों मेरे देवर का लौड़ा लुंज पुंज हो गया था ?
आंटी बोली :- अरे यार उस दिन तेरे जाने के बाद निदा नंगी हो गयी और लौड़ा मुंह में ले लिया । उसको एकदम नंगी देख कर तेरा देवर उसके मुंह में ही झड़ गया। अब झड़ा हुआ लण्ड लुंज पुंज तो हो ही जायेगा न ?
अम्मी की भी आँखे खुल गयी ?
आंटी फिर बोली :- और हां कल निदा ने मेरा भोसड़ा चुदाया और मेरी बेटी की बुर चुदाई ? मुझे जितना मज़ा कल चुदाने में आया उतना मज़ा तो मुझे ज़िन्दगी में कभी नहीं आया ? इतने में किसी ने डोर बेल बजा दी। अम्मी ने दरवाजा खोला तो बाहर दो लम्बे चौड़े, तगड़े तनदुरुस्त, गोरे चिट्टे लड़के खड़े थे ? अम्मी ने उन्हें अंदर बैठा लिया और पूंछा तो वे बोले - हम लोगों को निदा ने अपनी माँ चुदवाने के लिए बुलाया है। अब हम उसकी माँ चोदेंगे ? प्लीज आप उसे बुला दे ?
अम्मी वहीँ से खुश होकर बोली - देख निदा कोई तेरी माँ चोदने आया है ?
मैं वहीँ से बोली :- तू मादर चोद उनको वहीँ बैठा दे मैं अभी आती हूँ। और हां मेरी माँ को बता दे कि वह अब अपना भोसड़ा संभाल कर रखे अब उसकी बेटी हर दिन अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाया करेगी ?
मेरी अम्मी मेरी बातें सुनकर फूली नहीं शमा रही थी। मैं उसे खुश देख कर बहुत खुश हो रही थी।
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