एक दिन मेरा दोस्त समीर मेरे साथ बैठा व्हिस्की पी रहा था। उधर से मेरी बीवी कुछ स्नैक्स लेकर आ गयी
और वह भी हमारे साथ बैठ कर व्हिस्की पीने लगी। समीर बार बार मेरी बीवी को देख रहा था। उसकी निगाहें मेरी बीवी की चूंचियों पर टिक जाती थी। इसके दो कारण थे एक तो मेरी बीवी की चूंचियां बड़ी बड़ी है और दूसरा यह कि वह कपडे कम पहनती है। उसकी आधी चूंचियां तो हमेशा नंगी ही रहती है। मैं समझ गया की इसकी नियत ख़राब हो रही है। मेरी बीवी भी तिरछी निगाह से देख देख कर बातें कर रही थी।
समीर बोला :- यार शेखर, महिमा भाभी तो बहुत सुन्दर है ?
मैंने कहा :- हां तुम ठीक कह रहे हो ?
वह बोला :- यार तुम बहुत लकी हो ? हर एक को ऐसी बीवी नहीं मिलती ?
मैंने कहा :- ऐसा नहीं है यार बात यह है की सबको हमेशा दूसरे की बीवी अच्छी लगती है।
तब तक महिमा आ गयी। वह अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गयी।
फिर एकदम से बोल पड़ी :- भाई साहेब बीवी तो आपकी भीं बड़ी खूबसूरत है। श्वेता भाभी को कौन नहीं जानता ? वह तो अपनी खूबसूरती के लिए बड़ी मशहूर है।
वह बोला :- वह दूसरों के लिए खूबसूरत है मेरे लिए नहीं ?
मैं थोडा थोडा समझने लगा। मैंने उसकी बीवी देखी है कई बार मिल भी चुका हूँ। बातें भी वह बड़ी अच्छी अच्छी करती है। मुझे तो वाकई बड़ी अच्छी लगी श्वेता भाभी फिर यह ऐसा क्यों कह रहा है ? खैर हम तीनो फिर व्हिकसी पीने में मस्त हो गये । जब वह बार बार मेरी बीवी की खूबसूरती की तारीफ करने लगा।
तब मैंने कहा :- यार , अपने मन की बात बताओ मुझे ? कोई झिझक करने की जरुरत नहीं है ?
वह बोला :- नहीं यार ऐसी कोई बात नहीं है लेकिन महिमा भाभी बहुत अच्छी लगती है।
मैंने कहा :- अच्छी लगती है तो फिर खुल कर चोदो मेरी बीवी ? न कोई शर्माने की बात है और न कोई डरने की ?
वह मुस्कराकर बोला :- नहीं नहीं यार मेरा मतलब यह नहीं है ? मुझे गलत मत समझो शेखर ?
मैंने कहा :- यार मैं मन से कह रहा हूँ। मैं जानता हूँ तुम्हारी कोई गलती नहीं है। हर एक आदमी को खूबसूरत चीज अच्छी लगती है। अगर मेरी बीवी तुम्हे अच्छी लगती है तो फिर उसे खुल्लम खुल्ला चोदो ? मैं कह रहा हूँ। और अगर तुम चोदना नहीं चाहते तो मुझे लगेगा की तुम झूंठी तारीफ कर रहे हो।
तब वह थोड़ी देर सोंचने लगा। उधर मेरी बीवी मन ही मन खुश हो रही थी। फिर मैंने अपनी बीवी से कहा यार महिमा समीर को अंदर कमरे में ले जाओ और खूब मस्ती से चुदवाओ ? खुश कर दो इस भोसड़ी वाले को ? तब तक मैं बाहर चला जाता हूँ। महिमा उसे लेकर चली गयी।
दोस्तों, मेरी बीवी वाकई बड़ी खूबसूरत है। और मैंने यह देखा है की खूबसूरत बीवियां अक्सर बदचलन होती है।क्योंकि उन्हें चोदने वाले लोग बड़ी आसानी से मिल जाते है। उन्हें तो हर आदमी अपना लण्ड पकड़ाना चाहता है। हर आदमी उन्हें चोदने के लिए तैयार हो जाता है । और खूबसूरत बीवियां इसी बात का फायदा उठाती है। मेरी बीवी भी इसी बात का फायदा उठा रही है। देखो न मेरे ही घर में मेरे दोस्त से अंदर कमरे में बड़ी ख़ुशी ख़ुशी चुदवाने के लिए चली गयी है। समीर हैंडसम है और मेरी बीवी को गैर मर्दों से चुदवाने का चस्का है।
मैंने वहाँ से सीधा श्वेता भाभी को फोन किया और कहा भाभी समीर मेरी बीवी चोदने अंदर कमरे में गया है। मेरी बीवी भी ख़ुशी ख़ुशी उससे चुदवाने चली गयी है।
वह बोली ;- ठीक है अब तुम सीधे यहाँ आ जाओ और मुझे चोदो ।
दोस्तों, मैं उतना हैंडसम नहीं हूँ लेकिन भगवान् ने मेरा लण्ड बहुत बड़ा और बहुत बढ़िया बनाया है। ९" लंबा और ५ १/२ " मोटा लण्ड है मेरा ? खड़ा होने पर लोहे की तरह कड़क हो जाता है बहन चोद ? जिसकी बीवी एक बार चुदवा लेती है वह बार बार चुदवाने आती है। मेरे लण्ड का मज़ा मेरी बीवी नहीं लेती लेकिन दूसरों की बीवियां खूब लेती है। श्वेता भाभी की सारी सहेलियां मुझसे चुदवाती है। श्वेता भाभी तो मेरे लण्ड की दीवानी है। वह कहती है की शेखर तेरे लण्ड के आगे समीर का लण्ड कहीं टिकता ही नहीं ? समीर का लण्ड तेरे लण्ड के आगे बौना लगता है। इसीलिए मैं उससे नहीं तुमसे चुदवाना पसंद करती हूँ। मैं जैसे ही श्वेता भाभी के घर पहुंचा तो उसे फ़ौरन दरवाजा खोला। मैंने देखा कि वह चूंचियों तक अपना पेटीकोट पहने है। मेरे अंदर घुसते ही बंद किया और पेटीकोट खोल के फेंक दिया। वह एकदम नंगी नंगी मेरे सामने खड़ी हो गयी। उसकी मदमस्त चूंचियां देखकर मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा । उसकी चिकनी चूत, मोटी मोटी जांघें, बड़े बड़े चूतड़ और सेक्सी गांड देख कर मेरा लण्ड आपे से बाहर होने लगा। भाभी मेरे कपडे खोलने लगी और बोलने लगी तेरी बीवी बुर चोदी अब तक मेरे मियां का लण्ड घुसा चुकी होगी अपनी बुर में ? अब तुम भी खोलो इस भोसड़ी वाले लण्ड को और घुसा दो मेरी हरामजादी बुर में ? मेरी बुर का सबसे ज्यादा चहेता लण्ड तेरा ही लण्ड है शेखर ? बाद देखते ही देखते मैं एकदम नंगा हो गया और भाभी मेरा लण्ड पकड़ कर चूमने लगी। बड़े प्यार से लेने लगी मेरी लण्ड की चुम्मी ? मैं इतने में और गनगना उठा। मैंने भाभी को अपनी बाहों में भर लिया और उसका पूरा बदन चूमने लगा। मुझे भाभी तो ज़न्नत की हूर नज़र आ रही थी। उसके चूतड़ों पर गांड पर और चूत पर हाथ फेरने लगा। वह भी मेरा लण्ड सहलाने में जुटी थी। मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे कर रही थी।
वह बोली :- जानते हो शेखर, कल जब तुम रोहित की बीवी चोद रहे थे तो मैं यहाँ कामिनी के हसबैंड से चुदवा रही थी। उसका भी लौड़ा बड़ा मस्त निकला यार ? लेकिन वह भी तेरे लण्ड से बड़ा नहीं है।
मैंने कहा :- हां भाभी रोहित की बीवी तो लण्ड ज्यादा चूसती है और चुदवाती कम है। उसे लण्ड पीने का जबर्दस्त शौक है। कभी कभी मैं अपने दोस्तों के लण्ड पिलवा देता हूँ उसे। तब वह बड़ी खुश हो जाती है। अब तो वह मुझसे गांड उठा उठा खूब मजे से चुदवाती है भाभी ?
वह बोली :- तुमने कभी कामिनी की बुर चोदी है शेखर ?
मैंने कहा :- नहीं भाभी बिलकुल नहीं ? मैं तो उसे जानता भी नहीं ?
वह बोली :- तो आज रात को फिर आना मेरे घर मैं तुमसे कामिनी की बुर चुदवाऊँगी ? बड़ा मस्त चुदवाने वाली बीवी है। मैंने उसे अपने सामने चुदवाते हुए देखा है. मैं अपने हसबैंड को किसी की बीवी चोदने भेज दूँगी ?
मैंने कहा :- हा ठीक है भाभी मैं अपने किसी दोस्त को अपनी बीवी चोदने के काम पर लगा दूंगा ? वह ससुरी रात भर चुदवायेगी उससे और मैं यहाँ रात भर तुम्हे चोदूँगा और कामिनी को चोदूंगा ? बस श्वेता भाभी ने लण्ड अपनी चूत पे रखा और मैंने एक जोर का धक्का मारा तो लौड़ा गप्प से सरसराता हुआ घुस गया चूत में ? भाभी बोली हाय आज तो कुछ ज्यादा ही मोटा लग रहा है तेरा लौड़ा शेखर ? लगता है की लोगों की बीवियां चोद चोद कर बड़ा मोटा होता जा रहा है तेरा मादर चोद लण्ड ? मैं मस्ती से चोदने लगा और वह मस्ती से चुदवाने लगी। मैंने कहा :- भाभी एक बात मैंने महसूस किया है ? मैं तुझे कई बार चोद चुका हूँ, लेकिन हर बार मुझे ऐसा मज़ा आता है जैसे मैं तेरी बुर पहली बार चोद रहा हूँ ? ऐसा क्यों होता है भाभी ?
वह बोली :- ऐसा इसलिए होता है की मैं तुम्हे दिल से चाहती हूँ और तुम दिल से चोदते हो ? तुम मुझे दिल से चाहते हो और मैं तुमसे दिल से चुदवाती हूँ ?
अब श्वेता भाभी और मस्ती से चुदवाने लगी। कभी आगे से कभी पीछे से कभी ऊपर से कभी नीचे से ? कभी इस तरफ से कभी उस तरफ से। भाभी हर तरफ से लण्ड का मज़ा ले रही थी और मुझे हर तरफ से उसकी चूत का मज़ा मिल रहा था। मैं तो बस चूंचियां देख देख कर उन्हें पकड़ पकड़ कर चोदे चला जा रहा था। फिर मैंने कहा भाभी अब मैं निकले वाला हूँ। तब भाभी लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी। मैं मस्ती से झूमने लगा । भाभी बोली भोसड़ी के शेखर मेरे में ही गिराना ? मैं तेरा लण्ड पियूंगी। बस फिर क्या भाभी ने मजे से लौड़ा पिया ? दूसरे दिन मेरे घर मेरा एक और दोस्त ऋषि आ गया। मैंने उसे शराब पिलाना शुरू किया और मेरी बीवी सिर्फ ब्रा और पेटीकोट पहने उसके बगल में बैठ गयी। ब्रा इतनी छोटी थी कि उसमे से चूंचियां बाहर झाँक रही थी। ऋषि तो उसी में उलझा हुआ था।
जब उसे नशा चढ़ा तो मैंने उससे पूंछा :- ऋषि तुझे मेरी बीवी कैसी लग रही है ?
वह बोला :- बड़ी मस्त लग रही है महिमा भाभी ?
मैंने बोला :- तो बोलो तेरी इच्छा मेरी बीवी चोदने की है ?
उसने मेरी बीवी की तरफ देख कर कहा :- अरे यार नहीं नहीं ऐसा कैसे हो सकता है ? भाभी क्या कहेंगी ?
मैंने कहा :- तेरी भाभी ही कह रही है यार ? वह अगर तुमसे चुदवाने के लिए तैयार हो तो ?
तब मेरी बीवी ने अपना सर हिला कर हां कर दी। ऋषि का चेहरा खिल गया।
मैंने कहा :- यार ऋषि तू बिलकुल संकोच न कर ? खुल कर चोदो मेरी बीवी ?
मैं बाहर जा रहा हूँ। मेरी बीवी ऋषि को लेकर कमरे में चली गयी और मैं श्वेता भाभी के घर चला गया। उधर श्वेता भाभी का हसबैंड जब घर आया तो उसने पूंछा :- आज किसकी बीवी चोदने का प्लान है।
वह बोला :- आज तो यहीं घर पर रहूंगा । आज किसी की बीवी चोदने का प्लान नहीं है।
भाभी सोंचने लगी कि अगर यह घर पर रहेगा तो मेरा प्लान चौपट हो जायेगा। इसलिए उसने फ़ौरन अपनी दोस्त रीना को फोन कर दिया और उससे कहा यार आज क्या कर रही तुम ? वह बोली कुछ नहीं यार आज मैं अकेली ही हूँ। बड़ी बोर हो रही हूँ। तब श्वेता भाभी बोली यार रीना तू मेरे पति से चुदवा ले न ? तेरा मन लग जायेगा ? अच्छा बता पहले कभी चुदवाया तूने मेरे पति से। वह बोली नहीं बिलकुल नहीं चुदवाया। तब भाभी ने कहा यार मैं अभी उसे भेज रही हूँ। बड़ा मस्त लौड़ा है मेरे पति का ? तू चुदवायेगी तो तुझे मज़ा आ जायेगा ? इधर श्वेता भाभी ने अपने पति से कहा यार अभी अभी फोन आया है। मेरी सहेली रीना तुमसे चुदवाना चाहती है। तुम अभी चले जाओ और चोदो उसे रात भर। बहुत मस्तानी बुर है उसकी ? वह चला गया।
अब मैदान बिलकुल खाली हो गया। मैं श्वेता के घर पहुँच गया।
उधर से कामिनी भाभी आ गयी।
मैंने जब उसे पहली बार देखा तो देखता ही रह गया । इतनी सुन्दर औरत आज मैं पहली बार देख रहा था। गोरी चिट्टी, बड़ी बड़ी आँखे गोल चेहरा, गुलाबी होंठ, गुलाबी गाल, लम्बे बाल, बड़ी बड़ी मद मस्त चूंचियां, पतली कमर, गुदाज़ बाहें, और बड़े बड़े चूतड़ देख कर मैं मस्त हो गया। मेरी क्या किसी की भी बीवी उसके आगे ठहरती ही नहीं। मैंने उसे विश किया तो उसन बड़ी अदा से झुक कर मुस्कराते हुए उसका जबाब दिया। मेरा लण्ड साला नीचे हरकतें करने लगा।
तब तक श्वेता भाभी आ गयी और बोली अरे शेखर है ये है मेरी भोसड़ीवाली कामिनी भाभी ? जिसका ज़िकर मैं तुमसे करती थी। फिर बोली कामिनी ये है मेरा मुंह बोला देवर मिस्टर शेखर मैं इसकी बड़ी दीवानी हूँ और इसके लण्ड की दीवानी इससे ज्यादा ? कामिनी मुसकराने लगी। उसका हर गन्दी गाली पर मुस्कराना मुझे पागल बना रहा था। भाभी ने ड्रिंक्स बनाई और हम तीनो पीने में मस्त होने लगे। श्वेता ने अपनी ब्रा उतार दी थी और उसकी चूंचियां देख देख कर मैं पीटा जा रहा था। इतने में कामिनी ने भी अपनी ब्रा उतर दी। उसकी चूंची देख कर तो मैं होश खो बैठा। उसकी चूंची श्वेता की चूंचियों से बड़ी थी। मैं उठ कर उसके पास बैठ गया और उसकी चूंचियों पर हाथ रख दिया। वह धीरे से मुझसे बोली क्या तेरा लण्ड बहन चोद ज्यादा परेशान कर रहा है। उसके मुंह से 'लण्ड' सुनकर मेरे बदन में आग लग गयी।
मैंने चूंची कस के दबा दी। फिर थोड़ी देर में उसके पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया। मेरी ऊँगलियाँ उसकी चूत सहलाने लगी। मुझे लगा की उसकी छोटी छोटी झांटें है। वह फिर बोली भोसड़ी के क्या तू मेरा पेटी कोट खोल नहीं सकता ? क्या मेरी चूत पर कर्फू लगा है। मेरी हिम्मत बढ़ गयी और मैंने उसे बिलकुल नंगी कर दिया। कामिनी एक दम नंगी नंगी बैठी शराब पीने लगी। और मैंने फिर श्वेता को भी नंगी कर दिया। दोनों बीवियां म्यूजिक पर डांस करने लगी और मैं मज़ा लेने लगा। थोड़ी देर में उन दोनों ने मुझे नंगा किया और मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड एकदम से टन्ना गया। और झूमने लगा। उसका सुपाड़ा अपने आप हिलने लगा । कामिनी तो बड़ी देर तक लण्ड देखती रही।
कामिनी बोली :- यार श्वेता इसका लौड़ा तो सबसे बड़ा है यार ? इतना बड़ा लण्ड मैं पहली बार देख रही हूँ।
श्वेता बोली :- आज यही लण्ड तेरी चूत में घुसेगा बहन चोद ?
कामिनी बोली :- तो ये भोसड़ी का शेखर मेरी बुर चोदेगा ?
अब कामिनी बिलकुल खुल चुकी थी।
वह फिर बोली :- अगर ये मेरी बुर चोदेगा तो मैं इसके लण्ड की माँ चोदूँगी ? लण्ड साला मुझे बड़ा प्यारा लग रहा है। ऐसा कह कर कामिनी लण्ड चाटने लगी। बस ५ मिनट में श्वेता ने मेरा लण्ड पकड़ा और कामिनी की बुर में ठोंक दिया। मैं गचागच चोदने लगा। मेरे बगल में बैठी श्वेता भाभी मुझे कामिनी की बुर चुदवाने लगी। कामिनी जब मेरे लण्ड पर बैठी तो मज़ा आ गया और श्वेता भाभी ने अपनी बुर मेरे मुंह पे रख दी। मैं एक बुर चाट रहा था और दूसरी बुर चोद रहा था। मैं बड़ा लकी था। मुझसे चुदवाने बड़ी बड़ी बीवियां आती है। एक बीवी चुदवाकर जाती है तो वह १० बीवियों को मेरे लण्ड के बारे में बताती है।
इसी तरह मैं एक दिन परणीता भाभी को चोद रहा था। मैं उसे पहले भी कई बार चोद चुका था। परणीता मेरी बीवी महिमा की बड़ी अच्छी दोस्त है। वह मेरा लण्ड मुठ्ठी में लेकर हिला रही थी। इतने में मेरी बीवी कमरे में आ गयी। उसने मेरा लण्ड देखा तो दंग रह गयी। उसने कहा यार परणीता तू सही कह रही थी। मैंने इसके पहले अपने मियां का लौड़ा ठीक से कभी पकड़ा ही नहीं ? मैं तो समझती थी की इसका लण्ड छोटा है। सुहागरात में मैं इसके लण्ड का सही साईज़ नहीं जान सकी ? पता नहीं यह बात मुझे किसने बताई थी। बस तभी से मैं गैर मर्दों से चुदवाने लगी क्योंकि मुझे बड़े और मोटे लण्ड से ही चुदाना पसंद है। मेरे मियां ने कभी मुझे दूसरों से चुदवाने के लिए मना नहीं किया। बल्कि मुझे अपने दोस्तों से चुदवाता रहा। आज तुमने मेरी आँखें खोल दी है। अब मैं पछता रही हूँ कि मैंने खुद पहले इसका लण्ड पकड़ कर क्यों है देखा ? परणीता बोली यार पछताने की कोई जरुरत नहीं है। जबसे जागे तभी सवेरा ? अब तुम अपने मियां से खूब चुदाओ लेकिन हम जैसी उन बीवियों का जरुर ख्याल रखना जो इसके लण्ड की दीवानी है।
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और वह भी हमारे साथ बैठ कर व्हिस्की पीने लगी। समीर बार बार मेरी बीवी को देख रहा था। उसकी निगाहें मेरी बीवी की चूंचियों पर टिक जाती थी। इसके दो कारण थे एक तो मेरी बीवी की चूंचियां बड़ी बड़ी है और दूसरा यह कि वह कपडे कम पहनती है। उसकी आधी चूंचियां तो हमेशा नंगी ही रहती है। मैं समझ गया की इसकी नियत ख़राब हो रही है। मेरी बीवी भी तिरछी निगाह से देख देख कर बातें कर रही थी।
समीर बोला :- यार शेखर, महिमा भाभी तो बहुत सुन्दर है ?
मैंने कहा :- हां तुम ठीक कह रहे हो ?
वह बोला :- यार तुम बहुत लकी हो ? हर एक को ऐसी बीवी नहीं मिलती ?
मैंने कहा :- ऐसा नहीं है यार बात यह है की सबको हमेशा दूसरे की बीवी अच्छी लगती है।
तब तक महिमा आ गयी। वह अपनी तारीफ सुनकर खुश हो गयी।
फिर एकदम से बोल पड़ी :- भाई साहेब बीवी तो आपकी भीं बड़ी खूबसूरत है। श्वेता भाभी को कौन नहीं जानता ? वह तो अपनी खूबसूरती के लिए बड़ी मशहूर है।
वह बोला :- वह दूसरों के लिए खूबसूरत है मेरे लिए नहीं ?
मैं थोडा थोडा समझने लगा। मैंने उसकी बीवी देखी है कई बार मिल भी चुका हूँ। बातें भी वह बड़ी अच्छी अच्छी करती है। मुझे तो वाकई बड़ी अच्छी लगी श्वेता भाभी फिर यह ऐसा क्यों कह रहा है ? खैर हम तीनो फिर व्हिकसी पीने में मस्त हो गये । जब वह बार बार मेरी बीवी की खूबसूरती की तारीफ करने लगा।
तब मैंने कहा :- यार , अपने मन की बात बताओ मुझे ? कोई झिझक करने की जरुरत नहीं है ?
वह बोला :- नहीं यार ऐसी कोई बात नहीं है लेकिन महिमा भाभी बहुत अच्छी लगती है।
मैंने कहा :- अच्छी लगती है तो फिर खुल कर चोदो मेरी बीवी ? न कोई शर्माने की बात है और न कोई डरने की ?
वह मुस्कराकर बोला :- नहीं नहीं यार मेरा मतलब यह नहीं है ? मुझे गलत मत समझो शेखर ?
मैंने कहा :- यार मैं मन से कह रहा हूँ। मैं जानता हूँ तुम्हारी कोई गलती नहीं है। हर एक आदमी को खूबसूरत चीज अच्छी लगती है। अगर मेरी बीवी तुम्हे अच्छी लगती है तो फिर उसे खुल्लम खुल्ला चोदो ? मैं कह रहा हूँ। और अगर तुम चोदना नहीं चाहते तो मुझे लगेगा की तुम झूंठी तारीफ कर रहे हो।
तब वह थोड़ी देर सोंचने लगा। उधर मेरी बीवी मन ही मन खुश हो रही थी। फिर मैंने अपनी बीवी से कहा यार महिमा समीर को अंदर कमरे में ले जाओ और खूब मस्ती से चुदवाओ ? खुश कर दो इस भोसड़ी वाले को ? तब तक मैं बाहर चला जाता हूँ। महिमा उसे लेकर चली गयी।
दोस्तों, मेरी बीवी वाकई बड़ी खूबसूरत है। और मैंने यह देखा है की खूबसूरत बीवियां अक्सर बदचलन होती है।क्योंकि उन्हें चोदने वाले लोग बड़ी आसानी से मिल जाते है। उन्हें तो हर आदमी अपना लण्ड पकड़ाना चाहता है। हर आदमी उन्हें चोदने के लिए तैयार हो जाता है । और खूबसूरत बीवियां इसी बात का फायदा उठाती है। मेरी बीवी भी इसी बात का फायदा उठा रही है। देखो न मेरे ही घर में मेरे दोस्त से अंदर कमरे में बड़ी ख़ुशी ख़ुशी चुदवाने के लिए चली गयी है। समीर हैंडसम है और मेरी बीवी को गैर मर्दों से चुदवाने का चस्का है।
मैंने वहाँ से सीधा श्वेता भाभी को फोन किया और कहा भाभी समीर मेरी बीवी चोदने अंदर कमरे में गया है। मेरी बीवी भी ख़ुशी ख़ुशी उससे चुदवाने चली गयी है।
वह बोली ;- ठीक है अब तुम सीधे यहाँ आ जाओ और मुझे चोदो ।
दोस्तों, मैं उतना हैंडसम नहीं हूँ लेकिन भगवान् ने मेरा लण्ड बहुत बड़ा और बहुत बढ़िया बनाया है। ९" लंबा और ५ १/२ " मोटा लण्ड है मेरा ? खड़ा होने पर लोहे की तरह कड़क हो जाता है बहन चोद ? जिसकी बीवी एक बार चुदवा लेती है वह बार बार चुदवाने आती है। मेरे लण्ड का मज़ा मेरी बीवी नहीं लेती लेकिन दूसरों की बीवियां खूब लेती है। श्वेता भाभी की सारी सहेलियां मुझसे चुदवाती है। श्वेता भाभी तो मेरे लण्ड की दीवानी है। वह कहती है की शेखर तेरे लण्ड के आगे समीर का लण्ड कहीं टिकता ही नहीं ? समीर का लण्ड तेरे लण्ड के आगे बौना लगता है। इसीलिए मैं उससे नहीं तुमसे चुदवाना पसंद करती हूँ। मैं जैसे ही श्वेता भाभी के घर पहुंचा तो उसे फ़ौरन दरवाजा खोला। मैंने देखा कि वह चूंचियों तक अपना पेटीकोट पहने है। मेरे अंदर घुसते ही बंद किया और पेटीकोट खोल के फेंक दिया। वह एकदम नंगी नंगी मेरे सामने खड़ी हो गयी। उसकी मदमस्त चूंचियां देखकर मेरा लौड़ा खड़ा होने लगा । उसकी चिकनी चूत, मोटी मोटी जांघें, बड़े बड़े चूतड़ और सेक्सी गांड देख कर मेरा लण्ड आपे से बाहर होने लगा। भाभी मेरे कपडे खोलने लगी और बोलने लगी तेरी बीवी बुर चोदी अब तक मेरे मियां का लण्ड घुसा चुकी होगी अपनी बुर में ? अब तुम भी खोलो इस भोसड़ी वाले लण्ड को और घुसा दो मेरी हरामजादी बुर में ? मेरी बुर का सबसे ज्यादा चहेता लण्ड तेरा ही लण्ड है शेखर ? बाद देखते ही देखते मैं एकदम नंगा हो गया और भाभी मेरा लण्ड पकड़ कर चूमने लगी। बड़े प्यार से लेने लगी मेरी लण्ड की चुम्मी ? मैं इतने में और गनगना उठा। मैंने भाभी को अपनी बाहों में भर लिया और उसका पूरा बदन चूमने लगा। मुझे भाभी तो ज़न्नत की हूर नज़र आ रही थी। उसके चूतड़ों पर गांड पर और चूत पर हाथ फेरने लगा। वह भी मेरा लण्ड सहलाने में जुटी थी। मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे कर रही थी।
वह बोली :- जानते हो शेखर, कल जब तुम रोहित की बीवी चोद रहे थे तो मैं यहाँ कामिनी के हसबैंड से चुदवा रही थी। उसका भी लौड़ा बड़ा मस्त निकला यार ? लेकिन वह भी तेरे लण्ड से बड़ा नहीं है।
मैंने कहा :- हां भाभी रोहित की बीवी तो लण्ड ज्यादा चूसती है और चुदवाती कम है। उसे लण्ड पीने का जबर्दस्त शौक है। कभी कभी मैं अपने दोस्तों के लण्ड पिलवा देता हूँ उसे। तब वह बड़ी खुश हो जाती है। अब तो वह मुझसे गांड उठा उठा खूब मजे से चुदवाती है भाभी ?
वह बोली :- तुमने कभी कामिनी की बुर चोदी है शेखर ?
मैंने कहा :- नहीं भाभी बिलकुल नहीं ? मैं तो उसे जानता भी नहीं ?
वह बोली :- तो आज रात को फिर आना मेरे घर मैं तुमसे कामिनी की बुर चुदवाऊँगी ? बड़ा मस्त चुदवाने वाली बीवी है। मैंने उसे अपने सामने चुदवाते हुए देखा है. मैं अपने हसबैंड को किसी की बीवी चोदने भेज दूँगी ?
मैंने कहा :- हा ठीक है भाभी मैं अपने किसी दोस्त को अपनी बीवी चोदने के काम पर लगा दूंगा ? वह ससुरी रात भर चुदवायेगी उससे और मैं यहाँ रात भर तुम्हे चोदूँगा और कामिनी को चोदूंगा ? बस श्वेता भाभी ने लण्ड अपनी चूत पे रखा और मैंने एक जोर का धक्का मारा तो लौड़ा गप्प से सरसराता हुआ घुस गया चूत में ? भाभी बोली हाय आज तो कुछ ज्यादा ही मोटा लग रहा है तेरा लौड़ा शेखर ? लगता है की लोगों की बीवियां चोद चोद कर बड़ा मोटा होता जा रहा है तेरा मादर चोद लण्ड ? मैं मस्ती से चोदने लगा और वह मस्ती से चुदवाने लगी। मैंने कहा :- भाभी एक बात मैंने महसूस किया है ? मैं तुझे कई बार चोद चुका हूँ, लेकिन हर बार मुझे ऐसा मज़ा आता है जैसे मैं तेरी बुर पहली बार चोद रहा हूँ ? ऐसा क्यों होता है भाभी ?
वह बोली :- ऐसा इसलिए होता है की मैं तुम्हे दिल से चाहती हूँ और तुम दिल से चोदते हो ? तुम मुझे दिल से चाहते हो और मैं तुमसे दिल से चुदवाती हूँ ?
अब श्वेता भाभी और मस्ती से चुदवाने लगी। कभी आगे से कभी पीछे से कभी ऊपर से कभी नीचे से ? कभी इस तरफ से कभी उस तरफ से। भाभी हर तरफ से लण्ड का मज़ा ले रही थी और मुझे हर तरफ से उसकी चूत का मज़ा मिल रहा था। मैं तो बस चूंचियां देख देख कर उन्हें पकड़ पकड़ कर चोदे चला जा रहा था। फिर मैंने कहा भाभी अब मैं निकले वाला हूँ। तब भाभी लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी। मैं मस्ती से झूमने लगा । भाभी बोली भोसड़ी के शेखर मेरे में ही गिराना ? मैं तेरा लण्ड पियूंगी। बस फिर क्या भाभी ने मजे से लौड़ा पिया ? दूसरे दिन मेरे घर मेरा एक और दोस्त ऋषि आ गया। मैंने उसे शराब पिलाना शुरू किया और मेरी बीवी सिर्फ ब्रा और पेटीकोट पहने उसके बगल में बैठ गयी। ब्रा इतनी छोटी थी कि उसमे से चूंचियां बाहर झाँक रही थी। ऋषि तो उसी में उलझा हुआ था।
जब उसे नशा चढ़ा तो मैंने उससे पूंछा :- ऋषि तुझे मेरी बीवी कैसी लग रही है ?
वह बोला :- बड़ी मस्त लग रही है महिमा भाभी ?
मैंने बोला :- तो बोलो तेरी इच्छा मेरी बीवी चोदने की है ?
उसने मेरी बीवी की तरफ देख कर कहा :- अरे यार नहीं नहीं ऐसा कैसे हो सकता है ? भाभी क्या कहेंगी ?
मैंने कहा :- तेरी भाभी ही कह रही है यार ? वह अगर तुमसे चुदवाने के लिए तैयार हो तो ?
तब मेरी बीवी ने अपना सर हिला कर हां कर दी। ऋषि का चेहरा खिल गया।
मैंने कहा :- यार ऋषि तू बिलकुल संकोच न कर ? खुल कर चोदो मेरी बीवी ?
मैं बाहर जा रहा हूँ। मेरी बीवी ऋषि को लेकर कमरे में चली गयी और मैं श्वेता भाभी के घर चला गया। उधर श्वेता भाभी का हसबैंड जब घर आया तो उसने पूंछा :- आज किसकी बीवी चोदने का प्लान है।
वह बोला :- आज तो यहीं घर पर रहूंगा । आज किसी की बीवी चोदने का प्लान नहीं है।
भाभी सोंचने लगी कि अगर यह घर पर रहेगा तो मेरा प्लान चौपट हो जायेगा। इसलिए उसने फ़ौरन अपनी दोस्त रीना को फोन कर दिया और उससे कहा यार आज क्या कर रही तुम ? वह बोली कुछ नहीं यार आज मैं अकेली ही हूँ। बड़ी बोर हो रही हूँ। तब श्वेता भाभी बोली यार रीना तू मेरे पति से चुदवा ले न ? तेरा मन लग जायेगा ? अच्छा बता पहले कभी चुदवाया तूने मेरे पति से। वह बोली नहीं बिलकुल नहीं चुदवाया। तब भाभी ने कहा यार मैं अभी उसे भेज रही हूँ। बड़ा मस्त लौड़ा है मेरे पति का ? तू चुदवायेगी तो तुझे मज़ा आ जायेगा ? इधर श्वेता भाभी ने अपने पति से कहा यार अभी अभी फोन आया है। मेरी सहेली रीना तुमसे चुदवाना चाहती है। तुम अभी चले जाओ और चोदो उसे रात भर। बहुत मस्तानी बुर है उसकी ? वह चला गया।
अब मैदान बिलकुल खाली हो गया। मैं श्वेता के घर पहुँच गया।
उधर से कामिनी भाभी आ गयी।
मैंने जब उसे पहली बार देखा तो देखता ही रह गया । इतनी सुन्दर औरत आज मैं पहली बार देख रहा था। गोरी चिट्टी, बड़ी बड़ी आँखे गोल चेहरा, गुलाबी होंठ, गुलाबी गाल, लम्बे बाल, बड़ी बड़ी मद मस्त चूंचियां, पतली कमर, गुदाज़ बाहें, और बड़े बड़े चूतड़ देख कर मैं मस्त हो गया। मेरी क्या किसी की भी बीवी उसके आगे ठहरती ही नहीं। मैंने उसे विश किया तो उसन बड़ी अदा से झुक कर मुस्कराते हुए उसका जबाब दिया। मेरा लण्ड साला नीचे हरकतें करने लगा।
तब तक श्वेता भाभी आ गयी और बोली अरे शेखर है ये है मेरी भोसड़ीवाली कामिनी भाभी ? जिसका ज़िकर मैं तुमसे करती थी। फिर बोली कामिनी ये है मेरा मुंह बोला देवर मिस्टर शेखर मैं इसकी बड़ी दीवानी हूँ और इसके लण्ड की दीवानी इससे ज्यादा ? कामिनी मुसकराने लगी। उसका हर गन्दी गाली पर मुस्कराना मुझे पागल बना रहा था। भाभी ने ड्रिंक्स बनाई और हम तीनो पीने में मस्त होने लगे। श्वेता ने अपनी ब्रा उतार दी थी और उसकी चूंचियां देख देख कर मैं पीटा जा रहा था। इतने में कामिनी ने भी अपनी ब्रा उतर दी। उसकी चूंची देख कर तो मैं होश खो बैठा। उसकी चूंची श्वेता की चूंचियों से बड़ी थी। मैं उठ कर उसके पास बैठ गया और उसकी चूंचियों पर हाथ रख दिया। वह धीरे से मुझसे बोली क्या तेरा लण्ड बहन चोद ज्यादा परेशान कर रहा है। उसके मुंह से 'लण्ड' सुनकर मेरे बदन में आग लग गयी।
मैंने चूंची कस के दबा दी। फिर थोड़ी देर में उसके पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया। मेरी ऊँगलियाँ उसकी चूत सहलाने लगी। मुझे लगा की उसकी छोटी छोटी झांटें है। वह फिर बोली भोसड़ी के क्या तू मेरा पेटी कोट खोल नहीं सकता ? क्या मेरी चूत पर कर्फू लगा है। मेरी हिम्मत बढ़ गयी और मैंने उसे बिलकुल नंगी कर दिया। कामिनी एक दम नंगी नंगी बैठी शराब पीने लगी। और मैंने फिर श्वेता को भी नंगी कर दिया। दोनों बीवियां म्यूजिक पर डांस करने लगी और मैं मज़ा लेने लगा। थोड़ी देर में उन दोनों ने मुझे नंगा किया और मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड एकदम से टन्ना गया। और झूमने लगा। उसका सुपाड़ा अपने आप हिलने लगा । कामिनी तो बड़ी देर तक लण्ड देखती रही।
कामिनी बोली :- यार श्वेता इसका लौड़ा तो सबसे बड़ा है यार ? इतना बड़ा लण्ड मैं पहली बार देख रही हूँ।
श्वेता बोली :- आज यही लण्ड तेरी चूत में घुसेगा बहन चोद ?
कामिनी बोली :- तो ये भोसड़ी का शेखर मेरी बुर चोदेगा ?
अब कामिनी बिलकुल खुल चुकी थी।
वह फिर बोली :- अगर ये मेरी बुर चोदेगा तो मैं इसके लण्ड की माँ चोदूँगी ? लण्ड साला मुझे बड़ा प्यारा लग रहा है। ऐसा कह कर कामिनी लण्ड चाटने लगी। बस ५ मिनट में श्वेता ने मेरा लण्ड पकड़ा और कामिनी की बुर में ठोंक दिया। मैं गचागच चोदने लगा। मेरे बगल में बैठी श्वेता भाभी मुझे कामिनी की बुर चुदवाने लगी। कामिनी जब मेरे लण्ड पर बैठी तो मज़ा आ गया और श्वेता भाभी ने अपनी बुर मेरे मुंह पे रख दी। मैं एक बुर चाट रहा था और दूसरी बुर चोद रहा था। मैं बड़ा लकी था। मुझसे चुदवाने बड़ी बड़ी बीवियां आती है। एक बीवी चुदवाकर जाती है तो वह १० बीवियों को मेरे लण्ड के बारे में बताती है।
इसी तरह मैं एक दिन परणीता भाभी को चोद रहा था। मैं उसे पहले भी कई बार चोद चुका था। परणीता मेरी बीवी महिमा की बड़ी अच्छी दोस्त है। वह मेरा लण्ड मुठ्ठी में लेकर हिला रही थी। इतने में मेरी बीवी कमरे में आ गयी। उसने मेरा लण्ड देखा तो दंग रह गयी। उसने कहा यार परणीता तू सही कह रही थी। मैंने इसके पहले अपने मियां का लौड़ा ठीक से कभी पकड़ा ही नहीं ? मैं तो समझती थी की इसका लण्ड छोटा है। सुहागरात में मैं इसके लण्ड का सही साईज़ नहीं जान सकी ? पता नहीं यह बात मुझे किसने बताई थी। बस तभी से मैं गैर मर्दों से चुदवाने लगी क्योंकि मुझे बड़े और मोटे लण्ड से ही चुदाना पसंद है। मेरे मियां ने कभी मुझे दूसरों से चुदवाने के लिए मना नहीं किया। बल्कि मुझे अपने दोस्तों से चुदवाता रहा। आज तुमने मेरी आँखें खोल दी है। अब मैं पछता रही हूँ कि मैंने खुद पहले इसका लण्ड पकड़ कर क्यों है देखा ? परणीता बोली यार पछताने की कोई जरुरत नहीं है। जबसे जागे तभी सवेरा ? अब तुम अपने मियां से खूब चुदाओ लेकिन हम जैसी उन बीवियों का जरुर ख्याल रखना जो इसके लण्ड की दीवानी है।
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