अब यह कैसे बताऊँ की रात में कितने मरद बदलती हूँ पर यह बात सच है की मैं रात भर मरद बदलती हूँ। मुझे
मुवा एक मरद से संतुष्टि नहीं मिलती ? जब तक मैं कई मर्दों से चुदवा नहीं लेती तब तक मुझे चैन मिलता ? एक बात और कान लगा कर सुन लो भोसड़ी की फ़िरोज़ा, मैं ही नहीं मेरे घर की हर औरत रात भर मरद बदलती है। किसी को भी एक मरद से संतुष्टि नहीं मिलती ? हमारे यहाँ औरतों को मरद बदलने की पूरी आज़ादी है और मर्दों को औरतें बदलने की पूरी आज़ादी है। इस तरह हम सब लोग मिलकर जवानी का पूरा मज़ा लूटती है। न कोई कम न कोई ज्यादा ?
फ़िरोज़ा :- यह बता साजिया, तू यह जानने की कोशिश नहीं करती की कौन कौन चोदता है तुम्हे रात भर ?
मैंने कहा :- देख फ़िरोज़ा, चोदने वाला तो एक ही होता है और वो है "लण्ड" ? अब लण्ड बहन चोद किसका है यह पता लगाने की क्या जरुरत ? मुझे तो लण्ड से मतलब, माँ चुदाये अपनी बहन चोद लण्ड वाला ? रात को जब चूत की आग अचानक भड़क उठती है, तब उसे बुझाने के लिए चाहिए लण्ड, लण्ड और सिर्फ लण्ड ? अब वो लण्ड चाहे अपने मरद का हो, चाहे किसी और के मरद का, चाहे जेठ का हो, चाहे देवर का हो, चाहे बहनोई का हो, नंदोई का हो, ससुर का हो, अब्बा का हो, अंकल का हो, मामू जान का हो, पड़ोस का हो इससे क्या लेना देना ? बस एक ही तमन्ना रहती है की जो भी लण्ड हो वो दमदार लण्ड हो ? इसी तरह जब रात को मर्दों के लण्ड टन्ना उठते है तो उन्हें चाहिए चूत ? चूत चाहे अपनी बीवी की हो, चाहे किसी और की बीवी की हो, चाहे किसी की भाभी की हो, चाहे किसी की बेटी की हो, किसी की माँ की हो, किसी की बहू की हो, किसी की सास की हो, किसी की जेठानी या देवरानी की हो, चाहे पड़ोसिन की हो ? उसे तो लण्ड किसी न किसी की बुर में घुसेड़ना है ? मर्द और औरत में यह नशा रात को ज्यादा होता है। रात में चोदने और चुदाने का मज़ा ज्यादा आता है इसलिए मैं रात को चुदवाती हूँ, दिन में तो किसी को घास नहीं डालती मैं ?
हां यह बात और है की किसी से गन्दी गन्दी बातें कर ली, हंसी मजाक कर लिया, किसी को नंगा कर दिया, खुद किसी के सामने नंगी हो गयी, किसी का लण्ड पकड़ लिया, चूम चाट लिया लण्ड, चूस लिया लण्ड, किसी को अपनी चूंचियां पकड़ा दी चूत दिखा दी, गांड दिखा दी यह सब दिन में चल जाता है लेकिन जहाँ धकाधक, भकाभक चुदवाने का सवाल है वो रात में ही अच्छा लगता है।
फ़िरोज़ा :- हां तू ठीक कह रही है साजिया, मेरे साथ भी ऐसा ही होता है ? रात में तो ऐसा लगता है की लण्ड चूत में घुसा लूँ ? लण्ड हो चाहे किसी भोसड़ी वाले का ? कभी कभी तो मन करता है की घोड़े का लण्ड पेल लूँ अपनी चूत में या फिर किसी गधे का लण्ड ? क्योंकि इन दोनों के लण्ड आदमी के लण्ड से मिलते जुलते होतें है। लण्ड सालों के बड़े प्यारे लगते है मुझे ?
मैंने कहा :- अभी कल की बात बता रही हूँ तुझे ? रात को मैं जब उठी तो देखा की मेरी सास के कमरे की हलकी हलकी लाईट जल रही है। मैंने झाँक कर देखा की मेरी सास अपने सारे कपडे उतार कर चित लेटी हुई अपनी बेटी के मियां से चुदवा रही है। उसे चुदवाते हुए देख कर मेरी चूत की आग और भड़क गयी ? उसका लौड़ा मुझे भी बहुत पसंद है। मैं तो उसके लण्ड पर चढ़ जाती हूँ और उसका लण्ड ही धकाधक चोदने लगती हूँ। वह कहता है की साजिया भाभी तेरी जैसी मस्त चूत किसी और की नहीं है ? और तुम जिस तरह से लण्ड चाटती हो उस तरह मेरी बुर चोदी बीवी भी नहीं चाटती मेरा लण्ड ? मुझे हैरानी तब हुई जब मैंने उसी कमरे में अपनी नन्द को किसी और का लण्ड चूसते हुए देखा। मेरी नज़र लण्ड पर पड़ी तो मुझे लगा की मेरे नंदोई के लण्ड से बड़ा है इसका लण्ड ? शायद इसीलिए मेरी नन्द अपने मियां से अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा रही है और उसी के सामने इस गैर मरद का लण्ड चूस रही है। औरत को जब एक लण्ड से कोई बड़ा और मोटा लण्ड मिल जाता है तो उसकी तरफ भागने लगती है। मेरी नन्द इस बड़े लण्ड से चुदवाने के लिए अपने ही मियां से अपनी माँ चुदवा रही है। बड़ी छिनार है बहन चोद मेरी नन्द ?
मैं वहां से आई तो मेरी चूत भठ्ठी की तरह जल रही थी। थोड़ी देर में मेरा ससुर भोसड़ी का नंगा नंगा अपना लण्ड हिलाता हुआ घुस आया मेरे कमरे में ? मैंने लपक कर उसका खड़ा लण्ड पकड़ लिया और बोली मादर चोद इतनी देर से क्यों आया ? क्या अपनी बिटिया की बुर चुदा रहा था तू भोसड़ी वाला। ऐसा कह कर मैं लण्ड चाटने लगी।
फ़िरोज़ा :- ये तो बता की तेरे ससुर का लण्ड कैसा है ? तेरी पसंद का है की नहीं ?
मैंने कहा :- अरे यार, मादर चोद ९" का लण्ड बड़ा मोटा है और सख्त है ? घोड़े के लण्ड जैसा है उसका लण्ड ? इसका लण्ड मेरे मामू जान के लण्ड की तरह है। दोनों लण्ड बहन चोद एक से बढ़कर एक है।
फिरोजा :- तो क्या तू अपने मामू जान से भी चुदवाती है।
मैंने कहा :- क्यों नहीं ? मामू जान का लौड़ा तो मुझे बहुत पसंद है ? मैं तो उसके लौड़े के साथ खूब मस्ती करती हूँ। इधर ससुर लण्ड भी बड़ा जबरदस्त है यार ? तू चिंता न कर फ़िरोज़ा मैं किसी दिन दोनों लण्ड तेरे हाथ में रख दूँगी ? एक बार जब इनका स्वाद लग जाएगा तुझे, तो फिर हमेशा चुदवाती रहेगी तू ?
फ़िरोज़ा :- तो फिर आगे बता न ? क्या तेरे ससुर ने चोदा तुझे या फिर बिना चोदे ही चला गया ?
मैंने कहा :- उसकी माँ का भोसड़ा, साला चोदेगा कैसे नहीं ? उसकी बहन की बुर ? साला हरामी, मैं भला बिना चुदवाये जाने कैसे देती उसे ? कौन बुर चोदी इतने बढ़िया लण्ड को छोड़ देगी ? खूब जम कर चुदवाया मैंने भोसड़ी वाले से और एक एक बूँद निचोड़ लिया उसके लण्ड का ?
फ़िरोज़ा :- पर तू इतनी जल्दी ससुराल में कैसे सबसे चुदवाने लगी ? तेरी शादी तो अभी कुछ दिन पहले ही हुई है। ख़ास तौर से तू अपने ससुर से कैसे और कबसे चुदवाने लगी ? कोई लफड़ा चल रहा था क्या, पहले ?
मैंने कहा :- नहीं यार जो कुछ हुआ वो सब शादी के बाद ही हुआ ? पहले से कुछ भी नहीं था ? एक बात जरूर है की सब कुछ जल्दी ही हो गया ? मैं पहले बताती हूँ की मैंने कब और कैसे पकड़ा ससुर का लण्ड ?
मेरी खाला सास है मिसेज वहीदा और उसकी लड़की है मिस शमा । एक दिन रात में मैं घर पर अकेली थी। मैं समझी की घर में कोई और नहीं है इसलिए मैं पहले बाथ रूम गयी और वहां से चूंचियां खोले हुए बाहर निकल आई ? मेरे बाहर आते ही मेरा ससुर अंदर घुस गया ,अब मुझे मालूम नहीं की उसने मेरी चूंचियां देखीं की नहीं ? पर मुझे लगा की उसकी नज़र मेरी चूंचियों पर जरूर पड़ी होगी। वह केवल तौलिया लपेटे हुए था। वह जब अपने कमरे में वापस गया तो मैं खिड़की से झाँकने लगी। मैंने जो अंदर देखा तो मैं दंग रह गयी ? मैंने देखा की शमा अपने सारे कपडे उतार कर मेरे ससुर का लण्ड चाट रही है। मेरी निगाह जब लण्ड पर पड़ी तो मैं पागल हो गयी ? मेरी चूत में आग का पलीता लग गया। मेरी चूंचियां फड़कने लगीं और गांड थिरकने लगी। मैंने ठान लिया की मैं आज ही इस भोसड़ी वाले का लण्ड पकड़ूँगी ? इतना मोटा तगड़ा लंबा चौड़ा लण्ड आज मैं पहली बार देख रही थी।
तब तक शमा बोली :- हाय खालू, सुना है कल तूने मेरी माँ चोदी ? यही लौड़ा घुसेड़ा था न तूने मेरी माँ के भोसड़ा में ? साले कुत्ते तुझे अगर मेरी माँ चोदनी थी तो मेरे सामने क्यों नहीं चोदी ? मैं तो खुद चुदवाती हूँ अपनी माँ ?वह बोला :- पर तूने तो कभी मुझे यह बात बताई ही नहीं ?
शमा बोली :- भोसड़ी के मैं दो साल से तेरा लण्ड चूस रही हूँ। तुझसे चुदवा रही हूँ, तूने कभी मुझसे मेरी माँ चोदने की चर्चा ही नहीं की ? अब बता तू कबसे चोद रहा है मेरी माँ ?
वह बोला :- पिछले ५ साल चोद रहा हूँ तेरी माँ ? बड़ी मस्त हो के चुदवाती है तेरी माँ ? मुझे चोदने में बड़ा मज़ा आता हूँ। वो उसी तरह लण्ड चूसती है जैसे तुम चूसती हो लण्ड शमा ? उसे भी मेरा लण्ड बहुत पसंद है ?
शमा बोली :- वाओ, तो तुम बड़े हरामी हो ? पहले मेरी माँ चोदते रहे और अब उसकी बेटी भी चोद रहे हो ?
वह बोला :- अभी तो मैं तेरी साजिया भाभी की बुर चोदूंगा शमा ? मैंने अभी अभी उसकी चूंचियां देखीं है और देखते ही मेरा लण्ड बौखला गया है ? मेरा मन उसकी बुर में लण्ड घुसेड़ने का हो रहा है । आज मैं तेरी बुर चोदने के पहले तेरी भाभी की बुर चोदूंगा ? तू किसी तरह उसे इस कमरे में ले आ और पकड़ा दे उसे मेरा लण्ड प्लीज शमा ? मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा हूँ।
यह बात सुनकर मैं एक तरफ तो बहुत खुश हुई दूसरी तरफ सोंचने लगी की मेरा ससुर भोसड़ी का कितना मादर चोद है ? वह चूत के आगे सारी दुनिया, सारा रिस्ता नाता भूल जाता है। अपने लण्ड के लिए किसी चूत का दरवाजा ढूंढता है और पेलता है अपना लण्ड उसमे ? माँ का लौड़ा मेरा ससुर ? मैंने देखा की शमा उठी और कमरे के बाहर आने लगी। मैं फ़ौरन भाग कर अपने कमरे में चली गयी ।
उसने पेटीकोट पहना और एक चुन्नी डाल कर मेरे पास आ गयी। आते ही मेरे पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया और चूत में ऊँगली घुसेड़ दी ? मैंने कहा क्या कर रही है तू माँ की लौड़ी शमा ? वह बोली वाओ, भाभी तेरी चूत तो बुर चोदी एकदम गीली है ? कहीं से चुदवाकर आ रही है तू या फिर चुदवाने जा रही है तू ? मैंने कहा न मैं चुदा कर आ रही हूँ और न चुदाने जा रही हूँ। मैं तो चुदाने की सोंच रही हूँ बस चूत इसी में गीली हो गयी। शमा बोली तो फिर मेरे साथ चलो मैं चुदवा देती हूँ तेरी बुर भाभी ? किससे चुदवायेगी तू मेरी बुर भोसड़ी की शमा ? मेरा सवाल था तो वह बोली मैं लण्ड का नाम नहीं बताऊँगी लेकिन लण्ड तेरे हाथ में रख दूँगी। उसने मजाक में मेरी आँखों में पट्टी बांध दी और मुझे अपने खालू के पास ले गयी। उसका मादर चोद लण्ड तो खड़ा था। शमा मेरे कपडे उतारने लगी। मैं एकदम नंगी हो गयी तब उसने मेरे हाथ में लण्ड पकड़ा दिया ? लण्ड बहन चोद बहुत टन्नाया हुआ था। फिर शमा ने फटाक से मेरी पट्टी खोल दी ?
मेरे मुंह से निकला भोसड़ी का ससुर तू ? और तेरा ये मादर चोद लण्ड ? मेरे मुंह से गाली सुनकर लण्ड और फनफना उठा। मैं जबान निकाल कर चाटने लगी लण्ड और लण्ड का सुपाड़ा ?
तोप की तरह लण्ड और तोप के गोले की तरह लण्ड का सुपाड़ा पा कर मैं तो फूली नहीं समा रही थी। मैं मस्ती में डूबी चली जा रही थी। मुझे लगा की आज मेरे मन का लौड़ा मेरे हाथ में है ? तो इस तरह मैंने पहली बार पकड़ा था अपने ससुर का लण्ड, समझी फ़िरोज़ा ? उसके बाद तो फिर मैंने जम कर बड़ी बेशर्मी से शमा के सामने चुदवाया अपनी चूत ?
फ़िरोज़ा :- हां तो फिर उस दिन उसके आगे क्या हुआ ?
मैंने कहा :- हां उस दिन जब मेरा ससुर लण्ड हिलाता हिलाता मेरे कमरे में आ गया तो मैंने उससे खूब चुदवाया। मैं उससे चुदवाने में खूब मस्ती करती हूँ। उसके लण्ड के साथ खेलने में मुझे बड़ा मज़ा आता है। मै उसके लौड़े से घचाघच चुदवाये चली जा रही थी। लौड़ा बहन चोद अंदर तक घुस कर चोद रहा था और मैं वाकई उसके झड़ने के पहले ही झड़ गयी। फिर मैंने उसका मुठ्ठ मारा और लण्ड का सारा माल पी गयी ?
हमारे घर में रात भर सबके दरवाजे खुले रहते है ताकि मर्द और औरत किसी के भी कमरे में आ जा सके। एक घंटे के बाद मेरा खालू आ गया वह भी बिलकुल नंगा नंगा ? मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी मैंने कहा हाय रब्बा तेरा तो लण्ड बड़ा मोटा हो गया है भोसड़ी के खालू ? किसी की बुर चोद कर आ रहे हो ? वह बोला बुर तो नहीं चोदी साजिया, लेकिन जब मैं आने लगा तो शमा की बड़ी बहन मिल गयी ? वह बोली बहन के लौड़े, अंकल मैं जानती हूँ की भाभी की बुर चोदने जा रहे हो तुम पर पहले मुझे अपना लण्ड दिखाते तो जाओ ? उसने ऐसा कह कर मेरी लुंगी खींच ली, मुझे नंगा कर दिया और मेरा लण्ड पकड़ लिया। लण्ड थोड़ा चाटने के बाद बोली अब तुम जाओ भाभी की बुर चोदो मेरा देवर आ गया है मैं इससे चुदवाऊँगी। बस मैं भागा और तेरे पास चला आया। फ़िरोज़ा फिर मैंने खालू से पीछे से चुदवाया ?
तब तक रात में १२ बज चुके थे। मुझे थोड़ी झपकी आने लगी थी। तब तक किसी ने पीछे हाथ घुसेड़ कर मेरी चूंचियां पकड़ ली और बोला हाय मेरी मस्तानी चूत वाली भाभी सोने के पहले मेरा लण्ड तो पी लो ? मैंने कहा हां भोसड़ी के देवर राजा मैं जब छोटी थी तो सोने के पहले दूध पीती थी और जब जवान हुई तो लण्ड पीती हूँ। मुझे बिना लण्ड पिए नींद भी नहीं आती ? ला खोल के दिखा अपना लण्ड ? पहले से कुछ बड़ा हुआ है तेरा लण्ड की बस उतना ही बड़ा है ? मैंने जल्दी जल्दी खोला उसका लौड़ा और चूसने लगी।
देवर का लण्ड चाहे जैसा हो लेकिन भाभी को उसका लण्ड बहुत अच्छा लगता है
फिर मैं अपनी चूत फैलाकर देवर से चुदवाने लगी। तब तक मेरी जेठानी आ गयी। उसे देख कर मेरे मुंह से निकला अपना भोसड़ा चुदवा के आ रही हो जेठानी जी ? वह बोली नहीं यार मैं तो अभी अपनी बहन की बुर चुदवा कर आ रही हूँ। हां अभी मेरा जीजा आने वाला है उसी के लण्ड का इंतज़ार कर रही हूँ मैं ? इतने में उसने मेरी बुर से देवर का लौड़ा निकाला और उसे चाट कर फिर मेरी बुर में घुसेड़ कर चली गयी ? मुझे आज जाने क्यों देवर का लण्ड बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने बीच बीच में उससे गांड भी मरवाई। चूंची के बीच भी लण्ड पेला और मैंने खुद अपने मुंह से चोदा उसका लण्ड ? तब तक रात के ३ बज चुके थे और मैं यूं ही बिना कपडे पहने सो गयी।
नींद अच्छी आई और मैं सुबह ७ बजे उठ गयी। मैं बाहर जाने लगी तो एक कमरे में मुझे एक लड़का सोता हुआ दिखाई पड़ा। वह जवान था और आधा नंगा था। उसका लण्ड टन्नाया हुआ था सुपाड़ा बिलकुल बाहर था। मेरा दिल लण्ड पर गया। मैं उसे पहचानती नहीं थी लेकिन मैं उसके पास गयी और अपनी जबान निकाल कर सुपाड़े पर छुआ दिया ? फिर उसका पूरा लण्ड पेल्हड़ सहित बाहर निकाल लिया और अपना पेटीकोट खोल कर एकदम गयी। मैंने लण्ड पूरा मुंह में भर लिया तो उसकी नींद खुल गयी।
वह बोला अरे साजिया भाभी तुम तो बड़ी खूबसूरत हो ? मैं तो तुम्हे बहुत दिनों से चोदने की सोंच रहा हूँ। ऐसा कह कर वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। मैंने कहा मुझे पहले ठीक से लण्ड चाट लेने दो फिर तुम जिस तरह चाहो उस तरह चोदो। न मैं कहीं भागी जा रही हूँ और न मेरी चूत ? मैं जब चुदाने लगी तो शमा आ गयी बोली अरी बुर चोदी साजिया भाभी तुम मेरे ही देवर से चुदवाने लगी हो ? मैंने कहा ये भोसड़ी का तेरा देवर है ? तेरे देवर की माँ की चूत ? इसके लण्ड पर मेरा भी हक़ है और मेरी चूत पर इसका हक़ है ? आज मैं इससे चुदवा रही हूँ कल मैं तेरे मियां से चुदवाऊँगी ।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
मुवा एक मरद से संतुष्टि नहीं मिलती ? जब तक मैं कई मर्दों से चुदवा नहीं लेती तब तक मुझे चैन मिलता ? एक बात और कान लगा कर सुन लो भोसड़ी की फ़िरोज़ा, मैं ही नहीं मेरे घर की हर औरत रात भर मरद बदलती है। किसी को भी एक मरद से संतुष्टि नहीं मिलती ? हमारे यहाँ औरतों को मरद बदलने की पूरी आज़ादी है और मर्दों को औरतें बदलने की पूरी आज़ादी है। इस तरह हम सब लोग मिलकर जवानी का पूरा मज़ा लूटती है। न कोई कम न कोई ज्यादा ?
फ़िरोज़ा :- यह बता साजिया, तू यह जानने की कोशिश नहीं करती की कौन कौन चोदता है तुम्हे रात भर ?
मैंने कहा :- देख फ़िरोज़ा, चोदने वाला तो एक ही होता है और वो है "लण्ड" ? अब लण्ड बहन चोद किसका है यह पता लगाने की क्या जरुरत ? मुझे तो लण्ड से मतलब, माँ चुदाये अपनी बहन चोद लण्ड वाला ? रात को जब चूत की आग अचानक भड़क उठती है, तब उसे बुझाने के लिए चाहिए लण्ड, लण्ड और सिर्फ लण्ड ? अब वो लण्ड चाहे अपने मरद का हो, चाहे किसी और के मरद का, चाहे जेठ का हो, चाहे देवर का हो, चाहे बहनोई का हो, नंदोई का हो, ससुर का हो, अब्बा का हो, अंकल का हो, मामू जान का हो, पड़ोस का हो इससे क्या लेना देना ? बस एक ही तमन्ना रहती है की जो भी लण्ड हो वो दमदार लण्ड हो ? इसी तरह जब रात को मर्दों के लण्ड टन्ना उठते है तो उन्हें चाहिए चूत ? चूत चाहे अपनी बीवी की हो, चाहे किसी और की बीवी की हो, चाहे किसी की भाभी की हो, चाहे किसी की बेटी की हो, किसी की माँ की हो, किसी की बहू की हो, किसी की सास की हो, किसी की जेठानी या देवरानी की हो, चाहे पड़ोसिन की हो ? उसे तो लण्ड किसी न किसी की बुर में घुसेड़ना है ? मर्द और औरत में यह नशा रात को ज्यादा होता है। रात में चोदने और चुदाने का मज़ा ज्यादा आता है इसलिए मैं रात को चुदवाती हूँ, दिन में तो किसी को घास नहीं डालती मैं ?
हां यह बात और है की किसी से गन्दी गन्दी बातें कर ली, हंसी मजाक कर लिया, किसी को नंगा कर दिया, खुद किसी के सामने नंगी हो गयी, किसी का लण्ड पकड़ लिया, चूम चाट लिया लण्ड, चूस लिया लण्ड, किसी को अपनी चूंचियां पकड़ा दी चूत दिखा दी, गांड दिखा दी यह सब दिन में चल जाता है लेकिन जहाँ धकाधक, भकाभक चुदवाने का सवाल है वो रात में ही अच्छा लगता है।
फ़िरोज़ा :- हां तू ठीक कह रही है साजिया, मेरे साथ भी ऐसा ही होता है ? रात में तो ऐसा लगता है की लण्ड चूत में घुसा लूँ ? लण्ड हो चाहे किसी भोसड़ी वाले का ? कभी कभी तो मन करता है की घोड़े का लण्ड पेल लूँ अपनी चूत में या फिर किसी गधे का लण्ड ? क्योंकि इन दोनों के लण्ड आदमी के लण्ड से मिलते जुलते होतें है। लण्ड सालों के बड़े प्यारे लगते है मुझे ?
मैंने कहा :- अभी कल की बात बता रही हूँ तुझे ? रात को मैं जब उठी तो देखा की मेरी सास के कमरे की हलकी हलकी लाईट जल रही है। मैंने झाँक कर देखा की मेरी सास अपने सारे कपडे उतार कर चित लेटी हुई अपनी बेटी के मियां से चुदवा रही है। उसे चुदवाते हुए देख कर मेरी चूत की आग और भड़क गयी ? उसका लौड़ा मुझे भी बहुत पसंद है। मैं तो उसके लण्ड पर चढ़ जाती हूँ और उसका लण्ड ही धकाधक चोदने लगती हूँ। वह कहता है की साजिया भाभी तेरी जैसी मस्त चूत किसी और की नहीं है ? और तुम जिस तरह से लण्ड चाटती हो उस तरह मेरी बुर चोदी बीवी भी नहीं चाटती मेरा लण्ड ? मुझे हैरानी तब हुई जब मैंने उसी कमरे में अपनी नन्द को किसी और का लण्ड चूसते हुए देखा। मेरी नज़र लण्ड पर पड़ी तो मुझे लगा की मेरे नंदोई के लण्ड से बड़ा है इसका लण्ड ? शायद इसीलिए मेरी नन्द अपने मियां से अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा रही है और उसी के सामने इस गैर मरद का लण्ड चूस रही है। औरत को जब एक लण्ड से कोई बड़ा और मोटा लण्ड मिल जाता है तो उसकी तरफ भागने लगती है। मेरी नन्द इस बड़े लण्ड से चुदवाने के लिए अपने ही मियां से अपनी माँ चुदवा रही है। बड़ी छिनार है बहन चोद मेरी नन्द ?
मैं वहां से आई तो मेरी चूत भठ्ठी की तरह जल रही थी। थोड़ी देर में मेरा ससुर भोसड़ी का नंगा नंगा अपना लण्ड हिलाता हुआ घुस आया मेरे कमरे में ? मैंने लपक कर उसका खड़ा लण्ड पकड़ लिया और बोली मादर चोद इतनी देर से क्यों आया ? क्या अपनी बिटिया की बुर चुदा रहा था तू भोसड़ी वाला। ऐसा कह कर मैं लण्ड चाटने लगी।
फ़िरोज़ा :- ये तो बता की तेरे ससुर का लण्ड कैसा है ? तेरी पसंद का है की नहीं ?
मैंने कहा :- अरे यार, मादर चोद ९" का लण्ड बड़ा मोटा है और सख्त है ? घोड़े के लण्ड जैसा है उसका लण्ड ? इसका लण्ड मेरे मामू जान के लण्ड की तरह है। दोनों लण्ड बहन चोद एक से बढ़कर एक है।
फिरोजा :- तो क्या तू अपने मामू जान से भी चुदवाती है।
मैंने कहा :- क्यों नहीं ? मामू जान का लौड़ा तो मुझे बहुत पसंद है ? मैं तो उसके लौड़े के साथ खूब मस्ती करती हूँ। इधर ससुर लण्ड भी बड़ा जबरदस्त है यार ? तू चिंता न कर फ़िरोज़ा मैं किसी दिन दोनों लण्ड तेरे हाथ में रख दूँगी ? एक बार जब इनका स्वाद लग जाएगा तुझे, तो फिर हमेशा चुदवाती रहेगी तू ?
फ़िरोज़ा :- तो फिर आगे बता न ? क्या तेरे ससुर ने चोदा तुझे या फिर बिना चोदे ही चला गया ?
मैंने कहा :- उसकी माँ का भोसड़ा, साला चोदेगा कैसे नहीं ? उसकी बहन की बुर ? साला हरामी, मैं भला बिना चुदवाये जाने कैसे देती उसे ? कौन बुर चोदी इतने बढ़िया लण्ड को छोड़ देगी ? खूब जम कर चुदवाया मैंने भोसड़ी वाले से और एक एक बूँद निचोड़ लिया उसके लण्ड का ?
फ़िरोज़ा :- पर तू इतनी जल्दी ससुराल में कैसे सबसे चुदवाने लगी ? तेरी शादी तो अभी कुछ दिन पहले ही हुई है। ख़ास तौर से तू अपने ससुर से कैसे और कबसे चुदवाने लगी ? कोई लफड़ा चल रहा था क्या, पहले ?
मैंने कहा :- नहीं यार जो कुछ हुआ वो सब शादी के बाद ही हुआ ? पहले से कुछ भी नहीं था ? एक बात जरूर है की सब कुछ जल्दी ही हो गया ? मैं पहले बताती हूँ की मैंने कब और कैसे पकड़ा ससुर का लण्ड ?
मेरी खाला सास है मिसेज वहीदा और उसकी लड़की है मिस शमा । एक दिन रात में मैं घर पर अकेली थी। मैं समझी की घर में कोई और नहीं है इसलिए मैं पहले बाथ रूम गयी और वहां से चूंचियां खोले हुए बाहर निकल आई ? मेरे बाहर आते ही मेरा ससुर अंदर घुस गया ,अब मुझे मालूम नहीं की उसने मेरी चूंचियां देखीं की नहीं ? पर मुझे लगा की उसकी नज़र मेरी चूंचियों पर जरूर पड़ी होगी। वह केवल तौलिया लपेटे हुए था। वह जब अपने कमरे में वापस गया तो मैं खिड़की से झाँकने लगी। मैंने जो अंदर देखा तो मैं दंग रह गयी ? मैंने देखा की शमा अपने सारे कपडे उतार कर मेरे ससुर का लण्ड चाट रही है। मेरी निगाह जब लण्ड पर पड़ी तो मैं पागल हो गयी ? मेरी चूत में आग का पलीता लग गया। मेरी चूंचियां फड़कने लगीं और गांड थिरकने लगी। मैंने ठान लिया की मैं आज ही इस भोसड़ी वाले का लण्ड पकड़ूँगी ? इतना मोटा तगड़ा लंबा चौड़ा लण्ड आज मैं पहली बार देख रही थी।
तब तक शमा बोली :- हाय खालू, सुना है कल तूने मेरी माँ चोदी ? यही लौड़ा घुसेड़ा था न तूने मेरी माँ के भोसड़ा में ? साले कुत्ते तुझे अगर मेरी माँ चोदनी थी तो मेरे सामने क्यों नहीं चोदी ? मैं तो खुद चुदवाती हूँ अपनी माँ ?वह बोला :- पर तूने तो कभी मुझे यह बात बताई ही नहीं ?
शमा बोली :- भोसड़ी के मैं दो साल से तेरा लण्ड चूस रही हूँ। तुझसे चुदवा रही हूँ, तूने कभी मुझसे मेरी माँ चोदने की चर्चा ही नहीं की ? अब बता तू कबसे चोद रहा है मेरी माँ ?
वह बोला :- पिछले ५ साल चोद रहा हूँ तेरी माँ ? बड़ी मस्त हो के चुदवाती है तेरी माँ ? मुझे चोदने में बड़ा मज़ा आता हूँ। वो उसी तरह लण्ड चूसती है जैसे तुम चूसती हो लण्ड शमा ? उसे भी मेरा लण्ड बहुत पसंद है ?
शमा बोली :- वाओ, तो तुम बड़े हरामी हो ? पहले मेरी माँ चोदते रहे और अब उसकी बेटी भी चोद रहे हो ?
वह बोला :- अभी तो मैं तेरी साजिया भाभी की बुर चोदूंगा शमा ? मैंने अभी अभी उसकी चूंचियां देखीं है और देखते ही मेरा लण्ड बौखला गया है ? मेरा मन उसकी बुर में लण्ड घुसेड़ने का हो रहा है । आज मैं तेरी बुर चोदने के पहले तेरी भाभी की बुर चोदूंगा ? तू किसी तरह उसे इस कमरे में ले आ और पकड़ा दे उसे मेरा लण्ड प्लीज शमा ? मैं अपने आपको रोक नहीं पा रहा हूँ।
यह बात सुनकर मैं एक तरफ तो बहुत खुश हुई दूसरी तरफ सोंचने लगी की मेरा ससुर भोसड़ी का कितना मादर चोद है ? वह चूत के आगे सारी दुनिया, सारा रिस्ता नाता भूल जाता है। अपने लण्ड के लिए किसी चूत का दरवाजा ढूंढता है और पेलता है अपना लण्ड उसमे ? माँ का लौड़ा मेरा ससुर ? मैंने देखा की शमा उठी और कमरे के बाहर आने लगी। मैं फ़ौरन भाग कर अपने कमरे में चली गयी ।
उसने पेटीकोट पहना और एक चुन्नी डाल कर मेरे पास आ गयी। आते ही मेरे पेटीकोट में हाथ घुसेड़ दिया और चूत में ऊँगली घुसेड़ दी ? मैंने कहा क्या कर रही है तू माँ की लौड़ी शमा ? वह बोली वाओ, भाभी तेरी चूत तो बुर चोदी एकदम गीली है ? कहीं से चुदवाकर आ रही है तू या फिर चुदवाने जा रही है तू ? मैंने कहा न मैं चुदा कर आ रही हूँ और न चुदाने जा रही हूँ। मैं तो चुदाने की सोंच रही हूँ बस चूत इसी में गीली हो गयी। शमा बोली तो फिर मेरे साथ चलो मैं चुदवा देती हूँ तेरी बुर भाभी ? किससे चुदवायेगी तू मेरी बुर भोसड़ी की शमा ? मेरा सवाल था तो वह बोली मैं लण्ड का नाम नहीं बताऊँगी लेकिन लण्ड तेरे हाथ में रख दूँगी। उसने मजाक में मेरी आँखों में पट्टी बांध दी और मुझे अपने खालू के पास ले गयी। उसका मादर चोद लण्ड तो खड़ा था। शमा मेरे कपडे उतारने लगी। मैं एकदम नंगी हो गयी तब उसने मेरे हाथ में लण्ड पकड़ा दिया ? लण्ड बहन चोद बहुत टन्नाया हुआ था। फिर शमा ने फटाक से मेरी पट्टी खोल दी ?
मेरे मुंह से निकला भोसड़ी का ससुर तू ? और तेरा ये मादर चोद लण्ड ? मेरे मुंह से गाली सुनकर लण्ड और फनफना उठा। मैं जबान निकाल कर चाटने लगी लण्ड और लण्ड का सुपाड़ा ?
तोप की तरह लण्ड और तोप के गोले की तरह लण्ड का सुपाड़ा पा कर मैं तो फूली नहीं समा रही थी। मैं मस्ती में डूबी चली जा रही थी। मुझे लगा की आज मेरे मन का लौड़ा मेरे हाथ में है ? तो इस तरह मैंने पहली बार पकड़ा था अपने ससुर का लण्ड, समझी फ़िरोज़ा ? उसके बाद तो फिर मैंने जम कर बड़ी बेशर्मी से शमा के सामने चुदवाया अपनी चूत ?
फ़िरोज़ा :- हां तो फिर उस दिन उसके आगे क्या हुआ ?
मैंने कहा :- हां उस दिन जब मेरा ससुर लण्ड हिलाता हिलाता मेरे कमरे में आ गया तो मैंने उससे खूब चुदवाया। मैं उससे चुदवाने में खूब मस्ती करती हूँ। उसके लण्ड के साथ खेलने में मुझे बड़ा मज़ा आता है। मै उसके लौड़े से घचाघच चुदवाये चली जा रही थी। लौड़ा बहन चोद अंदर तक घुस कर चोद रहा था और मैं वाकई उसके झड़ने के पहले ही झड़ गयी। फिर मैंने उसका मुठ्ठ मारा और लण्ड का सारा माल पी गयी ?
हमारे घर में रात भर सबके दरवाजे खुले रहते है ताकि मर्द और औरत किसी के भी कमरे में आ जा सके। एक घंटे के बाद मेरा खालू आ गया वह भी बिलकुल नंगा नंगा ? मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी मैंने कहा हाय रब्बा तेरा तो लण्ड बड़ा मोटा हो गया है भोसड़ी के खालू ? किसी की बुर चोद कर आ रहे हो ? वह बोला बुर तो नहीं चोदी साजिया, लेकिन जब मैं आने लगा तो शमा की बड़ी बहन मिल गयी ? वह बोली बहन के लौड़े, अंकल मैं जानती हूँ की भाभी की बुर चोदने जा रहे हो तुम पर पहले मुझे अपना लण्ड दिखाते तो जाओ ? उसने ऐसा कह कर मेरी लुंगी खींच ली, मुझे नंगा कर दिया और मेरा लण्ड पकड़ लिया। लण्ड थोड़ा चाटने के बाद बोली अब तुम जाओ भाभी की बुर चोदो मेरा देवर आ गया है मैं इससे चुदवाऊँगी। बस मैं भागा और तेरे पास चला आया। फ़िरोज़ा फिर मैंने खालू से पीछे से चुदवाया ?
तब तक रात में १२ बज चुके थे। मुझे थोड़ी झपकी आने लगी थी। तब तक किसी ने पीछे हाथ घुसेड़ कर मेरी चूंचियां पकड़ ली और बोला हाय मेरी मस्तानी चूत वाली भाभी सोने के पहले मेरा लण्ड तो पी लो ? मैंने कहा हां भोसड़ी के देवर राजा मैं जब छोटी थी तो सोने के पहले दूध पीती थी और जब जवान हुई तो लण्ड पीती हूँ। मुझे बिना लण्ड पिए नींद भी नहीं आती ? ला खोल के दिखा अपना लण्ड ? पहले से कुछ बड़ा हुआ है तेरा लण्ड की बस उतना ही बड़ा है ? मैंने जल्दी जल्दी खोला उसका लौड़ा और चूसने लगी।
देवर का लण्ड चाहे जैसा हो लेकिन भाभी को उसका लण्ड बहुत अच्छा लगता है
फिर मैं अपनी चूत फैलाकर देवर से चुदवाने लगी। तब तक मेरी जेठानी आ गयी। उसे देख कर मेरे मुंह से निकला अपना भोसड़ा चुदवा के आ रही हो जेठानी जी ? वह बोली नहीं यार मैं तो अभी अपनी बहन की बुर चुदवा कर आ रही हूँ। हां अभी मेरा जीजा आने वाला है उसी के लण्ड का इंतज़ार कर रही हूँ मैं ? इतने में उसने मेरी बुर से देवर का लौड़ा निकाला और उसे चाट कर फिर मेरी बुर में घुसेड़ कर चली गयी ? मुझे आज जाने क्यों देवर का लण्ड बड़ा अच्छा लग रहा था। मैंने बीच बीच में उससे गांड भी मरवाई। चूंची के बीच भी लण्ड पेला और मैंने खुद अपने मुंह से चोदा उसका लण्ड ? तब तक रात के ३ बज चुके थे और मैं यूं ही बिना कपडे पहने सो गयी।
नींद अच्छी आई और मैं सुबह ७ बजे उठ गयी। मैं बाहर जाने लगी तो एक कमरे में मुझे एक लड़का सोता हुआ दिखाई पड़ा। वह जवान था और आधा नंगा था। उसका लण्ड टन्नाया हुआ था सुपाड़ा बिलकुल बाहर था। मेरा दिल लण्ड पर गया। मैं उसे पहचानती नहीं थी लेकिन मैं उसके पास गयी और अपनी जबान निकाल कर सुपाड़े पर छुआ दिया ? फिर उसका पूरा लण्ड पेल्हड़ सहित बाहर निकाल लिया और अपना पेटीकोट खोल कर एकदम गयी। मैंने लण्ड पूरा मुंह में भर लिया तो उसकी नींद खुल गयी।
वह बोला अरे साजिया भाभी तुम तो बड़ी खूबसूरत हो ? मैं तो तुम्हे बहुत दिनों से चोदने की सोंच रहा हूँ। ऐसा कह कर वह मेरे ऊपर चढ़ बैठा। मैंने कहा मुझे पहले ठीक से लण्ड चाट लेने दो फिर तुम जिस तरह चाहो उस तरह चोदो। न मैं कहीं भागी जा रही हूँ और न मेरी चूत ? मैं जब चुदाने लगी तो शमा आ गयी बोली अरी बुर चोदी साजिया भाभी तुम मेरे ही देवर से चुदवाने लगी हो ? मैंने कहा ये भोसड़ी का तेरा देवर है ? तेरे देवर की माँ की चूत ? इसके लण्ड पर मेरा भी हक़ है और मेरी चूत पर इसका हक़ है ? आज मैं इससे चुदवा रही हूँ कल मैं तेरे मियां से चुदवाऊँगी ।
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