Saturday, September 20, 2014

मेरे साथ चोदो मेरी बीवी

मैं निखिल, मेरी बीवी नेहा और मेरा दोस्त बंटी तीनो बैठे हुए मस्ती से व्हिस्की पी रहे थे। गर्मी के दिन थे।  हम लोग हलके फुल्के कपडे पहने हुए थे। मैंने तो एक मलमल की बनियाइन और पैजामा पहना था, मेरी बीवी केवल एक गाउन पहन कर बैठी थी और बंटी बिना बनियाइन की एक हलकी सी बुशर्ट और जींस पहनी थी।  दो दो पैग दारू हम लोग पी चुके थे। नशा चढ़ने लगा था ।  मैंने देखा की बंटी बार बार मेरी बीवी को देख रहा है। उठते बैठते उसकी चूंचियां देख रहा है। उसके चूतड़ उसकी गांड देख रहा है।  उससे हंस हंस कर बातें कर रहा है। मेरी बीवी भी उसकी बातों में बड़ा इंटरेस्ट ले रही है । कभी कभी जब वह तिरछी निगाहों से देखती तो बंटी के दिल में हलचल होने लगती।  इतने में अचानक मेरी बीवी उठी और किचेन में चली गयी। 
तब मैंने कहा :- यार बंटी, तुम्हे मेरी बीवी अच्छी लगती है ? मज़ा आता है इससे बात करने में ?
वह थोड़ा शरमाया और फिर बोला :- अरे यार भाभी तो है ही अच्छी ? मुझे क्या वो तो सबको अच्छी लगती है ?
मैंने कहा :- अच्छा सच सच बताओ उसे देख कर तेरे दिल में कुछ कुछ होता है ? तुझे मज़ा आता है न उसे देख कर ?
वह मुस्कराकर बोला :- यार अब ये सब क्यों पूंछ रहे हो ?  नेहा भाभी जवान है, मैं भी जवान हूँ, तुम भी जवान हो तो ये सब तो होता ही रहता है ?
तब तक मेरी बीवी आ गयी। उसने तीसरा पैग शराब बनाकर हम दोनों को दिया और खुद भी एक ले लिया ? हम लोग फिर शराब पीने लगे।  मेरी बीवी को मेरे दोस्तों के साथ दारू पीनी में कोई परहेज नहीं है। बल्कि वो इसका खूब मज़ा लेती है ? हां नशे में वह बड़ी सेक्सी बातें करती है। 
मैंने कहा :- मैं तुमसे एक बात कहना चाहता हूँ बंटी ? 
बंटी बोला :- हां हां कहो न यार ? खुल कर कहो ? मुझसे नहीं कहोगे तो फिर किससे कहोगे ? 
मैंने कहा :- यार बंटी, आज तुम मेरी बीवी चोदो ? मैं कोई मजाक नहीं कर रह हूँ।  खुल कर और बिना कोई भूमिका बनाये तुमसे अपनी बात कह दी है ?
वह मेरी बात सुनकर सकपका गया।  थोड़ा झेंप गया। उसे तो बिलकुल उम्मीद नहीं थी की मैं ऐसी बात कह दूंगा ? मेरी बीवी मुस्करा रही थी ऐसा लग रहा था की वह बंटी से चुदवाने को तैयार है। 
बंटी बोला :- यार क्यों मेरी इज्जत उतार रहा है तू।  भाभी अभी मुझे लात मार कर भगा देंगी ?
मैंने कहा :- नहीं यार ऐसा नहीं है ? मेरी बीवी तुम्हे चाहती है। वो भगायेगी नहीं, यह मेरा वादा है ? बोलो चोदोगे न मेरी बीवी ?
वह बोला :- अरे यार, भाभी की निगाहों में मेरी इज्जत कम न करो ? मैं थोड़ा डरता हूँ ?
मैंने कहा :- डरने की कोई जरुरत नहीं है।  तुम मेरे साथ चोदो मेरी बीवी।
बंटी फटी फटी आँखों से मुझे देखता रहा और नेहा बड़ी सेक्सी अदा से मुस्कराती रही ? मैं समझ गया की इसकी झेंप जब तक नहीं मिटेगी तब तक यह पूरी तरह मेरी बीवी चोदने के लिए तैयार नहीं होगा ?
तब मैंने खुल कर कहा :- यार बंटी, तुम बिलकुल बे झिझक बड़ी बेशर्मी से चोदो मेरी बीवी।  हम तुम मिलकर चोदेंगे।  हमें भी मज़ा आएगा और उसे भी ?
आज तुम मेरे साथ चोदो मेरी बीवी कल मैं तेरे साथ चोदूंगा तेरी बीवी ?
मेरे कहते ही उसकी आँखों में चमक आ गयी। वह तुरंत मान गया।  मैंने कहा यार लेकिन एक बात बताओ तेरी बीवी तैयार हो जाएगी मुझसे चुदवाने के लिए ? वह बोला हां यार बिलकुल तैयार हो जाएगी।  वह इन मामलों में बड़ी तेज है।  जाने कितनी बार मुझसे कह चुकी है की मुझे कभी "बीवियों की अदला बदली" की पार्टी में ले चलो ? मैं भी देखूं की वहां होता क्या है और कैसे होता है ? वो तो कहती है की किसी कपल को अदला बदली के लिए तैयार करो न जल्दी से ?  अब उसे बताऊँगी तो वह बड़ी खुश हो जाएगी ?
मैंने कहा :- तो फिर बुला लो उसे यहाँ ? तब तो और मज़ा आएगा ?
वह बोला :- अभी वह अपने माईके गयी है।  कल सवेरे आ सकती है।
तब तक तीसरा पैंग भी खत्म हो गया। हम तीनो में नशे में थे। 
इतने में नेहा ने उसके गले में अपनी बाहें डाल दी और उसका एक चुम्मा ले लिया। बस बंटी, उसकी बाँहों में फंस गया।  नेहा उसे लेकर अपने बेड रूम चली गयी और उससे बुरी तरह  लिपट गयी। तब तक मैं भी पहुँच गया। उसने एक हाथ मेरे गले में डाल दिया।  अब हम तीनो एक दूसरे से चिपक गये।  मैं खुश हुआ की मेरी बड़े मन से हम दोनों से एक साथ चुदवाने के लिए तैयार हो गयी।  बंटी ने उसका ब्लाउज़ खोला और मैंने उसकी ब्रा ? ब्रा खुलते ही उसकी मस्त चूंचियां बाहर छलक पड़ीं।  बड़ी बड़ी चूंचियां देख कर बंटी तो पागल होने लगा।  तब तक नेहा ने बंटी की कमीज उतार दी, और उसकी बेल्ट खोलने लगी। 
मैंने देखा की बंटी ने एक हाथ उसके पेटीकोट में घुसेड़ रखा है। मैंने धीरे से पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया तो वह एकदम नंगी हो गयी।  उधर बंटी की बेल्ट खुली तो नेहा उसके पैंट की बटने खोलने लगी और फिर जिप ? पैंट खुलते ही उसका लण्ड चड्ढी के अंदर ही उत्पात मचाने लगा।  लण्ड का उभार ऊपर से ही दिखाई पड़ रहा था ।  नेहा उसे सहलाने लगी और ऊपर से ही लण्ड को कई बार चूमा ? उसका जोश बढ़ता जा रहा था। नेहा ने नीचे घुटनों के बल बैठ कर चड्ढी झट्ट से नीचे घसीट दी तो लौड़ा टन टना कर उसके मुंह के खड़ा हो गया।  नेहा बोल पड़ी वाओ, कितना हैंडसम है लण्ड ? कितना मोटा और सख्त है तेरा लण्ड भोसड़ी के बंटी ? यार इतनी देर से बिना मतलब ही नखरे दिखा रहा था तू । इसका मतलब की तू नहीं तेरा लण्ड तो बिलकुल तैयार था मुझे चोदने के लिए ? मेरी बीवी उसका लण्ड मस्ती लगी।
फिर नेहा ने उसे पलंग पर लिटा दिया और मुझे भी।  हम दोनों के बीच में बैठ कर वह दोनों लण्ड अपने दोनों हाथों में लेकर हिलाने लगी। वह बोली आज मेरी बहुत दिनों की तमन्ना पूरी हो रही है।  मैं जब ब्लू फिल्म देखती थी तो मन में सोंचती थी की एक दिन मैं भी दो दो लण्ड से एक साथ चुदवाऊँगी।  वह बारी बारी से दोनों लण्ड चाटने लगी ?  बंटी उसकी बुर चाटने लगा और नेहा उसका लण्ड।  दूसरे हाथ से नेहा मेरा लण्ड सहलाने लगी।  तब मैंने कहा यार बंटी अब तुम पेल दो अपना लण्ड और चोदो मेरी बीवी की बुर इधर मैं अपना लौड़ा उसके मुंह में घुसेड़ देता हूँ। हम दोनों नेहा का मज़ा लेने लगे।
अचानक मेरा फोन बज उठा।  उसमे नाम आया तेजा सिंह ?
  • मैंने कहा - हां यार तेजा बोलो क्या हाल है ?
  • यार मैं तुमसे एक प्राइवेट बात करना चाहता हूँ ?
  • हां हां कर लो वैसे मैं बंटी के साथ अपनी बीवी चोद रहा हूँ ?
  • वाओ, क्या कह रहे हो तुम ? सच बताओ क्या तुम उसके साथ अपनी बीवी चोद रहे हो ?
  • हां भई हां मैं सच कह रहा हूँ। 
  • तो फिर किसी दिन मेरे साथ भी मेरी बीवी चोदो यार ?  
  • अपनी बीवी से कभी पूंछा है तूने की यूँ ही कह रहा है ?
  • हां यार पूंछ लिया है।  उसे कोई ऐतराज़ नहीं है ?
  • नहीं ऐसा नहीं हो सकता एक बार फिर पूंछो ? पक्का कर लो पहले तब मुझसे कहो ?
  • तू भोसड़ी का नहीं मानता तो तू खुद ही बात कर ले मेरी बीवी से ?
  • हां सिमरन भाभी, ये तेजा क्या कह रहा है ?
  • उसकी बीवी बोली - वह ठीक ही कह रहा है और सुनो मेरे राजा मैं तुम दोनों से एक साथ चुदाना चाहती हूँ।
  • अरे वाह भाभी ? फिर तो मज़ा आ जायेगा ? पर एक बार और सोंच लो भाभी ?
  •  सोंचना क्या ? जब एक बार कह दिया तो कह दिया ? अब तेरी गांड फट रही है क्या चोदने में ? तू मर्द है की कुछ और ? अब तो मैं जरूर देखूँगी पकड़ के तेरा लण्ड ? मैं देखूँगी  की तेरा लण्ड मरदाना है की जनाना ? अब आ जा भोसड़ी के जल्दी से ?
बात खत्म हुई तो मैं नेहा की बुर चोदने लगा और वह बंटी का लण्ड चूसने लगी।
दोस्तों, मैं आपको यह बता दूँ की मेरी नियत बंटी की बीवी पर ख़राब हो गयी थी।  मैं उसे चोदने के लिए बेताब हो रहा था ? जब बंटी ने बताया की उसकी बीवी गैर मर्दों से चुदवाने के लिए तैयार है तो मेरी बेताबी और बढ़ गयी। तब मैंने सोंचा की मैं बंटी से अपनी बीवी चुदवाकर उसे तैयार करूंगा तो वह भी मेरी तरह अपनी बीवी मुझसे चुदवाने के लिए मान जाएगा ? अब इधर जितना मज़ा मेरी बीवी बंटी को देगी,  उतना ही मज़ा बंटी अपनी बीवी से मुझे दिलवाएगा ?
मैं अपनी बीवी चोदते हुए यही सब सोंच रहा था।  उधर मेरी बीवी जिस तरह बंटी का लण्ड चाट रही थी वह वाकई काबिलेतारीफ था । बंटी बोला भी यार निखिल जितने मजे से तेरी बीवी मेरा लण्ड चूस रही है उतने मजे से तो मेरी बीवी भी नहीं चूसती मेरा लण्ड ? मैं जान गया की बंटी मेरी बीवी से अपना लण्ड चुसवाकर और उसे चोद कर बड़ा खुश है।  तब मैंने कहा यार बंटी अब तुम मेरी की बुर पीछे से चोदो ?
मैं चाहता था की बंटी हर तरफ से चोद ले मेरी बीवी ? और हुआ भी यही।  थोड़ी देर में बंटी का लण्ड जब मस्ती से भर गया तो वह बोला भाभी अब मैं निकलने वाला हूँ ।  तक तक मेरी बीवी भी खलास हो गयी थी।  वह घूमी और उसका लण्ड पकड़ कर मुठ्ठ मारने लगी फिर बोली लौड़े मियाँ तू भोसड़ी का सब मेरे मुंह में उगल दे । बंटी के लण्ड से पिचकारियाँ छूटने लगीं और नेहा मस्ती से सराबोर हो गयी ?  
दूसरे दिन बंटी की बीवी बबली आ गयी। उधर तेजा भी अपनी बीवी सिमरन के साथ आ गया।  हम तीनो कपल पहले तो एक दूसरे से मिले और फिर एक साथ बैठ कर ड्रिंक करने लगे। दारू का नशा अपना काम करने लगा और हम लोगों के दिल की बातें बाहर आने लगीं। 
बबली बोली :- हाय नेहा, तूने तो अपने पति के साथ साथ मेरे पति से भी चुदवा लिया ? मज़ा आया न तुझे ? नेहा बोली :- हां यार पहली बार ऐसा हुआ की मैंने अपनी पति के साथ साथ तेरे पति से चदुवाया लेकिन मज़ा तो खूब आया।  अब मैं चाहती हूँ की तू भी अपने पति के साथ साथ मेरे पति से चुदवा ले  ?
बबली बोली :- नहीं यार, वैसे पहले मैं भी यही सोंच रही थी लेकिन अब मेरा प्लान बदल गया है।  देखो अपना पति तो भोसड़े का हमेशा साथ रहता है ।  जब चाहो तब उसका लौड़ा घुसेड़ लो अपनी बुर में।  लेकिन दूसरे के पति का लण्ड बड़ी मुश्किल से मिलता है।  आज तो मैं अपने पति का लण्ड छुंऊँगी भी नहीं। आज तो मैं निखिल और तेजा के लण्ड का मज़ा लूंगी ?  उनसे चुदवाऊँगी ?
इतने में सिमरन बोली:- हां मेरा भी यही विचार है। आज का दिन तो पराये मर्द से चुदवाने का है।  बस माहौल में गर्मी आ गयी।  तीनो मर्द एक दूसरे की बीवी घूर घूर कर देखने लगे। बीवियों उनके लण्ड के साइज़ का अंदाज़ा लगाने लगीं । मेरी नज़र तो पहले से ही बबली पर लगी थी इसलिए मैंने उसका हाथ थाम लिया।  उसने फ़ौरन मेरे गले में बाहें डाल दी और मेरे कान में बोली हाय मेरे राजा आज मुझे खूब कस कस चोदो।  मैं यह सुनकर उत्तेजित हो गया और उसकी चूंचियां दबाने लगा। वह बोली पहले मेरे तो कपडे तो उतारो ?  मुझे नंगी तो करो ? फिर मस्ती से मसलो मेरी चूंचियां और चोदो मेरी चूत ? मैं समझ गया की बबली भाभी तो मेरी बीवी से भी दो हाथ आगे है। तब तक बंटी सिमरन भाभी की चूंचियां खोल कर चूसने लगा और तेजा मेरी बीवी की चूंचियां चाटने लगा।
तीनो बीवियों को एकदम नंगी देख कर हम लोग मस्त होने लगे।  कमरे में और गर्माहट फैल गयी।  लण्ड काबू के बाहर होने लगे। और फिर उन तीनो ने देर नहीं लगायी। बंटी की बीवी मेरा लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। तेजा की बीवी बंटी का लण्ड पकड़ कर चूमने लगी और मेरी बीवी तेजा के लण्ड से खेलने लगी। बस १० मिनट गुज़रा नहीं की मैंने पेल दिया लण्ड बबली की बुर में ? वह भी फ़ौरन अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी। मुझसे बोली हाय निखिल राजा मैं इसी का इंतज़ार कर रही थी की कब तेरा लौड़ा मेरी बुर में घुसे और मैं भकाभक चुदवाना शुरू करूँ ? मुझे लगा जितना मैं बेताब था चोदने के लिए उतनी ही वह भी बेताब थी चुदवाने के लिए ।  उधर मेरे सामने ही मेरी बीवी तेजा से ऐसे चुदवा रही थी जैसे उसने कभी इतने बढ़िया लण्ड  ही नहीं ? उसकी मस्ती देख कर मेरा लौड़ा और सख्त होता जा रहा था।  बंटी को मिल गयी तेजा की बीवी की बुर। उसे सिमरन की पंजाबी बुर बड़ा मज़ा दे रही थी। बंटी बोला यार आज मुझे मालूम हुआ की पंजाबी बुर कितनी अच्छी होती है ?  तीनो मर्द एक दूसरे की बीवी चोद कर मज़ा लूट रहे थे उधर तीनो बीवियां इस मौक़ा का पूरा पूरा फायदा उठाते हुए बड़ी मस्ती से पराये मर्दों से चुदवा रही थी।
चुदाई की दूसरी पारी में सिमरन भाभी ने मेरे लण्ड पर कब्जा जमा लिया, उसे पकड़ कर चाटने लगी।  मेरी बीवी ने बंटी का लण्ड एक बार फिर  अपने मुंह में डाला और चूसने लगी।  तेजा ने बंटी की बीवी के मुंह में घुसा अपना लण्ड ? इस तरह बीवियां बदल गयी, मियां बदल गये और लण्ड बदल गये ? हर बीवी को दो दो पराये मर्दों के लण्ड का मज़ा मिल रहा था और हर मरद को दो परायी बीवी की चूत का मज़ा, उसकी चूंची का मज़ा और उसकी गांड का मज़ा मिल रहा था। इस बार मैंने तेजा की बीवी चोदी, तेजा ने बंटी की बीवी चोदी और बंटी मेरी बीवी चोदी ?                             
                                              एक चूत दो लण्ड - एक लण्ड दो चूत   
मैंने कहा यार अब खेल में कुछ बदलाव लाया जाए ?  देखो हम ६ लोग है इसलिए दो ग्रुप बना लेता हूँ। 
एक ग्रुप में दो मरद और एक बीवी
दूसरे ग्रुप में एक मरद और दो बीवी  
पहले ग्रुप में मेरी बीवी बंटी और तेजा से एक साथ चुदवायेगी । दूसरे ग्रुप में मैं इन दोनों की बीवियां एक साथ चोदूंगा। मेरे कहते ही मेरी बीवी ने एक हाथ से बंटी का लण्ड पकड़ लिया और दूसरे हाथ से तेजा का लण्ड ? उधर उन दोनों की बीवियों ने यानी बबली और सिमरन ने मिलकर मेरा लण्ड पकड़ लिया ?  मैंने उन दोनी की बीवियां एक साथ चोदी तो मेरी बीवी ने इन दोनों के मर्दों एक साथ चुदवाया .  रात भर यही चलता रहा और होती रही धकापेल चोदा चोदी ? 
चुदाई के २४ घंटे हो गये थे लेकिन न तो कोई कपडे पहन रहा था और न कोई कहीं जाने की बात कर रहा था।  सभी लोग एक दूसरे की बीवी चोदने / चुदाने में इतने मस्त हो गये की सारी दुनिया ही भूल गये ? तब तक बबली बोली अब मैं चुदाऊंगी दो दो मर्द से ।  उसने मेरा और तेजा का लण्ड लपक कर पकड़ लिया। उधर मेरी बीवी नेहा और सिमरन ने बंटी के लण्ड पर हाथ डाल दिया ?  बंटी भी भोसड़ी का कभी मेरी बीवी की बुर में लण्ड घुसेड़ता कभी तेजा की बीवी की बुर में ? इधर बबली भी कभी मेरा लौड़ा चूत में घुसा लेती और कभी तेजा का लौड़ा ?  
इस चुदाई के २ घंटे के बाद सिमरन बोली अब तो मैं केवल बची जिसने अभी तक दो दो लण्ड से नहीं चुदवाया  . और मेरा लण्ड अपनी तरफ खींच लिया और साथ में बंटी का भी ? अब तो सिमरन के हसबैंड तेजा को दो दो बुर चोदने का मौक़ा मिल गया।  एक हाथ से बबली की बुर सहलाने लगा और दूसरे हाथ में मेरी बीवी की बुर ? कभी दोनों की चूंचियां सहलाने लगता। 
फिर उसने मेरी बीवी को नीचे लिटा दिया और अपना लण्ड उसकी चूत में घुसा दिया ।  फिर उसने बबली को मेरी बीवी के ऊपर पट करके लिटा दिया।  दोनों की चूंचियां आपस में टकराने लगी। बबली की गांड तेजा की तरफ थी और वह मेरी बीवी की बुर के ऊपर थी।  अब तेजा मेरी बीवी की बुर से लण्ड निकाल कर बबली की बुर में पीछे से घुसेड़ देता ? बार बार यही करने लगा। इसकी बुर से निकाला तो उसकी बुर में पेल दिया और उसकी बुर से निकला तो इसकी बुर में पेल दिया।  इधर सिमरन भी कभी मेरा लण्ड चूत में घुसाती तो बंटी का लण्ड मुंह में ?  फिर बंटी का लण्ड बुर में पेल लेती तो मेरा लण्ड मुंह में ?  
इस तरह सब बीवियों ने सबके लण्ड का मज़ा लूटा और सब मर्दों ने सबकी चूत चोदने का मज़ा लूटा। 

०=०=०=०=०=०=०=०=०= ०=०=०==०=० समाप्त        
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