हां अम्मी, मैं सच्ची सच्ची बता रही हूँ उस दिन जब मैंने अपने ससुर का लण्ड देखा तो मेरे मुंह में पानी आ गया, मेरी चूत में आग लग गयी और मैं चुदाने के
लिए तड़प उठी ? मेरा मन हुआ की मैं अभी हाथ बढ़ा कर लण्ड पकड़ लूँ और उसे चाटने लगूँ ? तुम तो जानती ही हो अम्मी, की मुझे लण्ड चाटना कितना पसंद है ? लेकिन मैं कुछ सोंच कर वहां से मुस्कराती हुई भाग आयी ?
अम्मी बोली :- अरी हबीबा पूरा किस्सा बता न, बहन चोद ? ये हुआ कैसे ? तूने कैसे देख लिया अपने ससुर का लण्ड ?
मैं बोली :- उस दिन मैं ससुर के कमरे में गयी तो देखा की वह बाथ रूम में नहा रहा है। लेकिन उसकी तौलिया बाहर बेड पर ही पड़ी है। उसकी लुंगी भी बाहर रखी है। मैंने अनुमान लगाया की इसका मतलब वह नंगा नंगा ही बाथ रूम से बाहर आएगा और तौलिया ले जायेगा ? मैं बस इसी इंतज़ार में वहीँ छुप गयी। थोड़ा टाइम लगा तो मैंने सोंचा की शायद वह अपनी झांटें बना रहा होगा भोसड़ी वाला ? हुआ भी वही जैसा मैंने सोंचा था। वह नहा धो कर बाहर आया तो मेरी निगाह सीधे उसके लण्ड पर पड़ी ? झांटें बिलकुल सफा चट्ट ? लण्ड एकदम चिकना पेल्हड़ एकदम चिकने ? आधे से ज्यादा टन टना रहा था लण्ड ? मैं आँखे फाड़ फाड़ कर लण्ड देखने लगी। लण्ड का सुपाड़ा साला बम का गोला लग रहा था। उससे एक एक बूँद पानी की टपक रही थी। मेरा मन हुआ की मैं सुपाड़े पर जबान छुआ दूँ और उसकी एक एक बूँद चाट लूँ . तब तक उसने तौलिया उठायी और वही खड़ा हो कर बदन पोंछने लगा ? मेरी नज़र लण्ड से हट ही नहीं रही थी। फिर उसने जब अपना लण्ड पकड़ कर तौलिया से पोंछा, दो तीन बार हिलाया तो लण्ड थोड़ा और टन्ना गया ? मेरे अंदर मस्ती छाने लगी। अरे अम्मी, फिर तो लौड़ा साला एकदम से टन्ना कर खड़ा हो गया। तब मुझे लगा की ये तो मादर चोद मेरे अब्बा के लण्ड से बड़ा है। फिर वह शीशे के सामने आ गया। अब मैं शीशे में उसका लण्ड देखने लगी। इतने में अचानक उसने मेरा मुंह शीशे में देख लिया। वह फ़ौरन अपना लण्ड तौलिया से ढकता हुआ पीछे मुड़ा और बोला हबीबा तुम यहाँ ? मैंने उसे तिरछीं निगाह से देखा और एक सेक्सी मुस्कराहट अपने चेहरे पर लाती हुई भाग आयी, अम्मी ?
अम्मी बोली :- अरी मेरी बेटी हबीबा तूने तो अपने ससुर के लण्ड के बारे में बता कर मेरे भोसड़ा में आग लगा दी है।
तब तक मेरी शबाना भाभी आ गयी और बोली अरी हबीबा तो तू यहाँ अपनी माँ चुदा रही है ? मैं जाने कहाँ कहाँ तुझे ढूंढती फिर रही हूँ। चल तुझे एक ब्लू फिल्म दिखाती हूँ।
मैंने कहा :- अरी मेरी माँ की लौड़ी भाभी मैं नेट पर बहुत सारी ब्लू फिल्म देख लेती हूँ। मुझे नहीं देखना कोई ब्लू फिल्म ?
वह बोली :- अरे यार यह एक सच्ची ब्लू फिल्म है। मेरी सहेली की सुहागरात - एक मर्द के साथ नहीं तीन तीन मर्द के साथ ?
मैं बोली :- ऐसा कहीं होता है क्या ? कोई दुल्हन अपनी सुहागरात में तीन तीन मर्दों से चुदवायेगी क्या ?
वह बोली :- अरे भाभी चुदवायेगी नहीं, चुदवाया है ? यही तो देखना है ?
अम्मी बोली : - तब तो मैं भी देखूँगी बहू ?
बस, हम तीनो बैठ कर मजे से देखने लगीं ब्लू फिल्म ?
भाभी ने फिल्म टी वी पर चालू कर दी , हम सब फिल्म देखते देखते बातें भी करती जा रही थी और अपने कमेंट्स भी पास करती जा रही थी। स्क्रीन पर दुल्हन आ गयी। अम्मी ने कहा अरे ये तो सना है मैं इसे जानती हूँ। ये तो मेरे घर आती है बहन चोद मैंने बताया का अम्मी इसी की तो सुहागरात है - हाय अल्ला, इसका निकाह हो गया - हां अम्मी हो गया कोई शक है तुझे क्या ? - अरे यह भोसड़ी की इतनी बड़ी हो गयी है ? - हां अम्मी ये अब २२ साल की हो गयी है। देखते जाओ अभी ये क्या क्या करती है ? तब तक उसका दूल्हा आ गया। उसने घूंघट उठाया और उसके होंठ चूमे, उसके गाल चूमे और सर पर हाथ रख कर। फिर उसकी चुन्नी गिरा दी, धीरे से उसका ब्लाउज़ खोल डाला, उसकी साड़ी उतार कर फेंक दी। उसकी ब्रा जैसे ही खोली तो चूंचियां छलक कर उसके सामने आ गयी। वह चूंचियां पकड़ कर चूमने लगा। दुल्हन उसके बदन पर हाथ फिराने लगी। तब तक दूल्हे ने उसके पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया और दुल्हन को खड़ा कर दिया। पेटीकोट धड़ाम से नीचे गिर गया और दुलहन एकदम पूरी नंगी हो गयी। दूल्हे ने उसे खूब प्यार करते हुए चिपका लिया। मैंने कहा भाभी तेरी सहेली की चूंचियां बड़ी मस्त है। बिलकुल तेरी चूंचियों से मेल खाती है। भाभी ने मजाक किया और चूत तो हबीबा तेरी चूत से मेल खाती है। हम तीनो हंस पड़े ?
फिर दुल्हन का नंबर आया उसने दूल्हे के कपडे खोलना शुरू किया। पैजामा, कमीज, बनियाइन सब उतार दिया और फिर चड्ढी खोलने लगी। चड्ढी के ऊपर से लौड़े के साइज़ का पता चल रहा था। मैंने कहा हाय लौड़ा तो बड़ा मजबूत लगता है इसका ? भाभी बोली अभी खुल जाये तब देखना ? दुल्हन ने जैसे ही लौड़ा खोला तो वह घंटे की तरह टन्न से उसके गाल पर लगा ? वह बोली भोसड़ा का लौड़ा तेरा बड़ा हरामी है साला ? मेरी चूत अभी इसकी गांड मारेगी तब इस मादर चोद को पता चलेगा ? दुल्हन की इस तरह की बात सुनकर अम्मी बोली वाओ, दुल्हन तो बड़ी ऊंची चीज लग रही है बहू - मैं कह रही थी न सना बड़ी हरामजादी लड़की है। अम्मी बोली हाय बहू इसका लण्ड तो उझे पसंद आ गया ? भाभी बोली हां सासू जी तेरा भोसड़ा साला हमेशा लण्ड का प्यासा रहता है बहन चोद ? मैंने कहा भाभी इसका लौड़ा मेरे देवर के लौड़े जैसा है ?
इतने में सना ने लण्ड अपनी मुठ्ठी में पकड़ लिया और हिलाने लगी। उसका सुपाड़ा बीच बीच में चाटने लगी। तब तक किसी ने कहा भाभी मेरा भी चाटो न प्लीज ? सना मुड़ी तो देखा की एक और लड़का अपना लण्ड खड़ा किये हुए कमरे में आ गया। दूल्हा बोला सना ये मेरा दोस्त है। आज ये भी मेरे साथ मेरी सुहागरात मनाएगा ? वह बोली अच्छा तो ये भी चोदेगा मेरी बुर ? इसकी शादी हो गयी है - हां इसकी शादी हो गयी है सना - इसका मतलब तुम इसकी बीवी चोदते हो ? - हां तुमने ठीक कहा सना मैं इसकी बीवी चोदता हूँ ? - तो तुम उन सब लोगों को बुला लो जिनकी बीवी तुम चोदते हो ? - क्या बुरा मान गयी हो सना ? - नहीं बुरा नहीं मान गयी मैं ? मैं तो खुश हो गयी हूँ। आज मैं उन सब लोगों से चुदवाऊँगी जिनकी बीवियां तुम चोदते हो ?
ऐसा कह कर सना उस लड़के का लण्ड पकड़ कर चाटने लगी। - दूल्हा बोला हां ऐसे लोग तो कई है जिनकी बीवियां मैं चोदता हूँ लेकिन यहाँ एक और लड़का है जिसकी बीवी मैं चोदता हूँ ? - तो फिर उसे भी बुलाऊँ न भोसड़ी के ? गांड क्यों फट रही है तेरी ? चुदाना तो मुझे है न ?
बस थोड़ी देर में पीछे से एक लड़के ने अपना लण्ड सना के कंधे पर रख दिया। सना तीन तीन लण्ड से चुदवाने लगी।
अम्मी बोली :- हाय अल्ला, सुहागरात में तीन तीन लण्ड ?
मैं बोली :- और तीनो भोसड़ी के मोटे तगड़े लण्ड ?
फिल्म देखते देखते ही हम तीनो के कपडे खुल गये। हम सब नंगी हो गयी। तीनो की चूत गरमा गयी। मैंने कहा भाभी तुमने फिल्म दिखा कर मेरी चूत गरमा दी है। अब तू ही मेरी बुर चुदवा जल्दी से और अम्मी का भोसड़ा भी ?
इतने में डोर बेल बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने दो जवान लड़के खड़े थे। एक बोला मैं तारिक हूँ और ये मेरा दोस्त ज़ाकिर है। हम दोनों शबाना भाभी से मिलने आये है। मैंने दोनों को कमरे में बैठाया और भाभी को बुला लिया। भाभी उन्हें देख कर उछल पड़ी।
भाभी बोली :- हाय अल्ला, तारिक़ तू तो भोसड़ी का बहुत बड़ा हो गया है । पूरा आदमी बन गया है तू बहन चोद ?
मेरे मुंह से निकला :- अरे भाभी तब तो इसका लौड़ा भी साला बड़ा हो गया होगा ? देखो न खोल के भाभी कितना बड़ा हो गया है इसका लौड़ा ?
भाभी बोली :- तू चुप रह बुर चोदी हबीबा ? जब तू कोई जवान लड़का देख लेती है तो बस उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगती है । तेरे पास लण्ड के अलावा और कोई काम नहीं है ? फिर भाभी ने तारिक़ से कहा ये मेरी नन्द हबीबा है। बड़ी मस्त और मुह फट है हबीबा माँ की लौड़ी कुछ भी बोल देती है।
मैं बोली :- अरे भाभी इसका दोस्त ज़ाकिर भी तो बड़ा हैंडसम है ? इसका भी बड़ा हो गया होगा लण्ड ?
मेरे मुंह से 'लण्ड' 'लण्ड' सुनकर उनके लण्ड अंदर ही अंदर कुलबुलाने लगे।
तब तक तारिक़ ने एक दावतनामा भाभी को पकड़ा दिया ? उसमे लिखा था की तारिक़ का निकाह अगले हफ्ते होने वाला है , आप सब लोग उसमे सरीख हों ? आपको फैमिली सहित इन्वाइट किया जा रहा है । आप आईयेगा जरूर ?
भाभी बोली :- वाह, तारिक़ मुबारक हो यार तेरा तो निकाह होने वाला है।
मैं बोली :- अरे इतनी जल्दी तेरी शादी होने वाली है ? भाभी देखो न इसका लौड़ा खड़ा भी होता है ? ये साला अपनी बीवी चोदेगा कैसे ? (मेरी तो चूत जली जा रही थी बहन चोद ? मैं जल्दी से जल्दी चुदवाना चाहती थी, यही हाल भाभी की बुर का भी था )
भाभी बोली :- अरी हबीबा तू बहन चोद मानेगी नहीं ? बार बार लण्ड की बात करने लगती है तू ?
मैंने कहा:- अरी मेरी बुर चोदी भाभी, ज़रा सोंचो, लण्ड के बिना क्या कोई शादी हो सकती है, भला ? अगर हो भी जाती है तो यह मालूम होने पर की इसका लण्ड खड़ा नहीं होता या फिर लण्ड चोदने के काबिल नहीं है या फिर लण्ड में बच्चा पैदा करने की ताकत नहीं तो शादी टूट जाती है। उसका तलाक हो जाता है। तुम ज़रा इसका लौड़ा पकड़ कर देखो तो सही ? नहीं तो मैं देख कर बताती हूँ की लौड़ा ताकतवर है की नहीं ?
भाभी बोली :- हां हबीबा तू बात तो ठीक ही कह रही है। मैं इसका पैजामा खोलती हूँ तू ज़ाकिर का पैजामा खोल ?
बस मैं ज़ाकिर का पैजामा खोलने लगी और भाभी तारिक़ का पैजामा ?
ज़ाकिर खड़ा हो गया। मैंने जैसे ही ज़ाकिर के पैजामे का नाड़ा खींचा तो पैजामा नीचे गिर पड़ा और उसका लण्ड टन टना कर खड़ा हो गया मेरे सामने। मैंने कहा अबे भोसड़ी के ज़ाकिर तू चड्ढी नहीं पहनता क्या ? वह बोला कहाँ तक चड्ढी पहनूं ? मैं जहाँ जाता हूँ वहां कोई न कोई मेरा लण्ड पकड़ लेता है। कभी कोई लड़की पकड़ लेती है लण्ड, कभी किसी लड़की माँ पकड़ लेती है, कभी उसकी भाभी, कभी किसी की सास, कभी किसी की बहू पकड़ लेती है लण्ड ? इसलिए मैं खुला ही रखता है अपना लण्ड ? मैंने लौड़ा मुठ्ठी में लिया और उसे ऊपर नीचे करते लगी लण्ड साला बढ़ने लगा। इतने में उसने मेरे पकड़े खोल कर फेंक दिया। मैं भी एक मिनट में नंगी हो गयी । मुझे नंगी देख कर लौड़ा और टन्ना गया। तब तक मेरे सामने मेरी भाभी अपने सारे कपडे उतार कर तारिक़ का लौड़ा चाटने लगी थी। वह बोली हाय हबीबा इसका लण्ड बुर चोदने के काबिल है। मैंने कहा अरे भाभी काबिल तो ज़ाकिर का लौड़ा भी है लेकिन मैं इसे अपनी बुर में घुसेड़ कर बताती हूँ। इस तरह मैं उससे धकाधक चुदवाने लगी। भाभी भी मस्ती से अपनी बुर फैलाकर चुदवाने लगी। इतने में अम्मी कमरे में आ गयी।
वह बोली :- हाय दईया, तुम दोनों भोसड़ी वालियों चुदवा रही हो ? लण्ड का मज़ा ले रही हो ? मैं भी आती हूँ। मैं यहाँ बैठे बैठे झांटें नहीं उखाड़ूँगी अपनी ? लण्ड तो दोनों बहन चोद बड़े मोटे तगड़े लग रहे है। अम्मी अपंने कपडे उतार कर दोनों के पेल्हड़ सहलाने लगी। ज़ाकिर उसका भोसड़ा सहलाने लगा और तारिक़ उसकी चूंची। थोड़ी देर में अम्मी बोली शबाना बहू अब तुम ज़ाकिर से चुदवाओ, और हबीबा बुर चोदी तारिक़ से चुदवायेगी। अम्मी ने तारिक़ का लौड़ा भाभी की बुर से निकाल कर मेरी बुर में घुसा दिया और मेरी बुर से ज़ाकिर का लौड़ा निकाल कर भाभी की बुर में घुसा दिया। अम्मी को यह काम करने में खूब मज़ा आता है। इसका लौड़ा उसकी बुर में और उसका लौड़ा इसकी बुर में ?
भाभी बोली :- यार हबीबा मुझे तो चुदाने में खूब मज़ा आ रहा है इसका मतलब है की इन दोनों के लण्ड बिलकुल पक चुके है . लड़कों से आदमी हो चुके है दोनों भोसड़ी वाले ? अब इनकी शादी होने पर इनकी बीवियां खूब मस्ती से चुदवा सकेंगी ?
मैंने कहा :- हां भाभी आप सही कह रही है ? अब इनके लण्ड का स्वाद और चखना बाकी है। अभी मैं झड़ता हुआ लण्ड पियूंगी तब तुम्हे बताऊँगी ?
मेरे ऐसा बोलते ही तारिक़ बोला यार हबीबा अब मैं खलास होने वाला हूँ। मैंने उसका लौड़ा पकड़ा और अपना मुंह फैलाकर सटासट मुठ्ठ मारने लगी। लौड़ा झड़ा तो मैंने उसका सारा वीर्य अपने मुंह में ही गिरवा लिया। मैंने कहा वाह भाभी बड़ा स्वादिस्ट लौड़ा है इसका ? उधर भाभी बोली हां ज़ाकिर का भी लौड़ा बड़ा रसदार निकला और बड़ा बढ़िया स्वाद है इसके लण्ड का। उधर अम्मी ने भी दोनों झड़ते हुए लण्ड चाटे और हां में हां मिलाई ?
उस दिन अम्मी घर पर नहीं थी। मेरी भाभी ने आवाज़ लगाई अरी वो हबीबा देख तेरा ससुर आया है ? मैं दौड़ी दौड़ी नीचे आयी और ससुर को देख कर बहुत खुश हुई। उसके साथ एक और आदमी था । ससुर बोला बहू ये मेरा दोस्त ज़फर है। गर्मी के दिन थे मैंने बियर का बक्सा खोला और एक एक बोतल सबको पकड़ा दिया। और कहा ससुर जी इनसे मिलो ये है मेरी शबाना भाभी ? वह भाभी को देख कर ललचाने लगा. इधर मैं भी ज़फर को देख कर मस्ती में आ रही थी। मेरी भाभी की भी चूत चुलबुलाने लगी थी। तब तक ज़फर बोला मैं बाथ रूम फ्रेश होने के लिए जाना चाहता हूँ . मैंने उसे बाथ रूम भेज दिया। फिर मैं उठी और ससुर के पास आयी।
भाभी बोली - हबीबा मैं लौड़ा खोलने के पहले तेरे कपडे खोलती हूँ ,
उसने ऐसा ही किया। मुझे अपने ससुर के सामने एकदम नंगी कर दिया। फिर उसने अपनी कपड़े भी खोल डाले। हम दोनों को बिलकुल नंगी देख कर वे अपने होंठ चाटने लगे। मैं बोली हां ऐसा ही होता है भोसड़ी के ससुर जी जब कोई मर्द दूसरों की बीवियां एकदम नंगी देखता है। तब भाभी ने ज़फर का कुर्ता उतारा, पैजामा खोला और फिर नेकर खोल कर लौड़ा पकड़ लिया
वह बोली - हाय अल्ला, अंकल तेरा लौड़ा तो साला बड़ा मजबूत है। सुना है तू हबीबा की सास का भोसड़ा चोदता है ? तू उसकी बेटी की बुर चोदता है ?
ज़फर बोला - मैं क्या करूँ शबाना, हबीबा की सास खुद मुझे नंगा करके मेरा लण्ड पकड़ लेती है। और अपने भोसड़ा में घुसा लेती है। फिर मेरा लण्ड अपनी बेटी को पकड़ा देती है तब तो चोदना ही पड़ता है मुझे ?
तब तक मैंने अपने ससुर का लण्ड खोल कर उसे हिलाने लगी। लण्ड और टन टना गया ? और सख्त हो गया लण्ड ?
मैंने कहा - देखो भाभी यही वो लण्ड है जिसका दीदार मैंने उस दिन किया था। इसकी एक झलक से ही मेरी चूत में हलचल होने लगी थी। तब से मैं इसका लण्ड चाटने के लिए और इससे चुदवाने के लिए तड़प रही हूँ। आज मेरी तमन्ना पूरी होने है। आज मैं इस भोसड़ी वाले ससुर के लण्ड का पूरा मज़ा लूंगी। आज मैं इसे बिना चुदवाये इसे नहीं जाने दूँगी। पहले मैं चुदवाऊँगी ? फिर तुम चुदवाना भाभी और फिर मैं इससे अपनी का भोसड़ा चुदवाऊँगी।
ऐसा कह कर मैं लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी ? तब अचानक मेरी अम्मी शकीला बानो आ गयी।
वह बोली :- हाय हबीबा तू किसका लण्ड चूस रही है।
मैं बोली :- ये मेरे ससुर का लण्ड है माँ ? देखो न कैसे खड़ा हो के गुर्रा रहा है मेरे हाथ में ?
अम्मी बोली :- हां ये तो तेरा ससुर है मादर चोद ? ये यहाँ अपनी बहू चोदने आया है।
मैं बोली - हां अम्मी जब तू अपनी बहू चोदती है तो मेरा ससुर भी अपनी बहू चोदता है।
अम्मी बोली :- तो तेरा ससुर अपने दोस्त से भी चुदवायेगा अपनी बहू की बुर ?
मैं बोली - हां जब तू अपनी बहू की बुर चुदवाती है तो मेरा भी ससुर अपनी बहू की बुर चुदवायेगा ?
अम्मी बोली - इसका लौड़ा तो साला बड़ा हरामी लग रहा है, बेटी ?
मैं बोली :- हा अम्मी याद है तुम्हे उस दिन जब मैंने तुम्हे बताया था की मैंने इसका लण्ड पहली बार कैसे देखा था ?
अम्मी बोली :- हां बेटी हबीबा मुझे याद है। मेरा भोसड़ा तभी से जल रहा है बहन चोद
मैंने कहा :- तो आओ न मैं इसे पहले तेरे भोसड़ा में घुसेड़ देती हूँ ?
अम्मी बोली :- नहीं तू पहले चुदवा ले फिर मैं तेरे ससुर का लण्ड अपने भोसड़ा में कई बार पेलूँगी ?
इस तरह, मैंने मेरी भाभी ने और मेरी अम्मी ने इन दोनों से लण्ड अदल बदल कर रात भर खूब चुदवाया और मज़ा लिया। ०
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
लिए तड़प उठी ? मेरा मन हुआ की मैं अभी हाथ बढ़ा कर लण्ड पकड़ लूँ और उसे चाटने लगूँ ? तुम तो जानती ही हो अम्मी, की मुझे लण्ड चाटना कितना पसंद है ? लेकिन मैं कुछ सोंच कर वहां से मुस्कराती हुई भाग आयी ?
अम्मी बोली :- अरी हबीबा पूरा किस्सा बता न, बहन चोद ? ये हुआ कैसे ? तूने कैसे देख लिया अपने ससुर का लण्ड ?
मैं बोली :- उस दिन मैं ससुर के कमरे में गयी तो देखा की वह बाथ रूम में नहा रहा है। लेकिन उसकी तौलिया बाहर बेड पर ही पड़ी है। उसकी लुंगी भी बाहर रखी है। मैंने अनुमान लगाया की इसका मतलब वह नंगा नंगा ही बाथ रूम से बाहर आएगा और तौलिया ले जायेगा ? मैं बस इसी इंतज़ार में वहीँ छुप गयी। थोड़ा टाइम लगा तो मैंने सोंचा की शायद वह अपनी झांटें बना रहा होगा भोसड़ी वाला ? हुआ भी वही जैसा मैंने सोंचा था। वह नहा धो कर बाहर आया तो मेरी निगाह सीधे उसके लण्ड पर पड़ी ? झांटें बिलकुल सफा चट्ट ? लण्ड एकदम चिकना पेल्हड़ एकदम चिकने ? आधे से ज्यादा टन टना रहा था लण्ड ? मैं आँखे फाड़ फाड़ कर लण्ड देखने लगी। लण्ड का सुपाड़ा साला बम का गोला लग रहा था। उससे एक एक बूँद पानी की टपक रही थी। मेरा मन हुआ की मैं सुपाड़े पर जबान छुआ दूँ और उसकी एक एक बूँद चाट लूँ . तब तक उसने तौलिया उठायी और वही खड़ा हो कर बदन पोंछने लगा ? मेरी नज़र लण्ड से हट ही नहीं रही थी। फिर उसने जब अपना लण्ड पकड़ कर तौलिया से पोंछा, दो तीन बार हिलाया तो लण्ड थोड़ा और टन्ना गया ? मेरे अंदर मस्ती छाने लगी। अरे अम्मी, फिर तो लौड़ा साला एकदम से टन्ना कर खड़ा हो गया। तब मुझे लगा की ये तो मादर चोद मेरे अब्बा के लण्ड से बड़ा है। फिर वह शीशे के सामने आ गया। अब मैं शीशे में उसका लण्ड देखने लगी। इतने में अचानक उसने मेरा मुंह शीशे में देख लिया। वह फ़ौरन अपना लण्ड तौलिया से ढकता हुआ पीछे मुड़ा और बोला हबीबा तुम यहाँ ? मैंने उसे तिरछीं निगाह से देखा और एक सेक्सी मुस्कराहट अपने चेहरे पर लाती हुई भाग आयी, अम्मी ?
अम्मी बोली :- अरी मेरी बेटी हबीबा तूने तो अपने ससुर के लण्ड के बारे में बता कर मेरे भोसड़ा में आग लगा दी है।
तब तक मेरी शबाना भाभी आ गयी और बोली अरी हबीबा तो तू यहाँ अपनी माँ चुदा रही है ? मैं जाने कहाँ कहाँ तुझे ढूंढती फिर रही हूँ। चल तुझे एक ब्लू फिल्म दिखाती हूँ।
मैंने कहा :- अरी मेरी माँ की लौड़ी भाभी मैं नेट पर बहुत सारी ब्लू फिल्म देख लेती हूँ। मुझे नहीं देखना कोई ब्लू फिल्म ?
वह बोली :- अरे यार यह एक सच्ची ब्लू फिल्म है। मेरी सहेली की सुहागरात - एक मर्द के साथ नहीं तीन तीन मर्द के साथ ?
मैं बोली :- ऐसा कहीं होता है क्या ? कोई दुल्हन अपनी सुहागरात में तीन तीन मर्दों से चुदवायेगी क्या ?
वह बोली :- अरे भाभी चुदवायेगी नहीं, चुदवाया है ? यही तो देखना है ?
अम्मी बोली : - तब तो मैं भी देखूँगी बहू ?
बस, हम तीनो बैठ कर मजे से देखने लगीं ब्लू फिल्म ?
भाभी ने फिल्म टी वी पर चालू कर दी , हम सब फिल्म देखते देखते बातें भी करती जा रही थी और अपने कमेंट्स भी पास करती जा रही थी। स्क्रीन पर दुल्हन आ गयी। अम्मी ने कहा अरे ये तो सना है मैं इसे जानती हूँ। ये तो मेरे घर आती है बहन चोद मैंने बताया का अम्मी इसी की तो सुहागरात है - हाय अल्ला, इसका निकाह हो गया - हां अम्मी हो गया कोई शक है तुझे क्या ? - अरे यह भोसड़ी की इतनी बड़ी हो गयी है ? - हां अम्मी ये अब २२ साल की हो गयी है। देखते जाओ अभी ये क्या क्या करती है ? तब तक उसका दूल्हा आ गया। उसने घूंघट उठाया और उसके होंठ चूमे, उसके गाल चूमे और सर पर हाथ रख कर। फिर उसकी चुन्नी गिरा दी, धीरे से उसका ब्लाउज़ खोल डाला, उसकी साड़ी उतार कर फेंक दी। उसकी ब्रा जैसे ही खोली तो चूंचियां छलक कर उसके सामने आ गयी। वह चूंचियां पकड़ कर चूमने लगा। दुल्हन उसके बदन पर हाथ फिराने लगी। तब तक दूल्हे ने उसके पेटीकोट का नाड़ा खींच लिया और दुल्हन को खड़ा कर दिया। पेटीकोट धड़ाम से नीचे गिर गया और दुलहन एकदम पूरी नंगी हो गयी। दूल्हे ने उसे खूब प्यार करते हुए चिपका लिया। मैंने कहा भाभी तेरी सहेली की चूंचियां बड़ी मस्त है। बिलकुल तेरी चूंचियों से मेल खाती है। भाभी ने मजाक किया और चूत तो हबीबा तेरी चूत से मेल खाती है। हम तीनो हंस पड़े ?
फिर दुल्हन का नंबर आया उसने दूल्हे के कपडे खोलना शुरू किया। पैजामा, कमीज, बनियाइन सब उतार दिया और फिर चड्ढी खोलने लगी। चड्ढी के ऊपर से लौड़े के साइज़ का पता चल रहा था। मैंने कहा हाय लौड़ा तो बड़ा मजबूत लगता है इसका ? भाभी बोली अभी खुल जाये तब देखना ? दुल्हन ने जैसे ही लौड़ा खोला तो वह घंटे की तरह टन्न से उसके गाल पर लगा ? वह बोली भोसड़ा का लौड़ा तेरा बड़ा हरामी है साला ? मेरी चूत अभी इसकी गांड मारेगी तब इस मादर चोद को पता चलेगा ? दुल्हन की इस तरह की बात सुनकर अम्मी बोली वाओ, दुल्हन तो बड़ी ऊंची चीज लग रही है बहू - मैं कह रही थी न सना बड़ी हरामजादी लड़की है। अम्मी बोली हाय बहू इसका लण्ड तो उझे पसंद आ गया ? भाभी बोली हां सासू जी तेरा भोसड़ा साला हमेशा लण्ड का प्यासा रहता है बहन चोद ? मैंने कहा भाभी इसका लौड़ा मेरे देवर के लौड़े जैसा है ?
इतने में सना ने लण्ड अपनी मुठ्ठी में पकड़ लिया और हिलाने लगी। उसका सुपाड़ा बीच बीच में चाटने लगी। तब तक किसी ने कहा भाभी मेरा भी चाटो न प्लीज ? सना मुड़ी तो देखा की एक और लड़का अपना लण्ड खड़ा किये हुए कमरे में आ गया। दूल्हा बोला सना ये मेरा दोस्त है। आज ये भी मेरे साथ मेरी सुहागरात मनाएगा ? वह बोली अच्छा तो ये भी चोदेगा मेरी बुर ? इसकी शादी हो गयी है - हां इसकी शादी हो गयी है सना - इसका मतलब तुम इसकी बीवी चोदते हो ? - हां तुमने ठीक कहा सना मैं इसकी बीवी चोदता हूँ ? - तो तुम उन सब लोगों को बुला लो जिनकी बीवी तुम चोदते हो ? - क्या बुरा मान गयी हो सना ? - नहीं बुरा नहीं मान गयी मैं ? मैं तो खुश हो गयी हूँ। आज मैं उन सब लोगों से चुदवाऊँगी जिनकी बीवियां तुम चोदते हो ?
ऐसा कह कर सना उस लड़के का लण्ड पकड़ कर चाटने लगी। - दूल्हा बोला हां ऐसे लोग तो कई है जिनकी बीवियां मैं चोदता हूँ लेकिन यहाँ एक और लड़का है जिसकी बीवी मैं चोदता हूँ ? - तो फिर उसे भी बुलाऊँ न भोसड़ी के ? गांड क्यों फट रही है तेरी ? चुदाना तो मुझे है न ?
बस थोड़ी देर में पीछे से एक लड़के ने अपना लण्ड सना के कंधे पर रख दिया। सना तीन तीन लण्ड से चुदवाने लगी।
अम्मी बोली :- हाय अल्ला, सुहागरात में तीन तीन लण्ड ?
मैं बोली :- और तीनो भोसड़ी के मोटे तगड़े लण्ड ?
फिल्म देखते देखते ही हम तीनो के कपडे खुल गये। हम सब नंगी हो गयी। तीनो की चूत गरमा गयी। मैंने कहा भाभी तुमने फिल्म दिखा कर मेरी चूत गरमा दी है। अब तू ही मेरी बुर चुदवा जल्दी से और अम्मी का भोसड़ा भी ?
इतने में डोर बेल बजी। मैंने दरवाजा खोला तो सामने दो जवान लड़के खड़े थे। एक बोला मैं तारिक हूँ और ये मेरा दोस्त ज़ाकिर है। हम दोनों शबाना भाभी से मिलने आये है। मैंने दोनों को कमरे में बैठाया और भाभी को बुला लिया। भाभी उन्हें देख कर उछल पड़ी।
भाभी बोली :- हाय अल्ला, तारिक़ तू तो भोसड़ी का बहुत बड़ा हो गया है । पूरा आदमी बन गया है तू बहन चोद ?
मेरे मुंह से निकला :- अरे भाभी तब तो इसका लौड़ा भी साला बड़ा हो गया होगा ? देखो न खोल के भाभी कितना बड़ा हो गया है इसका लौड़ा ?
भाभी बोली :- तू चुप रह बुर चोदी हबीबा ? जब तू कोई जवान लड़का देख लेती है तो बस उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगती है । तेरे पास लण्ड के अलावा और कोई काम नहीं है ? फिर भाभी ने तारिक़ से कहा ये मेरी नन्द हबीबा है। बड़ी मस्त और मुह फट है हबीबा माँ की लौड़ी कुछ भी बोल देती है।
मैं बोली :- अरे भाभी इसका दोस्त ज़ाकिर भी तो बड़ा हैंडसम है ? इसका भी बड़ा हो गया होगा लण्ड ?
मेरे मुंह से 'लण्ड' 'लण्ड' सुनकर उनके लण्ड अंदर ही अंदर कुलबुलाने लगे।
तब तक तारिक़ ने एक दावतनामा भाभी को पकड़ा दिया ? उसमे लिखा था की तारिक़ का निकाह अगले हफ्ते होने वाला है , आप सब लोग उसमे सरीख हों ? आपको फैमिली सहित इन्वाइट किया जा रहा है । आप आईयेगा जरूर ?
भाभी बोली :- वाह, तारिक़ मुबारक हो यार तेरा तो निकाह होने वाला है।
मैं बोली :- अरे इतनी जल्दी तेरी शादी होने वाली है ? भाभी देखो न इसका लौड़ा खड़ा भी होता है ? ये साला अपनी बीवी चोदेगा कैसे ? (मेरी तो चूत जली जा रही थी बहन चोद ? मैं जल्दी से जल्दी चुदवाना चाहती थी, यही हाल भाभी की बुर का भी था )
भाभी बोली :- अरी हबीबा तू बहन चोद मानेगी नहीं ? बार बार लण्ड की बात करने लगती है तू ?
मैंने कहा:- अरी मेरी बुर चोदी भाभी, ज़रा सोंचो, लण्ड के बिना क्या कोई शादी हो सकती है, भला ? अगर हो भी जाती है तो यह मालूम होने पर की इसका लण्ड खड़ा नहीं होता या फिर लण्ड चोदने के काबिल नहीं है या फिर लण्ड में बच्चा पैदा करने की ताकत नहीं तो शादी टूट जाती है। उसका तलाक हो जाता है। तुम ज़रा इसका लौड़ा पकड़ कर देखो तो सही ? नहीं तो मैं देख कर बताती हूँ की लौड़ा ताकतवर है की नहीं ?
भाभी बोली :- हां हबीबा तू बात तो ठीक ही कह रही है। मैं इसका पैजामा खोलती हूँ तू ज़ाकिर का पैजामा खोल ?
बस मैं ज़ाकिर का पैजामा खोलने लगी और भाभी तारिक़ का पैजामा ?
ज़ाकिर खड़ा हो गया। मैंने जैसे ही ज़ाकिर के पैजामे का नाड़ा खींचा तो पैजामा नीचे गिर पड़ा और उसका लण्ड टन टना कर खड़ा हो गया मेरे सामने। मैंने कहा अबे भोसड़ी के ज़ाकिर तू चड्ढी नहीं पहनता क्या ? वह बोला कहाँ तक चड्ढी पहनूं ? मैं जहाँ जाता हूँ वहां कोई न कोई मेरा लण्ड पकड़ लेता है। कभी कोई लड़की पकड़ लेती है लण्ड, कभी किसी लड़की माँ पकड़ लेती है, कभी उसकी भाभी, कभी किसी की सास, कभी किसी की बहू पकड़ लेती है लण्ड ? इसलिए मैं खुला ही रखता है अपना लण्ड ? मैंने लौड़ा मुठ्ठी में लिया और उसे ऊपर नीचे करते लगी लण्ड साला बढ़ने लगा। इतने में उसने मेरे पकड़े खोल कर फेंक दिया। मैं भी एक मिनट में नंगी हो गयी । मुझे नंगी देख कर लौड़ा और टन्ना गया। तब तक मेरे सामने मेरी भाभी अपने सारे कपडे उतार कर तारिक़ का लौड़ा चाटने लगी थी। वह बोली हाय हबीबा इसका लण्ड बुर चोदने के काबिल है। मैंने कहा अरे भाभी काबिल तो ज़ाकिर का लौड़ा भी है लेकिन मैं इसे अपनी बुर में घुसेड़ कर बताती हूँ। इस तरह मैं उससे धकाधक चुदवाने लगी। भाभी भी मस्ती से अपनी बुर फैलाकर चुदवाने लगी। इतने में अम्मी कमरे में आ गयी।
वह बोली :- हाय दईया, तुम दोनों भोसड़ी वालियों चुदवा रही हो ? लण्ड का मज़ा ले रही हो ? मैं भी आती हूँ। मैं यहाँ बैठे बैठे झांटें नहीं उखाड़ूँगी अपनी ? लण्ड तो दोनों बहन चोद बड़े मोटे तगड़े लग रहे है। अम्मी अपंने कपडे उतार कर दोनों के पेल्हड़ सहलाने लगी। ज़ाकिर उसका भोसड़ा सहलाने लगा और तारिक़ उसकी चूंची। थोड़ी देर में अम्मी बोली शबाना बहू अब तुम ज़ाकिर से चुदवाओ, और हबीबा बुर चोदी तारिक़ से चुदवायेगी। अम्मी ने तारिक़ का लौड़ा भाभी की बुर से निकाल कर मेरी बुर में घुसा दिया और मेरी बुर से ज़ाकिर का लौड़ा निकाल कर भाभी की बुर में घुसा दिया। अम्मी को यह काम करने में खूब मज़ा आता है। इसका लौड़ा उसकी बुर में और उसका लौड़ा इसकी बुर में ?
भाभी बोली :- यार हबीबा मुझे तो चुदाने में खूब मज़ा आ रहा है इसका मतलब है की इन दोनों के लण्ड बिलकुल पक चुके है . लड़कों से आदमी हो चुके है दोनों भोसड़ी वाले ? अब इनकी शादी होने पर इनकी बीवियां खूब मस्ती से चुदवा सकेंगी ?
मैंने कहा :- हां भाभी आप सही कह रही है ? अब इनके लण्ड का स्वाद और चखना बाकी है। अभी मैं झड़ता हुआ लण्ड पियूंगी तब तुम्हे बताऊँगी ?
मेरे ऐसा बोलते ही तारिक़ बोला यार हबीबा अब मैं खलास होने वाला हूँ। मैंने उसका लौड़ा पकड़ा और अपना मुंह फैलाकर सटासट मुठ्ठ मारने लगी। लौड़ा झड़ा तो मैंने उसका सारा वीर्य अपने मुंह में ही गिरवा लिया। मैंने कहा वाह भाभी बड़ा स्वादिस्ट लौड़ा है इसका ? उधर भाभी बोली हां ज़ाकिर का भी लौड़ा बड़ा रसदार निकला और बड़ा बढ़िया स्वाद है इसके लण्ड का। उधर अम्मी ने भी दोनों झड़ते हुए लण्ड चाटे और हां में हां मिलाई ?
उस दिन अम्मी घर पर नहीं थी। मेरी भाभी ने आवाज़ लगाई अरी वो हबीबा देख तेरा ससुर आया है ? मैं दौड़ी दौड़ी नीचे आयी और ससुर को देख कर बहुत खुश हुई। उसके साथ एक और आदमी था । ससुर बोला बहू ये मेरा दोस्त ज़फर है। गर्मी के दिन थे मैंने बियर का बक्सा खोला और एक एक बोतल सबको पकड़ा दिया। और कहा ससुर जी इनसे मिलो ये है मेरी शबाना भाभी ? वह भाभी को देख कर ललचाने लगा. इधर मैं भी ज़फर को देख कर मस्ती में आ रही थी। मेरी भाभी की भी चूत चुलबुलाने लगी थी। तब तक ज़फर बोला मैं बाथ रूम फ्रेश होने के लिए जाना चाहता हूँ . मैंने उसे बाथ रूम भेज दिया। फिर मैं उठी और ससुर के पास आयी।
- मैंने उसका कालर पकड़ा और बोली - माँ का लौड़ा ससुर, तेरी माँ का भोसड़ा साले, गांडू इतना बड़ा लम्बा चौड़ा लौड़ा लिए घूमता है तू, मुझे क्यों नहीं पकड़ाया आजतक भोसड़ी के ? मैंने उस दिन तेरे लण्ड का दीदार किया तब से आजतक मेरी चूत बुर चोदी जली जा रही है ?
- मैं क्या करता तुम खुद ही भाग गयी थी वहाँ से और मैं तो बस तुम्हे देखता ही रह गया ?
- तो भोसड़ी के तुम्ह मुझे बुला नहीं सकते थे वहां ? रोक नहीं सकते थे मुझे वहाँ ? तेरी गांड फट जाती क्या ?
- अरे बहू तुम अपनी भाभी के सामने ऐसी बातें कर रही हो ?
- माँ चुदाये मेरी भाभी और भाभी की बुर ? क्या मेरी भाभी के पास चूत नहीं है ? क्या उसे लण्ड की जरुरत नहीं है ? क्या वह चुदासी नहीं होती बहन का लौड़ा मेरे ससुर ? अब बता तूने मुझे क्यों नहीं रोका ?
- मैंने सोंचा तू कहीं बुरा न मान जाये ?
- देख भोसड़ी के अनवर अली ससुर जी, जब कोई जवान लड़की / बेटी /बहू किसी का मस्त खड़ा हुआ लण्ड देख लेती है तो उसे तब तक चैन नहीं मिलता जब तक वह लण्ड पकड़ नहीं लेती और पकड़ कर अपनी चूत में घुसेड़ नहीं लेती ? मैंने उस दिन तेरे लण्ड का दीदार किया तब से आज तक मेरी चूत की आग जल रही है। जब तक तेरा लौड़ा मेरी चूत में घुसेगा नहीं तब तक यह आग जलती रहेगी ?
- मैं तो घुसेड़ना चाहता ही हूँ बहू पर ,,,,,,,,,,,,,,,,,,?
- पर की माँ की चूत ? मैं जानती हूँ की तू मादर चोद मुझे चोदने आया है। मुझे मेरी नन्द यानी तेरी बेटी ने सब बता दिया है। तू मेरी बुर चुदवाने के लिए अपने दोस्त ज़फर को भी लाया है। मैं यह भी जानती हूँ की तू ज़फर की बीवी चोदता है और ज़फर तेरी बीवी चोदता है। इतना ही नहीं तू ज़फर की बेटी चोदता है और ज़फर तेरी बेटी चोदता है। मेरी नन्द ने ज़फर के लण्ड के बारे में सब बता दिया है। उसने ज़फर के लण्ड की बड़ी तारीफ की है इसलिए मैं भी उससे चुदवाने के लिए बेताब हूँ ? मेरी भाभी भी तुम दोनों से चुदवायेंगी ? और हां सबसे बड़ी बात यह है की मैं तुम दोनों से मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी ? अब खोल के दिखा जल्दी से अपना लण्ड, भोसड़ी के ससुर ?
भाभी बोली - हबीबा मैं लौड़ा खोलने के पहले तेरे कपडे खोलती हूँ ,
उसने ऐसा ही किया। मुझे अपने ससुर के सामने एकदम नंगी कर दिया। फिर उसने अपनी कपड़े भी खोल डाले। हम दोनों को बिलकुल नंगी देख कर वे अपने होंठ चाटने लगे। मैं बोली हां ऐसा ही होता है भोसड़ी के ससुर जी जब कोई मर्द दूसरों की बीवियां एकदम नंगी देखता है। तब भाभी ने ज़फर का कुर्ता उतारा, पैजामा खोला और फिर नेकर खोल कर लौड़ा पकड़ लिया
वह बोली - हाय अल्ला, अंकल तेरा लौड़ा तो साला बड़ा मजबूत है। सुना है तू हबीबा की सास का भोसड़ा चोदता है ? तू उसकी बेटी की बुर चोदता है ?
ज़फर बोला - मैं क्या करूँ शबाना, हबीबा की सास खुद मुझे नंगा करके मेरा लण्ड पकड़ लेती है। और अपने भोसड़ा में घुसा लेती है। फिर मेरा लण्ड अपनी बेटी को पकड़ा देती है तब तो चोदना ही पड़ता है मुझे ?
तब तक मैंने अपने ससुर का लण्ड खोल कर उसे हिलाने लगी। लण्ड और टन टना गया ? और सख्त हो गया लण्ड ?
मैंने कहा - देखो भाभी यही वो लण्ड है जिसका दीदार मैंने उस दिन किया था। इसकी एक झलक से ही मेरी चूत में हलचल होने लगी थी। तब से मैं इसका लण्ड चाटने के लिए और इससे चुदवाने के लिए तड़प रही हूँ। आज मेरी तमन्ना पूरी होने है। आज मैं इस भोसड़ी वाले ससुर के लण्ड का पूरा मज़ा लूंगी। आज मैं इसे बिना चुदवाये इसे नहीं जाने दूँगी। पहले मैं चुदवाऊँगी ? फिर तुम चुदवाना भाभी और फिर मैं इससे अपनी का भोसड़ा चुदवाऊँगी।
ऐसा कह कर मैं लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी ? तब अचानक मेरी अम्मी शकीला बानो आ गयी।
वह बोली :- हाय हबीबा तू किसका लण्ड चूस रही है।
मैं बोली :- ये मेरे ससुर का लण्ड है माँ ? देखो न कैसे खड़ा हो के गुर्रा रहा है मेरे हाथ में ?
अम्मी बोली :- हां ये तो तेरा ससुर है मादर चोद ? ये यहाँ अपनी बहू चोदने आया है।
मैं बोली - हां अम्मी जब तू अपनी बहू चोदती है तो मेरा ससुर भी अपनी बहू चोदता है।
अम्मी बोली :- तो तेरा ससुर अपने दोस्त से भी चुदवायेगा अपनी बहू की बुर ?
मैं बोली - हां जब तू अपनी बहू की बुर चुदवाती है तो मेरा भी ससुर अपनी बहू की बुर चुदवायेगा ?
अम्मी बोली - इसका लौड़ा तो साला बड़ा हरामी लग रहा है, बेटी ?
मैं बोली :- हा अम्मी याद है तुम्हे उस दिन जब मैंने तुम्हे बताया था की मैंने इसका लण्ड पहली बार कैसे देखा था ?
अम्मी बोली :- हां बेटी हबीबा मुझे याद है। मेरा भोसड़ा तभी से जल रहा है बहन चोद
मैंने कहा :- तो आओ न मैं इसे पहले तेरे भोसड़ा में घुसेड़ देती हूँ ?
अम्मी बोली :- नहीं तू पहले चुदवा ले फिर मैं तेरे ससुर का लण्ड अपने भोसड़ा में कई बार पेलूँगी ?
इस तरह, मैंने मेरी भाभी ने और मेरी अम्मी ने इन दोनों से लण्ड अदल बदल कर रात भर खूब चुदवाया और मज़ा लिया। ०
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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