- प्रेमा बोली :- हाय रीता तू क्या कर रही है ?
- मैंने जबाब दिया :- अभी तो मैं चुदवा रही हूँ यार ?
- किससे चुदवा रही है तू ? कौन चोद रहा है तुझे ? मैं जब भी फोन करती हूँ, तू हमेशा चुदवाती ही रहती है ? और भी कुछ काम है दुनिया में की सिर्फ चुदवाना ही है तेरे लिए ? तेरा हसबैंड तुझे कितना चोदता है यार ?
- नहीं री ? मेरा हसबैंड मुझे नहीं चोदता है ? वो तो अपने सामने मुझे चुदवाता है लोगों से ?
- हाय दईया क्या कह रही है तू बुर चोदी रीता ?
- यार मैं सच कह रही हूँ प्रेमा ? मेरा मियां अपनी बीवी चुदवा रहा है ? वह मेरे सामने सोफ़ा पर बैठा है और उसका दोस्त मुझे धकाधक मस्ती से चोद रहा है। वो तो बैठे बैठे मुस्कराते हुए मेरी चुदाई का मज़ा ले रहा है। अपने दोस्त का लण्ड मेरी चूत में आते जाते हुए देख रहा है ।
- तो भोसड़ी की तू किस तरह की बीवी है जो अपने पति के सामने पराये मर्द से चुदवाये चली जा रही है ? तुझे ज़रा भी शर्म नहीं आती ?
- जब मेरे मियां को अपनी बीवी चुदवाने में शर्म नहीं आती तो मुझे चुदवाने में क्यों आये ? मुझे तो नया नया लण्ड मिलता जा रहा है और मैं मजे से चुदवाती चली जा रही हूँ । मैं तो इसी तरह गैर मर्दों से चुदवाकर अपने मियां को खुश रखती हूँ। कल बलबीर मुझे चोद कर गया और आज जमाल मुझे चोद रहा है ? रात की मेरा पति किसी और को ले आएगा और रात भर मेरी बुर चुदवायेगा ?
- यार रीता, तू कुछ कर न यार ? मेरा पति अपनी बीवी नहीं चुदवाता ? तू कुछ ऐसा कर दे की वह भी अपनी बीवी चुदवाने लगे ?
- इसके लिए तुझे कुछ देना पडेगा ?
- यार , तुम जो कहोगी वो मैं तुझे दे दूँगी ?
- तुझे अपनी पति का लण्ड देना पडेगा ?
- ठीक है यार दे दूँगी। तुम जब कहो मैं लण्ड तुझे दे दूँगी ? बोलो कब लोगी लण्ड ? काम होने के पहले की काम होने के बाद ?
- अब तूने हां कर दी है ? मैं जब चाहूंगी ले लूंगी तुझसे तेरे पति का लण्ड ?
मुझे खुश देख कर शिवा का हौसला बढ़ता गया और फिर वह आये दिन मुझे अपने दोस्तों से चुदवाने लगा ? मुझे भी नये नये लण्ड मिलते गये और मैं बिना कुछ सोंचे, बिना दुनिया की परवाह किये धकाधक चुदवाती चली गयी। अब तक दर्ज़नो लण्ड मेरी बुर में घुस चुके है ? मैंने प्रेमा को जब यह कहानी बताई तो उसकी चूत में आग लग गयी और वह भी मेरी तरह चुदवाने के सपने देखने लगी। प्रेमा बोली यार कुछ भी करो, तुम मेरे पति को अपने पति जैसा बना दो ताकि वह भी अपनी बीवी अपने दोस्तों से चुदवाने लगे ?
मैं सोंचने लगी की किस तरह प्रेमा के पति को ऐसा बनाया जाए की वह भी मेरे पति की तरह अपनी बीवी चुदवाने लगे ?
प्रेमा के पति परेश को मैं जानती तो थी पर नजदीक से नहीं ? एक दिन जब मेरा पति घर पर नहीं था, मैंने परेश को फोन किया और कहा यार परेश आज दिन में किसी समय बिना प्रेमा को बताये मेरे पास आ सकते हो ? मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगी ? वह बोला ठीक है भाभी मैं किसी बहाने से ऑफिस से जल्दी निकल लूँगा फिर आपके पास आ जाऊंगा। बस मैं ख्यालों में घूमने लगी। मैंने उसके आने के पहले तैयारी कर ली , खूब मॉल मॉल कर नहाया और बढ़िया सा मेक उप किया और एक बढ़िया सी साड़ी के साथ डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहन लिया। नीचे एक छोटी सी ब्रा जिससे चूंचियां आधे से अधिक बाहर ही दिखाई पड़ती है।
करीब ३ बजे दरवाजे की घंटी बजी मैंने दरवाजा खोला और मुस्कराकर बड़ी अदा से बोली आओ न अंदर ? उसके बैठते ही मैंने कहा वाओ, आज तो तुम बहुत स्मार्ट लग रहे हो परेश ? वह बोला अरे भाभी सच तो यह है की आप बहुत अच्छी लग रही है ? क्या कोई और आने वाला है ? मैंने जबाब दिया नहीं अब तुम्हारे आगे और कौन ठहर सकता है परेश ? बस मैं अंदर गयी और फ़ौरन एक गिलास पानी लाकर झुकते हुए उसके आगे रखा तो उसकी निगाह मेरी चूंचियों पर दूर तक पड़ी ? मैं समझ गयी की मामल बन सकता है। मैंने कहा थोड़ा व्हिस्की चलेगी वह बोला हां बस हम दोनों व्हिस्की पीने लगे। एक पैग खत्म हुआ तो थोड़ा शुरुर आने लगा।
मैंने कहा परेश तुम इतने स्मार्ट हो तो कॉलेज के दिनों में तो लड़कियां तेरे आगे पीछे घूमती होंगी ? - हां थोड़ा बहुत तो था ऐसा पर आप बताईये आपको तो देख कर लड़कों के होश उड़ जाते होंगे ? मेरा तो होश अभी उड़ रहा है भाभी तो उस समय लड़कों का क्या हाल होगा मैं समझ सकता हूँ भाभी - हां एक बात तो है लड़के मेरे आगे पीछे बहुत रहते थे क्योंकि मैं गाली खूब बकती थी। सबकी गांड मारा करती थी और कुछ लड़कों की तो माँ चोद देती थी। लड़के भोसड़ी वाले मेरी गालियां सुन कर बड़ा मज़ा लिया करते थे - भाभी तुम्हारे मुंह से गालियां तो आज भी बड़ी अच्छी लगती है - अरे वाह, सच बताओ मेरी गालियां सुनकर तेरे लण्ड में कुछ हलचल होती है क्या ? (मैं जान बूझ कर मुंह से गालियां निकालने लगी) - बहुत हल चल होती है भाभी - अच्छा मैं कहूँ की तुम मुझे अपना लण्ड दिखाओ तो तुम दिखा दोगे बहन चोद ?
वह मुस्कराकर थोड़ा झेंप गया। तब तक तीन तीन पैग शराब हो चुकी थी। मैं भी नशे में हो गयी और वह भी ? मैं साड़ी का पल्ला बार बार गिरा कर उसके लण्ड में आग भरने लगी। फिर थोड़ा जोश में आकर मैंने ब्लाउज़ उतार दिया। अब मेरी बड़ी बड़ी चूंचियां निपल्स छोड़ कर एकदम बाहर आ गयी। परेश उन्हें देख कर अपने होंठ चाटने लगा। मैंने मौका देखा और उसकी जांघों पर हाथ रख दिया ? उसकी जांघें सहलाने लगी। मैंने धीरे से हाथ और आगे बढ़ाया उसका लण्ड दबाते हुए कहा हाय मेरा राजा अब और न तड़पाओ दिखा दो मुझे अपना ये मस्ताना लण्ड ? ऐसा कह कर मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंचियों पर रख दिया और कहा लो पकड़ कर देखो इन बुर चोदियों को ? फिर एक हाथ पीछे ले गयी और ब्रा का हुक खोल दिया। ब्रा खुल कर नीचे गिर गयी और मेरी नंगी चूंचियां उसके आगे छलक पड़ी। उसने बड़े प्यार से देखा और चूंचियां दबाने लगा ? मुझे भी चूंचियां मसलवाने में मज़ा आने लगा। मैं और आगे बढ़ी और एक चूंची उसके मुंह में घुसेड़ दी ?
हम दोनों सोफ़ा पर बैठे थे । मैं उसके कपडे खोलने लगी उसकी कमीज बनियाइन उतार दी उसकी चौड़ी छाती देख कर मज़ा आ गया फिर मैंने पैंट की बेल्ट खोली तो वह उठ खड़ा हुआ। पैंट खोल कर जब बाहर फेंका तो मैं अंदर से मैं बड़ी खुश हो रही थी। चड्ढी के ऊपर से ही उसके लण्ड का उभार देखा तो समझ गयी की लौड़ा दमदार है ? मैंने दोनों तरफ से उंगलियां फंसा कर चड्ढी नीचे खींच दी तो लौड़ा एकदम से फनफना कर मेरे मुंह के सामने आ गया । मेरे मुंह से निकला अबे मादर चोद भोसड़ी के लण्ड ? आते ही मुझे आँखे दिखाने लगा तू माँ का लौड़ा ? परेश के लण्ड में यह सुनकर और जोश भर गया। लौड़ा और टन टनाने लगा मैंने उसे पकड़ा और ताबड़ तोड़ लण्ड की ले लीं कई बार चुम्मियाँ ? फिर मुठ्ठी में लेकर ऊपर नीचे करने लगी . उसका सुपाड़ा बार बार चूमने लगी और फिर जबान निकाल कर लण्ड चाटने लगी।
मैं सुपाड़े से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़े तक लण्ड चाटने में मस्त हो गयी। थोड़ी देर में मैंने उसे सोफ़ा पर बैठा दिया। मैं नीचे फर्श पर उसकी दोनों टांगों के बीच बैठ गयी और झुक कर उसका लण्ड मुंह में घुसा कर चूसने लगी। मैं लण्ड वैसे ही चूसने लगी जैसे लड़कियां ब्लू फिल्म में लड़कों के लण्ड चूसती है। मेरी मस्ती और बढ़ी तो मैं सुपाड़े पर बार बार थूंक थूंक कर चाटने लगी।
परेश बोला अरे भाभी इतनी मस्ती से तो किसी ने भी मेरा लौड़ा नहीं चूसा - तूने चुसाया ही नहीं अभी तक किसी को अपना लण्ड - क्या कोई और भी इस तरह चूस सकती है लण्ड, भाभी - अरे इससे अच्छी तरह चूसने वाली बीवियां है यहाँ, मैं कई बीवियों को जानती हूँ जो मुझसे भी अच्छा चूस लेती है लण्ड - अच्छा ऐसा है क्या भाभी - हां कभी मिसेज बरखा अरोरा से चुदवाओ अपना लण्ड ? कभी मिसेज शिल्पा से चुदवाओ अपना लण्ड ? मिसेज काजल, मिसेज सपना को चूसने दो अपना लण्ड फिर देखो कितना मज़ा आता है तुम्हे - तो क्या ये सब मेरा लण्ड चूस लेंगी, भाभी - क्यों नहीं चूस लेंगीं ये सब साली तेरे जैसे लण्ड चूसने के लिए तड़पती रहती है। तेरे जैसा लण्ड उन्हें मिल जाए तो कभी छोड़े न - तो फिर चुसवा दो न मेरा लण्ड इन सब बीवियों से भाभी - हां चुसवा दूँगी पर तुम्हे एक काम करना पडेगा - हा बोलो न भाभी, मैं सब करूंगा - अपनी बीवी को भी चूसने दो सबके लण्ड - हां हां चूसे न भोसड़ी वाली मुझे कोई परेशानी नहीं, मैं तो काजल बरखा और शिल्पा जैसी बीवियों को लण्ड जरूर चुसाना चाहता हूँ ? - लण्ड सिर्फ चूसेंगी ही नहीं बल्कि उसे अपनी बुर में घुसा कर चुदवायेंगी भी - तो क्या हुआ मैं सब भोसड़ी वालों को चोद दूंगा भाभी - तो फिर तुम्हे अपनी बीवी भी चुदवानी पड़ेगी - हां हां चुदवा लूँगा भाभी, एक बुर देने से अगर मुझे कई बुर चोदने को मिल रही है तो क्यों नहीं दूंगा मैं अपनी बीवी की बुर - तो फिर पक्का, तुम अपनी बीवी लोगों से चुदवा लोगे - हा हां पक्का, चुदवा लूँगा अपनी बीवी - तो फिर बोलो कल रात किसकी बुर चोदोगे पहले - बरखा की बुर चोदूंगा पहले भाभी ? उसके बाद चोदूंगा शिल्पा की बुर ?
मैं बोली :- अच्छा पहले मेरी बुर चोद ले भोसड़ी के ?
ऐसा कह कर मैंने लण्ड अपनी चूत में घुसा लिया और चुदवाने लगी। पहले तो मुझे वश्वास नही था परेश इतनी जल्दी मुझे चोदने लगेगा लेकिन जब मैंने उसके बदन की आग देखी तो जान गयी की ये तो परायी बीवियां चोदने के लिया बड़ा उतावला हो रहा है बहन चोद ? बस फिर मैं भी आगे बढती गयी और उसका नतीजा यह हुआ की मेरी बुर में लण्ड गपागप्प घुसा कर बड़ी बेरहमी से मुझे चोद रहा है परेश ? मैंने भी चुदाने में कोई कसर उठा नहीं रखी और अंत में जब वह झड़ने लगा तो मैं उसके लण्ड के रस का एक एक बूँद निचोड़ कर पी गयी।
जाते समय मैंने उससे कहा :- परेश कल फिर तुम इसी टाइम पर आना ?
वह बोला :- क्या कल फिर मैं तेरी बुर,,,,,,,,,,,,,,,,,?
मैंने कहा :- मेरी बुर नहीं माँ का लौड़े, कल तू बरखा की बुर चोदेगा ?
वह खुश होकर चला गया ?
रात को चुपचाप मैंने प्रेमा को फोन किया और कहा मुबारक हो तुझे प्रेमा मैंने आज तेरे पति से खूब जम कर चुदवाया है ?
वह बोली :- वाओ, मुझे तो मालूम ही नहीं हुआ की वह चोद रहा है ?
मैं बोली :- सुनो तो तेरा काम ८० % हो गया है ?
वह बोली :- तो क्या मेरा पति अपनी बीवी चुदवाने लगेगा ?
मैंने कहा :- बस एक दिन और दो मुझे बाकि २०% भी मैं पूरा कर लूँ ? फिर तो तेरा भोसड़ी का पति बिलकुल मेरे मादर चोद पति की तरह अपनी बीवी चुदवाने लगेगा ? लेकिन यह बात तुम न अपने पति को बताना और न मैं अपने पति को बताऊँगी।
वह बोली :- ठीक है मैं चुप रहूंगी। तुम काम पूरा कर लो।
दूसरे दिन उसी समय पर परेश हाज़िर हो गया। मैं समझ गयी की इसे परायी बीवी की बुर का स्वाद लग चुका है ? मैंने जब बरखा को मिलवाया तो वह बरखा को बड़ी देर तक देखता रहा। बरखा बोली हां मैं इसे जानती हूँ रीता ? परेश बोला हां बरखा भाभी मैं भी तुम्हे जानता हूँ ?
बरखा बोली :- नहीं परेश तुम भोसड़ी के मुझे नहीं जानते हो ? तुम जिस बरखा को जानते हो वह मैं नहीं हूँ। मैं बड़ी कुत्ती, मादर चोद, भोसड़ी की हरामी चीज हूँ। मैं मर्दों के लण्ड कच्चा चबाने वाली चुड़ैल हूँ परेश ? मैं लण्ड जब तक चबा कर खा नहीं लेती तब तक सोती नहीं हूँ। आज मैं तेरा लण्ड चबा जाऊँगी ?
बरखा की इस तरह की सेक्सी और बेबाक बातें सुनकर परेश की आग और भड़क गयी। बरखा तो शराब के साथ परेश का लण्ड खोल कर पीने लगी। हम दोनों नंगी थी और हमारे साथ परेश भी नंगा था। बरखा और मैं दोनों उसका लण्ड शराब में डुबो डुबो कर पीने लगी। मस्ती छा गयी पूरे माहौल में ? परेश का लण्ड बड़ी जोर से टन टनाया हुआ था. अचानक वह बोला मैं पेशाब करने जा रहा हूँ। बरखा फ़ौरन बोली रुक अभी माँ का लौड़ा ? उसने शराब का एक पैग बनाया और गिलास उसे लण्ड से छुआकर बोली ले अब कर तू इस शराब के गिलास में पेशाब ? वह थोड़ा झिझका तो वह फिर बोली क्या तेरी गांड फट रही है की माँ चुद रही है तेरी ? कर न पेशाब इसमें बहन चोद ? उसने वाकई कर दिया और गिलास पूरा भर गया।
बरखा ने गिलास अपने मुंह में लगाया और गटागट पी गयी और गिलास कर दिया पूरा खाली।
परेश यह देख कर दंग रह गया। उसने बरखा को चिपका लिया और बोला हाय बरखा भाभी तुम मुझे इतना चाहती हो ? वह बोली नहीं मादर चोद मैं तुझे नहीं तेरे लण्ड को चाहती हूँ। और सुनो पराये मर्द के खड़े लण्ड का ताज़ा पेशाब पीने से चूत हमेशा हरी भरी रहती है ? ऐसा कह कर बरखा परेश का लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में परेश ने कहा रीता भाभी तुम ठीक ही कह रही थी की बरखा बहुत बढ़िया लण्ड चूसती है। परेश ने बरखा की बुर मस्ती से दो बार चोदा तब वह अपने घर गया ?
जाते जाते परेश बोला रीता भाभी अब मैं अपनी बीवी किसी से भी चुदवाने को तैयार हूँ। कल से ही मैं अपनी बीवी चुदवाने लगूंगा ?
मैंने कहा :- परेश कल तुम अपने किसी दोस्त से अपनी बीवी अपने सामने चुदवाना ?
परेश के पहुँचने के पहले ही मैंने प्रेमा को फोन कर दिया - सुनो बुर चोदी प्रेमा तेरा काम हो गया ? कल से तेरा पति अपनी बीवी चुदवाने लगेगा और कल ही तुम्हे उसका कोई दोस्त चोदने आएगा ? तुम ज्यादा नखरे मत करना और अपने पति के कहने पर उसके दोस्त से चुदवा लेना ?
दूसरे दिन जब मैंने उसे फोन किया और बोली :- हाय प्रेमा क्या कर रही हो तुम ?
वह बोली :- मैं इस समय चुदवा रही हूँ यार ?
मैं बोली :- किससे चुदवा रही है तू बहन चोद ?
वह बोली :- मैं अपने पति से दोस्त से चुदवा रही हूँ ? और सबसे बड़ी बात यह है की मेरा पति खुद अपनी बीवी अपने सामने चुदवा रहा है। और सुनो रीता मैं कल मैं तेरे पति से कहूँगी की वह मेरे सामने और अपने सामने तुझे मेरे पति से चुदवाये ? मैं चाहती हूँ की मेरा पति तुझे चोदे और तेरा पति मुझे चोदे एक ही कमरे में आमने सामने ?
दूसरे दिन हम दोनों ने एक दूसरे से पति से चुदवाया ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
सूचना -
एक सर्वे के मुताबिक "chulbuleblogs" की कहानियां हर वर्ग के लोग पसंद करते है और पढ़कर एन्जॉय करते है। ख़ास तौर से फीमेल्स ज्यादा एन्जॉय करती है उन्हें wife swapping and incest stories ज्यादा पसंद आती है। ये कहानियां काल्पनिक है और आपके व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए है। आप इसी तरह कहानियों का आनंद लेते रहे और अपने कमेंट्स कहानी के अंत में लिखते रहे ? धन्यवाद
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