- तू कुछ और न सोंच मेरी बुर चोदी रोली , बस मेरे मरद का लौड़ा घुसा ले अपनी चूत में और भकाभक चुदवाकर ले ले ज़न्नत का मज़ा ? तू बहन चोद कब तक अपनी बुर लिए इधर उधर घूमती रहेगी ? मैं जानती हूँ तेरा मरद अभी एक महीने तक नहीं आने वाला ? तू उसके इंतज़ार में कब तक अपनी बुर जलाती रहेगी ? जब वह आएगा तो मैं उसका लौड़ा अपनी चूत में घुसा लूंगी ? बस हिसाब बराबर हो जायेगा ? मैं तो कहती हूँ अबकी बार हम सब बैठ कर यह तय कर लेंगी। जब मेरा हसबैंड बाहर होगा तो मैं तेरे हसबैंड से चुदवाया करूंगी और जब तेरा हसबैंड बाहर जायेगा तो तू मेरे हसबैंड से चुदवाया करना ? अपनी जवानी क्यों ख़राब कर रही है माँ की लौड़ी, रोली ?
- रोली :- यार पूजा, तुम ठीक कह रही हो ? लेकिन क्या तेरा हसबैंड मुझे चोदने के लिए तैयार हो जायेगा ? क्या वह मुझे पसंद करेगा ?
- पूजा :- क्यों नहीं तैयार होगा ? मैं जब कहूँगी तो उसे क्या परेशानी होगी ? आदमी तो बहन चोद दूसरे की बीवियां चोदना ही चाहते है। उन्हें बस अपनी बीवी का डर रहता है ? और अगर बीवी का डर न हो तो मादर चोद रोज़ ही चोदेंगे दूसरों की बीवियां ? अब मैं कह दूँगी तो वह दौड़ के चोदेगा तुम्हे रोली ?
- रोली :- नहीं यार, अगर वह जबरदस्ती चोदेगा तो फिर चुदाई में मज़ा नहीं आएगा, पूजा ? मैं अगर किसी से चुदवाऊँगी तो उससे चुदाऊंगी जो मुझे अपने मन से चोदे किसी के कहने पर या फिर किसी के जोर दबाव में न चोदे ?
- पूजा :- अरे रोली तू नहीं जानती की मेरा हसबैंड भोसड़ी का मन ही मन तुम्हे कितना चाहता है ? जब मुझे चोदता है तो उसके मन में तेरा ही नाम रहता है। एक दिन चुदवाते हुए मैंने पूंछ लिया की विशाल अगर मैं तुम्हे किसी की बीवी चोदने का मौका दूँ तो तुम किसकी बीवी चोदना पसंद करोगे ? वह बोला यार सही बात तो यह है की मैं रोली की बुर चोदना चाहता हूँ। मैं उसे दिल से चाहता हूँ। उसके नाम से मेरा लण्ड साला खड़ा हो जाता है। मेरी निगाह उसकी बड़ी बड़ी चूंचियों पर रहती है और मैं उसकी बुर में लण्ड पेलना चाहता हूँ।
- रोली :- सच यार ? सच में तेरे पति ने ऐसा कहा ? वाओ, यार अब तो मेरी चूत की आग भड़क गयी है। अगर वह मुझे दिल से चोदने को तैयार है तो मैं भी उससे चुदवाने के लिए बेताब हो रही हूँ। सच बात तो यह है पूजा की मैं भी मन से तेरे मियां से प्यार करने लगी हूँ और उससे चुदवाना चाहती हूँ। मैं जब उसे देखती हूँ तो उसके लण्ड के बारे में सोंचने लगती हूँ ? भगवान से मनाया करती हूँ की वह जल्दी ही उसका लौड़ा मेरे हाथ मे रख दे ? प्लीज बुरा न मानना आज मैंने अपने दिल की बात तुमसे कह दी ?
- पूजा :- अच्छा तो तू बुर चोदी इतनी देर से नाटक कर रही थी ? इसका मतलब है की तू मेरे पति का लण्ड पकड़ना चाहती है ? फिर थोड़ा रुक कर वह बोली - वैसे यार रोली, मेरा भी मन बहुत दिनों से है की मैं तेरे मरद का लौड़ा अपनी बुर में घुसाऊं ? उससे जम कर चुदवाऊँ ? ये चूत है न बुर चोदी बड़ी कुत्ती चीज है यार ? इसे तो तरह तरह के लण्ड की भूंख हमेशा रहती है, बहन चोद ? मैं जब कोई बांका जवान आदमी देखती हूँ तो बस उसके लण्ड में बारे में सोंचने लगती हूँ। उससे चुदवाने की इच्छा होने लगती है।
- रोली :- यार, अब देर न करो बस जल्दी से पेल ही दो अपने मियां का लौड़ा मेरी बुर में पूजा ?
आज जब मुझे मालूम हुआ की रोली का पति विदेश गया है और एक महीने के बाद ही आएगा तो मेरे मन में आया की वह बिचारी आजकल रात कैसे गुजारती होगी ? उसकी चूत का क्या हाल होगा ? क्योंकि मैं उस पीड़ा से गुज़र चुकी हूँ। मेरा पति जब बाहर चला जाता है तो मेरी रात बहुत मुश्किल से गुज़रती है। मैंने सोंचा की इसका एक ही हल है की मैं रोली को मना कर उसके पति से चुदवाया करूँ और जब उसका पति न हो तो मैं रोली की बुर अपने पति से चुदवाया करूँ ? इसलिए मैंने आज रोली से कहा की तू मेरे पति से चुदवा ले ? वरना कौन भोसड़ी वाली मादर चोद अपने पति के लण्ड पर किसी परायी स्त्री को हाथ लगाने देगी ?
मैं लगाने दूँगी रोली का हाथ अपने पति के लण्ड पर और मैं भी लगाऊंगी अपना हाथ रोली के पति के लण्ड पर ?
बस मैंने रोली से कहा आज शाम को करीब ८ बजे तुम आ जाना मेरे घर ?
रोली गुलाबी कलर की साड़ी और डीप नेक का स्लीवलेस ब्लाउज़ पहन कर आ गयी। बड़ी खूबसूरत लग रही थी माँ की लौड़ी रोली ? तब तक मेरा पति विशाल उसके सामने आ गया। गौरी ने खड़े होकर हाथ जोड़ कर नमस्ते किया तो उसने भी जबाब नमस्ते में दिया। हम तीनो लोग बैठ गये और मैंने जल्दी से व्हिस्की के पैग बनाने शुरू कर दिये। हम तीनो पीने लगे तो विशाल बोल पड़ा।
विशाल :- भाभी आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो ? (मैंने इशारे से कहा यार मैंने अभी इसे बताया नहीं की तुम विशाल से चुदवाने आयी है )
रोली :- सेक्सी तो आप लग रहे है विशाल जी ? आज तो आपके चेहरे पर बड़ी चमक है ?
विशाल :- वो तो आपको देख कर आ ही जाती है। (उसने मजाक में कहा) अच्छा ये बताओ भाभी, समर कब आने वाला है ?
रोली :- समर एक महीने के बाद आएगा ?
विशाल :- वाओ, तब तक शायद मेरा जाना हो जाये ? क्योंकि मेरा भी वीज़ा आने वाला है। ( मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई ) अब थोड़ा थोड़ा शुरुर चढ़ने लगा । मैंने देखा की मेरा पति रोली की चूंचियां देखे जा रहा है।
मैं बोली :- रोली आजकल तो तुझे अकेले ही रात काटनी पड़ती होगी ?
वह बोली :- हां और चारा ही क्या है ? लेकिन नींद नहीं आती यार ?
मैंने कहा :- हां मैं समझ सकती हूँ रोली ? बिना मरद के नींद भला कैसे आ सकती है ? ऐसा करो आज की रात तुम मेरे मरद के साथ गुज़ारो ?
यह सुनकर विशाल तो चौक गया बोला अरे यह क्या कह दिया तुमने पूजा ? रोली भाभी बुरा मान जायगी तो मैं कहीं का नहीं रहूंगा ? मैं समर को मुंह दिखाने काबिल नहीं रहूंगा पूजा ?
रोली :- परेशान क्यों होते हो विशाल ? तुम तो अपनी रात पूजा के साथ बिताते ही हो ? एक रात मेरे साथ बिता लोगे तो मेरी माँ चुद जाएगी क्या ?
विशाल :- अरे भाभी आप कैसी बातें कह रही है ?
रोली :- देखो तुम मर्द हो तो मर्द की तरह बात करो न ? एक जवान बीवी तुम्हारे साथ रात बिताने को कह रही है तो इसमें तुम्हारी गांड क्यों फट रही है, विशाल ? अरे तुम्हे तो मरद की तरह उसका स्वागत चाहिए ? मैं यह तो कह नहीं रही की मेरे कपडे उतार कर मुझे नंगी कर देना ? मैं यह भी नहीं कह रही की मैं तेरे कपडे उतार कर तुम्हे नंगी कर दूँगी ? मैंने तो यह भी नहीं कहा की मैं तेरा लण्ड पकड़ लूंगी ? मैंने तो अपने दिल की इच्छा भी नहीं ज़ाहिर की मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ। अरे मर्जी तो मेरे कपडे उतार कर मुझे अपना लौड़ा पकड़ा देना नहीं तो मैं एक कोने में पड़ी रहूंगी रात भर ? मर्जी हो तो लौड़ा मेरी बुर में पेल कर मुझे चोद लेना नहीं तो मैं तुम्हारे साथ कोई जबरदस्ती नहीं करूंगी। हां, तुम्हारे साथ लेट कर मुझे इस बात का अहसास जरूर होगा की मैं अकेली नहीं हूँ ? मेरे भी साथ कोई है ?
रोली की बात सुनकर विशाल एकदम सन्न हो गया ? सहम गया विशाल ? उसको लगा की मैंने कुछ गलत कह दिया ?
फिर मैं बोली :- अरे देखो विशाल रोली बिचारी अकेली है ? इतने दिनों से उसे कोई लौड़ा नहीं मिला है ? तुम आज रात उसे अपना लौड़ा दे दोगे तो तेरा लौड़ा घट तो नहीं जायेगा न ? बल्कि और बढ़ ही जायेगा भोसड़ी वाला ?
विशाल बोला :- तुच्छी तरह जानती हो पूजा, की मैं रोली भाभी को चाहने लगा हूँ। ? इसके नाम से मेरे अंदर की गर्मी बढ़ जाती है।
मैं बोली :- तो फिर आज मौका है ? आज निकाल लो न अपनी गर्मी ? चोद लो मेरी दोस्त की चूत और दिखा दो तुम एक ताकतवर मर्द हो ?
ऐसा कह कर पूजा ने अपने पति का हाथ पकड़ा और उसे बेड रूम में घसीट कर ले गयी। पीछे पीछे रोली को बुला लिया। पूजा अपने पति का हाथ रोली की चूंचियों पर रख दिया और रोली का हाथ अपने पति लण्ड पर ? वह बोली अब तुम लोग एक दूसरे के कपडे उतारो और शुरू हो जाओ ? मैं अभी आ रही हूँ। मैं वहां चली आई और बाहर से झाँक कर देखने लगी। मैंने देखा की वे दोनों एक दूसरे से चिपक गये । कपड़ों के ऊपर से ही विशाल रोली की चूंचियां मसलने लगा और रोली उसका लौड़ा सहलाने लगी। फिर उतरने लगे उन दोनों के कपडे ? रोली जब नंगी हुई तो विशाल के लण्ड में उछाल आ गया। रोली ने भी देर नहीं लगाई और लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। प्यार करने लगी बुर चोदी मेरे पति के लण्ड को ? मैं मन ही मन खुश हो रही थी की चलो आज मेरा पराये मरद से चुदवाने का रास्ता खुला ? रोली ने लण्ड चाटना शुरू किया और विशाल उसकी चूंचियों का मज़ा लेने में जुट गया। थोड़ी देर में रोली ने लण्ड मुंह में भर लिया और चूसने लगी। वह बड़े प्यार और दिल से लण्ड चूस रही थी।
इतने में मैं कमरे में घुस गयी और पूंछा :- रोली कैसा लग रहा है तुझे मेरे हसबैंड का लण्ड ?
वह बोली :- हाय पूजा मुझे नहीं मालूम था की तेरे मरद का लौड़ा इतना बड़ा और मोटा ताज़ा होगा ? मेरा तो दिल आ गया है इस पर ?
मैंने कहा :- अच्छा ये बताओ की तेरे मियां का लौड़ा कैसा है ? ऐसा ही है या फिर इससे कुछ उन्नीस बीस ?
वह बोली :- मैं बताऊँगी नहीं पूजा ? मैं तेरा मज़ा किरकिरा नहीं करना चाहती मैं ? तू खुद ही पकड़ कर देख लेना ? मैंने जब तेरे मरद का लौड़ा पकड़ा है तो तू मेरे मरद का लौड़ा पकड़ लेना ? हिसाब बराबर हो जाएगा ?
मैं बोली :- अरे यार ऐसा कैसे हो सकता है ? मेरे मियां क्या कहेगा ?
रोली बोली :- तेरे मियां की गांड बहन चोद ? मैं देखती हूँ कैसे नहीं पकड़ने देगा वो तुम्हे मेरे पति का लण्ड ?
विशाल बोली :- हा ठीक ही तो कह रही है रोली भाभी, पूजा ? समर जब आ जाए तो तुम उसका लौड़ा पकड़ लेना ? मुझे कोई आपत्ति नहीं होगी बल्कि मैं खुश हूँगा ? मैं तो चाहती ही थी यही ?
मैंने जब यह विशाल के मुंह से यह बात सुनी तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा। मुझे तो समर से चुदवाने का लाईसेंस मिल गया। उसके बाद विशाल ने धीरे से लण्ड रोली की बुर में घुसा दिया और चोदने लगा ? रोली भी खुले मन से चुदवाने लगी। आज पहली बार मैं अपने हसबैंड को किसी और की बीवी की बुर चोदते हुए देख रही थी और खुश हो रही थी। मैं देखने लगी की विशाल तो रोज़ ही बहन चोद चोदता है मुझे पर इस समय वह ऐसे रोली को चोद रहा है जैसे उसे बुर बहुत दिनों के बाद मिली हो ?
रोली भी भोसड़ी वाली बोल रही थी विशाल मुझे अपनी बीवी समझ कर चोदो ? जैसे तुम पूजा की बुर चोदते हो वैसे ही मेरी भी बुर चोदो ? मैं भी यह सब सुन सुन कर जोश में आ गयी.मैं अपने कपडे खोल कर रोली की चूंचियों पर हाथ फेरने लगी और विशाल के पेल्हड़ सहलाने लगी। विशाल फिर पीछे से चोदने लगा ? उसके बाद रोली लण्ड पे बैठ कर चुदवाने लगी। वह लण्ड पे कूद कूद कर चुदवाने लगी और उसकी चूंचियां दनादन्न उछलने लगी। विशाल चूह्कियों को एख कर और नीचे से जोर लगा कर चोदने लगा। इतने में रोली को मालूम हुआ की अब मैं खलास हो जाऊँगी तो वह नीचे उतरी और लण्ड माँ मुठ्ठ मारने लगी। विशाल भी . रोली अपना मुंह खोल कर जल्दी जल्दी मुठ्ठ मार रही थी और फिर एकदम से लण्ड उगल दिया वीर्य रोली के मुंह में ? रोली तो इसका इंतज़ार ही कर रही थी। फिर उसने लण्ड पूरा का पूरा मुंह में भर कर चाटा और खूब मज़ा लिया ? आज उसे पराये मरद के लण्ड का स्वाद मिला ? चुदाई के बाद हम सबका खाना हुआ। इस चुदाई से रोली की हिम्मत खुल गयी और वो एक या दो दिन छोड़ छोड़ कर तब तक मेरे पति से चुदवाती रही जब तक उसका पति आ नहीं गया ?
मैंने कहा देखो यार समर आने वाला है यह बात उसे बिलकुल नहीं बताना ? मैं ही कोई मौका देख कर बताऊँगी।
रोली बोली :- यार जैसे मैंने तेरे पति से चुदवाया है वैसे ही तुम किसी दिन मेरे पति से चुदवा लेना ?
मैंने कहा :- हा हां चुदवा तो लूंगी पर इसके लिए उसे तैयार करना पडेगा न ? हो सकता है की मैं अकेले चुदवाऊँ ? हो सकता है की मैं तेरे सामने चुदवाऊँ और फिर एक बड़े प्रोग्राम में हम दोनों एक ही कैमरे एक दूसरे के पति से चुदवाएँ ? यह सब मौका पा कर मैं करूंगी ? आप लोग बस चुप चाप देखते रहिये ?
समर जब आया तो उसी दिन मैं अपने हसबैंड से साथ उससे मिलने गयी। मुझे वह पहले से ज्यादा स्मार्ट और सेक्सी लग रहा था ? मैंने मजाक में कहा यार समर तू अपनी बीवी से दूर रह कर ज्यादा ही मस्त हो गया है बहन चोद ? तेरे चेहरे की चमक बढ़ गयी है ? वह बोला अरे पूजा भाभी, चमक तो मेरी बीवी रोली की भी मेरे से दूर रह कर बढ़ गयी है ? देखो न भाभी कैसे चमक रही है मेरी बीवी? मैं चुप रही अब उसे क्या मालूम की रोली के चेहरे की चमक मेरे हसबैंड के लण्ड की वज़ह से है ? खैर मैं उस दिन समर के इर्द गिर्द ही घूमती रही और बीच बीच में उसे अपनी चूंचियां भी दिखाती रही ?
एक दिन मेरा पति विशाल बाहर चला गया। उस दिन मैंने समर को चुपचाप बुला लिया। मैं नीचे पेटीकोट पहने थी और ऊपर कुछ भी नहीं। वह आया तो मैंने एक चुन्नी माला की तरह पहन ली और दरवाजा खोल दिया। मैं उसे देख कर बड़ी खुश हुई। उसे बैठा कर पहले तो झुक कर पानी दिया फिर व्हिस्की लेकर आ गयी। मैं बार बार अपनी चूंचियां संभाल रही थी। एक बार धीरे से चुन्नी नीचे गिरा दी और फिर जल्दी से उठा ली. इतने में उसने मेरी चूंचियां एकदम नंगी देख ली ? मैं बोली ऊहं बार बार गिर जाती है बुर चोदी चुन्नी ? वह बोला तो इसको गिरा के ही रखो न भाभी ? मैंने उसकी आँखों में आँखीं डाल कर देखा और एकदम से उसके गले में बाहें डाल दी। उसका हाथ अपने आप मेरी चूंचियों पर चला गया। फिर मैंने भी द्देर नहीं की और उसका लण्ड सहलाने लगी। बिना कुछ बोले मैं उसकी पैंट खोलने लगी।
मैंने उसकी कमीज उतार दी और बनियाइन भी। उसकी चौड़ी छाती के घने घने बालों पर हाथ फेरने लगी। मेरी चुन्नी तो जाने कब की नीचे गिर गयी और वह मेरी नंगी चूंचीं पकड़ कर चूमने लगा। मैंने उसे खड़ा किया और चड्ढी फटाक से नीचे घसीट दी। उसका लौड़ा साला टन टनाता हुआ मेरे मुंह में लगा। तब मैं बोली वाओ, भोसड़ी का कितना बड़ा है यार तेरा लौड़ा समर ? वह बोला भाभी अब तुझे देख कर और बड़ा हो गया है। मैंने कहा हाय मेरी जान तेरे लण्ड को नशा हो गया है बहन चोद ? देखो कैसे झूम रहा है ? मैं लण्ड हिलाने लगी। मुझे पक्का यकीन हो गया की इसका लण्ड मेरे पति के लण्ड से थोड़ा ज्यादा मोटा है। और मुझे मोटे लण्ड का बड़ा शौक है। उसने मेरे पेटीकोट का नाड़ा खोल डाला और मुझे बिलकुल नंगी कर दिया।
उसने मेरे पूरे बदन पर हाथ फेरा और बोला :- भाभी आप कितनी खूबसूरत है ?
मैं बोली :- तेरे लण्ड से ज्यादा खूबसूरत नहीं हूँ मैं, समर ?
वह मेरी चूत सहलाने लगा। मेरे चूतड़ों पर हाथ फेरने लगा। मेरी चूत तो चुलबुला ही रही थी, मेरी गांड भी कुलबुलाने लगी। मैं सीधे उसे बिस्तर पर ले गयी और उसे लिटा कर उसके ऊपर चढ़ बैठी। चूत उसके मुंह पे रख दिया और झुक कर उसका लण्ड चूसने लगी। थोड़ी देर में मैं घूम कर लण्ड पे बैठ गयी और चुदवाने लगी।
उस दिन मैंने प्रेम से चुदवाते हुए पूंछा :- समर एक बात का जबाब दोगे ?
वह बोला :- हा भाभी, तुम जो पूंछोगी मैं उसका जबाब जरूर दूंगा ?
मैंने कहा :- इसी तरह अगर मेरा हसबैंड तेरी बीवी चोदे तो ?
वह बोला :- तो क्या ? बिलकुल चोदे मेरी बीवी ? मैं तो अपने सामने ही अपनी बीवी उससे चुदवा लूँगा ?
मैंने कहा :- फिर वादा करके बाद में मुकुर न जाना समर ?
वह बोला :- भाभी, जो मुकुर जाए उसकी माँ का भोसड़ा ? तुम अपने हसबैंड को यही बुला लो, मैं अपनी बीवी बुला लेता हूँ। तुम खुद अपने हाथ से अपने पति का लण्ड मेरी बीवी की बुर में पेल दो। मुझे बड़ा मज़ा आएगा भाभी ?
मैंने कहा :- आज नहीं, समर ? आने वाले शनिवार को तुम अपनी बीवी के सामने मुझे चोदना और मेरा पति मेरे सामने तेरी बीवी चोदेगा ? बोलो मंजूर है? वह बोला :- हां मजूर है भाभी ?
ऐसा कह कर उसने एक और जोर का धक्का मारा, पूरा लौड़ा पेल दिया मेरी बुर में और फिर भकाभक चोदने लगा मेरी चूत ?
चुदवाने के बाद मैंने पहले तो समर को विदा किया फिर पूरी कहानी रोली को बता दी। रोली बहुत खुश हुई ? मैंने कहा शनिवार को मेरे पति से अपने पति के आगे चुदवाने के लिए तैयार हो जा मेरी बुर चोदी रोली ? तेरा काम हो गया ?
उस शनिवार से मैं और रोली दोनों एक दूसरे के पति से खुलेआम चुदवाने लगी।
एक दिन मेरी एक सहेली अलका आ गयी। मैंने उससे कहा अलका तू अपने पति के आगे किसी और से चुदवाती है की नहीं ?
वह बोली :- हां चुदवाती तो हूँ। और आज मैं तेरे पति से चुदवाने ही आयी हूँ। वह अभी आ ही रहा होगा तुम्हे चोदने ? यार उसे निराश न करना बहन चोद ? मैं बोली :- न मैं तेरे पति के लण्ड को निराश करूंगी और न तुम मेरे पति के लण्ड को निराश करना ?
उधर मैंने रोली समर को भी बुला लिया। उस रात तीन तीन कपल के साथ हसबैंड की अदला बदली करके खूब मस्ती से चुदवाया ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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