
मेरी अम्मी है मिसेज फ़िरोज़ा खान। वह तो मुझसे भी ज्यादा मस्त औरत है। बड़ी खूबसूरत है और बड़े बड़े बूब्स वाली औरत है। मेरी आमी को ऐय्यासी करने का बड़ा शौक है। और क्यों न हो ? जब घर में पैसा हो और चूत में दम हो तो फिर कोई ऐय्यासी क्यों न करे ? मैं भी मादर चोद अपनी अम्मी की तरह ऐय्यास हो गयी हूँ। अम्मी की तरह मुझे भी नये नये मर्दों की तलास रहती है। मैं भी लण्ड से उतना ही प्यार करती हूँ जितना अम्मी करती है। बल्कि उससे थोड़ा ज्यादा ही करती हूँ। मुझे किसी के भी लण्ड से परहेज नहीं है ? मुझे तो लण्ड बिलकुल पेड़ा बरफी की तरह लगते है। जैसे लोगों को पेड़ा बरफी खाने का मन करता है वैसे मुझे लण्ड खाने का मन करता है।
मेरी अम्मी खुल कर बातें करती है और बिना मुंह से गाली निकाले किसी बात का जबाब नहीं देती ? एक दिन मैंने कहा लो अम्मी मैं तेरे लिए एक सूट ले आयी हूँ तो वह बोली उधर रख दो बहन चोद मैं बाद में देख लूंगी। दूसरे दिन मैं बड़ी देर तक सोती रही तो अम्मी ने आते ही कहा अरी साइमा तू बुर चोदी कब तक सोती रहेगी भोसड़ी वाली ? एक दिन और मैं रात को बड़े देर से घर पहुंची तो मुझे देखते ही बोली इतनी द्देर से माँ चुदा रही थी अपनी, साइमा ?
मैं आपको सच बता रही हूँ दोस्तों, मैंने अपनी लाइफ में १९ साल तक अम्मी के मुंह कभी कोई गाली नहीं सुनी । न तो उसने मुझे कभी गाली दी और न ही कभी किसी और को मेरे सामने गाली दी ? लेकिन जब मैं १९ साल की उम्र पार कर गयी और पूरी तरह जवान हो गयी तो कोई ऐसा मौका नहीं होता जब अम्मी के मुंह से गालियां न सुनायी पड़ती हों ? वह एक दिन बोली साइमा अब तुम जवान हो गयी हो अब मैं तेरी माँ नहीं हूँ मैं तेरी दोस्त हूँ। अब तुम मुझे मादर चोद, बुर चोदी, भोसड़ी वाली, हरामजादी कह कर बुलाया करो। मैं भी इसी तरह तुम्हे बुलाया करूंगी ? जवानी में गाली देने से अपना कॉन्फिडेंस बढ़ता है। आत्म विश्वाश बढ़ता है और तब कभी कोई भोसड़ा का तेरी न तो गांड मार पायेगा और न ही तेरी माँ चोद पायेगा ? अम्मी की यह बात मैंने गाँठ बाँध कर रख ली। और आज मैं इसका बड़ा फायदा उठाती हूँ।
उन दिनों मैं २० साल की हो गयी थी। अम्मी एक दिन मुझे एक क्लब में ले गयी। उसका नाम था "एम सी क्लब" ? मैंने पूंछा "एम सी क्लब" का मतलब क्या है अम्मी, तो वह बोली चलो तो सही, मतलब तुम्हे वहाँ मालूम हो जायेगा ? मैं जब वहाँ पहुंची तो देखा की यहाँ तो लड़कियां बहुत है और लड़कियों के साथ उनकी माँ भी है । मैंने यह भी देखा की वहां सभी लड़कियां खुलेआम शराब पी रही है ? गाली बक रही है ? गन्दी गन्दी बातें कर रही है ? कपडे उतार रही है ? नंगी नंगी डांस कर रही है? यही हाल उनकी माँ का भी था। वे भी खूब शराब पी रही थी गाली दे रही थी अश्लील बातें कर रही थी। अम्मी ने कहा साइमा तुम लड़कियों के साथ जाओ और एन्जॉय करो ? उनके ग्रुप में एन्जॉय करो ? मैं सब लड़कियों के बीच में चली गयी। वहां लड़कियां खूब खुल कर बातें कर रही थी।
एक बोली - यार कल मुझे माँ चुदाने में बड़ा मज़ा आया ? अंकल का लौड़ा साला इतना बड़ा था की माँ का भोसड़ा अंदर तक चुद रहा था।
दूसरी बोली - मैं तो अपनी माँ का भोसड़ा खूब चुदवाती हूँ। मेरी माँ भी मेरी बुर में लण्ड पेलती है। बड़ा मज़ा आता है यार ?
तीसरी बोली - यार मैं तो हर शनिवार और इतवार को माँ चुदाती हूँ। कभी अपने घर में कभी किसी और के घर जाकर माँ चुदवाती हूँ।
चौथी बोली :- हाय रे कितना मज़ा आता है माँ चुदाने में ? मैं तो दो साल से माँ चुदा रही हूँ अपनी ?
पांचवी बोली - आज मेरा पहला दिन है। मै यहाँ " माँ चुदाना " सीखने आयी हूँ। अभी जब तुम लोग अपनी अपनी माँ चुदाओगी तो मैं सीख लूंगी।
छठवीं बोली - पहले अपनी चूत चुदाना सीख ले ? जब तू बुर चोदी, अपनी बुर ठीक से चुदवाने लगेगी तभी अपनी माँ का भोसड़ा ठीक से चुदवा सकेगी ? इसकी यह बात मुझे बहुत अच्छी लगी। उनकी बातें सुन सुन कर मेरी चूत की आग धीरे धीरे सुलग रही थी। मैं थोड़ी देर में अम्मी के पास वापस आ गयी तो मैंने देखा की वह किसी आंटी से बात कर रही है। अम्मी की चूंचियां खुली थी, जांघें खुली थी उसके अंदर से उसकी चूत झाँक रही थी। इतने में एक लड़की जिसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था वह अम्मी के पास आयी और आंटी से बोली अरी बुर चोदी अम्मी तुम यहाँ बैठी हो मैं बहन चोद यहाँ वहाँ तुम्हे ढूंढ रही हूँ। साथ रहा करो अम्मी, तुम बीच बीच में कहाँ चली जाती हो अपनी गांड मराने ? देखो न सभी लड़कियों ने अपनी माँ चुदाना शुरू कर दिया है तू भी चल न जल्दी से बहन की लौड़ी ? जल्दी चल न नहीं तो बड़े बड़े लण्ड मादर चोद दूसरी लड़कियां ले जाएँगी ? और तुझे तो छोटे मोटे लण्ड पसंद नहीं है। तेरे भोसड़ा में तो बड़े बड़े लण्ड ही घुस कर मज़ा दे सकते है।
मैं उसकी बात सुनकर भौचक्की रह गयी। तब आंटी बोली देख साइमा यह "एम सी क्लब" है माने "माँ चुदाना क्लब" यहाँ लड़कियां अपनी माँ चुदवाने आती है और खुद भी चुदवाती है। आज शायद तेरा पहला दिन है तू मेरी बेटी सायरा के साथ रह वह तुम्हे सिखा देगी की कैसे चुदवाई जाती है अपनी चूत और कैसे चुदवाई जाती है अपनी माँ और अपनी माँ का भोसड़ा ? मैं सायरा के साथ चल पड़ी। मेरे पीछे मेरी अम्मी और उसकी अम्मी चल पड़ी। हम लोग फर्स्ट फ्लोर पर पहुँच गये ?
मैंने देखा की बाप रे बाप यहां तो करीब करीब २०/ २२ जवान, स्मार्ट और हैंडसम लड़के / मर्द सब के सब बहन चोद एकदम नंगे नाच रहे है। सबके लण्ड बहन चोद उछल रहे है। एक से एक बढ़कर लण्ड ? एक से एक बेहतरीन लण्ड ? एक से एक खूबसूरत लण्ड ? बड़े बड़े मोटे मोटे लण्ड देख कर मेरी चूत की आग भड़क गयी मैं ज़िन्दगी में यह नज़ारा पहली बार देख रही थी। मेरी नज़रें तो मादर चोद लण्ड से हट ही नहीं रही थी। हा एक लण्ड से हटती तो दूसरे लण्ड पर टिक जाती ? दूसरे से तीसरे लण्ड पर और तीसरे से चौथे लण्ड पर ? मैं तो बस लण्ड ही लण्ड देखती रही।
इतने में एक जवान और एकदम नंगी लड़की सामने आ गयी। वह बोली हां भोसड़ी वाली लड़कियों मैं जानती हूँ की तुम लोग सब अपनी माँ चुदाने आयी हो ? तो अब तुम लोग अपनी अपनी माँ चुदाने के लिए एक एक लण्ड छांट लो। जो लण्ड पसंद आये उसे हाथ बढाकर पकड़ लो। और अपनी माँ के भोसड़ा में पेल कर चुदाओ। सायरा बोली साइमा पकड़ ले न कोई लण्ड अपनी माँ की बुर के लिए ? मैं आगे बढ़ी और एक मोटा ताज़ा लण्ड पकड़ लिया। उसने कहा एक और लण्ड पकड़ ले अपनी चूत के लिए। मैंने देखा की उसने भी दो लण्ड अपने कब्जे में कर लिया। फिर हम चारों लोग एक कोने में आ गयी। सायरा ने अपनी माँ को पकड़ाया एक लण्ड और मैंने भी एक लण्ड अम्मी को पकड़ा दिया। दूसरा लण्ड मैं चाटने लगी।
इतने में सायरा ने मेरे कपडे उतार दिया। अपनी माँ के कपडे उतार दिया और मेरी अम्मी के भी कपडे ? हम चारों मादर चोद हो गयी नंगी। सायरा बोली देखो जैसे जैसे मैं अपनी माँ चुदाती हूँ वैसे वैसे तुम भी अपनी माँ चुदाओ। बस मैं उसकी नक़ल करने लगी ? थोड़ी ही देर में मैंने अम्मी के भोसड़ा में घुसा दिया एक मोटा लण्ड ? चुदने लगा मेरी माँ का भोसड़ा ?
उधर से सायरा में मेरी चूत में घुसेड़ दिया एक लण्ड मैं भी बड़ी बेशर्मी से और मस्त होकर चुदवाने लगी। फिर मैं भूल गयी की ये मेरी बुर चोदी माँ भी है। मेरे मुंह से निकला अरी मेरी भोसड़ी की फ़िरोज़ा पूरा लौड़ा अपनी चूत में घुसेड़ ले और खूब मस्ती से चुदवा अपना भोसड़ा। कहो तो एक लण्ड मैं तेरी गांड में घुसा दूँ। कहो तो उसे तेरे मुंह में ठूंस दूँ ? उधर से अम्मी बोली साइमा, बुर चोदी तू अपनी माँ का भोसड़ा चुदा रही है ? मैंने जबाब दिया तू भी तो हरामजादी अपनी बिटिया की बुर चुदा रही है। मैंने देखा की सायरा भी गाली बकते हुए अपनी माँ का भोसड़ा चुदा रही है। उस दिन रात भर मैंने चुदाया अपनी माँ ? कम से कम आधा दर्जन लण्ड मैंने अपनी माँ के भोसड़ा में पेला ?
दूसरे दिन जब मैं उठी तो अम्मी बोली अरी भोसड़ी की साइमा सुना है कल तूने अपनी माँ का भोसड़ा चुदाया ?
मैं बोली :- हां यार बहुत दिनों से साला परेशान कर रहा था उसका भोसड़ा ? कल मैंने जब एक के बाद एक लण्ड पेला उसके भोसड़ा में तब कहीं जाकर उसका मुंह बंद हुआ। लेकिन यार बड़ा दमदार है बहन चोद मेरी माँ का भोसड़ा ?
वह बोली :- तो कितने लण्ड घुसाया तूने उसके भोसड़ा में ?
मैंने जबाब दिया :- आधा दर्जन से भी ज्यादा लण्ड ? और सब साले एक से बढ़कर एक लण्ड पेला मैंने ? लेकिन वह भी कम नहीं है उसने भी मेरी चूत में कुछ कम लण्ड नहीं पेले ? ४/६ लण्ड तक तो मैं गिनती रही लेकिन फिर गिनना छोड़ दिया और भकाभक चुदवाती रही बस ? इसी तरह हम दोनों ने खूब ऐय्यासी करना शुरू कर दिया।
एक दिन शाम को जब अम्मी बाहर से आयी तो मैं किसी से बातें कर रही थी। वह अपने कमरे में गयी और कपड़दे बदल कर सीधे मेरे कमरे में आ गयी। उसने देखा की मैं अपने सारे कपडे उतार कर एक आदमी का लौड़ा पकड़ के हिला रही हूँ और बार बार उसका सुपाड़ा चूम रही हूँ । उसकी निगाह बस उस लण्ड पर टिक गयी। अम्मी ने उस दिन क्लब में दर्ज़नो लण्ड देखे थे लेकिन इसका लण्ड उन सबसे भारी था बहन चोद ? उसकी नज़र लण्ड से हट ही नहीं रही थी। लग रहा था की जैसे किसी घोड़े का लण्ड हो। वह मन ही मन सोंचने लगी क्या इतना बड़ा और इतना मोटा लण्ड तो बहुत कम लोगों का होता है ? ये साइमा माँ की लौड़ी कहाँ से ले आयी इतना बड़ा लण्ड ? झांटें उसकी थी नहीं। पेल्हड़ के साइज़ भी औसतन ठीक थे। मर्द भी बड़ा हैंडसम और स्मार्ट था। चौड़ी छाती और उस पर घने घने बाल बड़े सेक्सी लग रहे थे।
- घुसते ही अम्मी ने पूंछा - साइमा तू मादर चोद किसका लण्ड बार बार चूम रही है ? कौन है ये भोसड़ी वाला ?
- मुझे तो पता नहीं की ये बेटी चोद कौन है अम्मी ? पर मैं इतना जानती हूँ की आज मैं इससे अपनी माँ चुदाऊंगी ?
- पर ये है कौन ये तो बता पहले ? माँ चुदाने की तुझे इतनी जल्दी है की तू चोदने वाले का नाम गाँव भी नहीं जानती ?
- अरी मेरी अम्मी, माँ चुदाने के लिए लण्ड की जरुरत है। उसका लण्ड चोदेगा भोसड़ा उसका नाम. गाँव नहीं चोदेगा भोसड़ा ?
- लण्ड तो वाकई बड़ा मस्ताना दिख रहा है ? ऐसे नहीं अम्मी पकड़ के देख तब पता चलेगा की लण्ड कैसा है ?
- अरे साइमा, ये तो पठानी लण्ड है बेटी ? (अम्मी लण्ड पकड़ कर फ़ौरन बोली ) हाय अल्ला, कितना प्यारा लण्ड है। मुझे पठानी लण्ड बहुत अच्छे लगते है। ऐसे लण्ड बुर चोदने में बड़े अव्वल होते है बेटी ?
- पर तूने कैसे पहचाना की ये पठानी लण्ड है ?
- देखो बेटी, पठानी लण्ड बिलकुल तोप की तरह होता है और उसका सुपाड़ा तोप के गोला की तरह होता है। इसको हाथ से छोड़ दो और थोड़ी देर तक इसे गौर से देखो तो लगेगा की जैसे तोप कर गोला रखा है और अब गोला छूटने ही वाला है ? इसका सुपाड़ा, इसकी टनटनाहट, इसका चमक दार माथा, इसकी तनी हुई नसें और नसों में बहता हुआ खून इस बात का सबूत है की ये पठानी लण्ड है। पठानी लोग शारीरिक मेहनत बहुत करते है। इसलिए उनका खूब पतला होता है और लण्ड की नसों में तेजी से चारों तरफ दौड़ने लगता है जिससे लण्ड सख्त हो जाता है। पठानी लण्ड बड़ी देर तक बुर चोदने में माहिर होता है बेटी ?
- हां अम्मी तुम ठीक कह रही हो। ये पठान है मोहम्मद काज़िम ? यह मेरे बॉस का दोस्त है। मेरे पास ऑफिस के काम से आया था। बातों बातों में मैं इससे मजाक करने लगी। और फिर मेरी इच्छा इसका लण्ड पकड़ने की हो गयी। मैंने हाथ बढ़ाया और उसके लण्ड पर रखते हुए कहा अंकल पहले मुझे अपना लण्ड दिखाओ ? मैं देखना चाहती हूँ की पठानी लण्ड होता कैसा है ? तुम मुझे बहुत सेक्सी लग रहे हो ? मैं अपने बॉस का लण्ड पकड़ना चाहती हूँ लेकिन अभी तक पकड़ा नहीं है। अगर मुझे तेरा लण्ड पसंद आ गया तो मैं अभी तुमसे चुदवाऊँगी। और मैं अपनी माँ भी चुदवाऊँगी। अंकल माँ चोदने के लालच में आ गया। वह बोला हां मैं लड़कियों की माँ खूब चोदता हूँ। बस मैंने इसे नंगा किया और जैसे ही लण्ड मेरे हाथ में आया तो साला कुतुबमीनार हो गया। एकदम से टन टना कर खड़ा हो गया। इतना बड़ा लण्ड मैं पहली बार देख रही थी अम्मी। मैंने इसे फ़ौरन नापा तो साला ९" से बड़ा निकला लौड़ा ? और चौड़ा तो ५ १/२" से ज्यादा ? बाप रे बाप कितना मोटा है लम्बा है इसका लौड़ा ? इसका सुपाड़ा ही लगभग ४" का है यार ? मैंने तो इसे दिल दे बैठी अम्मी ? मैं बस लण्ड हिला हिला कर चूमने लगी। तब तक बहन चोद तुम आ गयी, अम्मी ? लो अब संभालो अपने लौड़े को ? अम्मी ने काज़िम लण्ड पकड़ लिया ।
मैंने कहा :- वाओ, काज़िम अंकल क्या तुम सर की बीवी चोदते हो ?
सर बोला :- तो क्या हुआ मैं भी तो इसकी बीवी चोदता हूँ।
मैं बोली :- भोसड़ी के मादर चोद तेरी बहन की बुर साले हरामजादे इतनी देर से नखरे क्यों दिखा रहा है तू माँ का लौड़ा ? तुम दोनों बहन चोद एक दूसरे की बीवी चोदते हो और यहाँ मेरी माँ चोदने में तेरी गांड फट रही है ? चल खोल अपना लण्ड और दिखा मुझे जल्दी से ? मैं खुद ही बहुत दिनों से तेरा लण्ड पकड़ना चाहती थी।
मैं यही सब अनाप सनाप बकते हुए बॉस के कपडे खोलने लगी। मैंने पूंछा क्या सर आप भी पठान है वह बोला हां बिलकुल ? मैं मन ही मन और खुश हुई । मैं समझ गयी की इसका भी लण्ड पठानी होगा ? ऐसे में चुदवाने में कितना मज़ा आएगा ? तब अचानक मैंने उसकी नेकर खोल डाली तो लौड़ा टन्न से मेरी आँखों के सामने खड़ा हो गया, मैं डर गयी और बोली उई माँ कितना बड़ा है मादर चोद इसका लण्ड माँ ? ये तो बिलकुल काज़िम के लण्ड की तरह ही लग रहा है माँ ? मैं लण्ड का सुपाड़ा मन लगा कर चाटने लगी।
अम्मी बोली :- देखो साइमा एकदम से उसका लण्ड अपनी बुर में न घुसेड़ लेना ? नहीं तो चोट लग जायेगी। इन मर्दों को तो पता ही नहीं चलता की चुदाने में कितना दर्द होता है ? तुम पहले लण्ड चाटो चूसो और उसके साथ मस्ती करो तब तक मैं आकर खुद ही लण्ड तेरी बुर में आहिस्ते से घुसेड़ दूँगी। पहले ३/४ बार जब लण्ड पूरा का पूरा अंदर बाहर होने लगे तो फिर चुदाने में मज़ा आने लगेगा ? देखो मैं भी कितने मजे से चुदवा रही हूँ ? पूरा लौड़ा अंदर घुसा लेती हूँ ऐसे तू भी करने लगेगी ?
उस रात हम दोनों ने लण्ड अदल बदल कर खूब चुदाया ?
पहली बार मुझे मालूम हुआ की पठानी लण्ड से चुदवाने में कितना मज़ा आता है ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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