Thursday, November 21, 2013

माँ का ऐय्यास भोसड़ा

                                                आवारा चूत आवारा भोसड़ा 
  • देखो बेटी सारा, मैं इसे बहुत कंट्रोल में रखने की कोशिश करती हूँ . इसे खूब डांटती भी हूँ और मारती भी हूँ . इसे कई धमकाया भी है मैंने . इधर उधर मुंह मारने से कई बार टोका भी है मैंने पर पता नहीं क्यों काबू में नहीं आ रहा है  ? लगता है बिलकुल आवारा हो चुका है बहन चोद तेरी माँ का भोसड़ा, बेटी  ?
  • अरे मेरी अम्मी जान, यही हाल तो इधर भी है . मैंने कई बार ताले में भी बंद करके रखा है इसे . बाहर बिलकुल नहीं जाने दिया मैंने ? कई बार तो खुले आम खूब गन्दी गन्दी गालियां देकर इसकी इज्जत भी उतारी है मैंने ? इसको ज़लील भी किया है मैंने ? कई बार थप्पड़ों से मारा है ससुरी को लेकिन किसी भी तरह काबू में नहीं आ रही है अम्मी,  तेरी बिटिया की बुर ?
  • अभी दो दिन पहले घर में तेरे अब्बू का दोस्त अरमान अली आया था . थोड़ी देर तो यह शांत बैठा रहा फिर अचानक कुलबुलाने लगा . मेरी गांड में ऊँगली करने लगा और कहने लगा की मुझे अरमान का लौड़ा दिखाओ . मैं भी जोश में आ गयी और बात करते करते मैं पूँछ बैठी अरमान आजकल तेरे लण्ड के क्या हाल है ? वह मेरा देवर है मेरा उसके लण्ड पर हक़ बनता है . मैंने कहा दिखाओ न यार अपना लण्ड ? भाभी से क्या छिपाना ? ऐसा कहके मैंने उसकी पैंट खोल दी . इधर मेरी चूंचियां आधी खुली हुई थी ही . उसकी नज़र मेरी चूंचियों पर टिकी और मेरी नज़र उसके लण्ड पर ? मैंने खोल कर जैसे ही निकाला लण्ड तो मेरा भोसड़ा मचल उठा . बोला बगैर लौड़ा खाये मैं मानूंगा नहीं ? मैं लण्ड झुक कर चूसने लगी . बड़ा सालिड लौड़ा है यार उसका ? आखिर में मुझे लण्ड अपने भोसड़ा में घुसेड़ना ही पड़ा ? पर बेटी मज़ा बहुत आया  उससे चुदाने में . तो ऐसा है तेरी माँ का भोसड़ा ?
  • उस दिन जब तुम बाज़ार गयीं थी अम्मी तो  शेरू अंकल आ गये . उसने कहा सारा  तेरी माँ कहाँ है तो मैंने बताया की वह बाज़ार गयी है . वह बोला तो फिर बाद में आऊंगा कोई बात नहीं . तब तक मेरी चूत बोल पड़ी अरे यार यही तो मौका है माँ की लौड़ी सारा ? पकड़ ले इसका लौड़ा ? मैंने पूंछा अंकल काम क्या है अम्मी से ? अगर मैं कर सकती हूँ तो कर दूँगी . वह बोला वैसे तो तुम कर सकती हो ? पर बुरा नहीं मानना . मैंने कहा हां बताओ न मैं बुरा नहीं मानूगी भोसड़ी के अंकल ? उसकी हिम्मत खुली . वह बोला उसने मुझे चुदवाने के लिए बुलाया था .  मैं बोली तो फिर चोदो न अंकल ? जो बुर उसके पास है वही बुर मेरे पास भी है . ऐसा कह कर मैंने उसके लौड़े पर हाथ रख दिया . उधर मेरी बुर चोदी बुर बड़ी खुश हो गयी . मैंने जल्दी से एक एक करके अंकल का सारे कपडे उतार दिया और लण्ड पर फ़ौरन कब्जा कर  लिया . बड़ा मस्ताना लौड़ा है उसका अम्मी ? कभी तुम भी पकड़ कर देखना ? मैं लण्ड पीने लगी तो उसने मेरे कपडे खोलने शुरू कर दिया . मेरी जब चूंचियां खुली तो उसका लौड़ा और टन टना गया . मेरी चूत देख कर तो वह बहन चोद पागल हो गया ?  तब मेरी बुर मेरी गांड में दम करने लगी .मैंने भी उसका कहा माना,  जल्दी से पेल लिया लण्ड और चुदवाने लगी ?  बड़ा बढ़िया चोदने वाला है लौड़ा ? कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने देती ? तो ऐसी है तेरी बिटिया की बुर, अम्मी ?
  • मैं क्या करूँ बेटी ? देखो अब शाम होने को आयी है . मेरा भोसड़ा बहन चोद लण्ड के लिए मचलने लगा है . अब जब तक ये लण्ड में नहीं लेगा तब तक न खुद बैठेगा और न मुझे बैठने देगा . मैं भी थोड़ी देर देखती हूँ शायद कोई लौड़ा आ ही जाये  . नहीं तो किसी न किसी लण्ड का इंतज़ाम करना पड़ेगा बेटी ?
  •                            तेरी माँ का भोसड़ा बहन चोद बड़ा ऐय्यास हो गया है, बेटी ?
  • हां अम्मी अब तो बात हर रोज़ गम्भीर होती जा रही है . मेरी बुर भी लौड़े का इंतज़ार कर रही है . और मेरी बुर का साथ दे रही है मेरी चूंचियां अम्मी . ये भी ससुरी कुलबुलाती है कहती है की मुझे किसी मर्द के हाथ में दो . मेरे ऊपर भी लौड़ा घुमाओ . लौड़ा रगड़ो ? मैं अभी तक बुर से परेशान थी अम्मी अब तो चूंचियां भी उसका साथ देने लगी है . बड़ी मुश्किल है ? कहाँ तक रोज़ रोज़ इसे लौड़ा खिलाती रहूँ ? ऐसी हो गयी है अम्मी तेरी बिटिया की बुर ?
  • हां तुम बहन चोद ठीक कह रही हो ? और तो और अब मेरी गांड भी बोलने लगी है . वह भी कहती है की मेरे अंदर लौड़ा पेलो . एक दिन नहीं हर दिन पेलो . अभी तो मैं भोषडा के लिए लण्ड नहीं जुटा पा रही हूँ, ये गांड ससुरी अपना राग फैलाये बैठी हुई है . गांड और भोसड़ा दोनों मिल गयी है . लगता है किसी होटल में लण्ड का ऑर्डर देना पड़ेगा क्या ? क्या करू बेटी ऐसा ही है तेरी माँ का भोसड़ा ?
  • अरे अम्मी अब तो मेरी जबान भी आगे आ गयी है . बोलती ही की मुझे लण्ड चाटने का चस्का लग गया है . मुझे लण्ड चटाओ .रोज़ लण्ड चटाओ . मैं भी बिलकुल तेरी चूत की तरह लण्ड लेती हूँ . लण्ड का स्वाद मैं ही बताती हूँ . लण्ड का वीर्य मैं ही पीती हूँ . पेल्हड़ तो मैं ही चाटती हूँ . मुझे कैसे भुला सकती हो . लौड़ा घुसाओ मेरे अंदर और उसको सपोर्ट कर रही है मेरी बुर . अम्मी ये हाल है तेरी बिटिया की बुर का ?  
                                                                 बर्थ डे में चोदा चोदी 
उस दिन ठीक २१ साल की हो गयी थी . सवेरे का समय था . मैं बिस्तर पर लेटी हुई थी . मुझे कुछ आलस आ रहा था . अम्मी ने समझा की अभी मैं सो रही हूँ . अचानक उसका फोन बज उठा . उसने उसे स्पीकर पर लगा दिया क्योंकि वह अपने दोनों हाथों से कुछ काम कर रही थी . मैं कमरे में लेटी थी लेकिन मुझे मोबाईल की आवाज़ साफ साफ सुनायी पड़ रही थी
  • अम्मी बोली :-   हेलो, सागर अली बोलो क्या बात है ?
  • आदाब परवीन भाभी, बहुत दिन हो गये . मैंने सोंचा की आज बात कर लूं भाभी से ?
  • हां कहो क्या कर रहे हो तुम ? कोई मिली तुम्हे चोदने के लिए की नहीं ?
  • मिल भी जाए तो क्या भाभी ? तुमको चोदने के बाद किसी और को चोदने में मज़ा ही नहीं आता ? पता नहीं क्यों आजकल लड़कियां ठीक से चुदवाती नहीं है ? मैं तो कहता हूँ की उन्हें आपसे चुदाना सीखना चाहिए ?
  • अच्छा तो मैं एक चुदाई का स्कूल खोल लेती हूँ बहन चोद ? सुनो, सारा २१ साल की हो गयी है आज ?
  • अब तो पूरी जवान हो गयी भाभी . अब तो उसे लौड़ा पकड़ना सिखा दो प्लीज .
  • तुम क्या समझते हो की उसे लण्ड पकड़ना नहीं आता ? अरे आजकल की लड़कियां सब बहुत जल्दी अपने आप सीख जाती है ?
  • अरे नहीं भाभी कितना भी सीख जाये पर जब तक तुम नहीं सिखाओगी उसे तब तक वह जवानी का मज़ा अच्छी तरह नहीं ले पायेगी . आज तो बढ़िया मौका है . उसकी बर्थ दे है . आज ही उसे बात करके उसकी शर्म की दिवार तोड़ दो भाभी ?
  • हां तुम ठीक कह रहे हो . मैं आज ही शर्म की माँ चोद देती हूँ . उससे गालियों से बात करती हूँ . 
  • अरे भाभी बात तो करो ही लेकिन रात को बर्थ डे मना लो न ? एक प्रोग्राम करो उसमे खुल कर उसके सामने तुम चुदाओ भाभी ? तुम्हे देख कर वह खुद गरम हो जायेगी और चुदाना सीख लेगी .
  • हां यार आज मैं उसकी बर्थ डे मनाती हूँ . तुम अपने दोस्तों को लेते आना . मैं एक घंटे बाद फिर बात करूंगी . आज यह काम हो जाये तो अच्छा है ?
मैंने अम्मी की बात सुनी और बहुत खुश हुई . अब मैंने सोंचा की मैं भी अपने दोस्तों से अम्मी को सुनाते हुए कुछ बात करूँ ? मैंने फोन उठा लिया . मैंने कहा - शमीम भोषड़ी के , तुझे मालूम नहीं की आज मेरा बर्थ डे है . मुझे मुबाकरबाद नहीं देगा तू ? शमीम - अरे यार मैं तुम्हे फोन करने ही वाला था कि तेरा ही फोन आ गया .  मैं - तो सुन माँ के लौड़े अपनी झांटें बना के आना ? मैं तेरा लौड़ा पियूंगी आज सबके सामने ? शमीम - मेरी हंसी कराओगी तुम सबके सामने क्या ? मैं - हंसी क्यों होगी,भोषड़ी के ? तेरा लौड़ा तो बड़ा मोटा तगड़ा है सबको मज़ा आयेगा बहन चोद और फिर तुझे क्या यहाँ अपनी माँ चुदानी है ? शमीम - अच्छा बाबा आऊंगा अब तुमसे बहस कौन करे ?  मैं - देख अपने दोस्त ताहिर को भी लेते आना . उसकी भी झांटें बनवा लेना ?  मैंने फोन जैसे ही बंद किया तो मेरी दोस्त फ़िज़ा का फोन आ गया . वह बोली - हाय सारा हैपी बर्थ डे यार ? क्या कर रही हो आज ? मैं - माँ चुदा रही हूँ अपनी ? फ़िज़ा -  यार क्यों मजाक कर रही है ? मैं - अच्छा सुन आज तू शाम को मेरे घर अपने मियां के साथ आ जाना .
                                तेरे मियां का लण्ड बहन चोद कुछ बड़ा हुआ की अभी उतना ही है ?
फ़िज़ा - तू मादर चोद बड़ी हरामजादी है . अरे तेरे हाथ में जाकर मेरे मियां का लण्ड अपने आप बड़ा हो जाता है . पिछली बार देखा था न तुमने ? गांड फट गयी थी तेरी लण्ड देख कर ? मैं अपने शौहर के आती हूँ शाम को ?
मेरी अम्मी ने मेरी सारी बातें सुन ली और  वह मन ही मन बहुत हुश हो रही थी . मैं यही चाहती थी . उसने मुझे मुबारकबाद दी और कहा मैनी मैनी हैपी रिटर्न्स ऑफ़ दी डे .
मैं बोल पड़ी :- अम्मी बहन चोद आज सवेरे से ही फोन आने लगे है . मैंने उन्हें बुला लिया है ? कुछ करना होगा अम्मी प्लीज ? आज तो मौज़ मस्ती करने का मन कर रहा है . 
अम्मी बोली :- हां हां आज मैं एक पार्टी कर रही हूँ, मेरे भी कुछ भोषड़ी वाले आयेंगे . खूब धमाल होगा आज रात भर ? तुम देखना सारा आज मैं सबकी गांड मारूंगी, सबकी माँ चोदूँगी ? सबको कर दूँगी नंगा भोसड़ी वालो को . 
सारा बोली :- अरे वाह अम्मी तब तो मज़ा ही मज़ा आएगा ? मैं अभी ब्यूटी पार्लर जाकर अपनी झांटें बनवा लेती हूँ, अम्मी ? सुना है की आजकल लड़के लड़कियों की बुर चाटने लगे है ?  अम्मी को मेरी बातें सुनकर यकीन हो गया की सारा अब मुझसे खुल चुकी है . गालियां देने लगी है और खुल कर बातें भी करने लगी है . उसकी बातों से लगा की वह लण्ड भी खूब पकड़ती है . आज तो मैं उसे चुदाना  भी सिखा दूँगी .  
शाम को लोग आने लगे . शमीम अपने दोस्त ताहिर के साथ आ गया . फ़िज़ा अपने मियां जावेद के साथ आ गयी . उधर सागर अली अपने दोस्त असगर अली के साथ आ गया . पहले केक कटा और जाम से जाम लड़ा . सब लोग पीने लगे शराब .
एक पैग पीने के बाद अम्मी बोली :- सारा, अब मैं और रुक नहीं सकती ? मेरा भोषडा मुझे चैन से बैठने दे रहा है, बेटी ? जबसे मैंने तुम्हारे दोस्तों को देखा है ( शमीम और ताहिर ) तबसे मैं उनके लण्ड अपने भोसड़ा में घुसेड़ना चाहती हूँ . फ़िज़ा बोली : सारा तुम मेरी चूत में सागर अली और असगर के लण्ड पेल दो . तुम मेरे हसबैंड से मेरे सामने चुदवाओ  .
                                            मैं तुम्हे सिखाऊंगी कैसे चुदवाई जाती है बुर ?
मैंने हाथ बढ़ाया और जावेद का लौड़ा पकड़ने लगी . तब तक अम्मी  शमीम और ताहिर को नंगा कर चुकी थी , उनके लण्ड चाटने लगी थी . फ़िज़ा भी सागर और असगर के लण्ड खोलने लगी . थोड़ी देर में हम सब नंगे हो गये . मैदान में ५ लण्ड और ३ चूत ? बड़ा सेक्सी माहौल हो गया . मैंने जावेद का लौड़ा मुंह में लिए और उसे चूसने लगी . मुझे लण्ड अच्छा लग रहा था . मेरे बगल में लेटी मेरी अम्मी शमीम और ताहिर का लौड़ा चाट रही थी .  थोड़ी देर में अम्मी ने शमीम का लौड़ा अपनी चूत में पेला लौड़ा और दूसरा अपनी गांड में पेल लिया वह अपनी गांड भी चूत चुदाने के साथ मराने लगी . मैं अम्मी को चुदते हुए पहली बार देख रही थी . मेरी दूसरी तरफ फ़िज़ा सागर और असगर का लौडों से खेल रही थी . सागर का लण्ड उसकी बुर में घुस गया . फ़िज़ा सागर से चुदवाने लगी . असगर का लण्ड अपनी चूंचियों पर फिराने लगी . मैं बीच में थी . मेरी गांड फ़िज़ा की तरफ थी . फ़िज़ा ने अपने मियां का लण्ड पकड़ा और धीरे से मेरी चूत में घुसेड़ दिया . जावेद चोदने लगा मुझे . मैं भी बड़े मजे से चुदाने लगी . मेरी चूंचियां नांचने लगी . सागर अंकल मेरी चूंची सहलाने लगा . मैं मस्त होने लगी . अम्मी बोली :- बेटी सारा, आज तुम २१ साल की हो गयी हो . आज से लण्ड पकड़ना, लण्ड चूसना, लण्ड पीना,  लण्ड पेलना, गांड मराना और चूंची चुदवाना सब सीख लो , बेटी ?
                       आज से खुल के अपनी चूत चुदाना और अपनी माँ चुदाना शुरू कर दो, बेटी .
" तुम मेरी बुर में पेलो लण्ड मैं तेरी बुर में पेलूँ लण्ड "  "मैं तुम्हे चोदूँ तुम मुझे चोदो"   "मैं तेरी बुर चुदाऊँ तुम मेरी बुर चुदाओ" आज से तुम मेरे साथ और अपनी दोस्त फ़िज़ा के साथ इसी तरह चुदवाना शुरू कर दो . 
                                                           चुदा भोसड़ा खुल्लम खुल्ला 
उस दिन मैं अकेली बैठी बोर हो रही थी . अचानक फोन आ गया . मैं बोली हां हया बोलो क्या बात है ?  उसने कहा यार तुम भी मेरे घर आ जाओ मैं तुम्हे एक चीज दिखाना चाहती हूँ ? मैंने कहा कौन सी चीज यार खुल कर बताओ न . उसने कहा बताने वाली नहीं है दिखाने वाली है . आजा न भोषड़ी की . मैं फ़ौरन चली गयी . वह मुझे दरवाजे पर ही मिल गयी और बोली मेरे साथ नीचे तहखाने में चल ? मैं नीचे गयी तो हैरान रह गयी . इतना बड़ा कमरा ? उसने मुझे खिड़की से देखने को कहा . देख कर तो मेरी आँखे खुली की खुली रह गयी . मैंने देखा की मेरी अम्मी अपने भोसड़ा में दो  दो लण्ड पेले हुए है . एक मुंह में घुसेड़े हुए है और एक अपने हाथ से हिला रही है . चार चार लण्ड एक साथ . अम्मी के नीचे एक आदमी लेटा है उसके ऊपर अम्मी उसकी तरफ गांड करके बैठ गयी और चित लेट गयी तो भोसड़ा और खुल गया उसमे दूसरे आदमी का लौड़ा पेल लिया है . यार चारों लण्ड भी मज़ा कर रहे है . मैंने सोंचा यार मेरी अम्मी वाकई बड़ी चुदवाने वाली औरत है .
                                                 मेरी माँ का भोषडा बड़ा ऐय्यास हो गया है .
इतने में हया की अम्मी भी आ गयी . वह भी नंगी थी ? उसके दोनों हाथों में लण्ड ? मेरी अम्मी के सामने बैठ कर दोनों लण्ड पीने लगी .
मेरी अम्मी ने कहा :-  अरी शकीला तू भी अपना भोषडा चुदाना शुरू कर ?
वह बोली  :- नहीं मैं इन दोनों लण्ड से आज अपनी बिटिया चुदवाऊँगी ? .मेरी अम्मी एकदम उछल पड़ी .
वह बोली :- अरी शकीला तू तो बहन चोद अपनी बिटिया चुदवाती रहती है आज मेरी बिटिया चुदवा ले ? अब तो मेरी बेटी मस्त चुदाने लगी है .
शकीला आंटी बोली :- तो फिर ऐसा कर न ? तू मेरी बेटी चुदवा, मैं तेरी बेटी चुदवाती हूँ . मैं तेरी बेटी की बुर में लण्ड पेलती हूँ तू मेरी बेटी की बुर में लण्ड पेल ?
मेरी अम्मी बोली :- यार बुला ले न मेरी बेटी को अभी ?
तब तक हम दोनों अंदर घुस गयी . वे दोनों बड़ी ख़ुश हो गयी .
हया बोली :- आज मैं सारा की माँ भोषडा चोदूँगी, अम्मी
मैंने कहा ;- तो मैं हया की माँ का भोसड़ा चोदूँगी, आंटी   ?
सब लोग ठहाका लगा कर हंस पड़े ?

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त 

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