Friday, November 29, 2013

मेरी बुर चोदी नयी अम्मी

उस दिन मैंने अपनी नयी अम्मी को बड़ी बेफिक्री और बेशर्मी से चुदवाते हुए देख लिया . मेरा मन हुआ की मैं कमरे के अंदर घुस कर उसे रंगें  हाथों पकड़ लूं ?  लेकिन मैं रुक गयी और सोंचने लगी की मुझे जल्द बाजी में नहीं बल्कि धैर्य से काम लेना चाहिए . मैं बड़ी तन्मयता से उसकी चुदाई देखने लगी . मैंने देखा की वह अपनी दोनों टंगे फैलाये हुए अपनी चूत में लौड़ा घुसेड़वाकर कर झमाझम चुदवा रही है . दूसरा लण्ड अपने मुंह में घुसेड़े हुए चूस रही है  .लण्ड को बार बार मुंह में आते जाते मैंने देखा तो मैं समझ गयी की लौड़ा मस्त भी है और दमदार भी . उसके सुपाड़े पर मेरी पैनी निगाह जम गयी . यही हाल चूत वाले लण्ड का भी था . हालांकि बार बार बुर में आते जाते लण्ड का सुपाड़ा नहीं दिखाई पड़ता था लेकिन बीच बीच कई बार दिख जाता था . उसका भी सुपाड़ा चमकीला और बिलकुल पहाड़ी आलू की तरह था .  दोनों लण्ड देख कर मैं ललचा गयी . मेरे मुंह में पानी आ गया . मेरी चूत गीली हो गयी मैं अपनी चूंचियां मसलने लगी .  चूत पर हाथ रख कर सहलाने लगी . मेरी चूत लण्ड के लिए मचलने लगी . वह मुझे चैन नहीं लेने दे रही थी तभी मैंने अपनी चूत को समझाते हुए कहा  की तू चिंता न कर मैं किसी न किसी दिन ये दोनों लण्ड तेरे अंदर जरुर पेलूँगी .
मैं सोंचने लगी की मेरी मादर चोद अम्मी को इतना भी ख्याल नहीं है की घर में उसकी सौतेली जवान बेटी बैठी है और उसकी भी चूत फड़क रही होगी ?  उसे भी चुदाने की इच्छा हो रही होगी ? उसकी भी इच्छा लण्ड चूसने की हो रही होगी ? अगर वह मुझे बुला कर मेरी बुर में भी एक लौड़ा घुसा दे तो क्या उसकी गांड फट जायेगी बहन चोद की उसकी माँ चुद जायेगी भोषड़ी वाली की ? मैं अपनी चूत में ऊँगली करती हुई अपनी नयी अम्मी की चुदाई देखने लगी . तब मेरे मन ने कहा :-
                मुझे ज़रा अपनी 'बुर चोदी' नयी अम्मी की चूत और उसकी करतूत ठीक से देख लेने दो .
थोड़ी देर में वह एक आदमी को नीचे लिटा कर उसके टांगों के बीच अपना मुंह करके उसका लण्ड चूसने लगी . उसकी गांड ऊपर उठी हुई थी . दूसरे आदमी ने अपना लण्ड पीछे से उसकी बुर में घुसेड़ दिया और दनादन्न चोदने लगा . नीचे अम्मी की हिल रही थी . नाच रही थी उसकी मदमस्त चूंचियां ,
मैं बिना पलक झपकाए अम्मी की चोदा चोदी देख रही थी . थोड़ी देर में वह पीछे से चोदने वाला आदमी नीचे लेट गया . अम्मी उसकी तरफ पीठ करके उसके लण्ड पर बैठ गयी . लण्ड पूरा का पूरा उसकी बुर में घुस गया . अम्मी फिर चित उसके ऊपर लेट गयी . उसकी बुर थोड़ी और खुल गयी . वह दूसरे आदमी से बोली अरे यार अब तुम भी मेरी चूत में लण्ड घुसाओ और दोनों मिलकर चोदो मेरी चूत . वह वैसे ही चोदने लगा . मुझे लगा की अम्मी बहन चोद कई लण्ड अपनी बुर में घुसवा चुकी है . बहुत बड़ी ऐय्याश है मेरी अम्मी .
 ५ मिनट के बाद वह उठीं और दोनों को आमने सामने बैठा दिया . ऐसा बैठा दिया की उन दोनों के लण्ड आपस में भिड़ गये  . पेल्हड़ से पेल्हड़ टकराने लगे . उसने दोनों पर एक कंडोम  चढ़ा दिया . अब दो लण्ड मिलकर एक बड़ा लण्ड बन गया . अम्मी उसी के ऊपर बैठ गयी . वह खुद ही कूद कूद कर दोनों लण्ड एक साथ चोदने लगी . इधर मुझे  इतना मज़ा आ रहा था कि मैं खुद झड़ने वाली हो गयी . फिर वे दोनों उठे और खड़े हो गये . अम्मी ने एक का लौड़ा पकड़ा और जोर जोर से मुठ्ठ मारने लगी . वह फक्क से झड़ने लगा . अम्मी ने सारा वीर्य अपने मुंह में ले लिया और लण्ड चपर चपर पीने लगी . दो मिनट में दूसरा लण्ड भी झड़ गया अम्मी उसे भी पी गयी . 
दोस्तों, मैं हूँ मिस इरम और मेरी नयी अम्मी है मिसेज आयसा . मेरी उम्र है २२ साल और मेरी अम्मी की उम्र है २८ साल ? मेरे अब्बू की यह दूसरी शादी है . मेरी असली अम्मी ने तलाक ले लिया और दो साल पहले किसी और से निकाह करके चली गयी . मैं उनके साथ नहीं गयी . मैंने अब्बू के साथ ही रहना पसंद किया . अभी कुछ दिनों पहले अब्बू ने भी आयसा नाम की लड़की से शादी कर ली . आयसा मेरे से केवल ४ साल ही बड़ी है . खूबसूरत है और हंसमुख है . मैं उसे चाहती हूँ और वह मुझे ? मैं उसे नयी अम्मी कहती हूँ . वह बोली मैं तेरी अम्मी नहीं तेरी दोस्त हूँ . मैं चाहती हूँ की तुम मेरी दोस्त बन कर रहो ? हम दोनों में प्यार बढ़ने लगा .  खूब बातें भी होने लगी . लेकिन मुझे यह नहीं मालूम था की अम्मी इस कदर सेक्सी और मस्त चुदवाने वाली औरत होंगी ? वैसे अम्मी की भरी जवानी है ऐसे में
जब मेरी चूत बहन चोद २४ घंटे लौड़ा मांगती है तो अम्मी की चूत क्यों न मांगे ? वह तो बड़ी मस्त जवान औरत हैं .
उसकी तो शादी हो गयी है उसे अब किसकी परवाह ? अब तो वह जम कर लण्ड का इस्तेमाल करती है . मैं तो उसे अभी एक ही बार देखा है लेकिन मैं अच्छी तरह जान गयी हूँ की उसकी मोहब्बत लण्ड से है किसी मर्द विशेष से नहीं ?
 एक दिन और मैं कॉलेज से पहले आ गयी . दोपहर का समय था . गर्मी के दिन थे . कमरे में ये सी चल रहां था . मैं अचानक अम्मी के कमरे की तरफ चल पड़ी . मुझे फिर उसी तरफ की फुसफुसाहट सुनायी पड़ी . मैं उत्सुकता बस झाँक कर देखने लगी . मैंने देखा की अम्मी एक सोफे पर अपने सभी कपडे उतार कर बैठी है . उसके दोनों तरफ दो लड़के बैठे है . वे भी बिलकुल नंगे है . उनके लण्ड खड़े है . अम्मी अपने दोनों हाथ में के एक लण्ड पकड़ कर सहला रही है . वे दोनों एक एक चूंची चूस रहे है . मेरी नज़र लण्ड पर पड़ी . मैं फिर खुश हुई की लण्ड तो वाकई दोनों ही बड़े शानदार है . इस बार भी मेरी चूत धूं धूं कर जलने लगी .
इतने में अम्मी बोली :- यार अनीस तेरी झांटें बड़ी बड़ी हो गयी है . तू इन्हे बनाता क्यों नहीं भोषड़ी के ?
उसने जबाब दिया :- मैं किसी मस्त लड़की से बनवाना चाहता हूँ अपनी झांटें ?
अम्मी बोली :- अच्छा तो रुको, अभी मेरी सहेली इरम कॉलेज से आती होगी . वो बना देगी तेरी झांटें ?
वह बोला :- तेरी सहेली यहाँ कहाँ है यार ?
अम्मी बोली :- अरे यार वैसे तो वह मेरी सौतेली बेटी है . लेकिन मैं उसे सहेली मानती हूँ और वह मुझे ? तुम देखोगे उसे तो तेरा लौड़ा आसमान ताकने लगेगा . बड़ी सेक्सी और खूबसूरत है इरम ? तू बड़ा लकी है यार ? आज मैं तेरा लण्ड उसकी चूत में पेलूँगी ? बड़ा मज़ा आएगा तुझे खुदा कसम ?
तब तक वसीम बोला :- अरे मैंने क्या गुनाह किया है ?  मैं बेकार ही अपनी दोस्त नज़मा से झांटें बनवाकर आ गया . नहीं तो मैं भी बनवा लेता तेरी बेटी से .
अम्मी बोली :- तू मादर चोद जल क्यों रहा है . तुझे भी चोदना है मेरी बेटी की बुर ? मैं जानती हूँ की तू तड़प रहा है . आज तुम दोनों चोदोगे मेरी बेटी की बुर यार ? चल अब पिला जम के मुझे अपना लण्ड ? 
वह उठ कर खड़ा हो गया और लण्ड अम्मी के मुंह में घुसा दिया . अम्मी मस्त हो के पीने लगी उसका लण्ड . दूसरा लण्ड अपने हाथ में लेकर सहलाने लगी . मैं सुन कर बड़ी खुश हो गयी . मैं मन में कहने लगी की मेरी अम्मी कितना ख्याल रखती है मेरा और मेरी चूत का ? मुझे जवानी का असली मज़ा देना चाहती है मेरी अम्मी . मैं बेकार ही अम्मी को गाली दे रही थी ? यही सोंच कर  मेरी बुर की आग और तेज हो गयी . मैं तो बोलने वाली थी की अम्मी मैं आ गयी लेकिन मैं ऊपर चली गयी और अपने कपडे बदलने लगी . मैं नीचे उतरते हुए जोर जोर से मोबाईल पर बातें करने लगी ताकि अम्मी मुझे बुला लें ? हुआ भी यही .
अम्मी बोली :- हाय मेरी भोषड़ी की इरम तू आ गयी न ? जल्दी से मेरे कमरे में आ जाओ .
मैं फ़ौरन घुस गयी उसके कमरे में ?
मैं बोली :- वाओ, अम्मी ? इतने बड़े बड़े लण्ड, बहन चोद ? किसके है ये लण्ड ? कौन है ये माँ के लौड़े ? किसने हिम्मत की मेरी माँ को नंगी देखने की ? मैं इन सालों की माँ चोद दूँगी ?
अम्मी हंसने लगी और बोली :- अरी पगली ये दोनों मेरे स्टूडेंट्स है . मैं इन दोनों से शादी के पहले भी चुदवाती थी और आज भी चुदवाती हूँ . मुझे इनके लण्ड से बड़ी गहरी मोहब्बत है . इनके लण्ड की फ़ोटो मैं अपनी पर्श में हमेशा रखती हूँ . मैंने आज इन्हे तेरी बुर चुदवाने के लिए बुलाया है . तेरी भरी जवानी देख कर मेरे मन में आया की तुझे जवानी का मज़ा लूटने का पूरा मौका मिले ?
 देखो इरम,  अनीस की झांटें बड़ी बड़ी हो गयी है . तुम पहले इसकी झांटें बना दो ? तब तक मैं वसीम के लण्ड से खेलती हूँ . मैं रेज़र लेकर वहीँ आ गयी और बोली मैं यहीं इसकी झांटें बनाऊंगी . बिलकुल चिकना कर दूँगी इसका लौड़ा . झांटें बन जाने के बाद वाकई लौड़ा बड़ा दिखने लगा . मैं उसे हिला हिला कर मज़ा लने लगी . उसने मेरे गाउन की बटन खोल दी . मेरी  मदमाती चूंचियाँ खिलखिलाकर बाहर आ गयी . अनीस मेरी चूंची चूसने लगा और फिर धीरे से उसने मेरे पेटीकोट के अंदर हाथ दाल दिया .मैं गनगना उठी . उसने कहा अरी इरम इसे भी खोल कर दिखाओ न ? बड़ी मस्तानी है तेरी चूत ? फिर उसने खुद ही मेरा नाडा खोल दिया . मेरा पेटीकोट बहन चोद नीचे गिर पड़ा और मैं मादर चोद ऊपर से नीचे तक नंगी हो गयी .  मेरी नज़र वसीम पर पड़ी . वो मेरी अम्मी का भोषडा देखे जा रहा था .
एकाएक अम्मी मेरे पास आ गयी और मेरी चूत पर हाथ फेरने लगी और बोली हाय इरम तुम वाकई बड़ी जवान हो . मस्त हो और सेक्सी हो . तुझे लण्ड का मज़ा खूब लेना चाहिए . अनीस भोषड़ी के लाओ अपना लौड़ा और घुसेड़ो मेरी बुर चोदी इरम की चूत में . अनीस ने आज्ञा का पालन किया और लौड़ा मेरी बुर पेल दिया . मैं पहले चीख तो पड़ी लेकिन फिर मज़ा लेने लगी . मुझे अपनी नयी अम्मी के सामने चुदाने में मज़ा आने लगा . उधर अम्मी ने वसीम का लण्ड मेरे मुंह में घुसा दिया और कहा लो लण्ड चूसते हुए चुदाओ तो ज्यादा मज़ा आयेगा . अम्मी बीच बीच में कभी मेरे मुंह से लण्ड निकाल कर चाट लेती और कभी मेरी बुर से लण्ड निकाल कर . मैं तो मस्ती से चूर होती जा रही थी . मेरी नज़र अम्मी के भोषडा पर थी . मैंने ठान लिया की दूसरी पारी मैं चोदूँगी  अपनी नयी अम्मी का भोषडा ?
                                      थोड़ी देर में अम्मी बोली इरम अब तुम गांड मरवाते हुए चुदाओ .
मुझे  कुतिया की तरह बना दिया और और मेरे मुंह के आगे वसीम को नंगा लिटा दिया . उसका लौड़ा बिलकुल मेरे मुंह के सामने आ गया . बन्दूक जैसा उसका लण्ड मेरे मुंह में सीधे निशाना लगाने लगा . मुझे लण्ड देख कर उस पर प्यार आ गया और मैं झुक कर उसे मुंह में डाल कर चाटने लगी . मेरी गांड पीछे से उठी हुई थी . अम्मी ने कहा  अनीस अब तुम इसकी गांड में घुसा दो अपना लौड़ा और धीरे धीरे शुरू करो इसकी गांड मारना . वह वैसे ही करने लगा और मैं मस्ती से मरवाने लगी गांड ? इधर अम्मी भी मेरे मुंह के साथ अपना  मुंह भिड़ा कर लण्ड चाटने लगी . यानि हम दोनों मिल कर वसीम का लौड़ा चाटने में जुट गयी . अम्मी उसके पेल्हड़ भी मस्ती से चाटने लगी . कभी कभी मेरी हिलती हुई चूंचियां भी सहला लेती थी . थोड़ी देर में अम्मी वसीम की जगह लेट गयी और मैं उसकी बुर चाटने लगी . वसीम उठा और अम्मी के मुंह में लौड़ा घुसा दिया . अम्मी लण्ड चाटते हुए अपनी बुर चटवाने लगी और मैं गांड मरवाते हुए अम्मी की बुर चाटने लगी . यानी मुझे भी डबल मज़ा और अम्मी को डबल मज़ा ? 
मुझे उन दोनों के लौड़े इतने प्यारे लगे की मैं उनकी गुलाम हो गयी . उससे ज्यादा मैं अपनी नयी अम्मी की गुलाम हो गयी . मुझे उसके साथ जवानी का पूरा मज़ा उठाने का मौका मिल रहा था . मैं  नयी अम्मी की हर बात मानने लगी और मैंने भी उसकी चूत का पूरा पूरा ख्याल रखना शुरू कर दिया . दो दिन बाद घर में मेरा बॉय फ्रेंड अकबर आ गया . मैंने उसे बैठाया और बातें करने लगी . इतने में मेरी अम्मी भी आ गयी . अकबर मेरी अम्मी को आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगा . मैंने उसे अपनी अम्मी से मिलवाया .
मैंने कहा :-  ये मेरी नयी अम्मी आयसा है .
उसने कहा :- आदाब, आंटी आप तो बहुत खूबसूरत है ? आप इरम की अम्मी नहीं बहन लग रही है . 
अम्मी बोली :- मैं इस भोषड़ी वाली की दोस्त ही हूँ . (अम्मी के मुंह से गाली सुनकर अकबर बड़ा खुश हुआ )
मैंने कहा :- हां यार ये बुर चोदी मेरी दोस्त है और मैं इसकी दोस्त ? हम दोनों दोस्ती का मज़ा खूब उठा रही है . इतने में अम्मी किचेन में चली गयी . तब वह धीरे से बोला यार इरम अपनी नयी अम्मी की बुर दिलवाओ न यार . मुझे बड़ी सेक्सी लग रही है तेरी नयी अम्मी ?  मैं इसे चोदना चाहता हूँ .
अम्मी नास्ता लेकर बाहर आयी और झुक कर अकबर के आगे नास्ता रखने लगी . पहले पानी, फिर नास्ता फिर चाय, तो अकबर अम्मी की चूंचियां बड़ी दूर तक और बड़ी देर तक देखने लगा . 
तब मैंने जोर से कहा :- अम्मी अकबर तो तुम्हे चोदना चाहता है . (अकबर  थोडा सहम गया )
अम्मी बोली :- अरे अकबर तो घबराते क्यों हो ? फिर अम्मी मेरी तरफ मुंह करके बोली बेटी अगर यह तेरी माँ चोदना चाहता है तो चोद लेने दो ? मुझे चुदाने में कोई ऐतराज़ नहीं है बशर्ते की तेरे लौड़े में दम हो ?
मैं बोली :- अरे अम्मी बड़ा दमदार है इसका लण्ड ? मैं तो इसका लण्ड बहुत पसंद करती हूँ . मेरी कॉलेज की लड़कियां इसके लण्ड की दीवानी है, अम्मी ? वे सब की सब इससे चुदवाती है इससे और कई तो इसे अपने घर ले जाती है और अपनी माँ चुदवाती है .
अम्मी बोली :- तो तू भी चुदवा ले अपनी माँ, मेरी भोषड़ी की इरम ?
इस तरह हम दोनों ने मिल कर अकबर से रात भर  चुदवाया

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त 
                                     
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