
यहाँ तो बस वही लोग आते है तो अपनी अपनी बीवियां चुदवाएँ और दूसरे की बीवियां चोदें ? उनकी बीवियां भी पराये मर्दों से चुदवाएँ और अपने मर्द को परायी बीवियां चोदने दें ? यानि हर कोई दिल से चोदने और चुदाने के लिए तैयार हो . तभी इस खेल का मज़ा है ?
मैं यहाँ आता हूँ, अपनी बीवी चुदवाता हूँ और दूसरों की बीवी चोदता हूँ . देखो मैं हूँ आकाश मेरी बीवी है अनीता . तुम हो अमर तेरी बीवी है सुनीता ? मैं इसलिए जा रहा हूँ की मेरी बीवी लोगों से चुदवाने के लिए तैयार है और मुझे दूसरों की बीवियां चोदने देने को तैयार है . बोलो अनीता तुम तैयार हो न ?
अनीता बोली :- हां मैं किसी से भी चुदवाने के लिए तैयार हूँ और तुम भी मेरी तरफ से किसी को भी चोदने के लिए आज़ाद हो ?
तुम लो परायी चूत का मज़ा मैं लेती हूँ पराये लण्ड का मज़ा ?
हा अमर अब तुम अपनी बीवी से पूंछ लो . अगर वह तैयार है तो ठीक है मज़ा करेंगे हम लोग . खूब हचक हचक के चोदेंगे दूसरों की बीवियां और अगर तैयार नहीं है तो देख सुनकर वापस आ जायेंगे ? फिर भी अगर वहाँ कोई और तेरी बीवी चोद ले, तो तुम बिना हिचक मेरी बीवी चोद लेना ? बोलो अनीता ठीक है न ?
अनीता फिर बोली :- हां मैं अमर से वहीँ सबके सामने चुदवा लूंगी .
और हां अमर मैं तुम्हे यकीन दिलाता हूँ की मेरी बीवी उतने ही मजे से चुदवायेगी जितने मजे से तेरी बीवी चुदवाती है . मेरी बीवी को लोगों से चुदाने का शौक भी है और अनुभव भी ? अमर बड़ी देर तक सोंचने लगा . उसकी बीवी सुनीता बोली :- हां हां चल कर देखने में क्या हर्ज़ है ? मन होगा तो हम रुकेंगे नहीं तो वापस ? अमर मान गया अपनी बीवी की बात और हम लोग क्लब पहुँच गये . जैसे ही मैं अमर उसकी बीवी सुनीता को लेकर अंदर घुसा तो दोनों वहाँ का सीन देख कर दंग रह गये . उन्होंने कभी सोंचा भी नहीं था की ऐसा भी हो सकता है ? इतनी मस्ती, इतनी आज़ादी, इतना खुलापन, इतने नंगे लोग, इतने ज्यादा नंगे लण्ड, इतनी नंगी बीवियां, बीवियों की नंगी नंगी चूंचियां, खुली हुई चूत, खुली हुई गांड, इस तरह की खुल्लम खुल्ला चुदाई, किसी की चोदो, किसी से चुदाओ, खूब प्यार से गाली दो, इसके साथ तरह तरह की चूंची, तरह तरह के लण्ड, तरह तरह की गांड सब देखने को मिल रहा है . सुनीता की चूत में बुरी तरह से आग लग गयी .उसने न कभी ऐसा देखा और न ही ऐसे दृश्य की कभी कल्पना की ? उधर अमर का लौड़ा भी टन टनाने लगा . उसने भी कभी ऐसा नहीं देखा था . उसने मन में कहा यार हम लोग दूसरे की बीवी देख कर ललचा कर रह जाते है . मन करता है उसे चोदने का, उसे लण्ड पकड़ाने का, लेकिन कुछ नहीं कर पाते . लेकिन यहाँ तो सब कुछ कर सकते है . इससे बढ़िया जगह क्या हो सकती है ? सुनीता तो यही सोंच कर खुश थी की यहाँ तो हर तरह के लण्ड मिलते है . न कोई डर, न कोई झिझक, न कोई संकोच और न कोई शर्म ? वाह क्या बात है .
सुनीता ने मेरे कान में कहा :- आकाश अब मैं भी यही चुदवाऊँगी . यहाँ से चुदवाकर ही घर जाऊंगी . तुम अमर को मना लो प्लीज . वो भी चोदे किसी को तो अच्छा है ? नहीं चोदे तो बैठे यहीं बहन चोद . मैं तो चुदाऊंगी ?
मेरी बीवी बोली :- मैं तो जा रही हूँ चुदाने ? बोलो सुनीता तुम क्या कहती हो ? ऐसा कह कर वह अपने कपडे उतारने लगी क्योंकि हाल के अंदर नंगी नंगी ही जा सकती है . वहाँ किसी को भी कपडे पहन कर जाने की इज़ाज़त नहीं है . हम लोग तो बाहर खिसकी से नज़ारा देख रहे है .
सुनीता बोली :- रुको मैं भी आती हूँ . मेरी चूत की आग बुरी तरह भड़क चुकी है . भठ्ठी हो गयी है मेरी बुर ? मेरे कुछ कहने के पहले ही अमर बोला यार अब मुझसे नहीं रुका जाता ? इतनी मस्त जवान और खूबसूरत बीवियों को चोदने का मौका कौन छोड़ कर जायेगा ? मेरी बीवी से कह दो अगर वो चाहे तो वह भी इन लोगों से चुदवा ले ? न चाहे तो अपनी माँ चुदाये ? मैंने यह बात जब सुनीता भाभी को बताई तो बड़ी खुश हो गयी और नंगी नंगी मेरी बीवी के साथ अंदर घुस गयी . उनके पीछे हम दोनों भी नंगे नंगे भी घुस गये अंदर ?
सुनीता भाभी जैसे ही अंदर घुसी तो उसके सामने दो मर्द अपना अपना लौड़ा खड़ा किये हुये आ गये . दोनों उसे पकड़ कर ले गये और एक सोफे पर बैठा दिया . भाभी के दोनों हाथों में लण्ड आ गये . यह पहला मौका था जब सुनीता दो लण्ड एक साथ पकड़ कर चूस रही थी . वे दोनों उसकी चूंची से खेलने लगे . सुनीता अब सारी दुनियां भूल कर सिर्फ लण्ड का मज़ा ले रही थी . मेरी बीवी अनीता तो आते ही मर्दों के बीच घुस गयी . एक ने फ़ौरन उसके मुंह में लौड़ा घुसेड़ दिया दूसरे ने उसकी बुर में घुसा दिया लण्ड और तीसरे ने हाथ में पकड़ा दिया लण्ड ? मेरी बीवी को चुदाने बड़ा अनुभव है . वो खुद ही लण्ड चोदने में बड़ी माहिर है . लोग उससे अपना अपना लौड़ा चुदाते है . इधर अमर का लण्ड एक बहुत ही खूबसूरत और सेक्सी बीवी ने पकड़ लिया . अमर तो उसकी चूंचियों का कायल हो गया .
इतने में किसी ने उसके कंधे पर हाथ रखा वह पीछे मुड़ा और बोला :- अरे ममता तुम यहाँ ?
वह बोली :- और तुम भी यहाँ ? तुम अपनी बीवी चुदवाने आये हो न ?
अमर बोला :- हां यार बीवी चुदवाने आया हूँ और बीवी चोदने भी आया हूँ .
वह बोली :- तो फिर चोदो न मुझे ? पेलो न अपना लौड़ा मेरी बुर में ? कॉलेज में रह कर तो मैं तेरा लौड़ा पकड़ नहीं पायी तो आज यहाँ तो पकड़ लूं बहन चोद तेरा लण्ड ? वहाँ नहीं चुदाया तो क्या यहाँ तो चुदा सकती हूँ अपनी चूत . चोदो न मेरी बुर यार ? अमर ने लण्ड ठोंक दिया उसकी बुर में और चोदने लगा . चोदते चोदते वह बोला ममता तेरा हसबैंड कहाँ है ?
ममता बोली :- तेरी बीवी चोद रहा है मेरा हसबैंड ? देखो न कितनी मस्ती से चुदवा रही है तेरी बीवी ? लगता नहीं है की वह आज पहली बार यहाँ चुदाने आयी है ?
अमर बोला :- यह सब तुम्हे कैसे मालूम ममता ?
ममता बोली :- मुझे तेरी बीवी ने सब कुछ बता दिया है . उसे यह पार्टी बहुत अच्छी लग रही है . आज वह खूब जम कर कई मर्दों से चुदवाकर जायेगी . वह जब मेरे पति का लौड़ा चूस रही थी तो मैंने पूंछा की तेरा मर्द कहाँ है तो उसने तेरी तरफ इशारा किया . मैंने जब तुम्हे देखा तो मज़ा आ गया यार ? मुझे क्या मालूम था की तुम यहाँ मिलोगे और तुम भी बीवियां अदल बदल कर चोदने का शौक रखते हो ? हां आज का दिन तुम्हारा पहला है .
अमर बोला :- यार ममता यहाँ मुझे मेरा दोस्त आकाश लाया है .
ममता बोली :- वाओ, आकाश लाया है तुम्हे ? उसका तो लण्ड मुझे बहुत ही पसंद है ? और उसकी बीवी मेरे पति का लण्ड पसंद करती है . आकाश जब भी यहाँ आता है तो मुझे जरुर चोदता है और उसकी बीवी अनीता मेरे पति मयंक से जरुर चुदवाती है . तब तक मैं वहाँ पहुँच गया .
ममता बोली :- हाय आकाश ये अमर तो मेरा क्लास फेलो निकला यार ? एक बात बताओ तुम इसे यहाँ लाये हो इसकी बीवी चुदवाने लेकिन तुमने कभी चोदी है इसकी बीवी ?
मैं बोला :- नहीं यार कभी नहीं चोदी ? और इसने भी मेरी बीवी नहीं चोदी ?
ममता बोली :- तो क्या बहन चोद तुम लोग यहाँ अपनी अपनी गांड मराने आये हो ? अरे मादर चोदों, भोषड़ी वालों यहाँ चोदो न एक दूसरे की बीवी एक दूसरे के सामने ? अमर तुम यहाँ आओ
मैं पेलती हूँ तेरा लण्ड आकाश की बीवी की बुर में और आकाश का लण्ड तेरी बीवी की बुर में ?
यहीं मेरी आँखों के सामने तुम लोगो चोदो एक दूसरे की बीवी .
तब मैंने भी सोंचा की मैं सुनीता भाभी को यहाँ चुदाने लाया हूँ पर मैंने ही कभी चोदा नहीं उसे ? अमर भी यह सोंचने लगा की कितनी खूबसूरत है अनीता भाभी ? उसे ही नहीं चोदा अभी तक और यहाँ सबको चोदने आ गया . बस मेरा हाथ सुनीता भाभी की तरफ बढ़ गया . उसने फ़ौरन मेरा लण्ड पकड़ लिया और मेरी बीवी ने अमर का लण्ड पकड़ लिया . दोनों बीवियां चूसने लगी एक दूसरे के पति का लण्ड ? ममता भी किसी और का लण्ड मुंह में डाल कर चटकारे लेने लगी . थोड़ी देर में अमर मेरी बीवी अनीता को चोदने लगा और मैं उसकी बीवी सुनीता को चोदने लगा . हम दोनों एक दूसरे को देख कर मुस्करा रहे थे . दोनों बीवियां भी वासना में बुरी तरह डूबी हुई चुदवा रही थी . सुनीता सोंचने लगी कितन बढ़िया लगता है गैर मर्द का लण्ड और कितना मज़ा आ रहा है मुझे आकाश से चुदवाने में . आनीतं के मन में आया की अमर का लौड़ा तो जबरदस्त है . इससे चुदवाने में चूत गर्मी निकल रही है . अमर सोंच रहा था की कितनी सेक्सी चूत है अनीता भाभी की और कितनी अच्छी तरह से लौड़ा चूसती है ? इस तरह तो मेरी बीवी ने कभी नहीं चूसा ? मैंने मन में कहा यार सुनीता वाकई बड़ी मस्त है चुदवाने में ? इसकी चूत तो बिलकुल मक्खन मलाई है यार . अब मैं इस जब कब चोदा करूंगा ? चारों तरफ बीवियां चोदी जा रही थी . लोग हचक हचक कर चोद रहे थे और बीवियां भी बहन चोद गान उठा उठा कर चुदवा रही थी .
अमर बोला :- यार आकाश मुझे तेरी बीवी चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है . तुमने ठीक ही कहा था की कभी किसी और की बीवी चोद कर देखो ? आज देख रहा हूँ .
मैं बोला :- हां अब क्या जब चाहो तब मेरी बीवी चोदने आ जाया करो ?
अमर बोला :- हां यार यही तो मैं कह रह हूँ . तुम भी मेरी बीवी चोदा करो . अपने घर ले जाकर चोदा करो ? सुनीता बोली :- हां यार अगर मैं यहाँ नहीं ऑटो तो इतनी मस्त चुदाई नहीं ले पाती ? इतने मस्त लौड़े नहीं देख पाती ? इतने लण्ड अपनी बुर में नहीं घुसेड़ पाती ? आकाश अब तुम अपने दोस्तों के भी लण्ड पेला करो मेरी बुर में ? मैं जवानी का पूरा मज़ा लेना चाहती हूँ .
अब मैं इस जवानी का पूरा मज़ा लूटूँगी और इसकी की माँ चोदूँगी
एक दिन मैं अनीता के साथ बैठा हुआ बियर पी रहा था . अचानक एक लड़का मेरी ही उम्र आ गया . वह बोला मेरा नाम है गोपी और मेरी बीवी का नाम है गौरी ? मुझे ममता भाभी ने भेजा है . मैंने उसे बैठाया और बियर ऑफर की . वह भी हम दोनों के साथ पीने लगा . इसी बीच जब मेरी बीवी नास्ता लेने किचेन में गयी तो वह बोला . यार आकाश मेरी बीवी "बीवियों की अदला बदली" के लिए तैयार नहीं होती है . वह किसी से चुदवाना नहीं चाहती ? कुछ करो न यार ? मैं दूसरों की बीवियां चोदना चाहता हूँ पर मेरी बीवी औरों से चुदवाये तब न ? मैंने उससे कहा तुम अपनी बीवी को बुला सकते हो तो बुला लो . उसे मेरी बीवी समझा देगी . तुम चिंता न करो वह मान जायेगी ? आधे घंटे में उसकी बीवी आ गयी . उसने मुझसे अपनी बीवी का परिचय कराया .
- मेरी बीवी जब कमरे में आयी तो वह बोली :- अरी गौरी तू ? तू भोषड़ी वाली यहाँ कैसे आ गयी ?
- वह बोली :- अरे अनीता अब मैं बहन चोद किसी की बीवी हूँ यार ? अब मैं बदल गयी हूँ .
- क्या लण्ड पकड़ना छोड़ दिया है तूने ? की चुदवाना छोड़ दिया है ?
- यार अब यहाँ कुछ न कहो ? मेरा पति बैठा है ?
- बैठा रहने दो मादर चोद को ? वो मेरा क्या उखाड़ लेगा ?
- कैसी बातें कर रही हो अनीता यार ?
- अच्छी बातें कर रही हूँ . तुम सब सच सच बता दो न अपने हसबैंड को ? देखो मैंने बता दिया तो पहले मैं २/३ लण्ड पकड़ती थी आज मैं ४/५ लण्ड पकड़ती हूँ वह भी अपने मियां के सामने ? तेरा पति बुरा नहीं मानता ? उसको भी दूसरों की बुर चाहिए न तो बुरा क्यों मानेगा ? चल अब कोई शर्म न कर ? तू क्या समझती ही की तेरा पति भोला भाला है . अरे वह तो दूसरों की बीवियां चोदने को तैयार है ? देखो न आज मुझे चोदने आया है . तुम भी मेरे पति से चुदवा लो हिसाब बराबर हो जायेगा ? जैसे पहले लड़कों के लण्ड अदल बदल कर चुदवाया करती थी .
- गोपी की तो आँखें खुल गयी .
- मेरी बीवी बोली :- देख गोपी मेरी सहेली को कुछ मत कहना . हम दोनों क्लास फेलो है और एक ही कमरे में रहती थी . यह मेरे सामने चुदवाती थी और मैं इसके सामने . बुरखे उढ़ा उढ़ा कर लड़के कमरे में लाती थी .
- गोपी बोला :- हां भाभी मैं भी अपनी सच बात बता रहा हूँ . मैं भी लड़कियां चोदता था . और आज भी अपने दो दोस्तों की बीवियां चोरी छिपे चोदता हूँ . मैं चाहता हूँ की मैं अपनी बीवी के सामने चोदूँ और मेरी बीवी मेरे सामने चुदाये ?
- तो फिर क्या चलो गौरी पकड़ो मेरे पति का लण्ड और मैं पकड़ती हूँ तेरे पति का लण्ड ? हम लोग एक बार फिर अपनी स्टूडेंट लाईफ में आ जाये ?
मैंने कहा गोपी औरत जब पूरी तरह खुल जाती है तब वह चुदाई का पूरा मज़ा देती है . इसीलिए कहता हूँ की "बीवी चोदो बीवी चुदाओ"
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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