यार, मुझे लण्ड पकड़ने का जबरदस्त शौक है . मैं पिछले ६ साल से लण्ड पकडती आ रही हूँ . मैं लण्ड पकड़ने का कोई भी मौका हाथ से नहीं जाने
देती . एक ख़ास बात है मुझमे की मैं लण्ड सूंघ लेती हूँ . मुझे मालूम हो जाता है की यहाँ लण्ड मिलने की संभावना है .मैं जब कॉलेज में पढ़ती थी तो भी खूब लण्ड पकडती थी और आज जब मैं कॉलेज में पढ़ाती हूँ तो भी खूब लण्ड पकड़ती हूँ .अब तक सैकड़ों लण्ड पकड़ चुकी हूँ मैं .
मुझे तरह तरह के लण्ड पकड़ने का शौक है . लम्बे लण्ड, पतले लण्ड, छोटे लण्ड, मोटे लण्ड, काले लण्ड गोरे लण्ड, सीधे लण्ड, टेढ़े लण्ड, देशी लण्ड, विदेशी लण्ड, कटे लण्ड, समूचे लण्ड, झांटू लण्ड, चिकने लण्ड मैं खूब पकड़ चुकी हूँ .इसके साथ मेरा एक और शौक है . मैं हर एक लण्ड का साईज अपनी डायरी में नोट कर लेती हूँ . लण्ड का साईज, सुपाडे का साईज, लण्ड की खूबसूरती, सुपाडे की चमक, लण्ड की चोदने की ताकत, गांड मारने की कला, चूंची चोदने की स्टाइल सब डायरी में नोट कर लेती हूँ . लण्ड गालियाँ सुन कर खुश होता है की नहीं ? अश्लील बातें उसे पसंद है की नहीं ? सड़का मरवाने में कैसा लगता है लण्ड ? ग्रुप में खड़ा रहता है की नहीं ? नंगी लड़की देख कर मचलता है लण्ड की नहीं ? सब लिख लेती हूँ . आखिर में लण्ड के वीर्य का स्वाद कैसा है यह जरुर लिखती हूँ .
दोस्तों, मेरा नाम है समीना . मैं २५ साल की एक मद मस्त जवान लड़की हूँ जब मैं १९ साल की थी तभी मेरे ऊपर जवानी हाबी हो गयी थी . मेरी चूंचियाँ बुर चोदी हर दिन कुछ न कुछ बढ़ जाती थी . मेरी जांघे मोटी होने लगी .मेरी घनी घनी झांटे तो कई साल पहले आ गयी थी . मेरे चूतड़ बड़े बड़े होने लगे . मेरी गांड थिरकने लगी . मेरी चूत बहन चोद चुलबुलाने लगी . मेरी बुर भोषड़ी की लण्ड देखने के लिए / लण्ड खाने के लिए मचलने लगी . मेरा चेहरा पहले से ज्यादा खिल गया और मैं सेक्सी दिखने लगी .
एक दिन क्लास शुरू हो चुकी थी एक लड़की शिल्पा देर से आयी .
क्लास टीचर मिसेज जेनिफर बोली - शिल्पा तुम्हे देर क्यों हो गयी ?
वह बोली - मैडम, मुझे लण्ड पीने में देर हो गयी ?
सब लड़कियां खिलखिलाकर हंस पड़ी .
मैडम बोली - क्या तुम हर रोज़ लण्ड पीकर आती हो ?
वह बोली - हां मैडम, मैं दूध नहीं पीती हूँ . मैं लण्ड पीती हूँ .
मैडम बोली - अच्छा तुम कल से लण्ड अपने साथ लाया करो और यही क्लास में ही पिया करो, पर टाइम से जरुर आया करो क्लास में ?
दूसरे दिन मैं जब क्लास में गयी तो देखा की लड़कियां झुण्ड बना कर कुछ देख रही है . मैं भी नजदीक गयी और देखने लगी . मैंने देखा की शिल्पा वाकई किसी लड़के का लण्ड पी रही है . लड़का पता नहीं कहाँ का था . मुझे जोश आ गया . मैं अपनी चूंची मसलने लगी . अपनी चूत सहलाने लगी . मुझे देख कर सीमा अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड पीने लगी .
इतने में मैडम आ गयी .
मैडम बोली :- ये क्या हो रहा है बहन चोद ? चलो बैठो सब लोग . समीना , देख ज़रा माँ की लौड़ी क्या हो रहा है उधर ?
मैंने कहा - लड़कियां लण्ड पी रही है मैडम ?
मैडम बोली - अब लण्ड पीना बंद करो . कल फिर पीना और मुझे भी पिलाना लण्ड ?
यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गयी . मैं समझ गयी की मैडम लण्ड पीने की शौक़ीन है . मैं अगर इनकी थोडा हां हुजूरी करूँ तो मुझे भी लण्ड पीने को मिल सकते है . बस मैंने इतवार को मैडम के घर जाने का प्लान बना लिया .
मैं जब घर वापस आयी और अपने कमरे में जाने लगी तो मुझे अम्मी के कमरे से कुछ आवाज़ सुनायी पड़ी . मैं झाँक कर देखने लगी . मेरी तो गांड फट गयी . मेरी चूत चुचुहा गयी जब मैंने अम्मी को बिलकुल नंगी देखा . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियाँ देखीं उसकी चूत उसकी गांड उसकी मोटी मोटी जांघें देखीं . अम्मी के सामने एक आदमी आ गया वह अपने कपडे खोलने लगा . एकदम नंगा हो गया मादर चोद अम्मी के आगे ? अम्मी ने उसका लण्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी . लंड बहन चोद टन टना उठा . मेरी गांड दुबारा फट गयी लण्ड देख कर . मेरे मन ने कहा हाय दईया इतना बड़ा होता है लण्ड ?
अम्मी लण्ड चूम कर बोली :- सगीर आज तेरा लण्ड कुछ ज्यादा ही बड़ा लग रहा है .
वह बोला :- अरे भाभी तेरे हाथ में जाकर कुछ ज्यादा ही उछलने लगता है लण्ड ?
अम्मी बोली :- माँ के लौड़े, बहन चोद तेरी माँ का भोषडा तेरी बहन की बुर साले ? इतने दिनों के बाद आज तुझे अपनी भाभी की बुर याद आयी ? इतने दिनों से कहाँ तू गांड मरा रहा था अपनी ? तेरी बीवी तो मेरे मियां से चुदवाती रहती है . पर तू भोषड़ी का मुझे चोदने जल्दी जल्दी क्यों नहीं आता ?
मैं पहली बार अपनी अम्मी के मुह से इतनी गालियाँ सुन रही थी . मैं समझ गयी की अम्मी अंकल से चुदवाती है और आंटी अब्बू से चुद्वाती है . दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते है . अंकल का लण्ड देख कर मेरे मुह में पानी आ गया , मैं भी लण्ड पकड़ने की इच्छुक हो गयी . मेरा मन हुआ की मैं भी घुस जाऊं और लण्ड पकड़ कर घुसा लूँ अपनी बुर में . मैं सोचने लगी की अम्मी बुर चोदी मज़ा कर रही है और उसे मेरी बुर का ख्याल ही नहीं है ? अंकल बोला :- रबीना कहा है भाभी ?
अम्मी ने बताया :- वह अपनी ससुराल गयी है . क्यों क्या उसे चोदने की इच्छा हो रही है तेरी ? वो जब भी आती है तो तुमसे जरुर चुदवा कर जाती है .
यह सुन कर मेरे बदन में आग लग गयी . ये मादर चोद अंकल मेरी दीदी को भी चोदता है ?
अम्मी :- हां देख सगीर मेरी छोटी बेटी समीना है . वह जवान हो गयी है . आज तू अपना लण्ड उसे पकड़ा दे .मैं चाहती हूँ की वह मेरे सामने ही पकड़ ले तेरा लण्ड ? जब वह लण्ड पकड़ ले तो उसे चटाओ लण्ड . चुसाओ लण्ड और जब वह गरम हो जाये तो फिर धीरे से चोदो मेरी बेटी की बुर ? वो अभी कॉलेज से आती ही होगी .
यह सुन कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा .
मैं वहीँ से कुछ खट पट करने लगी तो अम्मी बोली :- अरी समीना आ गयी क्या तू ?
मैं बोली :- हां अम्मी आ गयी हूँ .
अम्मी बोली :- तू कपडे बदल कर आ जा मेरे कमरे में . मैंने एक गाउन पहना और कमरे में दाखिल हो गयी . अम्मी बोली :- देख समीना अब तू बहन चोद जवान हो गयी है . तेरी बुर चोदी चूंचियाँ बड़ी बड़ी हो गयी है . तेरी झांटें तो बहुत पहले ही निकल आयी थी . यह जवानी भोषड़ी की जल्दी चली जाती है . इसका पूरा पूरा फायदा उठाना चाहिए . खूब मज़ा लूटना चाहिए . अच्छा ये बता तूने कभी किसी का लण्ड पकड़ा है ? सच सच बताना मैं बुरा बिलकुल नहीं मानूंगी .
मैं बोली :- मैंने बहन चोद आजतक कोई भी लण्ड नहीं पकड़ा है अम्मी ? मुझे मालूम नहीं की लण्ड होता कैसा है ? मेरे कॉलेज की सभी लड़कियां भोषड़ी वाली लण्ड की बातें करती है पर मैं सुनंती रहती हूँ, कुछ कह नहीं पाती ? कभी माँ चुदाने की बात करती है कभी बहन चुदाने की बात करती है . पर मैं चुप रहती हूँ . (मेरी गालियाँ सुनकर अम्मी मुस्करा रही थी )
अम्मी बोली :- अच्छा देखो आज मैं तुम्हे लण्ड पकडाती हूँ . उसने आवाज़ लगाई . भोषड़ी के जल्दी आ जा . इतनी देर से माँ चुदा रहा है अपनी बाथ रूम में ? अंकल जैसे ही बाहर आया तो मैंने देखा की उसका लण्ड टन टना रहा है .
मैं बोली - हाय अल्ला, इतना बड़ा लण्ड ?
अम्मी ने तुरंत लण्ड मुझे पकडाते हुए कहा लो इसे मजे से हिलाओ चूमो, चाटो, चूसो जैसे तुम लोली पॉप चूसती हो ? तब तुम्हे मज़ा मिलेगा लण्ड का ? उधर अम्मी ने मर गाउन खोल कर नीचे गिर दिया और मुझे बिलकुल नंगी कर दिया . मुझे नंगी देख कर उसका लण्ड और टन्ना उठा . मैंने लण्ड मुह में भर लिया और अन्दर ही अन्दर सुपाड़े पर जबान फिराने लगी . अंकल आह, उह, ओह, उन हो आ करने लगा . मेरे मुह से लार टपकने लगी . लण्ड से भी लार निकल रही थी . मैं मुह के अन्दर ही लण्ड का मज़ा लेने लगी .अंकल को मज़ा आने लगा वह बोला यार मैं तेरे मुह में ही झड जाऊँगा लण्ड बाहर निकालो . मैंने आँखों से इशारा किया की मैं लण्ड नहीं निकालूंगी तुम मादर चोद चाहे अन्दर ही झड जाओ ? मैं लण्ड घुमा घुमा कर चूसती रही . इतने में वह वाकई झड गया . सारा वीर्य मेरे मुह में भर गया . जब मैंने वीर्य से सना हुआ लण्ड बाहर निकाला तो अम्मी भी उसे चाटने लगी . हम दोनों ने मिलकर खूब मस्ती से चाटा लण्ड ?
दूसरे दिन मैं अपने सर, अन्थोनी के घर चली गयी . मैं इस इरादे से गयी थी की आज मैं उस बहन चोद का लण्ड पकड़ कर ही दम लूंगी . वह सवेरे सवेरे अपमे ड्राइंग रूम ने नंगे बदन बैठा था . सिर्फ एक एलास्टिक वाली नेकर पहन कर बैठा था .
मैं बोली - O MY GOD, SUCH A BIG LUND ? MASSIVE LUND ? HUZE LUND ? MONSTER LUND ? इसे इतने दिनों तक क्यों छुपा कर रखा मुझसे मादर चोद अंकल ? अब तो मैं इससे चुदा कर ही दम लूंगी . अपनी माँ भी चुदाऊँगी ? अपनी बहन की चूत में भी पेलूँगी ये लण्ड ? अच्छा लाओ पहले इस भोषड़ी वाले को नाप कर देखती हूँ ? इसके साईज का पता तो लगाती हूँ ?
मैंने स्केल उठाया और नापने लगी . मेरे मुह से निकला अरे ये तो साला ८१/२" का है . और मोटा ५ १/२" है . इसका सुपाड़ा ही ३" का है . मैं मस्ती से लण्ड चूसने लगी . उस दिन मैंने सर को अपनी चूंची पर शराब गिरा गिरा कर खूब चटाया . अपनी चूत पर शराब गिरा कर चटवाया . मैंने भी लण्ड शराब में डुबो डुबो कर खूब चाटा .बाद में उसका सड़का मारा और झाड़ता हुआ लण्ड पी गयी .
इतवार को मैं सुबह ११ बजे मैडम जेनिफर के घर पहुँच गयी .
वह बोली - हाय समीना आज तुम बड़ी खूबसूरत लग रही हो . कहो कैसे आना हुआ तेरा ?
देखो समीना, रात में ये लड़के सभी अन्थोनी के घर चले जायेंगे और बदले में वहां से नये मर्द यानी अंकल लोग आ जायेंगे . दिन में लड़कों के लण्ड पियो. रात में अंकल लोगों के लण्ड पियो . दिन में भी चुदाओ और रात में भी चुदाओ . मैं बहुत खुश हो गयी .
मैं दिन भर , रात भर लण्ड पकड़ती रही, पीती रही लण्ड, पेलती रही अपनी चूत में लण्ड और ठोंकवाती रही अपनी गांड में लण्ड ?
0=0=0=0=0=0=0=0=0=0=0=0=0=समाप्त
More than 3000 people daily open this site and enjoy the best hindi sex stories ever . They offer their views and comments freely . We wish you all to enjoy much more and mention your comments as well . Thanks
देती . एक ख़ास बात है मुझमे की मैं लण्ड सूंघ लेती हूँ . मुझे मालूम हो जाता है की यहाँ लण्ड मिलने की संभावना है .मैं जब कॉलेज में पढ़ती थी तो भी खूब लण्ड पकडती थी और आज जब मैं कॉलेज में पढ़ाती हूँ तो भी खूब लण्ड पकड़ती हूँ .अब तक सैकड़ों लण्ड पकड़ चुकी हूँ मैं .
मुझे तरह तरह के लण्ड पकड़ने का शौक है . लम्बे लण्ड, पतले लण्ड, छोटे लण्ड, मोटे लण्ड, काले लण्ड गोरे लण्ड, सीधे लण्ड, टेढ़े लण्ड, देशी लण्ड, विदेशी लण्ड, कटे लण्ड, समूचे लण्ड, झांटू लण्ड, चिकने लण्ड मैं खूब पकड़ चुकी हूँ .इसके साथ मेरा एक और शौक है . मैं हर एक लण्ड का साईज अपनी डायरी में नोट कर लेती हूँ . लण्ड का साईज, सुपाडे का साईज, लण्ड की खूबसूरती, सुपाडे की चमक, लण्ड की चोदने की ताकत, गांड मारने की कला, चूंची चोदने की स्टाइल सब डायरी में नोट कर लेती हूँ . लण्ड गालियाँ सुन कर खुश होता है की नहीं ? अश्लील बातें उसे पसंद है की नहीं ? सड़का मरवाने में कैसा लगता है लण्ड ? ग्रुप में खड़ा रहता है की नहीं ? नंगी लड़की देख कर मचलता है लण्ड की नहीं ? सब लिख लेती हूँ . आखिर में लण्ड के वीर्य का स्वाद कैसा है यह जरुर लिखती हूँ .

एक दिन क्लास शुरू हो चुकी थी एक लड़की शिल्पा देर से आयी .
क्लास टीचर मिसेज जेनिफर बोली - शिल्पा तुम्हे देर क्यों हो गयी ?
वह बोली - मैडम, मुझे लण्ड पीने में देर हो गयी ?
सब लड़कियां खिलखिलाकर हंस पड़ी .
मैडम बोली - क्या तुम हर रोज़ लण्ड पीकर आती हो ?
वह बोली - हां मैडम, मैं दूध नहीं पीती हूँ . मैं लण्ड पीती हूँ .
मैडम बोली - अच्छा तुम कल से लण्ड अपने साथ लाया करो और यही क्लास में ही पिया करो, पर टाइम से जरुर आया करो क्लास में ?
दूसरे दिन मैं जब क्लास में गयी तो देखा की लड़कियां झुण्ड बना कर कुछ देख रही है . मैं भी नजदीक गयी और देखने लगी . मैंने देखा की शिल्पा वाकई किसी लड़के का लण्ड पी रही है . लड़का पता नहीं कहाँ का था . मुझे जोश आ गया . मैं अपनी चूंची मसलने लगी . अपनी चूत सहलाने लगी . मुझे देख कर सीमा अपने बॉय फ्रेंड का लण्ड पीने लगी .
इतने में मैडम आ गयी .
मैडम बोली :- ये क्या हो रहा है बहन चोद ? चलो बैठो सब लोग . समीना , देख ज़रा माँ की लौड़ी क्या हो रहा है उधर ?
मैंने कहा - लड़कियां लण्ड पी रही है मैडम ?
मैडम बोली - अब लण्ड पीना बंद करो . कल फिर पीना और मुझे भी पिलाना लण्ड ?
यह सुनकर मैं बहुत खुश हो गयी . मैं समझ गयी की मैडम लण्ड पीने की शौक़ीन है . मैं अगर इनकी थोडा हां हुजूरी करूँ तो मुझे भी लण्ड पीने को मिल सकते है . बस मैंने इतवार को मैडम के घर जाने का प्लान बना लिया .
मैं जब घर वापस आयी और अपने कमरे में जाने लगी तो मुझे अम्मी के कमरे से कुछ आवाज़ सुनायी पड़ी . मैं झाँक कर देखने लगी . मेरी तो गांड फट गयी . मेरी चूत चुचुहा गयी जब मैंने अम्मी को बिलकुल नंगी देखा . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियाँ देखीं उसकी चूत उसकी गांड उसकी मोटी मोटी जांघें देखीं . अम्मी के सामने एक आदमी आ गया वह अपने कपडे खोलने लगा . एकदम नंगा हो गया मादर चोद अम्मी के आगे ? अम्मी ने उसका लण्ड पकड़ लिया और हिलाने लगी . लंड बहन चोद टन टना उठा . मेरी गांड दुबारा फट गयी लण्ड देख कर . मेरे मन ने कहा हाय दईया इतना बड़ा होता है लण्ड ?
अम्मी लण्ड चूम कर बोली :- सगीर आज तेरा लण्ड कुछ ज्यादा ही बड़ा लग रहा है .
वह बोला :- अरे भाभी तेरे हाथ में जाकर कुछ ज्यादा ही उछलने लगता है लण्ड ?
अम्मी बोली :- माँ के लौड़े, बहन चोद तेरी माँ का भोषडा तेरी बहन की बुर साले ? इतने दिनों के बाद आज तुझे अपनी भाभी की बुर याद आयी ? इतने दिनों से कहाँ तू गांड मरा रहा था अपनी ? तेरी बीवी तो मेरे मियां से चुदवाती रहती है . पर तू भोषड़ी का मुझे चोदने जल्दी जल्दी क्यों नहीं आता ?
मैं पहली बार अपनी अम्मी के मुह से इतनी गालियाँ सुन रही थी . मैं समझ गयी की अम्मी अंकल से चुदवाती है और आंटी अब्बू से चुद्वाती है . दोनों एक दूसरे की बीवी चोदते है . अंकल का लण्ड देख कर मेरे मुह में पानी आ गया , मैं भी लण्ड पकड़ने की इच्छुक हो गयी . मेरा मन हुआ की मैं भी घुस जाऊं और लण्ड पकड़ कर घुसा लूँ अपनी बुर में . मैं सोचने लगी की अम्मी बुर चोदी मज़ा कर रही है और उसे मेरी बुर का ख्याल ही नहीं है ? अंकल बोला :- रबीना कहा है भाभी ?
अम्मी ने बताया :- वह अपनी ससुराल गयी है . क्यों क्या उसे चोदने की इच्छा हो रही है तेरी ? वो जब भी आती है तो तुमसे जरुर चुदवा कर जाती है .
यह सुन कर मेरे बदन में आग लग गयी . ये मादर चोद अंकल मेरी दीदी को भी चोदता है ?
अम्मी :- हां देख सगीर मेरी छोटी बेटी समीना है . वह जवान हो गयी है . आज तू अपना लण्ड उसे पकड़ा दे .मैं चाहती हूँ की वह मेरे सामने ही पकड़ ले तेरा लण्ड ? जब वह लण्ड पकड़ ले तो उसे चटाओ लण्ड . चुसाओ लण्ड और जब वह गरम हो जाये तो फिर धीरे से चोदो मेरी बेटी की बुर ? वो अभी कॉलेज से आती ही होगी .
यह सुन कर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा .
मैं वहीँ से कुछ खट पट करने लगी तो अम्मी बोली :- अरी समीना आ गयी क्या तू ?
मैं बोली :- हां अम्मी आ गयी हूँ .
अम्मी बोली :- तू कपडे बदल कर आ जा मेरे कमरे में . मैंने एक गाउन पहना और कमरे में दाखिल हो गयी . अम्मी बोली :- देख समीना अब तू बहन चोद जवान हो गयी है . तेरी बुर चोदी चूंचियाँ बड़ी बड़ी हो गयी है . तेरी झांटें तो बहुत पहले ही निकल आयी थी . यह जवानी भोषड़ी की जल्दी चली जाती है . इसका पूरा पूरा फायदा उठाना चाहिए . खूब मज़ा लूटना चाहिए . अच्छा ये बता तूने कभी किसी का लण्ड पकड़ा है ? सच सच बताना मैं बुरा बिलकुल नहीं मानूंगी .
मैं बोली :- मैंने बहन चोद आजतक कोई भी लण्ड नहीं पकड़ा है अम्मी ? मुझे मालूम नहीं की लण्ड होता कैसा है ? मेरे कॉलेज की सभी लड़कियां भोषड़ी वाली लण्ड की बातें करती है पर मैं सुनंती रहती हूँ, कुछ कह नहीं पाती ? कभी माँ चुदाने की बात करती है कभी बहन चुदाने की बात करती है . पर मैं चुप रहती हूँ . (मेरी गालियाँ सुनकर अम्मी मुस्करा रही थी )
अम्मी बोली :- अच्छा देखो आज मैं तुम्हे लण्ड पकडाती हूँ . उसने आवाज़ लगाई . भोषड़ी के जल्दी आ जा . इतनी देर से माँ चुदा रहा है अपनी बाथ रूम में ? अंकल जैसे ही बाहर आया तो मैंने देखा की उसका लण्ड टन टना रहा है .
मैं बोली - हाय अल्ला, इतना बड़ा लण्ड ?
अम्मी ने तुरंत लण्ड मुझे पकडाते हुए कहा लो इसे मजे से हिलाओ चूमो, चाटो, चूसो जैसे तुम लोली पॉप चूसती हो ? तब तुम्हे मज़ा मिलेगा लण्ड का ? उधर अम्मी ने मर गाउन खोल कर नीचे गिर दिया और मुझे बिलकुल नंगी कर दिया . मुझे नंगी देख कर उसका लण्ड और टन्ना उठा . मैंने लण्ड मुह में भर लिया और अन्दर ही अन्दर सुपाड़े पर जबान फिराने लगी . अंकल आह, उह, ओह, उन हो आ करने लगा . मेरे मुह से लार टपकने लगी . लण्ड से भी लार निकल रही थी . मैं मुह के अन्दर ही लण्ड का मज़ा लेने लगी .अंकल को मज़ा आने लगा वह बोला यार मैं तेरे मुह में ही झड जाऊँगा लण्ड बाहर निकालो . मैंने आँखों से इशारा किया की मैं लण्ड नहीं निकालूंगी तुम मादर चोद चाहे अन्दर ही झड जाओ ? मैं लण्ड घुमा घुमा कर चूसती रही . इतने में वह वाकई झड गया . सारा वीर्य मेरे मुह में भर गया . जब मैंने वीर्य से सना हुआ लण्ड बाहर निकाला तो अम्मी भी उसे चाटने लगी . हम दोनों ने मिलकर खूब मस्ती से चाटा लण्ड ?
दूसरे दिन मैं अपने सर, अन्थोनी के घर चली गयी . मैं इस इरादे से गयी थी की आज मैं उस बहन चोद का लण्ड पकड़ कर ही दम लूंगी . वह सवेरे सवेरे अपमे ड्राइंग रूम ने नंगे बदन बैठा था . सिर्फ एक एलास्टिक वाली नेकर पहन कर बैठा था .
- मैंने कहा - आज सवेरे सवेरे ही शराब पीना शुरू कर दिया भोषड़ी के ?
- हां समीना शराब पीने के लिए कोई महूरत नहीं होता ? जब चाहो तब पियो ?
- शराब के साथ और क्या पीते हो, सर ?
- कुछ नहीं , शराब के साथ पिया नहीं खाया जाता है ?
- नहीं , सर पिया भी जाता है और खाया भी जाता है ?
- मैंने तो आजतक शराब के साथ कुछ और नहीं पिया .
- जानते हो आजकल कॉलेज की लड़कियां शराब के साथ क्या पीती है ?
- मुझे क्या मालूम यार ? मैं कुछ नहीं जानता .
- लण्ड पीती है भोषड़ी के लण्ड ? हां आजकल लड़कियां शराब के साथ लण्ड पीती है .(मैंने देखा की मेरे मुह से लण्ड सुनते ही उसका लण्ड उछल पड़ा )
- तो फिर लड़के भी कुछ पीते होंगे ?
- लड़के पीते है चूंची, समझे अन्थोनी, मेरी माँ के लौड़े ?
मैं बोली - O MY GOD, SUCH A BIG LUND ? MASSIVE LUND ? HUZE LUND ? MONSTER LUND ? इसे इतने दिनों तक क्यों छुपा कर रखा मुझसे मादर चोद अंकल ? अब तो मैं इससे चुदा कर ही दम लूंगी . अपनी माँ भी चुदाऊँगी ? अपनी बहन की चूत में भी पेलूँगी ये लण्ड ? अच्छा लाओ पहले इस भोषड़ी वाले को नाप कर देखती हूँ ? इसके साईज का पता तो लगाती हूँ ?
मैंने स्केल उठाया और नापने लगी . मेरे मुह से निकला अरे ये तो साला ८१/२" का है . और मोटा ५ १/२" है . इसका सुपाड़ा ही ३" का है . मैं मस्ती से लण्ड चूसने लगी . उस दिन मैंने सर को अपनी चूंची पर शराब गिरा गिरा कर खूब चटाया . अपनी चूत पर शराब गिरा कर चटवाया . मैंने भी लण्ड शराब में डुबो डुबो कर खूब चाटा .बाद में उसका सड़का मारा और झाड़ता हुआ लण्ड पी गयी .
इतवार को मैं सुबह ११ बजे मैडम जेनिफर के घर पहुँच गयी .
वह बोली - हाय समीना आज तुम बड़ी खूबसूरत लग रही हो . कहो कैसे आना हुआ तेरा ?
- मैडम मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूँ ?
- हां हां कहो न, शर्माने की कोई बात नहीं है . खुल कर बिंदास कहो जो कुछ कहना हो तुम्हे ?
- मैडम उस दिन आपने लण्ड पीने की बात कही थी . वास्तव मैं भी लण्ड पीने की बड़ी शौक़ीन हूँ . मैंने सोंचा की आप भी लण्ड पीती है तो आपके पास कई लण्ड होंगें ? मुझे भी पीने का मौका मिलेगा यही सोंच कर मैं चली आयी .
- अच्छा तो तुम लण्ड पीने आयी हो . ये बताओ की अकेले में पीती हो लण्ड की सबके सामने ?
- मैं सबके सामने पीती हूँ मैडम . मुझे कोई शर्म नहीं है ,
- गाली देना आता है ? खुले आम गाली दे सकती हो ?
- हां आता है . खुले आम गाली दे सकती हूँ . क्लास में सब जानते है की मैं गाली देती हूँ .
- तो फिर मुझे भी सुनाओ गालियाँ .
- मादर चोद , बहन चोद , तेरी माँ का भोषडा, तेरी बहन की बुर, साले कुत्ते कमीने हरामजादे, बेटी चोद, भोषड़ी के गांडू, माँ के लौड़े, तेरी गांड में घुसा दूँगी हाथ भर का लण्ड , साले झांटू , बहन का लण्ड, साला भडुआ ?
देखो समीना, रात में ये लड़के सभी अन्थोनी के घर चले जायेंगे और बदले में वहां से नये मर्द यानी अंकल लोग आ जायेंगे . दिन में लड़कों के लण्ड पियो. रात में अंकल लोगों के लण्ड पियो . दिन में भी चुदाओ और रात में भी चुदाओ . मैं बहुत खुश हो गयी .
मैं दिन भर , रात भर लण्ड पकड़ती रही, पीती रही लण्ड, पेलती रही अपनी चूत में लण्ड और ठोंकवाती रही अपनी गांड में लण्ड ?
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