Monday, November 25, 2013

लण्ड पी के आऊंगी, अब्बू

  • एक बार कह दिया  न अब्बू, की आज मैं लण्ड पीने के बाद ही घर आऊंगी तो फिर बार बार मेरी गांड में ऊँगली क्यों कर रहे हो बहन चोद ?  
  • इतनी रात गये किसका लण्ड पी रही है तू ?
  • अपने दोस्तों के लण्ड पी रही हूँ . और हां जब तक मैं सबके लण्ड नहीं पी लेती तब तक मैं यहाँ से नहीं उठूंगी ? अगर और देर हो गयी तो फिर मैं कल सवेरे आऊंगी ?
  • तू भी माँ की लौड़ी बिलकुल अपनी अम्मी सईदा की तरह ज़िद्दी हो गयी है ?
  • हां अम्मी भी तो लण्ड पीने बाहर जाती है और उसे भी देर हो जाती है . लण्ड पीने में वख्त लगता है अब्बू ?
  • वह  भी बहन चोद घर में नहीं पीती बाहर पीने जाती है ?
  • घर में कैसे पिये ? घर का लण्ड कभी खाली भी रहता है बहन चोद ? जिसको देखो वही तेरे लण्ड में मुंह लगाये रहती है ? तो ऐसे में अम्मी बाहर न जाये तो क्या करे ?
  • तुम लोगों ने तो मेरी गांड मार रखी है .
  • गांड तो तूने मार रखी है भोषड़ी के अब्बू हम दोनों की ?  
दोस्तों यह सब सुनने में आपको भले ही अजीब लग रहा हो पर है यह बिलकुल हकीकत ?
मैं सलीना हूँ २२ साल कि मद मस्त और बिंदास लड़की ? मैं जितनी खूबसूरत हूँ उतनी ही ऐय्याश हूँ . मेरी अम्मी भी ऐसी ही है . वह भी बला की  खूबसूरत है और मुझसे ज्यादा ही ऐय्यास है ? हम दोनों खुले आम शराब पीती है , सिगरेट पीती है और लण्ड  पीती है . लण्ड पीना मैंने अपनी अम्मी से ही सीखा ? हमारे पास पैसों की कमी नहीं है .अपार सम्पत्ति है हमारे पास . हमारे अब्बू के पास ? शायद इसीलिए मेरा अब्बू शुरू से ही ऐय्यास रहा है . उसे लड़कियां चोदने की आदत अपनी शादी के पहले से ही है . शादी के बाद भी वह अम्मी के सामने ही लड़कियां चोदता था . लड़कियों की माँ चोदता था और आज भी चोदता है . अम्मी यह सब देख देख कर परेशान होती थी . आखिर कार एक दिन वह भी शुरू हो गयी . उसकी भी जवानी थी, बदन में आग थी . कब तक रोकती अपने आप को ? उसने भी गैर मर्दों से चुदाना शुरू कर दिया .
मैं जब बालिग हुई और जवान हुई तो अम्मी ने मुझे भी लण्ड पकड़ना चूसना चाटना सिखा दिया . पहले वह अपने सामने ही मुझसे लण्ड चुसवाया करती थी . फिर उसने मुझे लण्ड का मुठ्ठ मारना सिखा दिया और उसका वीर्य पीना भी . झड़ता हुआ लण्ड तो अच्छी तरह सिखाया अम्मी ने ? वह जानती थी की घर में जब मैं आज़ाद हूँ मेरे शौहर आज़ाद है तो मेरी बेटी भी आज़ाद क्यों न हो ? उसे भी जवानी का पूरा मज़ा मिले इसलिए अम्मी ने मुझे सब कुछ सिखाया और खुल कर सिखाया ? अब हाल यह है की हम दोनों एक दूसरे के सामने खूब चुदवाती है . एक दूसरे की चूत में लण्ड पेल पेल कर मज़ा लेती है ? मेरी अम्मी खूब गालियां बकती है . मैं भी खूब गालियां बकती हूँ .  मेरा अब्बू भी गालियां देने में बहुत आगे है . मैंने कई बार अब्बू को लड़कियां चोदते देखा है . लड़कियों की माँ चोदते देखा है . एक दिन जब वह मेरी ही सहेली की माँ चोद रहा था तो मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया . मैं जोश में थी . चूत में आग लगी थी . लण्ड बड़ा प्यारा लगा मुझे ? मैंने लण्ड खूब चूसा . तब आंटी ने ही अब्बू का लण्ड मेरी चूत में घुसेड़ दिया . उस दिन मैं अब्बू से भी बुरी तरह खुल गयी . अब हम तीनो बिलकुल आज़ाद है . अपनी अपनी तरह से जवानी का मज़ा ले रही है . 
इस समय मैं अपनी दोस्त हसीना के साथ लण्ड पी रही हूँ . हम दोनों लण्ड पीने की बड़ी शौक़ीन है . मेरा यह दूसरा लण्ड है . अंकित का लण्ड मैं पी चुकी हूँ . वह तो बड़ा टेस्टी और मजेदार निकला बहन चोद ? अख्तर का लौड़ा भी बड़ा मोटा और मस्त लग रहा है मुझे इसे पीने में भी मज़ा आ रहा है . यह भी बस झड़ने वाला ही है .  उसके मुंह से तरह की आवाजें निकल रही है . ओ, आह आह,,, ओहो,,,, और तेज तेज करो,,, सलीना ? मज़ा आ रहा है . तेरे हाथ में जादू है यार ? हां और जोर से,,, जल्दी जल्दी,, हां ओ,,, युई हा ,,,ओहो,,,  ये ओ हो,,मैं बोली निकल साले तेरी माँ का भोषडा . तेरी बहन की चूत गांडू साला कहाँ अंदर छुपा बैठा है ,बस उसने लण्ड की तेज धार मेरे मुंह में पड़ी फिर मेरी चूंचियों पर मैंने लौड़ा फ़ौरन मुंह में घुसा लिया और पीने लगी रस ? इसका भी स्वाद मुझे पसंद आया . थोड़ी देर में मेरे हाथ में आरिफ का मोटा सा लण्ड आ गया .
हसीना रज्जाक का लौड़ा पी चुकी है और अब रोहित का लण्ड पी रही है . मेरी निगाह रोहित के लण्ड पर भी है . वह भी खलास होने वाला है . हम दोनों नंगी नंगी लण्ड पी रही है . रोहित बड़ी मस्ती से लण्ड पिला रहा है . उसकी निगाहें न केवल हसीना पर बल्कि मेरी भी चूंचियों  पर है मेरी भी चूत पर है . वह देख रहा है की मैं कैसे मुठ्ठ मारती हूँ . फिर अचानक वह बोला हसीना ज़रा जल्दी जल्दी करो . तेज तेज ऊपर नीचे करो . तुमतो एक्सपर्ट हो मुठ्ठ मारने में  ओ युई हां ऐसे ही ओ हो ,,,, और जोर से ,,, हो आ हो ,, हां ठीक है ,,, जोर से प्लीज ,,, हां वाह वाह युई  तू बुर चोदी बहुत अच्छी है तेरी माँ का भोषडा ,,,, खूब मज़ा रहा है . हसीना बोली हां साले तेरे लण्ड की माँ की चूत साले ? लौड़ा बड़ा हरामी है रोहित ? मैं इसकी माँ चोद रही हूँ साले की वह बोला हां हां और करो और चोदो ,,,और चोदो,,,, हां ओ हो ,, वह भी हसीना के मुंह में झड़ गया और वह सारा वीर्य पी गयी . उसके हाथ में अब टोनी का लण्ड आ गया .
इस तरह हम दोनों तीन तीन लण्ड पीकर मस्त हो गयी . मैं रात में ही खाना खाकर वापस आ गयी . आकर अपने कमरे में जाकर सो गयी . सवेरे जब मैं उठी तो मैं अम्मी के कमरे में गयी . मैंने देखा की अम्मी हनीफ अंकल का लौड़ा चूस रही है . मुझे देख कर वह बोली अरे सलीना तू रात में ही आ गयी थी क्या ? मैं बोली हां अम्मी मैं रात में आकर सो गयी क्योंकि मैं नशे में थी . अम्मी बोली अगर तू उसी समय रात में मेरे कमरे पे आती तो मैं तेरी बुर चुदवा देती ? मैंने कल रात में माइकल और जैकब से खूब चुदवाया ? मैंने कहा अम्मी कल मैंने तीन तीन लण्ड पिया और लण्ड के साथ शराब भी पिया . मुझे नशा बहुत हो गया था इसलिए मैं चुदवा नहीं पायी . अम्मी बोली अरे तो फिर आ जा न . मैं पेलती हूँ तेरी बुर में हनीफ का लण्ड . कल नहीं तो आज मैं चुदवा देती हूँ बुर ? बस अम्मी ने मुझे उसका लण्ड पकड़ा दिया और मैं मुंह लगा कर उसका सुपाड़ा चूसने लगी . थोड़ी देर में अम्मी ने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया और मैं चुदवाने लगी . उस दिन अम्मी ने मेरी चूत बड़े मन से चुदवाई . मुझे भी हनीफ अंकल से चुदाने में खूब मज़ा आया .
दूसरे दिन जब मैं घर आयी तो देखा की एक आदमी सोफे पर बैठा है .
मैंने अंदर जाकर अम्मी से पूंछा  :- यह आदमी कौन है जो ड्राइंग रूम में बैठा है अम्मी ?
अम्मी बोली :-  यह है तेरे अब्बू का दोस्त अकरम ?  तेरे अब्बू से अपनी बीवी चुदवाने आया है और तेरी माँ चोदने आया है . तेरे अब्बू ने इससे कहा यार अकरम तुम मेरी बीवी चोदो मैं तेरी बीवी चोदूंगा ?
मैं बोली :- तो उसकी बीवी कहाँ है मादर चोद ? कहाँ गयी है चुदवाने भोषड़ी वाली ?
अम्मी बोली :- तेरा अब्बू बहन चोद उसकी बीवी लेकर कहीं और चोदने गया है .
मैं बोली :- अब्बू उसकी बीवी चोदेगा ? तुम उससे अपना भोषडा चुदाओगी ? मैं क्या बहन चोद बैठी बैठी अपनी झांटें उखाऊंगी ?
इतने में पीछे से आवाज़ आयी नहीं सलीना,  मैं उख़ाड़ूँगा तेरी झांटें ?
मैं पीछे मुड़ी तो बोली वाओ तुम असलम अंकल ? कब आये तुम अंकल ? कितने दिनों के बाद आये हो तुम भोषड़ी के ? साले तुम तो मेरी माँ चोदने आये होगे ? तेरा लण्ड पकड़े हुए बहुत दिन हो गये मुझे ? अब तो साला और बढ़ गया होगा तेरा लौड़ा ?
वह बोला :- अब कितना बढ़ गया यह तो तुम बताओगी पकड़ के मुझे ? लेकिन, आज तो मैं तुझे चोदने आया हूँ ? हां अगर तुम अपनी नयी माँ चुदवाओगी तो उसे भी चोदूँगा ?
 अम्मी बोली  :- सलीना, चल तू मेरे कमरे में ही आजा . तू मेरे सामने असलम से चुदवा और मैं तेरे सामने अकरम से चुदवाती हूँ . दोनों मिल कर चोदा चोदी करेंगी तो बड़ा मज़ा आएगा . मैंने भी हां में हां मिला दी और असलम को लेकर अम्मी के कमरे में चली गयी . असलम अंकल ने मुझे अपनी तरफ खींच लिया मैं भी चिपक गयी उससे . आज बहुत दिनों के बाद उसका लण्ड पकड़ने जा रही हूँ . यह सोंच कर मेरी चूत गरम हो गयी . मेरे मुंह से उसके मोटे तगड़े लण्ड को देखने की लालसा में लार टपकने लगी . उधर मेरे सामने अम्मी ने अकरम अंकल  के गले में अपनी बाहें डाल दी . उसकी चुम्मी लेने लगी और अंकल अम्मी की चूंचियां दबाने लगा . इसके बाद वह अम्मी के कपडे एक एक करके उतारने लगा . अम्मी की जैसे ही दोनों बड़ी बड़ी चूंचियां खोल कर नंगी नंगी सामने आयी तो उसके मुंह से निकला हाय  सईदा भाभी तेरी चूंचियां तो मेरी बीवी की चूंचियों से बड़ी है . ऐसा का कर उसने अपना मुंह अम्मी  की चूंचियों के बीच घुसा दिया . वह चूंची चाटने लगा . अम्मी उसका लौड़ा टटोलने लगी . तब तक इधर  असलम ने भी मेरी चूंचियां खोल डाली और वह मेरी चूंचियां मसलने लगा . मैं उसकी पैंट के उवार से लण्ड दबाने लगी . मुझे लगा की लौड़ा अभी से ही खड़ा गया और पहले से बड़ा भी  हो गया है बहन चोद . मैं मन ही मन बड़ी खुश हुई .
उधर अम्मी ने अकरम को बिलकुल नंगा कर दिया और उसका लण्ड हिला हिला कर चूमने लगी . मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी तो मैं भी ललचा गयी . मेरे मन ने कहा हाय कितना बड़ा और तगड़ा है अकरम अंकल का लौड़ा ? ये भी साला मेरी चूत को खूब मज़ा देगा . तब तक मैंने भी असलम  के सारे कपडे उतार दिए थे . . उसके नंगे होते ही उसका लौड़ा मेरे हाथ में आ गया . मैंने उसे हिलाया झुलाया और मस्ती के कई बार चूमा . लौड़ा टन टना उठा . तब मुझे मालूम हुआ कि यह तो अकरम के लण्ड से बड़ा है . मैंने सुपाड़ा मुंह में लिया और चूसने लगी . अंकल मेरी चूत पर हाथ फिराने लगे . मेरी गांड पर हाथ फेरने लगे .
                              मैं पेल्हड़ से सुपाड़े तक और सुपाड़े से पेल्हड़ तक लण्ड चाटने लगी .
एकदम चिकना टन टनाता हुआ लण्ड मेरी चूत की आग को और भड़का रहा था . उधर अम्मी अकरम का लण्ड अपनी दोनों चूंचियों के बीच घुसेड़ कर मज़ा ले रही है .
मैं बोली :- वाओ, अम्मी तू तो भोषड़ी वाली शुरू से ही अपनी चूंचियां चुदवाने लगी ?
वह बोली :- हां सलीना ये बहन चोद सारे मरद अपना लौड़ा मेरी चूंची में पहले ही घुसेड़ देते है . इन मर्दों को चूंचियों के बीच लौड़ा पेलने में खूब मज़ा आता है ?
मैं बोली :- मज़ा तो तुझे भी आता है बहन की लौड़ी ?
वह बोली :- तू भी तो बुर चोदी चुदवाती है अपनी चूंचियां ? मैंने कई बार देखा है तुझे चुदवाते हुए ? हम दोनों आपस में ऐसी ही गन्दी गन्दी अश्लील बातें करके लण्ड चाट रही थी . हमें खूब मज़ा आ रहा था . इतने में अम्मी ने कहा सलीना मैं भी ज़रा पकड़ कर देखूं असलम का लण्ड ? मैंने कहा हां बिलकुल देखो और मुझे अकरम का लौड़ा पकड़ा दो अम्मी . मैं उसका भी ज़रा मज़ा ले लूं . मैं अकरम का लौड़ा पकड़ कर हिलाने लगी . अम्मी असलम का लौड़ा मुठियाने लगी . लण्ड बदला तो मज़ा और आने लगा . असलम बोला भाभी आज तुम मस्त लौड़ा पकड़ती हो .तेरे हाथ में जाते ही लौड़ा सख्त हो जाता है . उधर अकरम बोला हाय  भाभी मैं तो तुम्हे लौड़ा पकड़ाने और चोदने आया ता . मुझे क्या मालूम था की मुझे तुम्हारी बेटी चोदने का मज़ा मिलेगा . लगता है की सलीना को लण्ड पकड़ने का तज़ुर्बा बड़ा गज़ब का है ? देखो न कितनी मस्ती से लौड़ा चाट रही है . मेरी बेटी भी बुर चोदी ऐसे ही लौड़ा चाटती है .  उसने लण्ड चाटना अपनी अम्मी से सीखा है .
मैं बोली:- तो फिर अकरम अंकल अपनी बीवी से कहो की मेरे अब्बू का लौड़ा अपनी बेटी को पकड़ाये ?  तुम बहन चोद मेरे अब्बू की बेटी चोदोगे  तो वह भी तेरी बेटी चोदे तभी तो मज़ा आएगा दोनों तरफ ?
अकरम बोला :-अरी हरामजादी सलीना तेरा अब्बू मेरी बीवी चोदने साथ साथ मेरी बेटी भी चोदने गया है .    
                                     तेरा अब्बू मेरे घर में ही मेरी बीवी और मेरी बेटी चोद रहा है .
अंकल की यह बात सुनकर मेरी चूत साली और जल उठी . बिलकुल भठ्ठी हो गयी मेरी चूत ? मैंने कहा अब घुसेड़ो अकरम अपना भोषड़ी का लौड़ा और चोदो ? अब मैं रुक नहीं सकती ? बहुत ज्यादा ही गरम हो गयी हूँ मैं . मैं भकाभक चुदवाने लगी . मुझे देख कर अम्मी भी असलम अंकल से धकाधक चुदवाने लगी . थोड़ी देर मैं असलम से चुदाने लगी और अम्मी अकरम से ? लण्ड की अदला बदली ने खूब मज़ा दिया . अम्मी ने अपना फोन पास में ही रखा था . अचानक फोन बज उठा .
  • अम्मी चुदवाते हुए फोन पर बात करने लगी . हां बोल, बुर चोदी सलमा क्या बात है ?
  • तुम क्या कर हो सईदा इस समय ?
  • मैं अपना भोषडा चुदवा रही हूँ बहन चोद ? तू बता तू क्या कर रही है, माँ की लौड़ी ?  
  • यार मैं अपने देवर से चुदवा रही हूँ . पर मैं एक बात कहना चाहती हूँ तुमसे ?
  • कहो न क्या बात है ? गांड क्यों फटती है कहने में ?
  • यार, तुम मेरे देवर से चुदवा लो . मैं उसे आज रात तेरे पास भेज देती हूँ .
  • हां हां भेज दो चुदवा लूंगी ? पर एक बात है मैं अपनी बेटी भी चुदाऊंगी उससे ?
  • हां हा खूब चुदाओ अपनी बेटी की बुर .बिलकुल साले के लण्ड का पूरा फायदा उठाओ न ?
  • पर वह कहाँ से आया है तेरा पास है और क्यों ?
  • यार वह अपने गाँव से मेरे मियां से अपनी बीवी चुदवाने आया है . ऊपर के कमरे में मेरा हसबैंड उसकी बीवी चोद रहा है .
  • तो फिर उसकी बीवी को भी भेजो न हरामजादी को ? मेरा भी हसबैंड उसे चोदेगा ?
  • अरे वाह ? ये तो मैं भूल ही गयी थी . मैं दोनों को तेरे पास शाम को ८ बजे भेज दूँगी .
अम्मी फिर धकापेल चुदवाने लगी . उस रात अम्मी ने भी चुदवाया सलमा के देवर से और मैंने भी .

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