- बहू - अब देखती हूँ सासू जी की तेरी गांड में कितना दम है बहन चोद ?
- सास - मेरी गांड का दम क्या देखेगी तू ? पहले अपनी गांड की परवाह कर ? एक बन्दर की नूनी भर का लण्ड तेरी गांड में घुसता है तो तू चिल्लाने लगती है . तू क्या मेरा मुकाबला करेगी ?
- बहू - मैं तेरी नहीं तेरी गांड की बात कर रही हूँ . फटी पड़ी है तेरी गांड सासु जी ? इस फटी हुई गांड में गधे का भी लण्ड पेल दो पता नहीं चलेगा ? घोड़े का भी मोटा लण्ड साला घूम कर चला आएगा ?
- सास - गधे का लण्ड देखेगी तो होश उड़ जायेंगे ? गांड तो तेरी उसे देखते ही फट जाएगी .
- बहू - तो क्या तेरी गांड नहीं फटती ? गधे के लण्ड से तेरा भोषडा फटता है क्या ?
- सास - मेरा भोषडा कभी नहीं फटता ? जाने कितने बड़े बड़े लण्ड खा चुका है मेरा भोषडा ? पर आजतक कोई इसकी झांट भी टेढ़ी नहीं कर पाया ? ऐसा कोई लण्ड नहीं है दुनिया में जो मेरा भोषडा लील न सके ?
- बहू - अच्छा इसका मतलब गधे के जैसे लण्ड तेरा भोषडा चोद चुके है ? वैसे मेरी भी झांटें आजतक कोई उखाड़ नहीं पाया सासू जी ? और न उखाड़ पायेगा चाहे कितने लण्ड मेरी चूत में पेल दो ?
- सास - तू क्या पेलवायेगी लण्ड ? अभी ठीक से लण्ड चूसना तो आता नहीं तुझे ? अभी कल ही ताहिर का लण्ड चूसते चूसते फिचकुर निकल आया था तेरा ? पूर लौड़ा तो मुंह में घुसेड़ नहीं पाई तू ?
- बहू - देख अब तू बुड्ढी हो गयी है . तेरी आंखे ठीक से देख नहीं पाती ? कल ताहिर बहन चोद मेरे मुह में ही झड गया था . वो फिचकुर नहीं था, लण्ड का वीर्य था जो मैं चाट रही थी .
- सास - हां हा बस तू तो लण्ड का मुठ्ठ मारना ही जानती है . चुदाना तो तुझे आता नहीं ? बुर चुदवाना तेरे बस की बात नहीं है . चुदवाना तो तेरी माँ ने सिखाया नहीं तुझे ? चुदवाने में तेरी गांड फटती है ?
- बहू - चोदना तो मादर चोद ताहिर को नहीं आता ? वो तो तेरी बहन का लड़का है ? उसकी माँ की चूत साला मुंह में ही झड गया ? तूने उसे चोदना नहीं सिखाया माँ की लौड़ी सासु जी ? मैं चुदासी ही रह गयी .
- सास - हाय अल्ला, तो तूने मुझे क्यों नहीं बताया ? मैं कोई दूसरा लण्ड पेल देती तेरी बुर में ?
- बहू - तू थी कहाँ घर में ? तू तो कहीं चुदाने गयी थी अपना भोषडा ? किसी लण्ड के चक्कर में होगी तू ?
- सास - मैं चुदाने नहीं गयी थी . ब्यूटी पार्लर गयी थीं अपनी झांटे बनवाने समझी भोषड़ी वाली बहू ?
- बहू - आये हाय ? अब बुढापे में झांटे बनवाने व्यूटी पार्लर जाती है . औरतें बाल बनवाने जाती है तू झांट बनवाने जाती है ? अरे इसी बहाने तू किसी का लौड़ा पकड़ने गयी होगी . गांड मरवाने गयी होगी ?
- सास - तेरी माँ की चूत ससुरी ? लौड़ा पकड़ने जाती होगी तेरी माँ ? बाहर चुदवाती होगी तेरी माँ ?
- बहू - अरी जा जा बुड्ढी कहीं की बहन चोद ? तेरा लण्ड चाटने का लालच अभी तक छूटा नहीं है ?
- सास - तेरी माँ चोद दूँगी मैं अगर अब एक बार भी मुझे बुढिया कहा तो ? अभी भी मैं जितने लण्ड अपने भोषडा में घुसेड़ लेती हूँ उतने लण्ड तू अपनी चूत में नहीं घुसेड़ पायेगी ?
दूसरा सीन
- सास - तू है बड़ी चालाक है बुर चोदी फरहा मेरी बहू ? अभी परसों मेरी सहेली का लड़का जावेद आया था मुझसे मिलने और तूने उसका लौड़ा पकड़ लिया ? और सिर्फ पकड़ा ही नहीं उसे अपनी बुर में घुसा कर चुदवा लिया ? तूने मेरे भोषडा का ज़रा भी ख्याल नहीं रखा ? अरे अगर मैं उससे चुदवा लेती तो तेरी माँ तो नहीं चुद जाती साली ? उसकी गांड तो नहीं फट जाती ?
- बहू - आये हाय मेरी भोषड़ी वाली सास मिसेज ताहिरा सुन , जावेद तो तुम्हे नहीं मुझे चोदने आया था ? और मुझे चोद कर चला गया तो तेरी गांड में क्यों जलन हो रही है ? और तू मुझे अपने भोषडा का ख्याल रखने के लिए कह रही है ? कल जब तुमने जुम्मन से भकाभक चुदवाया तो मुझे नहीं पूंछा ? मेरी बुर का ख्याल नहीं आया तुझे ? यह नहीं सोंचा तुमने की घर में एक जवान बहू है उसे लण्ड की सख्त जरुरत है ? उसके तन बदन में आग है . उसकी चूत में आग ही आग है ? उसे लण्ड ही बुझा पायेगा ?
- सास - जुम्मन के आते ही मैंने तुमको आवाज़ दी थी पर तुम शायद घर पे नहीं थी . कल मेरा मन था की मैं उसका लण्ड तेरी बुर में पेलूँ ? पर तू मिली नहीं ? अगर मिलती मैं कल ही ठोंक देती लण्ड तेरी चूत में ?
- बहू - मेरी भी तमन्ना है की मैं किसी दिन तेरा भोषडा चोदूं ? जिस दिन मुझे चोदने का मौका मिल गया न उस दिन तेरे भोषडा की खैर नहीं ? भूल जायेगा तेरा भोषडा, भोषडा चुदाना ?
- बहू - कल मेरी भाभी का भाई आरिफ आ रहा है . उसका लण्ड मुझे बहुत पसंद है सासु जी ? लेकिन मैं उसे तेरे मुंह में घुसेड़ दूँगी तब तो थोड़ी देर के लिए तेरा मुंह बंद रहेगा बहन चोद ? चुदवाऊँगी बाद में ?
- सास - हाय हाय तू तो बदल रही है बहू ? इतनी रहम दिल हो रही है मेरे लिए ? बड़ी अच्छी बन रही है तू माँ की लौड़ी ? लेकिन मैं तेरे से कम नहीं हूँ .तू न मेरा मुंह बंद कर सकती है और न गांड ? कल तेरे ससुर के दो दोस्त आ रहे है कादर और वसीम ? मैं दोनों को जानती हूँ उनके लण्ड पहचानती हूँ . मैं पूरा बदला लूंगी तुमसे और दोनों लण्ड तेरी बुर में पेलूँगी ? देखना कल तेरी चूत की मैं कितनी छीछा लेदर करती हूँ ?
- बहू - ठीक है तो सुन मेरी हरामजादी सास तेरे मुंह में जितने दांत है उतने लण्ड पेलूँगी मैं तेरे भोषडा में ?
- सास - तेरी चूत में जितनी झांटें है उतने लण्ड तेरी बुर में पेलूंगी . तू आज से गिनना शुरू कर दे बहन चोद ? एक से बढ़कर एक लण्ड हैं मेरी नज़र में ? तू बच कर कहीं जा नहीं पायेगी बुर चोदी ?
- बहू - मेरी बेटी चोद सास, मैं जानती हूँ तूम कितनी बदचलन है ? कितनी छिनार है ? अपने मरद के लण्ड को छोड़ कर पराये मर्दों के लण्ड के पीछे भागती है ? कभी इसका लण्ड कभी उसका लण्ड ?
- सास - और तू जो इधर उधर चुदवाती घूमती है ? जिसका चाहती है उसका लण्ड घुसा लेती है अपनी बुर में वे सब तेरे खसम के लण्ड है क्यां ? तू तो मुझे ज्यादा छिनार है . तेरी माँ का भोषडा भी ऐसा ही होगा ?
- बहू - तेरी माँ की चूत मेरी चुदक्कड़ सास ? मैं हर चीज में तुम्हे आगे हूँ . चुदाने में , मराने में, लण्ड चूसने में, सड़का लगाने में ? तूम मेरा मुकाबला क्या करेगी ?
- सास - अब तू सच बोल रही है . मैं तो कह ही रही हूँ की तू पूरी रंडी है मादर चोद ?
- बहू - और तू है रंडी की सास ? यानी महा रंडी ?
तीसरा सीन
- सास - हाय अल्ला, तू तो मेरे देवर रफ़ी का लण्ड चाटे जा रही है यार , ये तो तेरे ससुर के सामान है . शर्म नहीं आती तुझे ? तू बहन चोद कितनी बेशरम हो गयी है ? अपने ससुर से ही चुदवा रही है ?
- बहू - अच्छा तुझे कब से शर्म आने लगी है बुर चोदी मेरी सास ? तू तो ससुरी मेरे सामने नंगी नंगी मेरे देवर सफी से भकाभक चुदवाये चली जा रही है और शर्म की बात करती है ? जब तुझे अपने देवर के लड़के से चुदवाने में शर्म नहीं है . तो मुझे अपने ससुर से चुदवाने में शर्म क्यों हो ?
- सास - तू तो दो लौड़े से चुदवा रही है . दूसरा लण्ड मेरे बेटे का दोस्त है . यानी तेरे शौहर का दोस्त शौकत अली ? इसका लौड़ा क्या हरमजादा ज्यादा मोटा है ? इसके लण्ड को ज्यादा प्यार करती है तू छिनार ?
- बहू - ओ हो, जब तू इसी लण्ड से चुद्वाती है तब कुछ नहीं होता है और जब मैं चुदवाने लगी तो छिनार हो गयी . पहले अपने को देख ? तू भी तो अपने दामाद का लौड़ा चूस रही है हां हां नावेद का लण्ड जो मेरा नंदोई है . जवान लण्ड देखा और लार टपक पड़ी ? पकड़ा और घुसा लिया अपने भोषडा में . अरे तू बड़ी चालाक है, भोषड़ी वाली ? किसी का भी लण्ड हो तू फ़ौरन उसपर कब्जा कर लेती है .
- सास - मैं तो दो ही लण्ड से चुदवा रही हूँ . तू तो इस समय तीन तीन लण्ड का मज़ा ले रही है . ये र्तीसरा लण्ड है तेरे बहनोई रहमान का . मैं देख रही हूँ की उसका लौड़ा कितना शानदार है इसलिए तो अपनी बहन के मियां का लण्ड छीन लेती है और अपनी बुर में पेल लेती है तू .
- बहू - मेरी बहन ही मुझे पकड़ा गयी है अपने मियां का लण्ड और कहा की तू इससे चुदवा ले . तेरा मियां जब आएगा तब मैं उससे चुदवा लूंगी . हम बहनों के बीच में तू ससुरी कौन होती है बोलने वाली गाडू कही की सास ? और देख मेरी चूत में दम है मेरी गांड में दम है इसलिए मैं तीन तीन लण्ड से चुदवा रही हूँ . तेरी हो गयी है उम्र ?तू तो अब सड़का लगाया कर बस ? चुदवाना तेरे बस की बात नहीं है .
- सास - अच्छा ऐसा कर तू अपने तीनो लण्ड मुझे दे दे ? और मेरे दोनों लण्ड तू ले ले ? मर्दों की अदला बदली करने में दूना मज़ा आता है .
- बहू - अब तू बेटी चोद आ गयी है लाईन पे ? थोड़ी देर रुक ज़रा मैं और मज़ा ले लूं फिर बदलती हूँ लण्ड . थोड़ी देर में दोनों ने आपस में लण्ड की अदला बदली की . जो लण्ड सास को चोद रहे थे वे सब बहू को चोदने लगे और जो लण्ड बहू को चोद रहे थे वे सा को चोदने लगे . खूब मज़ा आने लगा सबको . तो
दोस्तों, आपने देखा की ये दोनों सास बहू कैसे आपस में लड़ती है, झगड़ती है गाली गलौज करती है एक दूसरे की माँ बहन करती है लेकिन सच यह है की दोनों मिलकर खूब चुदवाती है . मैंने दोनों से पूंछा तो जबाब सुनिए :- सास बोली :- आपने जो हम दोनों की बीच गाली गलौज सुनी है वह सब नकली है . दिखावा है . चूंकि यहाँ हम दोनों ही रहती है . हमारे हसबैंड विदेश में रहते है . इसलिए हम एक दूसरे से खूब खुल गयी है . हम आपस में गाली गलौज सिर्फ मनोरंजन के लिए करती है . हकीकत यह है की मेरी बहू मुझे बहुत प्यार करती है . पहले मुझे खिलाती है फिर खुद खाती है . पहले मुझे चुदवाती है बाद में खुद चुद्वाती है . अगर मैं न चुदाऊ तो वह भी नहीं चुदवाती ? इतनी अच्छी बहू और कहाँ मिलेगी मुझे ?
बहू बोली :- मेरी सास लाखों में एक है . मेरा और मेरी चूत का बहुत ख्याल रखती है . खाना ये मुझे पहले खिलाती है . लण्ड ये मेरी बुर में पहले पेलती है . चूत ये मेरी पहले चटवाती है .मुझे जो लण्ड मिलता है मैं सास के भोषडा में ठोंक देती हूँ . सास को जो लण्ड मिलता है वो मेरी बुर में घुसा देती है . मैं उसका भोषडा चोदती हूँ वो मेरी बुर चोदती है . हमारा ताल मेल बहुत अच्छा है . हम एक दूसरे की खूब इज्ज़त करती है . गाली गलौज तो एक मनोरंजन का साधन है .
हां आपका लण्ड अगर खड़ा हो गया है तो आप भी आकर मुझे और मेरी सास का भोषडा चोद सकते है . =
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