
मेरे पेट में बड़ी खलभली मची की ये दोनों लण्ड है किसके ?
मैंने थोड़ी और कोशिश की तो मुझे चूसने वाला लण्ड दिखाई पड़ा . मैंने मन में कहा ये तो मेरे देवर का लण्ड नहीं है . मैं उसका लण्ड अच्छी तरह पहचानती हूँ . मेरा मुंह, मेरे हाथ, मेरी चूत, मेरी चूंची सब मेरे देवर का लण्ड पहचानते है पर ये उसका लण्ड नहीं है ?
दोस्तों, मुझे सबसे ज्यादा मज़ा तब आता है जब मैं छुप छुप कर किसी की चुदाई देखती हूँ . आज बहुत दिनों के बाद मुझे अपनी ही देवरानी की चुदाई छुप छुप कर देखना का मौका मिला है . मैं बिना पलक झपकाये उसकी चुदाई देखने लगी . बार बार इधर उधर आँख गड़ाए हुए देखती जा रही थी . इतने में मुझे कुछ अंदर की बातें सुनायी पड़ी . एक लड़की की आवाज़ थी .
वह बोली :- हाय दीदी तुम्हे कैसा लगा मेरे शौहर का लौड़ा ? चूसने में मज़ा आ रहा है न ?
देवरानी बोली :- वाओ, कितना प्यारा और मोटा तगड़ा लौड़ा है तेरे मियां का ? मुझे अगर पहले मालूम होता तो मैं तेरी सुहागरात से ही इसका लौड़ा चूसने लगी .
वह बोली :- अरे हां दीदी इसके दोस्तों की बीवियां तो सुहागरात से ही मेरे मियां का लण्ड चूस रही है .
देवरानी बोली :- तो क्या तेरी सुहागरात में तुम्हे कोई और चोद रहा था ?
वह बोली :- हां दीदी, मैंने अपनी सुहागरात अपने मियां के दो दोस्तों के साथ मनाई . दोनों ने मुझे रात भर चोदा ? जब मेरे मियां ने कहा की तुम मेरे दोस्तों से चुदाओ तो मैं भी मस्त हो गयी और फिर जम कर चुदाया
देवरानी बोली :- तो फिर तेरे मियां ने उन दोनों की बीवियां चोदी होंगी ?
वह बोली :- हां दीदी, यही तो हुआ ? मेरे मियां ने उसी कमरे में मेरे सामने ही उन दोनों की बीवियां चोदी ? देवरानी बोली :- अरे पगली, ये आजकल हर जगह होने लगा है . अभी पिछले महीने मैं भी अपनी सहेली की सुहागरात में गयी थी . उस सहेली ने मेरे मियां से रात भर चुदवाया और उसके मियां ने मुझे रात भर चोदा ? अभी भी मैं अपने मियां के साथ कई लोगों की सुहागरात में जाती हूँ .
अब मैं समझी की मेरी देवरानी अपने बहनोई का लौड़ा चूस रही है .
तब तक मेरे कान में एक और आवाज़ पड़ी . शायद यह देवरानी कि बहन की आवाज़ थी .
वह बोली :- हाय दीदी, जीजू का लौड़ा तो दिन पर दिन मोटा होता जा रहा है . देखो न मेरे हाथ में कितना फूल कर कुप्पा हो गया है बहन चोद ?
देवरानी बोली :- तेरे हाथ में जादू है हया ? तू जिसका लण्ड पकड़ती है वह साला मोटा हो ही जाता है .
हया बोली :- दीदी मुझे सफी जीजू का लौड़ा बड़ा अच्छा लगता है . मन करता है की इससे हमेशा चुदवाती रहूँ ? देवरानी बोली :- तो चुदवाती रह न भोषड़ी की हया ? मैं भी तो तेरे मियां से चुदवाती रहूंगी .
तब तक गांड मारने वाला आदमी मेरे सामने आ गया . उसे देख कर हया बोली दीदी ये असद है मेरे मियां का दोस्त . जिसकी बुर तेरा मियां यानी मेरा जीजू चाट रहा है .
मैंने कहा :- हां अब जाकर मामला साफ हुआ .
(१)मेरी देवरानी असद से गांड मरा रही है और अपने बहनोई कादर का लौड़ा चूस रही है .
(२) उसकी बहन हया मेरे देवर सफी का लौड़ा चूस रही है . मैंने लण्ड देख लिया और मैं पहचान भी गयी .
(३) मेरा देवर अपने दोस्त असद की बीवी की बुर चाट रहा है .
इसका मतलब सफी कादर और असद तीनो एक दूसरे की बीवी चोद रहे है .
मैं अब सब समझ चुकी . मेरी चूत की आग और भड़क उठी . मेरा मन हुआ की मैं दौड़ कर इनमे से किसी एक का लौड़ा पकड़ लू और चुदाना शुरू कर दूं . लेकिन मैंने अपने पर काबू किया और अंदर घुस गयी . तब तक सफी मेरा देवर हया की बुर में अपना लण्ड घुसा कर चोदने लगा . कादर असद की बीवी चोदने लगा और असद मेरी देवरानी की बुर चोदना शुरू कर दिया .
मुझे देखते ही देवरानी बोली :- हाय जीजी आओ न, तुम भी पकड़ लो अपने मन का लौड़ा ? आज यहाँ जेठ जी नहीं है . मुझे उसके लण्ड की बड़ी याद आ रही है . कितना बढ़िया और कितना सालिड लौड़ा है मेरे जेठ जी का ? एकदम तोप जैसा लण्ड और उस पर सुपाड़ा तो जैसे तोप का गोला ? हया सुन तो ले बुर चोदी मेरा जेठ चोदने में अव्वल है बहन चोद ? वो जब घर में होता है तो मैं उसका लण्ड चूसती रहती हूँ और बगैर चुदवाये उसे अपने कमरे से जाने नहीं देती ?
मैंने कहा :- अरी मेरी चुदक्कड़ देवरानी, आज मैं तुम लोगों के साथ चुदाई में शामिल नहीं हूँगी . हां मैं अपने सारे कपडे उतार कर बिलकुल नंगी होकर तुम्हारी चुदाई देखूँगी . अगर तुम लोग कोइ गलती करोगी तो मैं जरुर दखल दूँगी .
मेरी देवरानी साजिया बहुत सेक्सी है और अच्छे स्वाभाव की है . मेरा बड़ा ख्याल रखती है . मेरी झांटें बनाती है , मेरी मालिश करती है . मुझे नहलाती धुलाती है . मैं भी उसे बहुत चाहती हूँ . मैंने देखा की असद का लौड़ा बार बार देवरानी की बुर से फ़िशल जाता है . तब मैं उठी और असद को ठीक से उसकी चूत के सामने खड़ा किया और कहा अब सीधे सीधे दनादन चोदते जाओ . इसी तरह कादर भी ठीक से नहीं चोद पा रहा था . वह रिया ( असद की बीवी ) की बुर में लण्ड पूरा घुसेड़ तो दिया पर बार बार लण्ड आधा आधा निकाल कर चोद रहा था . मैंने उससे कहा अबे भोषड़ी के पहले ठीक से चोदना सीख ? लौड़ा हर बार पूरा बाहर निकालो और फिर पेलो . चूत से निकालो लण्ड सुपाड़ा तक अंदर रखो और फिर पेल दो . तब आएगा मज़ा . कादर वैसा ही करने लगा . तब कादर और असद की रिया दोनों को ज्यादा मज़ा आने लगा . मैंने इस तरह उन लोगों की चुदाई खूब एन्जॉय किया . एक एक करके जब लण्ड झड़ने लगे तो मैंने भी सबके साथ मिलकर सबके लण्ड चाटे .
दो दिन बाद मेरे कमरे में जब मेरी देवरानी आयी तो मैं अपने खालू ससुर का लण्ड चाट रही थी . है तो वह मेरे बाप के बराबर . मेरा ससुर ही है न भोषड़ी का ? लेकिन उसका लण्ड तो बिलकुल घोड़े के लण्ड जैसा है . मुझे इस तरह के लण्ड बहुत पसंद है .
खालू बोला :- हाय नगमा , आज तुम बड़े मन से चाट रही हो मेरा लौड़ा ? मुझे बड़ा मज़ा आ रहा है .
मैं बोली :- आज तेरे लण्ड को ज्यादा मस्ती सवार है . देखो न साला कैसे सर हिला कर हिनहिना रहा है . उधर खालू ने अपनी बीवी से कहा :- तुम मेरे दोस्त अनीस अहमद का लौड़ा चाटो . खाला उसका लण्ड चूसने लगी . इतने में अनीस अहमद अपनी बीवी निदा से बोला :- निदा तुम नगमा के हसबैंड नदीम का लण्ड चाटो . निदा मेरे मियां का लण्ड चाटने लगी . यहाँ भी तीन कपल जमा हो गये और एक दूसरे की बीवी चोदने की पूरी तयारी हो गयी है . मैंने देवरानी को नंगी करके अपने बगल में बैठा लिया . उसे भी बीच बीच में खालू का लण्ड चुसाने लगी . फिर मैंने कहा तू बहन चोद सबके लण्ड का मज़ा ले मस्ती से ? इतने में वह उठी और मेरे मियां का लौड़ा निदा के साथ चाटने लगी . देवरानी को इसमें ज्यादा मज़ा आने लगा . जब चुदाई शुरू हुई तो वह जिसका मन करे उसका लौड़ा बुर से निकाल कर चूस लेरी और फिर वहीँ उसे घुसा देती . तीनो मरद एक दूसरे की बीवी चोदने में व्यस्त हो गये . सबके चहरे खिले हुए थे और सबके लण्ड तने हुए थे .
मैंने कहा - देखो साजिया चुदाओ तो पराये मर्दों से चुदाओ ? चोदो तो परायी बीवियां चोदो ?
देखो न तीनो मरद कितने मजे से चोद रहे है ? इतने मजे से तो मादर चोद ये अपनी बीवी भी नहीं चोदते ?
एक दिन मैं अकेली ही ड्राइंग रूम बैठी हुई थी . इतने में किसी ने घंटी बजाई . दरवाजा खोलते ही मुझे मासूम अपनी बीवी के साथ दिखाई पड़ा . मैं उसे अच्छी तरह जानती हूँ . मैं उससे बातें भी खूब करती हूँ और हंसी मजाक भी कर लेती हूँ . हां उसकी बीवी से मेरा परिचय नहीं है . मैंने उसे अंदर बैठाया . उसने अपनी बीवी से मेरा परिचय कराया बोला भाभी ये मेरी बीवी सयाना है . मैं मुस्कराकर बोली यार बीवी तो तेरी बड़ी टना टन्न है . बड़ी सुन्दर और सेक्सी लग रही है .
- वह बोला :- मैं आपसे एक बात खुल कर कहना चाहता हूँ, भाभी
- मैंने कहा :- हां हां कहो न चाहे खुल कर कहो चाहे खोल कर (मैंने फिर मजाक किया )
- भाभी, मैंने सुना है की आपके यहाँ चोदने चुदाने का बड़ा सुन्दर माहौल है ?
- देखो मासूम, जवानी कुछ दिन के लिए होती है, जब चली जाती है तो मादर चोद कभी वापस नहीं आती ? इसलिए हम लोग जवानी में जवानी का मज़ा खूब लूटती है . हमारे घर में कई कपल है . हम लोग सबके साथ चोदा चोदी करती है . कोई किसी की बीवी चोद लेता है और कोई किसी के मरद से चुदवा लती है . हम इसे बुरा नहीं बल्कि अच्छा मानती है . किसी को कोई मलाल नहीं रहता ? इस तरह हमारे घर में सभी मरद और औरतें बड़ी खुश रहती है .
- भाभी, मैं आज अपनी बीवी चुदवाने आया हूँ .
- क्या वह तुमसे चुदवाकर खुश नहीं है ?
- ऐसा नहीं है भाभी , वह खुश तो बहुत है . हुआ यह की एक बार मैंने मजाक मजाक में अपनी बीवी अपने एक दोस्त से चुदवा ली . मेरी बीवी को बड़ा मज़ा आया . अब वह कहती है की मुझे और लोगों से भी चुदवाओ ? मेरी बीवी कहती है की मुझे तुम्हारे दोस्त का लौड़ा बहुत पसंद आया .अब मेरी इच्छा और लोगों के लण्ड पकड़ने की हो रही है . मैं कई मर्दों से चुदवाना चाहती हूँ .
- अच्छा यह बताओ क्या तेरी बीवी मेरे मरद से चुदवाने के लिए तैयार हो ?
- हां भाभी बिलकुल तैयार हूँ . मेरी बीवी ने मुझे बताया की मैंने उसके लण्ड की बहुत तारीफ सुनी है . जब से सुनी है तब से मेरी चूत में आग लगी है . मैं नगमा भाभी के हसबैंड से चुदवाना चाहती हूँ . भाभी आज अपने मियां से मेरी बीवी चुदवा दो प्लीज ?
- तब तक मेरी देवरानी भी आ गयी . वह बोली हां सयाना तुमने ठीक कहा . मेरे जेठ जी का लौड़ा तो लाजबाब है . मैं तो खूब चुदा चुदा कर मज़ा लेती हूँ उसका ?
- मासूम बोला भाभी ये आपकी देवरानी है क्या ?
- मैंने कहा हां ये मेरी देवरानी है . बड़ी मस्त और बिंदास औरत है मासूम ?
- और बड़ी खूबसूरत भी है भाभी आपकी देवरानी ? इस पर तो कोई भी लट्टू हो जायेगा ?
- तो ठीक है मैं अपने हसबैंड से तेरी बीवी चुदवाती हूँ . और तुम मेरे सामने मेरी देवरानी चोदो ?
- अरे भाभी आपने तो मेरे मुंह की बात छीन ली . मैं तो यही चाहता ही था .
उधर तब तक मेरी देवरानी भी नंगी हो चुकी थी . उसकी मस्त मस्त चूंचियां देख कर मासूम तो हैरान रह गया . उसकी सेक्सी गांड और मदमाती चूत देख कर उसका लौड़ा पागल हो गया . साजिया ने मासूम के सारे कपडे खोल डाले उसे मादर चोद बिलकुल नंगा कर दिया फिर उसका लौड़ा हाथ में लेकर मुझे दिखाती हुई बोली हाय जीजी देखो न कितना मोटा लौड़ा है बहन चोद का ? अरे इससे चुदवाने में तो वाकई ज़न्नत का मज़ा आएगा ? ऐसा कह कर देवरानी लौड़ा चूसने लगी . उसका सुपाड़ा मुंह में भर लिया और अंदर ही अंदर जबान पूरे सुपाड़े पर घुमाने लगी . देवरानी को एक नये लण्ड का मज़ा मिलने लगा .
मैं फिर भी अपने आप को रोक नहीं पायी और उसके पेल्हड़ चाटने लगी . मैं भी एकदम नंगी थी . देवरानी मुझे बीच बीच में लण्ड पिलाने लगी . मासूम बोला भाभी आप बड़ी मस्त औरत है . आपके मुंह में जाकर लौड़ा साला और फूल जाता है . आपकी देवरानी तो कमाल की है . इतना बढ़िया लौड़ा आजतक किसी ने नहीं चूसा मेरा ? भाभी देखो मैं कितना लकी हूँ ? मैं तो तुम्हे चोदने आया था और मुझे तुम्हारे साथ तुम्हारी देवरानी भी मिल गयी चोदने को ? मैंने इसीलिए अपनी बीवी चुदवाने आया था कि मुझे नगमा भाभी की बुर चोदने को मिलेगी ? और अब देखो नगमा भाभी के साथ साथ साजिया भाभी की बुर मुझसे चुदवाने के लिये तैयार है . इतने में मासूम में लण्ड देवरानी की चूत में घुसा दिया और चोदने लगा . मैं उससे अपनी चूत चटवाने लगी . उस दिन हम दोनों ने मासूम से रात भर चुदवाया .
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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