मैं रूचि हूँ . २८ साल की एक बिवाहित बेहद खूबसूरत महिला .मेरा कद ५'४" का है . मेरा रंग गोरा है बाल लम्बे है चेहरा गोल है . बड़ी बड़ी और सुडौल चूंचियाँ है . कमर पतली है . कूल्हे बड़े बड़े है . चूतड थोडा मोटे है . मोटी मोटी जांघें है . गुन्दाज़ बाहें है . मैं अक्सर स्लीवलेस गहरे गले का ब्लाउज पहनती हूँ . साड़ी पहनना ज्यादा पसंद करती हूँ . मैं थोडा नटखट स्वाभाव की हूँ . अच्छा मौका देखती हूँ तो अपनी साड़ी का पल्लू गिरा गिरा कर अपनी चूंचियों की गहराई दिखाती रहती हूँ .
मेरी शादी ३ साल पहले हुई थी . मेरे पति का नाम है साकेत . वह ३१ साल के है . कद ५' १०" का है . कसरती बदन है . चौड़ी छाती है और छाती पर घने घने बाल बड़े सेक्सी है . गोर चिट्टे है और हंसमुख स्वाभाव के है . बातें बड़ी मीठी मीठी करते है . मुझे ब्लू फिल्म देखने का बड़ा शौक है . मेरी पति भी ब्लू फिल्म देखने में रूचि रखते है . इसलिए रात में जब हम चोदा चोदी करते है तो अक्सर ब्लू फिल्म चला देते है . जब मेरे पति कहीं बहार चले जाते है तो मैं ब्लू फिल्म ही देखा करती हूँ . चाहे नेट पर देखूं या फिर टी वी पर . ब्लू फिल्म में मुझे दो तह की पिक्चरें ज्यादा अच्छी लगती है . एक तो ग्रुप सेक्स की फिल्मे और दूसरी बीवियों की अदला बदली की फिल्मे ? मैं अक्सर ब्लू फिल्म नंगी होकर ही देखती हूँ .
मुझे कॉलेज के दिनों से ही ब्लू फिल्म देखने का शौक पैदा हो गया था . मैं हॉस्टल के जिस कमरे में थी वहां मेरे साथ एक लड़की थी कविता . वह ब्लू फिल्म की बड़ी शौक़ीन थी . अपने घर जब भी जाती तो ढेर सारी ब्लू फिल्मों की सी दी लेकर आ जाती . फिर हम दोनों लैपटॉप पर देखा करती . फिर धीरे धीरे हम दोनों अपने अपने कपडे उतार कर देखने लगी . उसके दूसरे दिन कविता ने मेरी चूंची पकड़ ली . मैंने उसकी पकड़ ली . फिर वह मेरी चूत सहलाने लगी और मैं भी उसकी चूत पर हाथ फेरने लगी . हम दोनों एक दुसरे से बिलकुल खुल गयी . एक दिन मैंने कहा यार कविता हम लोग चूंची पकड़ने के वजाय, लण्ड पकड़ा करें तो ज्यादा मज़ा आये . उसी दिन हमने सोच लिया की किसी लड़के को फंसाया जाये और फिर उसका लण्ड पकड़ा जाये ? होते करते उसने एक सनी नाम का एक लड़का फंसा ही लिया . लड़का मुझे भी पसंद आया . फिर हमने प्लान बनाया और शहर एक होटल में हम दोनों ने एक कमरा बुक कराया . उसके एक घंटे के बाद सनी भी उसी होटल में ठहरा और अपना कमरा हमारी ही मंजिल पर ले लिया . बस रात को हमने उसे चुप चाप बुला लिया . पहले शराब की बोतल खुली . हमने शराब पीना शुरू किया . उसके साथ सिगरट भी . फिर हमने गाली के साथ बातें शुरू की ताकि माहौल गरम हो जाये ?
कविता :- यार सनी तुम भोषड़ी के बड़े स्मार्ट हो ?
सनी :- नहीं यार मैं तो बस ऐसा ही हूँ . आपको पसंद हूँ यह मेरी खुशनसीबी है .
मैं :- खुशनशीबी तो हमारी है की हमें तेरे जैसा लड़का मिला है बहन चोद .
कविता :- तुमने कभी किसी जवान लड़की को नंगी देखा है ?
सनी :- अभी तक नहीं देखा ?
मैं :- कमाल है यार तूने अभी तक किसी की बुर नहीं देखा ?
कविता :- अच्छा किसी की चूंचियाँ देखी है मादर चोद तूने ?
सनी :- देखीँ नहीं है लेकिन पकड़ी है .
कविता :- ओये होये, तो तूने अँधेरे में ही पकड़ ली चूंचियाँ ? किसकी पकड़ी चूंची तूने माँ के लौड़े ?
सनी :- अपनी भाभी की .
कविता :- कितनी बड़ी बड़ी थी उस भोषड़ी वाली की चूंची ?
सनी :- बस तुम्हारी जैसी ही थी .
कविता :- तो फिर , बहन का लौड़ा, मेरी भी पकड़ कर देखो न भोषड़ी के ?
कविता ने अपनी चूंचियाँ खोल दी और उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंची पर रख लिया . उसे देख कर मैंने भी खोल दी चूंचियाँ ? वह हम दोनों की चूंची बारी बारी से मसलने लगा .
हमें मज़ा आने लगा . हमारे मन की मुराद पूरी हो रही थी . उधर नशा भी चढ़ने लगा . फिर धीरे से कविता उठी और अपनी पैंट खोलने लगी . खोलते हुए बोली यार रूचि इस बिचारे को आज बुर दिखा ही देती हूँ .
वह बोली :- सनी, बोल मादर चोद खाली बुर देखेगा की गांड भी ?
वह बोला :- अब यार दिखाना है तो सबकुछ दिखाओ न भोषड़ी वालियों ?
उसके मुह से जैसे ही हमने गाली सुनी तो चूत में पानी आ गया . चूत एकदम से गरम हो गयी ? कविता उसके आगे बिलकुल नंगी खड़ी हो गयी और गोल गोल घूमने लगी . वह बोलती जा रही थी लो सनी माँ के लौड़े मुझे नंगी देख लो . अच्छी तरह देख लो . सब कुछ देख लो . पकड़ पकड़ कर देख लो . सनी उठा और कविता को अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया . तब तक मैं भी नंगी हो गयी . मेरी चूंचियाँ थोड़ी बड़ी थी . वह मेरी ओर लपका और मुझे भी खींच कर चिपका लिया . अब हम दोनों मिलकर उसे नंगा करने लगी . उसका लण्ड तो पहले से ही खड़ा था बहन चोद . हमने उसे पकड़ लिया तो लण्ड एक दम टन्ना गया ,
मैं बोली :- हाय बाबा कितना बड़ा है यार इसका लण्ड ? उसने पकड़ा तो बोली वाओ, कितना मोटा है मादर चोद लण्ड यार ? तूने पहले क्यों नहीं पकडाया अपना लण्ड, सनी ? इसे देख कर तो मैं एकदम से चुदासी हो गयी हूँ डियर ? मेरी चूत ज्यादा देर तक इंतज़ार नहीं कर पायेगी . ऐसा कह कर वह लण्ड चाटने लगी . हम दोनों चाटने लगी लण्ड . अब बिस्तर पर हम तीनो ही नंगी थी . मैंने लण्ड मुह में लिया और फिर निकाल कर कविता के मुह में घुसा दिया . उसने फिर निकाल कर मेरे मुह में डाल दिया . इस तरह हम दोनों एक दूसरे को लण्ड चुसाती रही . कभी लण्ड कभी पेल्हड़ कभी सुपाडा सब का मज़ा लेती रहीं हम दोनों . इतने में कविता ने लण्ड अपनी बुर में पेल और चुदाने लगी . उसने फिर मेरी बुर में घुसेड़ दिया लण्ड मैं चुदाने लगी .
उसके बाद तो ऐसा सिलसिला चला की हम दोनों खूब लण्ड पकड़ने का और चुदाने का मज़ा लेती रहीं . कॉलेज के दिनों में ही करीब ८/१० लण्ड मैं अपनी चूत में पेल चुकी थी . शादी के बाद २/३ साल तक अपने पति से चुदवाती रही पर धीरे धीरे एक ही लण्ड से बार बार चुदवाते चुदवाते बोर होने लगी .
एक दिन मैं अपने पति का लण्ड चाट रही थी और ब्लू फिल्म भी देख रही थी . अचानक मेरे मुह से निकला यार साकेत तुम्हारी इच्छा कभी दो चूत एक साथ चोदने की होती है ? वह बोला हां होती तो है पर क्या करूँ कर नहीं सकता न ? मैंने कहा अगर तुम कहो तो मैं अपनी एक दोस्त से बात करूँ ? शायद वो तुमसे चुदवा ले ? वह बोला हां करके देखो ? उसके बाद मैंने फिर पूंछा अच्छा तुम्हारी इच्छा कभी किसी की बीवी चोदने की होती है ? वह बोला हां बराबर होती है . मेरा एक दोस्त है सुमन चौधरी . उसकी बीवी मुझे बड़ी अच्छी लगती है . मैं उसे चोदना चाहता हूँ यार पर क्या करूँ ? मैं बोली तुम कहो तो मैं कोशिश करती हूँ . उसने हां कर दी . मैं मन ही मन सोंचने लगी की अगर मेरा पति किसी की बीवी चोदने लगे तो फिर मेरा रास्ता खुल जायेगा और मैं भी पराये मर्दों से चुदाने लगूंगी .
इतने में मेरी मामा की लड़की सपना का फोन आ गया . वह बोली दीदी मैं कल आपके पास आ रही हूँ कोलकाता घूमने ? मैंने कहा अरे वाह ? आपका स्वागत है जल्दी आ जाओ . अगले दिन जब सपना आयी तो उसे देख कर मेरे पति की लार टपकने लगी . सपना बड़ी सुन्दर है . गदराये बदन वाली है . गोरी है हंसमुख है और खुल कर बात करने वाली है . वह बोली दीदी मेरे हसबैंड एक हफ्ते के लिए विदेश गये है . सपना मुझे दो साल छोटी है . वह साकेत से जीजू कह कर बात करने लगी और जीजू उस पर लट्टू होने लगे .
सपना :- हाय जीजू तुम तो बड़े स्मार्ट हो ? मुझे पसंद आ गए हो . अगर तुम मुझे शादी के पहले मिल जाते तो मैं तुमसे ही शादी करती ? तुम्हे कहीं और न जाने देती ?
साकेत :- तो फिर तेरी दीदी क्या करती ?
सपना :- अरे जीजू दीद बड़ी खूबसूरत है उसे कोई और मर्द मिल जाता ?
साकेत :- तुमने मेरे अन्दर ऐसा क्या देखा है की मैं तुमको पसंद हूँ ?
सपना :- जीजू मैंने अभी तो बाहर वाला देखा है अन्दर वाला अभी नहीं देखा ? हां जल्दी ही देख लूंगी तब बताऊंगी ( सपना ने यह बात आँख मार कर कही )
साकेत तो बिलकुल फ़्लैट हो गया .
रात को जब मैं बिस्तर पर अपने पति के साथ लेटी थी तो उससे कहा - साकेत यार तुम मेरी बहन चोद लो . साकेत :- यह तुम क्या कह रही हो ? वो मान जाएगी ?
मैं बोली - हां मान जाएगी . वह एक मस्त जवान लड़की है और हर जवान लड़की को लण्ड पसंद आता है .
सपना पटना की है और लण्ड की बड़ी शौक़ीन है ऐसा मैंने सुना है .
साकेत :- अरे वाह ? फिर तो मज़ा आ जायेगा ?
मैं बोली की मैं सपना के पास जा रही हूँ . उससे बात करके देखती हूँ . मैं सपना के कमरे में चली आयी और उससे बातें करने लगी . सपना अस्त व्यस्त लेटी थी . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियाँ काफी हद तक नंगी थी .
मैं बोली :- वाओ, कितनी बड़ी बड़ी हो गयीं है तेरी चूंचियाँ ?
वह बोली :- अरे दीदी इनका क्या ये तो ससुरे बढती ही रहती है .
मैं बोली :- लगता है की तेरा हसबैंड इन्हें खूब मसलता है ?
वह बोली :- हां दीदी वो तो इनसे खूब खेलते है .
मैं बोली :- तुम भी तो खेलती होगी उसके लण्ड से ?
वह बोली :- हां दीदी खेलती हूँ .मुझे तो लण्ड बहुत अच्छे लगते है ?
फिर मैंने पूंछा :-तेरे हसबैंड के लण्ड का साईज क्या है ?
वह बोली :- ८" का है लगभग और मोटा भी है . अब तुम बताओ जीजू का कितना बड़ा है दीदी ?
मैं बोली :- मैंने काफी नापा ही नहीं . आज तुम बताओगी उसके लण्ड का साईज ? ये लो इंची टेप . अपने जीजू का लण्ड नाप कर बताओ मुझे ?
वह बोली :- मैं जो कह रही हूँ ठीक कह रही हूँ . मैंने देख लिया की उसकी आँखों में मेरे पति का लण्ड पकड़ने की इच्छा है . मैं बोली देख सपना मैं तो हर रोज़ चुदवाती हूँ तेरे जीजू से ? आज तू अपने जीजू से चुदवा कर देख और मुझे बता की वह कैसा चोदता है ?
सपना ने इंची टेप पकड़ लिया और मेरे साथ आने को तैयार हो गयी . मैं उसे लेकर अपने कमरे में आ गयी . साकेत की ख़ुशी का ठिकाना न था .
साकेत बीच में लेटा और एक तरफ मैं एक तरफ सपना . मैंने अपनी एक टांग उठा कर साकेत की टांग पर रख दिया उसी तरफ सपना ने भी अपनी टांग साकेत की टांग पर रख दी . हम दोनों की नंगी चूंचियाँ उसके दोनों तरफ बदन से टकरा रही थी . इतने में सपना पूरी की पूरी साकेत के ऊपर चढ़ बैठी . फिर उसने अपने सारे कपडे उतार दिया . उसकी बड़ी बड़ी चूंची देख कर साकेत पागल होने लगा . इतने में सपना ने अपनी चूत भी खोल दी . अब वह मादर चोद बिलकुल नंगी नंगी मेरे पति के उपसर चढ़ी बैठी थी . सपना ने साकेत के सारे कपडे खोले और हाथ में लिया उसका टन टनाता हुआ लण्ड . वह बोली अरे दीदी ये तो भोषड़ी वाला पहले से ही खड़ा है ? बड़ा मस्त है दीदी जीजू का लण्ड ? आज मैं इसकी चटनी बनूंगी . इसको अपनी चूत में डाल कर भूनूंगी फिर बनूंगी इसका भरता ? साला बड़ा खूबसूरत लग रहा है ? इसका लाल लाल टमाटर जैसा सुपाड़ा मेरी जान ले रहा है दीदी ? सपना ने लण्ड खूब हिलाया और फिर उसे नापा . वह उछल पड़ी अरे दीदी ये तो बहन चोद ८ १/२" का है . मोटा भी ५" का है . ये तो मेरी चूत का आज ही भोषडा बना देगा ?
मैंने कहा :- तुझे मेरे हसबैंड का लण्ड पसंद आया की नहीं, सपना ?
वह बोली :- तूने गलत लड़की को लण्ड दिखा दिया दीदी ? अब ये लड़की अक्सर अपनी ही बुर में पेलती रहेगी अपने जीजू का लण्ड ? दीदी मैं आज से जीजू का लण्ड चोदना शुरू करती हूँ .
ऐसा कह कर सपना लण्ड अपने मुह में लेकर चूसने लगी . मैं उसकी चूत सहलाने लगी और साकेत उसकी चूंची मसल मसल कर मज़ा लेने लगा . उधर साकेत को ताव आ गया . उसने करवट ली और सपना को नीचे करके उसकी टांगें फैलाकर उ सकी गांड के नीचे दो तकिया लगाकर अपना लण्ड उसकी चूत में पेल दिया और चोदने लगा . मैंने देखा की उसने एक ही बार में पूरा लौड़ा घुसा दिया .
सपना चिल्ला पड़ी - अबे मादर चोद साले तेरी माँ का भोषडा , तेरी बहन को लण्ड, साला गांडू कहीं का एक ही बार में घुसा दिया पूरा लण्ड ? मेरी चूत की कोई परवाह नहीं की . तेरी माँ की चूत जीजू ? तेरी बहन की बुर, भोषड़ी के जब मैं तेरी माँ चोदूंगी तब पता चलेगा तुझे बहन चोद ? उसने भी दो तीन बार अपनी गांड उछाली और फिर बोली हां ठीक है माँ के लौड़े अब चोद देखती हूँ तेरी गांड में कितना दम है ? तेरे लाँड में कितना दम है ? जोर जोर से पेल साले कुत्ते दनादन्न चोद जैसे तू अपनी बीवी चोदता है . साकेत का लण्ड उसकी गालियाँ सुन सुन कर और टन टनाता जा रहा था . उसे और जोश आ रहा था . साकेत को आज पहली बार किसी की बुर चोदने के इतना मज़ा आ रहा था .
थोड़ी देर में सपना ऊपर आ गयी और उसके लण्ड पर बैठ गयी . वह बोली हां अब मैं लूंगी बदला ? अब मैं चोदूंगी तेरा लण्ड वह थोडा झुकी और कूद कूद कर लण्ड चोदने लगी . मैं पीछे खड़ी हुई उसकी उछलती हुई चूंचियाँ सहला रही थी . सपना बिलकुल रंडी की तरह चुदाने में जुटी थी . थोड़ी देर वह बोली मादर चोद जीजू अब तुम मुझे पीछे से चोदो ? और हां मेरी गांड न मारना ? अभी मैं बुर चुदाने के मूड में हूँ गांड मराने के मूड में नहीं हूँ ? साकेत उसे पीछे से चोदने लगा . सपना की चूत से लार टपकने लगी . मैं समझ गयी की अब वह भी झड़ने वाली है . अचानक उसकी चूत ने पानी छोड़ ही दिया . वह घूम गयी और लण्ड का सड़का मारने लगी . थोड़ी देर लण्ड ने पिचकारी छोड़ ही दी जिसे उसने अपने मुह में ले लिया . फिर हम दोनों मिलकर लण्ड चाटने लगी .
एक घंटे के बाद सपना ने लण्ड फिर पकड़ा और उसे चूम कर प्यार करने लगी . उसने धीरे धीरे हिला हिला कर लण्ड खड़ा कर दिया .
सपना बोली :- दीदी अब तुम चुदाओ, मैं देखूँगी
मैं बोली :- ठीक है पर तू बीच बीच में हेल्प करती जा ? सपना जितने दिन तक रही , परे पति से खूब चुदवाती रही . जाते जाते वह बोली दीदी अगली बार , जीजू ने जितना मुझे चोदा है, उतना ही मेरा हसबैंड तुझे चोदेगा ? उसके लण्ड का पूरा मज़ा मैं तूझे दूँगी जैसे तूने मुझे अपने पति के लण्ड का दिया है .
एक सुमन चौधरी मेरे घर आ गया . मेरे पति ने मुझे उससे मिलवाया . मुझे वो पसंद आ गया . मैं सोंचने लगी की अगर इसकी बीवी मान जाये तो मैं इसके साथ मर्दों की अदला बदली करके चुदवा सकती हूँ . मैंने उससे कहा यार सुमन कभी अपनी बीवी लेकर आओ न ? अपनी बीवी दिखाने में तेरी गांड तो नहीं फटती न ? वह हंसने लगा . साकेत बोला यार बुरा मत मानना मेरी बीवी कभी कभी गाली देकर बात करने लगती है . वह बोला कोई बात नहीं यार ? मेरी बीवी भी इसी तरह प्यार से गाली देती है .
दो दिन बाद वह अपनी बीवी के साथ आ गया . उनको साकेत ने कमरे में बैठाया और मुझे आवाज़ देकर बुलाया .
साकेत और सुमन दोनों उन्हें अवाक होकर देखने लगे ., वे समझ गये की दोनों पक्की दोस्त है .
मैंने कहा :- कविता मेरी कॉलेज के दिनों की दोस्त है . और अब तो तुम दोनों को मालूम हो गया है की हम दोनों एक साथ लड्कों से चुदवाया करती थी . उसके बाद हम चारों ने बैठ कर व्हिस्की पी खूब ढेर सारी बातें की . बीवियों ने खूब गाली बक बक कर मज़ा कराया . थोड़ी देर में हम दोनों अपने अपने कपडे खोल कर एकदम नंगी हो गयी . और फिर उन दोनों ने एक ही कमरे में आमने सामने चोदा एक दूसरे की बीवी ? मुझे सुमन से चुदा कर बड़ा मज़ा आया . कविता को साकेत से चुदा कर बड़ा मज़ा आया .
आज भी हम लोग अक्सर मर्दों की अदला बदली करके चुदवाती रहती है ?
मेरी शादी ३ साल पहले हुई थी . मेरे पति का नाम है साकेत . वह ३१ साल के है . कद ५' १०" का है . कसरती बदन है . चौड़ी छाती है और छाती पर घने घने बाल बड़े सेक्सी है . गोर चिट्टे है और हंसमुख स्वाभाव के है . बातें बड़ी मीठी मीठी करते है . मुझे ब्लू फिल्म देखने का बड़ा शौक है . मेरी पति भी ब्लू फिल्म देखने में रूचि रखते है . इसलिए रात में जब हम चोदा चोदी करते है तो अक्सर ब्लू फिल्म चला देते है . जब मेरे पति कहीं बहार चले जाते है तो मैं ब्लू फिल्म ही देखा करती हूँ . चाहे नेट पर देखूं या फिर टी वी पर . ब्लू फिल्म में मुझे दो तह की पिक्चरें ज्यादा अच्छी लगती है . एक तो ग्रुप सेक्स की फिल्मे और दूसरी बीवियों की अदला बदली की फिल्मे ? मैं अक्सर ब्लू फिल्म नंगी होकर ही देखती हूँ .
मुझे कॉलेज के दिनों से ही ब्लू फिल्म देखने का शौक पैदा हो गया था . मैं हॉस्टल के जिस कमरे में थी वहां मेरे साथ एक लड़की थी कविता . वह ब्लू फिल्म की बड़ी शौक़ीन थी . अपने घर जब भी जाती तो ढेर सारी ब्लू फिल्मों की सी दी लेकर आ जाती . फिर हम दोनों लैपटॉप पर देखा करती . फिर धीरे धीरे हम दोनों अपने अपने कपडे उतार कर देखने लगी . उसके दूसरे दिन कविता ने मेरी चूंची पकड़ ली . मैंने उसकी पकड़ ली . फिर वह मेरी चूत सहलाने लगी और मैं भी उसकी चूत पर हाथ फेरने लगी . हम दोनों एक दुसरे से बिलकुल खुल गयी . एक दिन मैंने कहा यार कविता हम लोग चूंची पकड़ने के वजाय, लण्ड पकड़ा करें तो ज्यादा मज़ा आये . उसी दिन हमने सोच लिया की किसी लड़के को फंसाया जाये और फिर उसका लण्ड पकड़ा जाये ? होते करते उसने एक सनी नाम का एक लड़का फंसा ही लिया . लड़का मुझे भी पसंद आया . फिर हमने प्लान बनाया और शहर एक होटल में हम दोनों ने एक कमरा बुक कराया . उसके एक घंटे के बाद सनी भी उसी होटल में ठहरा और अपना कमरा हमारी ही मंजिल पर ले लिया . बस रात को हमने उसे चुप चाप बुला लिया . पहले शराब की बोतल खुली . हमने शराब पीना शुरू किया . उसके साथ सिगरट भी . फिर हमने गाली के साथ बातें शुरू की ताकि माहौल गरम हो जाये ?
कविता :- यार सनी तुम भोषड़ी के बड़े स्मार्ट हो ?
सनी :- नहीं यार मैं तो बस ऐसा ही हूँ . आपको पसंद हूँ यह मेरी खुशनसीबी है .
मैं :- खुशनशीबी तो हमारी है की हमें तेरे जैसा लड़का मिला है बहन चोद .
कविता :- तुमने कभी किसी जवान लड़की को नंगी देखा है ?
सनी :- अभी तक नहीं देखा ?
मैं :- कमाल है यार तूने अभी तक किसी की बुर नहीं देखा ?
कविता :- अच्छा किसी की चूंचियाँ देखी है मादर चोद तूने ?
सनी :- देखीँ नहीं है लेकिन पकड़ी है .
कविता :- ओये होये, तो तूने अँधेरे में ही पकड़ ली चूंचियाँ ? किसकी पकड़ी चूंची तूने माँ के लौड़े ?
सनी :- अपनी भाभी की .
कविता :- कितनी बड़ी बड़ी थी उस भोषड़ी वाली की चूंची ?
सनी :- बस तुम्हारी जैसी ही थी .
कविता :- तो फिर , बहन का लौड़ा, मेरी भी पकड़ कर देखो न भोषड़ी के ?
कविता ने अपनी चूंचियाँ खोल दी और उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंची पर रख लिया . उसे देख कर मैंने भी खोल दी चूंचियाँ ? वह हम दोनों की चूंची बारी बारी से मसलने लगा .
हमें मज़ा आने लगा . हमारे मन की मुराद पूरी हो रही थी . उधर नशा भी चढ़ने लगा . फिर धीरे से कविता उठी और अपनी पैंट खोलने लगी . खोलते हुए बोली यार रूचि इस बिचारे को आज बुर दिखा ही देती हूँ .
वह बोली :- सनी, बोल मादर चोद खाली बुर देखेगा की गांड भी ?
वह बोला :- अब यार दिखाना है तो सबकुछ दिखाओ न भोषड़ी वालियों ?
उसके मुह से जैसे ही हमने गाली सुनी तो चूत में पानी आ गया . चूत एकदम से गरम हो गयी ? कविता उसके आगे बिलकुल नंगी खड़ी हो गयी और गोल गोल घूमने लगी . वह बोलती जा रही थी लो सनी माँ के लौड़े मुझे नंगी देख लो . अच्छी तरह देख लो . सब कुछ देख लो . पकड़ पकड़ कर देख लो . सनी उठा और कविता को अपनी तरफ खींच कर चिपका लिया . तब तक मैं भी नंगी हो गयी . मेरी चूंचियाँ थोड़ी बड़ी थी . वह मेरी ओर लपका और मुझे भी खींच कर चिपका लिया . अब हम दोनों मिलकर उसे नंगा करने लगी . उसका लण्ड तो पहले से ही खड़ा था बहन चोद . हमने उसे पकड़ लिया तो लण्ड एक दम टन्ना गया ,
मैं बोली :- हाय बाबा कितना बड़ा है यार इसका लण्ड ? उसने पकड़ा तो बोली वाओ, कितना मोटा है मादर चोद लण्ड यार ? तूने पहले क्यों नहीं पकडाया अपना लण्ड, सनी ? इसे देख कर तो मैं एकदम से चुदासी हो गयी हूँ डियर ? मेरी चूत ज्यादा देर तक इंतज़ार नहीं कर पायेगी . ऐसा कह कर वह लण्ड चाटने लगी . हम दोनों चाटने लगी लण्ड . अब बिस्तर पर हम तीनो ही नंगी थी . मैंने लण्ड मुह में लिया और फिर निकाल कर कविता के मुह में घुसा दिया . उसने फिर निकाल कर मेरे मुह में डाल दिया . इस तरह हम दोनों एक दूसरे को लण्ड चुसाती रही . कभी लण्ड कभी पेल्हड़ कभी सुपाडा सब का मज़ा लेती रहीं हम दोनों . इतने में कविता ने लण्ड अपनी बुर में पेल और चुदाने लगी . उसने फिर मेरी बुर में घुसेड़ दिया लण्ड मैं चुदाने लगी .
उसके बाद तो ऐसा सिलसिला चला की हम दोनों खूब लण्ड पकड़ने का और चुदाने का मज़ा लेती रहीं . कॉलेज के दिनों में ही करीब ८/१० लण्ड मैं अपनी चूत में पेल चुकी थी . शादी के बाद २/३ साल तक अपने पति से चुदवाती रही पर धीरे धीरे एक ही लण्ड से बार बार चुदवाते चुदवाते बोर होने लगी .
एक दिन मैं अपने पति का लण्ड चाट रही थी और ब्लू फिल्म भी देख रही थी . अचानक मेरे मुह से निकला यार साकेत तुम्हारी इच्छा कभी दो चूत एक साथ चोदने की होती है ? वह बोला हां होती तो है पर क्या करूँ कर नहीं सकता न ? मैंने कहा अगर तुम कहो तो मैं अपनी एक दोस्त से बात करूँ ? शायद वो तुमसे चुदवा ले ? वह बोला हां करके देखो ? उसके बाद मैंने फिर पूंछा अच्छा तुम्हारी इच्छा कभी किसी की बीवी चोदने की होती है ? वह बोला हां बराबर होती है . मेरा एक दोस्त है सुमन चौधरी . उसकी बीवी मुझे बड़ी अच्छी लगती है . मैं उसे चोदना चाहता हूँ यार पर क्या करूँ ? मैं बोली तुम कहो तो मैं कोशिश करती हूँ . उसने हां कर दी . मैं मन ही मन सोंचने लगी की अगर मेरा पति किसी की बीवी चोदने लगे तो फिर मेरा रास्ता खुल जायेगा और मैं भी पराये मर्दों से चुदाने लगूंगी .
इतने में मेरी मामा की लड़की सपना का फोन आ गया . वह बोली दीदी मैं कल आपके पास आ रही हूँ कोलकाता घूमने ? मैंने कहा अरे वाह ? आपका स्वागत है जल्दी आ जाओ . अगले दिन जब सपना आयी तो उसे देख कर मेरे पति की लार टपकने लगी . सपना बड़ी सुन्दर है . गदराये बदन वाली है . गोरी है हंसमुख है और खुल कर बात करने वाली है . वह बोली दीदी मेरे हसबैंड एक हफ्ते के लिए विदेश गये है . सपना मुझे दो साल छोटी है . वह साकेत से जीजू कह कर बात करने लगी और जीजू उस पर लट्टू होने लगे .
सपना :- हाय जीजू तुम तो बड़े स्मार्ट हो ? मुझे पसंद आ गए हो . अगर तुम मुझे शादी के पहले मिल जाते तो मैं तुमसे ही शादी करती ? तुम्हे कहीं और न जाने देती ?
साकेत :- तो फिर तेरी दीदी क्या करती ?
सपना :- अरे जीजू दीद बड़ी खूबसूरत है उसे कोई और मर्द मिल जाता ?
साकेत :- तुमने मेरे अन्दर ऐसा क्या देखा है की मैं तुमको पसंद हूँ ?
सपना :- जीजू मैंने अभी तो बाहर वाला देखा है अन्दर वाला अभी नहीं देखा ? हां जल्दी ही देख लूंगी तब बताऊंगी ( सपना ने यह बात आँख मार कर कही )
साकेत तो बिलकुल फ़्लैट हो गया .
रात को जब मैं बिस्तर पर अपने पति के साथ लेटी थी तो उससे कहा - साकेत यार तुम मेरी बहन चोद लो . साकेत :- यह तुम क्या कह रही हो ? वो मान जाएगी ?
मैं बोली - हां मान जाएगी . वह एक मस्त जवान लड़की है और हर जवान लड़की को लण्ड पसंद आता है .
सपना पटना की है और लण्ड की बड़ी शौक़ीन है ऐसा मैंने सुना है .
साकेत :- अरे वाह ? फिर तो मज़ा आ जायेगा ?
मैं बोली की मैं सपना के पास जा रही हूँ . उससे बात करके देखती हूँ . मैं सपना के कमरे में चली आयी और उससे बातें करने लगी . सपना अस्त व्यस्त लेटी थी . उसकी बड़ी बड़ी चूंचियाँ काफी हद तक नंगी थी .
मैं बोली :- वाओ, कितनी बड़ी बड़ी हो गयीं है तेरी चूंचियाँ ?
वह बोली :- अरे दीदी इनका क्या ये तो ससुरे बढती ही रहती है .
मैं बोली :- लगता है की तेरा हसबैंड इन्हें खूब मसलता है ?
वह बोली :- हां दीदी वो तो इनसे खूब खेलते है .
मैं बोली :- तुम भी तो खेलती होगी उसके लण्ड से ?
वह बोली :- हां दीदी खेलती हूँ .मुझे तो लण्ड बहुत अच्छे लगते है ?
फिर मैंने पूंछा :-तेरे हसबैंड के लण्ड का साईज क्या है ?
वह बोली :- ८" का है लगभग और मोटा भी है . अब तुम बताओ जीजू का कितना बड़ा है दीदी ?
मैं बोली :- मैंने काफी नापा ही नहीं . आज तुम बताओगी उसके लण्ड का साईज ? ये लो इंची टेप . अपने जीजू का लण्ड नाप कर बताओ मुझे ?
वह बोली :- मैं जो कह रही हूँ ठीक कह रही हूँ . मैंने देख लिया की उसकी आँखों में मेरे पति का लण्ड पकड़ने की इच्छा है . मैं बोली देख सपना मैं तो हर रोज़ चुदवाती हूँ तेरे जीजू से ? आज तू अपने जीजू से चुदवा कर देख और मुझे बता की वह कैसा चोदता है ?
सपना ने इंची टेप पकड़ लिया और मेरे साथ आने को तैयार हो गयी . मैं उसे लेकर अपने कमरे में आ गयी . साकेत की ख़ुशी का ठिकाना न था .
साकेत बीच में लेटा और एक तरफ मैं एक तरफ सपना . मैंने अपनी एक टांग उठा कर साकेत की टांग पर रख दिया उसी तरफ सपना ने भी अपनी टांग साकेत की टांग पर रख दी . हम दोनों की नंगी चूंचियाँ उसके दोनों तरफ बदन से टकरा रही थी . इतने में सपना पूरी की पूरी साकेत के ऊपर चढ़ बैठी . फिर उसने अपने सारे कपडे उतार दिया . उसकी बड़ी बड़ी चूंची देख कर साकेत पागल होने लगा . इतने में सपना ने अपनी चूत भी खोल दी . अब वह मादर चोद बिलकुल नंगी नंगी मेरे पति के उपसर चढ़ी बैठी थी . सपना ने साकेत के सारे कपडे खोले और हाथ में लिया उसका टन टनाता हुआ लण्ड . वह बोली अरे दीदी ये तो भोषड़ी वाला पहले से ही खड़ा है ? बड़ा मस्त है दीदी जीजू का लण्ड ? आज मैं इसकी चटनी बनूंगी . इसको अपनी चूत में डाल कर भूनूंगी फिर बनूंगी इसका भरता ? साला बड़ा खूबसूरत लग रहा है ? इसका लाल लाल टमाटर जैसा सुपाड़ा मेरी जान ले रहा है दीदी ? सपना ने लण्ड खूब हिलाया और फिर उसे नापा . वह उछल पड़ी अरे दीदी ये तो बहन चोद ८ १/२" का है . मोटा भी ५" का है . ये तो मेरी चूत का आज ही भोषडा बना देगा ?
मैंने कहा :- तुझे मेरे हसबैंड का लण्ड पसंद आया की नहीं, सपना ?
वह बोली :- तूने गलत लड़की को लण्ड दिखा दिया दीदी ? अब ये लड़की अक्सर अपनी ही बुर में पेलती रहेगी अपने जीजू का लण्ड ? दीदी मैं आज से जीजू का लण्ड चोदना शुरू करती हूँ .
ऐसा कह कर सपना लण्ड अपने मुह में लेकर चूसने लगी . मैं उसकी चूत सहलाने लगी और साकेत उसकी चूंची मसल मसल कर मज़ा लेने लगा . उधर साकेत को ताव आ गया . उसने करवट ली और सपना को नीचे करके उसकी टांगें फैलाकर उ सकी गांड के नीचे दो तकिया लगाकर अपना लण्ड उसकी चूत में पेल दिया और चोदने लगा . मैंने देखा की उसने एक ही बार में पूरा लौड़ा घुसा दिया .
सपना चिल्ला पड़ी - अबे मादर चोद साले तेरी माँ का भोषडा , तेरी बहन को लण्ड, साला गांडू कहीं का एक ही बार में घुसा दिया पूरा लण्ड ? मेरी चूत की कोई परवाह नहीं की . तेरी माँ की चूत जीजू ? तेरी बहन की बुर, भोषड़ी के जब मैं तेरी माँ चोदूंगी तब पता चलेगा तुझे बहन चोद ? उसने भी दो तीन बार अपनी गांड उछाली और फिर बोली हां ठीक है माँ के लौड़े अब चोद देखती हूँ तेरी गांड में कितना दम है ? तेरे लाँड में कितना दम है ? जोर जोर से पेल साले कुत्ते दनादन्न चोद जैसे तू अपनी बीवी चोदता है . साकेत का लण्ड उसकी गालियाँ सुन सुन कर और टन टनाता जा रहा था . उसे और जोश आ रहा था . साकेत को आज पहली बार किसी की बुर चोदने के इतना मज़ा आ रहा था .
थोड़ी देर में सपना ऊपर आ गयी और उसके लण्ड पर बैठ गयी . वह बोली हां अब मैं लूंगी बदला ? अब मैं चोदूंगी तेरा लण्ड वह थोडा झुकी और कूद कूद कर लण्ड चोदने लगी . मैं पीछे खड़ी हुई उसकी उछलती हुई चूंचियाँ सहला रही थी . सपना बिलकुल रंडी की तरह चुदाने में जुटी थी . थोड़ी देर वह बोली मादर चोद जीजू अब तुम मुझे पीछे से चोदो ? और हां मेरी गांड न मारना ? अभी मैं बुर चुदाने के मूड में हूँ गांड मराने के मूड में नहीं हूँ ? साकेत उसे पीछे से चोदने लगा . सपना की चूत से लार टपकने लगी . मैं समझ गयी की अब वह भी झड़ने वाली है . अचानक उसकी चूत ने पानी छोड़ ही दिया . वह घूम गयी और लण्ड का सड़का मारने लगी . थोड़ी देर लण्ड ने पिचकारी छोड़ ही दी जिसे उसने अपने मुह में ले लिया . फिर हम दोनों मिलकर लण्ड चाटने लगी .
एक घंटे के बाद सपना ने लण्ड फिर पकड़ा और उसे चूम कर प्यार करने लगी . उसने धीरे धीरे हिला हिला कर लण्ड खड़ा कर दिया .
सपना बोली :- दीदी अब तुम चुदाओ, मैं देखूँगी
मैं बोली :- ठीक है पर तू बीच बीच में हेल्प करती जा ? सपना जितने दिन तक रही , परे पति से खूब चुदवाती रही . जाते जाते वह बोली दीदी अगली बार , जीजू ने जितना मुझे चोदा है, उतना ही मेरा हसबैंड तुझे चोदेगा ? उसके लण्ड का पूरा मज़ा मैं तूझे दूँगी जैसे तूने मुझे अपने पति के लण्ड का दिया है .
एक सुमन चौधरी मेरे घर आ गया . मेरे पति ने मुझे उससे मिलवाया . मुझे वो पसंद आ गया . मैं सोंचने लगी की अगर इसकी बीवी मान जाये तो मैं इसके साथ मर्दों की अदला बदली करके चुदवा सकती हूँ . मैंने उससे कहा यार सुमन कभी अपनी बीवी लेकर आओ न ? अपनी बीवी दिखाने में तेरी गांड तो नहीं फटती न ? वह हंसने लगा . साकेत बोला यार बुरा मत मानना मेरी बीवी कभी कभी गाली देकर बात करने लगती है . वह बोला कोई बात नहीं यार ? मेरी बीवी भी इसी तरह प्यार से गाली देती है .
दो दिन बाद वह अपनी बीवी के साथ आ गया . उनको साकेत ने कमरे में बैठाया और मुझे आवाज़ देकर बुलाया .
- मैं जैसे कमरे में घुसी, उसे देखा तो मुह से निकला :- अरे तू बहन चोद कविता ?
- वह बोली :- वाओ, तू भोषड़ी की रूचि . तू इतनो दिने से कहाँ अपनी माँ चुदा रही थी, बहन चोद ? क
- और तू कहाँ कहाँ अपनी गांड मरा रही थी . तूने मेरी सुध नहीं ली कभी ?
- मुझे क्या मालूम था की तू यहाँ इस शहर में चुदाती घूम रही है ? क
- तेरी तो चूंची भी मादर चोद बड़ी बड़ी हो गयी है .
- तेरी क्या अभी छोटी ही है . देखो न साली तीन तीन किलो की है तेरी चूंची ? क
- याद है जब तू चूंची के बीच लण्ड पेला करती थी .
- और तू चुदाने के पहले ही एक बार लण्ड पी कर देख लेती थी . क
- और तू लण्ड चाटने से शुरू करती थी और लण्ड चाटते हुए ख़तम करती थी .
- तुझे तो गांड भी मराने का शौक था बहन चोद ? क
- वह शौक भी तुम्ही ने पैदा किया था मुझमे ?
- अच्छा अब भी मरवाती है गांड की नहीं ? क
- यार जो मज़ा चूत चुदाने में है वो गांड मराने में कहा ? बस स्वाद बदलने के लिए कभी कभी मरा लेती हूँ .
साकेत और सुमन दोनों उन्हें अवाक होकर देखने लगे ., वे समझ गये की दोनों पक्की दोस्त है .
मैंने कहा :- कविता मेरी कॉलेज के दिनों की दोस्त है . और अब तो तुम दोनों को मालूम हो गया है की हम दोनों एक साथ लड्कों से चुदवाया करती थी . उसके बाद हम चारों ने बैठ कर व्हिस्की पी खूब ढेर सारी बातें की . बीवियों ने खूब गाली बक बक कर मज़ा कराया . थोड़ी देर में हम दोनों अपने अपने कपडे खोल कर एकदम नंगी हो गयी . और फिर उन दोनों ने एक ही कमरे में आमने सामने चोदा एक दूसरे की बीवी ? मुझे सुमन से चुदा कर बड़ा मज़ा आया . कविता को साकेत से चुदा कर बड़ा मज़ा आया .
आज भी हम लोग अक्सर मर्दों की अदला बदली करके चुदवाती रहती है ?
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