- नेहा ने थोड़ी शराब पी फिर दूसरा एक लंबा कस लिया और धुंआ निकालती हुई बोली :- सुना है तुम लड़कियां चोदते हो ? (उसका पहला सवाल ही बड़ा दमदार निकला )
- हां आपने ठीक सुना है . मैं लड़कियां चोदता हूँ . इसलिए कि मुझे चोदने के लिए लड़कियां आसानी से मिल जाती है और अच्छी अच्छी लड़कियां मिल जाती है .
- किस तरह कि लड़कियां चोदते हो ?
- लड़कियां तो यार लड़कियां होती है . जवान होती है बस और क्या ? उसमे किस तरह का सवाल क्या ?
- सवाल है ? लड़कियां तो बाज़ार में भी मिलती है . घर में पास पड़ोस में भी मिलती है . यार दोस्तों के यहाँ मिलती है . नाते रिस्ते दारों में मिलती है ? तुम कहाँ कि लड़कियां लेते हो ?
- मैं कॉलेज में एक प्रोफ़ेसर हूँ . मुझे सबसे ज्यादा कॉलेज कि लड़कियां मिलती है . कॉलेज चाहे मेरा हो या फिर कोई और ? लड़कियों कि सहेलियां भी चुदाने आ जाती है .
- क्यों ऑफिस कि लड़कियां नहीं चोदते हो क्या ?
- जरुर चोदता हूँ पर वे मुझे बहुत कम मिलती है .
- सुना है कि लड़कियों कि माँ भी चोदते हो ?
- बहुत कम ? केवल उन लड़कियों कि माँ चोदता हूँ जो मुझसे अपनी माँ चुदवाती है ?
- क्या लड़कियां अपनी माँ भी चुदवाती है .
- बेशक ? ये तो हकीकत है . अरे कुछ माँ तो ऐसी है जो लड़कियों से कहती है कि मुझे अपने सर से चुदवाओ ? मैंने खुद अपने कानो से सुना है .
- क्या भाभियाँ या फिर शादीशुदा औरतें भी चोदते हो ?
- हां बिलकुल, उन्हें तो चोदने में और ज्यादा मज़ा आता है .
- क्या मतलब ? ज्यादा मज़ा कैसे आता है ?
- देखो एक तो उन्हें कोई डर नहीं होता इसलिए खुल कर और मन लगा कर चुदवाती है . दूसरे में सब चुदी चुदाई होती है . उन्हें चुदाई का पूरा पूरा अनुभव होता है . इसलिए वे खूब मज़ा ले ले कर चुदवाती है ?
- कॉलेज कि टीचरों को भी चोदते हो क्या ?
- हां चोदता हूँ लेकिन ज्यादा नहीं बस उनको जिनसे नजदीकियां बन जाती है .
- तुमने कभी नमिता मैम को चोदा है ?
- अभी तक तो नहीं चोदा ?
- अब चोद लो क्योंकि वो तुमसे चुदवाना चाहती है .
- ऐसा क्या है मुझमे जो मुझसे चुदवाना चाहती है ?
- तुझमे कुछ नहीं है तेरे लन्ड में है ? तुम क्या समझते हो कि ये सारी लड़कियां तुमसे तुम्हारी वज़ह से चुदवाती है ? नहीं ऐसा नहीं है . वे सिर्फ तुम्हारे लन्ड कि वज़ह से चुदवाती है .
- अरे वाह ? ये बात तो मुझ मालूम ही नहीं थी .
- देखो लड़की हो या औरत हर एक तो चाहिए एक बड़ा और बढ़िया लन्ड ? तेरा लन्ड बड़ा भी है यानि लंबा और मोटा है ? बढियां भी है कि वह देखने में बड़ा खूबसूरत है और चोदने में दमदार है ?
- पर तुमने तो कभी मेरा लन्ड देखा ही नहीं ?
- जिन लोगों ने देखा है मैं उनकी बात बता रही हूँ .
- तो क्या वे सब तुमको मेरे लन्ड के बारे में बताती है ?
- अब मैं बताऊंगी उन्हें तेरे लन्ड के बारे में ? चल दिखा मुझे अपना लन्ड भोषड़ी के ?
कविता बोली :- अरे नेहा, देखा तुमने शेखर का लौड़ा ?
वह बोली :- नहीं यार अभी नहीं देखा ? देखने जा ही रही थी कि तू आ गयी .
कविता बोली :- अच्छा अब मैं खोल कर दिखाती हूँ तुम्हे शेखर का लौड़ा ? अरे हां इससे मिलो ये है रज़ा मेरा बॉय फ्रेंड ? मैं तुम्हे इसका लौड़ा भी दिखाने आयी हूँ . मैं समझी कि अभी तुम शेखर से चुदवा रही होगी ? मैं पहुँच कर रज़ा का लौड़ा तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी . पर तेरी गाड़ी बहन चोद, बड़ी लेट चल रही है .
कविता ने उसकी ब्रा खोल दी . उसकी पैंटी उतार दी . अब नेहा एकदम नंगी हो गयी . उसे देख कर मेरा लौड़ा उछलने लगा . कविता फिर मेरी ओर बड़ी और मेरे सभी कपडे उतारने लगी . बाद में जब उसने लौड़ा खोल कर निकाला तो मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा . नेहा ने दौड़ कर पकड़ लिया लन्ड बोली वाओ, कितना प्यारा है लन्ड ? बहन चोद बड़ा मस्त है ? बड़ा मोटा है बड़ा कड़क है मादर चोद ? कविता यार तुमने सही कहा था कि शेखर का लन्ड केवल लड़कियां ही नहीं पसंद करती बल्कि उनकी माँ भी पसंद करती है . अब मैं समझी कि उनकी माँ क्यों चुदवाती है अपना भोषडा ? हाय इतना बढ़िया लन्ड सामने हो तो कोई क्यों नहीं चुदायेगा ? नेहा मेरा लन्ड चाटने लगी . उधर कविता ने अपने सारे कपडे उतार कर नंगी हो गयी ., उसकी चूत उसकी चूंची देख कर मेरा लन्ड और मस्ती में आ गया . कविता ने रज़ा को नंगा किया उसका लौड़ा हाथ में लिए और सहलाने लगी . उसका भी लौड़ा मस्त लग रहा था .,
नेहा बोली :- अरी बुर चोदी कविता तू कैसे बड़े बड़े लन्ड वाले लड़के ढूंढ लेती है .
कविता बोली :_ जानती हो यार १० लन्ड पकड़ती हूँ तब कही जाकर एक बढ़िया लन्ड मिलता है . मैं एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती हूँ . मैं हर एक लड़के पर नज़र रखती हूँ . स्मार्ट लड़कों के लन्ड जरुर पकड़ती हूँ . मेरी दो चेलियां है . रेखा और सना दोनों लन्ड पकड़ने में माहिर है . वे मुझे लन्ड सप्लाई करती है . जो भी लड़का मेरे घर आता है मैं उसका लन्ड जरुर पकड़ लेती हूँ . अगर मुझे लन्ड पसंद आ जाता है तो उसे बार बार पकड़ती हूँ . उससे चुदवाती हूँ . उससे अपनी दोस्तों कि बुर भी चुदवाती हूँ . जैसे आज मैं तेरी बुर शेखर और रज़ा से चुदवा रही हूँ . वे दोनों कुछ लड़कियों कि माँ को भी लन्ड सप्लाई करती है.
अब मैं नेहा के ऊपर चढ़ बैठा . उसकी भी चूत में जबर्दस्त आग लग चुकी थी . मैंने लौड़ा चूत में मुंह पे रखा और एक जोर का धक्का मारा तो लौड़ा गप्प से घुस गया . नेहा चिल्ला पड़ी उई माँ, फट गयी रे ? इतनी जोर से धक्का मारा भोषड़ी के ? ये चूत है तेरी माँ का भोषडा नहीं है साले ? धीरे से पेलने में तेरी गांड फटती है क्या ? तुम क्या समझते हो कि मेरी चूत तेरा बर्दास्त नहीं कर सकती ? अरे माँ के लौड़े पहले डी २/३ बार धीरे से पेलो और फिर अपनी गांड से जोर लगा कर जल्दी जल्दी पूरा पेलो . मेरी चूत तेरा लन्ड क्या तुझे भी घुसेड़ लेगी अपने अंदर ? चल ठीक है अब चोद जितनी जल्दी से चोद सकता है तू ? मुझे वाकई नेहा कि बुर बिलकुल मक्खन मलाई लग रही थी . उसकी चुदाने कि स्टाइल बड़ी अच्छी लग रही थी . उसकी उछलती हुई चूचियाँ देखने में मज़ा आ रहा था . मेरे बगल में कविता भी भकाभक चुदवाने में जुटी थी . वो अपने हाथ से मेरे पेल्हड़ सहलाने लगी . बीच बीच में मेरा लन्ड चाटती जा रही थी .
कविता बोली :- हाय नेहा तुझे लौड़ा पसंद आया ? शेखर कि चुदाई अच्छी लग रही है ?
नेहा बोली :- हां यार बड़ा मस्त लौड़ा है . इतनी बढ़िया चुदाई मैं पहली बार कर रही हूँ . बड़ा मस्त चोदता है भोषड़ी वाला ? अब मुझे मालूम हुआ कि तुमने कितना मज़ा लिया होगा इस लौड़े का ?
कविता बोली :- हां यार ? मैंने खूब चुदवाया है शेखर से ? मुझे मज़ा आया इसलिए मैंने तुमसे चुदवाने के लिए कहा ? मुझे जो लौड़ा बहुत अच्छा लगता है वो मैं तेरी बुर में जरुर पेलती हूँ . कविता गपागप रज़ा से चुदाने में जुटी है . वह मज़ा लूट रही है . रज़ा भी बहन चोद बड़ा चोदू लड़का है .
कविता फिर बोली :- नेहा , अभी मैं तेरी बुर चोदूँगी उसमे रज़ा का लौड़ा पेल कर ?
नेहा बोली :- हां हां तू पेल ले मेरी बुर में रज़ा का लन्ड . मैं तो रज़ा के लन्ड कि माँ चोदूंगी ? रात भर इसी मौज़ मस्ती से कविता और नेहा ने चुदवाया .
एक दिन मैं कॉलेज कैम्पस के एक कोने में घूम रहा था . वहाँ के दिवार थी . मैं उसके पीछे था . आगे दो लड़कियां रीता और नीता खड़ी हुई बात कर रही थी , वहाँ से एक लड़का आ रहा था . उन लड़कियों ने उसे बुलाया और उससे छेड़खानी करने लगी .
रीता :- तेरा क्या नाम है मादर चोद ? क्या तुम इसी कॉलेज में हो ?
वह बोला :- हां मैं इसी कॉलेज का स्टूडेंट हूँ . मेरा नाम है पंकज ?
नीता :- तू कब से यहाँ अपनी माँ चुदा रहा है भोषड़ी के ?
पंकज :- यह मेरा पहला साल है .
रीता :- तू साल वहाँ क्यों पेशाब कर रहा था . मूतने के लिए बाथ रूम क्यों नहीं जाता, माँ का लौड़ा ?
पंकज :- बहुत जोर से लगी थी इसलिए कर लिया ?
रीता - लौड़ा खोल कर किया था न ?
पंकज :- हा खोल कर किया था . बिना खोले कैसे करता ?
नीता :- कितना बड़ा है तेरा लौड़ा ? खोल कर दिखा अपना लन्ड बहन चोद ?
रीता ने अपनी जींस कि दो बटन खोली और बोली :-अच्छा ले पहले ले मेरी झांटें ? शायद तेरे लन्ड में जोश आ जाये ? अच्छा चल ये बता चोदना आता है तुम्हे भोषड़ी के ?
पंकज :- हां आता है ? लेकिन ठीक से नहीं आता . मुझे सिखा दो न प्लीज ?
नीता बोली :- जा भोषड़ी के पहले अपनी माँ से चुदाना सीख कर आ ?
तब तक कोई आ गया और वे भाग गयी .
बाद में मैंने उन दोनों लड़कियों को अपने कमरे में बुलाया .
मैंने कहा सुनो रीता और नीता मुझे चोदना आता है . वे दोनों हंस पड़ी और फिर मैंने उन दोनों को अगले दिन अपने घर बुलाया ? दोनों खूबसूरत और मस्त जवान लड़कियां थी . मेरा मन उन्हें चोदने का तभी हो गया था जिस दिन वे पंकज से छेड़खानी कर रही थी .
मैंने कहा :- तो फिर पंकज को आपने चोदना सिखाया ?
रीता :- नहीं सर, वो मजाक था पर आज वास्तव में चोदना सीखने आयी हूँ ?
नीता :- सच बात तो यह है सर, कि हम दोनों बड़ी मादर चोद है . हरामजादी है , बदचलन है , लन्ड पकड़ने कि लत लग गयी है हमें ?
रीता :- हां सर , हम बड़ी चुदक्कड़ हो गयी है . अब सर हमें जल्दी से पिलाओ ?
हमने फ़ौरन व्हिस्की का इंतज़ाम किया और एक एक पैग पकड़ा दिया .
रीता :- नहीं सर, हमें शराब नहीं लौड़ा पिलाओ ? मैं शराब कम लन्ड ज्यादा पीती हूँ .
नीता :- हां सर, पहले थोडा लन्ड पी लूं फिर शराब पियूंगी .
इतने में दोनों ने अपने अपने कपडे उतार दिया और मुझे भी नंगा कर दिया . दोनों मिलकर पीने लगी मेरा लन्ड ?
=०=०=०=०=००=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
0 comments: