Friday, October 18, 2013

अपनी माँ चुदा रही हूँ, अब्बू

मैं अपनी दोस्त नगमा के घर बैठी हुई उसके अब्बू का लण्ड सहला रही थी .  नगमा अपने अब्बू के दोस्त का लण्ड सहला रही थी . हम दोनों ही नंगी थी . हमारे सामने दोनों लण्ड अजगर सांप की तरह मोटे मोटे अपना मुह उठाकर फुफकार रहे थे .
मैंने कहा - यार नगमा आज तेरे अब्बू का लौड़ा कुछ ज्यादा ही गुस्से में है ?
वह बोली - इतने दोनों के बाद आओगी तो गुस्सा होगा ही  ? जल्दी जल्दी आया करो अपनी माँ चुदाने ?
मैंने कहा - हां यार तुम ठीक कह रही हो . अब आया करुँगी . अभी मैंने तेरे शौहर से चुदाया है.  बड़ा मज़ा आया यार ? कितना हलब्बी लण्ड है उसका  ? मेरी तो चूत फटने ही वाली थी की वह झड गया . अब मैं तेरे अब्बू का लण्ड अपनी माँ के भोषडा में पेलना चाहती हूँ . मेरी माँ बिचारी बहुत चुदासी रहती है .
वह बोली :- हां मैं यही तो कह रही हूँ . यहाँ तो रोज़ आओ और चुदाओ अपनी माँ ? अब्बू होंगे तो अब्बू चोदेंगे , अब्बू नहीं होंगे तो मेरा मियां चोदेगा , मेरा मियां नहीं होगा तो उसका दोस्त चोदेगा ? यार मेरे घर में हर समय कोई न कोई चोदने वाला रहती ही है . यहाँ तो सबकी बुर कारखाने की तरह चोदी जाती है . जिसको कहीं और लण्ड नहीं मिलता उसे मेरे घर में लण्ड मिल जाता है . क्योंकि मेरे घर में मर्दों का आना जाना बहुत रहता है . दर्ज़नों लण्ड यहाँ हर रोज़ बुर चोदते है . कुछ लड़कियां तो यहाँ से गांड मरवा के  भी जाती है .  और सुनो, एक तुम ही नहीं हो, यहाँ कई लड़कियां आती है अपनी माँ चुदवाने ? कुछ औरतें भी आती है अपनी बेटियां चुदवाने ? कुछ लड़कियां तो केवल मुठ्ठ मारने और लण्ड पीनी आती है . इतने में मेरी माँ आ गयी . उसने अपने कपडे उतारे और मेरे हाथ से लण्ड ले लिया . नगमा में अब्बू का लण्ड मेरी माँ को भी पसंद है . अम्मी ने लण्ड चाटा चूसा और फिर मैंने उसकी टाँगे फैलाकर लण्ड उसके भोषडा में घुसेड़ दिया . बस अंकल चोदने लगे और अम्मी मस्ती से चुदाने लगी .
अचानक मेरा मोबाईल बज उठा . मैंने देखा तो फोन अब्बू का था .
मैंने कहा :- हां अब्बू बोल भोषड़ी के ? क्या बात है ?
वह बोला  :- क्या कर रही हो  तू इतनी देर से बहन चोद, फिजा ?
मैंने जबाब दिया :-  अपनी माँ चुदा रही हूँ , अब्बू .
वह बोला :- तेरे पास माँ चुदाने के अलावा और कोई काम नहीं है क्या ?
मैं  बोली :- माँ चुदाना पहले बाकी काम बाद में समझे भोषड़ी के, अब्बू .
अब्बू बोला :- तुझे शर्म नहीं आती अब्बू से इस तरह से बात करते हुए ?
मैं बोली :- अच्छा अब तू मुझे शर्म की बात सिखाएगा ? जब तू शराब पीकर मेरे सामने नंगा खड़ा हो जाता है तब तुझे शर्म नहीं आती ? जब तू अपना लण्ड मेरे मुंह में डालता है तब तुझे शर्म नहीं आती ? मेरी बुर में लण्ड पेलता है तब तुझे मादर चोद शर्म नहीं आती ? जब अपने दोस्तों के लण्ड मुझे पकडाता है तब तुझे शर्म नहीं आती ?  अपने दोस्तों से मुझे चुदवाता है तब तुझे शर्म नहीं आती ?  तू तो शराब पीकर पडा रहता है . अपने दोस्तों से अपनी बीवी चोदने के लिए कहता है  कुछ तो साले चोद के चले जाते है और कुछ  बहन चोद शराब में टुन्न पड़े रहते है . न उनकी गांड में दम होती है और न उनके लांड में ? चोद तो पाते नहीं भोषड़ी वाले ? ऐसे में मेरी अम्मी बिचारी चुदासी रह जाती है . तब मुझे अपनी माँ चुदाने के लिए बाहर जाना पड़ता है भोषड़ी के अब्बू ? जब माँ एक बार चुदा लेती है तब वह काम करती है . यही हाल मेरा भी है मैं भी चुदाने के बाद ही काम करती हूँ . तू मादर चोद शराब पीकर पडा रह . तेरे मुकद्दर में चोदना नहीं है . हम दोनों की चूत का मज़ा गैर मर्द लूटते है और लूटते रहेंगे ?
दोस्तों, मैं फिजा हूँ २४ साल की एक बेहद खूबसूरत जवान लड़की . मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ . मेरा खानदान बहुत बड़े घराने का है . हमारे पास धन दौलत की कमी नहीं है . इसीलिए शायद मेरे अब्बू को शराब पीने ली लत पड़ गयी . उसे ऐय्यासी करने की आदत हो गयी . पहले वह रंडियां चोदा करता था . बाद में वह घर में ही ऐय्यासी करने लगा .  सबसे पहले उसने अपनी साली की बुर चोदी . उसकी साली यानी मेरी खाला भी जवान थी उसे भी लण्ड का शौक हो गया था . उसने अब्बू को बढ़ावा दिया और अपनी सहेलियाँ भी अब्बू से चुदवाने लगी . उसके बाद अब्बू  अम्मी फरीदा की सहेलियों पर हाथ आजमाने लगा . एक फंसी तो फिर कई फंसती चली  गयी . अब्बू उन्हें भी चोदने लगा . अब धीरे धीरे अब्बू को शराब पीने की लत पड़ने लगी . उसके दोस्त भी घर आने जाने लगे तो उनकी नज़रे मेरी अम्मी पर पड़ती  . कुछ लोगों की नियत ख़राब होने लगी . और एक दिन जुम्मन अंकल ने मेरे अब्बू से कह ही दिया यार आदिल तेरी बीवी ने मेरा जीना हराम कर दिया है . मैं उसे मन ही मन चाहने लगा हूँ . अब्बू ने जबाब दिया यार मन ही मन क्यों खुले आम चाहो उसे . खुल कर बोलो क्या चाहते हो ? दोनों नशे में थे . इसलिए दिल की बात बाहर आ गयी . जुम्मन बोला यार मैं तेरी बीवी चोदना चाहता हूँ . अब्बू ने कहा बस ? तो इसमें क्या है चोदो मेरी बीवी . मेरे सामने चोदो मेरी बीवी ? हां एक शर्त है . जुम्मन बोला हां बताओ मैं हर शर्त मानने के लिए तैयार हूँ . अब्बू ने कहा मैं भी तेरी बीवी चोदूंगा . वह फ़ौरन तैयार हो गया . ये बातें मेरी अम्मी बैठी बैठी सुन रही थी . उसने कोई आपत्ति नहीं की क्योंकि उसे भी एक अच्छे लण्ड की जरुरत थी .  अब्बू के कहने पर अम्मी ने चुदवा लिया . अब्बू उसकी बीवी चोदने लगा . इस तरह अब्बू ने अपने कई दोस्तों के साथ किया . अम्मी को भी नए नए लण्ड का मज़ा आने लगा .
तब तक मैं जवान हो गयी . मेरी उम्र २१ साल की हो गयी ? तब एक दिन मैंने उसका लण्ड देख लिया . उसके दोस्तों के लण्ड देख लिए  तो मेरी भी चूत में चुलबुलाहट होने लगी . मैं रात में सोती तो मेरे आँखों के आमने लण्ड नाचने लगते ? एक दिन मैंने अम्मी को चुदवाते हुए देख लिया तो उसने मुझे खुद ही अंदर बुलाया और बड़े प्रेम से मुझे समझाते हुए लण्ड पकड़ा दिया . बस मैं लण्ड पाकर उसी में शमा गयी . मैं भी लण्ड पकड़ने लगी हिलाने लगी चाटने लगी और चूसने लगी लण्ड ?  फिर एक दिन अम्मी ने धीरे से एक लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया . उस दिन से मैं चुदवाना भी सीख गयी .  एक बार रात को मैंने जोश में आकर अब्बू का लण्ड पकड़ लिया . उसे मुंह में ले लिया और खूब चूसा . मेरे सामने अम्मी उसके दोस्त का लण्ड चूस रही थी . उसके बाद अब्बू भी मेरी चूत में लण्ड पेलने लगा .
इस तरह इधर अम्मी की आग बढती गयी . उसे गैर मर्दों से चुदाने की आदत पड़ गयी उधर अब्बू शराब पीने में ज्यादा मस्त हो गया . धीरे धीरे उसकी चोदने की ताकत कम होने लगी . उसके कुछ दोस्त जो शराब नहीं पीते थे वे अम्मी को चोदने लगे और मुझे भी . और अब हाल यह है की अब्बू शराब की वजह से उसका लण्ड ढीला हो गया है . उसके दोस्त भी उस तरह नहीं चोद पाते जैसे पहले चोदते थे . इसलिए अब मुझे अपने लिए और अम्मी के लिए लण्ड की तलास करनी पड़ती है . नगमा मेरी एक ऐसी दोस्त है जिसके घर में चुदाई का माहौल रहता है . मैं जब कब अम्मी को लेकर वहां जाती हूँ और चुदवा कर चली आती हूँ . अम्मी को भी वहां आने वाले बड़े मजे से चोदते है . नगमा का शौहर मुझे बहुत पसंद है मैं उसे लण्ड की दीवानी हो गयी हूँ . उसका लण्ड खड़ा होने पर बहन न्चोद ८" से बड़ा ही जाता है . उसका अंडाकार  सुपाड़ा तो मेरी जान ले लेता है .मुझे इतना पसंद है की मैं उसे बड़ी देर तक चूसती रहती हूँ . लण्ड क्या मादर चोद बिलकुल तोप है और  सुपाड़ा तोप का गोला ? नगमा खुद अपने सामने मेरी बुर अपने मियां से चुदवाती है . मैंने उससे वादा की है की जब मेरी शादी हो जाएगी तो मैं अपने हसबैंड का लण्ड उसकी बुर में पेलूँगी . नगमा का अब्बू भी साला एक मुस्टंडे लण्ड का मालिक है . मुझे उसका लण्ड भी बड़ा प्यारा लगता है और मेरी अम्मी तो उससे खूब चुदवाती है . कभी कभी हम दोनों मिलकर उससे चुदवाती हैं . मैं अम्मी के भोषडा में घुसेड़ देती हूँ लण्ड और अम्मी मेरी बुर में घुसा देती है .
वह इतवार का दिन था . सुबह के ११ बजे थे . मैं बाथ रूम से अपनी झांटें बनाकर नहा धोकर निकली थी . एलास्टिक का एक पेटीकोट अपनी चूंचियों तक खींच ली थी . इतने में डोर बेल बजी . मैंने दरवाजा खोल दिया . सामने दो जवान लड़के खड़े थे . लड़के बड़े तगड़े तंदुरुस्त और स्मार्ट  थे . मेरा दिल उनपर देखते ही आ गया . वे अन्दर घुस आये .
  • पहला बोला - यार माल तो बहुत बढ़िया है . चूंचियाँ एकदम टना टन्न है . मामू ने सही कह रहा था . 
  • दूसरा बोला :- ऐसे कैसे मालूम ? माल को खोल करके देखो न ? नंगी करो बुर चोदी को ?
  • पहला - हां यार लो पहले चूंची देखो . उसने मेरा पेटीकोट नीचे खींच दिया . मेरी दोनों चूंची नंगी हो गयी .
  • दूसरा - अरे  वाह कितनी बड़ी बड़ी है बहन चोद चूंचियाँ ? लाओ मैं इन्हें और बड़ा कर दूं मेरी रानी ?
  • मैंने कहा :- तुम लोग कौन हो . मेरे साथ ऐसा क्यों  कर रहे हो ?
  • पहला - हम लोग मर्द है भोषड़ी की ? देख नहीं रही हो ? तेरी बुर चोदने आये है . 
  • दूसरा  - हम लोग लण्ड वाले है माँ की लौड़ी ? अभी बताता हूँ . बुर के साथ हम गांड भी चोदेंगे ?
  • पहला - चलो यार पहले इसकी चूंची पीकर देखते है . दोनो  एक एक चूंची पीने लगे .
  • मैं बोली - ये क्या कर रहे हो ? बुलाऊँ किसी को ?
  • पहला - किसको बुलाएगी तू बहन की लौड़ी . मादर चोद ? पहले चुदवा ले फिर बुलाना जिसका मन हो ?
  • दूसरा :- तेरी माँ का भोषडा . ठीक से नुचवा ले चूंची नहीं तो गांड में ठोंक दूंगा दोनों लण्ड ?
  • पहला  - यार इसकी बुर चोदी चूत तो खोलो ? मामू ने इसकी चूत की बड़ी तारीफ की है .
  • दूसरा  - लो देखो इसकी बुर , बहन चोद . कितनी खूबसूरत है ? एकदम चिकनी है बुर ?  
  • दूसरा - अभी अभी क्या इसकी झांटें बनाई है तूने ?
  • मैंने कहा  - हां अभी अभी बनाई है . 
  • पहला - तो तुझे भोषड़ी का कौन चोदने आने वाला है ?
  • मैं बोली - मुझे क्या मालूम ?
  • दूसरा - साली देखो कितनी भोली बन रही है . अपने अब्बू का लौड़ा पीती है . अब्बू से चुदाती है माँ की लौड़ी ? अपने अब्बू के सारे दोस्तों से चुदवाती है तू ? किसका कितना बड़ा लौड़ा है यह भी जानती है तू . नगमा के अब्बू का लण्ड चाटती है तू ? उसका लण्ड अपनी बुर में पेलती है तू . बड़ी चालू है तू ?
  • पहला  - नगमा के मियां से चुदवाती है तू भोषड़ी वाली ? उसके जीजू का लण्ड चूसती है तू मादर चोद ?
  • दूसरा - अपनी माँ चुदवाती है तू ? अपनी माँ के भोषडा में लण्ड पेलती है तू ? माँ चुदवाने  बाहर जाती है तू . नगमा के अब्बू का लण्ड से माँ के भोषडा चोदती है तू .हमारे सामने बड़ी भोली भली बन रही है ?
  • पहला - जुम्मन का लौड़ा भी पीती है तू . उसके दोस्तों के लण्ड भी पीती है तू . 
  • दूसरा - इसकी माँ भी पीती है जुम्मन का लौड़ा ? दोनों बहन चोद बारी बारी से चुदवाती है ?
  • मैं फिर बोली :- अच्छा ठीक है बाबा तुम लोग बड़े मजे से चोदो मुझे लेकिन ठीक से चोदो ? क्योंकि मैं समझ गयी की ये साले मेरा कच्चा चिठ्ठा जानते है .
तब पहला बोला -  देखो फिजा मैं हूँ रियाज़ . जुम्मन मेरा मामू है . उसने मुझे तेरे बारे में सब कुछ बता दिया और कहा की तुम फिजा को खूब मजे से चोद कर आओ . जब मैंने पूंछा की क्या वह मुझसे चुदवा लेगी तो वह बोला फिजा बहुत मस्त लड़की है . चुदाने में उसका कोई मुकाबला नहीं . हा पहले थोडा ना नुकुर कर सकती है पर बाद में खूब जम कर चुदायेगी और इतना चुदाएगी की तेरा लौड़ा मस्त हो जायेगा . तब रास्ते में मैंने अपने दोस्त नियाज़ को लें लिया और आ गया तुम्हे चोदने ? उसकी ये बातें सुन कर मेरी चूत में आग लग गयी ,. मेरी चूंची मचल उठी . मैंने कहा मादर चोद पहले बोल देते तो अबतक तेरा लण्ड मेरी चूत में घुस चूका होता ? वह बोला लेकिन तब इतना मज़ा कहा आता जितना मज़ा तुझे नंगी करने में आया ? बस मैंने फ़टाफ़ट दोनों को नंगा किया और उनके लण्ड सहलाने लगी . दोनों लण्ड  टन्ना कर खड़े हो गये . मैं अपने दोनों हाथों के एक एक लण्ड पकडे हुए बेड रूम चली गयी .
मैं जब बेड रूम पहुंची तो वहां का सीन देख कर दंग रह गयी . मैंने देखा की मेरी माँ भकाभक अपना भोषडा चुदवा रही है . लण्ड उसके भोषडा में बार बार आ जा रहा है . एक और लण्ड उसके मुंह में घुसा है . वह लण्ड चूसते हुए चुदाने में मगन थी .
 मैंने कहा :- अरे वाह मेरी बुर चोदी अम्मी , कितनी देर से चुदवा रही तू भोषड़ी वाली . मुझे तो पता ही नहीं की तू यहाँ लण्ड का मज़ा ले रही है . दो मदों के लण्ड से मस्ती कर रही है तू ? अगर एक लण्ड तू मेरी बुर में घुसा देती तो तेरी माँ चुद जाती क्या ?
वह बोली :- माँ तो तेरी चुद रही है बहन चोद फिजा ? जिसने दो लण्ड तेरे पास भेजें है उसी ने दो लण्ड मेरे पास भी भेजे है . मैंने सोंचा है की मैं इन दोनों से चुदवा कर दूसरी पारी में इन दोनों के लण्ड तेरी बुर में ठोंक दूं .
मैं बोली :-तेरी माँ की चूत अम्मी, तू बड़ी चालक है क्या बहन की लौड़ी . मैं भी इन दोनों से चुदवा कर दूसरे दौर में ये दोनों लण्ड तेरे भोषडा में ठोंक दूँगी ?
माँ ने कहा ये दोनों रफ़ी और  सफी है . दोनों के लण्ड बड़ा मज़ा दे रहे है मुझे . मेरी भी चूत बहुत गरम हो गयी . मेरे हाथ में दो लण्ड थे ही . मैं उनके बीच में बैठ कर बारी बारी से दोनों चूसने लगी ठीक वैसे ही जैसे ब्लू फिल्म में होता है . मुझे लगा की मैं उसकी हिरोइन हूँ . लण्ड बहन चोद बढ़ते ही जा रहे थे . फिर मैं रियाज़ का लौड़ा चूत में पेला और चुदाने लगी . मैं बोली हाय राजा चोदो मुझे अपनी बीवी की तरह ? एक रंडी की तरह चोदो मुझे भोषड़ी वालो . इतना मस्त लौड़ा है तुम दोनों का ? पेल दो पूरा का पूरा मेरी बुर में . देख न जैसे मेरी हरामजादी अम्मी चुदवा रही है वैसे ही मुझे चोदो ? ,मैं अपनी माँ के भोषडा की तरह चुदाना चाहती हूँ . नियाज़ बोला  तब ला मैं चोदता हूँ तुझे मादर चोद ? तेरी बुर का भरता बना देता हूँ मैं . तू भोषड़ी वाली मुझे बहुत बड़ी चुदक्कड़ लड़की लगती है . तेरी माँ का भोषडा बुर चोदी फिजा ? अभी तेरी चूत की गांड फाड़ता हूँ . ऐसा कह कह वह मुझे पटक पटक के चोदने लगा .
उधर अम्मी बोल रही थी :- अबे रफ़ी उधर देख कैसे मेरी बेटी की बुर चोदी जा रही है . मेरी बेटी भी मादर चोद बड़ी मस्ती से चुदा रही है . उसे मोटे मोटे लण्ड बहुत पसंद आते है . ससुरी खुद भी चुदवाती है और अपनी माँ भी चुदवाती है भोषड़ी वाली . तुम लोग उसकी चूत की तरह चोदो मेरा भोषडा ? दोनों लण्ड एक साथ घुसेड दो मेरे इस बेटी चोद भोषडा में ?
 उधर से मैं बोली :- मेरी माँ का भोषडा बहुत शोर करता है इसके मुंह में ठोंक दो लण्ड ?
हम दोनों इसी तरह अनाप सनाप बोल बोल कर चुदवाती रहती है ताकि लण्ड और चूत में जोश बढ़ता जाये ?


०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=००=० समाप्त 


     

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