Sunday, January 25, 2015

दुबारा चुदवाने आईं हूँ,अंकल

कल जब मैं तुमसे चुदवा कर यहाँ से गयी तो रात भर तेरा मस्ताना लण्ड मेरे दिमाग में घूमता रहा, अंकल ?  मैं रात भर ठीक से सो नहीं पायी ? मुझे जाने क्या हो गया
दुबारा चुदवा रही हूँ, अंकल 
है, अंकल ? तेरे लण्ड ने कोई जादू कर दिया है मुझ पर ? देखो न सवेरा होते ही मैं कैसे बदहवास सी तेरे पास दौड़ी चली आई हूँ एक बार फिर तुमसे चुदवाने के लिए।  प्लीज अंकल, एक बार फिर मुझे चोदो। मुझे उसी तरह चोदो ? मुझे दुबारा चोदो। तिबारा चोदो और चोदते रहो ? मैंने तेरे लण्ड की बग़ैर रह नहीं सकती, अंकल ? प्लीज एक बार फिर मेरी चूत में पेलो अपना लण्ड ? मेरे मुंह में घुसेड़ दो अपना लण्ड ? मेरी चूंचियों के बीच घुसा दो अपना लण्ड ? अंकल, तेरे मादर चोद लण्ड ने तो पागल बना दिया है, मुझे ? इतना लम्बा चौड़ा लण्ड, इतना मोटा ताज़ा सख्त लण्ड मैंने अपनी ज़िन्दगी में पहली बार देखा है ? मुझे नहीं मालूम था की लण्ड साला इतना हैंडसम होता है ?  इतना सख्त और इतना खूबसूरत होता है ? मैं तो इससे प्यार कर बैठी हूँ अंकल ? I love your lund too much ? मैं अगर मर्द होती तो तेरे लण्ड से बहुत जलती ? मैं शिकायत करती की हे भगवान तूने इसका इतना बढ़िया लण्ड क्यों बनाया मेरा लण्ड क्यों नहीं बनाया ?
ऐसा कह कर मैंने माइकल अंकल के गले में अपनी बाहें डाल दीं।  मैं उससे बुरी तरह लिपट गयी।  अपने बदन से उसका बदन रगड़ने लगी और उचक कर उसकी चुम्मी लेने लगी । उसने मुझे बड़े प्यार से बैठाया और ड्रिंक्स मेरे सामने रख दी।  हम दोनों ने शराब का एक एक गिलास उठाया, एक दूसरे की आँखों में आँखे डाल कर कहा चियर्स और पीने लगी।
अंकल बोला :- मोनिका, कल तेरे जाने के बाद मैं खुद इस बात के लिए पछताता रहा की मैंने तुझे रोका क्यों नहीं ? अगर रात भर के लिए तुझे रोक लेता तो कितना चा होता ? मुझे तेरे साथ बहुत अच्छा लगा।  वैसे तो मैं कई लड़कियां चोद चुका हूँ लेकिन मुझे जो मज़ा तुम्हे चोदने में आया वह मज़ा किसी और को चोदने में नहीं आया ? तुम जितनी खूबसूरत और सेक्सी हो उतनी ही चुदवाने में भी खूबसूरत और सेक्सी हो मोनिका ? मैं भी रात भर करवटें बदलता रहा और सोंचता रहा की कब सवेरा हो और मैं तुमसे बात करूँ ? सवेरे मैंने बात करने के लिए फोन उठाया भी मगर फिर यह सोंच कर रुक गया की तुम शायद अभी सो रही होगी ?
मैंने कहा :- अंकल मुझे नींद ही कहाँ आ रही थी। मैं तो रात भर चुदासी ही पड़ी रही।  वैसे मैंने भी कई लड़कों से चुदवाया है लेकिन सब भोसड़ी वाले मेरे खलास होने के पहले ही खलास हो जाते थे। एक तेरा ही लण्ड ऐसा है जो मुझे खलास करने के बाद खलास हुआ ? ये तो साला खलास ही नहीं हो रहा था लेकिन जब मैंने प्यार से इसका मुठ्ठ मारा तो साला उगलने लगा मक्खन ?
ऐसा कह कर मैंने दूसरा पैग उठाया और एक ही सांस में गिलास खाली कर दिया। अब मेरे अंदर मस्ती सवार हो गयी और मैं अंकल की गोद में बैठ गयी। वह मेरी चूंचियां ऊपर से ही दबाने लगा और मैं उसके गाल की चुम्मी लेने लगी। मुझे उस पर बड़ा प्यार आ रहा था।  फिर उसने मुझे गोद में उठा कर बेड रूम ले गया और वहां लिटा दिया।  मेरे ऊपर चढ़ कर अपना बदन मेरे बदन पर रगड़ने लगा।  मैंने कहा अरे थोड़ा रुको न मेरे राजा ? कपडे तो उतार लेने दो। मैंने पहले अपने कपडे खोले और फिर उसके ? मैं एक बार फिर उससे लिपट गयी ।  उसके शरीर की गर्मी मेरे शरीर से कम न थी।  मैं उसका लण्ड पकड़ कर बड़े प्यार से हिलाने लगी।  मैं उसे चारों तरफ से घुमा घुमा देखे जा रही थी। 
मेरा प्यार उसके लण्ड पर उमड़ रहा था. तब मैंने लण्ड की चुम्मी ली और उससे बातें करने लगी ? मैंने प्यार से लण्ड पर एक थप्पड़ मारा और बोली हाय मेरे लौड़े मियां यार तूने कौन सा जादू कर दिया है मुझ पर की मैं बिना तेरे सो भी नहीं पाती ? तू तो यहाँ मस्ती करता रहता है बहन चोद यहाँ और मैं वहां तेरे लिए तड़पती रहती हूँ।  उस दिन तो तूने मेरी बुर चोद कर बड़ा मज़ा लिया था। और उसके बाद भूल गया तू मुझे मादर चोद ? वैसे तू भोसड़ा का बुर चोदने में बड़ा एक्सपर्ट हो गया है ? बड़ी दूर तक घुस कर चोदता है बुर ? मैंने फिर प्यार से थप्पड़ मारते हुए कहा बोलो अब तो चोदा करोगे मुझे मेरे लण्ड राजा ? लण्ड मेरी हर बात पर अपना सिर हिला हिला कर हां कहने लगा ? मैंने भी मुठ्ठी में लेकर कहा तू मादर चोद बड़ा खूबसूरत लग रहा है मुझे ? बड़ा मस्त मोटा हो गया है तू ? मैं तुझे कच्चा खा जाऊँगी भोसड़ी के ? बस मैं जबान निकाल कर ऊपर से नीचे तक लण्ड चाटने लगी। पेल्हड़ चाटने लगी और सुपाड़े के चारों तरफ हौले हौले जबान फिराने लगी।
फिर मैंने गप्प से लण्ड अंदर मुंह में घुसा लिया और चूसने लगी लण्ड ?  मुंह के अंदर ही अंदर जबान सुपाड़े पर घुमाने लगी।  बाहर पेल्हड़ पकड़ कर सहलाने लगी।  उधर अपनी चूत मैंने अंकल के मुंह से सटा रखा था वह भोसड़ी का मेरी बुर चाटने लगा।  बुर चटाने का अपना एक अलग ही मज़ा है दोस्तों ? अभी तक अगर आपने अपनी बुर नहीं चटवाई है तो अब चटवा कर देखिये ? ज़न्नत का मज़ा मिलेगा आपको।  उस दिन मैं अंकल को अपनी बुर नहीं चटवा पायी थी लेकिन आज वह कमी पूरी कर रहीं हूँ।  मैं साथ साथ लण्ड के चारों तरफ हाथ फेर रही थी और वह मेरी जाँघों पर भी हाथ फेर रहा था । मेरे चूतड़ों पर हाथ फिरा रहा था और मेरी गांड सहला रहा था।  बड़ी मस्ती का माहौल बन गया हम दोनों के बीच ।
थोड़ी देर में मैं घूम गयी और उसने लण्ड मेरी चूत पर भिड़ा दिया।  उसने जैसे ही एक धक्का मारा लण्ड सट्ट से अंदर जा घुसा ? पूरा पेल दिया लण्ड अंकल ने। बाहर निकाल कर फिर पेल दिया। बार बार यही करने लगा और मस्ती से चुदवाने लगी।  लण्ड मोटा होने के नाते चारों तरफ से चिपक कर घुस रहा था और हर बार मुझे एक नये तर हा मज़ा मिल रहा था।  मैंने मन में कहा हां मैं तो इसी तरह चुदवाना चाहती हूँ अपनी चूत ? मुझे अगर इसी तरह कोई चोदने वाला मिल जाये तो मैं दिन रात चुदवाती रहूंगी बाकी दुनिया जाये भाड़ में और जाये गधे के लांड में ?
कमरे में धच्च धच्च, फच्च फच्च, गच्च गच्च की आवाजें आने लगीं। मैं भी बोलने लगी हाय राजा बड़ा मज़ा आ रहा है।  खूब चोदो मुझे, गांड से जोर लगा के चोदो, अपनी बीवी जान के चोदो, रंडी की तरह चोदो मुझे, मैं तेरी चहेती चूत हूँ मेरा राजा मुझे खूब चोदो, वाओ, हाय रे हां हां और जल्दी जल्दी चोदो, ओ हो ओये ये तो तेरा लौड़ा मेरी बुर फाड़ डालेगा।  बड़े जोर के धक्के मार रहा है भोसड़ी का तेरा लण्ड ? लण्ड की माँ का भोसड़ा अंकल, तेरे लण्ड की गांड मारूंगी मैं साला बड़ा बेरहम है।   मेरी चूत के चीथड़े उड़ा रहा है मादर चोद ? मेरी चूत का बाजा बजा रहा है माँ का लौड़ा ये माइकल इसकी तो बिटिया की बुर ?  हाय दईया कितना मजबूत है तेरा लौड़ा साले ? कितना  ताकतवार  है बहन चोद लण्ड ?
अंकल तो बस तूफ़ान मेल की तरह मुझे चोदने में तल्लीन था। उसको भी मेरी चूत के अलावा दुनिया में कुछ और दिखाई नहीं पड़ रहा था। मैं तो बिलकुल काल गर्ल बन चुकी थी।  रंडी बन गयी थी मैं ?  मैं इतनी मस्त हो गयी थी मेरा मन कह रहा था की अगर एक और लौड़ा साथ में होता तो कितना अच्छा होता ? दो दो लण्ड से एक साथ मैंने आजतक नहीं चुदवाया लेकिन अब मेरे मन में यह बात आ गयी है।  मैं बिलकुल एक porn star की तरह चुदवाना चाहती थी।  उसी तरह झड़ते हुए लण्ड चटाना चाहती थी।  मैं अपने आपको  porn star ही समझने लगी।  ऐसा ख़्याल आते ही मेरी चुदवाने की इच्छा और बढ़ गयी ? मैं और गांड से जोर लगा लगा के चुदवाने लगी। इसका नतीजा यह हुआ की मैं पहले खलास गयी और लौड़ा साला अभी लोहे की तरफ टन्नाया हुआ था।  मैं कुछ बोली नहीं और घूम कर लण्ड हाथ में लिया और फ़टाफ़ट मुठ्ठ मारने लगी।  बस देखते ही देखते लण्ड ने पिचकारी छोड़ दी।  पहली पिचकारी मेरे मुंह में दूसरी भी मेरे मुंह में और फिर बाकी मेरी चूंचियों पर ? मैं झड़ता हुआ लण्ड लॉलीपॉप की तरह चूसने लगी।  मुझे इस समय जंग जीतने जैसा अभिमान हो रहा था।  एक खूबसूरत चमक मेरे चेहरे पर उभर आई।  
मैं उस दिन अंकल के घर पर ही रुक गयी और रात में तीन बार चुदवाया। सवेरे चलते चलते भी एक बार चुदवा लिया।
दो दिन बाद मेरी चूत फिर मचल उठी बोली मेरे अंदर फिर वही लण्ड पेलो ? मुझे चुदवाओ ? मैं अपनी चूत से परेशान होने लगी तो फिर तीसरे दिन अंकल के घर पहुंच गयी।  इस बार जब दरवाजा खुला तो मैंने देखा की अंकल की जगह एक मस्त जवान तगड़ा तंदुरुस्त लड़का खड़ा है। मैं अंदर तो घुस गयी और बैठ भी गयी।  तब वह बोला आप कौन है और आपक क्या काम है।  मैंने जबाब दिया मैं मोनिका हूँ और माइकल अंकल से मिलने आई हूँ।  अंकल कहाँ हैं ? आप कौन है ? मैंने आपको पहले कभी नहीं देखा ? वह बोला मैं अलबर्ट डिसूज़ा हूँ अंकल का स्टूडेंट ? अंकल अभी बाहर गए हैं।  थोड़ी देर में आ सकते हैं। मेरी मियत उस पर ख़राब हो गयी।  मैं सोंचने लगी की अगर इसका भी लण्ड अंकल के लण्ड की तरह हो मज़ा आ जायेगा ? तो फिर क्यों न इससे मैं गन्दी गन्दी बातें करूँ ? थोड़ी गालियां सुनाऊँ इसे शायद इसके लण्ड में उछाल आ जाये ? मैं इतने में बाथ रूम गयी और अपनी ब्रा खोल कर अपने पर्श में रख ली।  मैं बाहर आई और उसके सामने अपनी बड़ी बड़ी चूंचियां दिखाती हुई बैठ गयी। मैं उससे बातें करने लगी। 
  • तुम क्या अभी पढ़ते हो ?  तेरी उम्र क्या है ? 
  • हां मैं पढता हूँ मेरी उम्र २३ साल है। 
  • तो इस उम्र में भी तुम माइकल भोसड़ी वाले से पढ़ते हो ? वो मादर चोद तुम्हे क्या पढ़ायेगा ?
  • अरे वह बहुत अच्छा पढातें हैं मेम ?
  • उसकी माँ की चूत ? वह साल अपना लण्ड हिलाता रहता है बस ?
  • क्या आप इसी तरह अंकल से बातें करती है।  इसी तरह की गालियां देतीं है उसे ?
  • हां और नहीं तो क्या ? मैं क्या उस भोसड़ी वाले से डरती हूँ ?
  • तो आप कौन कौन सी गालियां देती है उसे ?
  • मादर चोद, बहन चोद, तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन का लण्ड, कुत्ता, कमीना, गांडू, साला माँ का लौड़ा, तेरी गांड में घुसा दूँगी लण्ड और चोद डालूंगी तेरी बिटिया की बुर, भोसड़ी के अंकल ?
इतने में डोर बज उठी और वह दरवाजा खोलने चला गया। वहां से मैंने देखा की अंकल एक लड़की के साथ आ रहा है।  आते ही वह बोला वाओ, मोनिका तुम आ गयी यह तो बहुत अच्छ हुआ ? तुम इससे मिली हो ? मैंने कहा हां अंकल अभी तो मैं इससे बातें ही कर रही थी की आप आ गये।  यह अलबर्ट आपका स्टूडेंट है।  वह बोला हां जरूर लेकिन अब यह मेरा स्टूडेंट कम दोस्त ज्यादा है।  मैंने ही इसे यहाँ बुलाया है।  और इससे मिलो यह है मिस लूसी।  मैं उस लड़की को देखने लगी।  बड़ी खूबसूरत और मस्त जवान लड़की थी वो ? अंकल ने हमारे लिए ड्रिंक्स बनाया और सबको दिया। हम सब दारू का मज़ा लेने लगे। इतने में अलबर्ट बाथ रूम चला गया और लूसी अंदर कमरे में चेंज करने चली गयी। 
तब अंकल ने मेरे कान में कहा :- मोनिका यह अलबर्ट भोसड़ी का लड़कियां चोदता है।  मुझे भी लड़कियां सप्लाई करता है और मैं भी लड़कियां खूब चोदता हूँ।  लूसी इसी की गर्ल फ्रेंड है।  मैंने इसे चोदने के लिए बुलाया है।  तुम आ गयी हो तो तुम आज मेरे सामने अलबर्ट से चुदवा लो।  बहुत बढ़िया चोदता है मादर चोद अलबर्ट ? लड़कियां इससे चुदवाकर इसकी खूब तारीफ करती हैं।
मैंने कहा :- अंकल भोसड़ी के तूने मेरी चूत में फिर आग लगा दी है ? अब तो मैं तेरे सामने इससे रात भर चुदवाऊँगी।
वह बोला :- मैं भी तेरे सामने रात भर लूसी की बुर चोदूंगा ? आज तो मैं इस भोसड़ी वाली की गांड भी मारूंगा ?
तब तक अलबर्ट आ गया और उसके पीछे से लूसी भी आ गयी। दो दो पैग पीने के बाद थोड़ा थोड़ा नशा चढ़ने लगा तो अलबर्ट बोला माइकल यह मोनिका तो बहुत बढ़िया बढ़िया गालियां देती है ? तब तक लूसी बोली वाओ, तो यह भी बुर चोदी माँ की लौड़ी मेरी ही तरह गाली देती है क्या ? भोसड़ी वाली इसकी माँ की चूत, बहन चोद तब तो मैं इसके सामने बुर चुदवाने का competition कर सकती हूँ। 
मैं बोली :- तो कर ले न बहन की लौड़ी competition ? डरता कौन है तुझसे बुर चोदी लूसी, तेरी चूत की तो मैं माँ चोद दूँगी और फाड़ डालूंगी तेरी गांड ? चल आ जा मैदान में और पकड़ माइकल का लण्ड ?
हम दोनों को वाकई जोश आ गया। उसने माइकल का लण्ड पकड़ लिया और मैंने अलबर्ट का लण्ड ? मैं तो लण्ड देख कर हैरान हो गयी।  वह साला माइकल के लण्ड से एक इंच भी कम न था ? बल्कि मोटा थोड़ा ज्यादा ही था।  मेरी चूत बहन चोद भठ्ठी की तरह जलने लगी और मैं अपने सारे कपडे उतार कर लण्ड चाटने में जुट गयी। लूसी भी बुर चोदी मेरी ही तरह लण्ड चाटने लगी।
रात भर हम दोनों ने लण्ड बदल बदल कर खूब चुदवाया ?

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त

More than 3000 people daily open this site and enjoy the best hindi sex stories ever . They offer their views and comments freely . We wish you all to enjoy much more and  mention your comments as well . Thanks
Previous Post
Next Post

0 comments: