![]() |
मैं मोटा लण्ड पसंद करती हूँ |
- कितना टाइम लगाती है तू बुर चोदी मौसी अपनी झांटें बनाने में ? एक घंटे से तू अपनी झांटें बना रही है। मुझे देखो मैं तो १० मिनट में ही झांटें बना कर निकल आई ?
- मैं तेरी तरह हड़बड़ी में झांटें नहीं बनाती ? मैं तो बड़े इत्मीनान से झांट का एक एक बाल साफ़ करती हूँ ताकि किसी मर्द को मेरी चूत चाटने में कोई परेशानी न हो ?
- तो फिर लड़कों से ही बनवा लियां कर अपनी झांटें, मौसी ? वो साले जैसे अपनी दाढ़ी बनाते है वैसे ही तेरी झांटें भी बना दिया करेंगें ?
- अरे वो मादर चोद ठीक से नहीं बनाते ? अपनी तो झांटें ठीक से बना नहीं पाते भोसड़ी वाले, मेरी क्या बनायेगें ? मुझे कभी कभी लण्ड चाटने में बड़ी दिक्कत होती है।
- तो क्या तू सारे टाइम लण्ड ही चाटा करती है, तू अपनी बुर नहीं चुदवाती बहन की लौड़ी ?
- देखो यार पामेला मैं लण्ड के साथ साथ पेल्हड़ भी चाटती हूँ, अगर पेल्हड़ में एक भी झांट का बाल रह जाता है तो बड़ा ख़राब लगता है। मैं तो जितना लण्ड से खेलती हूँ, उतना ही पेल्हड़ से भी खेलती हूँ।
- तो आज तू किसके पेल्हड़ से खेलने आ रही है, बुर चोदी मौसी ?
- जिसके पेल्हड़ से तू भोसड़ी की खेलने जा रही है। आज जो लण्ड तू चूसेगी वही लण्ड मैं चूसूंगी।
- इसका मतलब जो लण्ड आज मेरी बुर चोदेगा वही लण्ड तेरी भी बुर चोदेगा ?
- हां पामेला हां, आज मेरा किसी के साथ अपॉइंटमेंट नहीं है ? आज कोई भी लण्ड मुझे चोदने नहीं आ रहा है। आज मैं तेरे सहारे हूँ, मेरा भोसड़ा तेरे सहारे है, पामेला ?
ठीक है मौसी मैं इस बहन चोद को दारू पिलाती हूँ पहले ? हम तीनो दारू पीने लगे। मैंने कहा मौसी तू मुझे गाली बकने से मना करती है पर तू तो भोसड़ी की खुद बहुत गालियां बकती है। उसने कहा यार अब गाली तो मेरे मुंह से निकल ही आती है मैं क्या करूँ ? अच्छा तू यह बता की रोहित तेरा कितना पुराना दोस्त है और तू इसके कितना नजदीक है ? मैंने जबाब दिया रोहित मेरा एक साल पुराना दोस्त है। यह तो मेरे लिए जान देता है ? मौसी बोली जान देने से काम नहीं चलता है ? यह बताओ की रोहित तुम्हे लण्ड देता है की नहीं ?
मौसी के मुंह से लण्ड सुनकर रोहित का चेहरा लाल हो गया । मैंने कहा मौसी कुछ तो शर्म कर माँ की लौड़ी ? मैं सच्ची सच्ची बताऊँ तुम्हे ? मैंने अभी तक रोहित का लण्ड नहीं देखा ? लण्ड क्या लण्ड की झांटें भी नहीं देखीं ? मौसी बोली तो फिर एक साल से क्या तू अपनी गांड मरा रहा है भोसड़ी वाली ? माँ चुदा रही है तू अपनी एक साल से ? एक साल में तू मादर चोद अपने दोस्त का लण्ड भी नहीं देख पायी ? तू क्या कर पायेगी अपनी ज़िन्दगी में पामेला ? मुझे देखो मैं जिसे एक बार देखती हूँ उसके लण्ड पर हमला बोल देती हूँ। बिना लण्ड पकडे मैं किसी को जाने नहीं देती ? और जब पहली बार लण्ड पकड़ती हूँ तो मुठ्ठ मार कर उसका जूस जरूर पीती हूँ ? मुझे लण्ड पीने का जबरदस्त शौक है पामेला ?
मैं अभी तुझे रोहित का लण्ड दिखाती हूँ। मौसी उठी और रोहित के बगल में बैठ गयीं। फिर झुक कर अपना कान उसके लण्ड पर रख दिया और बोली अरी पामेला जानती हो इसका लण्ड क्या कह रहा है ? इसका लण्ड कह रहा है की पहले तुम लोग अपनी अपनी चूंचियां मुझे दिखाओ तब मैं बाहर आऊंगा ? मैं यह सुनकर अंदर ही अंदर बहुत खुश हुई। मेरी मौसी वाकई बड़ी मजाकिया और मस्त लड़की है इसीलिए हम दोनों की खूब जमती है। मैं बोली मौसी पहले तुम खोलो अपनी चूंची फिर मेरी भी खोल देना ?
मौसी ने जब अपनी चूंचियां खोली तो उसे देख कर रोहित की आँखें खुल गयीं। वह एकटक चूंचियां देखता रहा और जब मेरी चूंचियां खुली तो उसके तो होश ही उड़ गये क्योंकि हम दोनों की चूंचियां लगभग बराबर ही है। वह खड़ा हो गया और एक हाथ में मेरी चूंची ली और दूसरे हाथ में मौसी की चूंची। दोनों बारी बारी से मसलने लगा और चाटने लगा। फिर हमने उसके कपड़े उतारना शुरू किया। कमीज बनियाइन पैंट सब उतार डाली। केवल चड्ढी बची। उसके ऊपर से लण्ड के साइज़ का अंदाज़ा लग रहा था। मौसी नीचे घुटनो के बल बैठ गयी और झर्र से चड्ढी खोल दी। उसका लण्ड टन्न से मौसी के गाल पर लगा ? वह बोली वाओ, इसका लण्ड तो थप्पड़ भी मारता है बहन चोद। बस मौसी ने गप्प से घुसा लिया लण्ड अपने मुंह में और चूसने लगी। मैं भी नीचे बैठ गयी और उसके पेल्हड़ चाटने लगी। मजे की बात यह थी की झांटों का कहीं कोई नामोनिशान नहीं था। एकदम चिकना लण्ड चिकने पेल्हड़ ? मौसी बोली पामेला लौड़ा तो मेरे मन का है मादर चोद ? मैंने कहा फिर क्या घुसा ले तू भोसड़ी वाली इसे अपनी चूत में ? मैं भी पहले अपनी मौसी की बुर चुदवाऊँगी। मैंने ऐसा कहते हुए उसका पेटीकोट उतार दिया। उसकी चूत देख कर लण्ड और टन्ना उठा। फिर मैंने भी अपना पेटीकोट उतार फेंका ? मेरी चिकनी चूत देख कर रोहित पर चला गया और वह चूत सहलाने लगा।
रोहित बोला मौसी तुम मेरा लण्ड चाटो मैं पामेला की बुर चाटता हूँ।
रोहित को भी एक तरफ लण्ड चटवाने का मज़ा और दूसरी तरफ बुर चाटने का मज़ा आने लगा . उसका तगड़ा तंदुरुस्त बदन और आठ इंची मोटा लण्ड पाकर हम दोनों बहुत खुश थी। मैं सोंचने लगी की मैंने पहले क्यों नहीं पकड़ा इसका लण्ड ? मैंने कहा मौसी आज यहाँ अगर मेरी माँ होती तो मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा लेती ? हम तीनो सेक्स की दुनिया में खो गये। थोड़ी देर में :-
रोहित बोला पामेला तुम मेरा लण्ड चाटो मैं मौसी की बुर चाटता हूँ।
मैंने फिर एक हाथ से रोहित का लण्ड पकड़ा और दूसरा हाथ मौसी की चूत पर रखा। धीरे से लण्ड उसकी चूत पर टिका दिया और पीछे से धक्का दिया तो लण्ड सट्ट से उसकी चूत में घुस गया और मैं मौसी की बुर चुदवाने लगी। मुझे मज़ा आने लगा। मुझे लगा की जैसे मैं अपने हसबैंड का लण्ड मौसी की बुर में पेल रही हूँ। वह भी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। बोली हाय पामेला तू बुर चोदी बड़ी मस्त लड़की है यार ? अपनी मौसी की ही बुर चुदवा रही है तू मादर चोद ? हाय दइया कितना मज़ा आ रहा है ? मैं झुक कर उसकी चूत अगल बगल से सहलाने लगी और बीच बीच में लण्ड बुर से निकाल कर चाटने लगी।
मेरी चूत पर मौसी का मस्त हाथ चल रहा था।
थोड़ी देर में मैंने मौसी को कुतिया बना दिया और रोहित उसे पीछे से चोदने लगा। मैं रोहित के पेल्हड़ सहलाने लगी। उसकी गांड पर हाथ फेरने लगी। बीच बीच में मौसी की चूंचियां भी मसलने लगी। रोहित बोला पामेला मैं किसी दिन तेरी मौसी की गांड मारूंगा ? मैंने कहा रोहित ऐसी गलती न करना ? गांड मौसी की तो मैं मारूंगी ? इसकी गांड पर मेरा हक़ है ? मैं जिसका चाहूंगी उसका लण्ड इसकी गांड में ठोकूँगी ? तब तक मौसी बोली अरे रोहित
हमने अपनी अपनी गांड एक दूसरे को दे रखी है। मेरी गांड में पामेला ठोकेगी लण्ड और मैं पामेला की गांड में ठोकूँगी लण्ड
रोहित बोला यार अब मैं निकलने वाला हूँ। तब फिर हम दोनों ने मिलकर मारा लण्ड का मुठ्ठ और झड़ते लण्ड का रस खूब चाटा । उसके बाद खाना खाने का इंतज़ाम हुआ। हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया। मैं समझी की रोहित चला जायेगा लेकिन वह बैठा रहा ? वह बोला पामेला अभी तो मैंने तेरी मौसी की बुर चोदी है ? अब मैं तेरी बुर चोदूंगा तब जाऊंगा। तब तक मौसी बोली हा पामेला अभी तूने मेरी बुर चुदवाई है अब तेरी बुर चुदवाऊँगी । दूसरी बार जब मैंने रोहित का लौड़ा खड़ा किया तो मौसी ने उसे मेरे हाथ से छीन लिया। थोड़ी हिला कर, उसे चूम चाट कर, धीरे से मेरी चूत में पेल दिया। मौसी मेरी बुर वैसे ही चुदाने लगी जैसे मैं उसकी बुर चुदा रही थी।
एक दिन मैं जब शाम को आई तो मौसी ने मुझे आवाज़ दी अरी वो पामेला यहाँ आ मेरे पास ? मैं जब पहुंची तो वह बोली कहाँ चली गयी थी तू माँ चुदाने भोसड़ी की ? मैंने जबाब दिया तेरी गांड मारने के लिए लण्ड ढूंढने गयी थी, मौसी ? वह हंस कर बोली वाओ, मेरी गांड मारने के लिए तुझे कितनी मेहनत करनी पड़ रही है बहन चोद, पामेला ? मैंने कहा हां नेक काम के लिए तो मेहनत करनी ही पड़ती है बुर चोदी जूलिया। तू बता तू यहाँ किसका लण्ड हिला रही है घर में पड़े पड़े ? उसने कहा अच्छा तू आँखें बंद कर फिर मैं बताती हूँ। मैंने आँखे बंद की फिर उसने कहा खोल दे। मैंने जैसे ही आँखें खोली तो मेरे सामने एक टन टनाता हुआ लण्ड खड़ा था। मैं बोली ओ' मई गॉड तूने तो मुझे सरप्राईज़ दे दिया मौसी ? मुझे कतई उम्मीद नहीं थी। मैं लण्ड पकड़ कर बोली इतना बढ़िया लण्ड ? इतना चिकना लण्ड ? मौसी ने कहा यार मैं अभी अभी इसकी झांटें बनाकर आ रही हूँ। इसका नाम काके है यह मेरा बॉय फ्रेंड है। अब तू जल्दी से कपडे खोल कर आ जा तो चोदा चोदी शुरू करें ?
मैं बोली मैं अभी आती हूँ। थोड़ी देर में मैं अपने सारे कपडे खोल कर एकदम नंगी नगी अपने हाथ में एक खड़ा लण्ड पकड़े हुए कमरे में आ गयी ? मौसी मुझे देख कर बोली हाय दईया पामेला तूने तो बहन चोद मुझसे बड़ा सरप्राईज़ दे दिया। ये कौन है भोसड़ा का ? और ये कैसा लौड़ा है मादर चोद जिसका सुपाड़ा इतना चमचमा रहा है ? मैंने कहा मौसी ये है साहिर मेरा दोस्त ? लड़कियां इसके लण्ड की रोज़ मालिस करती है इसीलिए लौड़ा चमचमा रहा है। मौसी ने साहिर का लौड़ा पकड़ लिया और मैंने काके का लौड़ा। हम दोनों लण्ड चाटने लगीं चूसने लगीं। मौसी बोली अरी पामेला यह कैसे लौड़ा है इसकी खाल तो ऊपर जाती ही नहीं ? इसका मुठ्ठ मारने में बड़ी दिक्कत होगी ? मैंने कहा अरे मेरी भोली भली बुर चुदक्कड़ मौसी यह मुस्लिम लौड़ा है इसका सुपाड़ा हमेशा खुला रहता है। इसके लण्ड की ऊपर की खाल काट दी जाती है। यह लण्ड चूत बुर भोसड़ा चोदने का काम करता है मुठ्ठ मरवाने का नहीं ? अब जल्दी से घुसा ले इसे अपनी चूत में नहीं तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी। वह बोली नहीं पामेला इतना मोटा लण्ड मेरी गांड में मत घुसाना, मेरी गांड फट जाएगी। मैं अपनी चूत चुदवा लेती हूँ। बस मौसी तो भकाभक चुदवाने लगीं अपनी बुर और मैं भी ?
मौसी चुदवाते हुए बोली अब कौन मारेगा मेरी गांड पामेला ? तब तक पीछे से एक आवाज़ आई मैं मारूंगा तेरी गांड मौसी ? मैंने पीछे मुड़ कर देखा तो वह जॉर्ज था। मैंने कहा तुम भोसड़ी के गए ( जॉर्ज मेरा किरायेदार है जो ऊपर के माले में रहता है ) हम लोगों को कभी जॉर्ज का ख्याल आया ही नहीं। वह २८ साल का एक जवान लड़का है। वह बोला पामेला मैं दो दिन से तुम लोगों की चोदा चोदी देख रहा हूँ और अपने लण्ड का मुठ्ठ मार रहा हूँ। अब मैं मुठ्ठ मारते मारते थक गया हूँ। अब तुम दोनों की या तो बुर चोदूंगा या फिर गांड मारूंगा। मैं भी तुम्हारी तरह शराब पी कर आया हूँ। मैं नशे में हूँ। मेरा लण्ड भी नशे में है। लो पहले पकड़ो मेरा लण्ड और बताओ भोसड़ी वालियों की मैं क्या चोदूँ और किसे चोदूँ ?
यह सुनकर हम दोनों बहुत खुश हुई और फ़ौरन हाथ बढ़ा कर लण्ड पकड़ लिया। मौसी बोली अरे भोसड़ी के तू सब कुछ चोद ले मेरा भी और पामेला का भी ? और हां सिर्फ आज ही नहीं ? अब तू हमें रोज़ रोज़ चोदा कर ? जिस दिन तू नहीं चोदेगा उस दिन मैं तेरी माँ चोदूंगी ?
तब मैंने देखा की मौसी पीछे से अपनी बुर चुदवा रही है। मैंने जॉर्ज का लौड़ा उसकी गांड में ठोंक दिया और वह मारने लगा मौसी की गांड ? मौसी अपनी बुर और गांड दोनों एक साथ चुदवाने लगीं ? मैं भी उसी के सामने काके से चुदवाने लगी.
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
- .
0 comments: