Wednesday, March 5, 2014

माँ चुदा अपनी बुर चोदी

मैं एक दिन अपनी अम्मी के साथ शॉपिंग करने गयी।  घर जब लौट कर आयी तो काफी देर हो चुकी थी। अम्मी
ने खाना का आर्डर दे दिया और जल्दी से दो पैग बना कर टेबिल पर रखते हुए कहा फरहा आओ जल्दी से एक दो दो पैग लगा लिया जाए तब तक खाना आ ही जायेगा ? हम दोनों मस्ती से शराब पीने लगी। मैं थोड़ी देर में मैंने कहा अम्मी मैं कपडे बदल कर आती हूँ। मैं जब ऊपर से उतर रही थी तो अचानक अम्मी के फोन की घंटी बज उठी। फोन का स्पीकर ऑन था इसलिए मैं दोनों तरफ की बातें सुनने लगी।
  • अम्मी बोली - अरे तू शबाना ?  कितने दिनों के बाद तूने याद किया मुझे ?
  • अरे यार मैं तो तुझे हमेशा याद करती हूँ।
  • अच्छा बोल क्या हो रहा है ? कैसे याद किया तूने
  • यार, सच बताऊँ मैं इस समय चुदवा रही हूँ।  
  • तू भोसड़ी वाली हमेशा चुदवाया करती है ? किससे चुदवा रही है तू ?
  • अरे यार, मैं अपनी बेटी चुदवा रही हूँ ?
  • वाओ, क्या कह रही है तू ? मजाक कर रही है क्या मुझसे ?
  • नहीं यार सच में कह रही हूँ।  मेरी बेटी अब २४ साल की हो गयी है। वह मुझसे बिलकुल खुल गयी है और मुझे भी उसके साथ न कोई शर्म आती है और न लिहाज़ ? हम दोनों मिलकर सेक्स का खूब एन्जॉय करती है। तेरी बेटी तो २६ साल की हो गयी है तुम क्यों नहीं चुदवाती अपनी बेटी ?
  • यार, हम दोनों इतनी खुली नहीं है अभी ?
  • अरी रुखसाना बहन चोद खुल जा जल्दी से।  देख जवानी का मज़ा ले ले फ़टाफ़ट नहीं तो जवानी कब गायब हो जायेगी, तुझे पता भी नहीं चलेगा ? अपनी बेटी को खुलकर लण्ड का मज़ा लेने दे ? उसे चुदवाना सिखा दे ? उसके सामने खुद चुदाना शुरू कर दे ? फिर क्या ? देखना कितना मज़ा आता है ?
  • हां यार तू सच कह रही है ? पर मैं क्या करूँ  ?
  • तू अपनी बेटी चुदवा और बेटी से कहो की वह अपनी माँ चुदवाये ? मेरी बेटी अपनी माँ चुदवाती है।  अपने दोस्तों के लण्ड पेलती है अपनी माँ के भोसड़ा में ? मैं भी उसकी चूत का ख्याल रखती हूँ। बड़ा मज़ा आता है यार ? इस तरह हम दोनों मद मस्त हो गयी है।  पूरी ऐय्यासी करती हूँ अपने बेटी के साथ ?
  • ठीक है यार मैं भी कोशिश करती हूँ।
इतने में मैं कमरे में आ गयी। मैंने सारी बातें सुन ली थी लेकिन मैंने ऐसा मुंह फेरा जैसे कि मैंने कुछ सूना ही नहीं ?  अम्मी मेरी तरफ बार बार देखे जा रही थी।  वह बोली फरहा तू जवानी का मज़ा ले रही है न ? मैंने जबाब दिया हां माँ जितना ले सकती हूँ उतना ले लेती हूँ।  ज्यादा तो मैं जानती नहीं ?  
दो दिन बाद मैं छत पर बैठी थी। मेरा फोन आ गया और मैंने उसे स्पीकर पर लगा दिया क्योंकि मैं कुछ लिख रही थी।  मैं बात करने लगी।  मेरी बातें मेरी अम्मी पीछे से चुपचाप सुनने लगी। 
  • मैंने फोन उठाया और बोली - अरी तब्बू बोल क्या हाल है तेरा ?
  • मेरा तो ठीक है पर तूने फोन क्यों नहीं किया ?
  • यार कोई नयी बात नहीं है इसलिए फोन नहीं किया ?
  • तो नयी बात कर न भोसड़ी वाली फरहा की बच्ची ?  अच्छा चल बता की तूने कितनी बार अपनी माँ चुदवाई ?  
  • कहाँ यार ? मैंने अपनी माँ चुदाना नहीं शुरू किया अभी ?  
  • तू मादर चोद इतनी बड़ी हो गयी है अभी तक तूने अपनी माँ नहीं चुदवाई ?
  • तो क्या तू चुदवाती है अपनी माँ,  माँ की लौड़ी ?  
  • हां बिलकुल चुदवाती हूँ ? हर दूसरे दिन अपनी माँ भोसड़ा चुदवाती हूँ फरहा ?
  • तो फिर मेरी माँ का भोसड़ा भी तू ही चुदवा दे ?
  • भोसड़ी की फरहा, तू अपनी चूत चुदवाती घूमती है इधर उधर पर अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने में नखरा दिखा रही है। उस दिन तेरे सामने सलमा ने अपनी माँ चुदवाई ? फिर एक दिन तूने मुझे भी अपनी माँ चुदवाते हुए देखा ?  अब इतना सब कुछ हो गया तो तेरी गांड क्यों फट रही है अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने में ? एक बार माँ चुदाने का मज़ा तो ले, बहन चोद ?
  • यार एक दिन तू आजा और मेरे सामने ही मेरी माँ का भोसड़ा चुदवा दे बस मैं उसकी दिन से चुदवाना शुरू कर दूँगी अपनी माँ ?  
  • अच्छा बता कितना बड़ा लण्ड पसंद है तेरी माँ को ?  
  • तब तक अम्मी पीछे से बोल पड़ी - ९" का लौड़ा पसद है, फरहा की अम्मी को ? मोटा हो तो और अच्छा है ? घोड़े जैसा लण्ड पसंद है फरहा की अम्मी को ?
  • इतना बड़ा लण्ड तो मेरे अब्बा का है आंटी ? मेरे अब्बा का लण्ड बड़ा आवारा है आंटी ? सारे मोहल्ले की लड़कियां चोदता है और लड़कियों कि माँ चोदता है, बहन चोद ?
  • तो फिर तुम्हे भी चोदता होगा तब्बू ?
  • हां चोदता है न साला।  जिस दिन थोड़ा शराब पी के आता है उस दिन लण्ड मेरी चूत में खूब घुसेड़ घुसेड़ के चोदता है ? गाड़ उठा उठा के चोदता है ?
  • तो तुम्हे शर्म नहीं आती अपने अब्बा से चुदवाने में ?
  • जब उसे मादर चोद भोसड़ी वाले को अपनी बेटी चोदने में कोई शर्म नहीं है तो फिर मुझे क्यों आये ? मेरी अम्मी कहती है कि जब लण्ड पेलने वाले को कोई शर्म न हो तो उससे बहन चोद खूब जम के और बड़ी बेशर्मी से चुदवाओ ?
  • तो फिर ले आ न अपने अब्बा का लण्ड,  पेल दे उसे मेरे भोसड़ा में और सिखा दे मेरी बेटी फरहा को उसी दिन अपनी माँ का भोसड़ा चुदाना ?
  • ठीक है आंटी मैं आज ही शाम को आती हूँ उसका लौड़ा ले के ?
फोन बंद करने के बाद अम्मी बोली :- अरी मेरी बुर चोदी फरहा तूने मुझे पहले बताया नहीं की तेरी सहेलियां अपनी माँ चुदवाती है ? आज इत्तिफाक से मैंने तेरा फोन सुन लिया नहीं तो मुझे आज भी नहीं मालूम होता की अपनी चूत चुदवाने लगी है।  अपनी सहेलियों की माँ चुदवाते हुए देखती है और तुझे बिलकुल अपनी माँ का भोसड़ा याद नहीं आया ? मैं इतने दिनों से लड़कों के लण्ड के लिए तरसती रही हूँ।  आजकल लड़कियां २०/२१ साल में ही अपनी माँ चुदाने लगती है और तूने कुछ नहीं किया अभी तक ?
मैंने कहा :- तो तूने भी तो कुछ नहीं किया मेरी भोसड़ी की अम्मी ?  मैं २६ साल की हो गयी हूँ।  कभी मेरी चूत की आग का ख्याल आया तुझे ? कभी किसी का लण्ड मेरी बुर में पेला तूने ?  शबाना आंटी को देखो कैसे मजे से अपनी बेटी चुदवाती है ? तब उसकी बेटी भी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है।  आज जब शबाना आंटी तुमसे बात कर रही थी तो मैंने सब सुन लिया।  तबसे मेरे चूत में आग लग गयी है।
अम्मी बोली :- आग तो मेरे भोसड़ा में भी लग चुकी है, फरहा ? अब तो मैं तब्बू के अब्बा के लण्ड का इंतज़ार कर रही हूँ।  और आज ही मैं उसका लण्ड तेरी बुर में भी पेलूँगा फरहा ? मैं अपनी भूल का सुधार करूंगी और आज से अपनी बेटी चुदवाया करूंगी।
मैंने कहा :- और आज से मैं भी अपनी माँ चुदाना शुरू करूंगी ? 
हम दोनों एक दूसरे के गले मिल गयी।
शाम को तब्बू अपने अब्बा के साथ मेरे घर आ गयी।  मैं उसक अब्बा को जानती हूँ। हम चारों लोग बैठ कर व्हिस्की पीते हुए बातें करने लगी। अचानक तब्बू ने अपने अब्बा के पैजामा का नाडा खोल कर उसके अंदर अपना हाथ घुसेड़ दिया।  तब्बू बोली आंटी ये है मादर चोद मेरा अब्बा रहमत अली  और ये है इसका भोसड़ी का लण्ड ? तब्बू लण्ड बाहर निकाल कर हमें दिखाते हुए कहा ? लण्ड साला टन टनाया हुआ था।  इतना मोटा लम्बा चौड़ा लण्ड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया और मेरी अम्मी की तो लार टपकने लगी। वह फिर बोली लो बुर चोदी आंटी सम्भालो मेरे अब्बा का लण्ड और घुसा इसे अपने भोसड़ा में ? मैं जाती हूँ किसी और से अपनी माँ चुदाने ? तब्बू मेरी अम्मी को लण्ड पकड़ा कर चली गयी।  अम्मी ने जबान निकाला और लण्ड चाटने लगी मैं उसके कपडे खोलने लगी। मेरी अम्मी को बिलकुल नंगी देख कर लौड़ा और टन्ना उठा।  फिर अम्मी ने मुझे लण्ड पकड़ा दिया और मेरे कपडे खोल कर मुझे एकदम नंगी कर दिया।  मेरी चूंचियां मेरी चूत देख कर उसका लौड़ा काबू के बाहर होने लगा।  उसका ९" का लौड़ा और चमचमाता हुआ सुपाड़ा देखकर मेरी चूत में भयानक आग लग गयी।
तब तक किसी ने पीछे से कहा ले फरहा मेरे अब्बा का भी लण्ड पकड़ ? मैंने जब पीछे देखा तो बोली अरे तू फना बहन चोद अपने अब्बा अरमान अली का लण्ड पकडे पकडे यहाँ आ गयी। उसने कहा मुझे शबाना आंटी ने भेजा है और कहा है कि इसे फरहा की अम्मी के सामने फरहा की बुर में पेल देना ? ताकि वह आज से अपनी बेटी चुदवाने लगे ? मैंने वह भी लण्ड पकड़ लिया।  मैंने देखा की उसका लण्ड भी तब्बू के अब्बा के लण्ड के बराबर है।  अम्मी बोली हां फना मैं इसे जरुर फरहा की चूत में घुसेड़ूँगी ? फना बोली आंटी मैं आज तेरी बेटी अपने अब्बा से चुदवाकर ही जाऊंगी।मेरे अब्बा को लड़कियां चोदने का बड़ा शौक है। अब मैं अरमान अंकल लण्ड चूसने लगी और मेरी अम्मी रहमत अंकल का लण्ड ?
हम दोनों आमने सामने लण्ड चूसने में जुटी थी। फना बैठी हुई हमारी लण्ड की चुसाई बड़े मजे से देख रही थी। उसे अपने अब्बा का लण्ड चुसवाते हुए मज़ा आ रहा था। वैसे भी फना ने अपनी सभी सहेलियों को अपने अब्बा का लण्ड पकड़ाया है और सबकी बुर भी चुदवाई है। कुछ लड़कियों ने तो खुद उसके अब्बा से अपनी माँ चुदवाई है।  फना इस काम में बड़ी माहिर है।  वह अपने अब्बा के लण्ड को अपनी जागीर समझती है। जैसे चाहती है वैसे इस्तेमाल करती है अपने अब्बा का लण्ड ?
 इधर अचनाक उसने लण्ड मेरी चूत में घुसा दिया । मैं चीख पड़ी। उई माँ पूरा का पूरा घुसेड़ दिया लण्ड भोसड़ी वाले ने लण्ड ? मेरी तो चूत फट गयी माँ ? उधर से आवाज़ आयी अरी फरहा मेरा भी भोसड़ा फट गया।  तब्बू के अब्बा का लण्ड बड़ा मोटा है यार ? मैं बोली हां अम्मी मोटा तो फना के अब्बा का लण्ड भी है ? मैं अभी इसे तेरे भोसड़ा में घुसेड़ूँगी माँ ।हम दोनों मस्ती से भकाभक चुदवाने लगी। चुदवाया तो मैंने पहले भी है कई लड़कों से पर इतना मज़ा कभी नहीं आया ?  आज तो मैं ज़न्नत का मज़ा लूट रही हूँ। आज मेरी बुर को असली मर्द का असली लण्ड मिला है। आज मुझे तसल्ली हुई है बुर चुदवाने में ?
फना बोली :- हाय फरहा मेरे अब्बा का लण्ड मेरे घर की सभी औरतें अपनी बुर में पेलती है। मेरी दीदी, मेरी खाला, मेरी भाभी, मेरी मामी, मेरी बुआ सभी इसका लण्ड दनादन घुसा लेती है अपनी बुर में और खूब मजे से चुदवाती है। मैं भी इसका लण्ड बहुत पसंद करती हूँ। मैं बुर चोदी अपने सहेलियों के अब्बा के लण्ड भी पीती हूँ। मुझे अंकल लोगों से चुदाने में और उनके लण्ड पीने में ज्यादा मज़ा आता है। वह उठी और दोनों लण्ड के पेल्हड़ सहलाने लगी।
मेरा अब्बा अरब में काम करता है। मैं और मेरी अम्मी यहाँ मुम्बई में रहती है। मैं भी नौकरी करती हूँ और मेरी अम्मी भी। हमारे पास पैसों की कमी नहीं है। जब से मैं अपनी माँ चुदवाने लगी हूँ और मेरी माँ अपनी बेटी चुदवाने लगी है तबसे हमारी ज़िन्दगी में बहार आ गयी है । इन ६ महीनों में मेरी तो काया ही पलट गयी।  मेरी चूंचियां बुर चोदी दुगुनी हो गयी है।  मेरी गांड बड़ी मोटी हो गयी है।  मेरी जांघें मोटी हो गयी है और मेरी बुर बहुत उभर आयी है। उधर मेरी अम्मी का भोसड़ा तो बड़ा मस्त हो गया है।  उसकी गांड मोटी हो गयी है और चूंचियां तो ख़रबूजा की तरह बड़ी बड़ी हो गयी है। उसके नाप की ब्रा बनती ही नहीं ? उसे अपनी ब्रा सिलवाना पड़ता है।  मैं तो घर में अक्सर बिना कपड़ों के ही रहती हूँ।  अम्मी भी मेरी तरह नंगी ही रहती है।  अब मेरे घर में अक्सर चोदने वाले लोग आते है।  हर दिन २/३ लोग चोद कर जातें है।  जो लोग मेरी माँ चोदने आतें है वे मुझे भी चोद कर जाते है और जो मुझे चोदने आते है वे मेरी माँ भी चोद कर जातें है। हर दिन नये नये लण्ड पकड़ने का और उससे चुदवाने का मौका मुझे मिलता है और मेरी अम्मी को भी।
एक दिन इतवार को सवेरे ११ बजे एक जवान लड़का आ गया।  मैंने जब दरवाजा खोला तो उसे देख कर मेरी चूत में खलभली होने लगी।  मैंने उसे बैठाया और अंदर जाकर अम्मी से कहा अम्मी इस लड़के का लण्ड जरुर पकड़ना है मुझे ? मैं बिना बुर चुदवाये इसे जाने नहीं दूँगी ? अम्मी ने जब देखा तो वह भी ललचा गयी। अम्मी बोली अरे इमरान तुम बहुत दिनों के बाद आये हो ? अब तो तुम पहले ज्यादा खूबसूरत हो गए हो ? वह मुस्करा पड़ा बोला अरे भाभी ऐसा कुछ नहीं है ? अम्मी बोली अरे किसी लड़की से पूंछो तो पता चलेगा ? फिर अम्मी ने मुझसे कहा अरे ये तो मेरे मियां के ऑफिस में काम करता है।  मैं इसे जानती हूँ। वह लड़का इतना हैंडसम था और इतना सेक्सी था कि मन हुआ की अभी इसे नंगा करके इसका लण्ड पकड़ लूं ? मैंने अचानक पूंछ लिया आप  क्या आप व्हिकसी पियेंगे ? वह बोला हां।  बस मैं व्हिस्की का इंतज़ाम करने लगी।  मैंने पेटीकोट पहना और एक चुन्नी माला की तरह गले में डाल ली। बाकी मैं नंगी ही रही।  यही हाल अम्मी का भी था। मैं बार बार झुक कर सामान रखने लगी और हर बार उसे चूंचियां दिखाने लगी।  अम्मी भी किसी न किसी बहाने चूंचियां दिखाने लगी। हम दोनों भी बैठ गयी उसके साथ शराब पीने ? अम्मी ने मुझे आँख मारी तो मैं चालू हो गयी। 
मैं बोली :- अम्मी कल वो भोसड़ी वाला कौन आया था जो तुमसे अपनी झांटें बनवा कर गया लेकिन चोदा नहीं ? अम्मी बोली :- अरे वो शौकत अली था मेरे ऑफिस का लड़का ? वह अपने दोस्त की बीवी चोदने गया था।
मैं बोली :- तो उसने तुम्हे क्यों नहीं चोदा, अम्मी  ?
अम्मी बोली :- अरी पगली मैंने पहले उससे अपना भोसड़ा चुदवाया फिर उसकी झांटें बनाई ? तुम बताओ बेटी कल वो दो लड़के तेरे कमरे में बैठे थे ।  उन्हें नंगा किया तुमने की नहीं ?
मैं बोली :- तुम तो जानती हो अम्मी कि मैं जिसके साथ शराब पीती हूँ उसे नंगा कर देती हूँ। फिर उसके लण्ड के साथ शराब पीती हूँ।  कल के दोनों लण्ड पीने में मुझे बड़ा मज़ा आया अम्मी।  तुम चली गयी थी वरना मैं तुम्हे भी पिलाती दोनों लण्ड ?  बड़े रसदार और बड़े सख्त थे दोनों लण्ड बहन चोद ?
अम्मी बोली :- हां तू तो अपनी माँ का भोसड़ा चुदाने में बहुत आगे है मैं जानती हूँ लेकिन मैं भी कम नहीं हूँ अपनी बेटी चुदाने में ? मुझे लग रहा है कि तू शौकत का लण्ड अभी पकड़ेगी ?
मैंने सौकत की तरफ मुंह करके कहा :- हां अम्मी इसका तो लण्ड पकड़ना ही पडेगा मुझे ?
अम्मी बोली :- यार शौकत तेरी बीवी की चूंची मेरी चूंची की तरह है ? अम्मी ने अपनी नंगी चूंची दिखा दी। 
वह बोला ;- नहीं भाभी उसकी चूंची इसकी आधी है। 
मैं बोली :- तो फिर मेरी चूंची की तरह होंगी तेरी बीवी की चूंची ? मैंने भी अपनी चूंची खोल कर दिखा दी।
वह बोला :- हां हां बस इसी तरह है उसकी चूंची ?
मैंने उसका हाथ पकड़ कर अपनी चूंची पर रखा और कहा तो फिर पकड़ो न इन बुर चोदी चूंचियों को ? मुझे अपनी बीवी समझो ?
वह बोला :- मेरी बीवी की चूंचियां मेरे दोस्त पकड़ते है और मैं उनकी बीवियों की चूंचियां पकड़ता हूँ। वे सब मेरी बीवी चोदते है और मैं उनकी बीवियां चोदता हूँ। 
मैं बोली :- तो फिर तुम मुझे अपने दोस्त की बीवी समझो ?
उसने मेरी चूंची पकड़ ली और दूसरे हाथ से मेरी अम्मी की चूंची भी। उसे मस्ती सवार हो गयी। 
मैंने इधर खोला अपनी बुर और उधर अम्मी ने खोला अपना भोसड़ा ?  अब हम दोनों ने मिलकर उसके कपडे खोल डाले और उसका लण्ड पकड़ लिया।  लण्ड और  टन टना गया।  लण्ड वाकई बड़ा स्मार्ट निकला ?
मैंने कहा :- हाय अल्ला, कितना बड़ा और मोटा है इसका लण्ड अम्मी ? मैंने जैसा सोंचा था बिलकुल वैसा ही है लण्ड ? अब आएगा मज़ा इसे पीने में और इससे चुदाने में ?
अम्मी उसका सुपाड़ा चाटने लगी और मैं उसके पेल्हड़ ? जैसा आप ऊपर फ़ोटो में देख रहें है। उसके बाद अम्मी ने लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया और मैं सटासट चुदवाने लगी। वह अम्मी कि चूंचियां चूसने ल्कगा और अम्मी उसके पेल्हड़ सहलाने लगी।  इतन में शबाना अनंती का फोन आ गया। 
अम्मी बोली :- हां शबाना बोलो ?
आंटी बोली :- तुम क्या कर रही हो रुखसाना ?
अम्मी बोली :- मैं अपनी बेटी चुदा रही हूँ ?
आंटी बोली :- दरवाजा खोलो मैं बाहर खड़ी हूँ।  अम्मी ने दरवाजा खोला ? मैं इधर चुदाने में जुटी थी।  थोड़ी देर  में मैंने देखा की आंटी एकदम नंगी अपने दोनों हाथ में एक एक लण्ड पकडे हुए कमरे में आ रही है।  उसके पीछे मेरी अम्मी भी है।
अंदर आकर आंटी बोली :- रुखसाना लो एक लण्ड तुम अपने भोसड़ा में पेलो ? एक लण्ड तुम अपनी बेटी की बुर में पेलो ? और बेटी की बुर वाला लण्ड मेरे भोसड़ा में पेलो। आज मैं तेरे साथ अपना भोसड़ा चुदवाऊँगी ? तेरी बेटी की बुर चुदवाऊँगी और तेरी बेटी अपनी माँ का भोसड़ा चुदवायेगी ? आज दिन हर रात भर यही होगा ?
बदलो लण्ड चुदाओ चूत, मराओ गांड ? चुदाओ बेटी चुदाओ माँ ?  माँ का भोसड़ा ज़िंदाबाद ?

-०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त                  

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