बड़ी भयानक गर्मी थी . सुबह के ७ बजे थे। मैं अपने सारे कपडे खोल कर पंखे के नीचे बैठ कर हवा खा रही थी। मेरे बगल में रखा था व्हिस्की का एक पैग ? मैं धीरे धीरे ठंडी ठंडी शराब का भी मज़ा ले रही थी। मस्ती छा रही थी मेरे बदन में ? इतने में किसी ने दरवाजा खटखटाया। मैंने एक साल ओढ़ कर दरवाजा खोला तो देखा की सामने मेरी पक्की दोस्त मिस हया खड़ी है , मैंने उसे बैठाया और एक पैग शराब उसे भी पकड़ा दिया। हम दोनों ने चियर्स कहा और दारू का मज़ा शुरू हो गया। मैंने अपनी साल उतार कर फेंक दी। वह मुझे पूरी नंगी देख कर मुस्कराने लगी और बोली वाओ, तुझे इतनी गर्मी लग रही है बहन चोद ?
शाम को हया अपने अब्बा इरफ़ान को लेकर मेरे घर आ गयी। मैंने ड्रिंक्स का पहले से ही इंतज़ाम कर रखा था। हया ने बताया था की मेरा अब्बा दारु खूब पीटा है। सबने दारु पीना शुरू किया। तब मैंने उसे अपनी अम्मी से मिलवाया और कहा अम्मी ये है मादर चोद इरफ़ान अंकल, हया के अब्बा ? और अंकल ये है मेरी भोसड़ी वाली अम्मी फरीदा। बुरा न मानना मैं ऐसे ही इट्रोडक्सन देती हूँ।
वह बोला :- हां मैं जानता हूँ भाभी आपको ? मैं आपकी बेटी महक को भी अच्छी तरह जानता हूँ, भाभी ?
अम्मी बोली :- अच्छी तरह का मतलब ? क्या तुमने कभी उसे नंगी नंगी देखा है भोसड़ी के ?
वह बोला :- 'वो' वाला अच्छी तरह नहीं ? 'वो' वाला अच्छी तरह तो मैं आपको भी नहीं जानता भाभी ?
अम्मी बोली :- तो कब जानोगे मेरे देवर राजा ? मैं भी तेरा 'वो' नहीं जानती मादर चोद इरफ़ान ?
हया और मैं दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी ?
अम्मी फिर बोली :- अरे बहन का लौड़ा इरफ़ान तू बार बार 'वो' 'वो' कह रहा है ? तू 'लण्ड' 'बुर' 'चूत' कुछ भी नहीं जानता, बहन चोद ? इतने दिनों से तू गांड मराता रहा क्या ?
हम दोनों फिर ठहाका लगा कर हंसने लगी।
इतने में अम्मी किचेन में नास्ता बनाने चली गयी उसके पीछे हया भी चली गयी।
तब मैंने अंकल से पूंछा :- अंकल, सुना है तेरा लौड़ा बड़ा मोटा है। लड़कियां उसे लाईन लगाये रहती है ?
वह बोला :- हां बात तो सच है । लड़कियां आती तो बहुत है मेरा लौड़ा पकड़ने ?
मैंने कहा :- कभी तूने हया को पकड़ाया अपना लौड़ा ?
वह बोला :- हां, मैंने कोशिश तो बहुत की पकड़ाने की पर मुझे लगता है की उसे मेरा लण्ड पकड़ने की कोई इच्छा नहीं है ? अगर इच्छा होती तो अब तक खुद ही पकड़ लेती ?
मैंने पूंछा :- कितना मोटा है तेरा लौड़ा बहन चोद अंकल ?
वह बोला :- ये तो पकड़ कर ही पता चलेगा ? मैं कैसे बता सकता हूँ महक ?
बस मुझे जोश आ गया मैंने उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाला और लौड़ा पकड़ लिया। मैं बोली वाओ, अंकल ये तो साला भोसड़ी का पहले से ही खड़ा है। मोटा तो लग रहा है बहन चोद ? ऐसा कह कर मैंने उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी और लौड़ा हिला हिला कर मस्ती करने लगी। अचानक हया छुप कर अंकल का लौड़ा देखने लगी। मैं भी उसे दिखाने लगी। वह खुश हो गयी। इतने में अम्मी आ गयी। वह बोली अरे वाह ? लौड़ा तो वाकई बड़ा मोटा है इरफ़ान तेरा ? अरी कहाँ है तू बुर चोदी हया जल्दी से यहाँ आ और देख लौड़ा कितना बढ़िया है ? हया फ़ौरन आगे आ गयी। मैंने कहा अरे हया क्या तू लौड़ा नहीं पकड़ना चाहती क्या ? वह बोली नहीं यार मैं तो बहुत दिनों से लौड़ा पकड़ना चाहती थी पर कभी मौक़ा नहीं मिला ? मैंने कहा तो लो आज मौका मिला है पकड़ लो लौड़ा ? मैंने हया को पकड़ा दिया अंकल का लौड़ा ?
मैंने उसके कपडे उतारना शुरू किया और अम्मी ने मेरे ? हम दोनों एक दम नंगी हो गयी। हमारा सेक्सी बदन देख कर लौड़ा साला और सख्त हो गया। अम्मी ने भी लौड़ा पकड़ कर देखा ? उसे कई बार चूमा और जबान निकाल कर चाटा ? उसने भी अपना भोसड़ा खोल कर दिखा दिया ? अब माहौल में गर्मी आ गयी। मैं और हया दोनों लौड़ा चाटने में जुट गयी। अम्मी बैठी हुई हम दोनों का लौड़ा चाटना देख रही थी। कभी मैं सुपाड़ा मुंह में ले लेती कभी उसे हया अपने मुंह में घुसेड़ लेती ? कभी मैं पेल्हड़ चाटती कभी हया पेल्हड़ चाटती ? कभी मैं सुपाड़े के चारों ओर जबान घुमाती और कभी हया ? बाद में मैं लौड़ा ज्यादा से ज्यादा मुंह में घुसाने लगी । हया भी अधिक से अधिक लौड़ा मुंह के अंदर घुसाने लगी।अंकल को खूब मज़ा आया और थोड़ी देर में लौड़ा झड़ने लगा। हम दोनों ने झड़ता हुआ लण्ड मिलकर पिया ?
उसके बाद हम सबने नंगी नंगी ही खाना खाया और खूब ढेर सारी गन्दी गन्दी बातें की , एक दूसरे को गाली दे दे कर मस्ती की ? करीब टेढ़ दो घंटे के बाद मैंने फिर अंकल के लौड़े पर हाथ रखा तो कर खड़ा हो गया। मैंने अंकल से कहा अब तुम चोदो मेरी माँ का भोसड़ा अंकल ? मैं बैठ कर अपनी माँ चुदवाऊँगी ? मैं देखूँगी की तुम मेरी माँ का भोसड़ा कैसे चोदते हो ? हया देखेगी की उसका अब्बा कैसे चोदता है लड़कियों की माँ का भोसड़ा ? ऐसा कह कर मैंने अम्मी को लौड़ा पकड़ा दिया। अम्मी उसे हिला हिला कर सख्त करने लगी। थोड़ी देर में उसने लौड़ा अपने भोसड़ा में घुसा लिया और अंकल ने चोदना शुरू किया। धक्के पे धक्का लगाना शुरू किया । पूआ लौड़ा पेलना शुरू किया। अम्मी बोली हाय रब्बा, बड़ा मजेदार है लौड़ा ? मोटा है इसलिए खूब मज़ा आ रहा है चुदाने में ? इतने में अंकल ने रफ़्तार बढ़ा दी। अम्मी की नीचे से गांड उचकने लगी। और ऊपर उसकी चूंचियां नाचने लगी। मैंने देखा की लौड़ा बार बार फ़िशल कर बाहर आ जाता है। मैं बगल में बैठ कर लौड़ा बार बार अंदर करने लगी और हया भी दूसरी तरफ बैठ कर अपने अब्बा के पेल्हड़ सहलाने लगी। मुझे वाकई माँ चुदाने में मज़ा आने लगा ? हया बोली यार महक अब मैं भी अपनी माँ चुदवाया करूंगी ? आज मुझे मालूम हुआ की माँ चुदाने में कितना मज़ा है यार ? थोड़ी देर में मैंने कहा अंकल अब पीछे से चोदो मेरी माँ ? अम्मी बिलकुल कुतिया की तरह बन गयी और अंकल कुत्ते की तरह चोदने लगा ? आधे घंटे तक अंकल मेरी माँ चोदता रहा ? कभी आगे से कभी बगल से और कभी लण्ड पर बैठा के ? हया खुश हो गयी अपने अब्बा को चोदते हुए देख कर और मैं खुश हो गयी अपनी अम्मी का भोसड़ा चुदवाकर ?
एक दिन मेरी एक दोस्त शीबा का फोन आ गया। वह बोली हाय महक मैंने सुना है की तू अपनी माँ चुदाने लगी है ? अभी उस दिन हया के अब्बा से चुदा लिया तूने अपनी माँ ? मैंने कहा हां यार बात तो सही है। पर माँ चुदाने में मज़ा बहुत आया और फिर हया के अब्बा का लौड़ा भी बड़ा तगड़ा था यार ? वह बोली दरअसल मैं भी अपनी माँ चुदवाती हूँ और आज वह मेरी माँ चोदने आ रहा है। एक बात और बता दूं की अपने कॉलेज के दो लड़के नज़ीर और वज़ीर लड़कियों की माँ चोदते है। कई लड़कियां उन्हें अपने घर अपनी माँ चुदाने ले जाती है। यह बात मुझे कॉलेज की एक टीचर मिस मालती ने बताई। वह भी इन्ही दोनों लड़को से खूब चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा ? मालती तो अपनी बुर चुदाने में और अपनी माँ चुदाने में बड़ी मशहूर है ? दोनों के लण्ड बड़ी लम्बे चौड़े है यार। कल मैंने दोनों को बुलाया और जैसे ही उनके टन टनाते हुए लण्ड मेरे हाथ में आये तो मेरी तो गांड फट गयी। मैंने इतने बड़े लण्ड पहले कभी देखा ही नहीं ? तब तक मेरी अम्मी आ गयी। वो तो लण्ड पकड़ते ही उछल पड़ी बोली आज आएगा मेरे भोसड़ा को असली मज़ा ? मुझसे बोली देख बुर चोदी शीबा , ये है बहन चोद मर्दाने लण्ड ? ऐसे ही लौड़ों से भोसड़ा चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आता है। आज तू भी चुदा मेरे सामने अपनी चूत शीबा ? फिर क्या हम दोनों ने लण्ड अदल बदल कर खूब चुदाया ? आज शाम को मैं इन दोनों को तेरे पास भेज रही हूँ। रात भर तुम भी चुदाना और अपनी माँ भी चुदवाना ? फिर मैं कल बात करूंगी।
शाम को उनके आने से मेरे घर में रात भर हुई चोदा चोदी ? बड़ी गज़ब की रात थी यार ? इतने बड़े बड़े मोटे मोटे लण्ड से चुदाने का मौका मिला था न ? मस्त हो गयी मैं और मस्त हो गया मेरी माँ का भोसड़ा ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
- मैंने कहा हां यार गर्मी बुर चोदी दोनों तरफ से आ रही है। एक तो मौसम की गर्मी दूसरी मेरी चूत की गर्मी ? अंदर भी गर्मी बाहर भी गर्मी ऐसे में मैं कपड़ा बिलकुल बरदास्त नहीं कर सकती ?
- बाहर की गर्मी तो तू पंखा और ये सी चला कर बर्दास्त कर लेगी पर अंदर की गर्मी का क्या करेगी ?
- अंदर की गर्मी के लिए लौड़ा अपनी चूत में पेलूँगी ? जब लौड़ा साला अंदर अपना पानी डालेगा तभी मेरी चूत की आग ठंडी होगी। अब मैं २५ साल की हो गयी हूँ। भरी जवानी में लण्ड ही साथ देता है।
- यार तू दिन रात बस लौड़ा के बारे में ही सोंचा करती है भोसड़ी वाली ? तेरे पास और कोई काम नहीं है क्या ? लौड़ा के आगे भी है दुनिया यार, महक ?
- देख यार मैं कितनी जवान हूँ। मेरी कितनी बड़ी बड़ी मस्त चूंचियां है। पतली कमर है। पेट अंदर को है जिससे मेरे स्तन सामने से बहुत सेक्सी दिखाई पड़ते है। मेरे चूतड़ बड़े बड़े हो गए है। मेरी जांघें मोटी मोटी है। मेरी गांड सेक्सी है और मेरा खूबसूरत चेहरा ऐसा है की जिसको देखो वही अपना लौड़ा मेरे मुंह में घुसाना चाहता है। इन सब चीजो के लिए लण्ड चाहिए लण्ड समझी हया ?
- हां यार तू सही कह रही है। मेरी चूंचियां तो तेरी से आधी है। मेरी तरफ तो लोग देखते ही नहीं ? देखो न बहुत दिनों से इतनी ही बनी हुई है बढती ही नहीं भोसड़ी वाली ? ऐसा कह कर हया ने भी अपने कपडे खोल दिया और मेरी तरह बैठ कर दारु पीने लगी।
- देखो हया , एक बात समझ लो अच्छी तरह ? इन भोसड़ी वाले मर्दों की नज़र लड़की की चूंचियों पर होती है। इसलिए चूंचियां हमेशा बड़ी बड़ी होनी ही चाहिए ? इन्हे बड़ी करना पड़ता है हया ?
- यार बता मैं क्या करू अपनी चूंचियां बड़ी बड़ी करने के लिए ?
- रोज़ सवेरे लण्ड पिया करो ? शाम को शराब के साथ लण्ड पिया करो। रात को अपनी चूत को लण्ड पिलाया करो। यानि दिन में पियो लण्ड रात में बुर में पेलो लण्ड ? जितने ज्यादा लण्ड पियोगी और जितनी तेजी से बुर चुदवाओगी, चूंचियां उतनी ही तेजी से बड़ी होने लगेंगी ? अभी ६ महीने पहले मेरी भी चूंची आधी थी। अब देखो कितनी बड़ी बड़ी हो गयी है और हर रोज़ बुर चोदी बढती ही जा रही है। मेरी अम्मी की चूंचियां देखो बहन चोद यहाँ पूरे मोहल्ले में उसका कोई मुकाबला नहीं कर सकती ?
- हां आंटी की चूंचियां तो वाकई सबसे बड़ी है।
- एक बात की और गाँठ बाँध ले ? हर जवान लड़का और हर मर्द अपना लण्ड किसी जवान लड़की को पकड़ाना चाहता है। मुठ्ठ मरवाना चाहता है उससे ? तुम बड़ी बेशर्मी से अपना हाथ बढाकर लौड़ा पकड़ लिया करो । लौड़ा साला चाहे जिसका हो ? लौड़ा चाहे जीजा का हो, खालू का हो, भाई जान का हो, मामू जान का हो, अब्बा जान का हो, किसी पडोसी का हो, किसी के दोस्त का हो, बॉय फ्रेंड्स का हो, या फिर किसी के शौहर का हो बस पकड़ लो लौड़ा बहन चोद ? फिर देखो कितना मज़ा आता है। हर एक का लौड़ा अलग अलग होता है हया ? इसी में तो मज़ा है यार ? तेरा भी मन होता है न किसी का लौड़ा पकड़ने का ? तो फिर डरती क्यों है माँ की लौड़ी ?
- यार मैंने अपने अब्बा का लौड़ा देखा है। क्या मस्त और मोटा लौड़ा है उसका ? पर पकड़ा नहीं कभी ?
- तू साली बुर चोदी हमेशा शर्माती ही रहेगी ? तुझे जवानी का मज़ा लूटना नहीं आता ? अब तू एक काम कर आज ही अपने अब्बा को किसी बहाने मेरे घर ले आ। मैं तेरे सामने ही पकडूँगी तेरे अब्बा का लण्ड ? पहले तुझे चुपके से दिखाऊंगी उसका लण्ड फिर अपने पास बुलाकर तुझे भी पकड़ा दूँगी लण्ड ?
- हाय अल्ला, क्या मैं अपने अब्बा का लौड़ा पकड़ सकूंगी ? जबसे उसका मोटा लौड़ा देखा है तबसे मेरी चूत में आग लगी है। मैंने आजतक किसी को बताया नहीं ? मैं सिर्फ तुझे ही बता रही हूँ।
- अरे यार तूने मोटा लौड़ा कहा है तो मेरी चूत में आग लग गयी है। अब मैं तेरे अब्बा से चुदवाकर ही दम लूंगी। अपनी माँ के भोसड़ा में भी पेलूँगी तेरे अब्बा का लण्ड ? अपनी माँ चुदाऊंगी मैं तेरे अब्बा से ?
शाम को हया अपने अब्बा इरफ़ान को लेकर मेरे घर आ गयी। मैंने ड्रिंक्स का पहले से ही इंतज़ाम कर रखा था। हया ने बताया था की मेरा अब्बा दारु खूब पीटा है। सबने दारु पीना शुरू किया। तब मैंने उसे अपनी अम्मी से मिलवाया और कहा अम्मी ये है मादर चोद इरफ़ान अंकल, हया के अब्बा ? और अंकल ये है मेरी भोसड़ी वाली अम्मी फरीदा। बुरा न मानना मैं ऐसे ही इट्रोडक्सन देती हूँ।
वह बोला :- हां मैं जानता हूँ भाभी आपको ? मैं आपकी बेटी महक को भी अच्छी तरह जानता हूँ, भाभी ?
अम्मी बोली :- अच्छी तरह का मतलब ? क्या तुमने कभी उसे नंगी नंगी देखा है भोसड़ी के ?
वह बोला :- 'वो' वाला अच्छी तरह नहीं ? 'वो' वाला अच्छी तरह तो मैं आपको भी नहीं जानता भाभी ?
अम्मी बोली :- तो कब जानोगे मेरे देवर राजा ? मैं भी तेरा 'वो' नहीं जानती मादर चोद इरफ़ान ?
हया और मैं दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी ?
अम्मी फिर बोली :- अरे बहन का लौड़ा इरफ़ान तू बार बार 'वो' 'वो' कह रहा है ? तू 'लण्ड' 'बुर' 'चूत' कुछ भी नहीं जानता, बहन चोद ? इतने दिनों से तू गांड मराता रहा क्या ?
हम दोनों फिर ठहाका लगा कर हंसने लगी।
इतने में अम्मी किचेन में नास्ता बनाने चली गयी उसके पीछे हया भी चली गयी।
तब मैंने अंकल से पूंछा :- अंकल, सुना है तेरा लौड़ा बड़ा मोटा है। लड़कियां उसे लाईन लगाये रहती है ?
वह बोला :- हां बात तो सच है । लड़कियां आती तो बहुत है मेरा लौड़ा पकड़ने ?
मैंने कहा :- कभी तूने हया को पकड़ाया अपना लौड़ा ?
वह बोला :- हां, मैंने कोशिश तो बहुत की पकड़ाने की पर मुझे लगता है की उसे मेरा लण्ड पकड़ने की कोई इच्छा नहीं है ? अगर इच्छा होती तो अब तक खुद ही पकड़ लेती ?
मैंने पूंछा :- कितना मोटा है तेरा लौड़ा बहन चोद अंकल ?
वह बोला :- ये तो पकड़ कर ही पता चलेगा ? मैं कैसे बता सकता हूँ महक ?
बस मुझे जोश आ गया मैंने उसकी लुंगी के अंदर हाथ डाला और लौड़ा पकड़ लिया। मैं बोली वाओ, अंकल ये तो साला भोसड़ी का पहले से ही खड़ा है। मोटा तो लग रहा है बहन चोद ? ऐसा कह कर मैंने उसकी लुंगी खोल कर फेंक दी और लौड़ा हिला हिला कर मस्ती करने लगी। अचानक हया छुप कर अंकल का लौड़ा देखने लगी। मैं भी उसे दिखाने लगी। वह खुश हो गयी। इतने में अम्मी आ गयी। वह बोली अरे वाह ? लौड़ा तो वाकई बड़ा मोटा है इरफ़ान तेरा ? अरी कहाँ है तू बुर चोदी हया जल्दी से यहाँ आ और देख लौड़ा कितना बढ़िया है ? हया फ़ौरन आगे आ गयी। मैंने कहा अरे हया क्या तू लौड़ा नहीं पकड़ना चाहती क्या ? वह बोली नहीं यार मैं तो बहुत दिनों से लौड़ा पकड़ना चाहती थी पर कभी मौक़ा नहीं मिला ? मैंने कहा तो लो आज मौका मिला है पकड़ लो लौड़ा ? मैंने हया को पकड़ा दिया अंकल का लौड़ा ?
मैंने उसके कपडे उतारना शुरू किया और अम्मी ने मेरे ? हम दोनों एक दम नंगी हो गयी। हमारा सेक्सी बदन देख कर लौड़ा साला और सख्त हो गया। अम्मी ने भी लौड़ा पकड़ कर देखा ? उसे कई बार चूमा और जबान निकाल कर चाटा ? उसने भी अपना भोसड़ा खोल कर दिखा दिया ? अब माहौल में गर्मी आ गयी। मैं और हया दोनों लौड़ा चाटने में जुट गयी। अम्मी बैठी हुई हम दोनों का लौड़ा चाटना देख रही थी। कभी मैं सुपाड़ा मुंह में ले लेती कभी उसे हया अपने मुंह में घुसेड़ लेती ? कभी मैं पेल्हड़ चाटती कभी हया पेल्हड़ चाटती ? कभी मैं सुपाड़े के चारों ओर जबान घुमाती और कभी हया ? बाद में मैं लौड़ा ज्यादा से ज्यादा मुंह में घुसाने लगी । हया भी अधिक से अधिक लौड़ा मुंह के अंदर घुसाने लगी।अंकल को खूब मज़ा आया और थोड़ी देर में लौड़ा झड़ने लगा। हम दोनों ने झड़ता हुआ लण्ड मिलकर पिया ?
उसके बाद हम सबने नंगी नंगी ही खाना खाया और खूब ढेर सारी गन्दी गन्दी बातें की , एक दूसरे को गाली दे दे कर मस्ती की ? करीब टेढ़ दो घंटे के बाद मैंने फिर अंकल के लौड़े पर हाथ रखा तो कर खड़ा हो गया। मैंने अंकल से कहा अब तुम चोदो मेरी माँ का भोसड़ा अंकल ? मैं बैठ कर अपनी माँ चुदवाऊँगी ? मैं देखूँगी की तुम मेरी माँ का भोसड़ा कैसे चोदते हो ? हया देखेगी की उसका अब्बा कैसे चोदता है लड़कियों की माँ का भोसड़ा ? ऐसा कह कर मैंने अम्मी को लौड़ा पकड़ा दिया। अम्मी उसे हिला हिला कर सख्त करने लगी। थोड़ी देर में उसने लौड़ा अपने भोसड़ा में घुसा लिया और अंकल ने चोदना शुरू किया। धक्के पे धक्का लगाना शुरू किया । पूआ लौड़ा पेलना शुरू किया। अम्मी बोली हाय रब्बा, बड़ा मजेदार है लौड़ा ? मोटा है इसलिए खूब मज़ा आ रहा है चुदाने में ? इतने में अंकल ने रफ़्तार बढ़ा दी। अम्मी की नीचे से गांड उचकने लगी। और ऊपर उसकी चूंचियां नाचने लगी। मैंने देखा की लौड़ा बार बार फ़िशल कर बाहर आ जाता है। मैं बगल में बैठ कर लौड़ा बार बार अंदर करने लगी और हया भी दूसरी तरफ बैठ कर अपने अब्बा के पेल्हड़ सहलाने लगी। मुझे वाकई माँ चुदाने में मज़ा आने लगा ? हया बोली यार महक अब मैं भी अपनी माँ चुदवाया करूंगी ? आज मुझे मालूम हुआ की माँ चुदाने में कितना मज़ा है यार ? थोड़ी देर में मैंने कहा अंकल अब पीछे से चोदो मेरी माँ ? अम्मी बिलकुल कुतिया की तरह बन गयी और अंकल कुत्ते की तरह चोदने लगा ? आधे घंटे तक अंकल मेरी माँ चोदता रहा ? कभी आगे से कभी बगल से और कभी लण्ड पर बैठा के ? हया खुश हो गयी अपने अब्बा को चोदते हुए देख कर और मैं खुश हो गयी अपनी अम्मी का भोसड़ा चुदवाकर ?
एक दिन मेरी एक दोस्त शीबा का फोन आ गया। वह बोली हाय महक मैंने सुना है की तू अपनी माँ चुदाने लगी है ? अभी उस दिन हया के अब्बा से चुदा लिया तूने अपनी माँ ? मैंने कहा हां यार बात तो सही है। पर माँ चुदाने में मज़ा बहुत आया और फिर हया के अब्बा का लौड़ा भी बड़ा तगड़ा था यार ? वह बोली दरअसल मैं भी अपनी माँ चुदवाती हूँ और आज वह मेरी माँ चोदने आ रहा है। एक बात और बता दूं की अपने कॉलेज के दो लड़के नज़ीर और वज़ीर लड़कियों की माँ चोदते है। कई लड़कियां उन्हें अपने घर अपनी माँ चुदाने ले जाती है। यह बात मुझे कॉलेज की एक टीचर मिस मालती ने बताई। वह भी इन्ही दोनों लड़को से खूब चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा ? मालती तो अपनी बुर चुदाने में और अपनी माँ चुदाने में बड़ी मशहूर है ? दोनों के लण्ड बड़ी लम्बे चौड़े है यार। कल मैंने दोनों को बुलाया और जैसे ही उनके टन टनाते हुए लण्ड मेरे हाथ में आये तो मेरी तो गांड फट गयी। मैंने इतने बड़े लण्ड पहले कभी देखा ही नहीं ? तब तक मेरी अम्मी आ गयी। वो तो लण्ड पकड़ते ही उछल पड़ी बोली आज आएगा मेरे भोसड़ा को असली मज़ा ? मुझसे बोली देख बुर चोदी शीबा , ये है बहन चोद मर्दाने लण्ड ? ऐसे ही लौड़ों से भोसड़ा चुदाने में ज़न्नत का मज़ा आता है। आज तू भी चुदा मेरे सामने अपनी चूत शीबा ? फिर क्या हम दोनों ने लण्ड अदल बदल कर खूब चुदाया ? आज शाम को मैं इन दोनों को तेरे पास भेज रही हूँ। रात भर तुम भी चुदाना और अपनी माँ भी चुदवाना ? फिर मैं कल बात करूंगी।
शाम को उनके आने से मेरे घर में रात भर हुई चोदा चोदी ? बड़ी गज़ब की रात थी यार ? इतने बड़े बड़े मोटे मोटे लण्ड से चुदाने का मौका मिला था न ? मस्त हो गयी मैं और मस्त हो गया मेरी माँ का भोसड़ा ?
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