Saturday, February 1, 2014

भोसड़ी की, माँ चुदा पहले

तू भोसड़ी की पहले अपनी माँ चुदा ले, उसके बाद तेरे सारे रास्ते खुल जायेंगे ? मैंने भी यही किया ? पहले अपनी  माँ चुदाई और अब मेरी माँ अपनी बेटी
माँ चुदा रही हूँ 
चुदा रही है। इस तरह मैं भी खुश और मेरी माँ भी खुश ? मैं अपनी माँ के सामने करती हूँ ऐय्यासी और मेरी माँ मेरे सामने करती है ऐय्यासी ? और फिर हम दोनों क्यों न करें ऐय्यासी जब मैं जवान हूँ और मेरी माँ भी जवान है। मेरे पास भी पैसा है और मेरी माँ के पास भी पैसा है ? मेरा जिस्म भी सेक्सी है और मेरी माँ का जिस्म भी ?
मेरा नाम मुस्कान है और मैं ये बातें अपनी एक सहेली आकृति मेहरा को बता रही हूँ। मैं जानती हूँ की आकृति बड़ी हरामी लड़की है।उसे बुर चुदाने का बड़ा शौक है लेकिन उसकी गांड फटती है अपनी मम्मी से ? मम्मी के डर के मारे वह खुल कर चुदवा नहीं पाती ?  मैं उसकी मम्मी को जानती हूँ।  बड़ी खूबसूरत है वो और बड़ी खुश मिज़ाज़ भी।  मेरी अम्मी से उसकी दोस्ती है।  मेरी अम्मी ने मुझे चुदाने की खुली छूट दे रखी है और मैं उसका फायदा उठाती हूँ।  एक दिन वह मुझसे पूंछने लगी तो मैंने उसे बता दिया की तू खुद चुदवाने के बजाय अपनी माँ चुदाना शुरू कर ?  उसने कहा यार मुस्कान तू बता की मैं अपनी माँ किससे चुदवाऊँ ? मैंने बता दिया देख आकृति तू रमजान अंकल को जानती है न ? वह बोली हां ? तब मैंने कहा वह लड़कियों की माँ चोदता है।  मेरी भी माँ चोदता है भोसड़ी वाला ? उसी के पास जा और एकदम सीधे सीधे उससे कह दो अंकल एक दिन मेरी माँ चोद लो ? बस वह मान जायेगा तब किसी बहाने से अपनी माँ उसके पास ले जा।  बाकी रमजान अंकल खुद संभाल लेंगे ? उसका लौड़ा इतना बड़ा है की कोई भी औरत उसे देख कर अपने आप अपना भोसड़ा खोल देगी और चुदाने लगेगी ?
एक दिन दोपहर में आकृति कॉलेज से जल्दी आ गयी और रमजान अंकल के घर चली गयी।  इत्तिफाक से दरवाजा  ओढ़का था बंद नहीं था।  वह चुपचाप अंदर दाखिल हो गयी।  आगे बढ़ी तो उसे कुछ आवाज़ सुनायी पड़ी। वह  आवाज़ थी -
"यार रमजान तेरा बहन चोद लण्ड वाकई बड़ा लम्बा चौड़ा है।  मुस्कान की अम्मी ने सही कहा था ? ऐसे लण्ड से चुदाने में ही मेरे भोसड़ा को मज़ा आता है।  पूरा घुसेड़ के चोदो यार ? मुझे रंडी समझ के चोदो ? आज बहुत दिनों के बाद मुझे चुदाने का मज़ा आ रहा है "
उसने मन में कहा वाओ, ये तो मेरी मम्मी की  आवाज़ है तो क्या मेरी माँ चुदवा रही है यहाँ ? वह आगे बढ़ी और खिड़की से झाँक कर देखने लगी। उसने देखा की मेरी मम्मी बिलकुल नंगी अपनी टांगें फैलाये हुए लेटी है उसके ऊपर रमजान अंकल अपना लौड़ा घुसेड़ कर मम्मी का भोसड़ा चोदे चले जा रहे है। उसे लौड़ा दिखाई नहीं पड़ा लेकिन उसकी चूत गनगना उठी। उसकी चूंची फड़कने लगी ? उसकी इच्छा भी चुदाने की हो गयी लेकिन वह रुक गयी और अपनी माँ का भोसड़ा चुदते हुए देखने लगी।  इतने में उसने देखा की एक और लण्ड उसकी मम्मी के सामने आ गया और मम्मी ने उसे अपने मुंह में घुसा कर चूसने लगी।  आकृति की चूत और गरम हो गयी।  उसने मन में कहा मेरी माँ बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ निकली ? मैं बेकार में इससे डरती रही।  अब तो मैं खुले आम चुदवाऊँगी ।  मम्मी के सामने चुदवाऊँगी ? उसे लौड़ा दिखा कर अपने बुर में पेलूँगी ? उसने अपना मोबाईल उठाया और चुपचाप विडियो बनाने लगी।
दूसरे दिन आकृति मेरे पास आयी और सारी बातें बता दी।  उसने मुझे विडियो भी दिखाया। मैंने कहा यार अब तेरा रास्ता साफ हो गया। अब तू अपनी चूत तैयार कर ले मैं कल ही तेरी बुर में तेरी मम्मी के सामने ही लण्ड पेल दूँगी। मैं उसे लेकर उसकी मम्मी मिसेज सुनीता मेहरा के घर चली गयी।
  • मैंने आकृति के सामने ही पूंछा - आंटी रमजान अंकल का लौड़ा कैसा लगा तुम्हे आंटी ?  
  • वह बोली :- अरी मुस्कान क्या कह रही है तू ? मैं तेरी आंटी हूँ और आंटी से ऐसी बातें कर रही हो ?
  • अरे आंटी अब मैं जवान हो गयी हूँ। मैं सब जानती हूँ ? अच्छा उसके दोस्त का लौड़ा कैसा था यही बता दो आंटी ?
  • अब आंटी की गांड फटने लगी। 
  • मैंने कहा - सच सच बताओ न आंटी ?
  • तुम ये सब बातें मेरी बेटी के सामने हो।  अकेले में पूंछ लेना ?
  • देखो आंटी, तेरी बेटी आकृति भी अब जवान हो गयी है वह २३ साल की है। उसकी भी इच्छा चुदाने की होती है ? उसे भी लण्ड अपनी बुर में पेलना है ? मुझे देखो मेरी माँ सब बता देती है मुझे । उसके भोसड़ा में जितने लण्ड घुसते है उनके बारे में मेरी अम्मी मुझे बता देती है।  मैं तो उसके सामने चुदवाती हूँ और तुम अपनी बेटी के सामने बोलना नहीं चाहती ? ऐसा क्या आंटी ? 
  • हां मुझे इस बात का अहसास है की तुम अपनी अम्मी से खुली हुई हो ?
  • तो फिर क्या तुम भी खुल जाओ न, आंटी  ? बताओ न प्लीज मुझे ? 
  • क्या बताऊँ मुस्कान क्यों मेरे पीछे पड़ी हो। मैं कुछ नहीं जानती ?
  • तब मैंने विडियो चलाना शुरू कर दिया।  आंटी ने अपने को लण्ड चूसते हुए और चुदवाते हुए देखा ?
  • अब तो उसकी गांड फट के उसके हाथ में आ गयी। 
  • वह बोली - हां मुस्कान, कल मैंने रमजान और उसके दोस्त दोनों भोसड़ी वालों से एक साथ चुदवाया ? अब देख मुस्कान,  आक्रति का पापा तो है नहीं ? इधर मेरा भोसड़ा साला मुझे चैन से बैठने नहीं देता।  इसलिए मुझे चुदाना पड़ता है। 
  • यही बात तो आकृति के साथ है।  उसका भी कोई हसबैंड नहीं है। उसकी भी चूत चुदासी रहती है।  उसे खुले आम चुदवाने दो न आंटी ?
  • हां तू सही कह रही है।  अब मैं अपनी बेटी भी चुदवाया करूंगी। 
  • और मैं वादा करती हूँ की तेरी बेटी भी तेरा भोसड़ा चुदवाया करेगी।
दो दिन बाद जब मैंने आकृति को फोन किया तो वह बोली :- हाय मुस्कान कहो क्या हाल है ?
मैंने कहा :- मेरे हाल ठीक है यार ? तुम बताओ क्या कर रही हो आकृति ?
वह बोली :-  अपनी माँ चुदा रही हूँ, यार  ?
मैंने कहा :- वाओ, ये सब कैसे हुआ यार ? बस दो दिन में ही तू भोसड़ी वाली माँ चुदाने लगी अपनी ?
वह बोली :- यह सब तेरा कमाल है और उस विडियो का कमाल है।  आज तो मेरी मम्मी ने ही मुझे एक अंकल का लौड़ा पकड़ा दिया।  फिर मेरी चूत में घुसेड़ कर मेरी बुर चुदवाई ? मैंने भी अपने बॉय फ्रेंड को बुलाया,  उसका लौड़ा खोला, उसे हिलाया और फिर मम्मी को पकड़ा दिया ? उसके बाद मैंने मम्मी के कपडे उतारे उसे नंगी कर दिया और उसके भोसड़ा में घुसा दिया लण्ड ? मम्मी भकाभक चुदाने लगी।  तब तक तेरा फोन आ गया।  अब तू बता तू क्या कर रही है ?
मैंने कहा :- तू आकृति मेरे घर अभी आ जा ?  मैं अपनी माँ चुदाने जा रही हूँ। तूने कभी मुझे अपनी माँ चुदाते हुए देखा नहीं है।  मैं चाहती हूँ की आज तुम देखो की माँ कैसे चुदाई जाती है ?
आकृति बहुत खुश हो गयी और मेरे घर आधे घंटे में आ गयी। मैंने उसे अपनी माँ आयसा से मिलवाया।  वह मिलकर बड़ी खुश हुई बोली हाय आंटी तुम तो बहुत सेक्सी और जवान दिख रही हो ? ऐसी कौन सी जादू की छड़ी है तेरे पास आंटी ? जो अभी भी तुम्हे जवान जवान बनाये हुए है ?
मेरी माँ ने कहा :- मेरे पास तीन जादू की छड़ी है ? ?
आकृति तो सुन कर बड़ी खुश हुई और बोली :- आंटी मुझे भी बताओ, मैं भी वो जादू करूंगी और अपनी अम्मी को भी बताऊंगी। मैं अम्मी को भी जवान रखना चाहती हूँ। 
मेरी अम्मी बोली :- वो तीन छड़ी है 'लण्ड' 'लण्ड' और 'लण्ड' ?
वह बोली :- क्या कह रही हो आंटी ?
मेरी अम्मी बोली :- मैं ठीक कह रही हूँ।  अगर तुम हमेशा जवान और तारो ताज़ा बने रहना चाहती हो तो हर रोज़ दो तीन लण्ड पकड़ो, उन्हें चाटो, चूसो और पियो ? लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ो, चुदाओ और जी भर गांड मराओ ? यकीन करो आकृति, तुम हमेशा जवान बनी रहोगी ?  मुझे देखो मैं कितनी जवान बनी रहती हूँ ? इसमें मेरी बेटी का बहुत बड़ा हाथ है।  मेरी बेटी अपनी माँ हर रोज़ चुदवाती है ? तुम भी अगर अपनी माँ हर दिन चुदवाओ तो वह हमेशा जवान रहेगी। हां याद रखना की माँ चुदाने के साथ साथ अपनी भी बुर चुदवाते रहना जैसा मेरी बेटी करती है।  वे दोनों बात कर ही रही थीं की किसी ने डोर बेल बजा दी ? मैंने दरवाजा खोला तो सामने तीन लड़के खड़े थे।  मैं सीधे कमरे में ले आयी और अपनी अम्मी से आकृति से मिलवाया।  मैंने कहा टिंकू, शिवा और अरसद ? ये तीनो मेरे दोस्त है ? और जानती हो आकृति ये तीनो भोसड़ी वाले मेरी माँ चोदने आयें है ? मैंने कहा अरे मादर चोदों पहले बैठो और व्हिस्की पियो ताकि तुम्हारे लण्ड में जोश आ जाए ? तब तक मेरी माँ ने ड्रिंक्स का पूरा इंतज़ाम कर दिया।  तीन वो और तीन हम ? तीन लण्ड और तीन चूत ? हम सब लोग पीने में जुट गए शराब ? उन तीनो की नज़रे हम तीनो औरतों पर टिक गयी। दूसरा पैग शुरू होने वाला था तो मैंने पूंछा :- तुम लोगों को कैसी लग रही है मेरी माँ भोसड़ी वालों ?
टिंकू -  वाओ, इतनी जवान होगी तेरी माँ मुस्कान मुझे नहीं मालूम था ?
शिवा -  मुझे तो तेरी ही तरह लग रही है तेरी माँ यार मुस्कान ?
अरसद - हां यार आज तो मुस्कान और उंसकान की अम्मी के साथ मज़ा ही मज़ा है।
मेरी अम्मी बोली :- देखो मादर चोदों मैं जानती हूँ की तुम तीनो मुझे एक साथ चोदने आये हो लेकिन मैं इन दोनों को भी चुदाना चाहती हूँ।  तो तुम मुझे चोदने के साथ साथ मेरी बेटी भी चोदो और इस बुर चोदी आकृति को भी चोदो ? हम तीनो जब एक साथ एक दूसरे के सामने चुदवायेंगी तब आएगा मज़ा ?
ऐसा कह कर अम्मी खड़ी हो गयी और अपने कपडे उतारने लगी। उसकी जब चूंचियां खुली और भोसड़ा खुला तो तीनो बहन चोद आँखे फाड़ फाड़ कर देखने लगे।  मेरी अम्मी आकृति के कपडे खोलने लगी और आकृति मेरे कपडे उतारने लगी।  देखते ही देखते हम तीनो नंगी हो गयी।  फिर क्या उन तीनो के लण्ड में लग गयी आग।  वे साले फनफनाने लगे।  मैंने टिंकू को नंगा करके उसका लौड़ा पकड़ लिया।  मेरी माँ ने शिवा का लौड़ा अपने हाथ में लिया और आक्रति अरसद का लण्ड मस्ती से हिलाने लगी।  हम तीनो लौड़ा चाटने लगी।  पेल्हड़ चाटने लगी।  लौड़ा पूरा मुंह में घुसेड़ कर चूसने लगी।  वैसे मैं पहले भी अपनी माँ के साथ चुदवा चुकी हूँ पर आज आकृति के सामने अपनी माँ के साथ चुदाने का मज़ा दूना हो रहा था।  मेरी चूत जल उठी।  आक्रति की बुर भठ्ठी हो रही थी और अम्मी का भोसड़ा तो आग उगल रहा था।  अम्मी इतने में बोली अरे बुर चोदियों घुसड़ो लण्ड अपनी अपनी चूत में और चुदाना शुरू करो भकाभक ? बस तीनो बुर एक साथ चुदने लगी।
इतने में अचानक आकृति की माँ गयी।  वह भी मादर चोद एकदम नंगी थी।  आते ही बोली अरे मुस्कान तू अपनी माँ चुदा रही है। यहाँ मेरी बेटी भी चुदा रही है इसलिए मैं भी उसके साथ चुदाने आयी हूँ।
आकृति बोली :- वाओ, मम्मी तेरे साथ ये दो आदमी कौन है ?
उसकी मम्मी ने उन दोनों की लुंगी खोल कर फेंकी तो दोनों लण्ड टन टना कर खड़े हो गए। 
वह बोली :- देख आकृति एक लण्ड तेरी बुर चोदेगा और एक लण्ड मेरा भोसड़ा चोदेगा ? उसके बाद फिर हम दोनों लण्ड अदल बदल कर चुदवायेंगी ?
तब तक मेरी अम्मी बोली :- अरी सुनीता मेरे साथ भी लण्ड की अदला बदली करना ?
आकृति की मम्मी बोली  ;- हां यार जरुर करूंगी।  मैं इसीलिए तो आयी हूँ।  आज मैं पांचो लण्ड अपनी बेटी की बुर में पेलूँगी ? चुदवाऊँगी अपनी बिटिया की बुर ?
आकृति बोली :- और मम्मी मैं भी इन्हे पेल पेल कर तेरा भोसड़ा चुदवाऊँगी ?
मैं इन दोनों की बातें सुन सुन कर बड़ी खुश हई कि चलो ये दोनों बड़ी मस्ती से एक दूसरे के सामने चुदवाने लगी है। उस रात उस कमरे में सुबह तक खूब घमाशन चुदाई हुई। दो मम्मियां और दो बेटियां चोदी गयी रात भर ? एक दिन मैं अकेले बैठी व्हिस्की पी रही थी। अम्मी बाहर गयी थी।  तब तक मेरी एक सहेली ममता आ गयी।  मैंने उसे भी शराब पेने में शामिल कर लिया।
मैंने पूंछा :- यार यह बता तूने कितने लण्ड पकडे है अभी तक ?
वह बोली :- सिर्फ दो लण्ड ही पकड़ पायी हूँ यार ? हां उन्हें चूसा जरुर है पर अभी तक चुदवाया नहीं है ?
मैंने कहा :- क्यों नही चुदवाया बहन चोद अभी तक ? वह बोली :- अम्मी के डर की वज़ह से ?
मैंने कहा :- भोसड़ी की पहले अपनी माँ चुदा ? एक बार माँ चुदा लेगी तो तेरे चुदाने का रास्ता साफ हो जायेगा ? कुछ दिन बाद ममता मुझे एक शौपिंग  सेण्टर में मिली।  वह बहुत जल्दी में थी।  मैंने पूंछा तो वह बोली यार मुझे अभी अपनी माँ चुदाने जाना है।  मेरे तीन बॉय फ्रैन्ड्स मेरी माँ चोदने आ रहे है।  मैंने उसके कान में कहा मज़ा आ रहा है न माँ चुदाने में ?
वह बोली हां यार अब तो मैं भी उसके सामने खुले आम चुदवाती हूँ। 

०=०९=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
     
    Previous Post
    Next Post

    0 comments: