
खुल कर होने लगी। दोनों दो दो पैग शराब पी चुकी है । नशा दोनों पर चढ़ चुका है। कहते है की शराब के नशे में लोग दिल खोल कर सच सच बातें कह देते है। आज वही हो रहा है।
कविता बोली :- यार सुनीता, मेरे पति को अपनी बीवी चुदवाने का बड़ा शौक है। उसे अपनी बीवी चुदवाने में खूब मज़ा आता है। मैं कई बार कई लोगों से अपने पति के सामने चुदवा चुकी हूँ और आज भी चुदवाती हूँ । मैं जितने लोगों से उसके सामने चुदवाती हूँ, मेरा पति उतना ही खुश होता है। तुमको और साफ़ साफ़ बता दूं की जब किसी मोटे लण्ड से मेरी चूत फटती है तो मेरे पति को खूब मज़ा आता है। अपनी बीवी की बुर फड़वाने में मेरा पति का कोई जबाब नहीं ?
- सुनीता :- ऐसा क्यों है यार ? क्या तेरे पति का लण्ड छोटा है या फिर उसका लण्ड खड़ा नहीं होता ?
- कविता :- नहीं यार लौड़ा तो बड़ा शानदार है ? खड़ा भी जोर दारी से होता है। खूब टन्ना जाता है लण्ड ?
- तो फिर खड़ा होकर कहाँ घुसता है बहन चोद लण्ड ? क्या चोदता है ? किसे चोदता है भोसड़ी वाला ?
- यार यही तो बात है वह चोदता नहीं है ? उसे बुर चोदने का शौक नहीं है ?
- तो फिर कुछ तो करता होगा ? किस चीज का शौक है उसे ?
- गांड मारने का शौक है उस मादर चोद को ? मुठ्ठ मरवाने का शौक है उसे ? लण्ड चटवाने और चुसाने का शौक है उसे ? औरतों के मुंह में झड़ने और लण्ड पिलाने का शौक है उसे ?
- तो फिर इसमें गलत क्या है यार ? ठीक तो है ? करने दो उसे ?
- यार मुझे गांड मरवाने का बिलकुल भी शौक नहीं है। मैंने आजतक किसी को भी अपनी गांड छूने नहीं दी। किसी ने भी अपना लण्ड मेरी गांड में नहीं छुवाया ?
- तो ठीक है न मत मरवाओ गांड ? संभाल कर रखो अपनी गांड बहन चोद ? कोई जबरदस्ती है क्या ?
- तो फिर किससे चुदवाऊँ अपनी बुर यार ? मुझे बुर चुदवाने का शौक है उसे बुर चोदने का शौक नहीं ? उसे गांड मारने का शौक है मुझे गांड मराने का शौक नहीं ?
- तो फिर क्या करती हो तुम ? कैसा चल रहा है तुम दोनों के बीच ?
- वही तो बता रही हूँ। देखो फिर हम दोनों ने समझौता कर लिया। अब मैं उसके सामने पराये मर्दों से बुर चुदवाती हूँ वह मेरे सामने परायी बीवियों की गांड मारता है ? इसका असर यह हुआ की मैं गांड मरवाने वाली बीवियों को ढूंढती रहती हूँ और वह बुर चोदने वाले मर्दों को ?
- यार अब मैं तुझे अपनी बात खुल कर बताते हूँ। मुझे गांड मरवाने का जबरदस्त शौक है ? लेकिन बुर चुदवाने से परहेज नहीं है। कभी कभी चुदवा लेती हूँ। मेरे पति को बुर चोदने का बड़ा शौक है ? गांड तो वह मेरी ४/६ महीने में कभी एक आध बार मार लेता है।
- तो फिर तुम गांड किससे मरवाती हो ?
- मैं गांड मारने वाले मर्दों की तलास में रहती हूँ।
- तो फिर तुम मेरे मरद से मरवा लो अपनी गांड ?
- तो फिर तुम मेरे मरद से चुदवा लो अपनी बुर ?
दोस्तों, मैं मिसेज कविता हूँ। ३० साल की एक खूबसूरत मद मस्त बीवी हूँ। बड़ी बड़ी आँखों वाली, बड़े बड़े चूतड़ों वाली, बड़ी बड़ी चूंचियों वाली और एक मस्त नसीली चूत वाली महिला हूँ। मेरी शादी दो साल पहले करन नाम के आदमी से हुई है। सुहागरात में उसने मेरी बुर चोदी जरुर लेकिन फिर उसने मुझे खुल कर बता दिया की मुझे गांड मारने का शौक है बुर चोदने का नहीं ? मेरी तरफ से तुम आज़ाद हो अपनी बुर किसी से भी चुदवाने के लिए ? हां अगर मेरे सामने चुदवाओगी तो मुझे ख़ुशी होगी ? पहले तो मुझे एक जबरदस्त झटका लगा लेकिन फिर मैं सोंचने लगी चलो अच्छा ही हुआ मुझे गैर मर्दों से चुदाने की आज़ादी मिल गयी।
दोस्तों, मैं बड़ी चुदक्कड़ औरत हूँ। मुझे लण्ड बेहद पसंद है। मेरे दिमाग में दिन रात लण्ड ही घूमा करते है। मैं सोचती रहती हूँ की मेरे आगे लण्ड हों, मेरे पीछे लण्ड हों, मेरे ऊपर लण्ड हों, मेरे नीचे लण्ड हों, मेरे बायीं तरफ लण्ड हों, मेरी दायीं तरफ लण्ड हों ? मेरे चारों तरफ लण्ड ही लण्ड हों और मैं उनके बीच नंगी बैठी रहूँ। मुझे मर्दों के सामने नंगी होने में बड़ा मज़ा आता है। इसलिए मुझे जब भी कोई मरद मिलता है तो मैं उसे नंगा कर देती हूँ और खुद भी नंगी हो जाती हूँ। बाकी काम मैं नंगी नंगी ही करती रहती हूँ।
सुहागरात के दो दिन बाद ही मैंने अपने बॉय फ्रेंड को बुलाया और अपने पति के सामने ही उसका लण्ड पकड़ कर चूसने लगी। वह मेरी चूंचियां दबाने लगा। थोड़ी देर में मैंने उसका लौड़ा अपनी चूत में घुसाया और मस्त होकर चुदवाने लगी। मेरा हसबैंड मुझे देख देख कर खुश हो रहा था। मैं जब कहती और चोदो राजा, पूरा लौड़ा पेल के चोदो, मुझे अपनी बीवी समझ के चोदो भोसड़ी के, मुझे रंडी समझ के चोदो मादर चोद, तेरा लौड़ा बड़ा हरामी है साला खूब अंदर तक घुसा के चोदो तो मेरे पति की ख़ुशी और बढ़ जाती थी। मैं उसी दिन समझ गयी की इस आदमी को अपनी बीवी चुदवाने में ज्यादा मज़ा आता है। उसके बाद तो मैं दो दो / तीन तीन मर्दों से एक साथ चुदवाने लगी। लोग भी बेधड़क मुझे चोदने आने लगे। मुझे लगा चलो ये बहुत अच्छा हुआ ? मुझे जवानी का पूरा मज़ा लूटने का मौका अपने आप मिल गया। मैं दिन रात लौड़ों से खेलने लगी। हर तरह के लण्ड पेलने लगी अपनी बुर में। मैं अपने ऑफिस में और गली मोहल्ले में चुदाने के लिए मशहूर होने लगी।
एक दिन अनीस आ गया । मैंने उसे बैठाया और कहो कहो क्या हाल हैं तेरे ? कैसे आना हुआ तेरा ? - वह बोला भाभी एक बात कहने आया हूँ - हां हां कहो न डरते क्यों हो - आप बुरा तो नहीं मानेगी - नहीं बोलो क्या बात है - आप डांटेंगी हो नहीं - नहीं भई कहने में तेरी गांड क्यों फट रही है बोल न बहन का लौड़ा - भाभी मैं तुम्हे चोदने आया हूँ - अरे तू दुबला पतला है तेरा लौड़ा भी पतला होगा ? तू इतनी बड़ी चूत कैसे चोद पायेगा - मुझे एक मौका दो भाभी, मेरी तमन्ना पूरी कर दो प्लीज - अच्छा चल दिखा अपना लौड़ा पहले - पहले अपनी चूंची दिखाओ भाभी - लो देख लो मेरी चूंची - भाई साहब तो नहीं है न भाभी - वो है पर तू मुझे उसके सामने चोद सकता है, मैं चुदवा लूंगी - मैं चूंची पकड़ के देखूं भाभी - हां पकड़ न भोसड़ी के इतनी देर क्यों लगा रहा है
उसने जब मेरी चूंची पकड़ी तो मैंने भी उसके लण्ड पर हाथ रखा। मुझे लगा कि लौड़े में दम है। मैंने उसका पैजामा खोल दिया। उसका लौड़ा टन टना कर मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने उसे हिलाया तो और बड़ा हो गया। मैंने कहा यार तेरा लण्ड तो बड़ा मोटा है बहन चोद ? मुझे तो मज़ा आ जायेगा ? तेरा कोई और दोस्त है जिसका लण्ड इतना मोटा हो ? - हां है न भाभी कहो तो बुला लूं ? - बुला लो उसको भी तब तुम दोनों एक साथ चोदो मुझे ?
थोड़ी दे में एक और लड़का आ गया। अनीस बोला ये है मेरा दोस्त आरिफ भाभी - मैंने कहा आरिफ तुम भी अपने कपडे खोलो और आ जाओ मेरे सामने - मुझे लण्ड पकडे हुए देख कर उसका लौड़ा भी टन्ना उठा। मैंने अपना पेटी कोट भी खोल दिया था। मैं बिलकुल नंगी थी। उसका लण्ड जब हाथ में आया तो वह तो और मोटा निकला। मैं बहुत खुश हो गयी। अनीस बोला भाभी लौड़ा पसंद आया ? मैंने कहा हां यार बड़ा मस्त लौड़ा है इसका ? पर तुम्हे इसके बारे में कैसे मालूम ? - अरे भाभी ये मेरी बीवी चोदता है, मेरी बहन चोदता है साला - आरिफ बोला भाभी यह भी मेरी बीवी चोदता है और मेरी बहन भी चोदता है। मैंने कहा तो तुम दोनों एक दूसरे की बीवी और बहन दोनों चोदते हो ? ठीक है चोदते रहो पर आज तुम दोनों मिलकर मुझे चोदो ? मैंने आरिफ का लण्ड अपनी बुर में घुसेड़ लिया और आवाज़ लगाई यार करन यहाँ कमरे में आ जाओ मैं दो लौड़ों से चुदवाने जा रही हूँ , आकर देखो मेरी चुदाई। वह सामने आकर बैठ गया।
तब तक मैं अनीस का लण्ड मुंह में लेकर चूसने लगी। एक लण्ड चूत में एक लण्ड मुंह में ? मैं दोनों का मज़ा लूटने लगी। उधर भकाभक चुदवा रही थी इधर चपर चपर लौड़ा चूस रही थी। दोनों लण्ड बड़ा मज़ा दे रहे थे। मेरी बड़ी बड़ी चूंची और छोटी छोटी झांट वाली चूत देख देख कर वे दोनों मस्ताने लगे थे। दोनों सुपाड़े मुझे बड़े सेक्सी लगे। मैंने मन में ठान लिया की अगर कोई मुस्लिम लण्ड मिल जाए तो उसे तुरंत अपनी बुर में घुसा लूंगी। मैंने कहा अनीस तुम घर में किस किस की बुर चोदते हो। वह बोला अरे भाभी मैं अपनी भाभी की बुर तो रोज़ ही चोदता हूँ। भाभी कभी कभी मुझसे अपनी माँ भी चुदवा लेती है। मेरी भाभी को अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाने का बड़ा शौक है। एक दिन तो उसने आरिफ से भी चुदवा ली थी अपनी माँ ? मेरे मोहल्ले में एक लड़की है सना वह भी बुर चोदी अपनी माँ चुदवाती है। मैंने कहा इसका मतलब तेरा लण्ड हमेशा दूसरों की बुर चोदने में बिजी रहता है तो तू अपनी बीवी कब चोदता है ? वह बोला भाभी मैं अपनी बीवी चोदता ही नहीं ? उसको तो बहुत लोग चोदते है। वह भी ससुरी सबसे चुदवा लेती है। मेरे घर में चोदने और चुदाने में कोई पाबन्दी नहीं है। जिसका जब मन होता है वो किसी की भी बुर में लौड़ा पेल देता है। हमारे घर की औरतें भी मादर चोद बड़ी गरम होती है जिसका मन होता है उसका लौड़ा पकड़ कर घुसा लेती है अपनी बुर में ? अनीस यही सब बता बता कर मुझे चोदे चला जा रहा था।
दोस्तों, मैं इसी तरह हर दिन किसी न किसी से अपने हसबैंड के आगे चुदवाती रही। इतने में सुनीता का फोन आ गया।
वह बोली :- हाय कविता मैं आज शाम को आ रही हूँ तेरे हसबैंड से गांड मरवाने ?
मैंने कहा :- अपने हसबैंड को जरुर लेती आना मैं उससे अपनी बुर चुदवाऊँगी वह भी तेरे सामने और अपने मियां के सामने ? मैं देखती हूँ की किसके लण्ड में कितना दम है ? और तेरी गांड में कितना दम है।
वह बोली :- मैं भी देखूँगी की तेरी बुर में कितनी दम है बहन चोद ?
चारों लोग एक ही कमरे में बैठ गए और व्हिस्की का मज़ा लेने लगे। मैं मेरा पति करन, सुनीता और उसका पति शिवा। एक एक पैग ख़तम हुआ तो बात आगे बढ़ी।
सुनीता बोली :- यार करन तुम बीवियों की गांड मारते हो और बुर नहीं चोदते ? ऐसा क्यों ?
करन बोला :- मैं जब स्कूल में पढता तो लड़कों की गांड मारता था। मुझे गांड मारना एक टीचर ने सिखा दिया था। वह अपनी बेटी की गांड भी मुझसे मरवाता था। उसकी कुछ सहेलियां भी मुझे गांड मराने लगी। मेरी उम्र बढ़ी तो कुछ बीवियां मुझसे गांड मरवाने लगी। तब मुझे मालूम हुआ की बहुत सी ऐसी बीवियां है जो गांड मरवाना ज्यादा पसंद करती। वे मेरे पास आने लगी। मैं मारने लगा उनकी गांड ? शादी के पहले भी गांड मारता था। मुझे लगा की उन बीवियों को खूब मज़ा आता है जो गांड मरवाती हूँ।
सुनीता बोली :- देखो मुझे भी गांड मराने में बड़ा मज़ा आता है। मैं अक्सर गांड मरवाती हूँ। पर आप आज से बुर चोदना शुरू कर दो न ? उसका भी स्वाद लो ?
करन बोला :- यार मेरा लण्ड बुर देख कर नहीं गांड देख कर खड़ा होता है।
सुनीता बोली :- ठीक है तो देखो मेरी गांड ? सुनीता अपने कपडे उतार कर अपनी गांड दिखाने लगी तो करन का लौड़ा वाकई टन टनाने लगा। खड़ा हो गया लण्ड ? सुनीता ने करन का लण्ड हाथ में लिया और उसे हिलाने लगी। लण्ड फनफना कर उठ खड़ा हुआ ? सुनीता झुक कर लण्ड चाटने लगी।
वह बोली - यार कविता तेरे मियां का लौड़ा बड़ा मोटा है यार ? ये तो मेरी गांड फाड़ देगा ?
मैं बोली :- तो क्या हुआ आज तो तुझे अपनी गांड फड़वानी पड़ेगी।
उधर मैंने शिवा का लौड़ा उसके सारे कपडे खोल कर पकड़ लिया। वह भी लण्ड टन्नाया हुआ था।
मैंने कहा - यार सुनीता तेरे मियां का लौड़ा भी बड़ा मोटा ताज़ा है यार ? मैं इतने दिनों से एक बढ़िया लण्ड के लिए भटक रही थी। आज मुझे मेरे मन का लण्ड मिल गया। मैं इससे रात चुदवाकर अपनी चूत की आग ठंढी करूंगी। रात भर इसके रस का स्वाद लूंगी। जी भर कर पियूंगी तेरे मरद का लण्ड ?
सुनीता मेरे मियां के लण्ड का स्वाद ले रही थी और मैं उसके मियां के लण्ड का ? आज बहुत दिनों के बाद मैं अपने पति का लण्ड चाटते हुए किसी परायी बीवी को देख रही थी। इधर मेरी चूत बहुत गरम हो गयी और मैंने टाँगे फैलाकर शिवा का लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ लिया। मैं तो बड़ी मस्ती से चुदाने लगी। उधर करन ने जब लण्ड सुनीता की गांड में पेला तो उसके मुंह से चीख निकल पड़ी। वह बोली हाय दईया फाड़ डाला मेरी गांड कविता तेरे मरद ने ? साला बहन चोद इसका लौड़ा कितना मोटा है यार ? आज पहली बार मुझे गांड मराने में थोडा दर्द होने लगा है। मैंने कहा यार दर्द तो मुझे भी थोडा थोडा हो रहा है तेरे मरद से चुदवाने में पर ये बड़ा मीठा दर्द है यार। मुझे तो चुदाने का मज़ा आने लगा है। मैं अपनी गांड उठा उठा कर चुदाने में बड़ी बिजी हो गयी। आज अपने मियां के सामने चुदवाने में मुझे एक नये तरह का आनंद आने लगा है। चुदाई का पहला दौर ख़तम हुआ तो फिर डिनर हुआ।
कुछ सेक्सी बातें हुई और गाली गलौज़ भी हुआ ? फिर सुनीता बोली :- करन तुम यार गांड मारने में तो बहुत अच्छे हो पर मैं चाहती हूँ की तुम बुर चोदने में भी बहुत अच्छे बनो ? आज मैं तेरे लण्ड को बुर दिखा कर खड़ा करूंगी। अगर तेरा लण्ड मादर चोद अपने आप खड़ा हो गया तो समझो की तुझे बुर चोदने में बड़ा मज़ा जरुर आएगा। ऐसा कह कर सुनीता ने किसी को फोन लगाया और उसे अपने पास बुला लिया। आधे घंटे में वह लड़की आ गयी। लड़की गदराई हुई बहुत खूबसूरत और सेक्सी थी। सुनीता बोली ये मेरी मौसी की लड़की कामिनी है । फिर वह खुद कामिनी के कपडे एक एक करके खोलने लगी। पहले साड़ी फिर ब्लाउज़ फिर ब्रा ? ब्रा खुलते ही उसकी मस्त चूंचियां छलक पड़ी। इधर करन के लण्ड में भी उछाल आ गया। उसके बाद जब उसका पेटी कोट खुला तो चूत के दर्शन हो गए। छोटी छोटी झांटों वाली वाली सेक्सी चूत देख कर ऊॅक्स लौड़ा और सनसनाने लगा। कामिनी बोली हाय मेरे भोसड़ी के करन जीजा अब अपना मादर चोद लण्ड तो पकड़ाओ मुझे मैं देखूँगी तेरे लण्ड में कितनी ताकत है बहन चोद ? उसके मुंह से गालियां सुन कर तो करन का लौड़ा और सख्त हो गया। कामिनी ने जैसे ही कारन का लण्ड पकड़ा तो वह काबू के बाहर होने लगा।
सुनीता बोली :- देखा भोसड़ी के करन चूत की ताकत ? चूत देखते ही तेरा लण्ड खड़े होकर नाचने लगा है और जब ये इसके अंदर घुसेगा तो जाने क्या क्या करेगा ?
तब तक मेरा मौसा भी जाने कहाँ से आ गया भोसड़ी वाला। वह बोला मैंने किसे चोदूँगा कविता ? मैंने कहा तुम तो भोसड़ी के मेरी बुर चोदते हो और मेरी बुर ही चोदोगे अभी वह भी मेरे पति के आगे ? दूसरी बार तुम सुनीता की बुर चोदना उसके पति के सामने ?
वह बोला यार सब तो ठीक है मैं तुम दोनों की बुर जरुर चोदूँगा लेकिन उसके बाद मैं भी कामिनी की चूत चोदूँगा ?
सुनीता बोली देखा करन कामिनी की चूत देख कर कैसे मौसा के लण्ड की लार टपकने लगी है ? उसे भी बिना चोदे चैन नहीं आएगा। फिर क्या सारे मरद एक दूसरे की बुर रात भर चोदते रहे ?
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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