रात को जब मेरा मामू जान भोसड़ी का मेरे ऊपर चढ़ बैठा और मेरी चूंचियां दबाने लगा, मेरे गाल चूमने लगा, मेरी चूत पर हाथ फेरने लगा तो मैंने उसका खड़ा
लण्ड पकड़ लिया और पकड़ कर मजे से हिलाने लगी। लौड़ा तो साला अपने ताव पर था। एकदम लोहे की तरह टन्ना कर खड़ा हो गया था। उसका सुपाड़ा बिलकुल पहाड़ी आलू की तरह चमक रहा था। मैं जान गयी की अब यह भोसड़ी वाला सीधे मेरी चूत में लौड़ा पेल देगा ? मैं इतनी जल्दी चुदवाना नहीं चाहती थी। मेरी चूत पूरी तरह गरम नहीं हुई थी। इसलिए मैं बोली पहले बुर चाट मेरी भोसड़ी के मामू ?
जब तक तू मादर चोद मेरी बुर नहीं चाटेगा तब तक मैं तुझे लौड़ा अपनी बुर में नहीं पेलने दूँगी। उसने फ़ौरन मेरे हुक्म का पालन किया और अपना मुंह मेरी चूत में घुसेड़ दिया ? अपनी जबान निकाल कर कुत्ते की तरह चाटने लगा मेरी बुर ? मैंने कहा अपने दोनों हाथ से मेरी चूंचियां दबाता जा और मेरी बुर चाटता जा । जब तक मैं न कहूँ तब तक न अपना हाथ मेरी चूंची से हटाना और न अपना मुंह मेरी चूत से ? समझा माँ का लौड़ा भोसड़ी का मेरा मामू ? बस मैं मस्त होने लगी। मेरी चूत की आग और भड़कने लगी।
दोस्तों, मेरा नाम है मिस निम्मी। मैं २२ साल की एक बिंदास मदमस्त लड़की हूँ। मैं खूबसूरत भी हूँ और सेक्सी भी ? बातें भी खुल कर करती हूँ और गाली भी खूब बिना रोक टोक के बकती हूँ। गाली बकना मैंने अपनी अम्मी से सीखा है। मेरा मामू है असर उसकी उम्र २४ साल है यह मेरा सबसे छोटा मामू है। इससे बड़े दो और मामू है।
असर आज मेरी बुर चाट रहा है लेकिन यह पहली बार नहीं है। मैं इसका लण्ड पकड़ने जा रही हूँ वह भी पहली बार नहीं है। मैं २/३ बार पहले भी लण्ड पकड़ चुकी हूँ। वह २/३ बार मेरी बुर भी चाट चुका है लेकिन हर बार अँधेरे में ?
इस तरह आज तक न उसने मेरी बुर देखी और न मैंने उसका लौड़ा देखा ? आज पहला मौक़ा है जब वह उजाले में मेरी बुर देख भी रहा है चाट भी रहा है। मैं अभी उसका लौड़ा देखूँगी और चाटूंगी। इस समय मेरे घर में हम दो के अलावा कोई और नहीं है ? मैं इस समय का पूरा फायदा उठाना चाहती हूँ। असर तो माँ का लौड़ा कहीं बाहर घूम रहा था तो मैंने उसे फोन करके बुलाया और कहा भोसड़ी के आज मौक़ा बड़ा बढ़िया है आज तो मैं उजाले में तेरा लण्ड चूस कर देख लूँ, उससे चुदवा कर देख लूँ और तू भी उजाले में बेरी बुर चाट कर और चोद कर देख ले भोसड़ी के ? बस वह मान गया। उसने मेरे कपडे उतार कर मुझे नंगी कर दिया और मेरी बुर चाटने लगा।
मैं गरम हो गयी हूँ अब मेरा मन लण्ड चाटने का है। मैं उठी और उसके कपडे खोल कर उसे बिलकुल नंगा कर दिया। मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी तो मैं बहुत खुश हुई क्योंकि लण्ड एकदम गोरा चिट्टा, साफ़ सुथरा था। सुपाड़ा चमक रहा था। मादर चोद लण्ड बड़ा खूबसूरत लग रहा था। लम्बा चौड़ा मोटा ताज़ा तो था ही ? मैं उसे पकड़ कर मस्ती से हिलाने लगी। मेरे मुंह से निकला यार तेरा लौड़ा तो खालू के लौड़ा से मोटा है ? वह बोला तो क्या निम्मी तू खालू का लण्ड पकड़ती है ? मैंने कहा हां पकड़ती हूँ, मुझे उसका लौड़ा भी अच्छा लगता है, वह लण्ड मेरी बुर में पेलता है तो मैं भी पेलवा लेती हूँ। वह मुझे चोदता है और मैं चुदवा लेती हूँ। वह बोला वाओ, तो तुम अपने खालू से चुदवाती हो ? मैंने कहा हां यार बिलकुल चुदवाती हूँ, खालू तो मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदता है ?
वह बोला यार मुझे तो पता नहीं यहाँ कौन किसको चोदता है ? मैं बोली तो इसमें कौन सी बड़ी बात है ? मेरी सभी सहेलियां बुर चोदी अपने घर से सारे मर्दों से चुदवाती हैं। बीवियां भोसड़ी वाली सब पराये मर्दों से चुदवाती है। घर की बहू बेटियां सब बुर चोदी सबके लण्ड की दीवानी रहती है। ऐसा कह कर मैं उसका लण्ड चाटने लगी। थोड़ी देर में वह बोला निम्मी तुम बिलकुल अपनी भाभी की तरह लण्ड चाटती हो ? मैंने कहा हाय दईया तू मेरी भाभी की बुर चोदता है भोसड़ी के ?
उसने कहा यार सुनो जो मुझसे चुदवाती है मैं उसी को चोदता हूँ। तेरी भाभी ने एक दिन मेरा लण्ड पकड़ लिया था। लण्ड खड़ा था तो मुझे भी जोश आ गया और मैंने घुसेड़ दिया लण्ड उसकी चूत में तो उसने भी मजे से चुदवा लिया. उसके बाद फिर चुदवाने लगी। मैंने कहा तो अब देर क्यों करता है तू बहन चोद ? जल्दी से घुसेड़ अपना लौड़ा मेरी चूत में चोदना शुरू कर ? उसने एकदम पिस्टन की तरह बार बार लण्ड पेलना शुरू कर दिया और मैं रंडी की तरह चुदवाने लगी। आज मुझे चुदवाने का पूरा सुख मिल रहा था ।
लण्ड का पूरा पूरा मज़ा ले रही थी मैं और मन ही मन सोंच रही थी की इस भोसड़ी वाले मामू के कुछ दोस्त भी होंगें तो फिर क्यों न उन मादर चोदों के लण्ड पकडूँ मैं ? क्यों न उनसे भी चुदवाऊँ ? अगर ऐसा हो तो कितना मज़ा आये ? बस मैं पूंछ बैठी अरे हां भोसड़ी के असर तेरे कुछ दोस्त है की नहीं भोसड़ी के ? वह बोला हा निम्मी मेरे तो कई दोस्त है ? बड़े मस्त और दमदार दोस्त है यार ? मैंने कहा मुझे यह बता की उनके लण्ड दमदार है की नहीं ? वह बोला यार निम्मी मैंने सबके लण्ड तो देखा नहीं है मगर २ दोस्तों के लण्ड देखें है दोनों मादर चोद बड़े मोटे ताज़े है ? मैं उन दोनों की बीवियां चोदता हूँ। मैंने कहा यार असर देख तेरी शादी तो हुई नहीं। अभी तू उनकी बीवियां चोदता है तो फिर मुझे अपनी बीवी तरह चुदवा न उनसे ? मैं भी उन दोनों से तेरी बीवी बन कर चुदवाऊँगी ? वह तो बड़ा खुश हो गया बोला अरे यार निम्मी तूने तो मेरी मन की बात कह दी है। मैं किसी दिन तुझे उनके घर ले चलूँगा फिर हम तीनो कपल बन कर एक दूसरे की बीवियां चोदेंगे ? तुम्हे उन दोनों से चुदवाने का पूरा मौक़ा मिल जायेगा।
यह बात सुनकर मेरी चूत भोसड़ी की और मस्त हो गयी उधर उसका लौड़ा मादर चोद और टन्ना गया। उसकी चोदने की स्पीड और बढ़ गयी। थोड़ी देर में वह बोला यार अब मैं खलास होने वाला हूँ। बस मैं घूम गयी और उसका गीला लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में घुसा लिया और वह मादर चोद मेरे मुंह में ही झड़ गया।
एक दिन मैं अपनी सहेली मुम्मू के घर गयी। वह मुझे देख कर बहुत खुश हुई और बैठ कर मुझसे बातें करने लगी। तब तक मुम्मू की खाला की बेटी महक ने नास्ता रख दिया और खुद भी बैठ गयी हमारे बीच में। हम तीनो नास्ता करती हुई बातें करने लगी।
इतनी मस्त मस्त बातें करके मैं लौट आई।
मैंने जैसे ही घर में घुसी तो सामने खालू भोसड़ी का पड़ गया वह बोला अरे निम्मी कहाँ से आ रही है तू अपनी बुर चुदवा के ? मैंने कहा अच्छा क्या तू समझता है की निम्मी की बुर सिर्फ तू ही चोद सकता है और कोई नहीं चोद सकता ? मैं किस किस से चुदवाती हूँ कहाँ कहाँ चुदवाने जाती हूँ तू जान कर क्या करेगा मादर चोद ? वैसे भी क्या तू मुझे बता कर किसी की बुर चोदने जाता है ? मैं आगे बढ़ गयी और वह बाहर चला गया। मैं सीधे अम्मी के कमरे में घुस गयी तो देखा की अम्मी किसी का लौड़ा चाट रही है।
अम्मी मुझे नहीं देख पायी। मैं भी यह नहीं जान पायी की वह आदमी कौन है ? लेकिन उसका लण्ड मुझे अच्छा लगने लगा ? मैं चुपके से इधर उधर झाँकने लगी तो मालूम हुआ की अरे यह तो मेरे अब्बू का दोस्त साहिर अंकल हैं ? फिर मैं बोल पड़ी - अरे भोसड़ी के साहिर अंकल तू मेरी माँ चोद रहा है ? वह मुड़ा और बोला अरे निम्मी तू आ गयी। उधर अम्मी बोल पड़ी, निम्मी देख अपने अंकल का लौड़ा ? इधर आ ज़रा पकड़ कर देख ? मुझे तो लौड़ा पसंद आ गया। तुझे पसंद है की नहीं ? मैं भी मूड में आ गयी और लण्ड पकड़ कर कहा अम्मी मैंने तो इसे देखते ही पसंद कर लिया था। अब तो यह तेरा भोसड़ा भी चोदेगा और मेरी बुर भी चोदेगा ? वह बोली नहीं बेटी आज ये तेरी बुर चोदेगा । मैं अभी अभी चुदवाकर आई हूँ। मैं तो तेरा इंतज़ार ही कर रही थी। इतना कह कर अम्मी चली गयी।
तब मैंने कहा :- मादर चोद अंकल, मुझे चोदना है तो पहले मेरी बुर चाट ?
वह बोला :- हां हां निम्मी मुझे भी लड़कियों की बुर चाटने में मज़ा आता है।
वह मेरी चाटने लगा और मैं मस्त होने लगी।
तब तक कमरे में मेरी भाभी आ गयीं वह बोली :- हाय अल्ला, निम्मी तू अंकल से अपनी बुर चटवा रही है बहन की लौड़ी ?
मैंने कहा :- हां तो फिर तेरी गांड में क्यों दर्द हो रहा है मेरी बुर चोदी भाभी ?
वह बोली :- मेरी गांड में क्यों दर्द होगा ? दर्द तो अब इस भोसड़ी के साहिर के लण्ड में होगा। अब मैं इसका लण्ड चाटूंगी। और फिर मैं ही पेलूँगी इसका लण्ड तेरी बुर में मेरी बुर चोदी निम्मो रानी ? आज तेरी चूत की खैर नहीं ?
फिर हम दोनों ने खूब जम कर चुदवाया साहिर अंकल से ?
-=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
लण्ड पकड़ लिया और पकड़ कर मजे से हिलाने लगी। लौड़ा तो साला अपने ताव पर था। एकदम लोहे की तरह टन्ना कर खड़ा हो गया था। उसका सुपाड़ा बिलकुल पहाड़ी आलू की तरह चमक रहा था। मैं जान गयी की अब यह भोसड़ी वाला सीधे मेरी चूत में लौड़ा पेल देगा ? मैं इतनी जल्दी चुदवाना नहीं चाहती थी। मेरी चूत पूरी तरह गरम नहीं हुई थी। इसलिए मैं बोली पहले बुर चाट मेरी भोसड़ी के मामू ?
जब तक तू मादर चोद मेरी बुर नहीं चाटेगा तब तक मैं तुझे लौड़ा अपनी बुर में नहीं पेलने दूँगी। उसने फ़ौरन मेरे हुक्म का पालन किया और अपना मुंह मेरी चूत में घुसेड़ दिया ? अपनी जबान निकाल कर कुत्ते की तरह चाटने लगा मेरी बुर ? मैंने कहा अपने दोनों हाथ से मेरी चूंचियां दबाता जा और मेरी बुर चाटता जा । जब तक मैं न कहूँ तब तक न अपना हाथ मेरी चूंची से हटाना और न अपना मुंह मेरी चूत से ? समझा माँ का लौड़ा भोसड़ी का मेरा मामू ? बस मैं मस्त होने लगी। मेरी चूत की आग और भड़कने लगी।
दोस्तों, मेरा नाम है मिस निम्मी। मैं २२ साल की एक बिंदास मदमस्त लड़की हूँ। मैं खूबसूरत भी हूँ और सेक्सी भी ? बातें भी खुल कर करती हूँ और गाली भी खूब बिना रोक टोक के बकती हूँ। गाली बकना मैंने अपनी अम्मी से सीखा है। मेरा मामू है असर उसकी उम्र २४ साल है यह मेरा सबसे छोटा मामू है। इससे बड़े दो और मामू है।
असर आज मेरी बुर चाट रहा है लेकिन यह पहली बार नहीं है। मैं इसका लण्ड पकड़ने जा रही हूँ वह भी पहली बार नहीं है। मैं २/३ बार पहले भी लण्ड पकड़ चुकी हूँ। वह २/३ बार मेरी बुर भी चाट चुका है लेकिन हर बार अँधेरे में ?
इस तरह आज तक न उसने मेरी बुर देखी और न मैंने उसका लौड़ा देखा ? आज पहला मौक़ा है जब वह उजाले में मेरी बुर देख भी रहा है चाट भी रहा है। मैं अभी उसका लौड़ा देखूँगी और चाटूंगी। इस समय मेरे घर में हम दो के अलावा कोई और नहीं है ? मैं इस समय का पूरा फायदा उठाना चाहती हूँ। असर तो माँ का लौड़ा कहीं बाहर घूम रहा था तो मैंने उसे फोन करके बुलाया और कहा भोसड़ी के आज मौक़ा बड़ा बढ़िया है आज तो मैं उजाले में तेरा लण्ड चूस कर देख लूँ, उससे चुदवा कर देख लूँ और तू भी उजाले में बेरी बुर चाट कर और चोद कर देख ले भोसड़ी के ? बस वह मान गया। उसने मेरे कपडे उतार कर मुझे नंगी कर दिया और मेरी बुर चाटने लगा।
मैं गरम हो गयी हूँ अब मेरा मन लण्ड चाटने का है। मैं उठी और उसके कपडे खोल कर उसे बिलकुल नंगा कर दिया। मेरी नज़र उसके लण्ड पर पड़ी तो मैं बहुत खुश हुई क्योंकि लण्ड एकदम गोरा चिट्टा, साफ़ सुथरा था। सुपाड़ा चमक रहा था। मादर चोद लण्ड बड़ा खूबसूरत लग रहा था। लम्बा चौड़ा मोटा ताज़ा तो था ही ? मैं उसे पकड़ कर मस्ती से हिलाने लगी। मेरे मुंह से निकला यार तेरा लौड़ा तो खालू के लौड़ा से मोटा है ? वह बोला तो क्या निम्मी तू खालू का लण्ड पकड़ती है ? मैंने कहा हां पकड़ती हूँ, मुझे उसका लौड़ा भी अच्छा लगता है, वह लण्ड मेरी बुर में पेलता है तो मैं भी पेलवा लेती हूँ। वह मुझे चोदता है और मैं चुदवा लेती हूँ। वह बोला वाओ, तो तुम अपने खालू से चुदवाती हो ? मैंने कहा हां यार बिलकुल चुदवाती हूँ, खालू तो मेरी माँ का भोसड़ा भी चोदता है ?
वह बोला यार मुझे तो पता नहीं यहाँ कौन किसको चोदता है ? मैं बोली तो इसमें कौन सी बड़ी बात है ? मेरी सभी सहेलियां बुर चोदी अपने घर से सारे मर्दों से चुदवाती हैं। बीवियां भोसड़ी वाली सब पराये मर्दों से चुदवाती है। घर की बहू बेटियां सब बुर चोदी सबके लण्ड की दीवानी रहती है। ऐसा कह कर मैं उसका लण्ड चाटने लगी। थोड़ी देर में वह बोला निम्मी तुम बिलकुल अपनी भाभी की तरह लण्ड चाटती हो ? मैंने कहा हाय दईया तू मेरी भाभी की बुर चोदता है भोसड़ी के ?
उसने कहा यार सुनो जो मुझसे चुदवाती है मैं उसी को चोदता हूँ। तेरी भाभी ने एक दिन मेरा लण्ड पकड़ लिया था। लण्ड खड़ा था तो मुझे भी जोश आ गया और मैंने घुसेड़ दिया लण्ड उसकी चूत में तो उसने भी मजे से चुदवा लिया. उसके बाद फिर चुदवाने लगी। मैंने कहा तो अब देर क्यों करता है तू बहन चोद ? जल्दी से घुसेड़ अपना लौड़ा मेरी चूत में चोदना शुरू कर ? उसने एकदम पिस्टन की तरह बार बार लण्ड पेलना शुरू कर दिया और मैं रंडी की तरह चुदवाने लगी। आज मुझे चुदवाने का पूरा सुख मिल रहा था ।
लण्ड का पूरा पूरा मज़ा ले रही थी मैं और मन ही मन सोंच रही थी की इस भोसड़ी वाले मामू के कुछ दोस्त भी होंगें तो फिर क्यों न उन मादर चोदों के लण्ड पकडूँ मैं ? क्यों न उनसे भी चुदवाऊँ ? अगर ऐसा हो तो कितना मज़ा आये ? बस मैं पूंछ बैठी अरे हां भोसड़ी के असर तेरे कुछ दोस्त है की नहीं भोसड़ी के ? वह बोला हा निम्मी मेरे तो कई दोस्त है ? बड़े मस्त और दमदार दोस्त है यार ? मैंने कहा मुझे यह बता की उनके लण्ड दमदार है की नहीं ? वह बोला यार निम्मी मैंने सबके लण्ड तो देखा नहीं है मगर २ दोस्तों के लण्ड देखें है दोनों मादर चोद बड़े मोटे ताज़े है ? मैं उन दोनों की बीवियां चोदता हूँ। मैंने कहा यार असर देख तेरी शादी तो हुई नहीं। अभी तू उनकी बीवियां चोदता है तो फिर मुझे अपनी बीवी तरह चुदवा न उनसे ? मैं भी उन दोनों से तेरी बीवी बन कर चुदवाऊँगी ? वह तो बड़ा खुश हो गया बोला अरे यार निम्मी तूने तो मेरी मन की बात कह दी है। मैं किसी दिन तुझे उनके घर ले चलूँगा फिर हम तीनो कपल बन कर एक दूसरे की बीवियां चोदेंगे ? तुम्हे उन दोनों से चुदवाने का पूरा मौक़ा मिल जायेगा।
यह बात सुनकर मेरी चूत भोसड़ी की और मस्त हो गयी उधर उसका लौड़ा मादर चोद और टन्ना गया। उसकी चोदने की स्पीड और बढ़ गयी। थोड़ी देर में वह बोला यार अब मैं खलास होने वाला हूँ। बस मैं घूम गयी और उसका गीला लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में घुसा लिया और वह मादर चोद मेरे मुंह में ही झड़ गया।
एक दिन मैं अपनी सहेली मुम्मू के घर गयी। वह मुझे देख कर बहुत खुश हुई और बैठ कर मुझसे बातें करने लगी। तब तक मुम्मू की खाला की बेटी महक ने नास्ता रख दिया और खुद भी बैठ गयी हमारे बीच में। हम तीनो नास्ता करती हुई बातें करने लगी।
- मैंने कहा यार आजकल क्या हो रहा है, मुम्मू ? क्या कर रही थी तू ?
- वह बोली यार बुरा मत मानना सच कहूँ अभी तो मैं अपनी बुर चटवा रही थी।
- अरे यार अपनी छोटी बहन के आगे ऐसी बातें कर रही है तू ?
- अरे तू इसे छोटी समझ रही है अभी। इस भोसड़ी वाली तो शादी हो चुकी है। और इसका मियां ही तो मेरी बुर चाट रहा था ।
- हाय दईया तब तो खूब मज़ा आया होगा ? लेकिन उस समय महक क्या कर रही थी जब तू अपनी बुर चटवा रही थी।
- तब महक अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा रही थी। अपनी माँ चुदाने में महक का कोई सानी नहीं है ?
- तो फिर कौन चोद रहा था महक की माँ का भोसड़ा ?
- मेरा मियाँ मादर चोद महक की माँ चोद रहा था ?
- तो फिर आगे क्या हुआ यार बताओ न ? मेरी तो चूत बहन चोद गरम हो गयी तेरी बातें सुन कर ?
- आगे क्या मैं महक के मियां से चुदवाने लगी और मेरा मियां महक की माँ चोदने लगा। महक भी मेरे मियां से चुदवाने लगी।
- इसका मतलब तेरा मियां साला बड़ा हरामी निकला। महक की बुर भी चोदा और उसकी माँ का भोसड़ा भी चोदा ? हां हां बिलकुल हमारे घर में यह सब होता ही रहता है। जिसका जो मन होता वही करता / करती है। कोई किसी का भी लण्ड अपनी बुर में घुसा लेती है या फिर किसी और की बुर में पेल देती है। मर्द भी भोसड़ी वाले बड़े हरामी है यार। खुले आम किसी की भी बुर चोद देते है। किसी की भी गांड में घुसा देते है लण्ड ? अभी कल मेरा ससुर आया तो भोसड़ी वाला महक के ऊपर चढ़ बैठा और उसकी बुर चोद दी। उसके पहले महक का ससुर आया था उसने पहले मेरी बुर चोदी फिर साला जाते समय मेरी माँ के भोसड़ा में लण्ड पेल दिया। बोला बेटी मुम्मू मैं तेरी माँ चोद कर ही जाऊंगा।
- यार मुझे भी अपनी माँ चुदानी है मैं जा रही हूँ। अच्छा यह बता की लौड़ा सबसे बढ़िया किसका था ?
- महक के ससुर का लण्ड सबसे मोटा तगड़ा और कड़क था यार ? महक भी उससे खूब चुदवाती है ?
- किसी दिन मेरी भी बुर चुदवा दो प्लीज और मेरी माँ का भोसड़ा भी चुदवा दो ?
इतनी मस्त मस्त बातें करके मैं लौट आई।
मैंने जैसे ही घर में घुसी तो सामने खालू भोसड़ी का पड़ गया वह बोला अरे निम्मी कहाँ से आ रही है तू अपनी बुर चुदवा के ? मैंने कहा अच्छा क्या तू समझता है की निम्मी की बुर सिर्फ तू ही चोद सकता है और कोई नहीं चोद सकता ? मैं किस किस से चुदवाती हूँ कहाँ कहाँ चुदवाने जाती हूँ तू जान कर क्या करेगा मादर चोद ? वैसे भी क्या तू मुझे बता कर किसी की बुर चोदने जाता है ? मैं आगे बढ़ गयी और वह बाहर चला गया। मैं सीधे अम्मी के कमरे में घुस गयी तो देखा की अम्मी किसी का लौड़ा चाट रही है।
अम्मी मुझे नहीं देख पायी। मैं भी यह नहीं जान पायी की वह आदमी कौन है ? लेकिन उसका लण्ड मुझे अच्छा लगने लगा ? मैं चुपके से इधर उधर झाँकने लगी तो मालूम हुआ की अरे यह तो मेरे अब्बू का दोस्त साहिर अंकल हैं ? फिर मैं बोल पड़ी - अरे भोसड़ी के साहिर अंकल तू मेरी माँ चोद रहा है ? वह मुड़ा और बोला अरे निम्मी तू आ गयी। उधर अम्मी बोल पड़ी, निम्मी देख अपने अंकल का लौड़ा ? इधर आ ज़रा पकड़ कर देख ? मुझे तो लौड़ा पसंद आ गया। तुझे पसंद है की नहीं ? मैं भी मूड में आ गयी और लण्ड पकड़ कर कहा अम्मी मैंने तो इसे देखते ही पसंद कर लिया था। अब तो यह तेरा भोसड़ा भी चोदेगा और मेरी बुर भी चोदेगा ? वह बोली नहीं बेटी आज ये तेरी बुर चोदेगा । मैं अभी अभी चुदवाकर आई हूँ। मैं तो तेरा इंतज़ार ही कर रही थी। इतना कह कर अम्मी चली गयी।
तब मैंने कहा :- मादर चोद अंकल, मुझे चोदना है तो पहले मेरी बुर चाट ?
वह बोला :- हां हां निम्मी मुझे भी लड़कियों की बुर चाटने में मज़ा आता है।
वह मेरी चाटने लगा और मैं मस्त होने लगी।
तब तक कमरे में मेरी भाभी आ गयीं वह बोली :- हाय अल्ला, निम्मी तू अंकल से अपनी बुर चटवा रही है बहन की लौड़ी ?
मैंने कहा :- हां तो फिर तेरी गांड में क्यों दर्द हो रहा है मेरी बुर चोदी भाभी ?
वह बोली :- मेरी गांड में क्यों दर्द होगा ? दर्द तो अब इस भोसड़ी के साहिर के लण्ड में होगा। अब मैं इसका लण्ड चाटूंगी। और फिर मैं ही पेलूँगी इसका लण्ड तेरी बुर में मेरी बुर चोदी निम्मो रानी ? आज तेरी चूत की खैर नहीं ?
फिर हम दोनों ने खूब जम कर चुदवाया साहिर अंकल से ?
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