Monday, June 9, 2014

नन्द की तो मैं चोदूंगी माँ

उस दिन मैं जैसे ही बाथ रूम से नहा कर निकली वैसे ही किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने फ़ौरन अपना पेटीकोट अपनी चूंचियों के ऊपर चढ़ा लिया और नाड़ा
कस कर दरवाजा खोल दिया। मेरे सामने कुछ लड़के और लड़कियां खड़ी थी ।   उनमे से एक लड़की बोली आंटी हम लोग सना खान की दोस्त है और आज उसने हम सब को अपने घर बुलाया है।  इसलिए हम सब उससे मिलने आये है।  मैं सोंचने लगी अरे सना ने तो मुझसे कुछ कहा ही नहीं ? मुझे तो कुछ बताया ही नहीं ? खैर मैंने सबको अंदर बैठाया और मैं अंदर जाकर एक गाउन पहन कर आकर उनके बीच बैठ गयी।  मैंने कहा देखो मैं सना की अम्मी नहीं हूँ।  मैं सना की भाभी हूँ।  मेरा नाम है फरीदा।  भाभी का नाम सुनते ही सबके चेरे खिल उठे ?
एक लड़की बोली :- फरीदा भाभी मेरा नाम है साजिया, ये मेरी दोस्त रुबीना है, ज़ाकिर, ताहिर और पीटर ये तीनो हमारे गहरे बॉय फ्रेंड्स है।
मैंने मजाक किया :- गहरे बॉय फ्रेंड्स का मतलब साजिया क्या है ?
वह बोली :- गहरे का मतलब हम सब के बीच कुछ भी छुपा नहीं है।  सब खुल्लम खुल्ला है। हम सब कुछ एक दूसरे को बता देती है। 
मैं मजाक के मूड में थी तो उसके कान में चुपके से बोली :- क्या तेरी चूत और तेरी चूंची भी सबके सामने खुल्लम खुल्ला है ?
वह बड़ी जोर से हंस पड़ी ? सब एक स्वर में बोल पड़ी बात क्या है ? कुछ हंसने वाली बात है हमें भी बताओ साजिया ? सब उसके पीछे पड़ गयी। 
तब साजिया बेबाकी से बोली :-  भाभी पूंछ रही की तेरी चूत और चूंची भी सबके सामने खुल्लम खुल्ला है ? क्या तुम लोग सबके सामने अपनी चूत और चूंची खोल के रखती हो ?
यह सुनकर सबने एक आवाज़ में ठहाका लगाया।
मैं थोड़ा समझ गयी की जिस बेबाकी से और बेहिचक साजिया ने बताया इसका मतलब है की ये सब साले एक दूसरे के साथ चोदा चोदी जरूर करते होंगे। खैर मैं बात आगे बढ़ाने लगी।
मैंने कहा :- देखो साजिया, मेरी नन्द सना अभी अपनी अम्मी के साथ बाहर शॉपिंग के लिए गयी है। लेकिन तुमने मेरे सवाल का जबाब नहीं दिया ? जब तक तुम मुझे जबाब नहीं दोगी तब तक मैं तुम्हारी गांड मारती रहूंगी ? मेरे मुंह से गाली सुनकर सब लड़कियां बोली वाओ, भाभी तुम तो बहुत बढ़िया गाली दे लेती हो ? मैंने कहा अरे साजिया मैं तो सब कुछ बहुत बढ़िया दे लेती हूँ कोई लेने वाला चाहिए ? साजिया ने मेरे कान में कहा भाभी बुर दे लती हो अपनी ? मैं हंस पड़ी ? तब सबने कहा अरे भई तुम दोनों यूँ ही अकेले अकेले हंस हंस कर बातें करोगी या हम लोगों को भी बताओगी ? मैंने कहा जानती हो साजिया ने क्या पूंछा मुझसे ? साजिया ने पूंछा भाभी, बुर दे लती हो अपनी ? यह सुनकर सबके चेहरे खिल गए और कमरा एक ठहाके से गूँज गया ?
रुबीना बोली :- अरी मेरी फरीदा भाभी अपना जबाब दो बहन चोद ?
मैंने कहा :- हां मैं बुर भी दे लेती हूँ अपनी और गांड भी मरा लेती हूँ अपनी लेकिन कोई मादर चोद अपना लौड़ा तो दे मुझे ?
एक बार फिर सबने मिलकर ठहाका लगाया ?
अब माहौल बहुत गरम हो गया था।  कमरे में तीन लड़कियां और तीन लड़के थे।  लड़कियों की चूत चुलबुलाने लगी तो लड़कों के लण्ड फड़फड़ाने लगे।  मैंने टाइम की नज़ाकत देखी तो बोली - अच्छा ये बताओ की आज तुम लोगों को सना ने किसलिए बुलाया ?  
साजिया :- अरी भाभी सना बुर चोदी बड़ी चालू चीज है ? कॉलेज भर में अपनी चूंचियां खोल के चलती है ससुरी ?
रुबीना :- अरे भाभी सही बात तो यह है की कॉलेज में ऐसा कोई लड़का नहीं है जिसका लण्ड सना ने पकड़ा न हो ?
साजिया :- सिर्फ पकड़ती ही नहीं बल्कि मौका पाकर चुदवा भी लेती है भोसड़ी वाली ?
मैं बोली :- इनमे में किसी का लण्ड पकड़ा है सना ने ?
साजिया :- हां भाभी सबका पकड़ा है और सबसे चुदवाया भी है ?
मैं बोली - तो आज तुम सबको किस लिए बुलाया है  ?
रुबीना : - वो शायद माँ चुदाने की कुछ बात कर रही थी।
मैं बोली :- अच्छा ये बता तुम लोग अपनी माँ चुदवाती हो ?
रुबीना - मैं तुमसे झूंठ नहीं बोलूंगी भाभी, मैं तो चुदवाती हूँ अपनी माँ ?
साजिया - मैं भी पिछले दो महीने से चुदवाने लगी हूँ अपनी माँ, भाभी ?
मैं बोली :-  क्या सना अपनी माँ चुदवाती है ?
रुबीना :- मुझे लगता तो है, भाभी ?  पर मैं सही सही नहीं बता सकती ?
मैं बोली :- क्या इन तीनो में किसी ने चोदा है सना की माँ ?
ताहिर: - नहीं भाभी, हम में से किसी ने नहीं चोदा सना की माँ ?
मैं बोली :- तो क्या इसका मतलब यह है की आज सना ने अपनी माँ चुदाने के लिए तुम सबको बुलाया है ?
साजिया :- हां कुछ भी हो सकता है, भाभी ?
मैं बोली :- अगर ऐसा है तो - नन्द की तो मैं चोदूंगी माँ ? वो तो ससुरी मेरे आगे ऐसे रहती है जैसे कुछ जानती ही नहीं।  जैसे की उसने लण्ड कभी देखा ही नहीं ? चुदाना किसे कहते है वह जानती ही नहीं ? और यहाँ देखा खुद का खुद चुदवाती है अपनी बुर भोसड़ी वाली नन्द और अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाती है ? बड़ी घुटी हुई है बुर चोदी मेरी नन्द ? बात करते करते काफी देर हो गयी पर सना नहीं आयी।  तब सब लोग चले गये। जाते समय मैंने सबका फोन नंबर ले लिया ?  मैं सना और अपनी सास के बारे में सोंचने लगी की अगर सना अपनी माँ चुदवाती है तो मुझसे छुपाती क्यों है ? अगर नहीं चुदवाती है तो चुदाना शुरू क्यों नहीं करती जबकि इसकी सभी सहेलियां अपनी माँ चुदवाती है ? वह ससुरी इतने लण्ड पकड़ चुकी है और जाने कितने लण्ड रोज़ पकड़ती है और लेकिन आजतक एक भी लण्ड मुझे नहीं पकड़ाया ? बड़ी स्वार्थी है बुर चोदी सना ?
जब रात को सना और मेरी सास आयी तो मैं चुपके से बोली सना तेरे दोस्त आये थे बड़ी देर तक तेरा ऊंत्ज़ार करते रहे पर फिर चले गये ?  सना मुझे छतपर ले गयी और चुपके से बोली अरी भाभी मैंने आज उनको साजिया और रुबीना के सामने ही अपनी माँ चुदवाने के लिए बुलाया था। और जानती हो देर क्यों हो गयी आने में। मेरी अम्मी रहमान से फंसी हुई है ? मुझे तो आंटी के साथ शॉपिंग के लिए भेज दिया और खुद उससे अपना भोसड़ा चुदवाया ? यह बात मुझे रहमान की बीवी ने ही बताई भाभी ? मैं जब लौट कर आयी तो मैंने भी अम्मी को झड़ता हुआ लण्ड चाटते हुए देखा ?
एक दिन और ऐसा ही हुआ था। तेरी शादी के एक महीने पहले तेरा अब्बा आया था। उस दिन मैं कॉलेज से जल्दी आ गयी थी।  मैंने देखा की अम्मी के कमरे में कोई बोल रहा है ? मैं धीरे से अंदर झांकने लगी।  मैंने देखा की अम्मी अपने सारे कपडे खोल कर तेरे अब्बा का लौड़ा पकड़ कर हिला रही है।  लौड़ा साला इतना तगड़ा तंदुरुस्त था की मेरी चूत बुर चोदी गीली हो गयी।  मैं टक टकी लगाकर देखने लगी। अम्मी जबान निकाल कर लण्ड चाटने लगी। उसी समय अम्मी ने कहा दखो भाई जान आज से तुम मेरा भोसड़ा चोदना शुरू करो ? फरीदा की शादी के बाद मैं तुम्हे अपनी बेटी की बुर भी दूँगी ? तुम मुझे भी चोदना और मेरी बेटी भी चोदना ? तेरा लौड़ा इतना मस्त और मोटा ताज़ा है की मैं चाहती हूँ की इसका मज़ा मेरी बेटी को भी मिले ? वह तुमसे चुदवाकर गद गद हो जाएगी ? उसके बाद मैंने उसकी पूरी चुदाई देखी ? अब भाभी तेरी शादी के दो महीने बीत गये है लेकिन अम्मी ने अभी तक तेरे अब्बा से मेरी बुर नहीं चुदवाई ? इधर कॉलेज में मेरी सहेलियां रोज़ पूंछती है सना आज तूने अपनी माँ चुदवाई की नहीं ? वे साली सब खूब चुदवाती है अपनी माँ और रोज़ कॉलेज के माँ चुदाने की बातें करती है ? मैं चूतिया भोसड़ी वाली चुप चाप सुनती रहती हूँ।  तो साफ़ है भाभी की अम्मी भोसड़ी की बड़ी चुदक्कड़ औरत है और चुदवाते समय खूब गन्दी गन्दी गालियां बकती है और मस्त हो के चुदवाती है ? अगर अम्मी करती है तो हम लोग क्यों न करें ?
मैंने कहा :- तू चिंता न कर सना, मैं चोदूंगी तेरी माँ का भोसड़ा ? अब तू उन तीनो को कल बुला ले।  मैं खुद उनके लण्ड पेलूँगी सास के भोसड़ा में ? हम दोनों छत से उत्तर कर नीचे आ गयी। सास मेरे सामने दिखाई पड़ गयी।
  • मैंने कहा :- सासू जी, बहुत देर लगा दी तुमने आने में ? कुछ लोग इंतज़ार करके चले गये  ?
  • सासू बोली :- अरे बहू अब किसी के घर जाओ तो थोड़ी देर तो हो ही जाती है ?
  • हां ठीक कहती है आप ? आखिर कार भोसड़ा चुदाने में थोड़ा वख्त तो लगता ही है न सासू जी ?
  • क्या कह रही है तू ? अरे तू सास से बात कर रही है, बहू  किसी ऐरी गैरी से नहीं ?
  • हां मैं जानती हूँ की मैं अपनी बुर चोदी सास से बात कर रही हूँ। मैं यही तो पूंछ रही हूँ की तुझे रहमान अंकल का लौड़ा कैसा लगा ?
  • फिर वही बात ? ठीक से बात कर मुझसे नहीं तो मैं तुझे अच्छी तरह सबक सिखा दूँगी ?
  • अच्छा यही बता दे, मेरी भोसड़ी वाली सास,  की मेरे अब्बा का लौड़ा बड़ा है की रहमान अंकल का लौड़ा ? (यह सवाल सुनकर मेरी सास की गांड फट गयी, वह नरम पड़ गयी। उसके चेहरे की हवाईयां उड़ने लगी)
  • इसका मतलब की तू बुर चोदी जासूसी करवाती है मेरी ? 
  • अच्छा इतना बता दे की तूने अभी तक मेरे अब्बा से सना की बुर क्यों नहीं चुदवाई ?
  • हाय अल्ला, तू तो सब जानती है बहू ? क्यों इतनी देर से मेरी गांड मार रही है तू ?
  • गांड तो तू मार रही है माँ की लौड़ी, सासू जी मेरी भी और अपनी बेटी की भी ?
  • देखो बहू अब तुम्हे मैं सच सच बताती हूँ।  मेरी उम्र ४६ साल की है अभी मैं जबरदस्त जवान हूँ। मुझे चुदवाने का बड़ा शौक है ? मैं अपना भोसड़ा चुदाने के लिए कुछ भी कर सकती हूँ।  हां मैंने तेरे अब्बा से तेरी शादी के पहले चुदवाया था और आज भी चुदवाती हूँ।  मैंने रहमान से भी चुदवाती हूँ और भी कई मर्द है जो मुझे अक्सर चोदते है ? अल्ला कसम मैं तेरे अब्बा से अपनी बेटी भी चुदवाना चाहती हूँ पर अभी तक कोई अच्छा मौक़ा ही नहीं मिला ? मैं तो चाहती हूँ की तुम भी खूब चुदाओ और जवानी का पूरा फायदा उठाओ ?
  • अरे तो रहमान अंकल से ही चुदवा लेतीं अपनी बिटिया की बुर ? लेकिन तुझे तो सिर्फ अपने भोसड़ा का ख्याल है बस ?
  • उस भोसड़ी वाले को बड़ी जल्दी थी उस दिन मेरी बुर चोदी बहू ? वह मुझे चोद कर चला गया ? लेकिन बहू अब मैं तुम दोनों का ख्याल रखूंगी ?
  • तुझे अपना भोसड़ा ज्यादा प्यारा है न, सासू जी ? कल मैं चोदूंगी तेरा भोसड़ा ? कल मैं पेलूँगी दनादन्न तेरे भोसड़ा में लण्ड ?
  • अगर तू ऐसा करेगी तो मैं भी चुप नहीं रहूंगी मेरी हरामजादी बहू ? मैं भी ठोंकूंगी तुम दोनों की बुर में बड़े बड़े लण्ड ?  
सास बहू की यह तकरार मेरी नन्द सना बड़े मजे से सुन रही थी। अब तो वह भी पूरी तरह खुल गयी अपनी अम्मी से और मैं तो बिलकुल ही खुल चुकी हूँ उससे।  हां अब बाकी है मुझे उसके सामने अपने कपडे खोलने की और बाकी है सना बुर चोदी को पूरी नंगी करने की।  दूसरे दिन वे तीनो लोग आ गये यानी  ज़ाकिर ताहिर और पीटर ? आज यही तीनो लण्ड मैं बारी बारी से पेलूँगी अपनी सास के भोसड़ा में ? मैंने कल इन मादर चोदों के लण्ड नहीं पकड़ा लेकिन आज मैं इनके लण्ड पकड़ने के लिए बड़ी बेताब हो रही हूँ ।  मैंने उन तीनो को बैठाया । सना ने फटाफट ड्रिंक्स शुरू कर दी।  इतने में मेरी सास आ गयी।  मैंने सबसे कहा इनसे मिलो ये है मेरी मादर चोद सास मिसेज फ़िरोज़ा खान ? और हां सासू जी ये है भोसड़ी का ज़ाकिर, ये है माँ का लौड़ा ताहिर और ये है बहन चोद पीटर ? नशा चढ़ने लगा तो बातें होने लगी। 
ज़ाकिर :- हाय आंटी तो बिलकुल रुबीना की अम्मी जैसी खूबसूरत है।
ताहिर :- अरे आंटी तो बड़ी जवान लग रही है सना ?
पीटर :- हाय सना, तूने कभी हमें बताया नहीं की तेरी मॉम इतनी खूबसूरत है ?
सना  :- अगर बता देती तुझे माँ के लौड़े तो तू उसी दिन से मेरी माँ का भोसड़ा चोदने लगता ? क्योंकि तुम और ज़ाकिर दोनों रुबीना की माँ चोदते हो ?
ज़ाकिर  :- अरी सना ये ताहिर भी चोदता है रुबीना की माँ ? 
ताहिर :- अरे एक बात तो भूल ही रहे हो तुम लोग यार , साजिया भी हम तीनो से चुदवाती है अपनी माँ का भोसड़ा ?
सना :- हां हां मैं जानती हूँ।  और तुम तीनो भोसड़ी वाले साजिया की बुर और रुबीना की बुर भी खूब चोदते हो ? आज तुम मेरी भाभी की बुर चोदो और मेरी माँ का भोसड़ा ?
सास तो सुन सुन कर बड़ी खुश हो रही थी की उसे आज तीन तीन लड़के चोदेंगें ? लेकिन मैंने सोंच लिया की आज सास का भोसड़ा अच्छी तरह चोदूंगी मैं ? भोसड़ा का तेल निकाल लूंगी मैं ? भोसड़ा की माँ चोद दूँगी मैं ? मैं उठी और सना के कपडे खोलने लगी। सना मेरे कपडे उतरने लगी।  लड़के तो बहन चोद सना को नंगी देख ही चुके है पर मुझे नंगी देख कर सालों के लौड़ों में हलचल मचने लगी।  उधर जब सासू ने अपने कपडे खोले तो उसकी बड़ी बड़ी चूंचियां और बड़े बड़े चूतड़ सब लोग देख मस्त हो गए।  सना उधर गयी और सबके कपडे खोल कर सब भोसड़ी वालों को नंगा कर दिया।  सना ने ताहिर का लौड़ा अपनी अम्मी को पकड़ा दिया, ज़ाकिर का लौड़ा मुझे और पीटर का लौड़ा खुद पकड़ कर हिलाने लगी।  मैं ज़ाकिर का लौड़ा चाटने लगी लेकिन नज़र उन दोनों के लण्ड पर थी।  मुझे तीनो लण्ड बहुत अच्छे लगे।  मैंने हाथ बढ़ाया और सासू के भोसड़ा पर रख दिया ?
मैंने कहा सासू जी तेरा मादर चोद भोसड़ा वाकई बड़ा लाजबाब है ? इतने लण्ड खा कर भी जवान बना हुआ है ? ये बता तूने कबसे लौड़ा पीना सुरु किया था।  वह बोली अरी बहू मैं जब १४ साल की थी तभी पड़ोस के अंकल का लौड़ा पकड़ लिया था। मेरी झांटें आ गयी थी।  मेरी बुर चुलबुलाने लगी थी।  मेरी गांड में भी हलचल होने लगी थी।  एक दिन अंकल ने खुद मुझे अपना लण्ड पकड़ा दिया।  मुझे बहुत अच्छा लगा और मैं अपने आप जबान निकाल कर लौड़ा चाटने लगी।  फिर उसने मुझे मुठ्ठ मारना सिखाया और लौड़ा पीना बताया ? मैं हर रोज़ उसका लौड़ा मुठ्ठ मार कर पीने लगी।  मेरी जवानी बढती गयी कुछ ही महीनो में मेरी चूंचियां दुगुनी हो गयी।  मैंने १५ साल की उम्र में ही लौड़ा अपनी बुर में घुसा लिया था।  लेकिन सही चुदाई मैंने १९ साल की उम्र से शुरू की।  तबसे लगाकर आजतक मैंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा ? मैं लण्ड पकड़ती गयी, लण्ड पीती गयी और बुर चुदवाती गयी और आज भी चुदवा रही हूँ।
सासू ये बातें बता ही रही थी की मैंने ज़ाकिर का लौड़ा उसके भोसड़ा में घुसा दिया।  ज़ाकिर उसे चोदने लगा।  मैंने कहा सना देख मैं तेरी माँ का भोसड़ा चोद रही हूँ।  वह बोली ठीक है  तेरा भोसड़ा चोदने आती हूँ। वह आयी और पीटर का लण्ड मेरी चूत में पेल दिया और मैं उससे चुदवाने लगी।  मैं तो बहुत चुदासी थी मैं गांड उठा के चुदवाने लगी। उधर सना की बुर में सासू ने ताहिर का लौड़ा घुसा दिया।  सना भी मस्त होने लगी चुदाने में।  हम तीनो एक दूसरे के सामने चुदवाने का असली मज़ा लेने लगी। 
सना बोली हाय अम्मी तुमको इतना ज्यादा चुदक्कड़ बनाया किसने ? अम्मी तो नहीं बोली लेकिन पीछे से किसी ने कहा हम लोगों ने बनाया तेरी माँ को चुदक्कड़ ? बड़ी खूबसूरत थी तेरी माँ सना ? इसे देख कर हमारे लण्ड में भूचाल आ जाता था। हम दोनों ने एक दिन इसके कमरे में घुस कर अपने सारे कपडे उतार दिया और फ़िरोज़ा भाभी के आगे अपने लण्ड  हिलाने लगे।  लण्ड दोनों मादर चोद टन टना रहे थे।  भाभी को भी जोश आ गया।  उसने मेरा लण्ड पकड़ लिया।  बस फिर क्या हम दोनों ने उसके कपडे खोलना शुरू किया।  नंगी कर दिया हमने फ़िरोज़ा भाभी को और फिर हमने दिन भर बारी बारी से चोदा भाभी की बुर ? तबसे आजतक चोदता आ रहा हूँ।  अब तो इसकी बुर बन गयी भोसड़ा लेकिन हमें मज़ा वही पुराना आता है।  आज हम लोग भाभी की बहू फरीदा की बुर चोदने आये है और उसकी बेटी सना की बुर चोदने आये है।
मुझे जोश आया तो मैं बोली तो फिर आ न भोसड़ी के यहाँ और पकड़ा अपना लण्ड मुझे इतनी देर से बिना मतलब खिचड़ी पका रहा है माँ का लौड़ा ? ले पेल दे अपना लण्ड और चोद ले अपनी भाभी की बहू की बुर ? उधर सना बोली हां आ जा न भोसड़ी के और घुसा दे अपना लौड़ा अपनी भाभी की बेटी की बुर में ?  इस तरह हम दोनों नन्द भौजाई चुदवाने लगी अपनी अपनी चूत ? मेरे हाथ में उस समय पीटर का लण्ड था।  मैं उसका लौड़ा चूसते हुए चुदवाने लगी।  उधर सासू ज़ाकिर और ताहिर से चुदाने में मस्त थी। 

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