
अब ध्यान से सुनो, सबसे पहले लण्ड को बड़े प्यार से मुस्कराते हुए पकड़ो, पकड़ कर उसे चारों तरफ से घुमा कर देखो, उसका सुपाड़ा पूरा का पूरा खोल लो, एक हाथ से उसके पेल्हड़ थाम लो और उन्हें आहिस्ते आहिस्ते सहलाओ, सुपाड़ा साफ़ सुथरा न हो तो उसे साफ कर लो फिर जबान से उसे २/३ बार छुओ और फिर पूरी जबान निकाल कर चाटना शुरू करो लण्ड और लण्ड का सुपाड़ा ? इसी बीच लण्ड की तारीफ करती रहो और उसे बड़े प्यार से गालियां देती रहो। उससे खूब गन्दी गन्दी और अश्लील बातें करो ? लण्ड पर प्यार से थप्पड़ मार कर लण्ड से बातें करो। चूमो, पुचकारो और दुलराओ ? देखो माँ की लौड़ी पिंकी, लण्ड अपनी तारीफ सुनकर और लड़कियों के मुंह से गालियां सुनकर, अश्लील बातें सुनकर टन टना जाता है, पहले से ज्यादा सख्त हो जाता है और तब घोड़े की तरह हिनहिनाने लगता है लण्ड ? लण्ड का माथा अपने आप हिलने लगता है, समझी मेरी मादर चोद पिंकी ?
एकबात और अच्छी तरह नोट कर लो पिंकी, लण्ड जब भी चाटो तो बड़ी बेशर्मी से चाटो ? सुपाड़ा से पेल्हड़ तक और पेल्हड़ से सुपाड़ा तक खूब चाटो लण्ड ? बिना चाटे चूसे और चूमे कोई भी लौड़ा सीधे अपनी बुर में मत पेलो ? ऐसे में चुदाई का वो मज़ा नहीं आता जो मज़ा आना चाहिए ? लण्ड सिर्फ चूत में पेलने की चीज नहीं है। लण्ड तो चाटने, चूसने, चूमने, पीने और खेल करने की चीज है, बेटी ? उसे अपने बदन पर चारों तरफ घुमाओ। लण्ड अपने बदन पर रगड़ो, चूंचियों पर रगड़ो, अपने गदेलियों के बीच रगड़ो, गालों पर रगड़ो लण्ड, अपनी बाहों पर, अपने पेट में अपने चूतड़ों पर रगड़ो लण्ड, जाँघों पर और खास तौर से चूत पर रगड़ो लण्ड तब आएगा जवानी का पूरा मज़ा ? अब तू बहन चोद पूरी जवान हो चुकी है ? बड़ी बड़ी चूंचियां निकल आयी है तेरी और चूतड़ भी बड़े मस्त हो गये है तेरे ? चूत पर घनी घनी झांटें आ गयी हैं तेरी ? उम्र भी तेरी २१ साल की हो गयी है ? अब तू पुरी जवान है लण्ड चाटने के लिए , लण्ड चूसने के लिए और लण्ड पीने के लिए ? लाओ अब मैं इसी लण्ड को पकड़ कर तुझे बताती हूँ।
दोस्तों, ये सब बातें मुझे मेरी माँ नहीं बल्कि मेरी काजल मौसी मुझे समझा रही है। आज मैंने अपने दोस्त विकी को घर पर बुलाया था क्योंकि मौसी कहीं बाहर चली गयी थी। उसने कहा था की मैं शाम को आऊँगी ? मैं बिलकुल निश्चिन्त हो गयी ? निडर और बेशरम हो गयी मैं की अब मैं घर में अकेली हूँ और कुछ भी कर सकती हूँ। मेरी जवान चूत उछलने लगी । मेरी चूंचियां तन कर खड़ी हो गयी। मुझे शरारत सूझी और मन में ख्याल आया की क्यों न आज अपने दोस्त का लण्ड पकड़ कर देखूँ ? लण्ड चाट कर देखूं, लण्ड पीने का मज़ा लूँ जैसा की मेरी सहेलियां लेती है ? मैंने तो अपनी चूत चुदाने का भी इरादा कर लिया था। बस वह जैसे ही आया मैं उससे प्यार से बातें करने लगी और फिर उसी के सामने अपने सारे कपडे उतारने लगी। मैं मादर चोद हो गयी बिलकुल नंगी। मुझे देख कर वह भी जोश में आ गया और उसने भी अपने कपडे खोल डाले ? वह पलंग पर लेट गया और उसका लौड़ा खड़ा हो गया। आसमान ताकने लगा भोसड़ी का लण्ड ? मैंने उसे मुठ्ठी से पकड़ा और चूमने लगी। फिर थोड़ा जबान निकाल कर चाटने लगी ?
मैं बड़े प्यार से लण्ड हिला ही रही थी की मौसी कमरे में आ गयी। कमरा खुला था ? किसी के आने की उम्मीद नहीं थी। बाहर के दरवाजे की चाभी एक मौसी के पास रहती है। बस मौसी दरवाजा खोल कर सीधे मेरे कमरे में दाखिल हो गयी। उसे देख कर इधर मैं सकपका गयी और उधर लण्ड सिकुड़ गया ? मैंने सोंचा की अब मौसी मेरी अच्छी तरह खबर लेगीं ? लेकिन उसने कुछ भी नहीं कहा ? उसने बिलकुल नहीं डांटा और न ही फटकारा ? बल्कि बड़े प्यार से मुस्कराते हुए बोली - अरे अरे यह क्या कर रहो पिंकी ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,लाओ मैं इसी लण्ड को पकड़ कर तुम्हे बताती हूँ ? ( जो आपने अभी ऊपर पढ़ा )
मेरी काजल मौसी मुझसे सिर्फ ५ साल बड़ी है। वह इस शहर में एक बड़ी कंपनी में काम करती है और मैं एक कॉलेज में पढ़ती हूँ। मेरी मौसी मस्त जवान है। बड़ी बड़ी चूंचियों वाली और मस्त चूतड़ों वाली मेरी मौसी बहुत हंसमुख और मजाकिया स्वाभाव की है। उसे गहरी और सेक्सुअल मजाक बहुत पसंद है।
विकी का लौड़ा पकड़ कर देखा तो बोली :- हाय पिंकी ये तो वाकई हलब्बी लौड़ा है यार ? तूने इसे अपने मुंह में डाल कर देखा है ?
मैं बोली :- नहीं मौसी ? मैं डालने जा ही रही थी की आप आ गयी
वह बोली :- आप नहीं पिंकी, तेरी बुर चोदी मौसी आ गयी ? हां आज से तुम मुझे 'बुर चोदी मौसी' कह कर बुलाया करो और मैं तुझे भोसड़ी की माँ की लौड़ी बहन की लौड़ी आदि कह कर बुलाया करूंगी। अब मैं तेरी मौसी नहीं हूँ तेरी साथ चुदवाने वाली तेरी दोस्त हूँ। जब मैंने तेरे हाथ में लण्ड देखा था तो मैं खुश हुई की मुझे आज एक नयी दोस्त मिल गयी है। अब तुम अपने कॉलेज के लड़के लाया करो और मेरे सामने उनके लण्ड चाटा करो, लण्ड चूसा करो और लण्ड पिया करो। उसके बाद फिर मस्ती से चुदवाया करो। तुम्हारे साथ मैं भी चुदवाया करूंगी। अच्छा ले पकड़ लौड़ा मैं बाथ रूम होकर अभी आती हूँ। मैं लौड़ा पकड़ कर मस्ती करने लगी।
तभी मुझे मालूम हुआ की मौसी बाथ रूम जाते समय किसी से फोन पर बात करने लगी। स्पीकर ऑन था तो मैं भी कान लगा कर सुनने लगी।
- वह बोली :- पवन, तू क्या कर रहा है इस समय ?
- कुछ नहीं बस ब्लू फिल्म देख रहा हूँ, काजल
- अच्छा तब तो तेरा लौड़ा खड़ा ही होगा ?
- हां खड़ा तो है साला लौड़ा ? फिल्म ही इतनी मस्त है की लौड़ा साला आपे से बाहर हुआ जा रहा है ?
- तो फिर मादर चोद मुठ्ठ मारने के वजाय यहाँ मेरे पास आजा न और चोद ले मेरी चूत ?
- अरे यार तुमने तो मेरे मुंह की बात छीन ली ? मैं तुम्हे फोन करने ही वाला था।
- देख यहाँ मेरे साथ मेरी बहन की बेटी पिंकी रहती है। बुर चोदी बड़ी मस्त लड़की है, पिंकी ? क्या गदराई हुई जवानी है उसकी ? आज तुझे उसकी बुर दिलवाऊँगी पवन ? तेरा बहन चोद लौड़ा मस्त हो जायेगा उसे चोद कर ?
- क्या वह भी उषा की तरह खूबसूरत है, काजल ?
- अरे यार उषा से ज्यादा खूबसूरत है माँ की लौड़ी पिंकी ? उसकी चूंचियां उषा की चूंचियों से बड़ी है यार ? उसके चूतड़ भी उषा से इकीस है । लौड़ा तो बड़े मजे से चूसती है और लण्ड पीने में बड़ी माहिर है भोसड़ी वाली, पिंकी ? अच्छा ये बता वहां तेरा कोई दोस्त है ?
- नहीं यार दोस्त यहाँ नहीं है, हां मैं किसी को लेकर आ सकता हूँ ?
- सुन न बहन के लौड़े पवन, कोई नया दोस्त लेकर आ ? आज मैं एक नये लण्ड से चुदाना चाहती हूँ ?
थोड़ी देर में मौसी ने वही लौड़ा मेरी बुर में घुसा दिया और मैं चुदवाने लगी। मैं अपनी गांड उठा उठा के चुदाने में मस्त हो गयी। लौड़ा पूरा का पूरा आने जाने लगा। तब मौसी बोली हाय पिंकी तू तो भोसड़ी वाली बड़ी अच्छी तरह चुदवा लेती है बुर ? लगता है की तू पहले भी कई बार चुदवा चुकी है। मुझे चूतिया बनाती है की तूने आज पहली बार कोई लौड़ा पकड़ा है। तू मादर चोद मुझसे झूंठ बोल रही थी। तेरी माँ की चूत, तेरी बहन की बुर ससुरी तू बड़ी घुटी हुई है। मैंने कहा अरे मौसी मैंने कितना भी चुदवाया हो पर मेरी बुर में घुसने वाले लण्ड से ज्यादा तेरी बुर में घुसने वाले लण्ड है ? चुदाने में तू मुझसे बहुत आगे है मौसी ? इसलिए मैं तुमसे सीखूंगी जरूर ? अभी तो मुझे तुमसे गांड मरवाना सीखना है मौसी ? बस मौसी खुश हो गयी और मेरी बुर मजे से चुदवाने लगी। मुझे दुगुना मज़ा आने लगा।
फिर एकदम से घंटी बज गयी। मौसी बोली पिंकी तू चुदा मैं देखती हूँ कौन है ? मौसी नंगी नंगी ही दरवाजा खोलने गयी। मैं समझ गयी की पवन आया होगा और उसके साथ होगा उसका दोस्त ? थोड़ी देर में मैंने देखा की मौसी अपने दोनों हाथों में एक एक लण्ड पकडे हुए आ रही है। मेरी निगाह लण्ड पर भी पड़ी और लण्ड वाले पर भी। लड़के तो दोनों बड़े हैंडसम थे स्मार्ट थे और सेक्सी थे। मेरी चूत में उन्हें देखते ही हलचल होने लगी। मैंने दोनों लण्ड गौर से देखा तो मेरी लार टपकने लगी। मैंने मन में कहा हाय कितने प्यारे प्यारे लण्ड है दोनों के ? बिना झांट के दोनों चिकने लण्ड बड़े सेक्सी लग रहे थे। इन्हे देख कर कोई भी लड़की अपनी चूत चुदवाने के लिए तैयार हो जाएगी ?
मौसी बोली ले बुर चोदी पिंकी ये है पवन और ये है पवन का लौड़ा ? (मुझे पवन का लौड़ा दिखाते हुए कहा) फिर बोली और भोसड़ी वाली इसे भी ले ? ये है पवन का दोस्त बिज्जी और ये है बिज्जी का लौड़ा ? (उसका भी लौड़ा दिखाया मुझे) मुझको दोनों लण्ड पकड़ा कर विकी का लण्ड मेरे हाथ से ले लिया। मैं दोनों लण्ड अपने हाथ में पाकर फूल के कुप्पा हो गयी । मेरी मस्ती बढ़ने लगी। दोनों लण्ड बहन चोद बड़े जबरदस्त थे। मसि की निगाह बिज्जी के लण्ड टिकी थी। पवन से वह कई बार चुदा चुकी है पर बिज्जी का लौड़ा उसके लिए नया है। पर मेरे लिए तो मादर चोद दोनों लण्ड नये है। मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी। मुंह में घुसा कर चूसने लगी लण्ड और फिर थोड़ी देर में बिज्जी से चुदवाने लगी। पवन का लौड़ा मुंह में घुसेड़ लिया। मैं दो दो लण्ड का मज़ा एक साथ पहली बार ले रही थी। उधर मौसी की बुर में विकी ने पेल दिया था लौड़ा ? विकी साला ऐसे चोदने लगा जैसे वह अपनी बीवी चोद रहा हो ? मौसी के साथ चुदाने का मेरा यह पहला मौक़ा था ? थोड़ी देर में मैंने पवन से चुदवाना शुरू किया और बिज्जी का लौड़ा चाटना ? इतने में विकी बोला मौसी अब मैं निकलने वाला हूँ तो मौसी ने झट्ट से उसका सड़का मारना शुरू कर दिया। मैंने मौसी का सड़का मारना बड़ा अच्छी लगा। मौसी की मुठ्ठ मारने की स्टाइल मैंने सीख ली। और फिर मैंने भी उसी तरह बिज्जी का मुठ्ठ मारा और पवन का भी। मैंने दोनों लण्ड बड़ी मस्ती से पिया। मुझे लण्ड पीने का अनुभव तो था ही। मौसी भोसड़ी की मुझे देखती रही। चुदाई के बाद आपस में कुछ बातें होने लगी।
मौसी बोली :- पिंकी बहन की लौड़ी, तूने पहले भी खूब चुदवाई है अपनी बुर ?
मैं बोली :- नहीं मौसी ऐसा नहीं है ? एक आध बार चुदवा लिया तो उसका कोई मतलब नहीं ? मैं तो अभी सीख रही हूँ ?
मौसी बोली :- भोसड़ी की भकाभक चुदवा रही थी पवन और बिज्जी से अपनी बुर और मुझे चूतिया बनाती है ?
मैंने कहा :- नहीं मौसी, मैं तो तुझे अपना भोसड़ा चुदवाते हुए देख रही थी और उसी तरह चुदवाने की कोशिश कर रही थी ।
मौसी बोली :- अब मुझे यकीन हो गया की तू गांड भी अच्छी तरह मरा लेती है ?
मैं बोली :- मौसी गांड मैं अपनी तभी मराऊँगी जब तुम मेरे सामने अपनी गांड मराओगी ?
एक दिन मेरे कॉलेज की सपना मेम मेरे घर आ गयी। मेरे सपना मेम से गहरे तालुकात है। वह मेरे बारे में सब कुछ जानती है और मैं भी उसके बारे में सब जानती हूँ। मैंने उसे कमरे में बैठाया और मौसी को आवाज़ देकर बुलाया ?
मौसी जैसे ही कमरे में आयी वह बोली :- अरी भोसड़ी की तू सपना ? तू बहन चोद इस सहर में कबसे गांड मरा रही है ?
सपना बोली :- माँ की लौड़ी तू मादर चोद यहाँ क्या अपनी माँ चुदा रही है ? बुर चोदी लण्ड हिला रही है तू इस शहर में ?
दोनों खिलखिलाकर हंस पड़ी ?
सपना बोली :- मुझे क्या मालूम था की मैं आज अपनी एक पुरानी दोस्त से मिलूंगी।
मौसी बोली :- यार बात सही है ? ये तो इत्तिफ़ाक़ है हम दोनों को मिलना था, तो मिल गयी।
दोनों आगे बढ़ी और प्रेम से गले मिली। यह संगम देख कर मुझे बड़ी ख़ुशी हुई। तब मौसी ने बताया सुनो पिंकी ये सपना मरे कॉलेज की दोस्त है और हॉस्टल की दोस्त है। २४ घंटे साथ साथ रहना, साथ साथ खाना पीना, उठना बैठना, शॉपिंग करना, सिनेमा देखना, पढ़ाई करना सब साथ साथ ही होता था। मैं समझ गयी ये दोनों आपसे में पक्की दोस्त है तो आज मेरी पोल पट्टी खुल जाएगी इसलिए मैं वहां से भाग खड़ी हुई ? दोनों व्हिस्की पर बैठ कर खूब बातें करने लगी।
- मैं बोली - यार क्या मस्ती के दिन थे यार ? बिंदास घूमना फिरना आपस में गाली गलौज,माँ बहन एक करना एक दूसरे को चिढ़ाना सब होता था।
- मस्ती तो मैं आज भी करती हूँ काजल ? मेरी मस्ती में बहन चोद कोई कमी नहीं है ?
- करती तो मैं भी हूँ पर थोड़ा कम ? कम क्यों करती हो ?
- तेरे साथ पिंकी है न ? वो बुर चोदी मस्ती करने में बहुत आगे है भोसड़ी वाली ?
- क्या मतलब ? मैं कुछ समझी नहीं सपना ?
- अरे पिंकी बहन की लौड़ी मेरे कॉलेज में लण्ड पकड़ने में बड़ी मशहूर है । ऐसा कोई टीचर नहीं है जिसके लण्ड का मुठ्ठ पिंकी ने मारा न हो ? और मुठ्ठ मार कर लण्ड पिया न हो ? और ऐसा कोई लड़का नहीं जिसका लण्ड पिंकी ने पकड़ कर हिलाया न हो ? एक बात है जिसका लण्ड उसे पसंद आ जाता है उसी का लण्ड बार बार पकड़ती है और पीटी बाकी के लण्ड मार कर भगा देती है। तब तो चुदवाती भी खूब होगी ? अरे यार चुदवाने में तो उसका मुकाबला कोई नहीं कर सकता ? रंडी जो दिन रात चुदवाती है वह भी पिंकी का मुकाबला नहीं कर सकती ?
- बाप बाप रे मैं तो इतना नहीं जानती थी उसके बारे में हां कुछ कुछ तो जरूर जानती थी।
- जानती हो काजल, पिंकी पर्श में एक दर्जन कंडोम , रेज़र और कैंची हमेशा रखती है। कहती है की मेम पता नहीं झांट वाला लण्ड कब मिल जाए कोई भरोसा नहीं और मुझे उसकी झाटें बनानी पड़े ? हां एक बात है की बिना कंडोम के वह लण्ड अपनी बुर में नहीं पेलती ?
- अच्छा तो मैं उसकी पर्श देखती हूँ। ( पर्श में वाकई दो दर्ज़न कंडोम , एक कैंची और २/३ रेज़र मिले ) मेरे मुंह से निकला बड़ी बुर चोदी हरामजादी है पिंकी ?
- क्या तुम्हे ये सब नहीं मालूम था काजल ? मैं तो समझती की उसे लण्ड पकड़ना नहीं आता, चुदवाना तो दूर की बात है। हालाँकि अब वह मेरे साथ चुदवाने लगी है पर कहती है की मुझे आपसे बहुत सीखना है ?
- अरे उसे सब आता है। नयी नयी लड़कियां उससे सीखने आती है कैसे पकड़ा जाता है लण्ड ? कैसे पिया जाता है लण्ड और कैसे चुदाया जाता है ?मैंने तो उसे पटा लिया है अब वह मेरे घर हर शनिवार को कुछ लड़के लेकर आती है। उसकी एक दोस्त बरखा है वह भी बुर चोदी बिलकुल पिंकी की तरह है। वह लड़के लेकर आती है फिर हम तीनो दिन भर लण्ड की अदला बदली करके चुदवाती है। मेरे घर में हर शनिवार और इतवार को जम कर चुदाई होती है। एक से एक बढ़िया लण्ड मिलते है मुझे अपनी बुर में घुसाने को ?
- तो एक काम करो सपना ? इस बार तुम चुदाई की पार्टी मेरे घर में रख लो। मैं सब इंतज़ाम कर लूंगी ?
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