उस रात को घर में केवल दो ही लोग थे एक मैं और एक मेरा ससुर ? एक कमरे में वह था और एक कमरे में मैं ? खाना हो चुका था। हम दोनों अपने अपने
कमरे में सोने के लिए चले गये। मैं भी बिस्तर पर लेट गयी और वह लेट गया ? मैं बत्ती बुझा दी और उसके कमरे की भी बत्ती बुझ गयी । पूरे घर में अन्धेरा हो गया ? हां बाथ रूम का एक छोटा सा बल्ब जल रहा था उसमे से इधर उधर आने जाने के लिये पर्याप्त रोशनी जरूर मिल रही थी। मैं लेट जरूर गयी लेकिन नींद आ नहीं रही थी, बस करवटें ले रही थी, मन में कुछ चल रहा था, बातें इधर उधर की चल रही थी मन में। अचानक मेरा हाथ चूंची पर चला गया और फिर धीरे से चूत पर भी।
तब मुझे ख्याल आया की नींद तो आ नहीं रही है चलो "chulbuleblogs"की कहानियां पढ़े ? मैंने लाईट जलाई और लैपटॉप को खोल कर कहानियां खोली और पढ़ने लगी। उसमे एक कहानी थी "ससुर जी का लण्ड" मैं वही पढ़ने लगी। पढ़ते पढ़ते हुए मैं गरम होने लगी, कहानी के साथ उसकी फोटो देख कर गर्मी और बढ़ गयी। मुझे लगा जैसे मेरे पूरे बदन में आग लग गयी है ? मेरे सभी कपडे उतरने लगे, मेरी चूंचियां तो बिलकुल खुल गयी ? नंगी हो गयी बुर चोदी चूंचियां ? चूत भी चुलबुलाने लगी। मैंने पेटीकोट भी खोल डाला। मेरी चूत भी नंगी हो गयी ? कहानी में जब ससुर का लण्ड सामने आया तो मेरी ऊँगली बुर में घुस गयी। मैं कहानी में इतनी मस्त हो गयी की बाकी दुनियां ही भूल गयी। मैं यह भी भूल गयी की मेरे कमरे का दरवाजा खुला है ? अचानक मैं पीछे मुड़ी तो देखा की मेरा ससुर मादर चोद बिलकुल नंगा खड़ा है और खड़ा है उसका लण्ड ? मैं दंग रह गयी उसको और उसके लण्ड को देख कर ? मेरे मुंह से निकला हाय अल्ला, इतना बड़ा लण्ड ? ये तो बिलकुल वैसा ही लण्ड है जैसा की कहानी में ससुर का लण्ड है ? ( मैं समझ गयी की आज यह भोसड़ी का मेरी बुर चोदेगा जरूर) बस मेरा हाथ अपने आप लण्ड पर चला गया और मैंने पकड़ा लिया उसका लण्ड ? उसने मुझे खींच कर चिपका लिया और मैं मुठ्ठी से लण्ड का साइज़ नापने लगी ?
मैं समझ गयी की लण्ड ८" से बड़ा ही है और मोटा भी मजे का है ? लण्ड उसी तरह का है जैसा मैं पसंद करती हूँ। अब आज से रास्ता खुल गया है अब तो ये भोसड़ी वाला मुझे चोदता रहेगा और मैं चुदवाती रहूंगी ? नंगा वह भी था और नंगी मैं भी थी। हम दोनों पलंग पर लेट गये। वह मेरी चूत सहलाने लगा और मैं उसका लण्ड ? मैंने कहा भोसड़ी के ससुर इतना बड़ा लण्ड कहाँ कहाँ घुसेड़ते हो तुम ? वह बोला बहू मुझे जहाँ चूत मिल जाती है मैं वहीँ लण्ड घुसेड़ देता हूँ ? मैं किसी रिश्ते की परवाह ही नहीं करता ? मैं बोली अगर तुम्हारी तरह दूसरे लोग भी तेरी बीवी चोदें, तेरी बेटी चोदें, तेरी बहू चोदें तो ? वह बोला अरे बहू वो साले चोदते ही है ? लोग मेरी बेटी चोदते है तो मैं उनकी बेटी चोदता हूँ, वे मेरी बीवी चोदते है तो मैं उनकी बीवी चोदता हूँ, वे मेरी बहू चोदते है तो मैं उनकी बहू चोदता हूँ। मुझे तो सुनकर मज़ा आ गया क्योंकि मैं यही उसके मुंह से सुनना चाहती थी। अब मेरा ससुर से क्या सबसे चुदवाने का रास्ता बिलकुल साफ़ हो गया ? तब तक ससुर लण्ड घुसाने के मूड में आ गया मैं बोली - नहीं मादर चोद ससुर, अभी नहीं ?
भोसड़ी के ससुर जी, बुर चाटो पहले ? मैं पहले चटवाती हूँ बुर फिर चुदवाती हूँ ?
मैंने ससुर को नीचे लिटाया और उसके ऊपर मैं चढ़ बैठी। अपनी चूत उसके मुंह पे रख दी वह बुर चाटने लगा और मैं झुक कर उसका लण्ड चाटने लगी। मेरे मुंह से गालियां सुनकर उसका लण्ड और टन टनाने लगा। मैं समझ गयी की ससुर को लड़कियों के मुंह से गालियां सुनने का भी शौक है। अब तक लण्ड अपने पूरे ताव पर आ चुका था। मुझे तो बस कहानियों के जैसा ही मोटा तगड़ा लण्ड लग रहा था। मैं भी पूरे जोश में थी और फिर मैंने चूत फैलाकर लण्ड पेलवा लिया। ससुर बहन चोद उछल उछल कर चोदने लगा ? मैं भी मस्त रंडी की तरह चुदवाने लगी। पूरे लण्ड का मज़ा लेने लगी और उसे जोर जोर से चोदने के लिए उकसाने लगी। मैं पूंछा कितनी बुर चोदता है तू एक दिन में बहन का लौड़ा ? वह बोला यार बुर तो आसानी से चोद ही लेता हूँ रोज़ ? आज ये तीसरी बुर है तेरी जो चोद रहा हूँ।
मैंने फिर पूंछा तो फिर दो बुर किसकी चोदी ? उसने बताया की एक तो हसन की बेटी की बुर चोदा और दूसरी अपने दोस्त करीम की बीवी चोदा अब तीसरी तेरी बुर चोद रहा हूँ। लेकिन तेरी बुर चोदने मे ज्यादा मज़ा आ रहा है। ऐसा कह कर वह और जोर लगा लगा के चोदने लगा पीछे से भी और बगल में लिटा के भी ? मुझे आज बहुत दिनों के बाद कोई बढ़िया चोदने वाला मर्द मिला है भोसड़ी के ससुर ? तेरे लण्ड का सुपाड़ा तो मेरे दिल में बस गया है ससुर जी , तेरा ये मादर चोद लण्ड मुझे बड़ा पसंद आ गया है. मैंने जितने मर्दों से अभी तक चुदवाया है उनमे से सबसे मस्त लौड़ा तेरा ही है ससुर जी अब तो मैं इसे अपनी चूत में अक्सर घुसाती रहूंगी। मेरी बात सुनकर उसका लौड़ा और टन्नाने लगा ( ससुर भोंसड़ी वाले को क्या मालूम की मैं यह बात हर उस मर्द से कहती हूँ जो मुझे चोदता है ) थोड़ी देर में मैंने लण्ड अपनी हूंचियों के बीच में घसेड लिया और चूंचियां ही चुदवाने लगी। लौड़ा बार बार मेरी जबान से टकराता तो मैं उसे चाट लेती ? ऐसा करने से बस २ मिनट में ही लण्ड ने उगल दिया सारा वीर्य मेरी चूंचियों पर ?
मेरा नाम मिसेज हिना है दोस्तों, मेरी शादी के दो साल हो चुके है। मेरे माईके में तो चोदा चोदी की पूरी आज़ादी है। मैं जब जवान हुई तो मेरी अम्मी ने ही मुझे जवानी का पूरा मज़ा लेना सिखा दिया। एक दिन जब मैं उसके कमरे में घुसी तो वह मस्ती से एक अंकल का लण्ड चूस रही थी। बस मुझे बुला कर कहा बेटी हिना अब तुम २० साल की हो गयी हो, पूरी तरह जवान हो ? लो अंकल का लण्ड पकड़ो ? लण्ड देखते ही मेरी इच्छा उसे पकड़ने की हो गयी थी और जब अम्मी ने कह दिया तो फिर देर किस बात की ? मैंने हाथ बढ़ाया और फटाक से पकड़ लिया लण्ड ? लण्ड मेरे पकड़ते ही साला और टन्ना गया। मैं बोली हाय अम्मी ये तो बहन चोद और बड़ा हो गया। अम्मी मेरे मुंह से निकली एकाएक गाली सुन कर बड़ी ख़ुशी हुई बोली हां बेटी गाली बकना बहुत जरुरी है। गाली देने से लण्ड में जोश आ जाता है और फिर उससे चुदवाने में बड़ा मज़ा आत है। ये भोसड़ी का ऐज़ाज़ अहमद है ? मैं बोली हां अम्मी इसका भोसड़ी का लण्ड भी बड़ा मस्त है। तब तक अम्मी ने मेरे कपडे उतार दिया और फिर उसने मुझे लण्ड पेलना भी सिखाया। मेरी जब शादी हुई तो मैं सोंच रही की अगर यहाँ भी चोदा चोदी की आज़ादी हो तो मज़ा आ जाये ? मैंने सुन तो रखा था की हिना की ससुराल में चोदने चुदाने में कोई पाबन्दी नहीं है लेकिन आज जब ससुर मेरे सामने एकदम नंगा होकर खड़ा हो गया और अपना खड़ा लण्ड मुझे दिखाने लगा तो मैं समझ गयी की अल्ला ने मेरी सुन ली। जब मेरे ससुर ने सबकी बुर चोदने की बात कही तो फिर मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा ?
मेरे चेहरे पर और चमक आ गयी, मेरी चूंचियां और उछल पड़ी, मेरी चूत और मचल उठी. मेरा पूरा जिस्म गनगना उठा
उसके बाद तो आपने देखा की मैंने कितनी मस्ती से उससे चुदवाया।
दूसरे दिन मेरी नन्द जिया आ गयी।
- जैसे वह मेरे सामने आयी तो मेरे मुंह से निकला :- अरी जिया कहाँ गयी थी तू अपनी माँ चुदाने ?
- उसने कहा :- अरे भाभी तुम्हे कैसे मालूम की मैं माँ चुदाने गयी थी ?
- मैंने यूं ही कह दिया :- अरे तेरे चेहरे पर लिखा है की तू माँ चुदा के आ रही है अपनी ?
- वह बोली :- हां भाभी बिलकुल सच है ? आज मैंने अपने ससुर से अपनी माँ का भोसड़ा चुदाया ?
- हाय दईया रिया, तो तू भी चुदवाती होगी अपने ससुर से ?
- हां क्यों नहीं चुदवाती ? जब उस भोसड़ी वाले का लौड़ा इतना बढ़िया है इतना मोटा तगड़ा है तो क्यों नहीं चुदवाऊँगी ?
- तो तेरी बुर चोदी माँ कैसे चुदाने लगी तेरे ससुर से ?
- अरे भाभी, मैंने ही उसका लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में घसेड दिया ? लण्ड उसे पसंद आ गया तो वह भी भकाभक चुदवाने लगी।
- कैसा है तेरे ससुर का लण्ड ? साइज़ क्या है उसका ?
- अरे यार बता दूँगी तो फिर तेरा मज़ा किरकिरा हो जायेगा। मैं चाहती हूँ की एक दिन मैं अपने ससुर का लण्ड तेरी बुर में पेलूँ ? अरे हां एक बात तो मैं भूल ही गयी भाभी ? तू बता भोसड़ी वाली तेरे ससुर का लण्ड कैसा है ? पसंद आया तुझे मेरे अब्बा का लण्ड ?
- मुझे क्या मालूम तेरे अब्बा के लण्ड के बारे में ? अरे, अब्बा तेरा है तो उसका लण्ड भी तेरा ? मुझे क्यों बीच में घसीट रही है तू बुर चोदी ?
- अरे नहीं भाभी, मैं जानती हूँ सच क्या है ? कल तुम और मेरा अब्बा केवल दो लोग ही घर पर थे ? तू तो अपने ऊपर कंट्रोल कर सकती है भाभी पर मेरा अब्बा साला माँ का लौड़ा अपने पर कंट्रोल नहीं कर सकता ? उसका कंट्रोल अपने लण्ड पर ही नहीं है। उसका लौड़ा उसके काबू में नहीं रहता भाभी ? कल जरूर उसने तेरी बुर में पेला होगा अपना लौड़ा ? ऐसा ही वह पिछली बार मेरी जेठानी के साथ कर चूका है। जेठानी भी मेरी बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ है। वह तो फिर रात में रुक गयी और रात भर चुदवाया मेरे अब्बा से ? तो अब सच बताओ भाभी तुम्हे मेरे अब्बा का लौड़ा अच्छा लगा की नहीं ? कितनी बार चुदवाया तूने मेरा अब्बा से ? लण्ड का स्वाद कैसा लगा तुम्हे भाभी ?
- मैं मुस्कराकर बोली :- हाय मेरी हरामजादी नन्द कल से मैं तेरे अब्बा के लण्ड की दीवानी हो गयी। मेरी बुर में घुसने के साथ साथ मेरे दिल में भी घुस गया है बहन चोद तेरे अब्बा का लण्ड ?
- जिया बड़े गुरुर से बोली :- हाय भाभी मुझे अपने अब्बा के लण्ड पर नाज़ है ?
मैं अगर अभी कहूँ की मेरा माँ का भोसड़ा चोदोगे तो वह साला सर के बल दौड़ा चला आएगा ?
अम्मी बोली तो बुला लो न उसे हिना। मैं उससे अभी चुदाना चाहती हूँ। मैंने फ़ौरन अपनी नन्द को फोन कर दिया उसने कहा भाभी मैं अब्बा को आज ही शाम को तेरे पास भेज दूँगी ? आधे घंटे बाद नन्द ने फिर फोन किया बोली हाय भाभी मैं तेरी बुर के लिए भी अपने ससुर का लण्ड भेज रही हूँ। मैं मन ही मन बहुत खुश हुई लेकिन यह बात मैंने अपनी माँ को नहीं बताई। शाम को अमजद मेरा ससुर आ गया। मैंने उसे अदब से बैठाया, तब तक अम्मी आ गयी।
वह बोला :- तस्लीमा भाभी आप कैसी है ?
अम्मी ने कहा :- अच्छी हूँ आज तुम बहुत स्मार्ट लग रहे हो ?
उसने जबाब दिया :- भाभी आप सबसे ज्यादा खूबसूरत है ? मैं यह बात दिल से कह रहा हूँ।
अम्मी ने कहा :- चल हट पूरी बात तो बताता नहीं तू भोसड़ी वाला मुझसे ?
ससुर बोला :- मैं तो सब बता देता हूँ भाभी ? मैंने क्या छिपाया भाभी तुमसे ?
अम्मी ने कहा तूने अपना लण्ड छिपाया मुझसे, कभी बताया मुझे की तेरा लौड़ा इतना लम्बा चौड़ा है ?
ससुर हंसने लगा मैं वहीँ पर सामने बैठी थी। अम्मी ने फिर कहा मेरी बेटी ने अगर तेरे लण्ड के बारे में मुझे नहीं बताया होता तो मैं अभी तक जान ही नहीं पाती ? भोसड़ी के इतना बढ़िया लण्ड जब खुदा ने तुझे दिया है तो इसका जम कर इस्तेमाल करो ? अपनी गांड में घुसाने के लिए छिपा रखा है क्या तूने अपना लण्ड ? अम्मी ने खूब जम कर मजाक की ? वह जोर से हंसने लगा। मैं भी उसके साथ हंसने लगी।
थोड़ी देर में किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने दरवाजा खोला तो वह बोला मुझे जिया बहू ने भेजा है आपके पास ? मैंने फ़ौरन उसे अंदर बैठाया। मैंने अम्मी से कहा अम्मी ये मेरी नन्द का ससुर है मियां ज़हीर ? ज़हीर ने देखा की उसका समधी यहाँ बैठा है तो वह भी बड़ा खुश हुआ। अमजद यानि मेरा ससुर ज़हीर यानि मेरी नन्द का ससुर ? दोनों ससुर यहाँ इकठ्ठा हो गए ? मेरे लिए ज़हीर का लण्ड नया है और अम्मी के लिए दोनों लण्ड नये है ? अम्मी की तो जैसे लाटरी खुल गयी। बस उसने फ़ौरन ड्रिंक्स का इंतज़ाम किया और हम चारों लोग लेने लगे दारू का मज़ा ? जैसे जैसे नशा चढ़ने लगा वैसे वैसे बातें गहरी होने लगी। मैंने कहा :- भोसड़ी के अमजद मेरे ससुर, उस दिन तूने रात भर चोदा, मुझे बहुत अच्छा लगा। इसलिए आज मैंने तुझे अपनी माँ का भोसड़ा चोदने के लिए बुलाया है ? मैं चाहती हूँ की तुम मस्ती से मेरी माँ का भोसड़ा चोदो और अगर कोई कमी की तूने तो मैं तेरी गांड दूँगी ?
इतने में अम्मी उठी और उसके कपडे खोलने लगी। मैं अम्मी के कपडे खोलने लगी जब दोनों नंगे हो गये तो ससुर में अम्मी की चूंची पकड़ ली और अम्मी ने मेरे ससुर का लण्ड ? उधर ज़हीर ने मुझे अपनी तरफ खींचा और मेरी चूंची ऊपर से ही दबाने लगा। मैंने कहा अबे माँ का लौड़े पहले मेरे कपडे उतार दे , मुझे नंगी कर दे ? मेरी चूंचियां कहीं भागी नहीं जा रही ? तब उसने मेरे कपडे उतारे और मैंने उसके ? बस उसका लौड़ा मेरे हाथ में आ गया। पहली नज़र में ही लौड़ा मुझे पसंद आ गया मैं सोंचने लगी जिया सच ही कह रही थी की मेरे ससुर का लण्ड बहुत तगड़ा है तभी मैंने अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाया ? मैंने इसका लौड़ा अम्मी को दिखाया तो वह बहुत खुश हो गयीं ?
मैंने कहा :- अम्मी देख, यही लौड़ा है जो मेरी नन्द की बुर में घुस चुका है और आज नन्द की भाभी की बुर में घुसने जा रहा है भोसड़ी का ?
अम्मी मुझे मेरे ससुर का लण्ड दिखाते हुए बोली :- अरे मेरी बुर चोदी हिना देख यह वही लौड़ा है जो मेरी बेटी की बुर चोद चुका है और आज बेटी की माँ का भोसड़ा चोदने जा रहा है ? बस पूरे कमरे में एक मस्ती का माहौल हो गया। मैं नन्द के ससुर से चुदवाने लगी और मेरी माँ मेरे ससुर से ? दोनों लण्ड बहन चोद एक दूसरे के बाप थे ?
इतने में मेरा ससुर अपना लण्ड मेरी माँ के भोसड़ा में घुसाने लगा तो अम्मी बोली नहीं मादर चोद अमजद पहले मेरा भोसड़ा चाटो फिर चोदो ? उधर मैंने भी ज़हीर से कहा अंकल मेरे नन्द के बेटी चोद ससुर, बुर चाटो पहले मेरी ? उसके बाद चोदना ?
वह बिलकुल कुत्ते की तरह जबान निकाल कर मेरी बुर चाटने लगा। मेरे सामने मेरा ससुर मेरी माँ का भोसड़ा इसी तरह चाटने लगा ? बुर चटाने के बाद मैंने लौड़ा उसमे घुसाया और फिर धकाधक चुदवाने लगी ? अम्मी भी भकाभक चुदवाने में जुट गयी।
बड़ा मज़ा आ रहा था हम दोनों को एक साथ चुदवाने का ?
मैं सोंचने लगी की अगर मेरी नन्द और मेरी सास भी यही मेरे साथ चुदवा रही होती तो कितना मज़ा आता ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०-= समाप्त
सूचना -
एक सर्वे के मुताबिक "chulbuleblogs" की कहानियां हर वर्ग के लोग पसंद करते है और पढ़कर एन्जॉय करते है। ख़ास तौर से फीमेल्स ज्यादा एन्जॉय करती है उन्हें wife swapping and incest stories ज्यादा पसंद आती है। ये कहानियां काल्पनिक है और आपके व्यक्तिगत मनोरंजन के लिए है। आप इसी तरह कहानियों का आनंद लेते रहे और अपने कमेंट्स कहानी के अंत में लिखते रहे ? धन्यवाद
0 comments: