Friday, August 1, 2014

तेरी झांटें उखाड़ लूंगी, सासू

  • बहू - देखो सासू जी आज मैं तुमसे साफ़ साफ़ कह रही हूँ।  ये रोज़ रोज़ मेरी गांड में ऊँगली करना बंद कर दे, भोसड़ी की सासू  ? बीच में मेरी बात काटना भी बंद कर
    दे और सबके सामने डांटना तो बिलकुल बंद कर दे नहीं तो मैं किसी दिन चोद डालूंगी सरे आम तेरा भोसड़ा ? इतने लण्ड पेलूँगी तेरे भोसड़ा में की वो सब के सब बहन चोद तेरे मुंह से बाहर निकलने लगेंगे ? मैं इस घर की बहू हूँ दो बच्चो की माँ हूँ अब तू मुझे चोदना सिखाएगी माँ की लौड़ी ?
  • सास - दो बच्चे क्या पैदा कर लिया तूने ? तू अपने आप को बुर चुदाने की एक्सपर्ट मानने लगी है बहन चोद ? इधर देख मुझे एक दर्ज़न बच्चे पैदा कर चुकी हूँ मैं फिर भी चेहरे पर कोई शिकन नहीं है और न मेरे भोसड़ा में कोई शिकन है ? आज भी लोग मेरे भोसड़ा के दीवाने है ? जहाँ तक टोकने का सवाल है तो मैं जहाँ गलत देखूँगी वहां टोकूँगी जरूर ?  तू मेरा क्या उखाड़ लेगी। बहू ?
  • बहू - तेरी झांटें उखाड़ लूंगी, सासू ? मैं जानती हूँ की तेरा झांट वाला भोसड़ा है ? किसी दिन नोच डालूंगी तेरी झांटें और ठोंक दूँगी एक खूंटा तेरे भोसड़ा में ?
  • सासू - मेरे भोसड़ा की झांटें देख कर तेरी गांड क्यों जल रही है बहू ? तू तो झांट रखती नहीं ? झांट रखने की तेरी औकात नहीं है ?  गांड फटती है तेरी झांट रखने में ? अरे तू तो सारे मर्दों की भी झांटें छील डालती है बुर चोदी ? अभी कल ही तूने मेरे बहनोई की झांटें छील डाली।  लोग उसके लण्ड को जनाना लण्ड कहने लगे ? परसों तूने चुदवाने के पहले ही जुम्मन की झांटें बना दी।  चिकना कर दिया उसका लण्ड ? नयी नयी जवान लड़कियां लण्ड की झांटों का खूब मज़ा लेती है पर अब क्या ख़ाक लेगी मज़ा जब उसके लण्ड को गंजा कर दिया तूने ?
  • बहू - तू क्या जाने भोसड़ी वाली सास की आजकल कोई भी लड़की झांट न रखती है और न किसी मर्द को झांट रखने देती है।  अब ज़माना है लण्ड पीने और लण्ड चाटने का ? लण्ड चूसने का ? पेल्हड़ चाटने का ? बुर चाटने का ?  उसमे झांट की तो कोई गुन्जाईस ही नहीं है।  तुम लोग पुराने ज़माने की हो जब मर्द के सामने अपना भोसड़ा फैलाकर उसमे लण्ड पेलवा लेती थी और गचर गचर चुदवा लेती थी बस ? मर्द भी थोड़ा खुचुर खुचुर करके वहीँ अपना माखन छोड़ कर चला जाता था।  तुम लोग क्या जानो की लण्ड का पूरा मज़ा कैसे लिया जाता है ?
  • सास - अच्छा तो अब मैं तुझसे सीखूंगी लण्ड का मज़ा लेना ? जाने कितने लण्ड का मज़ा लेकर बैठा है मेरा भोसड़ा बहन चोद ? जानती है तू ?
  • बहू - गांड मरवाई है कभी तूने अपनी ? कितने लोगों से मरवाई है गांड तूने भोसड़ी वाली मेरी सास, बता ज़रा मुझे ?
  •  सास - जब चूत सामने हो तो फिर कौन मारता है गांड मादर चोद ? गांड तो बस गांडू लोग ही मारते है ?
  • बहू - हां ये हुई न असलियत ? सच तो यह है की तुम गांड मराना जानती ही नहीं हो ? गांड का मज़ा तुम्हे लेना आता ही नहीं ? अच्छा बता की लौड़ा कितनी बार पिया है तूने ? कितने लण्ड का मुठ्ठ मारा है तूने अभी तक ? और कितने लण्ड की झांटें बनाई है तूने मेरी बुर चोदी सास ?
  • सास - मैं पहले न लण्ड का मुठ्ठ मारती थी और न कभी लण्ड पीती थी।  वो अभी दो साल से मेरी बेटी ने मुझे लण्ड पीना सीखा दिया बहू ? मैं इन दो सालों में १० / २० लण्ड तो पी चुकी हूँ।  हां मेरी बेटी ने मुझे झांटें बनाने के लिए भी कहा है।  मैं उसके कई दोस्तों की झांटें बना चुकी हूँ।  मेरी बेटी मर्दों के लण्ड पकड़ कर मजे से झाटें बनाती है और फिर उनसे चुदवाती है।
  • बहू - हां अब आया न ऊँट पहाड़ के नीचे ? तेरी बेटी तेरा सामने चुदवाती है ? तेरी बेटी अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाती है ?  तेरी बेटी ने ही तुझे झांट बनाना और लण्ड पीना सिखाया अब मैं तुझे गांड मराना सिखाऊंगी, मेरी बुर चोदी सासू जी ?  और अगर तूने ठीक से मन लगा कर गांड मराना नहीं सीखा तो मैं फिर उखाड़ लूंगी तेरी झांटें, समझी तू  ?
इतने में मेरी नन्द आ गयी. उसने मेरी बातें सुन ली और मुस्कराती हुई मेरे सामने आ गयी । 
वह बोली :- मेरी भोसड़ी वाली भाभी अगर तेरी गांड में दम हो तो मेरी अम्मी की झांटें उखाड़ कर दिखा ? अभी उखाड़ कर दिखा ?
मैंने कहा :- अरे मैं अपनी सास से बात कर रही हूँ तू बुर चोदी बीच में क्यों टिपिर टिपिर कर रही है। तेरी चूत में आग क्यों लग रही है ?
वह बोली :- नहीं भाभी मैं तुम्हे अपनी अम्मी की झांटें उखाड़ती हुई देखना चाहती हूँ।  मैं तुमसे झांटें उखाड़ना सीखना चाहती हूँ।  
इतने में नन्द ने अपनी अम्मी का पेटीकोट ऊपर खींच कर उसका भोसड़ा मेरे सामने कर दिया और बोली लो उखाड़ो न अपनी सास की झांटें ? मैंने एक नज़र उसका भोसड़ा देखा और बोली हाय अल्ला, तेरी झांटें कहाँ गयी माँ की लौड़ी सासू जी।  अभी कल तो तेरी बड़ी बड़ी झांटें लहरा रही थी। अब मैं क्या उखाड़ूँगी ?
सासू बोली :- मेरी झांटें तो है नहीं ? तू अपनी नन्द की झांटें उखाड़ ले न ? अंदर इसकी चूत में हाथ डाल के देख की इसकी झांटें कितनी बड़ी बड़ी है ? 
मैंने वैसा ही किया।  जैसे मेरा हाथ उसकी चूत तक पहुंचा मैं बोली हाय रब्बा, तू तो बड़ी झटुल्ली है बहन चोद मेरी नन्द ? तेरी चूत क्या बिलकुल जंगल है ? बोल उखाड़ लूँ तेरी झांटें ?
वह बड़े प्यार से बोली:-  भाभी आज मेरी झांटें तुम कैंची से ट्रिम कर दो। मैं जानती हूँ की तुम झांटें ट्रिम करने में बड़ी एक्सपर्ट हो ? बदले में मैं आज रात को मैं तेरी बुर चुदवा दूँगी भाभी ? बड़े बढ़िया बढ़िया लण्ड पेलूँगी तेरी बुर में आज रात को ?
मैंने अपनी नन्द की झांटें ट्रिम की तो उसकी चूत और सेक्सी लगने लगी। वह बोली भाभी तुम भी अपनी झांटें दिखाओ न मुझे ? मैंने फ़ौरन अपना पेटीकोट खोल कर नीचे गिरा दिया और एक टांग उठा कर अपनी चूत और चूत की झांटें दिखा दी।  वह बोली वाओ, यार तेरी छोटी छोटी झांटें तो बड़ी मस्त है भाभी ? तेरी चूत तो मेरी चूत से ज्यादा सक्सी लग रही है।  फिर उसने अपना मोबाइल उठाया और मेरी चूत की कई फोटो ले ली ? मैंने भी उसके मोबाइल में उसकी चूत की कई फोटो लीं ? दोनों फोटो मोबाइल में कैद हो गयी ? मुझे भी बड़ा मज़ा आया उसकी इस हरकत को देख कर ?
एक घंटे के बाद वह मेरे पास दौड़ी दौड़ी आयी और बोली हाय भाभी मज़ा आ गया देखो लोगों ने क्या क्या लिखा है तेरी बुर के बारे में भाभी ? मैं तो हैरान हो गयी और कहा तू क्या कह रही है माँ की लौड़ी नन्द रानी ? उसने बताया अरे भाभी मैंने दोनों की चूत की फोटो अपने सभी बॉय फ्रेंड्स को भेज दी ? हां हां उन दोस्तों को जिनके लण्ड मैं पकड़ती हूँ और जिनसे मैं चुदवाती हूँ।   उनको भी जिनसे मैं अपनी माँ चुदवाती हूँ।  उनमे से कुछ लोगों ने जबाब भेजा है।  लो पढ़ो देखो क्या क्या लिखा उन मादर चोदो ने ?  मैं पढने लगी :-
-  यार तुम दोनों की चूत देख कर मेरा तो लण्ड खड़ा हो गया अब बोलो मैं इसे कैसे काबू करूँ ?
-  हाय मेरी ज़ारा (मेरी नन्द का नाम) मेरा तो मन तेरी बुर के साथ साथ तेरी भाभी की बुर चोदने का हो गया है। 
-  बोलो यार कब दिलवा रही हो अपनी भाभी की इतनी सेक्सी बुर.
-  देख ज़ारा तेरी झांटों से तेरी भाभी की झांटें ज्यादा सेक्सी है , यार मैं तेरी भाभी जल्दी ही चोदूंगा। 
-  अबकी बार जब आऊंगा तो तेरी माँ नहीं तेरी भाभी की बुर चोदूंगा ? मुझे आज मालूम हुआ की तेरी भाभी की बुर इतनी सेक्सी है। 
-  तेरी भाभी की चूत देख कर मैं मुठ्ठ मार रहा हूँ।  मेरा लौड़ा काबू के बाहर हो गया और यहाँ लण्ड पकड़ने वाली कोई लड़की भी नहीं है। 
-  हाय ज़ारा जल्दी ही पेल दो मेरा लण्ड अपनी भाभी की बुर में. 
मैं यह सब पढ़ पढ़ कर खुद बहुत चुदासी हो गयी।  मुझे खूब मज़ा आ रहा था।  मुझ नहीं मालूम था की मेरी बुर चाहने वाले इतने लोग होंगे ? इसका मतलब मेरी चूत के चहेते बहुत लोग है।  ज़ारा बोली भाभी आज रात भर चोदी जाएगी तेरी चूत ? इनमे से कुछ लोग आज रात को ही आ रहे है तुझे चोदने ?  मैंने कहा आने दो भोसड़ी वालों को मैं सबसे चुदवा लूंगी।  लेकिन मैं पहले अपनी सास का भोसड़ा चुदवाऊँगी।
वह बोली :- अरे भाभी तुम पहले चुदावाओ न ? लोग तो तुम्हे चोदने आ रहे है।
मैंने कहा :- देखो ज़ारा मैं आज अपनी सास की झांटें उखाड़ना चाहती थी।  पर उसकी तो झांटें है ही नहीं ?  वह तो अपनी झांटें साफ करा कर बैठी हुई है भोसड़ी वाली।  इसलिए मैं आज उसका भोसड़ा चोदूंगी।  मैं घुसेड़ूँगी उसके भोसड़ा में लण्ड ?
ज़ारा बोली :- तो मैं घुसेड़ूँगी तेरी चूत में लण्ड ?
मैंने कहा :- तो क्या तेरी चूत कोरी रह जाएगी बुर चोदी ? मैं पेलूँगी लण्ड पे लण्ड तेरी चूत में ज़ारा।  मैं आज तेरी बुर तेरी माँ के सामने चोदूंगी।  शाम को जब मैं कमरे में पहुंची तो मैंने देखा की ज़ारा अपने दो लड़कों से हंस हंस कर बातें कर रही है।  मुझसे देखते ही बोली आओ भाभी देखो ये मेरे दोस्त है सफी और रफ़ी ? ये दोनों भोसड़ी वाले तेरी चूत की फोटो देख चुके है ? बड़े बेताब है दोनों तेरी बुर चोदने को ? मैंने कहा तो फिर देर क्यों कर रहे है मादर चोद ? इनके कपडे उतारो न ज़ारा और खड़े करो इनके लण्ड ? मैं अभी आती हूँ।
मैं जब वापस आयी तो देखा की ज़ारा बहन चोद बिलकुल नंगी नंगी दोनों लण्ड अपने दोनों हाथों से पकड़ कर सहला रही है।  टन टनाते हुए लण्ड देख कर मेरी लार टपकने लगी और मैं भी कपडे खोलने लगी।  मैंने जब ब्रा खोली तो मेरी चूंचियां देख कर दोनों लण्ड और फनफना उठे।  उसके बाद जब मैंने अपनी चूत दिखाई तो लण्ड काबू के बाहर होने लगे।  मैंने एक लण्ड पकड़ लिया।  ज़ारा बोली भाभी दोनों लण्ड पकड़ो मैं तेरी बुर चाट कर देखूँगी भाभी ? बस मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी और और वह मेरी बुर चाटने लगी।
अचानक मेरी सास कमरे में आ गयी।  वह बोली हाय मेरी बुर चोदी बहू तू यहाँ लण्ड चाट रही है और मैं तुझे पूर घर में ढूंढ रही हूँ। मैंने कहा सासू जी क्या हुआ कोई ख़ास बात है क्या ? वह बोली हां ख़ास बात है न ? आज तू मेरी झांटें उखाड़ेगी भोसड़ी वाली बहू ?  ले उखाड़ मेरी झांटें ? ऐसा कह कर सासू ने अपना गाउन उतार फेंका और सबके सामने नंगी खड़ी हो गयी ? मैंने कहा मादर चोद तेरा भोसड़ा तो एकदम चिकना है सासू जी ? तेरी तो झांटे ही नहीं है तो उखाड़ूँगी क्या ? वह बोली तो फिर तू अपनी माँ के भोसड़ा की झांटें उखाड़ के दिखा मुझे ? मैजे कहा हां दिखा दूँगी मैं अपनी माँ की झांटें उखाड़ के सासू जी, आने तो दो उसे किसी दिन ?
तब सासू ने कहा तो फिर आज मैं चोदूंगी तेरी चूत बहू रानी। 
उसने ताली बजाई तो अगल बगल से दो आदमी नंगे नंगे अपना अपना लण्ड खड़े किये हुए कमरे में आ गए।  मैं दोनों लण्ड देख कर हैरान हो गयी।  इतने बड़े बड़े लण्ड इतने मोटे तगड़े लण्ड ? मेरी चूत तो भठ्ठी की तरह जलने लगी ? मैं समझ गयी की मेरी सास वाकई बड़ी चुदक्कड़ है।  मैंने कहा सासू जी कहाँ से लाई हो इतने बड़े बड़े लण्ड ? वह बोली ये दोनों मलेसिया के लण्ड है बहू ? एक तो मेरी सहेली का मियां है और दूसरा उसका दोस्त ? इन दोनों को मैंने अपनी बुर चुदवाने के लिए बुलाया था लेकिन जब इनके लण्ड देखे तो मुझे तेरी चूत की याद आ गयी।  मैंने सोंचा की इतने बड़े लण्ड की जरुरत तो मेरी बहू की चूत को है।  इसलिए मैं इन दोनों को लेकर यहाँ आ गयी।  अब मैंने एक लण्ड तेरी बुर में पेलूँगी और एक लण्ड अपनी बेटी की बुर में ? दोनों की बुर आज मैं अपने सामने चुदवाऊँगी।  मैंने कहा ठीक है सासू जी, तो फिर मैं अपनी नन्द से मिलकर तेरा भोसड़ा चुदवाऊँगी ।  बस मैं उठी और रफ़ी का लण्ड सासू के मुंह में घुसेड़ दिया।  वह मस्ती से चूसने लगी लण्ड।  तब तक ज़ारा उधर से आयी और सफी का लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में घुसा दिया।  अब मेरी सास की चुदने लगी बुर।  इधर मैं ज़फर ( सासू की सहेली का मियां ) पकड़ कर हिलाने लगी।  ज़फर का दोस्त युसूफ तब तक ज़ारा के पास घूम कर आ गया। ज़ारा युसूफ का लौड़ा चूसने लगी।
ज़रा बोली :- अदा भाभी (मेरा नाम) युसूफ अंकल का लण्ड तो सबसे बड़ा लग रहा है। 
मैंने कहा :- तभी तो मैंने उसे दिया है तुम्हे।  तेरी बुर बड़ी गहरी हो गयी है न ?  पेलो इसे अपनी बुर में और खूब झमाझम चुदाओ ?
मैं ज़फर से चुदवाने लगी और मेरी नन्द युसूफ से ? हमारे सामने मेरी सासू तो खूब अपनी गांड उठा उठा कर चुदवा रही थी। कमरे का माहौल जबरदस्त गरम हो गया। चारों तरफ  से चुदाई की आवाज़ें आने लगी।  मस्ती आने लगी चुदाने में ? मेरी आँखों के सामने तीन लण्ड दनादन्न चोद रहे थे बुर ? चौथा लण्ड मेरी बुर में था ? अपनी सास और ननद के साथ चुदाने का मज़ा बड़ी नशीब वालियों को मिलता है। 
सासू बोली :- बहू तू मादर चोद अपनी सास का भोसड़ा चुदा रही है ? क्या इसी तरह अपनी माँ का भी भोसड़ा चुदवाती है तू ?
मैंने कहा :- हां बिलकुल मेरी माँ चुदवाने में तुमसे कम नहीं है सासू जी।  न मानो तो अपने मियां से पूंछ लो ? अभी उस दिन मेरा ससुर बोला बहू तेरी माँ चोदने में मेरी गांड फट जाती है। पता नहीं कैसे वह बड़ी देर तक बिना रुके चुदवाती रहती है बुर चोदी ?
मैंने उसे जबाब दिया :-  ससुर जी गांड तो तेरी मेरी भी बुर चोदने में फट जाती है लेकिन मुझे तुमसे चुदवाने में मज़ा खूब आता है।  मेरी माँ को भी तेरा लण्ड बहुत पसंद है भोसड़ी के ?
सासू बोली :- हां बहू अब मैं तेरे अब्बा का इंतज़ार कर रही हूँ।  जिस दिन वह दुबई से आएगा उसी दिन मैं उसका लौड़ा अपने भोसड़ा में पेलूँगी। तेरे अब्बा से चुदवाने की बड़ी तमन्ना है री ?
मैंने कहा :- हां हां तेरी तमन्ना पूरी होगी ?
तब तक ज़ारा बोली :- भाभी मैं तेरे अब्बा के लण्ड के इंतज़ार में हूँ ? मैं अपनी माँ चुदाने के पहले अपनी बुर चुदवाऊँगी उससे ?
इसी तरह की बातें कर करके हम तीनो बड़ी मस्ती से अपनी अपनी चूत चुदवाने का मज़ा लेने लगी।
सासू बोली :- हाय ज़ारा तू अपनी माँ का भोसड़ा जिस चुदवा रही है बुर चोदी, उसी तरह अपनी भाभी की बुर भी चुदवाया करो ? इतने में एक एक करके लण्ड झड़ने लगे।  चारों झड़ते हुए लण्ड हम तीनो ने मिलकर पिया और चाटा ?  
एक दिन मैं अपनी नन्द ज़ारा के साथ बैठ कर "चुलबुलेब्लोग्स" की कहानियां पढ़ रही थी। हम दोनों बिलकुल नंगी थी।  वह मेरी चूत सहला रही थी और मैं उसकी ? तब तक मेरी सहेली का फोन आ गया
  • वह बोली - हाय अदा क्या कर रही हो ?
  • मैंने कहा - कुछ नहीं यार बस चूत खोले बैठी हूँ और "चुलबुलेब्लोग्स" की कहानियां पढ़ रही हूँ वह भी अपनी नन्द के साथ ?
  • तो वह भी नंगी नंगी बैठी होगी ?
  • हां बिलकुल नंगी बैठी है ? अपनी चूंची अपनी चूत गांड चूतड़ सब खोले बैठी है मेरे साथ ?
  • तो तेरे सामने वह नंगी हो जाती है उसे शर्म नहीं आती ?
  • अरी भोसड़ी की सलमा भाभी के आगे नन्द को कैसी शर्म ? और नन्द के आगे भाभी को कैसी शर्म ? हम दोनों तो एक साथ अपनी बुर चुदवाती है यार ? तू बता भोसड़ी की इस समय क्या कर रही है ?
  • अभी तो मैं अपनी सास की झांटे उखाड़ रही हूँ।  
  • क्यों चूतिया बना रही है तू मुझे ? आजकल कोई झांटें रखता ही नहीं तो तू उखाड़ेगी क्या ?
  • अरे यार मेरी झांटें है, मेरी सास की झांटें है,  मेरी नन्द की झांटें है, मेरी जेठानी और देवरानी की भी झांटें है ?
  • तो तू क्या झांटों का व्यापार करती है ? झांटें बेंचती है क्या बाज़ार में ?
  • नहीं यार हम सब मिल कर इतवार को एक दूसरे की झांटें उखाड़ती है ? जैसे आज इतवार है और मैं सास की झांटे उखाड़ रही हूँ, नन्द मेरी झांटें उखाड़ रही है, नन्द की झांटें मेरी जेठानी उखाड़ रही है, जेठानी की झांटें मेरी देवरानी उखाड़ रही है और देवरानी की झांटें मेरी सास उखाड़ रही है।
  • कैसे उखाड़ती हो झाटें तुम सब ?
  • तो बुर चोदी अदा मैं बताती हूँ कैसे उखाड़ी जाती है झांट ? पहले सबकी चूत पर गुनगुनी राख डाली जाती है और फिर एक दूसरे की चूत पर उंगलियां घुमा घुमा कर झांटें उखाड़ी जाती है। झांट उखाड़ने का यह तरीका पुराना है और हम सबको इसमें मज़ा आता है। मैं तो मर्दों की भी झांटें इसी तरह उखाड़ती है।  लोग अक्सर अपने लण्ड की झांटें उखड़वाने मेरे पास आते है। 
 
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