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अपनी चूंची चुदाने के बाद मेरा भोसड़ा चोदना, बहू रानी |
वो शायद मन ही मन लण्ड के साइज़ का अंदाज़ा लगा रही थी . मैं भी बात करते करते बार बार सारा की तरफ देख लेती थी। हालांकि मुझे उसके लण्ड के बारे में सब कुछ मालूम था । मुझे ही नहीं मेरे भोसड़ा को भी मालूम है की उसका लण्ड कितना मोटा और कितना लम्बा है ? कैसे चोदता है और कितनी देर तक चोदता है ? सुल्ताना की लण्ड देखने की इच्छा धीरे धीरे बढती जा रही थी । वह सोंच रही थी की सारा बुर चोदी, लण्ड बाहर निकाल क्यों नहीं रही है ? इतने में कमरे में बहू का अब्बा शौकत अली आ गया। मैंने उसे अपने बगल में बैठा लिया और धीरे से उसके पैजामे का नाड़ा खोल कर उसका लण्ड अंदर ही अंदर सहलाने लगी।
अब हम दोनों सास बहू एक एक लण्ड पजामे के अंदर सहलाने लगीं। यह सब देख देख कर सुल्ताना की झांटें सुलगने लगीं । वह मन में सोंचने लगी की ये दोनों भोसड़ी वाली देखो कैसे एक एक लण्ड हिला हिला कर मज़ा ले रही हैं और मैं यहाँ चूतिया बनी बैठी हूँ। ये बुर चोदी ज़ोया को कुछ समझ में नहीं आ रहा है क्या ? किसी दिन मुझे अकेले में मिल गयी तो मैं इसकी माँ चोद दूँगी ? किसी दिन इसे अपने घर बुलाऊंगी और इसके सामने किसी का लण्ड अपनी चूत में पेल कर चुदवाऊँगी और ये बैठी बैठी ललचाती रहेगी बुर चोदी ?
तब तक मैंने आवाज़ दी :- अरे वो भोसड़ी के सईद जीजू वहाँ क्या अपनी बहन की बुर चुदा है तू ? जल्दी से आ न देखो मेरी सहेली कितनी बेकरारी से तेरा इंतज़ार कर रही है ?
जैसे ही मेरा जीजू कमरे में आया वैसे ही मैंने कहा :- सुल्ताना लो तुम इसका लण्ड पकड़ कर हिलाओ और मज़ा लो ?
उसका सारा गुस्सा उतर गया और वह भी पैजामे के अंदर हाथ डाल कर लण्ड हिलाने लगी। इतने में मेरी बहू ने अरमान का लण्ड पैजामे से बाहर निकाल लिया और उसे पुचकारने लगी। लण्ड की चुम्मी लेने लगी और फिर जबान निकाल कर चाटने लगी लण्ड ? सुल्ताना की निगाहें उसी लण्ड पर टिक गयी। शायद उसका अनुमान सही निकला ? वह बोली हाय सारा अरमान का लौड़ा ८" के लगभग होगा ? बड़ा प्यारा लग रहा है तेरे हाथों में उसका लौड़ा सारा। सारा बोली :- अरी बुर चोदी आंटी तू भी पैजामे से निकाल कर देख न अपना लण्ड ?
उसने जैसे ही पैजामा पूरा खोल कर बाहर किया वैसे ही सईद का लौड़ा फनफना कर खड़ा हो गया।
सारा बोली :- हाय दईया, कितना मोटा लौड़ा है इसका ? तेरा भोसड़ा फाड़ डालेगा मेरे मौसिया ससुर का लण्ड आंटी ?
सुल्ताना आंटी बोली :- हां यार तू भोसड़ी की सही कह रही है, सारा।
सुल्ताना मेरे जीजू का लण्ड चूसने लगी।
तब सारा बोली :- अरी मादर चोद सासू तू देर क्यों कर रही है ? निकाल न पैजामे से मेरे अब्बा का लण्ड ? क्या तू पहली बार इतना बड़ा लौड़ा देख रही है ?
मैंने लौड़ा फटाक से बाहर निकाला तो वह टन्ना कर मेरे सामने खड़ा हो गया।
मैंने कहा :- अरी बहू तेरे अब्बा का लण्ड तो साला बिलकुल घोड़े के लण्ड जैसा है ?
मुझे देख कर ही मज़ा आ गया और मैं भी झुक कर लण्ड पूरा मुंह में भर लिया।
अब मैं, मेरी बहू और मेरी दोस्त तीनो मस्ती से लण्ड चूसने लगीं ?
मैं सोंचने लगी की बहू के सामने लण्ड चूसने में और बहू को लण्ड चूसते हुए देखने में बड़ा मज़ा आ रहा है। मेरे साथ मेरी सहेली भी लण्ड चूस रही है तो मज़ा दूना हो गया बहन चोद ? अब अगर मेरी बहू मेरा भोसड़ा चोदे तो कितना मज़ा आये ? सारा लण्ड चाटते हुए सोंचने लगी की मुझे तो वाकई अपनी सास के साथ लण्ड चूसने में बहुत ही मज़ा आ रहा है। खुदा करे की सबकी सास ऐसी ही हो जो खुद भी लण्ड चूसे और अपनी बहू को भी लण्ड चुसाये ? अब अगर मेरी सास मेरी चूत में लण्ड पेल कर मुझे चोदे तो कितना मज़ा आये ? उधर सुल्ताना सोंचने लगी की हाय रब्बा देखो दोनों भोसड़ी की सास बहू कैसे एक दूसरे के सामने बड़ी बेशर्मी से लण्ड चूस रही हैं ? मेरी कोई बहू नहीं है लेकिन मेरी बेटी तो है। मैं भी किसी दिन अपनी बेटी के सामने लण्ड चूसूंगी और उसे भी लण्ड चुसाऊँगी। और मैं जब अपनी बेटी चुदवाऊँगी और वो मेरा भोसड़ा चुदवायेगी तो कितना मज़ा आएगा ? वैसे भी उसकी सभी सहेलियां अपनी माँ चुदवाने लगीं हैं तो मेरी बेटी भी अब जल्दी ही अपनी माँ चुदवायेगी ?
लण्ड चाटते चाटते सुल्ताना ने पूंछा :- सारा बहू, तूने अपने ससुर का लण्ड पकड़ कर देखा है कभी ?
सारा बोली :- नहीं आंटी कभी नहीं देखा उसका लण्ड ? न मैंने कभी अपने ससुर का लण्ड पकड़ के देखा और न अपनी नन्द के ससुर का लण्ड पकड़ के देखा ? अब देखो न अरमान की बीवी बुर चोदी नाज़िया अंदर कमरे में मेरी नन्द के ससुर का लण्ड पकड़ कर मज़ा ले रही है और मैंने अभी उसका दीदार तक नहीं किया ? अब मैं अरमान का लण्ड पीने के बाद कुछ देखूंगी। वैसे अरमान का लौड़ा भी भोसड़ी का बड़ा जबरदस्त है आंटी ?
ऐसा बोल कर बहू अरमान का लौड़ा चूसने में जुट गयी। मुझे थोड़ी मस्ती चढ़ी तो मैंने सोंचा की क्यों न थोड़ी देर के लिए लण्ड बदल लूँ ? बस मैंने सारा के हाथ से अरमान का लौड़ा छीन लिया और उसे इशारा किया तो वह आगे बढ़ी और सुल्ताना के हाथ से मेरे जीजू का लण्ड ले लिया और सुल्ताना सारा के अब्बा के लण्ड पर कब्ज़ा कर लिया। अब हम तीनो के पास लण्ड बदल गए।
सुल्ताना बोली :- वाओ, ज़ोया सारा के अब्बा का लण्ड तो बड़ा जबरदस्त है यार ? मेरा मन तो इससे अपनी बिटिया की बुर चुदाने का हो रहा है क्योंकि मैंने सुना है की मेरी तरह वह भी बुर चोदी मोटे लण्ड की बड़ी शौक़ीन है।
मैंने कहा :- तो क्या तुझे ठीक से नहीं मालूम अपनी बेटी के बारे में ?
वह बोली :- अरे यार, तेरी बहू की तरह मेरी बेटी मुझसे खुली नहीं है। एक बार वह गाली बकते हुए अपनी माँ चुदवाने लगे तो समझो की पूरा काम हो जाये ? मैं उस दिन का बड़ी बेकरारी से इंतज़ार कर रही हुँ.
मैंने कहा :- हाय दईया वह तो मेरी बेटी की उम्र की है और अभी तक माँ नहीं चुदवाती बुर चोदी ? मेरी बेटी तो खूब चुदवाती है मेरा भोसड़ा और अब तो उसकी शादी हो गयी है। एक दिन अपनी बेटी को मेरे पास उसे भेज दो। मैं उसकी गांड में लण्ड घुसेड़ दूँगी बस तभी से वह माँ चुदाने लगेगी भोसड़ी की अपनी ? मैं उसकी बुर चोदूंगी तो फिर वह तेरी बुर चोदेगी ?
मैंने देखा की सुल्ताना बड़े मजे से सारा के अब्बा का लौड़ा चूस रही है। सारा मेरे जीजू का लण्ड कभी अपनी चूंचियों पर फिराती और कभी लण्ड अपनी चूंचियों के बीच घुसेड़ लेती। बीच बीच में पूरा लौड़ा मुंह में घुसा कर चूसती भी जाती। पूरा मज़ा ले रही थी वो माँ की लौड़ी ? इधर मुझे भी अरमान का लौड़ा मज़ा दे रहा था हालांकि मैं उससे पहले कई बार चुदवा चुकी हूँ।
हम तीनो इसी तरह की गन्दी बातें कर कर के लण्ड चूसने का मज़ा लूटने लगीं ?
नंगी तो हम तीनो थीं। मर्द भी तीनो मादर चोद नंगे थे। इसलिए तीनो लण्ड नंगी नंगी चूत चूंचियां और गांड देख देख कर खूब मस्त हो हो के टन टना रहे थे। हम तीनो भी एक दूसरे के हाथ का लण्ड बार बार देख रही थी और यह भी देख रही थीं की कौन भोसड़ी वाली कैसे लण्ड चाटती है, कैसे चूसती है लण्ड ? इसका एक अपना ही मज़ा था। इतने में अरमान बोला हाय खाला अब मैं निकलने वाला हूँ। बस मैं घूम कर उसका मुठ्ठ मारने लगी। मैंने देखा की मेरी बहू भी मेरे जीजा के लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी। सुल्ताना को भी जोश आ गया वह भी अपना मुंह खोल कर लण्ड का सड़का मारने लगी और फिर एक एक करके तीनो लण्ड उगलने लगे अपना अपना वीर्य ? हम लोगों ने बड़ी मस्ती से झड़ते हुए लण्ड चाटे ?
मेरे दिमाग में मेरी बहू की बात घूम रही थी। उसने कहा था न की न मैंने अपने ससुर का लण्ड पकड़ा और न अपनी नन्द के ससुर का लण्ड पकड़ा ? सच तो यह है की मैंने भी अपनी बेटी के ससुर का लण्ड अभी तक नहीं पकड़ा है। बेटी का ससुर तो अरमान की बीवी चोद कर चला गया। मेरा मियाँ यानी सारा का ससुर घर पर है नहीं ? वह शहर के बाहर गया है। अब मैं सोंचने लगी की क्या किया जाये ? कैसे बहू की बुर चुदवाई जाये ?
"तभी मेरी बेटी का फोन आ गया वह बोली अम्मी कल मेरा भोसड़ी का ससुर तेरे पास फिर आ रहा है उसे कुछ सरकारी दफ्तर में काम है। दो दिन वहीँ रुकेगा और उसके साथ है मेरी नन्द का ससुर ? ज़रा ठीक से खातिरदारी कर देना ? दोनों मादर चोदों के लण्ड रात भर चोदना अम्मी और भाभी से भी चुदवा देना। दोनों साले हरामी चूत के बड़े शौक़ीन है। मैं यहाँ अक्सर दोनों से चुदवाती हूँ।"
बस यह सुनकर मेरी आँखों में चमक आ गयी क्योंकि अब मुझे बहू की बुर चुदाने का पूरा मसाला मिलने वाला था। मैं मन ही मन प्लान बनाने लगी। मैंने यह बात बहू को बताई तो वह ख़ुशी के मारे फूली नहीं शमा रही थी। वह सोंचने लगी की मेरी नन्द का ससुर साला अरमान की बीवी चोद कर गया है और अब मैं कल उससे चुदवाऊँगी। कितना मज़ा आएगा ? दूसरे दिन सवेरे ही बेटी का ससुर साहिर आ गया । वह बोला ज़ोया भाभी ये मेरा समधी है ताहिर इसी के काम से मुझे दुबारा आना पड़ा भाभी ? मैंने कहा अरे भाई जान यह तेरा ही घर है जब चाहो आओ ? फिर मैंने अपनी बहू को मिलवाया। वह बोला हां मैंने सारा को देखा है लेकिन ताहिर तो पहली बार ही तुम दोनों से मिल रहा है। थोड़ी देर में साहिर और ताहिर दोनों ऑफिस चले गए।
शाम को करीब ५ बजे जब वे लोग वापस आये तो मैंने उनके सामने ड्रिंक्स रख दी। वह बहुत खुश हो गया और बोला हां भाभी मैं तो इसके लिए कहने ही वाला था। ड्रिंक्स के लिए शुक्रिया ? क्या आपकी बहू हमारे साथ दारू पियेगी ? मैंने उससे आँख मारते हुए कहा मेरी बहू सब कुछ पियेगी भाई जान ? तुम जो भी पिलाओगे, वो पी लेगी ? बस फिर हम चारों शराब का मज़ा लेने लगे।
- थोड़ा नशा चढ़ा तो मैंने पूंछा भोसड़ी के भाई जान उस दिन तू अरमान की बीवी चोद कर भाग क्यों गया ? मैं सोंच रही थी की तुम मुझे चोद के जाओगे लेकिन तू तो पहले ही अपनी गांड बचा कर भाग गया।
- वह बोला अरे भाभी मैं उस दिन अपने दोस्त की बीवी चोदने चला गया था। वह मेरा इंतज़ार कर रही थी।
- तो क्या यहाँ चुदवाने वालों की कमी थी मादर चोद ? तुझे अपनी दोस्त की बीवी की बुर का ज्यादा ख्याल है और मेरी बुर का बिलकुल भी ख्याल नहीं ? तेरा दोस्त क्या साला गांडू है क्या जो अपनी बीवी दूसरों से चुदवाता है।
- नहीं भाभी ऐसा नहीं है ? वह भी तो मेरी बीवी चोदता है ?
- हाय दईया तो तुम लोग एक दूसरे की बीवी चोदते हो ? इसका मतलंब मेरी बेटी की सास अपना भोसड़ा गैर मर्दों से चुदवाती है ? इसीलिए मेरी बेटी कह रही थी की मैं किसी दिन अपनी सास का भोसड़ा चुदवाऊँगी।
- यह सच है भाभी ? पर आजकल सब चलता है। हम लोगों में कोई किसी को चोद लो इससे किसी को कई फरक नहीं पड़ता ? हमारे यहाँ चोदने की और चुदवाने की सबको पूरी आज़ादी है। सास अपनी बहू चुदवाती है तो बहू अपनी सास चुदवाती है ? माँ अपनी बेटी चुदवाती है तो बेटी अपनी माँ चुदवाती है। नन्द अपनी भाभी चुदवाती है तो भाभी अपनी नन्द चुदवाती है। चोदा चोदी करने के लिए किसी के साथ न तो कई रोक लगायी जाती है और न ही किसी के साथ जबरदस्ती की जाती हैं। यह सब राजीनामा से होता है भाभी ? इसका न कोई बुरा मानता है और न कोई बुरा मानती है ? मैं खुश हूँ की मेरी बहू भी हमारी ही तरह है।
- अच्छा तो फिर तू अपनी बहू (मेरी बेटी) भी चोदता होगा ?
- हां भाभी वह चुदवाती है तो मैं चोदता हूँ। मुझे उसकी चूत बहुत पसंद है और उसे मेरा लण्ड ?
- जब अपनी बहू चोदता है तो मेरी बहू चोदने में तुझे कोई परेशानी है क्या ?
- नहीं भाभी मुझे कोई परेशानी नहीं है। तुम जो कहोगी मैं वही करूंगा भाभी ?
- अच्छा यह बताओ क्या तुम ताहिर की बीवी चोदते हो ? क्या ताहिर तेरी बीवी चोदता है ?
- हां भाभी मैं ताहिर की बीवी चोदता हूँ और ताहिर भी मेरी बीवी चोदता है। मैंने इसीलिए अपनी बेटी की शादी ताहिर के लड़के के साथ कर दी ताकि मेरी बेटी को चोदने चुदाने में कोई परेशानी न हो और उसे चुदवाने पूरी आज़ादी मिले। आज मैं खुश हूँ की इसके घर में मेरी बेटी पूरी तरह आज़ाद है और वह खूब ऐय्यासी कर रही है।
बस ऐसा कह कर मैं साहिर के कपड़े उतारने लगी और वह मेरे कपड़े ? मैं पहले नंगी हो गयी। मेरा भोसड़ा क्या सब कुछ सबके आगे नंगा हो गया। सब लोग मुझे नंगी देख कर मस्त होने लगे। साहिर बोला भाभी इस उम्र में भी तेरा भोसड़ा बड़ा मस्त और टाईट है। मेरे जबाब देने के पहले ही मेरी बहू बोली अरे अंकल ये मेरी सास है न बुर चोदी, अपने भोसड़ा को खूब शराब पिलाती है। उतनी शराब तो मेरी सास नहीं पीती जितनी शराब इसका भोसड़ा पी जाता है ? तब तक मैंने साहिर का लण्ड बाहर निकाल लिया। मेरे कपड़ते ही लौड़ा टन्ना उठा। मैंने देखते ही कहा वाओ, देख सारा इसका लौड़ा तो साला बड़ा मोटा है बिलकुल तेरे अब्बा के लण्ड की तरह ? तब तक सारा भी ताहिर का लण्ड खोल चुकी थी। वह बोली और इस ताहिर भोसड़ी वाला का लौड़ा भी बहन चोद बड़ा मोटा है सासू जी ? पहाड़ी आलू जैसा इसका सुपाड़ा तो बहुत ही खूबसूरत लग रहा है। सारा नंगी नंगी लण्ड चाटने लगी। मैं इधर साहिर का लण्ड चूसने में जुट गयी। तब किसी ने डोर बेल बजा दी। मैंने कहा साला मादर चोद अब कौन आ गया।
मैं दरवाजा खोलने चली गयी । मुझे थोड़ी देर हो गयी आने में। मैं जब वापस आई तो देखा की साहिर मेरी बहू की बुर में लण्ड घुसेड़े चोद रहा है और बहू ताहिर का लण्ड चूस रही है। मैंने कहा अरी बहू ला मुझे ताहिर का लौड़ा पकड़ा दे ? मैं उससे चुदवाने लगी। मुझे बहू के साथ चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है। सारा बोली :- भोसड़ी के साहिर यह बता की तू मेरी नन्द की बुर चोदता है और आज उसकी भाभी की बुर चोद रहा है । अभी तू उसकी माँ का भोसड़ा चोदेगा ? कल तू अरमान की बीवी चोद कर गया है ? तेरी तो लाटरी खुल गयी है बुर चोदने की ? बुर चोदता है तू तो गांड भी मारता होगा सबकी ? .
वह बोला :- मेरी ही नहीं ताहिर की भी लाटरी खुली है सारा ज़रा इससे पूंछो न किस किस को चोदता है ये ?
ताहिर खुद बोल पड़ा :- मैं अपनी भाभी की भोसड़ा चोदता हूँ, अपनी बहू की बुर, अपनी बिटिया की बुर, उसकी सहेलियों की बुर, गाँव की कई लड़कियों की बुर, लड़कियों की माँ की बुर, अपने दोस्तों की बीवियों की बुर और आज देखो सारा की बुर और उसकी सास की बुर चोदने आया हूँ। मैं गांड भी मारता हूँ लेकिन सिर्फ उनकी जो अपनी गांड मरवाना चाहती हैं।
ताहिर धकाधक मेरे भोसड़ा में लण्ड ठोंकता जा रहा था। उधर मेरे सामने साहिर मेरी बहू चोदने में कोई कसर उठा नहीं रख रहा था। सारा बोली हाय सासू जी आज मुझे अपनी नन्द के ससुर से चुदवा कर बहुत मज़ा आ रहा है। अब जल्दी ही मैं अपने ससुर से चुदवाऊँगी। आने दो उस भोसड़ी वाले को। वह जिस दिन आएगा उसी दिन मैं उसका लण्ड अपनी बुर में पेलूँगी। बहू बोल भी खूब रही थी और चुदवा भी खूब रही थी। फिर हम दोनों ने एक साथ पीछे से चुदवाया। आखिर में मैं और बहू दोनों मिलकर झड़ते हुए चाटने लगी।
एक दिन मैं जब बहू के कमरे में घुसी तो देखा की वह अपने खालू का लण्ड हिला रही है। मैंने कहा बुर चोदी बहू, आज तेरा खालू बहुत दिनों के बाद तुमसे मिलने आया है और तू उसका लण्ड पकड़ कर हिला रही है ? वह बोली अरे सासू जी मैं इसका लण्ड अपनी १५ साल की उम्र से हिला रही हूँ। मैंने अपनी ज़िन्दगी में सबसे पहला लण्ड इसी का पकड़ा था। पहले तो लण्ड चूस हूस कर मुठ्ठ मारती थी और मुठ्ठ मार कर लण्ड पीती थी फिर धीरे धीरे चुदवाने लगी। इसके दोस्तों से भी चुदवाने लगी। जब यह बात मेरी खाला को मालूम हुई तो वो मुझे कई मर्दो से लण्ड पकड़ाने लगीं और वह अपने हाथ से मेरी चूत में लण्ड घुसाने लगी। मैं भी धीरे धीरे बड़ी बेशरम हो गयी और गाली बकने लगी। एक दिन मैंने खालू को अपनी अम्मी की बुर चोदते हुए देख लिया। मैं मुड़ कर वापस जाने लगी तो
अम्मी ने कहा अरी सारा इधर आ और देख ये जो लण्ड मेरे भोसड़ा में घुसा है वह तेरी बुर में भी घुसता है बहन चोद ? चुदवाती है तू अपने खालू से। मैं सब जानती हूँ। तू भी मेरी तरह यही लण्ड मुंह में डाल कर पीती है तो फिर शर्माती क्यों है भोसड़ी की ? इधर आ और आज मेरे सामने चुदवा कर दिखा ? बस उसी दिन से मैं अम्मी के सामने भी चुदवाने लगी और दूसरे ही दिन अपनी माँ भी चुदवाने लगी ?
मैंने कहा - हाय अल्ला, बहू तेरी सच्ची कहानी सुन कर मेरा भोसड़ा साला बहुत गरम हो गया है। अब मेरा भोसड़ा चोदो बहू रानी। अपने खालू का लण्ड पेल कर मेरा भोसड़ा चोदो बहू रानी ?
बहू ने फिर रत्ती भर भी देर नहीं लगायी और चोदने लगी मेरा भोसड़ा ?
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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