मैं अपनी शादी के एक साल के अंदर ही ससुर की मारने लगी गांड और सास का चोदने लगी भोसड़ा ?
मैंने अपने ससुर से चुदवा चुदवा कर उसे चूत का चस्का ऐसा लगा दिया की अब वह मेरे आगे पीछे दम हिलाता रहता है। मेरी चूत के लिए तड़पता रहता है ? इधर उधर अपना लण्ड हिलाता हुआ मेरे आस पास ही चक्कर लगाया करता है ? अपने दोस्तों से भी मेरी चूत कभी कभी चुदवा लेता है तो उसके दोस्त भी भोसड़ी वाले मुझे चोदने के लिए अपना लण्ड हिलाया करते हैं। मैं यह सब नज़ारा देख देख कर बड़ी खुश होतीं हूँ।
एक दिन मेरा भोसड़ी का ससुर अपने एक दोस्त को ले आया और फिर दोनों इस बात पर झगड़ा करने लगे की पहले कौन चोदेगा मुझे ? दोनों मादर चोद पिये थे ? शराब के नशे में थे। थोड़ी शराब मैंने भी इधर पी रखी थी। और शराब के साथ अपने नंदोई का लण्ड भी पी ऱखा था। मुझे शराब के साथ लण्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है। मेरे अंदर भी मस्ती सवार थी। मैं भी बुरी तरह गरम हो गयी थी और किसी से तुरंत चुदवाना चाहती थी। मैं भी किसी के लण्ड का इंतज़ार कर रही थी जो मुझे भकाभक चोदे। इतने ये दोंनो मेरा ससुर और उसका दोस्त बहन चोद आ गये ? दोनों साले मेरी चूत चोदने के लिए लड़ रहे थे मुझे यह देख देख कर मज़ा आ रहा था। मैंने दोनों को शांत किया। दोनों को चुप कराया और फिर अपने ससुर से पूंछा तुम बताओ माँ के लौड़े असली बात क्या है ?
ससुर बोला :- मैं ज्यादा इससे बक बक नहीं करना चाहता, बहू ? मैं बताता हूँ की सच बात क्या है ? सफीक मेरा पक्का दोस्त है। कल मैंने इसकी बहू इसके
सामने चोदी थी इसलिए आज यह मादर चोद मेरे सामने मेरी बहू चोदने आया है। यह बात सही हैं की पहले मैंने इसकी बहू की बुर में लण्ड घुसेड़ा था बाद में फिर इसने भी घुसेड़ दिया ? अब यह कह रहा की मैं भी तेरी बहू की बुर में पहले लण्ड घुसेड़ूँगा ? मेरा कहना है पहले मुझे चोद लेने दो फिर तुम खूब जम कर चोदना ? जितना चाहो उतना चोदना ?
बहू बोली :- ठीक है भोसड़ी के ससुर, कोई बात नहीं चोद लेने दो इसे ? झगड़ा मत करो ? तुम दोनों एक साथ पेलो अपने अपने लण्ड मेरी बुर में और दोनों मिल कर चोदो मुझे ? मैं तुम दोनों से एक साथ चुदवा लूंगी।
वे दोनों बहन चोद एक दूसरे का मुंह देखने लगे ?
रफीक मेरे ससुर का नाम है और सफीक उसके दोस्त का। मैंने सफीक का गाल थपथपाया और बोली तो भोसड़ी के आज तुम पहली बार मुझे चोदने आये हो ? तू तो अपनी बहू की बुर चोद कर आ रहा है न ? अब मुझे यह बता की तुझे मेरी चूत से क्या उम्मीद है ? वह बोला अरी बहू जबसे रफीक ने तेरी चूत की तारीफ की है तबसे मैं तुझे चोदने के लिए तड़प रहा हूँ। अब और न सवाल जबाब करो प्लीज। जल्दी से मुझे अपनी बुर में लौड़ा पेलने दो। मैंने फ़ौरन उसके गले में बाहें डाल दीं और बोली बड़ी जल्दी है तुम्हे बुर चोदने की, मादर चोद ? क्या तेरा लण्ड यही काम करता है बहन चोद ? वह बोला हां बहू मुझे नयी नयी चूत चोदने में बड़ा मज़ा आता है। मैंने अपना पेटीकोट उठा के उसे चूत दिखाते हुए कहा भोसड़ी के सफीक ले पहले मेरी बुर चाट के दिखा। मैंने पेटीकोट खोल दिया ब्रा उतार दी और बिलकुल नंगी लेट गयी उसके आगे। वह मुझे नंगी देख कर पागल हो गया और मेरी चूत कुत्ते की तरह जबान निकाल कर चाटने लगा। उधर मैं अपने ससुर का लण्ड चाटने लगी।
थोड़ी देर में मैंने दोनों की जगह बदल दी। अब ससुर मेरी बुर चाटने लगा और मैं अंकल का लण्ड ? लण्ड बहन चोद ससुर के लण्ड की ही तरह था बस सुपाड़ा में फरक था। सफीक अंकल का सुपाड़ा गोल गोल फूला हुआ बिलकुल ऐसा लग रहा था जैसे की लण्ड की छतरी है। लण्ड गोरा चिट्टा छतरी जैसा सुपाड़ा एकदम सख्त और मजबूत लण्ड पकड़ कर मुझे मज़ा आ गया । थोड़ी देर बाद मैं दोनों लण्ड पकड़ कर बारी बारी से चूसने लगी। कभी इसका लण्ड मुंह में घुसाती कभी उसका लण्ड ? फिर मैंने अब कौन पहले पेलेगा लण्ड बुर में। तब ससुर बोला अरे बहू पहले इसे ही पेल लेने दो लण्ड ? मुझे तो लण्ड चुसाने में ज्यादा मज़ा आ रहा है। बस मैं सफीक अंकल से चुदवाने लगी।
मैंने चुदवाते हुए ससुर से पूंछा :- तुम दोनों भोसड़ी के एक साथ कबसे चोदने लगे ? एक दूसरे के सामने चोदने का सिलसिला कबसे चल रहा है ? औरतें तो बुर चोदी मिलकर खूब बेशर्मी से चुदवा लेतीं हैं लेकिन मर्द तो मादर चोद एक दूसरे के सामने चोदने में बहुत शर्मातें हैं।
मैंने कहा :- अरे बहू एक दिन मैं सफीक के घर में बैठे बैठे शराब पी रहा था। इसकी बीवी भी हमारे साथ बैठ कर शराब पी रही थी। हम तीनो खूब नशे में थे। अचानक पता नहीं इसे क्या सूझी यह बोला यार रफीक आज तुम मेरी बीवी चोदो ? मैंने मना किया लेकिन यह नहीं माना और बार बार कहा मेरी बीवी चोदो यार ? फिर इसकी बीवी बोली अब बार बार मेरा मियां कह रहा है तो फिर चोद लो न इसकी बीवी भाई जान ? इतने सुनते ही मेरे लण्ड में करंट दौड़ गया और फिर मैंने वास्तव में बड़े मन से चोदा इसकी बीवी। दो दिन बाद जब हम फिर हम दोनों दारू पर बैठे तो मैंने कहा सफीक आज तुम चोदो मेरी बीवी। बस इसी तरह हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदने लगे।
मैंने कहा :- अच्छा, अब मैं समझी की मेरी सास भोसड़ी वाली गैर मर्दों से चुदवाने में इतनी उतावली क्यों रहती है ? अब तो मुझे उसका भोसड़ा चोदने में मज़ा आएगा। मैं तो कल से ही ठोंकने लगूंगी उसकी चूत में लण्ड ? ऐसा कह कर मैं ससुर से पीछे से चुदवाने लगी और अपने सामने सफीक को लिटा कर उसका लण्ड चाटने लगी। मैंने कहा हाय रे भोसड़ी के सफीक अंकल भकाभक चोदो पीछे से कुत्ते की तरह मेरी बुर ? तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है यार ? और तू बहन का लौड़ा ससुर क्या तू भी इसी तरह रफीक की बीवी चोदता है ? उसे तेरा लौड़ा बहुत पसंद है न ? तो फिर दोनों मिलकर भचाभच चोदो मेरी चूत। वे दोनों साले वैसे ही चोदने लगे। थोड़ी देर में मैंने फिर लण्ड बदला और अब सफीक से चुदवाते हुए ससुर का लण्ड चाटने लगी।
ससुर बोला :- रफीक सच सच बता तुझे मेरी बहू चोदने में मज़ा आ रहा है न ?
रफीक बोला :- हां यार खूब मज़ा आ रहा है। वैसा ही मज़ा आ रहा है जैसे मुझे तेरी बिटिया की बुर चोदने में आता है ?
मैंने कहा :- हाय रब्बा, भोसड़ी के रफीक क्या तू मेरे ससुर की बिटिया की बुर भी चोदता है ?
रफीक बोला :- हां रेशमा (मेरा नाम) चोदता हूँ पर यह भी तो मेरी बिटिया की बुर चोदता है।
मैंने कहा :- हाय अल्ला, तुम दोनों मादर चोद बड़े हरामी हो ? एक दूसरे की बीवी चोदते और एक दूसरे की बेटी भी चोदते हो ? यानी माँ भी चोदते हो और बेटी भी चोदते हो ? और आज से तुम लोग एक दूसरे की बहू भी चोदने लगे हो ? तुम सालों की माँ का भोसड़ा ? तुम्हारी बहन की चूत भोसड़ी वालों इतनी मस्ती है तुम लोगों में बुर चोदने की ?
रफीक बोला :- मस्ती तो इन दोनों बीवियों में भी है रेशमा ? और इनकी बेटियों में भी है।
ससुर बोला :- तभी तो रफीक की बीवी ने एक दिन मेरा लण्ड अपनी बेटी को पकड़ा दिया था और कहा लो बेटी अंकल का लण्ड पकड़ो ? अब तुम २१ साल की हो गयी हो। सबके लण्ड पकड़ा करो और सबसे चुदवा चुदवा कर जवानी का पूरा मज़ा लिया करो। तभी से यह सब चालू हो गया।
इतने में ससुर के लण्ड ने उगल दिया अपना वीर्य मेरी चूंचियों पर और रफीक भी पिचकारी मारने लगा साला। उसने तो मेरे मुझे ही उड़ेल दिया । खैर मैंने बड़ी मस्ती से दोनों लण्ड चाटे और खूब एन्जॉय किया ?
उसके बाद मैंने ससुर के २/३ दोस्तों से मुझे और चुदवाने लगा । मुझे भी नये नये लण्ड का मज़ा मिलने लगा और मैं भी चुदवाती चली गयी। अब तो ससुर मेरा गुलाम हो गया। मेरी चूत का गुलाम हो गया। उसका जो भी दोस्त मुझे चोद कर जाता तो मेरा ससुर उसकी बीवी चोदने लगता, उसकी बेटी, उसकी बहू, उसकी बहन चोदने लगता ? यानी मेरी चूत की बदौलत उसे कई चूत चोदने का मौक़ा मिल जाता ? इसलिये वह मेरे आगे पीछे घूमने लगा और मैं उससे कई तरह के काम करवाने लगी। खूब इधर उधर दौड़ाने लगी कई फरमाइशें करने लगी। उसका खर्चा बढ़ने लगा। हुकुम दे दे कर उससे उलटे सीधे काम भी करवाने लगी। इस तरह मैं मारने लगी उसकी गांड ? एक दिन वह बोला बहू अब मेरी गांड और कितनी मारोगी ? मुझे तो दर्द होने लगा है ? मैंने जबाब दिया भोसड़ी के ससुर जब तू मेरी बुर अपने दोस्तों से चुदवाता है तो मुझे भी दर्द होता है। तू मेरी बुर चुदवाना छोड़ दे तो मैं तेरी गांड मारना छोड़ दूँगी। वह बोला नहीं बहू मैं तेरी बुर चोदना तो कतई नहीं छोड़ सकता ? मैंने कहा तो फिर मरवाता जा अपनी गांड ?
एक दिन रफीक की बेटी शमा आ गयी। मैं उसे जानती थी।
सास बोली :- अरी तुम दोनों भोसड़ी वालिओं आपस में लड़ क्यों रही हो ? प्यार मोहब्बत से बात करो न ? तुम लोग अपनी अपनी चूत और अपनी अपनी माँ के भोसड़ा की बातें करती जा रही हो। किसी को भी मेरी बहू की बुर का ख्याल नहीं है ?
नन्द बोली :- तेरी बहू बहुत हरामजादी चुदक्कड़ है बहन चोद, अम्मी ? वह तो मेरे अब्बा से भी चुदवाती है और शमा के अब्बा से भी चुदवाती है ?
सास बोली :- क्या कह रही हो तुम बेटी ? क्या यह सही है बहू ? सच सच बताओ मुझे ?
मैंने कहा :- हां सासू यह सच है। मैं दोनो से चुदवातीं हूँ।
सास बोली :- अच्छा तो मुझे सफीक के लण्ड के बारे में बताओ ?
मैंने बताया :- उसका लण्ड एकदम गोरा चिट्टा सख्त और मजबूत है। सुपाड़ा तो बहन चोद गोल गोल है एकदम लण्ड की छतरी की तरह लगता है ? मुझे उसका लण्ड उतना ही पसंद है जितना की मेरे ससुर का लण्ड ?
सास बोली :- हाय अल्ला, जो लण्ड मेरा भोसड़ा चोदता है, मेरी बिटिया की बुर चोदता है वही लण्ड तुझे भी चोदने लगा, बहू ?
मैंने कहा :- हां और नहीं तो क्या ? अब मैं उन सभी लौड़ों से चुदवाऊँगी सासू जी जिनसे तुम दोनों चुदवाती हो ? और सुन मेरी बुर चोदी सास आज से मैं चोदा करूंगी तेरा भोसड़ा ? सास का भोसड़ा उसकी बहू चोदेगी कोई और नहीं ?
एक दिन मैंने जाते हुए कहा सासू जी मैं शाम तक आऊँगी। उधर मेरी नन्द पहले ही अपने कॉलेज की तरफ से पिकनिक जा चुकी थी। मैं जब अपनी सहेली के घर पहुंची तो मालूम हुआ की वह किसी काम से बाहर चली गयी है। मैं उलटे पाँव लौट आई। इतने में मुझे २/३ घंटे लग गए। मैंने दरवाजे का ताला खोला और अंदर दाखिल हुई तो मुझे सास के कमरे से कुछ सुगबुगाहट सुनाई पड़ी। मैं झाँक कर देखने लगी। मैं यह देख कर दंग रह गयी की मेरी सास एकदम नंगी नंगी चित लेटी हुई है किसी का लण्ड चूस रही है।
उसका भोसड़ा मुझे साफ़ नज़र आ रहा था और वह उस आदमी के आँखों में आँखे डाल कर लण्ड चूस रही थी। मैं थोड़ा घूमी तो मालूम हुआ की वह सास का बहनोई था। मैं समझ गयी की सास अपने बहनोई से चुदवा रही है। खैर मैं ऊपर गयी और जल्दी से अपने कपडे खोल डाले। मैं नंगी हो गयी और अलमारी से अपना एल्क्ट्रोनिक लण्ड निकाला उसे फुला लिया और कमर में बाँध लिया। वह एकदम असली लण्ड बन गया। यह लण्ड अपनी लार भी निकालता है और आखिर में असली लण्ड की तरह झड़ भी जाता है। मैंने धीरे धीरे नीचे उतरी और लण्ड सास के भोसड़ा में टिका दिया। मैंने एक धक्का दिया तो लण्ड सास के भोसड़ा में घुस गया। सास समझी की उसके बहनोई का कोई दोस्त है उसने लण्ड मेरी बुर में पेल दिया है। वह मस्ती से चुदवाने लगी और मैं भी भकाभक चोदने लगी अपनी सास का भोसड़ा ?
बाहर का दरवाजा मैं बंद करना भूल गयी थी।
इतने में मेरी नन्द आ गयी। वह सीधे अपनी अम्मी के कमरे में घुस आई और बड़ी जोर से चिल्ला कर बोली हाय भाभी तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोद रही हो ? तब सास ने भी आँख उठा कर देखा और कहा हाय अल्ला, बहू तू भोसड़ी की औरत से आदमी कैसे बन गयी ? तू मादर चोद, चोद तो बहुत बढ़िया रही है मेरा भोसड़ा पर तेरी चूत की जगह लण्ड कैसे पैदा हो गया ? तू बुर चोदी आदमी बन कर सबसे पहले मेरी की बुर चोदने लगी ? मैंने कहा अरे सासू जी मैंने कहा था न की आज से मैं तेरा भोसड़ा चोदूंगी तो चोदने लगी। तब तक मेरी नन्द भी एकदम नंगी नंगी आ गयी और बोली लाओ भाभी अब मैं चोदूंगी अपनी माँ का भोसड़ा ? यह लण्ड मेरी कमर में बांध दो। मैं बाँध दिया तो वह वाकई जुट गयी अपनी माँ चोदने में ? उसे भी मज़ा आ रहा था और हम सबको भी ?
रिदा बड़ी खुश थी और बोली हाय भाभी मैं अभी तक दूसरों के लण्ड पेला करती थी अपनी माँ के भोसड़ा में आज तो मैं अपना ही लण्ड पेल रही हूँ। मुझे तो अपनी माँ चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। अब तो मैं किसी दिन भाभी तेरी भी माँ चोदूंगी ? थोड़ी देर में सास चुदवाकर उठी और कहा बहू अब तू लण्ड मेरी कमर में बांध दे। मैंने लण्ड उसकी कमर में बांध दिया तो वह सबसे पहले अपनी बेटी के ऊपर ही चढ़ बैठी और बोली आज मैं पहले अपनी बिटिया की बुर चोदूंगी। वह वास्तव में चोदने लगी तो रिदा की चूत। मैं उसके बहनोई से चुदवाने लगी। ये दोनों भोसड़ी वाली माँ बेटी नकली लण्ड से एक दूसरे को चोद रही थी और इधर मैं असली लण्ड से चुदवाने का मज़ा लूट रही थी। उसका लण्ड साला मुझे धकाधक चोदे जा रहा था।
तब तक शमा भी अपने अब्बू को लेकर कमरे में आ गई। शमा नकली लण्ड देख कर हैरान रह गयी जो बिलकुल असली लण्ड की तरह काम कर रहा था। यह बोली हाय भाभी अब तो मैं भी अपनी माँ चोदा करूंगी। उधर रिदा उठी और शमा के अब्बा को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड फ़टाफ़ट खड़ा हो गया वह बोली हाय भाभी अब मैं असली लण्ड से अपनी बुर चुदवाऊँगी और यही लण्ड तेरी बुर में घुसा कर तुझे चोदूंगी। अब कमरे में दो असली लण्ड एक नकली लण्ड और चार चूत इकठ्ठा हो गयीं।
फिर क्या रात भर हुई लण्ड अदल बदल कर झमाझम चुदाई।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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एक दिन मेरा भोसड़ी का ससुर अपने एक दोस्त को ले आया और फिर दोनों इस बात पर झगड़ा करने लगे की पहले कौन चोदेगा मुझे ? दोनों मादर चोद पिये थे ? शराब के नशे में थे। थोड़ी शराब मैंने भी इधर पी रखी थी। और शराब के साथ अपने नंदोई का लण्ड भी पी ऱखा था। मुझे शराब के साथ लण्ड पीना बड़ा अच्छा लगता है। मेरे अंदर भी मस्ती सवार थी। मैं भी बुरी तरह गरम हो गयी थी और किसी से तुरंत चुदवाना चाहती थी। मैं भी किसी के लण्ड का इंतज़ार कर रही थी जो मुझे भकाभक चोदे। इतने ये दोंनो मेरा ससुर और उसका दोस्त बहन चोद आ गये ? दोनों साले मेरी चूत चोदने के लिए लड़ रहे थे मुझे यह देख देख कर मज़ा आ रहा था। मैंने दोनों को शांत किया। दोनों को चुप कराया और फिर अपने ससुर से पूंछा तुम बताओ माँ के लौड़े असली बात क्या है ?
ससुर बोला :- मैं ज्यादा इससे बक बक नहीं करना चाहता, बहू ? मैं बताता हूँ की सच बात क्या है ? सफीक मेरा पक्का दोस्त है। कल मैंने इसकी बहू इसके
सामने चोदी थी इसलिए आज यह मादर चोद मेरे सामने मेरी बहू चोदने आया है। यह बात सही हैं की पहले मैंने इसकी बहू की बुर में लण्ड घुसेड़ा था बाद में फिर इसने भी घुसेड़ दिया ? अब यह कह रहा की मैं भी तेरी बहू की बुर में पहले लण्ड घुसेड़ूँगा ? मेरा कहना है पहले मुझे चोद लेने दो फिर तुम खूब जम कर चोदना ? जितना चाहो उतना चोदना ?
बहू बोली :- ठीक है भोसड़ी के ससुर, कोई बात नहीं चोद लेने दो इसे ? झगड़ा मत करो ? तुम दोनों एक साथ पेलो अपने अपने लण्ड मेरी बुर में और दोनों मिल कर चोदो मुझे ? मैं तुम दोनों से एक साथ चुदवा लूंगी।
वे दोनों बहन चोद एक दूसरे का मुंह देखने लगे ?
रफीक मेरे ससुर का नाम है और सफीक उसके दोस्त का। मैंने सफीक का गाल थपथपाया और बोली तो भोसड़ी के आज तुम पहली बार मुझे चोदने आये हो ? तू तो अपनी बहू की बुर चोद कर आ रहा है न ? अब मुझे यह बता की तुझे मेरी चूत से क्या उम्मीद है ? वह बोला अरी बहू जबसे रफीक ने तेरी चूत की तारीफ की है तबसे मैं तुझे चोदने के लिए तड़प रहा हूँ। अब और न सवाल जबाब करो प्लीज। जल्दी से मुझे अपनी बुर में लौड़ा पेलने दो। मैंने फ़ौरन उसके गले में बाहें डाल दीं और बोली बड़ी जल्दी है तुम्हे बुर चोदने की, मादर चोद ? क्या तेरा लण्ड यही काम करता है बहन चोद ? वह बोला हां बहू मुझे नयी नयी चूत चोदने में बड़ा मज़ा आता है। मैंने अपना पेटीकोट उठा के उसे चूत दिखाते हुए कहा भोसड़ी के सफीक ले पहले मेरी बुर चाट के दिखा। मैंने पेटीकोट खोल दिया ब्रा उतार दी और बिलकुल नंगी लेट गयी उसके आगे। वह मुझे नंगी देख कर पागल हो गया और मेरी चूत कुत्ते की तरह जबान निकाल कर चाटने लगा। उधर मैं अपने ससुर का लण्ड चाटने लगी।
थोड़ी देर में मैंने दोनों की जगह बदल दी। अब ससुर मेरी बुर चाटने लगा और मैं अंकल का लण्ड ? लण्ड बहन चोद ससुर के लण्ड की ही तरह था बस सुपाड़ा में फरक था। सफीक अंकल का सुपाड़ा गोल गोल फूला हुआ बिलकुल ऐसा लग रहा था जैसे की लण्ड की छतरी है। लण्ड गोरा चिट्टा छतरी जैसा सुपाड़ा एकदम सख्त और मजबूत लण्ड पकड़ कर मुझे मज़ा आ गया । थोड़ी देर बाद मैं दोनों लण्ड पकड़ कर बारी बारी से चूसने लगी। कभी इसका लण्ड मुंह में घुसाती कभी उसका लण्ड ? फिर मैंने अब कौन पहले पेलेगा लण्ड बुर में। तब ससुर बोला अरे बहू पहले इसे ही पेल लेने दो लण्ड ? मुझे तो लण्ड चुसाने में ज्यादा मज़ा आ रहा है। बस मैं सफीक अंकल से चुदवाने लगी।
मैंने चुदवाते हुए ससुर से पूंछा :- तुम दोनों भोसड़ी के एक साथ कबसे चोदने लगे ? एक दूसरे के सामने चोदने का सिलसिला कबसे चल रहा है ? औरतें तो बुर चोदी मिलकर खूब बेशर्मी से चुदवा लेतीं हैं लेकिन मर्द तो मादर चोद एक दूसरे के सामने चोदने में बहुत शर्मातें हैं।
मैंने कहा :- अरे बहू एक दिन मैं सफीक के घर में बैठे बैठे शराब पी रहा था। इसकी बीवी भी हमारे साथ बैठ कर शराब पी रही थी। हम तीनो खूब नशे में थे। अचानक पता नहीं इसे क्या सूझी यह बोला यार रफीक आज तुम मेरी बीवी चोदो ? मैंने मना किया लेकिन यह नहीं माना और बार बार कहा मेरी बीवी चोदो यार ? फिर इसकी बीवी बोली अब बार बार मेरा मियां कह रहा है तो फिर चोद लो न इसकी बीवी भाई जान ? इतने सुनते ही मेरे लण्ड में करंट दौड़ गया और फिर मैंने वास्तव में बड़े मन से चोदा इसकी बीवी। दो दिन बाद जब हम फिर हम दोनों दारू पर बैठे तो मैंने कहा सफीक आज तुम चोदो मेरी बीवी। बस इसी तरह हम दोनों एक दूसरे की बीवी चोदने लगे।
मैंने कहा :- अच्छा, अब मैं समझी की मेरी सास भोसड़ी वाली गैर मर्दों से चुदवाने में इतनी उतावली क्यों रहती है ? अब तो मुझे उसका भोसड़ा चोदने में मज़ा आएगा। मैं तो कल से ही ठोंकने लगूंगी उसकी चूत में लण्ड ? ऐसा कह कर मैं ससुर से पीछे से चुदवाने लगी और अपने सामने सफीक को लिटा कर उसका लण्ड चाटने लगी। मैंने कहा हाय रे भोसड़ी के सफीक अंकल भकाभक चोदो पीछे से कुत्ते की तरह मेरी बुर ? तेरे लण्ड में बड़ी ताकत है यार ? और तू बहन का लौड़ा ससुर क्या तू भी इसी तरह रफीक की बीवी चोदता है ? उसे तेरा लौड़ा बहुत पसंद है न ? तो फिर दोनों मिलकर भचाभच चोदो मेरी चूत। वे दोनों साले वैसे ही चोदने लगे। थोड़ी देर में मैंने फिर लण्ड बदला और अब सफीक से चुदवाते हुए ससुर का लण्ड चाटने लगी।
ससुर बोला :- रफीक सच सच बता तुझे मेरी बहू चोदने में मज़ा आ रहा है न ?
रफीक बोला :- हां यार खूब मज़ा आ रहा है। वैसा ही मज़ा आ रहा है जैसे मुझे तेरी बिटिया की बुर चोदने में आता है ?
मैंने कहा :- हाय रब्बा, भोसड़ी के रफीक क्या तू मेरे ससुर की बिटिया की बुर भी चोदता है ?
रफीक बोला :- हां रेशमा (मेरा नाम) चोदता हूँ पर यह भी तो मेरी बिटिया की बुर चोदता है।
मैंने कहा :- हाय अल्ला, तुम दोनों मादर चोद बड़े हरामी हो ? एक दूसरे की बीवी चोदते और एक दूसरे की बेटी भी चोदते हो ? यानी माँ भी चोदते हो और बेटी भी चोदते हो ? और आज से तुम लोग एक दूसरे की बहू भी चोदने लगे हो ? तुम सालों की माँ का भोसड़ा ? तुम्हारी बहन की चूत भोसड़ी वालों इतनी मस्ती है तुम लोगों में बुर चोदने की ?
रफीक बोला :- मस्ती तो इन दोनों बीवियों में भी है रेशमा ? और इनकी बेटियों में भी है।
ससुर बोला :- तभी तो रफीक की बीवी ने एक दिन मेरा लण्ड अपनी बेटी को पकड़ा दिया था और कहा लो बेटी अंकल का लण्ड पकड़ो ? अब तुम २१ साल की हो गयी हो। सबके लण्ड पकड़ा करो और सबसे चुदवा चुदवा कर जवानी का पूरा मज़ा लिया करो। तभी से यह सब चालू हो गया।
इतने में ससुर के लण्ड ने उगल दिया अपना वीर्य मेरी चूंचियों पर और रफीक भी पिचकारी मारने लगा साला। उसने तो मेरे मुझे ही उड़ेल दिया । खैर मैंने बड़ी मस्ती से दोनों लण्ड चाटे और खूब एन्जॉय किया ?
उसके बाद मैंने ससुर के २/३ दोस्तों से मुझे और चुदवाने लगा । मुझे भी नये नये लण्ड का मज़ा मिलने लगा और मैं भी चुदवाती चली गयी। अब तो ससुर मेरा गुलाम हो गया। मेरी चूत का गुलाम हो गया। उसका जो भी दोस्त मुझे चोद कर जाता तो मेरा ससुर उसकी बीवी चोदने लगता, उसकी बेटी, उसकी बहू, उसकी बहन चोदने लगता ? यानी मेरी चूत की बदौलत उसे कई चूत चोदने का मौक़ा मिल जाता ? इसलिये वह मेरे आगे पीछे घूमने लगा और मैं उससे कई तरह के काम करवाने लगी। खूब इधर उधर दौड़ाने लगी कई फरमाइशें करने लगी। उसका खर्चा बढ़ने लगा। हुकुम दे दे कर उससे उलटे सीधे काम भी करवाने लगी। इस तरह मैं मारने लगी उसकी गांड ? एक दिन वह बोला बहू अब मेरी गांड और कितनी मारोगी ? मुझे तो दर्द होने लगा है ? मैंने जबाब दिया भोसड़ी के ससुर जब तू मेरी बुर अपने दोस्तों से चुदवाता है तो मुझे भी दर्द होता है। तू मेरी बुर चुदवाना छोड़ दे तो मैं तेरी गांड मारना छोड़ दूँगी। वह बोला नहीं बहू मैं तेरी बुर चोदना तो कतई नहीं छोड़ सकता ? मैंने कहा तो फिर मरवाता जा अपनी गांड ?
एक दिन रफीक की बेटी शमा आ गयी। मैं उसे जानती थी।
- आते ही बोली बुर चोदी रेशमा भाभी तू भी मेरे अब्बा से चुदवाने लगी भोसड़ी वाली ? अगर चुदवाना ही था तो मुझे बता देती मैं ही पेल देती उसका लौड़ा तेरी बुर में ?
- अच्छा इसका मतलब की तू मादर चोद अपने अब्बा से चुदवाती है ?
- मेरे अब्बा से तो तेरी सास भी चुदवाती है और तेरी नन्द भी चुदवाती है।
- अच्छा, तो फिर मेरा ससुर क्या झांटें बनाता रहता तुम सब लोगों की ?
- अरे नहीं भाभी तेरा ससुर तो मेरी माँ का भोसड़ा चोदता है और मेरी भी बुर चोदता है साला ?
- नहीं वह तेरी माँ नहीं चोदता ? तू अपनी माँ चुदवाती है उससे ? तू अपनी माँ के भोसड़ा में पेलती है उसका लण्ड ?
- हां तो क्या हुआ भाभी ? तेरी नन्द भी मेरे अब्बा का लण्ड अपनी बुर में भी पेलती है और अपनी माँ के भोसड़ा में भी घुसेड़ती है ? उसे तो माँ चुदाने का शौक मुझसे कहीं ज्यादा है भाभी ? किसी दिन उससे पूंछ कर देख ?
- रिदा बड़ी जोर से बोल पड़ी - हां हां मुझे तुमसे ज्यादा शौक है माँ चुदाने का ? तुझसे जो उखाड़ते बने, उखाड़ ले भोसड़ी की शमा ? तू तो ठीक से अपनी माँ चुदवा नहीं पाती तो मुझसे जलती क्यों है, बुर चोदी ?
- शमा - मैं क्यों जलूँगी ? सच तो यह है की तेरी माँ का भोसड़ा और तेरी चूत चोदने वाला तो मेरा अब्बा ही है।
- रिदा - अरी चल हट तू क्या समझती है की मुझे चोदने वाला और मेरी माँ चोदने वाला केवल तेरा अब्बा ही है । तेरे अब्बा के अलावा सैकड़ों लोग हैं मेरी माँ और मुझे चोदने वाले ?
- शमा - तो सैकड़ों लोग मेरे भी है मुझे और मेरी माँ चोदने वाले ?
सास बोली :- अरी तुम दोनों भोसड़ी वालिओं आपस में लड़ क्यों रही हो ? प्यार मोहब्बत से बात करो न ? तुम लोग अपनी अपनी चूत और अपनी अपनी माँ के भोसड़ा की बातें करती जा रही हो। किसी को भी मेरी बहू की बुर का ख्याल नहीं है ?
नन्द बोली :- तेरी बहू बहुत हरामजादी चुदक्कड़ है बहन चोद, अम्मी ? वह तो मेरे अब्बा से भी चुदवाती है और शमा के अब्बा से भी चुदवाती है ?
सास बोली :- क्या कह रही हो तुम बेटी ? क्या यह सही है बहू ? सच सच बताओ मुझे ?
मैंने कहा :- हां सासू यह सच है। मैं दोनो से चुदवातीं हूँ।
सास बोली :- अच्छा तो मुझे सफीक के लण्ड के बारे में बताओ ?
मैंने बताया :- उसका लण्ड एकदम गोरा चिट्टा सख्त और मजबूत है। सुपाड़ा तो बहन चोद गोल गोल है एकदम लण्ड की छतरी की तरह लगता है ? मुझे उसका लण्ड उतना ही पसंद है जितना की मेरे ससुर का लण्ड ?
सास बोली :- हाय अल्ला, जो लण्ड मेरा भोसड़ा चोदता है, मेरी बिटिया की बुर चोदता है वही लण्ड तुझे भी चोदने लगा, बहू ?
मैंने कहा :- हां और नहीं तो क्या ? अब मैं उन सभी लौड़ों से चुदवाऊँगी सासू जी जिनसे तुम दोनों चुदवाती हो ? और सुन मेरी बुर चोदी सास आज से मैं चोदा करूंगी तेरा भोसड़ा ? सास का भोसड़ा उसकी बहू चोदेगी कोई और नहीं ?
एक दिन मैंने जाते हुए कहा सासू जी मैं शाम तक आऊँगी। उधर मेरी नन्द पहले ही अपने कॉलेज की तरफ से पिकनिक जा चुकी थी। मैं जब अपनी सहेली के घर पहुंची तो मालूम हुआ की वह किसी काम से बाहर चली गयी है। मैं उलटे पाँव लौट आई। इतने में मुझे २/३ घंटे लग गए। मैंने दरवाजे का ताला खोला और अंदर दाखिल हुई तो मुझे सास के कमरे से कुछ सुगबुगाहट सुनाई पड़ी। मैं झाँक कर देखने लगी। मैं यह देख कर दंग रह गयी की मेरी सास एकदम नंगी नंगी चित लेटी हुई है किसी का लण्ड चूस रही है।
उसका भोसड़ा मुझे साफ़ नज़र आ रहा था और वह उस आदमी के आँखों में आँखे डाल कर लण्ड चूस रही थी। मैं थोड़ा घूमी तो मालूम हुआ की वह सास का बहनोई था। मैं समझ गयी की सास अपने बहनोई से चुदवा रही है। खैर मैं ऊपर गयी और जल्दी से अपने कपडे खोल डाले। मैं नंगी हो गयी और अलमारी से अपना एल्क्ट्रोनिक लण्ड निकाला उसे फुला लिया और कमर में बाँध लिया। वह एकदम असली लण्ड बन गया। यह लण्ड अपनी लार भी निकालता है और आखिर में असली लण्ड की तरह झड़ भी जाता है। मैंने धीरे धीरे नीचे उतरी और लण्ड सास के भोसड़ा में टिका दिया। मैंने एक धक्का दिया तो लण्ड सास के भोसड़ा में घुस गया। सास समझी की उसके बहनोई का कोई दोस्त है उसने लण्ड मेरी बुर में पेल दिया है। वह मस्ती से चुदवाने लगी और मैं भी भकाभक चोदने लगी अपनी सास का भोसड़ा ?
बाहर का दरवाजा मैं बंद करना भूल गयी थी।
इतने में मेरी नन्द आ गयी। वह सीधे अपनी अम्मी के कमरे में घुस आई और बड़ी जोर से चिल्ला कर बोली हाय भाभी तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोद रही हो ? तब सास ने भी आँख उठा कर देखा और कहा हाय अल्ला, बहू तू भोसड़ी की औरत से आदमी कैसे बन गयी ? तू मादर चोद, चोद तो बहुत बढ़िया रही है मेरा भोसड़ा पर तेरी चूत की जगह लण्ड कैसे पैदा हो गया ? तू बुर चोदी आदमी बन कर सबसे पहले मेरी की बुर चोदने लगी ? मैंने कहा अरे सासू जी मैंने कहा था न की आज से मैं तेरा भोसड़ा चोदूंगी तो चोदने लगी। तब तक मेरी नन्द भी एकदम नंगी नंगी आ गयी और बोली लाओ भाभी अब मैं चोदूंगी अपनी माँ का भोसड़ा ? यह लण्ड मेरी कमर में बांध दो। मैं बाँध दिया तो वह वाकई जुट गयी अपनी माँ चोदने में ? उसे भी मज़ा आ रहा था और हम सबको भी ?
रिदा बड़ी खुश थी और बोली हाय भाभी मैं अभी तक दूसरों के लण्ड पेला करती थी अपनी माँ के भोसड़ा में आज तो मैं अपना ही लण्ड पेल रही हूँ। मुझे तो अपनी माँ चोदने में बड़ा मज़ा आ रहा है। अब तो मैं किसी दिन भाभी तेरी भी माँ चोदूंगी ? थोड़ी देर में सास चुदवाकर उठी और कहा बहू अब तू लण्ड मेरी कमर में बांध दे। मैंने लण्ड उसकी कमर में बांध दिया तो वह सबसे पहले अपनी बेटी के ऊपर ही चढ़ बैठी और बोली आज मैं पहले अपनी बिटिया की बुर चोदूंगी। वह वास्तव में चोदने लगी तो रिदा की चूत। मैं उसके बहनोई से चुदवाने लगी। ये दोनों भोसड़ी वाली माँ बेटी नकली लण्ड से एक दूसरे को चोद रही थी और इधर मैं असली लण्ड से चुदवाने का मज़ा लूट रही थी। उसका लण्ड साला मुझे धकाधक चोदे जा रहा था।
तब तक शमा भी अपने अब्बू को लेकर कमरे में आ गई। शमा नकली लण्ड देख कर हैरान रह गयी जो बिलकुल असली लण्ड की तरह काम कर रहा था। यह बोली हाय भाभी अब तो मैं भी अपनी माँ चोदा करूंगी। उधर रिदा उठी और शमा के अब्बा को नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड फ़टाफ़ट खड़ा हो गया वह बोली हाय भाभी अब मैं असली लण्ड से अपनी बुर चुदवाऊँगी और यही लण्ड तेरी बुर में घुसा कर तुझे चोदूंगी। अब कमरे में दो असली लण्ड एक नकली लण्ड और चार चूत इकठ्ठा हो गयीं।
फिर क्या रात भर हुई लण्ड अदल बदल कर झमाझम चुदाई।
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