मैं मुंबई में अपनी मौसी के साथ रहती हूँ। इस फ्लैट में केवल दो हो लोग है एक मैं पूर्वी और और एक मेरी मौसी नेहा ? न मेरी मौसी ने शादी की है और न
मैंने ही ? मेरी मौसी मुझसे सिर्फ ५ साल बड़ी है और मेरी उम्र है २६ साल ? मैं यहाँ मुंबई में एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफसर हूँ। मेरी मौसी भी असिस्टेंट प्रोफ़ेसर है पर वह दूसरे कॉलेज में है। मेरी मौसी एकदम गोरी चिट्टी गदराये है। बड़ी बड़ी आँखों वाली, बड़े बड़े चूतड़ वाली और बड़ी बड़ी चूंचियों वाली है मेरी मौसी ? उसे देख कर लड़के आहें भरते है। बड़ी मद मस्त जवानी है मेरी मौसी की। मैं भी उससे कम नहीं हूँ। खूबसूरत हूँ, अल्हड हूँ, बिंदास हूँ और लण्ड के लिए कुछ भी करने वाली लड़की हूँ। वैसे तो मैं पिछले ५ साल से लण्ड पकड़ रही हूँ लेकिन लण्ड पकड़ने की रफ़्तार पिछले दो साल से कुछ ज्यादा ही हो गयी है। जबसे मैं पढ़ाने का काम करने लगी हूँ तबसे मुझे लण्ड पकड़ने के मौक़ा कुछ ज्यादा ही मिलने लगा है। लड़के आजकल बहन चोद खुद आ जाते है अपना लण्ड पकड़ाने ? यही हाल मेरी मौसी का भी है। सुना है वह जिसका लण्ड पकड़ लेती है, उसका लण्ड अपनी चूत में जरूर पेलती है ? उससे बिना चुदवाये उसे जाने नहीं देती ? लेकिन अभी तक कोई ऐसा मौका नहीं आया जब उसने मेरे सामने किसी से चुदवाया हो और मैंने उसके सामने किसी से चुदवाया हो ? हम दोनों एक दूसरे से काफी खुल चुकी थी लेकिन काफी खुलना शेष भी था ? फ्लैट की दो चाभियां है एक मेरे पास एक मेरी मौसी के पास ?
एक दिन मैं दोपहर में आ गयी और जैसे ही अंदर घुसी तो मुझे मौसी की आवाज़ सुनायी पड़ी ? मैं बिंदास बिना कुछ सोंचे समझे सीधे मौसी के कमरे में दाखिल हो गयी ? मैंने देखा की मौसी अपनी दोनों टाँगे फैलाये हुए एकदम चित लेती है और उसके ऊपर चढ़ कर एक अंकल उसकी बुर चोद रहा है ? मौसी आँखे बंद किये हुए चुदवाये चली जा रही थी और अंकल भी मस्ती से उसे चोदे जा रहे थे। न मुझे अंकल ने देखा और न मौसी ने ?
लेकिन मैं जोर से बोल पड़ी :- अरे यह क्या कर रही हो मौसी ? ये भोसड़ी का अंकल तेरी बुर चोदे चला जा रहा है ? ऐसा आजकल नहीं होता मौसी ? आजकल लड़के बुर नहीं चोदते बल्कि लड़कियां लण्ड चोदती है मौसी ? तुम अंकल का लण्ड चोदो मौसी लण्ड ?
मौसी बोली :- अरी चल तू क्या जाने माँ की लौड़ी अभी कल की छोकरी है तू पूर्वी ? लण्ड चोदता है और बुर चुदवाई जाती है, समझी पूर्वी ? तू मुझे उलटा पाठ न पड़ा भोसड़ी वाली ?
मैं बोली :- मैं फिर कह रही हूँ की अब ज़माना बदल गया है मौसी तुम भी बदलो ? चुदाना छोडो, चोदना सीखो ?
मौसी बोली :- नहीं नहीं तू अपनी फिलासफी अपने पास रख ? मैं तो चुदवाऊँगी चोदूंगी नहीं ?
मैंने कहा ;- जानती हो मौसी आजकल लड़कियां लड़कों की गांड मारती है ? लड़कों की माँ चोदती है ? और अब लण्ड चोदने लगी है आजकल की लड़कियां मादर चोद मौसी ?
मौसी बोली :- तो तू भोसड़ी की किसी दिन चोद के दिखा लण्ड, पूर्वी ?
बस इतना कहना था की मैंने अपने कपडे फौरन उतार दिया और कहा ज़रा हटना भोसड़ी के अंकल ? मैंने अंकल का लौड़ा मौसी की बुर से निकाला फिर उसे नंगा लिटा दिया और चढ़ बैठी उसके ऊपर ? लण्ड मेरी चूत में घुस गया बस मैं कूद कूद कर चोदने लगी लण्ड ? अंकल बिलकुल चित लेटे थे और हरकत में मैं थी। मैं अपनी चूत से उसका लण्ड चोद रही थी। मौसी यह सब देख कर मुस्कराने लगी।
मैंने कहा :- मौसी देखो मैं कैसे इसका लण्ड चोद रही हूँ। मैं अभी इसके बहन चोद लण्ड का हलवा बना दूँगी मैं देखते हूँ की अंकल की गांड में कितना दम है और इसके लाँड़ में कितना दम है ?
इतने में अंकल बोला यार अब मैं निकलने वाला हूँ मैंने कहा ऐसे कैसे निकलोगे भोसड़ी के अंकल ? मैं निकालूंगी तभी तुम निकलोगे बहन चोद ? बस मैं घूम कर लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी। बस एक मिनट में लण्ड ने भलभला कर उगल दिया वीर्य और मैं सब चाट गयी ? मौसी देखती रह गयी ?
वह बोली :- अरी बहन की लौड़ी तू बहुत अच्छी तरह से लण्ड चोद भी लेती है और लण्ड चाट भी लेती है ?
मैंने कहा :- हां मौसी, मैंने कॉलेज में चार साल तक गांड नहीं मराई बल्कि लण्ड चाटने की, लण्ड चूसने की, लण्ड चोदने की और लण्ड पीने की खूब प्रैक्टिस की है मैंने ? मैं तो लड़कों के लण्ड की नस नस पहचानती हूँ ?
वह बोली :- तूने तो लण्ड चोद कर मज़ा ले लिया लेकिन मैं तो चुदासी रह गयी, बहन चोद ? अब मैं किसका लण्ड चोदूँ ?
मैंने कहा :- तू चिंता न कर मैं अभी बुलाती हूँ लण्ड चुदवाने वालों को।
मैंने फोन लगाया तो आधे घंटे में ही दो लड़के आ गये। मैंने उनका परिचय अपनी मौसी से करवाया। मैंने कहा मौसी देखो ये है भोसड़ी का साकेत सिंह इसे अपना लण्ड चुदवाने का नशा है और ये है मादर चोद सिंह इसे लड़कियों से लण्ड चुदाने में खूब मज़ा आता है। ये साल कॉलेज में ही लड़कियों को लण्ड पकड़ाता रहता है। फिर मैंने कहा और ये है मेरी बुर चोदी नेहा मौसी ? मैं तो तुम दोनों के लण्ड चोदती ही रहती हूँ लेकिन आज मेरी मौसी तुम दोनों के लण्ड मेरे सामने चोदेगी ? आज से मेरी मौसी लण्ड चोदने का काम शुरू कर रही है। तुम लोग आज मेरी मौसी से अपना अपना लण्ड चुदवाओ इसके बाद अपने दोस्तों के भी लण्ड मौसी से चुदवाते रहना चाहे मैं घर पर हूँ या न हूँ ? यह सुनकर मौसी उठी और सोफ़ा पर उन दोनों के बीच बैठ गयी। मैंने कहा अरे मौसी कुछ तो शर्म करो ? लण्ड चोदने जा रही हो तो कपडे तो उतार कर चोदो न ?
मौसी ने मेरी बात मानी और उनके सामने एक एक करके अपने कपडे खोलने लगी। उधर मौसी अपने कपडे खोलने लगी इधर मैं उन दोनों के कपडे उतारने लगी। मौसी की जब चूंचियां खुल कर सामने आयी तो उन दोनों के लण्ड बहन चोद टन्न हो गये। तब तक मैं पेंट और कमीज उतार चुकी थी। इतने में मौसी ने अपना पेटीकोट भी खोल कर फेंक दिया तो उसकी चमचमाती हुई चूत उन दोनों की आँखों के सामने आ गयी। मैं उनकी चड्ढी खोलने ही वाली थी की मौसी बोल पड़ी नहीं बुर चोदी पूर्वी लण्ड मैं खोलूंगी इनके ? बस मौसी आगे बढ़ी और साकेत का लौड़ा खोल कर बाहर निकाला। लौड़ा पहले से ही खड़ा था। वह बोली वाओ, कितना शानदार लौड़ा है पूर्वी ? इसे चोदने में तो मेरी चूत को मज़ा आ जायेगा। उसके बाद तेजा का लौड़ा खोला तो वह सांप की तरह फंफनाकर खड़ा हो गया। वह फिर बोली अरे वाह? इसका भी लौड़ा बड़ा मस्त है पूर्वी ? अब मैं समझ गयी की तुम इन दोनों के लण्ड क्यों चोदती हो ? इतने बढ़िया लण्ड भला कौन लड़की नहीं चोदेगी ?
मौसी ने दोनों लण्ड पकड़ लिया और बोली एक लौड़ा मुंह से चोदूंगी और एक लौड़ा बुर से चोदूंगी
मैंने वही किया जो मौसी चाहती थी। मैंने सीधे साकेत का लौड़ा मौसी की चूत को सौंप दिया और कहा ले भोसड़ी की मौसी अब अपनी बुर से इसका लौड़ा चोद ? मौसी ने उसे फ़ौरन चिपका लिया और अपनी गांड उठा उठा कर चोदने लगी। उधर मैंने तेजा का लौड़ा उसके मुंह में घुसा दिया वह लौड़ा चूसने लगी। मैं बड़ी खुश थी की अब मौसी को लण्ड चोदना खूब आ गया है। मैं उन दोनों के पेल्हड़ सहलाने लगी। इतने में किसी ने बेल बजाई। मैंने मन में कहा अब भोसड़ी का कौन आ गया हमें डिस्टर्ब करने ?
मौसी बोली :- अरे भोसड़ी के साहिल तू अकेला ही आया है तेरे दो दोस्त क्या माँ चुदा रहे है अपनी ?
वह बोला :- नहीं मेम. वे अभी एक घंटे में आ जायेंगे ? मौसी बोली अरी पूर्वी अब तू इसका लौड़ा चोद मेरे सामने ? तू तो मुझसे ज्यादा अच्छी तरह से चोद लेती है लण्ड ?
मैं बोली :- अरे मौसी मेरा मजाक न उड़ाओ ? अब मुझे मालूम हो गया की तुम कई वर्षों से चोद रही हो लण्ड ? तूने सैकड़ों लण्ड चोद डाले है अबतक ? तुझे लण्ड चोदने का ज्यादा अभ्यास है मौसी ? मैं तो समझती थी की तुम पिछड़ गयी हो लेकिन तुम तो मुझसे कहीं और आगे निकल गयी हो मौसी ? मैं अभी यही खड़ी खड़ी अपनी माँ चुदा रही हूँ।
ऐसा कह कर मैं साहिल का लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी। तब तक मैंने देखा की मौसी साकेत और तेजा का लौड़ा दनादन्न चोदे चली जा रही है। कभी इसका लण्ड चोदती है कभी उसका लण्ड ? उसे देख कर मुझे भी ताव आ गया और मैं भी धकापेल चोदने लगी साहिल का लण्ड ? साहिल तो चिचिहा उठा बोला यार ज़रा धीरे धीरे चोदो लण्ड ? मेरा लण्ड कहीं भाग नहीं जायेगा ?
मैं थोड़ा धीमे चोदने लगी लेकिन बीच बीच में स्पीड बढ़ा देती थी। मैंने लण्ड पे बैठ के चोदा। पीछे दिवार से टिका के लण्ड चोदा और उसे चित लिटा के उसकी तरफ अपनी गांड करके बैठ गयी फिर लण्ड पूरा अपनी चूत में घुसा के चोदा । उधर मैंने देखा की मौसी साकेत का लौड़ा अपनी दोनों चूंचियों से चोद रही है। लौड़ा बार बार एक मोटे डंडे की तरह चूंची के बीच में आ जा रहा है। मौसी उसका सुपाड़ा हर बार चाट लेती है। मैं उसे देख कर और गरम हो गयी फिर मैंने भी चूंचियों से साहिल का लण्ड चोदा। थोड़ी देर में वह झड़ गया और मैंने उसका झड़ता हुआ लौड़ा खूब चाटा क्योंकि खलास तो मैं भी चुकी थी। मेरी मौसी ने भी दोनों लण्ड बारी बारी से मुठ्ठ मार मार कर अपने मुंह में ही झड़वा लिया और गिरवा लिया सारा वीर्य ? मैंने कहा वाह मौसी ? आप तो लण्ड चोदने में बड़ी एक्सपर्ट है। दो घंटे बाद फिर डोर बज बजी।
इस बार बाहर खड़ी थी एक लेडी। मैंने उसे अंदर बैठाया और मौसी को बुला लिया।
इतने में मौसी बड़ी जोर से बोली :- अरी मेरी बुर चोदी पूर्वी तू कहाँ अपनी माँ चुदा रही है, ससुरी ?
मैंने जबाब दिया :- मैं नीचे पीछे के कमरे में लण्ड चोद रही हूँ, मेरी भोसड़ी की मौसी ? तू भी यही आ जा अपनी माँ चुदाने ?
नेहा मौसी जब कमरे में घुसी तो मैं उसे देख कर मैं हैरान हो गयी। वह एकदम नंगी थी, उसकी चूंचियां तनी हुई थी। निपल्स तने हुए थे ? गांड दुपदुपा रही थी। चूत उसकी चुलबुला रही थी और सबसे बड़ी बात यह थी की उसके हाथों में एक एक टन टनाता हुआ लण्ड था ?
मुझे देखते ही बोली :- ले भोसड़ी की पूर्वी ये दोनों भी लण्ड चोदो ? ये है संजीव और ये है राजीव ? दोनों मेरे कॉलेज के लड़के है। मुझसे अच्छे नंबर देने के लिए कह रह रहे थे तब मैंने कहा ठीक है मैं अच्छे नंबर दे दूँगी पर मैं तेरा लण्ड चोदूंगी ? वह बोला हां मेम चोद लो मेरा लण्ड ? और मेरे दोस्त का भी चोद लो लण्ड मेम ? बस मैंने दोनों भोसड़ी वालों को नंगा किया और उन्हें यहाँ तेरे पास ले आयी ?
मौसी बोली - पूर्वी, तुम भी चोदो चारों लण्ड और मैं भी चोदूँ चारों लण्ड ?
मैंने कहा - मौसी, आओ चोदें अदल बदल कर चारों लण्ड ?
=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
मैंने ही ? मेरी मौसी मुझसे सिर्फ ५ साल बड़ी है और मेरी उम्र है २६ साल ? मैं यहाँ मुंबई में एक कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफसर हूँ। मेरी मौसी भी असिस्टेंट प्रोफ़ेसर है पर वह दूसरे कॉलेज में है। मेरी मौसी एकदम गोरी चिट्टी गदराये है। बड़ी बड़ी आँखों वाली, बड़े बड़े चूतड़ वाली और बड़ी बड़ी चूंचियों वाली है मेरी मौसी ? उसे देख कर लड़के आहें भरते है। बड़ी मद मस्त जवानी है मेरी मौसी की। मैं भी उससे कम नहीं हूँ। खूबसूरत हूँ, अल्हड हूँ, बिंदास हूँ और लण्ड के लिए कुछ भी करने वाली लड़की हूँ। वैसे तो मैं पिछले ५ साल से लण्ड पकड़ रही हूँ लेकिन लण्ड पकड़ने की रफ़्तार पिछले दो साल से कुछ ज्यादा ही हो गयी है। जबसे मैं पढ़ाने का काम करने लगी हूँ तबसे मुझे लण्ड पकड़ने के मौक़ा कुछ ज्यादा ही मिलने लगा है। लड़के आजकल बहन चोद खुद आ जाते है अपना लण्ड पकड़ाने ? यही हाल मेरी मौसी का भी है। सुना है वह जिसका लण्ड पकड़ लेती है, उसका लण्ड अपनी चूत में जरूर पेलती है ? उससे बिना चुदवाये उसे जाने नहीं देती ? लेकिन अभी तक कोई ऐसा मौका नहीं आया जब उसने मेरे सामने किसी से चुदवाया हो और मैंने उसके सामने किसी से चुदवाया हो ? हम दोनों एक दूसरे से काफी खुल चुकी थी लेकिन काफी खुलना शेष भी था ? फ्लैट की दो चाभियां है एक मेरे पास एक मेरी मौसी के पास ?
एक दिन मैं दोपहर में आ गयी और जैसे ही अंदर घुसी तो मुझे मौसी की आवाज़ सुनायी पड़ी ? मैं बिंदास बिना कुछ सोंचे समझे सीधे मौसी के कमरे में दाखिल हो गयी ? मैंने देखा की मौसी अपनी दोनों टाँगे फैलाये हुए एकदम चित लेती है और उसके ऊपर चढ़ कर एक अंकल उसकी बुर चोद रहा है ? मौसी आँखे बंद किये हुए चुदवाये चली जा रही थी और अंकल भी मस्ती से उसे चोदे जा रहे थे। न मुझे अंकल ने देखा और न मौसी ने ?
लेकिन मैं जोर से बोल पड़ी :- अरे यह क्या कर रही हो मौसी ? ये भोसड़ी का अंकल तेरी बुर चोदे चला जा रहा है ? ऐसा आजकल नहीं होता मौसी ? आजकल लड़के बुर नहीं चोदते बल्कि लड़कियां लण्ड चोदती है मौसी ? तुम अंकल का लण्ड चोदो मौसी लण्ड ?
मौसी बोली :- अरी चल तू क्या जाने माँ की लौड़ी अभी कल की छोकरी है तू पूर्वी ? लण्ड चोदता है और बुर चुदवाई जाती है, समझी पूर्वी ? तू मुझे उलटा पाठ न पड़ा भोसड़ी वाली ?
मैं बोली :- मैं फिर कह रही हूँ की अब ज़माना बदल गया है मौसी तुम भी बदलो ? चुदाना छोडो, चोदना सीखो ?
मौसी बोली :- नहीं नहीं तू अपनी फिलासफी अपने पास रख ? मैं तो चुदवाऊँगी चोदूंगी नहीं ?
मैंने कहा ;- जानती हो मौसी आजकल लड़कियां लड़कों की गांड मारती है ? लड़कों की माँ चोदती है ? और अब लण्ड चोदने लगी है आजकल की लड़कियां मादर चोद मौसी ?
मौसी बोली :- तो तू भोसड़ी की किसी दिन चोद के दिखा लण्ड, पूर्वी ?
बस इतना कहना था की मैंने अपने कपडे फौरन उतार दिया और कहा ज़रा हटना भोसड़ी के अंकल ? मैंने अंकल का लौड़ा मौसी की बुर से निकाला फिर उसे नंगा लिटा दिया और चढ़ बैठी उसके ऊपर ? लण्ड मेरी चूत में घुस गया बस मैं कूद कूद कर चोदने लगी लण्ड ? अंकल बिलकुल चित लेटे थे और हरकत में मैं थी। मैं अपनी चूत से उसका लण्ड चोद रही थी। मौसी यह सब देख कर मुस्कराने लगी।
मैंने कहा :- मौसी देखो मैं कैसे इसका लण्ड चोद रही हूँ। मैं अभी इसके बहन चोद लण्ड का हलवा बना दूँगी मैं देखते हूँ की अंकल की गांड में कितना दम है और इसके लाँड़ में कितना दम है ?
इतने में अंकल बोला यार अब मैं निकलने वाला हूँ मैंने कहा ऐसे कैसे निकलोगे भोसड़ी के अंकल ? मैं निकालूंगी तभी तुम निकलोगे बहन चोद ? बस मैं घूम कर लण्ड का मुठ्ठ मारने लगी। बस एक मिनट में लण्ड ने भलभला कर उगल दिया वीर्य और मैं सब चाट गयी ? मौसी देखती रह गयी ?
वह बोली :- अरी बहन की लौड़ी तू बहुत अच्छी तरह से लण्ड चोद भी लेती है और लण्ड चाट भी लेती है ?
मैंने कहा :- हां मौसी, मैंने कॉलेज में चार साल तक गांड नहीं मराई बल्कि लण्ड चाटने की, लण्ड चूसने की, लण्ड चोदने की और लण्ड पीने की खूब प्रैक्टिस की है मैंने ? मैं तो लड़कों के लण्ड की नस नस पहचानती हूँ ?
वह बोली :- तूने तो लण्ड चोद कर मज़ा ले लिया लेकिन मैं तो चुदासी रह गयी, बहन चोद ? अब मैं किसका लण्ड चोदूँ ?
मैंने कहा :- तू चिंता न कर मैं अभी बुलाती हूँ लण्ड चुदवाने वालों को।
मैंने फोन लगाया तो आधे घंटे में ही दो लड़के आ गये। मैंने उनका परिचय अपनी मौसी से करवाया। मैंने कहा मौसी देखो ये है भोसड़ी का साकेत सिंह इसे अपना लण्ड चुदवाने का नशा है और ये है मादर चोद सिंह इसे लड़कियों से लण्ड चुदाने में खूब मज़ा आता है। ये साल कॉलेज में ही लड़कियों को लण्ड पकड़ाता रहता है। फिर मैंने कहा और ये है मेरी बुर चोदी नेहा मौसी ? मैं तो तुम दोनों के लण्ड चोदती ही रहती हूँ लेकिन आज मेरी मौसी तुम दोनों के लण्ड मेरे सामने चोदेगी ? आज से मेरी मौसी लण्ड चोदने का काम शुरू कर रही है। तुम लोग आज मेरी मौसी से अपना अपना लण्ड चुदवाओ इसके बाद अपने दोस्तों के भी लण्ड मौसी से चुदवाते रहना चाहे मैं घर पर हूँ या न हूँ ? यह सुनकर मौसी उठी और सोफ़ा पर उन दोनों के बीच बैठ गयी। मैंने कहा अरे मौसी कुछ तो शर्म करो ? लण्ड चोदने जा रही हो तो कपडे तो उतार कर चोदो न ?
मौसी ने मेरी बात मानी और उनके सामने एक एक करके अपने कपडे खोलने लगी। उधर मौसी अपने कपडे खोलने लगी इधर मैं उन दोनों के कपडे उतारने लगी। मौसी की जब चूंचियां खुल कर सामने आयी तो उन दोनों के लण्ड बहन चोद टन्न हो गये। तब तक मैं पेंट और कमीज उतार चुकी थी। इतने में मौसी ने अपना पेटीकोट भी खोल कर फेंक दिया तो उसकी चमचमाती हुई चूत उन दोनों की आँखों के सामने आ गयी। मैं उनकी चड्ढी खोलने ही वाली थी की मौसी बोल पड़ी नहीं बुर चोदी पूर्वी लण्ड मैं खोलूंगी इनके ? बस मौसी आगे बढ़ी और साकेत का लौड़ा खोल कर बाहर निकाला। लौड़ा पहले से ही खड़ा था। वह बोली वाओ, कितना शानदार लौड़ा है पूर्वी ? इसे चोदने में तो मेरी चूत को मज़ा आ जायेगा। उसके बाद तेजा का लौड़ा खोला तो वह सांप की तरह फंफनाकर खड़ा हो गया। वह फिर बोली अरे वाह? इसका भी लौड़ा बड़ा मस्त है पूर्वी ? अब मैं समझ गयी की तुम इन दोनों के लण्ड क्यों चोदती हो ? इतने बढ़िया लण्ड भला कौन लड़की नहीं चोदेगी ?
मौसी ने दोनों लण्ड पकड़ लिया और बोली एक लौड़ा मुंह से चोदूंगी और एक लौड़ा बुर से चोदूंगी
मैंने वही किया जो मौसी चाहती थी। मैंने सीधे साकेत का लौड़ा मौसी की चूत को सौंप दिया और कहा ले भोसड़ी की मौसी अब अपनी बुर से इसका लौड़ा चोद ? मौसी ने उसे फ़ौरन चिपका लिया और अपनी गांड उठा उठा कर चोदने लगी। उधर मैंने तेजा का लौड़ा उसके मुंह में घुसा दिया वह लौड़ा चूसने लगी। मैं बड़ी खुश थी की अब मौसी को लण्ड चोदना खूब आ गया है। मैं उन दोनों के पेल्हड़ सहलाने लगी। इतने में किसी ने बेल बजाई। मैंने मन में कहा अब भोसड़ी का कौन आ गया हमें डिस्टर्ब करने ?
- मैंने दरवाजा खोला तो एक लड़का बाहर खड़ा था ? लड़का मुझे देखते ही पसंद आ गया ?
- वह बोला मेरा नाम साहिल है मैं नेहा मेम से मिलना चाहता हूँ मुझे कुछ जरुरी बात करना है ।
- मुझे शरारत सूझी मैंने बोली क्या बात करनी है भोसड़ी के ?
- मैं आपको बता नहीं सकता ?
- क्यों बताने में क्या तेरी गांड फट रही है ?
- नहीं, लेकिन बात ज़रा प्राइवेट है मैं उसी को बता सकता हूँ ?
- तू क्या उसका ख़सम है जो प्राइवेट बात करेगा माँ का लौड़ा ?
- मुझे इसी के बारे में बात करना है ( उसने अपने लौड़े की तरफ इशारा करके बताया)
- इसका नाम क्या है मादर चोद ? लण्ड बोलने में तेरी माँ चुद रही है क्या ?
- नहीं, मैं इसी को चुदाने आया हूँ।
- अच्छा तो तुम लण्ड चुदाने आये हो अपना, भोसड़ी के ? अपनी मेम से अपना लण्ड चुदवाते हो साले कुत्ते ?
- नहीं वो खुद चोदती है मेरा लण्ड तो मैं क्या करूँ ?
- कब कब चुदवाता है तू अपना लण्ड अपनी नेहा मेम से ?
- वो मुझे जब भी बुलाती है तो मेरा लण्ड चोद कर ही मुझे वापस जाने देती है ?
- तो कॉलेज के और लड़कों के भी लण्ड चोदती होंगी तेरी नेहा मेम ?
- हां खूब चोदती है। बहुत लड़के आते है मेम के पास अपना लण्ड चुदवाने ? इतनी मस्त और खूबसूरत लड़की से भला कौन नहीं चुदवायेगा अपना लण्ड ?
- कबसे चोद रही है लड़कों के लण्ड तेरी मेम ?
- कई बर्षों से चोद रही है। दो साल तो मुझे हो गये अपना लण्ड चुदवाते चुदवाते ? आज इतवार है आज तो कई लड़के आएंगे अपना अपना लण्ड चुदवाने ? मेम तो कई लड़कों के लण्ड एक साथ चोदती है ?
मौसी बोली :- अरे भोसड़ी के साहिल तू अकेला ही आया है तेरे दो दोस्त क्या माँ चुदा रहे है अपनी ?
वह बोला :- नहीं मेम. वे अभी एक घंटे में आ जायेंगे ? मौसी बोली अरी पूर्वी अब तू इसका लौड़ा चोद मेरे सामने ? तू तो मुझसे ज्यादा अच्छी तरह से चोद लेती है लण्ड ?
मैं बोली :- अरे मौसी मेरा मजाक न उड़ाओ ? अब मुझे मालूम हो गया की तुम कई वर्षों से चोद रही हो लण्ड ? तूने सैकड़ों लण्ड चोद डाले है अबतक ? तुझे लण्ड चोदने का ज्यादा अभ्यास है मौसी ? मैं तो समझती थी की तुम पिछड़ गयी हो लेकिन तुम तो मुझसे कहीं और आगे निकल गयी हो मौसी ? मैं अभी यही खड़ी खड़ी अपनी माँ चुदा रही हूँ।
ऐसा कह कर मैं साहिल का लौड़ा मुंह में लेकर चूसने लगी। तब तक मैंने देखा की मौसी साकेत और तेजा का लौड़ा दनादन्न चोदे चली जा रही है। कभी इसका लण्ड चोदती है कभी उसका लण्ड ? उसे देख कर मुझे भी ताव आ गया और मैं भी धकापेल चोदने लगी साहिल का लण्ड ? साहिल तो चिचिहा उठा बोला यार ज़रा धीरे धीरे चोदो लण्ड ? मेरा लण्ड कहीं भाग नहीं जायेगा ?
मैं थोड़ा धीमे चोदने लगी लेकिन बीच बीच में स्पीड बढ़ा देती थी। मैंने लण्ड पे बैठ के चोदा। पीछे दिवार से टिका के लण्ड चोदा और उसे चित लिटा के उसकी तरफ अपनी गांड करके बैठ गयी फिर लण्ड पूरा अपनी चूत में घुसा के चोदा । उधर मैंने देखा की मौसी साकेत का लौड़ा अपनी दोनों चूंचियों से चोद रही है। लौड़ा बार बार एक मोटे डंडे की तरह चूंची के बीच में आ जा रहा है। मौसी उसका सुपाड़ा हर बार चाट लेती है। मैं उसे देख कर और गरम हो गयी फिर मैंने भी चूंचियों से साहिल का लण्ड चोदा। थोड़ी देर में वह झड़ गया और मैंने उसका झड़ता हुआ लौड़ा खूब चाटा क्योंकि खलास तो मैं भी चुकी थी। मेरी मौसी ने भी दोनों लण्ड बारी बारी से मुठ्ठ मार मार कर अपने मुंह में ही झड़वा लिया और गिरवा लिया सारा वीर्य ? मैंने कहा वाह मौसी ? आप तो लण्ड चोदने में बड़ी एक्सपर्ट है। दो घंटे बाद फिर डोर बज बजी।
इस बार बाहर खड़ी थी एक लेडी। मैंने उसे अंदर बैठाया और मौसी को बुला लिया।
- मौसी आते हो बोली अरी सलमा बुर चोदी तू ? तू क्या दुबई गयी नहीं अभी ? यही गांड मरा रही है तू अपनी ?
- नहीं यार एक हफ्ते बाद जाऊँगी। मैं तेरे पास एक काम के लिए आयी हूँ।
- हां हां बोलो न मैं तेरा काम जरूर करूंगी ?
- काम थोड़ा प्राइवेट है तो क्या मैं इसके सामने कह सकती हूँ।
- हां हां बिलकुल कह सकती हो ? ये मेरी भतीजी पूर्वी है भोसड़ी की, बड़ी ऊंची चीज है, मादर चोद ? इससे कुछ भी छुपा नहीं है। मेरे साथ लण्ड चोदती है पूर्वी ? तुम बेधड़क साफ़ साफ़ कहो ?
- बस मैं अपने दो देवरों के लण्ड तुमसे चुदवाने आयी हूँ।
- तू क्यों नहीं चोद देती उनके लण्ड ?
- यार चोद तो मैं देती लेकिन मैं अभी अपने मियां के दो दोस्तों के लण्ड चोदने उनके घर जा रही हूँ। तुम दोनों के लण्ड अभी दिन में ही चोदो मैं शाम को ले जाऊँगी इन्हे फिर रात में मैं भी चोदूंगी इनके लण्ड ?
- कहाँ है दोनों भोसड़ी वाले ? ज़रा शकल तो देख लूँ मादर चोदो के ? (थोड़ी देर में वे दोनों आ गये दोनों लड़के बड़े स्मार्ट हैंडसम और गोरे चिट्टे थे
- मौसी बोली हां ठीक है हम दोनों मिल कर इन दोनों के लण्ड चोदेंगी
इतने में मौसी बड़ी जोर से बोली :- अरी मेरी बुर चोदी पूर्वी तू कहाँ अपनी माँ चुदा रही है, ससुरी ?
मैंने जबाब दिया :- मैं नीचे पीछे के कमरे में लण्ड चोद रही हूँ, मेरी भोसड़ी की मौसी ? तू भी यही आ जा अपनी माँ चुदाने ?
नेहा मौसी जब कमरे में घुसी तो मैं उसे देख कर मैं हैरान हो गयी। वह एकदम नंगी थी, उसकी चूंचियां तनी हुई थी। निपल्स तने हुए थे ? गांड दुपदुपा रही थी। चूत उसकी चुलबुला रही थी और सबसे बड़ी बात यह थी की उसके हाथों में एक एक टन टनाता हुआ लण्ड था ?
मुझे देखते ही बोली :- ले भोसड़ी की पूर्वी ये दोनों भी लण्ड चोदो ? ये है संजीव और ये है राजीव ? दोनों मेरे कॉलेज के लड़के है। मुझसे अच्छे नंबर देने के लिए कह रह रहे थे तब मैंने कहा ठीक है मैं अच्छे नंबर दे दूँगी पर मैं तेरा लण्ड चोदूंगी ? वह बोला हां मेम चोद लो मेरा लण्ड ? और मेरे दोस्त का भी चोद लो लण्ड मेम ? बस मैंने दोनों भोसड़ी वालों को नंगा किया और उन्हें यहाँ तेरे पास ले आयी ?
मौसी बोली - पूर्वी, तुम भी चोदो चारों लण्ड और मैं भी चोदूँ चारों लण्ड ?
मैंने कहा - मौसी, आओ चोदें अदल बदल कर चारों लण्ड ?
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