Sunday, November 16, 2014

सुहागरात में लण्ड ही लण्ड

  • करीना :- अरी नफीसा, भोसड़ी की तू बहुत दिनों के बाद दिखाई पड़ी है ? माँ का भोसड़ा चुदा रही थी तू अपनी ?  लौड़ा हिला रही थी तू अपने
    किसी बॉय फ्रेंड का ? तेरा इंतज़ार करते करते मेरी तो गांड फटी जा रही है बहन चोद ?
  • नफीसा :-  अच्छा तू मादर चोद मुझसे ऐसा कह कर रही है ? उल्टा चोर कोतवाल को डांटें ? इंतज़ार करते करते तो मैं थक गयी तेरा, बहन की लौड़ी, करीना ? तू क्या इतने दिनों से अपनी बुर चुदवा रही थी ? लौड़ा चूस रही थी किसी भोसड़ी वाले का ?
  • करीना :- अरी जा जा झूंठ मत बोल ज्यादा ? मैं जानती हूँ तुझे ? तू तो किसी मर्द के लण्ड के चक्कर घूम रही होगी ? तुझे चुदाने का बड़ा शौक है न ? जहां पाती है यहाँ अपनी बुर खोल कर बैठ जाती है तू ?
  • नफीसा :- अच्छा तूने अपनी चूत की सिलाई करवा रखी है क्या ? क्या तूने अपनी बुर न चुदवाने की कसम खा ली है। क्या तुझे लौड़ा अच्छा नहीं लगता ?  क्या तू लड़की नहीं है ? तेरी चूत नहीं है क्या ? या फिर किसी ने गांड मार दी क्या तेरी ?  
  • करीना :- अरी चल चल ? बातें न घुमा ? मैं जानती हूँ की कितनी बड़ी छिनार है तू ? लण्ड के लिए पागल रहती है तू बुर चोदी नफीसा ? 
  • नफीसा :-  और तू तो अपनी माँ चुदाने में बड़ी तेज है।  माँ चुदाने के बहाने खुद अपनी बुर चुदवाया करती है तू ? गांड मराया करती है तू अपनी ?   
  • करीना :- अरे यार भरी जवानी में बुर नहीं चुदवाऊँगी तो कब चुदवाऊँगी ? गांड नहीं मरवाऊँगी तो कब मरवाऊँगी ? अभी इस उम्र में भी माँ का भोसड़ा नहीं चुदाया तो कब चुदवाऊँगी ? तू न चुदवा भोसड़ी की अपनी माँ ? मैं तो चुदवाऊँगी अपनी माँ ?
  • नफीसा :- मैं क्यों न चुदवाऊँ ? माँ का भोसड़ा मैं भी चुदवाती हूँ ? मैं तो अपनी सास का भोसड़ा भी चुदवाती हूँ। अपनी नन्द की बुर भी चुदवाती हूँ और उसकी गांड भी मरवाती हूँ। 
  • करीना :- हाय दईया, तेरी शादी के अभी ६ महीने ही हुए है और तू अपनी सास का भोसड़ा भी चुदवाने लगी ? नन्द भी चुदाने लगी अपनी ?
  • नफीसा :- ६ महीने हुए तो क्या ? चूत किसी समय का इंतज़ार नहीं करती ? चूत को जब भी लण्ड मिलता है तो वह फ़ौरन चुदा लेती है ?
  • करीना :- तो तुझे ससुराल में इतनी जल्दी लण्ड मिल गये, माँ की लौड़ी ?
  • नफीसा :- हां यार, वहां तो बहन चोद चारों तरफ लण्ड ही लण्ड है ? एक लण्ड चोदता है तो दूसरा लण्ड साला चोदने के लिए खड़ा रहता है ?
  • करीना :- तो तेरी ससुराल भी मादर चोद मेरी ससुराल की तरह है ? मेरी ससुराल में भी सब लोग चोदने के लिए बेताब रहते है। मैं भी अपने देवर से,अपने जेठ से, अपने नंदोई से, अपने ससुर से चुदवाने लगी हूँ यार ?
  • नफीसा :-  मैं तो यार अपनी सुहागरात से ही गैर मर्दों से चुदवा रही हूँ।   
  • करीना :- तो कितने लोगों ने चोदा तुझे तेरी सुहागरात में ?
  • नफीसा :- गिना तो नहीं यार,  मगर सवेरा हो गया था चुदवाते चुदवाते ? एक के बाद एक लण्ड आते गये और मुझे चोदते गये ? मैं भी बिलकुल रंडी की तरह चुदवाती रही भोसड़ी वालों से ? जब मेरा मियां अपनी बीवी चुदवाने में ही तुला था तो फिर मैं क्यों पीछे हटती ? मैं भी मजा ले ले के चुदवाती रही ? कई लण्ड का वीर्य तो मैंने मुठ्ठ मार मार के गिरवा लिया अपनी चूंचियों पर।
  • करीना :- सुहागरात में तो मैंने भी कई देशी विदेशी मर्दों से चुदवाया ? कई मरद एक साथ चोदने लगे मुझे ? एक लण्ड चूत में,  तो एक लण्ड मुंह में,  तो एक लण्ड हाथ में,  तो एक लण्ड गांड में ?  यही होता रहा रात भर ? मैंने भी कई लड़कों के लण्ड का मुठ्ठ मारा और झड़वा लिया चूंची पर ?  कई लड़के तो मेरे मुंह में झड़ गये और कई लड़के चूत के ऊपर ? मैंने तो अपनी बुर भी खूब मस्ती से चटवाया भोसड़ी वालों से ? विदेशी लौड़ों का भी मज़ा खूब लिया मैंने ? मैंने कहा जिसको चोदना हो वो पहले मेरी बुर चाटे ? सब साले कुत्तों की तरह चाटते रहे मेरी बुर ?  एक बात है बुर चोदी नफीसा तूने खुल कर नहीं बताया की कितने लोगों ने कैसे कैसे चोदा तेरी बुर सुहागरात में ?  
  • नफीसा :-  लो फिर सुनो मैं तुम्हे पूरा किस्सा सुनाती हूँ :-
शादी के दूसरे दिन मेरा शौहर नदीम भोसड़ी का मुझे गोवा ले गया और बोला हम यही  मनाएंगे अपनी सुहागरात ? मैं भी बड़ी खुश हुई और मस्ती में चली गयी।  दिन में तो इधर उधर घूमती रही लेकिन रात में महफ़िल लग गयी। उसने मेरे लिए एक बड़ा कमरा बुक कराया था। मुझसे बोला देखो नफीसा मेरे कुछ दोस्त भी आएंगे तुम उनसे खुल कर बातें करना। शर्माना बिलकुल नहीं। घर से दूर हो इसलिए कोई दिक्कत नहीं होगी।  यहाँ मादर चोद कौन देखने आ रहा है ? मैंने कहा बात करते करते मेरे मुंह से अगर गाली निकल गयी तो ? वह बोला अरे नफीसा तुम गाली देकर ही बात करना।  सब मज़ा करेंगें।  तुम गाली क्या अपनी चूंची भी निकाल दोगी तो भी कोई बात नहीं ? ये भोसड़ी वाले मेरे दोस्त है कोई बाहर वाला नहीं है ?
बस मुझे तो पूरा आज़ादी मिल गयी। इतने में ड्रिंक्स आ गयी। नदीम ने मुझे आँख मारी तो मैं भी सबके साथ पीने लगी शराब ? मैंने एक गहरे गले का गाउन पहन लिया था मगर नीचे कुछ नहीं था। ब्रा तक नहीं पहनने दिया मुझे मेरे शौहर ने बहन चोद ?
एक बोला - भाभी आज बहुत खूबसूरत लग रही हो ? 
दूसरा बोला :- अरे यार आज भाभी की सुहागरात है आज तो खूबसूरत लगेगी ही ?
तीसरा बोला :- अरे भाभी तुम भी तो बोलो कुछ।  हम लोग बड़े बेताब हो रहें है ?
मैंने कहा :- क्या कभी किसी लड़की की आवाज़ नहीं सुनी तुमने ?
चौथा बोला :- सुनी तो है भाभी पर आपकी आवाज़ तो नहीं सुनी ?
मैंने कहा  :-  मेरी आवाज़ में क्या रखा है बहन चोद ? तुम लोग सुनाओ मैं सुनती रहूंगी।  (मेरी गाली सुनकर  खिल उठे)
पांचवां बोला :- भाभी आप बहुत सुन्दर है अगर आपका गाउन थोड़ा नीचे होता तो कितना सुन्दर होता ?
मैंने कहा :- तुम भोसड़ी के बड़े मजाकिया हो।
सब लोग हंस पड़े।  सब एक स्वर में बोले यार आज तो भाभी के साथ मज़ा आ जायेगा ? तब तक दो दो पैग हो चुके थे और सब लोग नशे में थे।
इतने में मेरा मियां आया और मेरा गाउन खोलने लगा। मैंने कहा क्या कर रहो यार ? यहाँ सबके सामने क्या ,,,,,,,,,,,,,,,,? उसने सबको कमरे के बाहर कर दिया और फिर मेरा गाउन उतार मुझे नंगी कर दिया। मैंने भी उसे नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी क्योंकि मुझे तो लण्ड पकड़ने की जल्दी थी। मैं लण्ड चाटने लगी और मेरी चूत सहलाने लगा।  मैं झांटें बनाकर आई थी मेरी चूत बिलकुल चिकनी थी ? बस २ मिनट में ही उसने लण्ड मेरी बुर में घुसेड़ दिया और चोदने लगा।  मैं भी मजे से चुदवाने लगी।  इतने में मेरी आँखों के सामने एक टन टनाता हुआ लण्ड आ गया। मैं पहले तो सकपका गयी लेकिन फिर मेरा मियां बोला नफीसा यह मेरा दोस्त है।  इसका लण्ड पकड़ लो और इससे खूब चुदवाओ जैसे तुम मुझसे चुदवा रही हो।  इसकी सुहागरात में मैंने इसकी बीवी चोदी थी।  आज भी वह मुझसे चुदवाती है।  उसकी बात सुनकर मेरी हिम्मत दूनी हो गयी और मैं उसका लौड़ा पकड़ कर चूसने लगी। थोड़ी देर मैंने उसका लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ा और अपने मियाँ का लण्ड चूसने लगी। बस २ मिनट ही मेरा मियाँ मेरे मुंह में झड़ गया।  वह हटा तो एक और लौड़ा मेरे सामने आ गया, फिर एक और लौड़ा आ गया, फिर एक लौड़ा और हिनहिनाने लगा। 
वे सब बोलने लगे भाभी मेरा लण्ड चूसो, भाभी मेरा लण्ड पकड़ो, भाभी मेरा लण्ड अपनी बुर में पेलो, भाभी मुझसे चुदवाओ, भाभी मेरा लण्ड गांड में घुसा लो,  भाभी मेरा लण्ड चाटो, भाभी मेरा लण्ड पियो, भाभी मेरे लण्ड का मुठ्ठ मार दो ,,,,,,,,,,? मैंने कहा नदीम भोसड़ी के कितने लण्ड आयें है यार मुझे चोदने मेरी सुहागरात में ? वह बोला यहाँ सबकी सुहागरात में इतने लण्ड जरूर होते है मेरी जान नफीसा ? क्योंकि जब मैंने इन सबकी सुहागरात में इनकी बीवियां चोदी है तो आज ये सब मिलकर मेरी सुहागरात में मेरी बीवी चोदेंगें।
मैंने कहा मेरे मादर चोदों देवरों, परेशान न हो मैं सबके लण्ड पकड़ूंगी, सबको अपनी बुर चोदने दूँगी, सबके लण्ड चाटूंगी, चूसूंगी और सबसे चुदवाऊँगी।  जो मेरी गांड मारना चाहे उनसे गांड भी मरवाऊँगी।  मेरी सुहागरात चाहे दो दिन तक चले लेकिन मैं किसी को भी बिना मेरी बुर चोदे जाने नहीं दूँगी। आज मैं देखूँगी किसके लण्ड में कितना दम है ?  मैं सबको मज़ा दूँगी और सबके लण्ड का मज़ा लूंगी।  पर ज़रा सब्र करो, बार बार मेरी गांड में ऊँगली मत करो। मैं जा कहू वो करते जाओ बस ।
दो लड़के मेरी बुर चाटें एक लड़का अपना लण्ड मेरे मुंह में घुसा दे। एक लड़का मेरे दायें हाथ में लण्ड पकड़ा दे, एक लड़का मेरे बाएं हाथ में लण्ड पकड़ा दे, बाकी लड़के मेरे पूरे बदन अपना लण्ड फेरते रहे।  मैं बारी बारी से सबके लण्ड को मज़ा दूँगी। मुझे अपनी चूत चटवाने में मज़ा आने लगा और इधर मैं दो दो लण्ड एक साथ चाटने का मज़ा लेने लगी।  थोड़ी देर में जो मेरी बुर चाट रहे थे मैं उनके लण्ड चाटने लगी और जिनके लण्ड चाट रही थी वो दोनों मुझे चोदने लगे, मैंने दोनो लण्ड अपनी चूत में एक साथ घुसा लिया।  जानती हो करीना कैसे ? एक लण्ड पर मैं बैठ गयी और उसके ऊपर चित लेट गयी तो मेरी चूत और खुल गयी फिर दूसरे से कहा भोसड़ी के अब तू भी अपना लण्ड पेल दे मेरी चूत में ? बस दोनों मादर चोद एक साथ चोदने लगे मुझे ? मैंने यह तरकीब ब्लू फिल्म से सीखा है करीना।  तुम भी किसी दिन इसी तरह चुदवा कर देखना कितना मज़ा आता है ?
इतने में दो लण्ड बहन चोद झड़ गये । लेकिन दो लण्ड और टन टना कर आ गये मेरे सामने।  इस बार के लण्ड कुछ ज्यादा मोटे थे और मुझे मोटे लण्ड बहुत ज्यादा पसंद है।  पहले तो मैं दोनों लण्ड बारी बारी से चाटने लगी और फिर एक एक करके दोनों से चुदवाया .  इस बार करीना मुझे इतना मज़ा आया की मैं खुद खलास हो गयी। अब मैंने चूत में लण्ड घुसाना बंद कर दिया। अब मैं बाकी लौड़ो का दनादन्न मुठ्ठ मारने लगी।  इस तरह मैंने दो लण्ड और गिरा दिया। तब आखिर में लण्ड बचा।  तब तक सवेरा हो चुका था।  मैंने उस लण्ड को अपनी चूंची के बीच घुसा लिया और बोली तू माँ का लौड़ा मेरी चूंची चोद ले। और बोलने लगी हाय रे तेरा लण्ड बहन चोद सबसे अच्छा है।  तेरी माँ का चूत साले जल्दी जल्दी चोद मेरी चूंची ? तेरी बहन का लण्ड, तेरी मौसी की गांड, तेरी बुआ की बुर ? तेरी सास की बिटिया की बुर ? हाय रब्बा कितना मोटा लौड़ा है तेरा यार ? मैं किसी दिन तुमसे अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाऊँगी।   गांड से जोर लगा के चोद भोसड़ी के ? मैं उसे जानबूझ कर गालियां सुनाने लगी ताकि उसका लौड़ा साला जल्दी झड़ जाये।  और हुआ भी यही।  जैसे ही वह झड़ा तो मैंने लण्ड चाट चाट कर चिकना कर दिया ।
सब लोगों को इतना मज़ा आया की हमें गोवा में २ दिन और रुकना पड़ा।  मैं दो दिन और इन लोगों से खूब मस्ती से चुदवाती रही। अब आलम यह है की ये लोग अक्सर मेरे घर आते रहते है और मुझे चोदते रहते है।
तो करीना ये थी मेरे सुहागरात की सच्ची कहानी अब तुम बताओ अपनी सुहागरात की कहानी।
करीना :- यार मेरी भी कहानी तेरी कहानी से कुछ मिलती जुलती है।  तू भोसड़ी की गोवा गयी थी सुहागरात में और मैं बुर चोदी बैंकाक गयी थी। शादी के तुरंत बाद ही मेरा हसबैंड मुझे बैंकाक लेकर चला गया और पहली ही रात में मुझे मालूम हुआ की वह भोसड़ी का अकेला नहीं था बल्कि उसके दो और साथी भी थे जो अपनी अपनी बीवी के साथ वहां गए थे। रात को महफ़िल जमी तो शराब का दौर चलने लगा।  मैंने पहले तो शराब पीने से मना कर पर बाद में बोली अच्छा तुम कहते हो पी लेती हूँ। मैंने फिर सबके साथ सिगरेट भी पी।  बात करते करते मेरा मियां बोला यार आज मैं तुम दोनों की बीवियां चोदूंगा।  मैं यह सुनकर थोड़ा परेशान हो गयी।  सोंचा की सुहागरात मेरी है और मेरा मियां किसी और की बीवियां चोदेगा पर क्यों ? तब तक वो दोनों बोले ठीक है तो हम दोनों मिलकर तेरी बीवी चोदेंगें। 
तब मैं समझी की मैं सुहागरात से ही पराये मर्दों से चुदवाने लगूंगी। मेरा मिया मादर चोद सुहागरात में ही अपने दोस्तों से अपनी बीवी चुदवायेगा। मैं मन ही मन खुश हुई की चलो गैर मर्दों से चुदवाने का सिलसिला सुहागरात से शुरू हो गया। मैंने जब उन दोनों लोगों के लण्ड पकड़े तो मैं ख़ुशी के मारे झूमने लगी। इतने बड़े और इतने मोटे लण्ड मेरे घर में किसी के नहीं है। न जीजू का लण्ड, न खालू जान का लण्ड, न मामू जान का लण्ड और न अब्बू का लण्ड इतना बड़ा और मोटा है। मैं तो टांगें फैलाकर भकाभक चुदवाने लगी और मेरा मियां उसी कमरे में उन दोनों की बीवियां चोदने लगा।  इस तरह की सुहागरात बहुत कम लोगों की होती है, नफीसा ?  
और सुनो मैं आगे भी सूना रही हूँ। दूसरे दिन मुझे एक दलाल मिल गया ।  वह बोला यहाँ पर एक बहुत बड़ा क्लब है जहाँ बीवियों की अदला बदली होती है। यहाँ अक्सर नए कपल आते है और अपनी नहीं बल्कि दूसरों की बीवियां चोद कर जातें है।  बीवियां भी मजे से दूसरों से चुदवाती है साहेब।  जो भी बाहर से आता वो इस क्लब में जरूर जाता है। बस मेरे हसबैंड को लालच आ गया मैं भी चाहती थी। फिर हम दोनों ने क्लब ज्वाइन कर लिया।  पहले ही दिन मैंने देखा की वहां कई लोग फ़टाफ़ट सबकी बीवियां चोद रहे हैं। लण्ड कभी इसकी बुर में और कभी उसकी बुर में ? लोग जल्दी जल्दी बीवियां अदल बदल चोद रहे हैं।  बीवियां भी कभी इसका लण्ड पकड़ रही है कभी उसका लण्ड।  कभी इससे चुदवा रही है कभी उससे। 
मैंने भी अपने कपडे उतार दिया और हो गयी मादर चोद बिलकुल नंगी ? नंगों के बीच में नंगी होने में कोई शर्म नहीं यार नफीसा ? मेरा मियां भी नंगा हो गाय. दो लोगों ने मुझे अपना लण्ड पकड़ा दिया उधर दो बीवियों  ने मेरे मियां का लण्ड पकड़ लिया और चाटने लगीं । यहाँ विदेशी लण्ड भी हैं और विदेशी चूत भी। मेरे मियां ने आँख मारी तो मैंने एक के बाद एक विदेशी लण्ड पकड़ना शुरू किया और मेरे मियां ने एक के बाद विदेशी बुर चोदना शुरू किया।  यार नफीसा ऐसा मज़ा तो मैंने कभी सोंचा ही नहीं था ?
इस तरह मेरी सुहागरात में भी लण्ड ही लण्ड थे।  चारों तरफ लण्ड और लण्ड ? 

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=समाप्त           
                                   

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