हां दोस्तों, यह बात सही है की मैं अपनी बीवी चुदवाता हूँ । जबरदस्ती नहीं चुदवाता अपनी बीवी। वह मेरे कहने से नहीं बल्कि अपने मन से मेरे दोस्तों
से चुदवाती है । हां यह बात सही है की जब मुझे मालूम हुआ की मेरी बीवी पराये मर्दों से चुदवाने को तैयार है और उसे दूसरे लोगों से चुदवाने में मज़ा आता है तो मैंने उसका पूरा फायदा उठाया। आपको यह सुनकर बड़ा अजीब लग रहा होगा की मैं अपनी बीवी चुदाने लगा ? आखिर कार कौन सी ऐसी जरुरत आ पड़ी जिससे मुझे अपनी बीवी चुदवानी पड़ी। तो लीजिये मैं आपको अपनी पूरी सच्ची कहानी सूना रहा हूँ :-
मेरे दोस्त अमर को जाने कहाँ से यह बात मालूम हो गयी की मुझे लोगों की बीवियां चोदने का शौक है। मैं उन लोगों की बीवियां चोदता हूँ जिनकी नयी नयी शादी होती है . अमर की भी नयी नयी शादी हुई है। आज उसने मुझे डिनर पर बुलाया है । मैं जैसे ही पहुंचा तो सबसे पहले उसने मुझे अपनी बीवी से मिलवाया। वह बोला सर ये है मेरी बीवी मिसेज आरती खन्ना । मेरी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है। मैं आरती को बड़ी देर तक देखता रहा क्योंकि वह मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। उसे देख कर मैं बहुत खुश हुआ और सबसे ज्यादा तो खुश हुआ मेरी दो टांगों के बीच में रहने वाला मेरा 'लण्ड' ? वो तो आरती को देखते ही छलाँगें मारने लगा। अच्छा हुआ की मेरी पैंट की जिप बंद थी नहीं तो भोसड़ी का उछल कर बाहर निकल आता ?
हां दोस्तों, मैं अभी भी पैंट के नीचे अंडरबियर नहीं पहनता ? जानते हो क्यों ? कॉलेज के दिनों में मेरी क्लास की लड़कियों ने कहा था की राका तुम अंडरबियर मत पहना करो क्योंकि मुझे तेरा लण्ड पकड़ने में दिक्कत होती है। असली बात यह है की क्लास में लड़कियां मेरे बगल में बैठती थी और बैठते ही अपना हाथ मेरी पैंट के अंदर घुसा देती थी। कभी लण्ड अंदर ही अंदर पकड़ कर सहलाया करती थी और कभी कभी लण्ड पूरा का पूरा बाहर निकाल कर सहलाती थी । क्लास की भोसड़ी वाली कोई ऐसी लड़की नहीं थी जिसने मेरा लण्ड पकड़ा न हो ? लड़कियों में मेरा लण्ड पकड़ने की होड़ लगी रहती थी। इसका ख़ास कारण यह था की मेरा लण्ड कॉलेज में सबसे बड़ा था और सबसे मोटा था।
मुझे यह बात कई लड़कियों ने बताई और साफ़ साफ़ कहा की कॉलेज में किसी मादर चोद का लण्ड इतना बड़ा नहीं है, इतना मोटा भी नहीं है राका जितना बड़ा और मोटा तेरा लण्ड है ? यहाँ की हर लड़की तेरे लण्ड की दीवानी है भोसड़ी के राका ? मेरा ही नहीं बाला, माला, सना, रूबी, रूपा, कविता, पूजा, काजल सबका यही कहना है। हम लड़कियां जब भी बात करती है तो तेरे लण्ड की बात जरूर करती है। सब बहन चोद तेरा लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ना चाहती है। कुछ लड़कियां तो तुमसे अपनी माँ चुदाने को तैयार है, राका ?
तुम एक बार हां कर दो बस चुदाने वालों की तो लाईन लग जाएगी ? फिर लड़कियां चोदो और लड़कियों की माँ चोदो, लड़कियां चोदो और लड़कियों की बहन चोदो ? बुर चोदो, चूत चोदो, चूंची चोदो, गांड चोदो, मुंह चोदो, जो चाहो चोदो ? माँ बेटी बहन बहू सास सब की सब बुर चोदी अपनी चूत तेरे लिए खोल देंगीं। तेरी तो लाटरी खुल जाएगी, भोसड़ी के राका ?
लड़कियों की ऐसी बातें सुनकर मेरे लण्ड में तूफ़ान आ जाता और फिर या तो मैं खुद मुठ्ठ मार लेता या फिर किसी लड़की से मुठ्ठ मरवा लेता। मुझे लड़कियों से मुठ्ठ मरवाने में ज्यादा मज़ा आता क्योंकी वो सब मुठ्ठ मार कर मेरा लण्ड पीती थी और झड़ता हुआ लण्ड चाट चाट कर साफ कर देती थी। जब से कॉलेज छूटा तो यह सुविधा भी चली गयी ।
उसके बाद एक बार मैंने एक दोस्त की नयी नयी बीवी चोदी। बस उसी दिन से मुझे नयी नयी बीवी चोदने का शौक पैदा हो गया।
मैं आरती पर मर मिटा। मेरा लौड़ा पागल हो रहा था। तब तक अमर बोला सर मैं एक बात आपसे कहना चाहता हूँ मैंने कहा हां बोलो न क्या कहना चाहते हो ? तब उसने कहा सर आज आप मेरी बीवी के साथ रात गुज़ारें ? मैं यह सुन कर हैरान हो गया मैंने कहा यार तेरी बीवी क्या सोंचेगी ? वह बोला अरे सर यह इच्छा मेरी बीवी की ही है और मैं उसकी हर इच्छा पूरी करता हूँ। तब तक आरती मेरे सामने आ गयी ? वह बोली क्या आप मेरे साथ नहीं रहना चाहते ? मैंने कहा अरे आरती आपके साथ कौन नहीं रहना चाहेगा ? मैं तैयार हूँ। बस वह मुझे अपने बेड रूम में ले गयी । अमर ने कहा तब तक मैं डिनर का इंतज़ाम करने जा रहा हूँ। वह चला गया। इधर आरती मुझसे लिपट गयी और मेरा बार बार चूमा लेने लगी बोली यार मैंने तेरे बदन से खेलना चाहती हूँ।
मैं तेरे आगे नंगी होना चाहती हूँ। तुझे नंगा करना चाहती हूँ। मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ राका। प्लीज एक बार मुझे अपना लण्ड पकड़ा कर देखो, एक बार मुझे चोद कर देखो, मेरे राजा। मैं ज़िन्दगी भर तेरी गुलामी करूंगी ?
मेरा हाथ एकाएक उसकी चूंचियों पर चला गया और वह भी मेरा लण्ड खखोने लगी। मैंने उसका ब्लाउज़ खोल दिया, उसकी ब्रा उतार दी। तब उसने अपनी नंगी चूंचियां मुझे पकड़ा दी। मैं भी मस्त होने लगा। फिर उसने मेरे कपडे उतारना शुरू किया। मेरी कमीज, फिर बनियाइन, फिर पैंट उतार दी। अब मैं केवल चड्ढी में आ गया। पेंट के ऊपर से ही वह मेरा लण्ड सहलाने लगी और बोली हाय राका लगता है तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा जबरदस्त है। मेरी चूत का हलवा बनां देगा तेरा लण्ड मादर चोद ? उसकी बातें सुनकर मेरा लण्ड और खूखार हो गया।
जब आरती ने मेरी चड्ढी खोली तो लण्ड फनफनाकर उसके सामने खड़ा हो गया। वह बोली हाय दईया, कितना मोटा ताज़ा है तेरा लण्ड राका ? मेरी उम्मीद से ज्यादा निकला भोसड़ी का तेरा लण्ड ? वह मेरा लण्ड चूमने लगी। कई बार चुम्मी ली मेरे लण्ड की तो लण्ड और सख्त हो गया। वह बोली राका तेरा लण्ड लगभग साढ़े आठ इंच का है ? मैंने कहा यार आरती बिना नापे तुम कैसे बता सकती हो ? वह बोली मैंने कॉलेज के दिनों में दर्जनो लड़कों के लण्ड पकडे है और मुझे सबके लण्ड का साइज़ मालूम है। मेरी मुठ्ठी लण्ड की नाप ले लेती है। मैंने शादी के बाद अपने हसबैंड के अलावा किसी और का लौड़ा नहीं पकड़ा ? मैं पराये मर्दों के लण्ड पकड़ने के लिए तरस रही हूँ यार ?
ऐसा कह कर वह लण्ड चाटने लगी, चूसने लगी मेरा लण्ड। उधर मैं भी चाटने लगा उसकी बुर ? मुझे आरती की चूत बड़ी चकाचक लग रही थी। उसकी मोटी मोटी जांघे बड़ी अच्छी थी उसकी मस्त बाहें बड़ी सेक्सी थी। मैं उसके बदन पर फ़िदा हो गया और फिर मैं नहीं रुका। मेरा लण्ड उसकी चूत में गप्प से घुस गया और मैं निश्चिन्त हो कर चोदने लगा । बहुत दिनों के बाद आज मुझे एक अच्छी चूत चोदने का मौक़ा मिल रहा था। मैं गचागच चोदे चला जा रहा था। बार बार पूरा लण्ड बाहर निकालता और फिर अंदर घुसेड़ देता। फिर वह बोली यार अब तुम मुझे पीछे से कुत्ते की तरह चोदो समझ लो मैं तेरी कुतिया हूँ। मुझे उस अरह भी चोदने में मज़ा आया। फिर वह मुझे नीचे लिटा कर मेरे लण्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। तब मैं जान गया की आरती बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ बीवी है। इसे इतना मज़ा आ रहा है की यह एक बार नहीं कई बार चुदवायेगी मुझसे भोसड़ी वाली ? मुझे क्या मैं तो चोदता ही रहूँगा।
मैं फिर एक बार उसके ऊपर चढ़ बैठा । मैंने फिर ठान लिया की अब मैं इसकी बुर ढीली करके ही दम लूंगा ? मैंने गचागच धचाधच फिर चोदना शुरू किया। १०/१२ धक्कों में ही वह बोली यार राका मैं तो अब खलास होने वाली हूँ .मैंने कहा अभी क्या तू बुर चोद और चुदवा मुझसे ? मैं अभी तेरी बुर की गांड में दम कर दूंगा ? भरता बना दूंगा तेरी चूत का आरती ? वह बोली अरे मेरा राजा भरता तो बन गयी मेरी चूत ? मैं तो हो गयी ढीली अब ला मैं तेरे लण्ड का सड़का मार दूँ। उसने लण्ड मुठ्ठी में लिया और मारने लगी सड़का तब कहीं जाकर मैं झड़ा ? लेकिन जिस तरह से आरती ने मेरा झड़ता हुआ लण्ड पिया और उसे चाटा वह वाकई कबीले तारीफ था ।
तब तक अमर आ गया। अमर मेरे ही कंपनी में काम करता है। मैंने उसकी रिपोर्ट अच्छी बना दी तो उसका प्रमोसन हो गया और वह ट्रांसफर पर दिल्ली चला गया। आरती के जाने का मुझे दुःख हुआ क्योंकि मुझे उसकी बुर चोदने में बड़ा मज़ा आया था। कुछ दिन बाद मेरी भी शादी हो गयी। मेरी बीवी भी खूबसूरत है और मैंने भी उसे बड़े प्रेम से चोदा। इधर मेरा भी ट्रांसफर कलकत्ता हो गया। कलकत्ते में मैं जहाँ रहता था वहीँ पड़ोस में शिल्पा नाम की एक शादीशुदा औरत रहती थी। उसको देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता था। उसकी बड़ी बड़ी आँखें तिरछी नज़र, बड़ी बड़ी चूंचियां, उभरे हुए चूतड़, पतली कमर और गोरे गोरे गाल उस पर गुलाबी होंठ सब कुछ मुझे बड़ा अच्छा लगता था। वह भी मुझे देखती थी और मैं भी उसे ?
मन करता था की अभी इसके हाथ में पकड़ा दूँ लण्ड, अभी इसके मुंह में ठूँस दूँ लण्ड, अभी इसकी चूत में पेल दूँ लण्ड,
अभी इसकी गांड में घुसा दूँ लण्ड, अभी इसकी चूंचियों के बीच घुसेड़ दूँ लण्ड ?
बस मैंने उससे जान पहचान बढ़ानी शुरू कर दी और उसके घर आने जाने लगा। तब मुझे मालूम हुआ की उसका हसबैंड अक्सर टूर पर चला जाता है।
एक दिन मैं उसके घर पहुँच गया तो वह अकेली थी। उसने मुस्कराकर मेरा स्वागत किया और प्यार से बैठाया फिर बोली आप क्या पियेंगें ? मैंने कहा भाभी आप जो पिलायेंगी मैं वही पी लूंगा। तब वह बोलीं व्हिस्की पियोगे मैंने हां कर दी। बस हम दोनों दारू पीने लगे । इतने में भाभी ने मेरी तरफ एक सिगरेट बढ़ा दी मैंने ले ली। उसने पहले मेरी सिगरेट जलायी और फिर अपनी ? वह बड़ी अदा से सिगरेट पीने लगी और बातें करने लगी।
एक दिन शिल्पा भाभी मेरी बीवी रेणुका से मिली । दोनों में दोस्ती हो गयी। लेकिन उसने यह नहीं बताया की मैं राका से चुदवाती हूँ।
मैं फिर एक दिन शिल्पा के घर पहुँच गया। तब भाभी बोली :- देखो राका तुम एक अच्छे मर्द हो। तुझे खुदा ने एक बढ़िया लण्ड दिया है। तुम बुर भी बहुत अच्छी तरह चोद लेते हो लेकिन तुझे उतनी बुर नहीं मिलती जितनी तुम चोदना चाहते हो ?
मैंने कहा :- हां भाभी आप बिलकुल ठीक कह रही है
वह बोली :- देख राका, यहाँ बुर के बदले मिलती है बुर, और लण्ड के बदले मिलता है लण्ड . यानी अपनी बीवी की बुर दो और सबकी बीवियों की बुर लो। यही मैं भी करती हूँ। अपने मियाँ का लण्ड देती हूँ और सबके मियां का लण्ड लेती हूँ। यानी एक बुर दो तो कई बुर चोदो और एक लण्ड दो तो कई लण्ड से चुदवाओ ? इससे अच्छी सेक्स लाइफ और क्या हो सकती है, राका ? मैंने तेरी बीवी को तैयार कर दिया है । अब तेरी बीवी तुम्हे दूसरों की बीवियों की बुर चोदने देगी ? बल्कि वह अपने सामने ही तुमसे दूसरों की बीवियां चुदवायेगी। यही काम तुम करो। अपनी बीवी को सबसे चुदवाने दो। बल्कि तुम खुद अपनी बीवी दूसरों से अपने सामने चुदवाओ। मैं और मेरा हसबैंड यही करता है। हमारे ग्रुप के सारे मर्द बीवियों की अदला बदली करके चोदते है और बीवियां मर्दों की अदला बदली करके चुदवाती है ? इसलिये राका तू भोसड़ी का अपनी बीवी चुदवाया कर ?
मैंने कहा अरे भाभी आपने तो मेरी आँखे खोल दी। अब मैं आज से अपनी बीवी चुदवाना शुरू कर देता हूँ। आज ही तेरा पति मेरे सामने मेरी बीवी चोदेगा और मैं तेरे पति के सामने तुम्हे चोदूंगा, मेरी मस्तानी भाभी ?
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त
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मेरा लण्ड |
मेरे दोस्त अमर को जाने कहाँ से यह बात मालूम हो गयी की मुझे लोगों की बीवियां चोदने का शौक है। मैं उन लोगों की बीवियां चोदता हूँ जिनकी नयी नयी शादी होती है . अमर की भी नयी नयी शादी हुई है। आज उसने मुझे डिनर पर बुलाया है । मैं जैसे ही पहुंचा तो सबसे पहले उसने मुझे अपनी बीवी से मिलवाया। वह बोला सर ये है मेरी बीवी मिसेज आरती खन्ना । मेरी शादी अभी ६ महीने पहले ही हुई है। मैं आरती को बड़ी देर तक देखता रहा क्योंकि वह मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। उसे देख कर मैं बहुत खुश हुआ और सबसे ज्यादा तो खुश हुआ मेरी दो टांगों के बीच में रहने वाला मेरा 'लण्ड' ? वो तो आरती को देखते ही छलाँगें मारने लगा। अच्छा हुआ की मेरी पैंट की जिप बंद थी नहीं तो भोसड़ी का उछल कर बाहर निकल आता ?
हां दोस्तों, मैं अभी भी पैंट के नीचे अंडरबियर नहीं पहनता ? जानते हो क्यों ? कॉलेज के दिनों में मेरी क्लास की लड़कियों ने कहा था की राका तुम अंडरबियर मत पहना करो क्योंकि मुझे तेरा लण्ड पकड़ने में दिक्कत होती है। असली बात यह है की क्लास में लड़कियां मेरे बगल में बैठती थी और बैठते ही अपना हाथ मेरी पैंट के अंदर घुसा देती थी। कभी लण्ड अंदर ही अंदर पकड़ कर सहलाया करती थी और कभी कभी लण्ड पूरा का पूरा बाहर निकाल कर सहलाती थी । क्लास की भोसड़ी वाली कोई ऐसी लड़की नहीं थी जिसने मेरा लण्ड पकड़ा न हो ? लड़कियों में मेरा लण्ड पकड़ने की होड़ लगी रहती थी। इसका ख़ास कारण यह था की मेरा लण्ड कॉलेज में सबसे बड़ा था और सबसे मोटा था।
मुझे यह बात कई लड़कियों ने बताई और साफ़ साफ़ कहा की कॉलेज में किसी मादर चोद का लण्ड इतना बड़ा नहीं है, इतना मोटा भी नहीं है राका जितना बड़ा और मोटा तेरा लण्ड है ? यहाँ की हर लड़की तेरे लण्ड की दीवानी है भोसड़ी के राका ? मेरा ही नहीं बाला, माला, सना, रूबी, रूपा, कविता, पूजा, काजल सबका यही कहना है। हम लड़कियां जब भी बात करती है तो तेरे लण्ड की बात जरूर करती है। सब बहन चोद तेरा लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ना चाहती है। कुछ लड़कियां तो तुमसे अपनी माँ चुदाने को तैयार है, राका ?
तुम एक बार हां कर दो बस चुदाने वालों की तो लाईन लग जाएगी ? फिर लड़कियां चोदो और लड़कियों की माँ चोदो, लड़कियां चोदो और लड़कियों की बहन चोदो ? बुर चोदो, चूत चोदो, चूंची चोदो, गांड चोदो, मुंह चोदो, जो चाहो चोदो ? माँ बेटी बहन बहू सास सब की सब बुर चोदी अपनी चूत तेरे लिए खोल देंगीं। तेरी तो लाटरी खुल जाएगी, भोसड़ी के राका ?
लड़कियों की ऐसी बातें सुनकर मेरे लण्ड में तूफ़ान आ जाता और फिर या तो मैं खुद मुठ्ठ मार लेता या फिर किसी लड़की से मुठ्ठ मरवा लेता। मुझे लड़कियों से मुठ्ठ मरवाने में ज्यादा मज़ा आता क्योंकी वो सब मुठ्ठ मार कर मेरा लण्ड पीती थी और झड़ता हुआ लण्ड चाट चाट कर साफ कर देती थी। जब से कॉलेज छूटा तो यह सुविधा भी चली गयी ।
उसके बाद एक बार मैंने एक दोस्त की नयी नयी बीवी चोदी। बस उसी दिन से मुझे नयी नयी बीवी चोदने का शौक पैदा हो गया।
मैं आरती पर मर मिटा। मेरा लौड़ा पागल हो रहा था। तब तक अमर बोला सर मैं एक बात आपसे कहना चाहता हूँ मैंने कहा हां बोलो न क्या कहना चाहते हो ? तब उसने कहा सर आज आप मेरी बीवी के साथ रात गुज़ारें ? मैं यह सुन कर हैरान हो गया मैंने कहा यार तेरी बीवी क्या सोंचेगी ? वह बोला अरे सर यह इच्छा मेरी बीवी की ही है और मैं उसकी हर इच्छा पूरी करता हूँ। तब तक आरती मेरे सामने आ गयी ? वह बोली क्या आप मेरे साथ नहीं रहना चाहते ? मैंने कहा अरे आरती आपके साथ कौन नहीं रहना चाहेगा ? मैं तैयार हूँ। बस वह मुझे अपने बेड रूम में ले गयी । अमर ने कहा तब तक मैं डिनर का इंतज़ाम करने जा रहा हूँ। वह चला गया। इधर आरती मुझसे लिपट गयी और मेरा बार बार चूमा लेने लगी बोली यार मैंने तेरे बदन से खेलना चाहती हूँ।
मैं तेरे आगे नंगी होना चाहती हूँ। तुझे नंगा करना चाहती हूँ। मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हूँ राका। प्लीज एक बार मुझे अपना लण्ड पकड़ा कर देखो, एक बार मुझे चोद कर देखो, मेरे राजा। मैं ज़िन्दगी भर तेरी गुलामी करूंगी ?
मेरा हाथ एकाएक उसकी चूंचियों पर चला गया और वह भी मेरा लण्ड खखोने लगी। मैंने उसका ब्लाउज़ खोल दिया, उसकी ब्रा उतार दी। तब उसने अपनी नंगी चूंचियां मुझे पकड़ा दी। मैं भी मस्त होने लगा। फिर उसने मेरे कपडे उतारना शुरू किया। मेरी कमीज, फिर बनियाइन, फिर पैंट उतार दी। अब मैं केवल चड्ढी में आ गया। पेंट के ऊपर से ही वह मेरा लण्ड सहलाने लगी और बोली हाय राका लगता है तेरा लण्ड भोसड़ी का बड़ा जबरदस्त है। मेरी चूत का हलवा बनां देगा तेरा लण्ड मादर चोद ? उसकी बातें सुनकर मेरा लण्ड और खूखार हो गया।
जब आरती ने मेरी चड्ढी खोली तो लण्ड फनफनाकर उसके सामने खड़ा हो गया। वह बोली हाय दईया, कितना मोटा ताज़ा है तेरा लण्ड राका ? मेरी उम्मीद से ज्यादा निकला भोसड़ी का तेरा लण्ड ? वह मेरा लण्ड चूमने लगी। कई बार चुम्मी ली मेरे लण्ड की तो लण्ड और सख्त हो गया। वह बोली राका तेरा लण्ड लगभग साढ़े आठ इंच का है ? मैंने कहा यार आरती बिना नापे तुम कैसे बता सकती हो ? वह बोली मैंने कॉलेज के दिनों में दर्जनो लड़कों के लण्ड पकडे है और मुझे सबके लण्ड का साइज़ मालूम है। मेरी मुठ्ठी लण्ड की नाप ले लेती है। मैंने शादी के बाद अपने हसबैंड के अलावा किसी और का लौड़ा नहीं पकड़ा ? मैं पराये मर्दों के लण्ड पकड़ने के लिए तरस रही हूँ यार ?
ऐसा कह कर वह लण्ड चाटने लगी, चूसने लगी मेरा लण्ड। उधर मैं भी चाटने लगा उसकी बुर ? मुझे आरती की चूत बड़ी चकाचक लग रही थी। उसकी मोटी मोटी जांघे बड़ी अच्छी थी उसकी मस्त बाहें बड़ी सेक्सी थी। मैं उसके बदन पर फ़िदा हो गया और फिर मैं नहीं रुका। मेरा लण्ड उसकी चूत में गप्प से घुस गया और मैं निश्चिन्त हो कर चोदने लगा । बहुत दिनों के बाद आज मुझे एक अच्छी चूत चोदने का मौक़ा मिल रहा था। मैं गचागच चोदे चला जा रहा था। बार बार पूरा लण्ड बाहर निकालता और फिर अंदर घुसेड़ देता। फिर वह बोली यार अब तुम मुझे पीछे से कुत्ते की तरह चोदो समझ लो मैं तेरी कुतिया हूँ। मुझे उस अरह भी चोदने में मज़ा आया। फिर वह मुझे नीचे लिटा कर मेरे लण्ड पर बैठ कर चुदवाने लगी। तब मैं जान गया की आरती बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ बीवी है। इसे इतना मज़ा आ रहा है की यह एक बार नहीं कई बार चुदवायेगी मुझसे भोसड़ी वाली ? मुझे क्या मैं तो चोदता ही रहूँगा।
मैं फिर एक बार उसके ऊपर चढ़ बैठा । मैंने फिर ठान लिया की अब मैं इसकी बुर ढीली करके ही दम लूंगा ? मैंने गचागच धचाधच फिर चोदना शुरू किया। १०/१२ धक्कों में ही वह बोली यार राका मैं तो अब खलास होने वाली हूँ .मैंने कहा अभी क्या तू बुर चोद और चुदवा मुझसे ? मैं अभी तेरी बुर की गांड में दम कर दूंगा ? भरता बना दूंगा तेरी चूत का आरती ? वह बोली अरे मेरा राजा भरता तो बन गयी मेरी चूत ? मैं तो हो गयी ढीली अब ला मैं तेरे लण्ड का सड़का मार दूँ। उसने लण्ड मुठ्ठी में लिया और मारने लगी सड़का तब कहीं जाकर मैं झड़ा ? लेकिन जिस तरह से आरती ने मेरा झड़ता हुआ लण्ड पिया और उसे चाटा वह वाकई कबीले तारीफ था ।
तब तक अमर आ गया। अमर मेरे ही कंपनी में काम करता है। मैंने उसकी रिपोर्ट अच्छी बना दी तो उसका प्रमोसन हो गया और वह ट्रांसफर पर दिल्ली चला गया। आरती के जाने का मुझे दुःख हुआ क्योंकि मुझे उसकी बुर चोदने में बड़ा मज़ा आया था। कुछ दिन बाद मेरी भी शादी हो गयी। मेरी बीवी भी खूबसूरत है और मैंने भी उसे बड़े प्रेम से चोदा। इधर मेरा भी ट्रांसफर कलकत्ता हो गया। कलकत्ते में मैं जहाँ रहता था वहीँ पड़ोस में शिल्पा नाम की एक शादीशुदा औरत रहती थी। उसको देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता था। उसकी बड़ी बड़ी आँखें तिरछी नज़र, बड़ी बड़ी चूंचियां, उभरे हुए चूतड़, पतली कमर और गोरे गोरे गाल उस पर गुलाबी होंठ सब कुछ मुझे बड़ा अच्छा लगता था। वह भी मुझे देखती थी और मैं भी उसे ?
मन करता था की अभी इसके हाथ में पकड़ा दूँ लण्ड, अभी इसके मुंह में ठूँस दूँ लण्ड, अभी इसकी चूत में पेल दूँ लण्ड,
अभी इसकी गांड में घुसा दूँ लण्ड, अभी इसकी चूंचियों के बीच घुसेड़ दूँ लण्ड ?
बस मैंने उससे जान पहचान बढ़ानी शुरू कर दी और उसके घर आने जाने लगा। तब मुझे मालूम हुआ की उसका हसबैंड अक्सर टूर पर चला जाता है।
एक दिन मैं उसके घर पहुँच गया तो वह अकेली थी। उसने मुस्कराकर मेरा स्वागत किया और प्यार से बैठाया फिर बोली आप क्या पियेंगें ? मैंने कहा भाभी आप जो पिलायेंगी मैं वही पी लूंगा। तब वह बोलीं व्हिस्की पियोगे मैंने हां कर दी। बस हम दोनों दारू पीने लगे । इतने में भाभी ने मेरी तरफ एक सिगरेट बढ़ा दी मैंने ले ली। उसने पहले मेरी सिगरेट जलायी और फिर अपनी ? वह बड़ी अदा से सिगरेट पीने लगी और बातें करने लगी।
- मैंने कहा भाभी आज आप बहुत खूबसूरत लग रही है ? आपकी आँखे, आपका चेहरा, आपके गाल और मदमाते होंठ बहुत प्यारे लग रहें है ?
- वहसिगरेट का धुंआ निकालती हुई बोलीं बस इतना ही ? तुम्हे और कुछ नहीं दिख रहा है क्या ?
- दिख तो बहुत रहा है भाभी पर कहने की हिम्मत नहीं हो रही है ? कहीं आप बुरा न मान जाएँ ?
- बुरा मानने वाली की माँ का भोसड़ा ? तुम बताओ न तुम्हारी गांड क्यों फट रही है भोसड़ी के राका ? ( मुझे तो ऐसा लगा की जैसे मेरे मन की मुराद पूरी हो गयी )
- मैंने कहा भाभी आपकी चूंचियां बड़ी मस्त और सेक्सी लग रही है ।
- वह मुस्कराकर बोली चूंचियों के अलावा भी कुछ और दिखाऊँ तझे ?
- हां हां भाभी मैं तो आज इसीलिए आया हूँ।
- अच्छा, तो फिर सीधे सीधे क्यों नहीं कहते की तुम मुझे अकेले में चोदने आये हो ?
- अरे नहीं भाभी मैं आपकी इच्छा के खिलाप कुछ नहीं करूंगा। माफ़ी चाहता हूँ मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं है ?
- पर मेरा तो चुदाने इरादा है भोसड़ी के ? मैं तो तेरा लण्ड देखना चाहती हूँ।
- वाओ, क्या आप सच कह रही है शिल्पा भाभी ?
- देख राका, मैं शराब के साथ सिगरेट पीती हूँ और लण्ड भी पीती हूँ। मेरी सभी सहेलियां ऐसी ही है ? हम जब एक साथ मिलती है तो कमरे में तीन चीज होती है पहला शराब, दूसरा सिगरेट और तीसरा लण्ड ? सबके हाथ में शराब, सिगरेट और लण्ड होता है। ये तीनो चीजें हम लोग अदल बदल कर पीती रहती है। शराब का गिलास बदल लेती हूँ और पीती हूँ, सिगरेट बदल लेती हूँ और पीती हूँ, लण्ड बदल लेती हूँ और पीती हूँ। मैं बड़ी ऐय्यास हूँ राका ? और यहाँ कलकत्ता में तुम्हे हर औरत अंदर से ऐय्यास मिलेगी ? हर औरत के अंदर जबरदस्त सेक्स है ? अंदर से बड़ी हॉट और सेक्सी होती हैं यहाँ की लड़कियां ? यहाँ की लड़कियां बुर चोदी १८ साल की उम्र से ही लण्ड पकड़ने लगती है और फिर एक दिन हिम्मत करके चुदवाने लगती है। इनमे से कुछ लड़कियां अपनी माँ भी चुदवाने लगती है। ऐसे में लड़कियों को खुद चुदवाने की पूरी आज़ादी मिल जाती है। यहाँ कोई भी जवान लड़की बिना लण्ड के नहीं रह सकती ?
एक दिन शिल्पा भाभी मेरी बीवी रेणुका से मिली । दोनों में दोस्ती हो गयी। लेकिन उसने यह नहीं बताया की मैं राका से चुदवाती हूँ।
मैं फिर एक दिन शिल्पा के घर पहुँच गया। तब भाभी बोली :- देखो राका तुम एक अच्छे मर्द हो। तुझे खुदा ने एक बढ़िया लण्ड दिया है। तुम बुर भी बहुत अच्छी तरह चोद लेते हो लेकिन तुझे उतनी बुर नहीं मिलती जितनी तुम चोदना चाहते हो ?
मैंने कहा :- हां भाभी आप बिलकुल ठीक कह रही है
वह बोली :- देख राका, यहाँ बुर के बदले मिलती है बुर, और लण्ड के बदले मिलता है लण्ड . यानी अपनी बीवी की बुर दो और सबकी बीवियों की बुर लो। यही मैं भी करती हूँ। अपने मियाँ का लण्ड देती हूँ और सबके मियां का लण्ड लेती हूँ। यानी एक बुर दो तो कई बुर चोदो और एक लण्ड दो तो कई लण्ड से चुदवाओ ? इससे अच्छी सेक्स लाइफ और क्या हो सकती है, राका ? मैंने तेरी बीवी को तैयार कर दिया है । अब तेरी बीवी तुम्हे दूसरों की बीवियों की बुर चोदने देगी ? बल्कि वह अपने सामने ही तुमसे दूसरों की बीवियां चुदवायेगी। यही काम तुम करो। अपनी बीवी को सबसे चुदवाने दो। बल्कि तुम खुद अपनी बीवी दूसरों से अपने सामने चुदवाओ। मैं और मेरा हसबैंड यही करता है। हमारे ग्रुप के सारे मर्द बीवियों की अदला बदली करके चोदते है और बीवियां मर्दों की अदला बदली करके चुदवाती है ? इसलिये राका तू भोसड़ी का अपनी बीवी चुदवाया कर ?
मैंने कहा अरे भाभी आपने तो मेरी आँखे खोल दी। अब मैं आज से अपनी बीवी चुदवाना शुरू कर देता हूँ। आज ही तेरा पति मेरे सामने मेरी बीवी चोदेगा और मैं तेरे पति के सामने तुम्हे चोदूंगा, मेरी मस्तानी भाभी ?
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