उस दिन रात के १२ बजे जब मैंने मौसी के कमरे में खिड़की से झाँक कर देखा तो बस देखती ही रह गयी . वह एकदम निःवस्त्र थी . उसके बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था . उस दिन मैंने पहली बार अपने अलावा किसी और स्त्री को एकदम नंगी देखा . उसकी चिकनी चबूतरे जैसी चूत देख कर मैं बहुत खुश भी हुई और हैरान भी ? मुझे अच्छा भी लगा और जलन भी होने लगी ? मैं सोंचने लगी की इतनी चिकनी, उभरी हुई और खूबसूरत चूत मेरी क्यों नहीं है, बहन चोद ? उसकी चूंचियां भी मेरी चूंचियों से बड़ी है . उसके चूतड़ भी मुझसे बड़े बड़े है लेकिन कमर बिलकुल मेरे बराबर है ? रंग मेरी ही तरह गोरा है और उसकी कजरारी आँखे भी मेरी आँखों से मेल खाती है . हां उसकी गांड और मेरी गांड में कुछ फरक जरुर है .
मेरा नाम रज्जो है। मैं मौसी के पास रह कर अपनी पी जी की पढ़ाई कर रही हूँ। मेरी उम्र २२ साल की है। मैं भी बहुत खूबसूरत हूँ। मेरी भी चूंचियां सेक्सी है सुडौल है और मस्त है। मैं एक खिड़की पर बैठी हुई अपनी बुर चोदी मौसी की मस्तानी करतूत देख रही हूँ। हां मेरे भी बदन में आग लग चुकी है। अब मैंने अपनी आँखे गड़ा दी है। देखती हूँ की आगे क्या हो रहा है ? मेरी शन्नो मौसी बेहद सुन्दर है। इसमें दो राय नहीं है। उसकी उम्र २८ साल की है। शादी अभी नहीं की है। वह बहुत पढ़ी लिखी है और एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती है। बड़ी खुश मिज़ाज़ है और हंस कर बातें करती है। जिसे एक बार अपनी तिरछी निगाह से देख लेती है वो तो तुरंत घायल हो जाता है। उसके लण्ड में तुरंत हलचल होने लगती है। चलिए अंदर देखें क्या हल चल हो रही है ?
मैंने देखा की एकदम से एक काला जवान लड़का एकदम नंगा अपना लौड़ा खड़ा किये हुए मौसी की ओर बढ़ा और मौसी ने अपना हाथ बढाकर मुस्कराते हुए उसका लौड़ा पकड़ लिया। लौड़ा साला बड़ा जबरदस्त था। मैंने गोरा लण्ड तो देखा है लेकिन काला लण्ड आज पहली बार देख रही हूँ। उसका सुपाड़ा एकदम निकला हुआ है और चम चमा रहा है । मैं समझती हूँ की सुपाड़ा ही बहन चोद ३/४" का होगा ? इतना बड़ा लौड़ा एक लड़के का होगा मैं सोंच भी नहीं सकती थी। मेरी चूत तो गीली हो गयी और मेरे मुंह से लार टपकने लगी । बिना झांट का लण्ड बड़ा सुन्दर लग रहा था मुझे। मौसी तो उसे जबान निकाल कर चाटने लगी लण्ड और मैं एकटक उसे देखने लगी। फिर मौसी लौड़ा मुंह में बार बार घुसेड़ कर चूसने लगी।
बस ५ मिनट में ही डोर बेल बज उठी। मेरा मन हुआ की मैं खुद दरवाजा खोलूं और उसका लण्ड पकड़ कर मौसी के पास आ जाऊं लेकिन मैंने सोंचा की मेरी सारी पोल खुल जायेगी इसलिए मैं चुप चाप देखने लगी की अब क्या होने वाला है ? मौसी ने एक साल ओढ़ी और दरवाजा खोला। वह बोला यहाँ अली आया है मैं उसका दोस्त हूँ। मौसी ने उसे अंदर बुला लिया और सीधे कमरे में ले आयी। उसने अपनी साल फेंक दी और उसके सामने बिलकुल नंगी खड़ी हो गयी। अली बोला शन्नो मेम ये मिस्टर स्टोन है। जर्मनी में रहता है यहाँ घूमने आया है। मैं उसे देख कर ललचा गयी। इतना गोरा चिट्टा और तगड़ा तंदुरुस्त लड़का देख कर किसी की भी बुर गीली हो सकती है। मेरी तो हो ही गयी ?
स्टोन बोला यार अली तेरी शन्नो मेम तो बहुत सेक्सी है। इसका जिस्म पूरा का पूरा सेक्सी है। अली ने जबाब दिया यार तो फिर जुट जा न भोसड़ी के ले ले मज़ा इस बुर चोदी मेम का। स्टोन खुद ही अपने कपडे खोलने लगा और जब केवल चड्ढी रह गयी तो वह मौसी की तरफ लपका। मौसी की चूंचियों पर टूट पड़ा। वह दोनों हाथों से चूंचियां पकड़ कर अपना मुंह उसमे घुसेड़ दिया और चूमने लगा। उधर अली उसका भोसड़ा सहला रहा था। फिर अचानक मौसी ने उसकी चड्ढी खोल दी। स्टोन का टन टनाता हुआ लौड़ा दन्न से बाहर आ गया। मौसी ने उसे देखा तो बोली वाओ, ये भी साला बड़ा मोटा ताज़ा है यार ? लगता है तेरी माँ ने किसी तगड़े आदमी से चुदवाया था। इधर मेरा भी बदन आग में जलने लगा। मैं सोंचने लगी मौसी बुर चोदी कहाँ कहाँ से ढूंढ ढूंढ कर लाती है इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड ? फिर मौसी ने उसे नीचे लिटा दिया और उसकी टांगों के बीच झुक कर लौड़ा चूसने लगी। उसकी गांड उठी हुई थी। पीछे से अली अपना लौड़ा मौसी के भोसड़ में घुसेड़ दिया। मौसी लण्ड चूसते हुए चुदवाने लगी अपनी बुर ? मैं मन ही मन कह उठी यार मुकद्दर हो तो मौसी के जैसा। देखो न कितने सालिड दो दो लौड़ों से चुदवा रही है हरामजादी मेरी मौसी। मैं भी इधर अपने सारे कपडे उतार चुकी थी। दो ऊँगली अपनी बुर में घुसेड़ कर मौसी की बेशरम चुदाई देख कर मज़ा ले रही थी। मेरे सामने मौसी की ब्लू फ़िल्म चल रही थी। मौसी की चुदाई का लाईब शो हो रहा था और मैं अपने मोबाईल पर पूरा शो शूट कर रही थी। इतनी बढ़िया ब्लू फ़िल्म तैयार हो रही थी जिसका कोई जबाब नहीं ?
थोड़ी देर में गोरा लौड़ा भोसड़ा चोदने लगा और काला लौड़ा मौसी चूसने लगी।
मुझे दोनों लण्ड बेहद पसंद आये और उससे ज्यादा पसंद आयी मौसी की चबूतरा जैसी चूत, गुम्बद जैसी उठी हुई दोनों चूंचियां, और पहाड़ी जैसे दोनों मस्त चूतड़ ?
उस दिन मैं वही जम कर बैठी रही जब तक दोनों लण्ड झड़ नहीं गये ? पहले तो अली ने दनादन पिचकारी छोड़ीं मौसी के मुंह में और उसके बाद मौसी स्टोन का लौड़ा पकड़ कर उसका मुठ्ठ मारने लगी। २ मिनट में उसका लौड़ा भी उगलने लगा गाढ़ा गाढा वीर्य। मौसी गरम गरम आईस क्रीम की तरह वीर्य चाटने लगी और पीने लगी एक एक करके दोनों लण्ड ? कभी इसका लण्ड मुंह में कभी उसका लण्ड मुंह में ?
चुदाई के बाद मैं वहाँ से खसक गयी । तीनो बाथ रूम गये और फिर नहा धो कर बाहर निकले। उसके बाद मैंने दोनों को जाते हुये देखा। इधर मौसी एक गाउन पहन कर अंदर के कमरे में चली गयीं। तब मैं बाहर गयी और डोर बेल बजा दी। मौसी ने दरवाजा खोला और कहा आज लगता है रज्जो थोड़ी देर हो गयी तुम्हे। मैंने कहा हां मौसी मैं ज़रा एक सहेली के घर चली गयी थी। हम दोनों अंदर कमरे में बैठ कर गप्प करने लगी। मौसी ने कहा रज्जो थोडा व्हिस्की पियोगी मैंने कहा हां मौसी मैं तो तुमसे यही कहने वाली थी। फिर हम दोनों शराब का मज़ा लेने लगी। मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी। मैं बिलकुल बेशरम हो गयी और मौसी से खुल कर बातें करने के मूड में आ गयी।
मैंने कहा :- मौसी लोग तुमको बुर चोदी शन्नो कहते है ?
वह बोली :- हां कहते तो है पर तुमने कहा सूना रज्जो ?
मैंने कहा :- कहीं तो सुना है और तुमको बुर चोदी कहलवाने का शौक भी है।
वह बोली :- हां यह भी सच है। अब सुनो जो मुझे चोदने आता है मैं उसके मुंह से बुर चोदी शन्नो सुनना पसंद करती हूँ। मुझे सुनने में अच्छा लगता है और मेरे अंदर जोश भर जाता है।
मैं बोली :- तो मैं भी तुमको बुर चोदी शन्नो मौसी कहा करूँ ?
वह बोली :- तो क्या तुम मेरी बुर चुदोगी रज्जो ?
मैंने कहा :- हां चोद भी सकती हूँ और तेरी बुर चुदवा भी सकती हूँ।
बस इतने में हम दोनों हंस पड़ी
अचानक मौसी पेशाब करने चली गयी।
इतने में मैं अपने मोबाईल पर बात करने लगी।
मैं बोली - मादर चोद तू ज्यादा बक बक मत कर मुझसे नहीं तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी हाथ भर का लौड़ा। तेरी माँ का भोसड़ा साले ? तेरी बिटिया की बुर ? वो साला मेरा क्या उखाड़ लेगा . एक झांट भी टेढ़ी नहीं कर पायेगा मेरी, भोसड़ी वाला ,,,,,,,,,,,,,,,? ( मौसी आकर सामने बैठ गयी पर मैं बात करती रही ) क्या कहा उसका लौड़ा ९" का है तब तो वाकई मज़ा आ जायेगा ? तूने कभी चुदाया उससे ,,,,,,,,,,, अच्छा तो फट गयी क्या तेरी बुर ,,,,,,,,,,,,,,? अच्छा अच्छा बुर नहीं गांड फट गयी तेरी ,,,,,,? तुझे तो गांड मराने में मज़ा आता है न ,,,,,,,,,,,,,,? वो साल झांटू है गांडू है बहन चोद ,,,,,,,,? हां उसका लौड़ा छोटा भी है ,,,,,,,,,,,,,, मैं ऐसे लौड़ों से नहीं चुदवाती ,,,,,,,,,,वाओ, मेरी मौसी की चूत चोदेगा वो,,,,,,,,,,,, अरे मौसी के भोसड़ा में वो कहाँ खो जायेगा पता भी चलेगा ,,,,,,,? मुझे भी काला लौड़ा पसंद है ,,,,,,,,,,? हां हां दो क्या तीन तीन लण्ड पेलो डरती कौन है माँ की लौड़ी ,,,,,,,,,? कब चोदेगा ,,,,,,? आने वाले शनिवार को ,,,,,,,,,,, ठीक है चुदवा लूंगी ,,,,? ओके
मौसी मेरी बातें सुनकर दंग रह गयी ? इतनी निर्भीक और निडर गालियां उसने मेरे मुंह से पहली बार सुनी।
वह बोली :- अरी रज्जो कौन था वह ? किससे बात कर रही तू बहन चोद ? किसका लौड़ा छोटा है ? कौन चोदने आ रहा है तुझे शनिवार को ? किसका लौड़ा ९" का है ? वगैरह वगैरह ?
मैं समझ गयी की मैंने मौसी के भोसड़ा में आग लगा दी है।
मैंने कहा :- अरे मौसी कॉलेज के लड़के मुझे चोदना चाहते है। कुछ लोगों को मालूम हो गया कि मेरी मौसी अभी जवान है तो मेरी मौसी की बुर चोदना चाहते है। साले पता नहीं अपने आप को क्या समझते है मादर चोद ? ठीक से लौड़ा खड़ा तो होता नहीं चले है बुर चोदने ? मुझे तो छोटे लण्ड बिलकुल पसंद नहीं है मौसी ?
वह बोली :- मुझे भी नहीं पसंद है छोटा लण्ड ? पर वो ९" का लौड़ा कहाँ है ? किसका है ? वो मैं पेलना चाहती हूँ अपने चूत में ? मैं बहुत चुदासी हूँ रज्जो ? प्लीज उसे मेरी भी चूत में जरुर पेलना ?
मैंने कहा :- वो मेरे सर विक्रम का लौड़ा है। पकड़ा मैंने भी नहीं है अभी तक ? सिर्फ सुना है। अगर तुम उससे चुदवाने के लिए तैयार हो तो बुला लूं उसे ? मैं चुदाऊंगी तो मेरी चूत फट जायेगी मौसी ?
वह बोली :- अरी मेरी बुर चोदी रज्जो ? लौड़ा चाहे कितना बड़ा हो मोटा हो लेकिन चूत को फाड़ नहीं सकता ? खुदा ने चूत फाड़ने वाला लौड़ा किसी का बनाया ही नहीं अभी तक ? हां फैला सकता है चूत बस ? तभी तो चूत आगे चल कर भोसड़ा बन जाती है।
मौसी बोली यार रज्जो मैंने कभी कोई ब्लू फ़िल्म नहीं देखी ? हां चुदवाया बहुत है मैं तुमसे झूंठ नहीं बोलूंगी ? मेरे कॉलेज में बड़े अच्छे लड़के आतें है। मैं उनको पटा लेती हूँ और किसी दिन मौका पाकर उसका लौड़ा पकड़ लेती हूँ। लौड़ा अच्छा लगता है तो चुदवाती रहती हूँ नहीं तो उसे भूल जाती हूँ।
मैंने कहा :- मौसी मैं भी टीचरों के नजदीक जाने की कोशिश करती हूँ। फिर उनके घर जाती हूँ और उनके लण्ड मौका देख कर पकड़ लेती हूँ। इसी तरह मैंने विक्रम का लौड़ा पकड़ा था। और सुनो मौसी शनिवार परसों है। आज मैं तुम्हे ब्लू फ़िल्म दिखा सकती हूँ पर मेरी एक शर्त है।
वह बोली :- हां बोलो क्या शर्त है तेरी मैं ब्लू फ़िल्म देखने के लिए लालायित हूँ।
मैंने कहा :- मुझे अभी आज रात को ही एक बहुत बढ़िया लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ना है। तुम दे सकती हो ?
वह बोली :- हां मैं अभी एक मस्त लौड़ा तेरी बुर में घुसा कर मैं चोदूँगी तेरी चूत ? तू भोसड़ी की मुझे ब्लू फ़िल्म दिखा ? कहो तो एक नहीं दो लण्ड पेल दूं तेरी बुर में मेरी बहन चोद रज्जो ?
इतने में मौसी ने किसी को फोन किया और १० मिनट में कोई बाहर आ भी गया। मौसी उसे लेकर मेरे पास आ गयी और बोली लो रज्जो पकड़ो इस मादर चोद का लण्ड ? ये है मेरा चहेता स्टूडेंट सफीक ? और मेरा चहेता लण्ड ? आज मैं इसे तुम्हे सौंपती हूँ। पहले तुम दिखाओ इसे अपनी चूंचियां अपनी चूत अपनी गांड और अपने मस्त चूतड़ फिर देखो इसका टन टनाता हुआ लण्ड ? ऐसा कह कर मौसी मेरे ही कपडे उतारने लगी। देखते ही देखते मैं हो गयी पूरी नंगी ? फिर मौसी ने उसके कपडे उतारे। जब चड्ढी रह गयी तो मौसी रुक गयी और बोली ये तुम उतारोगी मेरी रज्जो। मुझे चड्ढी के ऊपर से ही उसके लण्ड के साईज़ का अंदाज़ा हो गया ? मैं मुस्कराई और झर्र से चड्ढी खींच ली। फिर क्या उसका लण्ड टन्न से मेरे मुंह पर लगा ? मैंने लण्ड मुठ्ठी में लिया और बोली वाओ, मौसी इतना बड़ा लण्ड और इतना बड़ा सुपाड़ा आज मैं पहली बार देख रही हूँ। सुपाड़ा तो बहन चोद बड़ा सेक्सी है। मैं घूम कर लण्ड चाटने लगी। सफीक मेरी बुर चाटने लगा । मौसी देखने लगी। फिर थोड़ी देर में मैं उठी और अपना मोबाईल उठाया। उसे टी वी से कनेक्ट किया और ब्लू फ़िल्म चला दी।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०- समाप्त
मेरा नाम रज्जो है। मैं मौसी के पास रह कर अपनी पी जी की पढ़ाई कर रही हूँ। मेरी उम्र २२ साल की है। मैं भी बहुत खूबसूरत हूँ। मेरी भी चूंचियां सेक्सी है सुडौल है और मस्त है। मैं एक खिड़की पर बैठी हुई अपनी बुर चोदी मौसी की मस्तानी करतूत देख रही हूँ। हां मेरे भी बदन में आग लग चुकी है। अब मैंने अपनी आँखे गड़ा दी है। देखती हूँ की आगे क्या हो रहा है ? मेरी शन्नो मौसी बेहद सुन्दर है। इसमें दो राय नहीं है। उसकी उम्र २८ साल की है। शादी अभी नहीं की है। वह बहुत पढ़ी लिखी है और एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती है। बड़ी खुश मिज़ाज़ है और हंस कर बातें करती है। जिसे एक बार अपनी तिरछी निगाह से देख लेती है वो तो तुरंत घायल हो जाता है। उसके लण्ड में तुरंत हलचल होने लगती है। चलिए अंदर देखें क्या हल चल हो रही है ?
मैंने देखा की एकदम से एक काला जवान लड़का एकदम नंगा अपना लौड़ा खड़ा किये हुए मौसी की ओर बढ़ा और मौसी ने अपना हाथ बढाकर मुस्कराते हुए उसका लौड़ा पकड़ लिया। लौड़ा साला बड़ा जबरदस्त था। मैंने गोरा लण्ड तो देखा है लेकिन काला लण्ड आज पहली बार देख रही हूँ। उसका सुपाड़ा एकदम निकला हुआ है और चम चमा रहा है । मैं समझती हूँ की सुपाड़ा ही बहन चोद ३/४" का होगा ? इतना बड़ा लौड़ा एक लड़के का होगा मैं सोंच भी नहीं सकती थी। मेरी चूत तो गीली हो गयी और मेरे मुंह से लार टपकने लगी । बिना झांट का लण्ड बड़ा सुन्दर लग रहा था मुझे। मौसी तो उसे जबान निकाल कर चाटने लगी लण्ड और मैं एकटक उसे देखने लगी। फिर मौसी लौड़ा मुंह में बार बार घुसेड़ कर चूसने लगी।
- मौसी बोली :- अली तेरा लौड़ा मुझे बेहद पसंद है। सरिता मेम ने ठीक ही कहा था कि अली का लौड़ा पकड़ोगी तो और सबके लौड़े भूल जाओगी ?
- वह बोला :- हां सरिता मेम तो मेरा लण्ड खूब चाटती है और मजे से बड़ी देर तक पीती रहती है।
- और कौन कौन पीती है तेरा लण्ड ?
- क्लास की लड़कियां तो मेरा लण्ड पीने के लिए लाईन लगा लेती है मेम ?
- मुझे मेम मत कहो भोसड़ी के ? मैं तेरा लण्ड चूस रही हूँ। मुझसे गाली देकर बात करो। मुझे बुर चोदी शन्नो कहो ? मादर चोद , बहन का लौड़ा शन्नो कहो ?
- हां बुर चोदी शन्नो तुम भी बहुत अच्छी तरह पीती हो लण्ड ?
- तुम्हे किसने बताया मेरे बारे में ?
- वही सरिता मेम ने ? उसने कहा जाओ और शन्नो को अपना लण्ड पिला कर देखो तुम्हे मज़ा आएगा तभी मैं चला आया। मुझे वाकई बड़ा मज़ा आ रहा है।
- मगर तेरा दोस्त नहीं आया अभी तक माँ का लौड़ा ?
- वह अभी आता ही होगा बहन चोद ? शायद किसी को अपना लौड़ा पिला रहा होगा ?
बस ५ मिनट में ही डोर बेल बज उठी। मेरा मन हुआ की मैं खुद दरवाजा खोलूं और उसका लण्ड पकड़ कर मौसी के पास आ जाऊं लेकिन मैंने सोंचा की मेरी सारी पोल खुल जायेगी इसलिए मैं चुप चाप देखने लगी की अब क्या होने वाला है ? मौसी ने एक साल ओढ़ी और दरवाजा खोला। वह बोला यहाँ अली आया है मैं उसका दोस्त हूँ। मौसी ने उसे अंदर बुला लिया और सीधे कमरे में ले आयी। उसने अपनी साल फेंक दी और उसके सामने बिलकुल नंगी खड़ी हो गयी। अली बोला शन्नो मेम ये मिस्टर स्टोन है। जर्मनी में रहता है यहाँ घूमने आया है। मैं उसे देख कर ललचा गयी। इतना गोरा चिट्टा और तगड़ा तंदुरुस्त लड़का देख कर किसी की भी बुर गीली हो सकती है। मेरी तो हो ही गयी ?
स्टोन बोला यार अली तेरी शन्नो मेम तो बहुत सेक्सी है। इसका जिस्म पूरा का पूरा सेक्सी है। अली ने जबाब दिया यार तो फिर जुट जा न भोसड़ी के ले ले मज़ा इस बुर चोदी मेम का। स्टोन खुद ही अपने कपडे खोलने लगा और जब केवल चड्ढी रह गयी तो वह मौसी की तरफ लपका। मौसी की चूंचियों पर टूट पड़ा। वह दोनों हाथों से चूंचियां पकड़ कर अपना मुंह उसमे घुसेड़ दिया और चूमने लगा। उधर अली उसका भोसड़ा सहला रहा था। फिर अचानक मौसी ने उसकी चड्ढी खोल दी। स्टोन का टन टनाता हुआ लौड़ा दन्न से बाहर आ गया। मौसी ने उसे देखा तो बोली वाओ, ये भी साला बड़ा मोटा ताज़ा है यार ? लगता है तेरी माँ ने किसी तगड़े आदमी से चुदवाया था। इधर मेरा भी बदन आग में जलने लगा। मैं सोंचने लगी मौसी बुर चोदी कहाँ कहाँ से ढूंढ ढूंढ कर लाती है इतने बढ़िया बढ़िया लण्ड ? फिर मौसी ने उसे नीचे लिटा दिया और उसकी टांगों के बीच झुक कर लौड़ा चूसने लगी। उसकी गांड उठी हुई थी। पीछे से अली अपना लौड़ा मौसी के भोसड़ में घुसेड़ दिया। मौसी लण्ड चूसते हुए चुदवाने लगी अपनी बुर ? मैं मन ही मन कह उठी यार मुकद्दर हो तो मौसी के जैसा। देखो न कितने सालिड दो दो लौड़ों से चुदवा रही है हरामजादी मेरी मौसी। मैं भी इधर अपने सारे कपडे उतार चुकी थी। दो ऊँगली अपनी बुर में घुसेड़ कर मौसी की बेशरम चुदाई देख कर मज़ा ले रही थी। मेरे सामने मौसी की ब्लू फ़िल्म चल रही थी। मौसी की चुदाई का लाईब शो हो रहा था और मैं अपने मोबाईल पर पूरा शो शूट कर रही थी। इतनी बढ़िया ब्लू फ़िल्म तैयार हो रही थी जिसका कोई जबाब नहीं ?
थोड़ी देर में गोरा लौड़ा भोसड़ा चोदने लगा और काला लौड़ा मौसी चूसने लगी।
मुझे दोनों लण्ड बेहद पसंद आये और उससे ज्यादा पसंद आयी मौसी की चबूतरा जैसी चूत, गुम्बद जैसी उठी हुई दोनों चूंचियां, और पहाड़ी जैसे दोनों मस्त चूतड़ ?
उस दिन मैं वही जम कर बैठी रही जब तक दोनों लण्ड झड़ नहीं गये ? पहले तो अली ने दनादन पिचकारी छोड़ीं मौसी के मुंह में और उसके बाद मौसी स्टोन का लौड़ा पकड़ कर उसका मुठ्ठ मारने लगी। २ मिनट में उसका लौड़ा भी उगलने लगा गाढ़ा गाढा वीर्य। मौसी गरम गरम आईस क्रीम की तरह वीर्य चाटने लगी और पीने लगी एक एक करके दोनों लण्ड ? कभी इसका लण्ड मुंह में कभी उसका लण्ड मुंह में ?
चुदाई के बाद मैं वहाँ से खसक गयी । तीनो बाथ रूम गये और फिर नहा धो कर बाहर निकले। उसके बाद मैंने दोनों को जाते हुये देखा। इधर मौसी एक गाउन पहन कर अंदर के कमरे में चली गयीं। तब मैं बाहर गयी और डोर बेल बजा दी। मौसी ने दरवाजा खोला और कहा आज लगता है रज्जो थोड़ी देर हो गयी तुम्हे। मैंने कहा हां मौसी मैं ज़रा एक सहेली के घर चली गयी थी। हम दोनों अंदर कमरे में बैठ कर गप्प करने लगी। मौसी ने कहा रज्जो थोडा व्हिस्की पियोगी मैंने कहा हां मौसी मैं तो तुमसे यही कहने वाली थी। फिर हम दोनों शराब का मज़ा लेने लगी। मैं मन ही मन बड़ी खुश हो रही थी। मैं बिलकुल बेशरम हो गयी और मौसी से खुल कर बातें करने के मूड में आ गयी।
मैंने कहा :- मौसी लोग तुमको बुर चोदी शन्नो कहते है ?
वह बोली :- हां कहते तो है पर तुमने कहा सूना रज्जो ?
मैंने कहा :- कहीं तो सुना है और तुमको बुर चोदी कहलवाने का शौक भी है।
वह बोली :- हां यह भी सच है। अब सुनो जो मुझे चोदने आता है मैं उसके मुंह से बुर चोदी शन्नो सुनना पसंद करती हूँ। मुझे सुनने में अच्छा लगता है और मेरे अंदर जोश भर जाता है।
मैं बोली :- तो मैं भी तुमको बुर चोदी शन्नो मौसी कहा करूँ ?
वह बोली :- तो क्या तुम मेरी बुर चुदोगी रज्जो ?
मैंने कहा :- हां चोद भी सकती हूँ और तेरी बुर चुदवा भी सकती हूँ।
बस इतने में हम दोनों हंस पड़ी
अचानक मौसी पेशाब करने चली गयी।
इतने में मैं अपने मोबाईल पर बात करने लगी।
मैं बोली - मादर चोद तू ज्यादा बक बक मत कर मुझसे नहीं तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी हाथ भर का लौड़ा। तेरी माँ का भोसड़ा साले ? तेरी बिटिया की बुर ? वो साला मेरा क्या उखाड़ लेगा . एक झांट भी टेढ़ी नहीं कर पायेगा मेरी, भोसड़ी वाला ,,,,,,,,,,,,,,,? ( मौसी आकर सामने बैठ गयी पर मैं बात करती रही ) क्या कहा उसका लौड़ा ९" का है तब तो वाकई मज़ा आ जायेगा ? तूने कभी चुदाया उससे ,,,,,,,,,,, अच्छा तो फट गयी क्या तेरी बुर ,,,,,,,,,,,,,,? अच्छा अच्छा बुर नहीं गांड फट गयी तेरी ,,,,,,? तुझे तो गांड मराने में मज़ा आता है न ,,,,,,,,,,,,,,? वो साल झांटू है गांडू है बहन चोद ,,,,,,,,? हां उसका लौड़ा छोटा भी है ,,,,,,,,,,,,,, मैं ऐसे लौड़ों से नहीं चुदवाती ,,,,,,,,,,वाओ, मेरी मौसी की चूत चोदेगा वो,,,,,,,,,,,, अरे मौसी के भोसड़ा में वो कहाँ खो जायेगा पता भी चलेगा ,,,,,,,? मुझे भी काला लौड़ा पसंद है ,,,,,,,,,,? हां हां दो क्या तीन तीन लण्ड पेलो डरती कौन है माँ की लौड़ी ,,,,,,,,,? कब चोदेगा ,,,,,,? आने वाले शनिवार को ,,,,,,,,,,, ठीक है चुदवा लूंगी ,,,,? ओके
मौसी मेरी बातें सुनकर दंग रह गयी ? इतनी निर्भीक और निडर गालियां उसने मेरे मुंह से पहली बार सुनी।
वह बोली :- अरी रज्जो कौन था वह ? किससे बात कर रही तू बहन चोद ? किसका लौड़ा छोटा है ? कौन चोदने आ रहा है तुझे शनिवार को ? किसका लौड़ा ९" का है ? वगैरह वगैरह ?
मैं समझ गयी की मैंने मौसी के भोसड़ा में आग लगा दी है।
मैंने कहा :- अरे मौसी कॉलेज के लड़के मुझे चोदना चाहते है। कुछ लोगों को मालूम हो गया कि मेरी मौसी अभी जवान है तो मेरी मौसी की बुर चोदना चाहते है। साले पता नहीं अपने आप को क्या समझते है मादर चोद ? ठीक से लौड़ा खड़ा तो होता नहीं चले है बुर चोदने ? मुझे तो छोटे लण्ड बिलकुल पसंद नहीं है मौसी ?
वह बोली :- मुझे भी नहीं पसंद है छोटा लण्ड ? पर वो ९" का लौड़ा कहाँ है ? किसका है ? वो मैं पेलना चाहती हूँ अपने चूत में ? मैं बहुत चुदासी हूँ रज्जो ? प्लीज उसे मेरी भी चूत में जरुर पेलना ?
मैंने कहा :- वो मेरे सर विक्रम का लौड़ा है। पकड़ा मैंने भी नहीं है अभी तक ? सिर्फ सुना है। अगर तुम उससे चुदवाने के लिए तैयार हो तो बुला लूं उसे ? मैं चुदाऊंगी तो मेरी चूत फट जायेगी मौसी ?
वह बोली :- अरी मेरी बुर चोदी रज्जो ? लौड़ा चाहे कितना बड़ा हो मोटा हो लेकिन चूत को फाड़ नहीं सकता ? खुदा ने चूत फाड़ने वाला लौड़ा किसी का बनाया ही नहीं अभी तक ? हां फैला सकता है चूत बस ? तभी तो चूत आगे चल कर भोसड़ा बन जाती है।
मौसी बोली यार रज्जो मैंने कभी कोई ब्लू फ़िल्म नहीं देखी ? हां चुदवाया बहुत है मैं तुमसे झूंठ नहीं बोलूंगी ? मेरे कॉलेज में बड़े अच्छे लड़के आतें है। मैं उनको पटा लेती हूँ और किसी दिन मौका पाकर उसका लौड़ा पकड़ लेती हूँ। लौड़ा अच्छा लगता है तो चुदवाती रहती हूँ नहीं तो उसे भूल जाती हूँ।
मैंने कहा :- मौसी मैं भी टीचरों के नजदीक जाने की कोशिश करती हूँ। फिर उनके घर जाती हूँ और उनके लण्ड मौका देख कर पकड़ लेती हूँ। इसी तरह मैंने विक्रम का लौड़ा पकड़ा था। और सुनो मौसी शनिवार परसों है। आज मैं तुम्हे ब्लू फ़िल्म दिखा सकती हूँ पर मेरी एक शर्त है।
वह बोली :- हां बोलो क्या शर्त है तेरी मैं ब्लू फ़िल्म देखने के लिए लालायित हूँ।
मैंने कहा :- मुझे अभी आज रात को ही एक बहुत बढ़िया लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ना है। तुम दे सकती हो ?
वह बोली :- हां मैं अभी एक मस्त लौड़ा तेरी बुर में घुसा कर मैं चोदूँगी तेरी चूत ? तू भोसड़ी की मुझे ब्लू फ़िल्म दिखा ? कहो तो एक नहीं दो लण्ड पेल दूं तेरी बुर में मेरी बहन चोद रज्जो ?
इतने में मौसी ने किसी को फोन किया और १० मिनट में कोई बाहर आ भी गया। मौसी उसे लेकर मेरे पास आ गयी और बोली लो रज्जो पकड़ो इस मादर चोद का लण्ड ? ये है मेरा चहेता स्टूडेंट सफीक ? और मेरा चहेता लण्ड ? आज मैं इसे तुम्हे सौंपती हूँ। पहले तुम दिखाओ इसे अपनी चूंचियां अपनी चूत अपनी गांड और अपने मस्त चूतड़ फिर देखो इसका टन टनाता हुआ लण्ड ? ऐसा कह कर मौसी मेरे ही कपडे उतारने लगी। देखते ही देखते मैं हो गयी पूरी नंगी ? फिर मौसी ने उसके कपडे उतारे। जब चड्ढी रह गयी तो मौसी रुक गयी और बोली ये तुम उतारोगी मेरी रज्जो। मुझे चड्ढी के ऊपर से ही उसके लण्ड के साईज़ का अंदाज़ा हो गया ? मैं मुस्कराई और झर्र से चड्ढी खींच ली। फिर क्या उसका लण्ड टन्न से मेरे मुंह पर लगा ? मैंने लण्ड मुठ्ठी में लिया और बोली वाओ, मौसी इतना बड़ा लण्ड और इतना बड़ा सुपाड़ा आज मैं पहली बार देख रही हूँ। सुपाड़ा तो बहन चोद बड़ा सेक्सी है। मैं घूम कर लण्ड चाटने लगी। सफीक मेरी बुर चाटने लगा । मौसी देखने लगी। फिर थोड़ी देर में मैं उठी और अपना मोबाईल उठाया। उसे टी वी से कनेक्ट किया और ब्लू फ़िल्म चला दी।
- बस एक मिनट में ही मौसी बोली :- हाय दईया, इसमें तो मैं बिलकुल नंगी दिख रही हूँ। फ़िल्म थोड़ी आगे बढ़ी तो वह फिर बोली हाय राम, अरे ये तो वही है जिस दिन मैं उन दोनों लड़कों से चुदवा रही थी।
- मैं बोली :- हां ये दोनों अली और स्टोन है न मौसी ? एक गोरा लण्ड एक काला लण्ड ?
- हाय दईया तुम्हे कैसे मालूम इनके नाम रज्जो ?
- अरे मेरी बुर चोदी मौसी मैं उस दिन तेरी चुदाई देख रही थी।
- वाओ, तो तुमने ही यह ब्लू फ़िल्म बनाई है।
- हां मौसी मैंने ही बनाई है फ़िल्म ?
- तो फिर तू भोसड़ी की मेरे पास आयी क्यों नहीं ? मैं उसी दिन तेरी बुर चुदवा लेती ?
- मैंने सोंचा की मैं तेरी करतूत पूरी देख लूं पहले। उसके बाद तो मौसी मेरी बुर चुदवा ही देंगी ?
- हाय राम, मैं कल ही दोनों को बुला लेती हूँ और तेरी बुर में पेल कर तेरी बुर चुदवाती हूँ।
- अच्छा आज तो मेरे साथ चुदा लो मौसी ? कपडे खोल कर आओ और फ़िल्म देखते हुए मेरे साथ लण्ड चाटो । परसों मैं तेरे साथ विक्रम का लण्ड चाटूँगी।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०- समाप्त
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