Monday, June 24, 2013

बदलो बीबी, चोदो बीबी

                                              बदलो बीबी चोदो बीबी - चोदो और चुदाओ बीबी
       

रुपाली रात को बिस्तर पर अपने हसबैंड शिवा की बाहों में बाहें डाल कर उसके गाल का चुम्मा लेते हुए बोली:- सुनो जी,  मुझे आज ही पता चला है की यहाँ एक बी बी सी बी नाम का क्लब बड़ी जोरों से चल रहा है .
शिवा बोला :- ये बी बी सी बी  क्लब क्या होता है ? और तुमको किसने बताया की इस नाम का कोई कल्ब इस शहर  में चल भी रहा है ?
रुपाली बोली : बी बी सी बी का मतलब है " बदलो बीबी चोदो बीबी " और मुझे इसके बारे में मेरी एक सहेली बिंदिया ने बताया है . बल्कि उसने तो उसे ज्वाइन भी कर लिया है . अब वह अपनी हसबैंड के साथ उस क्लब में जाती है  और मजे से एन्जॉय करती है ? चलो हम भी ज्वाइन कर लें और मज़ा करे ?
शिवा बोला :- मैं कुछ ठीक से समझा नहीं ? ज़रा खुल कर बताओ न मुझे मेरी जान ?
रुपाली बोली :- देखो यार, सच बात तो यह है की मैं एक ही लण्ड से चुदवाते चुदवाते बोर हो गयी हूँ . और तुम भी एक ही चूत को चोदते चोदते बोर हो गए हो . मैं देख रही हूँ की आजकल तुम्हारे लण्ड में वह सख्ती नहीं रही जो पहले थी . वह धीरे धीरे ढीला होता जा रहा है . इधर मेरी चूत भी तुम्हे वो मज़ा नहीं दे पा रही है जो पहले देती थी . यह इस बात को दर्शाता है की हमारी रूचि चोदा चोदी में ख़तम होती जा रही है . हमें कुछ नया करना चाहिए ? मुझे कोई नया लण्ड मिलना चाहिए और तुमे कोई नयी चूत ? तब देखना हमारी रूचि कितनी तेजी से बढ़ती है ? यह बात मुझे बिंदिया ने ही बताई . वह कह रही की आजकल उसके हसबैंड का लण्ड पहले से ज्यादा सख्त हो गया है पहले से ज्यादा मोटा हो गया है बहन चोद .  तुम चाहो तो किसी से पता लगा लो और जल्दी से ज्वाइन करो क्लब . तुम भी चोदो दूसरों की बीबियाँ और मैं भी चुदाऊ दूसरे मर्दों से . तब हमारी ज़िन्दगी में एक नयी बहार आएगी . प्लीज कुछ करो न ?

 शिवा बोला :-  अच्छा एक बात बताओ मैं अगर किसी और की बीबी चोदूं तो तुम्हे बुरा तो नहीं लगेगा ?
रुपाली बोली :- बुरा क्यों लगेगा मुझे ? मैं भी तो उसके हसबैंड से चुदवाऊँगी ? बात तो बराबर हो जाएगी न ? शिवा बोला :- मैं तो सबसे पहले तुम्हारी सहेली बिंदिया को ही चोदना चाहूँगा ? क्या वह मुझसे ख़ुशी ख़ुशी चुदवा लेगी ? नखरे तो नहीं करेगी ?
रुपाली बोली :- क्यों नहीं चुदवा लेगी ? नखरे क्यों करेगी बुर चोदी ? और फिर मैं भी तो उसके मियां से चुदवाऊँगी .  वह जब पराये मर्दों से चुदवाने निकली ही है तो तुम चोदो चाहे कोई और चोदे बात तो एक ही है न ? फिर भी मैं पूंछ लूंगी उससे . अगर तुम्हे बिंदिया पसंद है तो मुझे उसका पति ?
शिवा बोला  :- अरे वाह ?  अब तो जरुर कुछ न कुछ  मैं करूंगा ? दो दिन बाद रुपाली बिंदिया से मिली और बात चीत होने लगी . रुपाली :- यार सुना है तूने  बी बी सी बी  ज्वाइन कर लिया है ? क्या यह सच है ?
बिंदिया :- हां सच है यार . मैं बड़ी खुश हूँ और मेरा हसबैंड भी .
रुपाली :- क्या होता है क्लब में ज़रा  मुझे भी बताओगी .
बिंदिया :- वहां सभी कपल आते है . लोग दूसरों की बीवियां चोदने के लिए पसंद करते है . बीवियां पराये मर्दों से चुदवाने के लिए मर्द पसंद करती है . फिर सब एक साथ वहीँ चोदते है एक दूसरे की बीवियां ?
रुपाली :- क्या यह जरुरी है की जिसकी बीवी मेरा हसबैंड पसंद करे मुझे उसी के हसबैंड से चुदवाना होगा ? बिंदिया :- नहीं ऐसा नहीं है ? तुम किसी और के मर्द से चुदवा सकती हो ? वैसे तो कोई न कोई मिल ही जाता है बीवी चोदने वाला . अगर ऐसा नहीं होता तो वहां का सटाफ ही चोदने लगता है ऐसी बीवियों को . और किसी को अगर कोई बीवी चोदने को नहीं मिलती तो वहां की लड़कियां / औरतें चुदवा लेती है . मज़ा सबको मिलता है ?  ख़याल सबका बराबर रखा जाता है .
रुपाली :- अच्छा क्या किसी की बीवी को घर ले जाकर चोदने की परमिसन है ?
बिंदिया :- हां है अगर वह तैयार हो और उसका पति तैयार हो  इसी तरह कोई बीवी भी किसी के मर्द को अपने घर ले जा सकती है . सब कुछ अलाउड है . क्योंकि क्लब का नारा है  "बदलो बीबी - चोदो बीबी" हां वहां कोई भी अपनी बीबी नहीं चोद सकता और न ही कोई बीवी अपने हसबैंड से चुदवा सकती है .  
रुपाली :- यार एक बात पूंछ रही हूँ बुरा तो नहीं मानोगी ?
बिंदिया :-  पूंछो न ? बुरा क्यों मानूंगी . बुरा मानने वाली होती तो गैर मर्दों से बुर क्यों चुदवाती ?
रुपाली :- मैं तेरे हसबैंड से चुदवाना चाहती हूँ ? क्या वह मुझे चोदेगा ?
 बिंदिया :- तुम्हे तो दौड़ कर चोदेगा ? तुम तो बड़ी खूबसूरत हो . बड़ी बड़ी चूंची वाली हो . मस्त गांड वाली हो ? और सुनो मैं भी तेरे पति से चुदवाना चाहती हूँ . आज खुल कर कह रही हूँ . 
रुपाली बहुत खुश हो गयी  
रुपाली :- तो फिरमैं तुम्हे कल डिनर के लिए इनवाईट  कर रही हूँ . बाकि वहीँ पर
बिंदिया :- हां मैं अपने पति के साथ कल आ जाऊंगी . 
दूसरे दिन रुपाली अपने पति रज्जन के साथ मेरे घर पहुँच गयी  .
दोस्तों, मैं रुपाली हूँ मेरी शादी के पांच साल हो चुके है .  मैं सुन्दर हूँ पढ़ी लिखी हूँ गोरी हूँ जवान हूँ और सेक्सी हूँ . मेरे अन्दर भी आग है ? वह आग है जो  केवल लण्ड ही बुझा सकता है ? अब लण्ड चाहे अपने पति का हो बहन चोद या किसी और का ? चूत की आग को सिर्फ लण्ड की जरुरत है ? इसलिए मैंने अपने हसबैंड से कहा था की वह दूसरों की बीवियां चोदना शुरू करे तभी तो मैं भी दूसरे मर्दों से चुदवाना शुरू करूंगी . वह मेरी बात मान गया और आज एक नयी शुरुआत होने जा रही है . अब देखो न बिंदिया ससुरी कितने कम कपडे पहन कर आयी है . जींस और टॉप में आयी है . मुझे लगता है की टॉप के नीचे ब्रा नहीं है . उसकी चूंचियाँ बाहर से ही दिखा रही है ? जींस इतनी नीचे से पहने है की उसकी एक बटन खुलते ही उसकी झांटे दिखने लगेगी . मैंने भी चाल चली . मैंने पेटीकोट इतना नीचे करके पहनी लिया की तुम्हे आधे इंच में ही मेरी बुर का दरवाजा मिल जायेगा ? ऊपर मैंने चूंचियों को बिलकुल आज़ाद कर दिया . हां दुपट्टा को माला की तरह पहन लिया बस ? मेरी चूंचियाँ बिंदिया से कुछ ज्यादा भारी है . मेरा हसबैंड जहाँ बिंदिया की चूंची पर निगाह लगाये बैठा था वही बिंदिया का हसबैंड रज्जन मेरी चूंचियाँ ताक रहा था . खैर मैंने जल्दी जल्दी ड्रिंक्स सर्व की और स्नैक्स रख दिया . बिंदिया उठी और सबको दारू का गिलास दिया . 
बिंदिया बोली :- आज यह पैग मैं रुपाली की बुर और शिवा के लण्ड को समर्पित करती हूँ .  
इतना कह कर बिंदिया ने गिलास मेरे पति के लण्ड से छुआया (पैंट के ऊपर से ही ) फिर मेरी चूत से भी छुआया और चियर्स कहते हुए पीने लगी . मैंने भी ऐसा की किया . रज्जन के लण्ड से और बिंदिया की बुर से मैंन भी छुआया ? 
अचानक बिंदिया उठी और मेरा दुपट्टा खींच लिया . मेरी चूंचियाँ नंगी हो गयी . उन्हें रज्जन देख कर चौक पड़ा . उसे मालूम हुआ की उसकी बीवी की चूंचियों से मेरी चूंचियाँ बड़ी है .वह देखता ही रहा मेरी चूंचियाँ . इतने में बिंदिया ने मेरा पेटीकोट भी उतार दिया . अब मेरी बुर उसके सामने नंगी खड़ी हो गयी .
फिर वह अपने हसबैंड का हाथ पकड़ कर मेरी चूंचियों पर रखती हुई बोली:-  लो ये है मेरी सहेली बुर चोदी रुपाली . आज इसे चोदो इसकी बुर इसकी चूंची इसकी गांड सब कुछ तुम्हारा है .
मुझे भी जोश आ गयी . मैंने फ़ौरन बिंदिया को नंगी किया और अपने मियां शिवा का हाथ में उसकी चूंचियाँ पकड़ा दी .
मैंने कहा :- यार तुम मेरे सामने इसे खूब जम कर चोदो . बड़ी मस्त चुदवाने वाली है ये माँ की लौड़ी बिंदिया . आज के बाद जब चाहो तब चोदो इसकी चूत और मारो इसकी गांड ?
बस फिर क्या था ? देखते ही देखते वे दोनों मर्द भी नंगे हो गये  . मेरे हाथ में उसके पति का लौड़ा आ गया और बिंदिया के हाथ में मेरे पति का लौड़ा   हम दोनों एक दूसरे के हबी का लण्ड चाटने लगी . वे दोनों मादर चोद चाटने लगे एक दूसरे की बीवी की बुर ? बिंदिया तो पराये मर्दों के लण्ड चाटने में माहिर थी लेकिन मैं नयी थी . मेरी ज़िन्दगी का पहला पराया लण्ड था ?
बिंदिया बोली :- यार रुपाली खूब मन लगा कर और बड़ी बेशर्मी से एकदम रंडी की तरह चाटो मेरे हबी का लण्ड जैसे मैं तेरे हबी का लण्ड चाट रही हूँ . बड़ा मज़ा आता है पराये मर्दों के लण्ड चाटने में ?
मैंने कहा :- हां यार आज मुझे भी यही महसूस हो रहा है .
उसके बाद बिंदिया ने मुझे गैर मर्दों से चुदवाना भी सिखाया . गांड मरवाना भी सिखाया ? मैं यह देख कर खुश हो रही की मेरा पति बड़ी मस्ती से बिंदिया की बुर चोद रहा है . मैं समझ गयी की उसे भी परायी बीवी चोदने का मज़ा मिलने लगा है . अब मुझे गैर मर्दों से चुदवाने में कोई बाधा नहीं होगी ?
इधर जब रज्जन ने अपना लण्ड मेरी चूत में पेला तो मुझे बहुत अच्छा लगा . एक नया लण्ड जब मेरी चूत में घुसा तो चूत भी खुश हो गयी और फिर मैंने भी भकाभक चुदवाना शुरू कर दिया . बिंदिया मेरे चूतडों पर हाथ फिराने लगी और अपने पति के पेल्हड़ सहलाने लगी क्यों उसका लण्ड तो मेरी बुर में घुसा था . मैं भी अपने पति के पेल्हड़ सहलाने लगी और बिंदिया के चूतड़ ?
मैं सच कह रही हूँ दोस्तों मुझे शादी के बाद आज पहली बार असली मज़ा मिल रहा है चुदाने में ? 
 दूसरे दिन बिंदिया ने मुझे क्लब ज्वाइन करा दिया . ज्वाइन करने के बाद वह मुझे अन्दर ले गयी . वहां मैंने देखा की कई कपल बैठे हुए है . कुछ लोग बातें कर रहे है  . गन्दी गन्दी अश्लील बातें कर रहे है . कुछ शराब पी रहे है . कुछ हंसी मजाक कर रहे है . 
बिंदिया बोली :- रुपाली अब तुम छाँट लो की तुम किस मर्द से चुदवाना चाहती हो ? मेरे पति से कहा यार शिवा तुम बताओ किसकी बीबी चोदना चाहते हो ?
मैंने कहा :- बिंदिया यार मैंने आजतक काला लौड़ा नहीं देखा ? मैं एक काला लण्ड पकड़ना चाहती हूँ . बिंदिया बोली :- ठीक है थामस के पास चलती हूँ .
बिंदिया बोली :- हेलो थामस तुम मेरी दोस्त रुपाली को चोदोगे ?
थामस बोला  :- ओ एस व्हाई नॉट ? आई विल   फ़क हर हार्ड ?  एंड  आई विल सी माई वाइफ बींग फक्ड  बाई हर हसबैंड ? ( हां मैं जरुर चोदूंगा  और इसके पति से अपनी बीवी चुदवाऊँगा )
शिवा को भी उसकी बीवी पसंद आ गयी . हम उन दोनों को लेकर अपने घर आ गयी . मैंने बिंदिया को भी बुला लिया . बिंदिया भी एक कपल लेकर आ गयी . रम्भा राजा . अब मेरे घर में चार कपल  इकठ्ठा हो गये .
 मैं रुपाली शिवा, बिंदिया रज्जन, थामस लूसी और रम्भा राजा ?  
मैंने फ़टाफ़ट ड्रिंक्स का इंतजाम कर दिया . दूसरी तरफ  कंडोम सहित सारे सामान का इंतजाम कर दिया . मैं पैग बनाने लगी और बिंदिया सबको सर्व करने लगी . सब लोगों ने एक साथ कहा चियर्स और सिप मारने लगे . आधा पैग जब हो गया तो रम्भा बोली :- यार बिंदिया तुम कबसे  इस क्लब में चुदवा रही हो ?
बिंदिया  :- मुझे अभी ३ महीने ही हुए है ? लेकिन मज़ा बहुत आने लगा है . तुम अपना बताओ रम्भा ?
रम्भा :- अरे यार मैं तो यहाँ ६ महीने से हूँ पर इसके पहले मैं जयपुर के एक क्लब में चुदवाया करती थी .
मैंने कहा :- इसका मतलब  तुम्हे बहुत तजुर्बा है ?
रम्भा :- हां मुझे मर्दों के लौडों का बहुत अनुभव है . मैं गैर मदों से चुदाने में अव्वल हूँ .
राजा :- हां मेरी बीबी बिना किसी से चुदवाये सोती नहीं है .  दिन भर में २/३ लण्ड जरुर ले लेती है . उसी तरह मुझे भी लोगों की बीबियाँ चोदने का चस्का लग गया है .
लूसी  :- मैं तो यार अपनी हनीमून से ही लोगों से चुदवा रही हूँ . मैंने हनीमून अपने हसबैंड के ३ दोस्तों के साथ मनाया था .  मुझे अभी भी वह रात याद है .
थामस :_ मैं तो शादी के पहले से ही दूसरों की बीवियां चोदता चला आ रहा हूँ .
मैं समझ गयी की ये लोग बहन चोद बड़े चुदक्कड़ है . अब आएगा मज़ा ही मज़ा .
तब तक थामस मेरे पास आया और मेरी चूंची दबाने लगा . मैं भी उसका लौड़ा टटोलने लगी . बस पल भर में हम दोनों नंगे हो गए . मैंने जब उस भोषड़ी वाले का लौड़ा देखा तो मेरी गांड फट गयी . साला  मादर चोद १०" का लौड़ा था ? लेकिन मैंने अपनी चूत को मन ही मन तैयार कर लिया . तब तक लूसी मेरे हसबैंड का लण्ड चाटने में जुट गयी . रम्भा अपने कपडे खोल कर रज्जन का लौड़ा हिलाने लगी और बिंदिया राजा के लण्ड से खेलने लगी . चारों कपल एकदम नंग धडंग ? किसी के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं था . मेरा यह पहला अनुभव था की मैं एक साथ चार चार नंगे लण्ड देख रही थी . हम चारो बीवियां एक दूसरे के हसबैंड का लण्ड  पीने में जुट गयी और मर्द मादर चोद चूत चाटने में ?
 काला लण्ड जब मेरी चूत में घुसा तो मेरे मुह से चीख निकल पड़ी .
मैं बोल पड़ी :-  हाय दईया क्या पूरा का पूरा एक ही बार में घुसेड देगा मादर चोद, लण्ड ? तू बहन चोद बड़ा बेरहम है यार ? ये मेरी ससुरी चूत है तेरी माँ का भोषडा नहीं है ? साले आहिस्ते आहिस्ते चोद ? तेरा लण्ड तो घोड़े जैसा है यार ?
थोड़ी देर में मैं फिर बोली :- अरे माँ के लौड़े अब तू धीरी धीरे ही चोदता रहेगा क्या ? थोड़ी रफ़्तार बढ़ा भोषड़ी के थामस ? खूब जम कर चोदो यार ,,,,,,, गांड से जोर लगा कर चोदो ? हां और तेज ,, और तेज , हां , खूब भकाभक चोदो ,,,, हां अब आ रहा है मज़ा ? मेरी चूंचियाँ बार बार उछल उछल कर  थामस के लण्ड का जोश बढ़ा रही थी . उधर लूसी बोली :- वाओ, इतना मोटा लण्ड घुसाओगे मेरी बुर में यार शिवा ? ,,,,, ठीक है घुसा दे बहन चोद ,,,,,,फाड़ दे मेरी बुर ,,,,,, बना इसको भोषडा ,,,,,,,,तेरा लौड़ा साला बड़ा हरामजादा है ,,,,,,,पूरा पेल के चोदो जैसे मेरा हसबैंड तेरी बीवी चोद रहा है .
मेरे सामने बिंदिया तो ऐसे चुदवा रही थी राजा से जैसे कोई रंडी चारों खाने चित पड़ी चुदवा रही हो . उसकी चूंचियाँ खूब उछल रही थी . उसे देख कर राजा का लौड़ा मस्त होता जा रहा था ., बिंदिया इतनी मस्ती से तो उस दिन भी नहीं चुदवा रही थी जितनी वह आज चुदवा रही है . मैंने पूंछा तो वह बोली यार रुपाली जब चोदने वाले लौड़े ज्यादा होते है तो मस्ती बहन चोद दुगुनी हो जाती है .
 एक बार चुदाई हो जाने के बाद सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और थोड़ी गप्प सप्प की . एक घंटे के बाद फिर महफ़िल बैठ गयी . इस बार मेरे हाथ में आया राजा का लण्ड और रम्भा के हाथ में मेरे पति का लण्ड . उधर बिंदिया थामस का लण्ड हिलाने लगी और लूसी उसके हसबैंड रज्जन का लण्ड ? कपल बदले, लण्ड बदले, चूत की हुई अदला बदली तो पूरा घर फिर मस्ती से भर गया . हर तरफ से फिर आने लगी चुदाई की आवाजें ? उसके बाद मैं अपने पति के साथ क्लब में जाती और मन माने लण्ड से चुदवा कर आ जाती . मेरा पति भी अपने मन की बीवियों को चोद कर चला आता ?
 दोस्तों, आप भी बन जाईये इस क्लब का मेंबर और लीजिये सेक्स का पूरा पूरा मज़ा ? 

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