रहीमा काकी मुझे देखते ही बोली बेटी, सना लण्ड चूसा करो लण्ड ? अब तुम्हारी उम्र लण्ड चूसन वाली हो गयी है। अब तुम १९ साल की हो गयी हो।
पूरी जवानी आ गयी है तुम पर ? दखो न कितनी मस्त मस्त चूंचियां निकल आयीं हैं तेरी ? तेरी गांड भी मस्ता गयी है ससुरी ? और चूतड़ भी बड़े बड़े हो गये हैं। जांघे भी मोटी मोटी हो गयीं है तेरी। चूत भी चौकस निकल आई है और झांटें भी घनी घनी आ गयीं है ? यही उम्र है लण्ड के साथ खेलने की ? मैं तो १५ साल की उम्र से ही लण्ड चूसने लगी थी और १९ साल की उमर आते आते मैंने तो लौड़ा गप्प से घुसा लिया था अपनी चूत में ? चुदवाने भी लगी थी मैं ? मेरी सलाह मान ले तू भोसड़ी की, सना ?
एक बात कान खोल कर सुन ले। यह जवानी बुर चोदी बार बार नहीं आती और जब आती है तो बहुत जल्दी ही चली जाती है मादर चोद ? इसका पूरा पूरा फायदा उठा ले नहीं तो फिर पछताने के अलावा कुछ नहीं रह जायेगा ? एक नहीं दो दो तीन तीन लण्ड चूसा कर ? और जब भी चूसना हो किसी का लण्ड तो पूरे कपड़े खोल कर चूसना ? जानती हो क्यों ? क्योंकि लण्ड भोसड़ी का चूंची और चूत देखने का बड़ा शौक़ीन होता है। खूब मस्ती से खड़ा हो के देखता है नंगी लड़कियां ? लण्ड बहन चोद अपना सिर हिला हिला के देखता है नंगी लड़कियों की चूत, उनकी बड़ी बड़ी चूंचियां, उनकी गांड और उनका खूबसूरत चेहरा ? बड़े हरामजादे होते है ये लण्ड बेटी सना, लेकिन बिना लण्ड के लड़कियों का भी गुज़ारा नहीं होता ?
मैं रहीमा आंटी की बातें बड़े गौर से सुन रही थी। मेरे बदन में एक जबरदस्त सुरसुरी दौड़ गयी और मैं वाकई सोंचने लगी की अब मुझे घर वालों के और पास पड़ोस के लण्ड पकड़ने में न कोई शर्म करनी चाहिए और न झिझक ? ये जितनी अम्मियाँ है, चाचियाँ है, खालाएं है ये सब की सब बुर चोदी अपने ज़माने में भी खूब पकड़ती थी लण्ड ? और ये सब भोसड़ी वाली पराये मर्दों से आज भी चुदवाती रहती हैं। मुझे उड़ती उड़ती खबर मिली है की ये रहीमा काकी भी मेरे अब्बा का लण्ड चूसती है। और अगर लण्ड चूसती है तो जरूर इसने अपने भोसड़ा में पेला होगा मेरे अब्बा का लण्ड ? अब मैं इसकी सच्चाई का पता लगा कर ही दम लूंगी।
अब रहीमा काकी को क्या मालूम है की मैं तो कॉलेज में पढ़ने नहीं लण्ड पकड़ने जाती हूँ। लड़कों को पटाती हूँ और फिर उन्हें इधर उधर ले जाकर उनके लण्ड पीती हूँ। और जब कभी मौक़ा मिल जाता है तो सीधे लण्ड अपनी बुर में घुसा लेती हूँ। रहीमाँ काकी भी लण्ड का उतना मज़ा अपने ज़माने में नहीं लेती होगी जितना मज़ा मैं आजकल ले रही हूँ। मैं तो रोज़ सवेरे उठती हूँ तो मन बना लेती हूँ की आज मैं किसका लण्ड पकड़ूंगी ? आज मैं किससे चुदवाऊँगी ? आंटी की एक बेटी है शमीमा। वह मेरी अच्छी दोस्त है। और मुझसे खुल कर आबटन करती है। एक दिन हम दोनों कॉलेज के एक कोने में बैठी हुई खूब जम के बातें कर रही थी।
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लण्ड चूस रही हूँ लण्ड |
एक बात कान खोल कर सुन ले। यह जवानी बुर चोदी बार बार नहीं आती और जब आती है तो बहुत जल्दी ही चली जाती है मादर चोद ? इसका पूरा पूरा फायदा उठा ले नहीं तो फिर पछताने के अलावा कुछ नहीं रह जायेगा ? एक नहीं दो दो तीन तीन लण्ड चूसा कर ? और जब भी चूसना हो किसी का लण्ड तो पूरे कपड़े खोल कर चूसना ? जानती हो क्यों ? क्योंकि लण्ड भोसड़ी का चूंची और चूत देखने का बड़ा शौक़ीन होता है। खूब मस्ती से खड़ा हो के देखता है नंगी लड़कियां ? लण्ड बहन चोद अपना सिर हिला हिला के देखता है नंगी लड़कियों की चूत, उनकी बड़ी बड़ी चूंचियां, उनकी गांड और उनका खूबसूरत चेहरा ? बड़े हरामजादे होते है ये लण्ड बेटी सना, लेकिन बिना लण्ड के लड़कियों का भी गुज़ारा नहीं होता ?
मैं रहीमा आंटी की बातें बड़े गौर से सुन रही थी। मेरे बदन में एक जबरदस्त सुरसुरी दौड़ गयी और मैं वाकई सोंचने लगी की अब मुझे घर वालों के और पास पड़ोस के लण्ड पकड़ने में न कोई शर्म करनी चाहिए और न झिझक ? ये जितनी अम्मियाँ है, चाचियाँ है, खालाएं है ये सब की सब बुर चोदी अपने ज़माने में भी खूब पकड़ती थी लण्ड ? और ये सब भोसड़ी वाली पराये मर्दों से आज भी चुदवाती रहती हैं। मुझे उड़ती उड़ती खबर मिली है की ये रहीमा काकी भी मेरे अब्बा का लण्ड चूसती है। और अगर लण्ड चूसती है तो जरूर इसने अपने भोसड़ा में पेला होगा मेरे अब्बा का लण्ड ? अब मैं इसकी सच्चाई का पता लगा कर ही दम लूंगी।
अब रहीमा काकी को क्या मालूम है की मैं तो कॉलेज में पढ़ने नहीं लण्ड पकड़ने जाती हूँ। लड़कों को पटाती हूँ और फिर उन्हें इधर उधर ले जाकर उनके लण्ड पीती हूँ। और जब कभी मौक़ा मिल जाता है तो सीधे लण्ड अपनी बुर में घुसा लेती हूँ। रहीमाँ काकी भी लण्ड का उतना मज़ा अपने ज़माने में नहीं लेती होगी जितना मज़ा मैं आजकल ले रही हूँ। मैं तो रोज़ सवेरे उठती हूँ तो मन बना लेती हूँ की आज मैं किसका लण्ड पकड़ूंगी ? आज मैं किससे चुदवाऊँगी ? आंटी की एक बेटी है शमीमा। वह मेरी अच्छी दोस्त है। और मुझसे खुल कर आबटन करती है। एक दिन हम दोनों कॉलेज के एक कोने में बैठी हुई खूब जम के बातें कर रही थी।
- मैं कहा - यार शमीमा तेरी अम्मी मुझसे कह रहीं थी की सना अब तू जवान हो गयी है। अब तू लण्ड चूसना शुरू कर दे ? तेरी बड़ी बड़ी चूंचियां हैं और मस्त गांड है। यार, तेरी अम्मी तो बड़ी मस्त लगती है मुझे ?
- वह बोली - अरे यार मेरी भोसड़ी की अम्मी कुछ ज्यादा ही मस्त है. मुझे तो शक है की वह बुर चोदी कई लोगों से अपना भोसड़ा चुदवाती है ? क्योंकि मैंने कई मर्दों से उसे खुल कर बात करते हुए सुना है। उसे लण्ड चूत बुर भोसड़ा गांड झांट की बातें करते हुए सुना है, मैंने ?
- कभी उसे किसी का लण्ड चूसते हुए या फिर चुदवाते हुए देखा है तूने ?
- देखा तो नहीं यार लेकिन उस दिन मेरे सामने ही मेरी फूफी के लड़के से कह रही थी की तू अब जवान हो गया है भोसड़ी का ? २१ साल का हो गया तू माँ का लौड़ा ? तेरा लण्ड बड़ा हो गया है और खूब मस्त टन्नाने लगा है। तेरी झांटें भी घनी घनी आ गयी हैं। अब तू लड़कियों को अपना लण्ड पकड़ाया कर ? लड़कियों को अपना लण्ड चुसाया कर ? लड़कियों की बुर में लण्ड पेला कर, मादर चोद ? लड़कियों की मस्तानी बुर चोदा कर ? तब देखना तुझे कितना मज़ा आता है ? जवानी का मज़ा लेना शुरू कर दे नहीं तो आगे चल कर बहुत पछतायेगा तू ? बेटा ज़न्नत का मज़ा आता है बुर चोदने में ? मैं उसकी बातें सुन सुन कर मुस्करा रही थी।
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