तेरी माँ का भोसड़ा होली में - तेरी बहन का लौड़ा होली में
मैं अपने कमरे में अकेली बैठी हुई थी। मन में तरह तरह की बातें चल रही थीं। कभी घर के बारे में सोंच रही थी कभी अपने बारे में ? कभी सोंच रही थी की होली की छुट्टी में क्या किया जाये कभी सोंच रही थी की कोई मिल जाए तो बुर चुदवाई जाये ? कभी सोंच रही थी की किसी का लण्ड पीने को मिले, तो कितना अच्छा हो ? सच बताऊँ यार होली में मेरा मन लण्ड चाटने और लण्ड चूसने का हो रहा था। मेरी चूत भी इसी बात का समर्थन कर रही थी। वह भी चाह रही थी की मैं लण्ड चाटूं ? अब मेरे दिमाग यह चलने लगा की आज किसका लण्ड चाटने के लिए मिल सकता है ? इतने में मेरे कमरे में अलका बुर चोदी आ गयी ,
वह बोली:- बाला, तेरी माँ का भोसड़ा होली में - तेरी बहन का लौड़ा होली में ? लण्ड हिलाओ होली में - लौड़ा चाटो होली में ?
मैंने कहा :- भोसड़ी की तुझे बड़ी मस्ती सवार है ? तो ले मुझसे भी सुन :- मेरे मुंह में लौड़ा होली में - मेरी चूत में लौड़ा होली में ? मेरी गांड मार लो होली में - मेरी चूत चोद लो होली में ? मैं भी ऐसी बातें कह सकती हूँ मगर क्या करूँ बहन चोद कहाँ से लाऊँ लौड़ा ? तू बता भोसड़ी की अलका किसका लौड़ा किसकी गांड से निकाल कर ले आऊँ ? आज मेरा मन बुर चुदवाने का हो रहा है। यार मैं तड़प रही हूँ एक लण्ड के लिए ? ये बहन चोद भगवान ने जब लड़की की बुर बनायीं थी तो साथ साथ एक लण्ड भी बना देता तो क्या उसकी क्या माँ चुद जाती ? अब मैं किससे चुदवाने जाऊं अपनी बुर ?
पीछे से खुशबू बोल पड़ी :- इतनी चिंता क्यों कर रही है माँ की लौड़ी, बाला ? बोल तुझे कैसा लण्ड और कितने लण्ड चाहिए ? मैं अभी तेरी चूत क्या तेरी माँ की चूत भी चुदवा सकती हूँ। लेकिन पहले यह बता की हम तीनो मादर चोद यहाँ इतने बड़े हॉस्टल में होली की छुट्टियों में क्या करेंगीं ? झांटें उखाड़ेंगी एक दूसरे की ? एक दूसरे की गांड में ऊँगली करेंगी, बहन चोद ?
मैंने कहा :- माँ चुदवायेंगी अपनी अपनी और क्या ? तू बहन चोद हमेशा मजाक करती रहती है लेकिन झांट एक भी नहीं उखाड़ पाती ? देखो न सब की सब बुर चोदी लड़कियां अपने अपने घर चली गयी हैं होली मनाने ? वे सब बहन चोद, अपनी भी बुर चुदवायेंगी और अपनी अपनी माँ भी चुदवाएँगीं ? हम लोग यहाँ न अपनी बुर चुदवा सकती हैं और न अपनी माँ का भोसड़ा ?
बस हम तीनो आपस में सोंचने लगीं की किस तरह होली मनायी जाये ? सबके मन में एक ही बात थी की इस बार कुछ नये तरीके से मनाई जाये होली ? कुछ नया किया जाए ? कुछ ऐसा किया जाए जो पहले कभी नहीं हुआ ? हम तीनो माथा पच्ची करने लगीं।
इतने में अलका बोली :- यार, इस बार क्यों न हम लोग अपने अपने सारे कपडे उतार कर खेलें होली। हां बिलकुल नंगी नंगी होकर ? सोंचो ज़रा कितना मज़ा आएगा ? और रंग भी एक दूसरे की चूंचियों पर और चूत पर लगायें ?
मैंने कहा :- हां मज़ा तो आएगा लेकिन हमारी चूत, हमारी चूंची, हमारी गांड कोई देखने वाला तो हो ? यार मज़ा तो लड़कों के सामने नंगी होने में आता है ? खुशबू बोली :- हां और लड़के भी हमारे सामने नंगे हों तब ? हमें भी तो लण्ड देखने का मौक़ा मिले ?
मैंने कहा :- यार , यह बात ठीक है। फिर तो हम लण्ड पकड़ कर होली खेल सकतीं हैं। अब हम तीनो लोग यह सोंचें की लण्ड कहाँ से आएंगे ?
अलका बोली :- खुशबू तू तो अभी कह रही थी की तू लण्ड ला सकती है। मेरी बुर क्या मेरी माँ की बुर चुदवा सकती है तू ? तो फिर कर न लण्ड का इंतज़ाम ? सुना है तेरे संपर्क में बड़े बड़े लण्ड हैं ?
खुशबू बोली :- यार एक बात सच है की मेरी अम्मी बड़े बड़े लौड़ों की शौक़ीन है। मैं उसी से बात करती हूँ। वो जिससे अपना भोसड़ा चुदवाती है वही लण्ड अगर हम लोगों को मिल जायें तो मज़ा आ जाये ? वैसे मेरी अम्मी है बड़ी बड़ी चालू चीज ? वो जिससे कहेंगी वो ख़ुशी ख़ुशी हमें चोदने के लिए तैयार हो जाएगा भोसड़ी का ?
मैंने कहा :- यार तो फिर चुदवा दो न मेरी बुर होली में ?
अलका बोली :- हां यार मेरी भी बुर में ठोंक दो लण्ड होली में ?
खुशबू ने फ़ौरन अपनी अम्मी से बात की। वह बोली हाय अम्मी देखो हम ३ लड़कियां यहाँ हॉस्टल में रह गयी है बाकी सब अपने घर चली गयी हैं। यहाँ कोई हमें चोदने वाला नहीं है। उसकी अम्मी बोली तू भोसड़ी की इतनी मस्त जवान खूबसूरत लड़की है, बड़ी बड़ी चूंचियों वाली है, मस्त चूत वाली है तुझे कोई वहां चोदने वाला नहीं मिला अभी तक ? गांड मरा रही है तू अपनी मुंबई में मादर चोद ? मैं तेरी उम्र की थी तो एक दर्जन लड़के अपना अपना लण्ड हिलाया करते थे मेरे आगे ? खुशबू बोली अरे नहीं अम्मी मुझे भी चोदने वाले बहुत हैं पर सब के सब भोसड़ी वाले छुट्टी पर चले गयें हैं। कुछ करो न अम्मी प्लीज ? वह बोली अच्छा तू मुझे अपना पता लिख कर भेज दे मैं २/३ लड़के तेरे पास भेजती हूँ। थोड़ी देर में उसकी अम्मी का फोन आया वह बोली देख खुशबू मैंने दो लड़के भेज दिया है। उनका कोड वर्ड है 'लाल भोसड़ा' उनके लण्ड मैंने कभी देखा नहीं है पर सुना जरूर है। खुशबू बोली अम्मी वो दोनों एक दूसरे से शरमाएंगें तो नहीं ? वह बोली नहीं पगली वो दोनों साले एक दूसरे की बीवी एक ही कमरे में चोदते है। फिर शर्मायेंगे क्यों माँ के लौड़े ?
अब तुम लोग लण्ड पकड़ पकड़ कर एकदम नंगी होकर खेलो होली और सुन अगर लौड़े तुझे पसंद आ जाएँ तो अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाना न भूलना ? खुशबू बोली नहीं भूलूंगी तेरा भोसड़ा चुदाना, मेरी बुर चोदी अम्मी ?
अलका बोली :- हाय दईया, तू अपनी अम्मी से ऐसी बातें करती है, खुशबू ?
वह बोली :- अरे यार मैं बातें ही नहीं करती। मैं तो चुदवाती हूँ उसके आगे और वह मेरे आगे चुदवाती है भोसड़ी वाली। हम दोनों दोस्त है। उस दिन मैं अम्मी से खुल गयी थी जिस दिन उसने मुझे लण्ड पीते हुए देख लिया था। वही लण्ड मुझसे छीन कर अम्मी खुद पीने लगीं थी और बोली खुशबू अब तू मेरे सामने इसी लड़के से चुदवा ? मैं तेरी चुदाई देखूँगी और चुदवाने के बाद अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाना ?
बस उसी दिन से हम दोनों साथ साथ चुदवाने लगीं ? हम सब बातें कर ही रही थीं की किसी ने डोर बेल बजायी। मैंने दरवाजा खोला तो देखा की सामने दो जवान बड़े हैंडसम लड़के खड़े है। एक बोला मुझे खुचबू की अम्मी ने भेजा है ? मैंने उन्हें अंदर बैठाया और कहा इससे पहले की हम तुमसे कोई बात करें पहले कोड वर्ड बताओ। वह बोला 'लाल भोसड़ा' ? मैं मुस्कराई और बोली good, you are welcome ? फिर उसने बताया की मैं हूँ समीर और यह मेरा दोस्त है साहिर ? हम दोनों पक्के दोस्त है।
अचानक घंटी बजी और मैं दरवाजा खोलने चली गयी। मैंने देखा की बाहर दो मस्त जवान लड़के खड़े हैं। एक ने कहा मैं नसीब हूँ और यह मेरा दोस्त रोशन है। मुझे समीर ने यहाँ बुलाया है। बस मैंने दोनों को अंदर किया और दरवाजा बन कर दिया। मैंने साफ साफ़ कहा तुम लोग भोसड़ी के हमें चोदने आये हो न ? वे दोनों मुस्कराने लगे। तब मैंने अपनी चादर उतार कर फेंक दी और नंगी नंगी उनके आगे खड़ी हो गयी। मैंने कहा लो देखो पहले मुझे चारों तरफ से और फिर उतारो अपने अपने कपडे ? बस दो मिनट में ही उन दोनों के कपडे उतर गए। मैं अपने दोनों हाथ में एक एक लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड बहन चोद टन्ना उठे। फिर मैं दोनों लण्ड पकडे पकडे कमरे में आ गयी तो सब लोग उन दोनों के लण्ड देख कर दंग रह गयीं। समीर बोला यार तुम भोसड़ी के घर से ही कपड़े खोल कर चले थे क्या ? मैंने कहा नहीं यार मैंने इन मादर चोदों को नंगा किया है। यहाँ साले बुर चोदने आएं है तो नंगा तो होना ही पडेगा ? इतने में अलका ने एक लण्ड पकड़ लिया और खुशबू ने दूसरा ? इस तरह अब हमारे पास चार लण्ड तीन चूत का स्टॉक हो गया। मैंने उन दोनों को भी खूब जम कर शराब पिलाई और खूब मस्ती से लण्ड हिलाया, चाटा और चूसा ?
थोड़ी मस्ती चढ़ चुकी थी। मैं अंदर गयी और रंग अपने हाथ में लगा कर आई और समीर का लौड़ा रंगते हुए बोली समीर साले तेरे लण्ड की माँ की चूत बहन चोद ? देख मैंने तेरा लौड़ा लाल कर दिया है और साहिल तेरा लौड़ा भी। अब जा तू अपनी माँ चुदा ? इतने में अलका भी रंग लायी और नसीब का लौड़ा रंग दिया बोली साले तेरे लण्ड की बहन की बुर कुत्ते ? इसी तरह खुशबू बोली तू बहन का लौड़ा वहां क्या अपनी माँ चुदा रहा है ? इधर आ के मेरी बुर चाट ? नहीं आज मैंने तेरे लंडकी माँ चोद दूँगी ? खूशबू रोशन के लण्ड पर पेल्हड़ पर उसकी गांड पर खूब रंग लगाया। लड़कों में भी हम तीनो की चूंचियां रंग दी। समीर बोला तू बड़ी हरामजादी है बाला भोसड़ी की ? उसने हमारी चूत पर खूब थोप दिया रंग ? झांटें तो हम सब की बनु हुई थी इसलिए रंग चिपक कर बैठ गया। साहिल बोला तुम सब मादर चोद बड़ी हरामी लड़कियां हो ? खूशबू ने जबाब दिया हरामी न होती तो तुमको अपनी बुर चुदवाने के लिए क्यों बुलवाती ? नसीब इधर आ के लगवा ले रंग नहीं मैं तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी रोशन का लण्ड ? लड़कियों की मस्त मस्त गालियां सुनकर लड़कों के लण्ड बेतहासा खड़े होकर हिनहिनाने लगे ?
होली का ऐसा माहौल हो गया की हर लड़के ने हर एक चूंची चूत और गांड पर खूब रंग लगाया। लड़कियों ने भी एक एक करके सबके लण्ड रंग दिया। अब कौन सा लौड़ा किसका है यह पहचान में नहीं आ रहा था ? लड़के और लड़कियां सब मिल कर खेलने लगीं होली। लड़कियां लड़कों से लिपट लिपट कर खेलने लगीं होली ? उन पर कूद कूद कर खेलने लगीं। उन पर अपनी चूंचियां रगड़ रगड़ कर खेलने लगी। लड़के भी लड़कियों के पूरे बदन पर अपना अपना लण्ड रगड़ रगड़ कर खेलने लगे होली। लड़कियां प्यार से लड़कों को गालियां देने लगीं और लड़के भी गालियों से जबाब देने लगे ?
अलका बोली :- यार ज़िन्दगी में आज पहली बार होली खेलने में मज़ा अ रहा है ।
मैंने कहा :- यार अब हम हर साल इसी तरह की होली खेला करेंगी ?
खुशबू बोली :- हां यार अब तो मैं भी ऐसे ही होली खेलूंगी। होली में तुम सबकी चुदवाऊँगी चूत और चुदवाऊँगी तुम सबकी माँ का भोसड़ा ?
अलका बोली :- हा यार होली में चोदने और चुदाने में बड़ा मज़ा आता है। चाहे अपनी चूत हो चाहे अपनी माँ की चूत ? इतनी मस्त होली मैंने पहले कभी नहीं खेली ? आज तो मैं गांड भी मराऊँगी अपनी ?
होली खेलने के बाद सब लोग आँगन में ही इकठ्ठा हो गये। आँगन को ही बाथ रूम बना लिया ? रबड़ के पाईप से बाल्टियों में पानी भरा गया। फिर सब लोग एक दूसरे के बदन पर साबुन लगाने लगे । लड़कियां लड़कों के बदन पर और लड़के लड़कियों के बदन पर ? लड़के चूंची और चूत पर साबुन लगाने लगे और लड़कियां लड़कों के लण्ड पर ? सबने साबुन लगा लगा कर खूब नहलाया और नहाया जिससे ९०% रंग छूट गया। लेकिन नहाते समय जहाँ एक तरफ सबके लण्ड टन्ना रहे थे वहीँ दूसरी तरह लड़कियों की चूंचियां भी तन कर खड़ी हुई थीं। मुझे शरारत सूझी और मैं नसीब का लण्ड मुंह में डाल चूसने लगी। मुझे देखकर खुशबू ने साहिल का लौड़ा पकड़ लिया और उसे मुंह में भर कर चूसने लगी। अलका तो बुर चोदी रोशन और समीर का लण्ड एक साथ चूसने लगी। कभी एक एक करके और कभी दोनों लण्ड एक साथ मुंह में घुसा घुसा कर ? मैंने पूंछा तो वह तपाक से बोली यार मेरी अम्मी भी भोसड़ी की ऐसे ही दो दो लण्ड चूसती है। हम तीनो इतनी वासना में डूबी थीं की किसी का भी मन लौड़ा बाहर निकालने का नहीं हो रहा था। लड़के भी मस्ती से अपना अपना लण्ड चुसवाने लगे और लड़कियों की चूत और चूंचियां मसलने लगे।
फिर मैंने अलका से दोनों लण्ड ले लिया और मैं रोशन तथा समीर के लण्ड चाटने लगी। अलका आगे बढ़ी और खुशबू से साहिल का लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में भर लिया। खुशबू माँ की लौड़ी नसीब का लण्ड चूसने में जुट गयी। लण्ड अदला बदली हो गयी और मस्ती ज्यादा छाने लगी। बस थोड़ी देर में एक एक करके लण्ड उगलने लगे अपना अपना वीर्य। हम तीनो ने मिलकर सबके झड़ते हुए लण्ड चाटे ?
उसके बाद हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब गन्दी गन्दी आपस में बातें की। एक घंटे के बाद शुरू हो गयी चोदा चोदी ? मैं समीर से चुदवाने लगी। अलका रोशन का लण्ड बुर में पेल कर चुदवाने लगी और खुशबू ने साहिल का लौड़ा अपनी बुर में घुसेड़ा और भकाभक चुदवाने लगी। उसी ने नसीब का लौड़ा अपने मुंह में घुसेड़ा और चाटने लगी। फिर तो हम तीनो ने खूब लण्ड बदल बदल कर चुदवाया।
खुशबू ने एक एक करके चारों लड़कों के लण्ड खोल कर अपनी अम्मी को दिखा दिया।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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लण्ड पकड़ के खेली होली |
वह बोली:- बाला, तेरी माँ का भोसड़ा होली में - तेरी बहन का लौड़ा होली में ? लण्ड हिलाओ होली में - लौड़ा चाटो होली में ?
मैंने कहा :- भोसड़ी की तुझे बड़ी मस्ती सवार है ? तो ले मुझसे भी सुन :- मेरे मुंह में लौड़ा होली में - मेरी चूत में लौड़ा होली में ? मेरी गांड मार लो होली में - मेरी चूत चोद लो होली में ? मैं भी ऐसी बातें कह सकती हूँ मगर क्या करूँ बहन चोद कहाँ से लाऊँ लौड़ा ? तू बता भोसड़ी की अलका किसका लौड़ा किसकी गांड से निकाल कर ले आऊँ ? आज मेरा मन बुर चुदवाने का हो रहा है। यार मैं तड़प रही हूँ एक लण्ड के लिए ? ये बहन चोद भगवान ने जब लड़की की बुर बनायीं थी तो साथ साथ एक लण्ड भी बना देता तो क्या उसकी क्या माँ चुद जाती ? अब मैं किससे चुदवाने जाऊं अपनी बुर ?
पीछे से खुशबू बोल पड़ी :- इतनी चिंता क्यों कर रही है माँ की लौड़ी, बाला ? बोल तुझे कैसा लण्ड और कितने लण्ड चाहिए ? मैं अभी तेरी चूत क्या तेरी माँ की चूत भी चुदवा सकती हूँ। लेकिन पहले यह बता की हम तीनो मादर चोद यहाँ इतने बड़े हॉस्टल में होली की छुट्टियों में क्या करेंगीं ? झांटें उखाड़ेंगी एक दूसरे की ? एक दूसरे की गांड में ऊँगली करेंगी, बहन चोद ?
मैंने कहा :- माँ चुदवायेंगी अपनी अपनी और क्या ? तू बहन चोद हमेशा मजाक करती रहती है लेकिन झांट एक भी नहीं उखाड़ पाती ? देखो न सब की सब बुर चोदी लड़कियां अपने अपने घर चली गयी हैं होली मनाने ? वे सब बहन चोद, अपनी भी बुर चुदवायेंगी और अपनी अपनी माँ भी चुदवाएँगीं ? हम लोग यहाँ न अपनी बुर चुदवा सकती हैं और न अपनी माँ का भोसड़ा ?
बस हम तीनो आपस में सोंचने लगीं की किस तरह होली मनायी जाये ? सबके मन में एक ही बात थी की इस बार कुछ नये तरीके से मनाई जाये होली ? कुछ नया किया जाए ? कुछ ऐसा किया जाए जो पहले कभी नहीं हुआ ? हम तीनो माथा पच्ची करने लगीं।
इतने में अलका बोली :- यार, इस बार क्यों न हम लोग अपने अपने सारे कपडे उतार कर खेलें होली। हां बिलकुल नंगी नंगी होकर ? सोंचो ज़रा कितना मज़ा आएगा ? और रंग भी एक दूसरे की चूंचियों पर और चूत पर लगायें ?
मैंने कहा :- हां मज़ा तो आएगा लेकिन हमारी चूत, हमारी चूंची, हमारी गांड कोई देखने वाला तो हो ? यार मज़ा तो लड़कों के सामने नंगी होने में आता है ? खुशबू बोली :- हां और लड़के भी हमारे सामने नंगे हों तब ? हमें भी तो लण्ड देखने का मौक़ा मिले ?
मैंने कहा :- यार , यह बात ठीक है। फिर तो हम लण्ड पकड़ कर होली खेल सकतीं हैं। अब हम तीनो लोग यह सोंचें की लण्ड कहाँ से आएंगे ?
अलका बोली :- खुशबू तू तो अभी कह रही थी की तू लण्ड ला सकती है। मेरी बुर क्या मेरी माँ की बुर चुदवा सकती है तू ? तो फिर कर न लण्ड का इंतज़ाम ? सुना है तेरे संपर्क में बड़े बड़े लण्ड हैं ?
खुशबू बोली :- यार एक बात सच है की मेरी अम्मी बड़े बड़े लौड़ों की शौक़ीन है। मैं उसी से बात करती हूँ। वो जिससे अपना भोसड़ा चुदवाती है वही लण्ड अगर हम लोगों को मिल जायें तो मज़ा आ जाये ? वैसे मेरी अम्मी है बड़ी बड़ी चालू चीज ? वो जिससे कहेंगी वो ख़ुशी ख़ुशी हमें चोदने के लिए तैयार हो जाएगा भोसड़ी का ?
मैंने कहा :- यार तो फिर चुदवा दो न मेरी बुर होली में ?
अलका बोली :- हां यार मेरी भी बुर में ठोंक दो लण्ड होली में ?
खुशबू ने फ़ौरन अपनी अम्मी से बात की। वह बोली हाय अम्मी देखो हम ३ लड़कियां यहाँ हॉस्टल में रह गयी है बाकी सब अपने घर चली गयी हैं। यहाँ कोई हमें चोदने वाला नहीं है। उसकी अम्मी बोली तू भोसड़ी की इतनी मस्त जवान खूबसूरत लड़की है, बड़ी बड़ी चूंचियों वाली है, मस्त चूत वाली है तुझे कोई वहां चोदने वाला नहीं मिला अभी तक ? गांड मरा रही है तू अपनी मुंबई में मादर चोद ? मैं तेरी उम्र की थी तो एक दर्जन लड़के अपना अपना लण्ड हिलाया करते थे मेरे आगे ? खुशबू बोली अरे नहीं अम्मी मुझे भी चोदने वाले बहुत हैं पर सब के सब भोसड़ी वाले छुट्टी पर चले गयें हैं। कुछ करो न अम्मी प्लीज ? वह बोली अच्छा तू मुझे अपना पता लिख कर भेज दे मैं २/३ लड़के तेरे पास भेजती हूँ। थोड़ी देर में उसकी अम्मी का फोन आया वह बोली देख खुशबू मैंने दो लड़के भेज दिया है। उनका कोड वर्ड है 'लाल भोसड़ा' उनके लण्ड मैंने कभी देखा नहीं है पर सुना जरूर है। खुशबू बोली अम्मी वो दोनों एक दूसरे से शरमाएंगें तो नहीं ? वह बोली नहीं पगली वो दोनों साले एक दूसरे की बीवी एक ही कमरे में चोदते है। फिर शर्मायेंगे क्यों माँ के लौड़े ?
अब तुम लोग लण्ड पकड़ पकड़ कर एकदम नंगी होकर खेलो होली और सुन अगर लौड़े तुझे पसंद आ जाएँ तो अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाना न भूलना ? खुशबू बोली नहीं भूलूंगी तेरा भोसड़ा चुदाना, मेरी बुर चोदी अम्मी ?
अलका बोली :- हाय दईया, तू अपनी अम्मी से ऐसी बातें करती है, खुशबू ?
वह बोली :- अरे यार मैं बातें ही नहीं करती। मैं तो चुदवाती हूँ उसके आगे और वह मेरे आगे चुदवाती है भोसड़ी वाली। हम दोनों दोस्त है। उस दिन मैं अम्मी से खुल गयी थी जिस दिन उसने मुझे लण्ड पीते हुए देख लिया था। वही लण्ड मुझसे छीन कर अम्मी खुद पीने लगीं थी और बोली खुशबू अब तू मेरे सामने इसी लड़के से चुदवा ? मैं तेरी चुदाई देखूँगी और चुदवाने के बाद अपनी माँ का भोसड़ा भी चुदवाना ?
बस उसी दिन से हम दोनों साथ साथ चुदवाने लगीं ? हम सब बातें कर ही रही थीं की किसी ने डोर बेल बजायी। मैंने दरवाजा खोला तो देखा की सामने दो जवान बड़े हैंडसम लड़के खड़े है। एक बोला मुझे खुचबू की अम्मी ने भेजा है ? मैंने उन्हें अंदर बैठाया और कहा इससे पहले की हम तुमसे कोई बात करें पहले कोड वर्ड बताओ। वह बोला 'लाल भोसड़ा' ? मैं मुस्कराई और बोली good, you are welcome ? फिर उसने बताया की मैं हूँ समीर और यह मेरा दोस्त है साहिर ? हम दोनों पक्के दोस्त है।
- मैंने पूंछा तुम बीवियां चोदते हो की लड़कियां ?
- वह बोला दोनों जो जब मिल जाए चोद लेता हूँ।
- तुम्हे एक दूसरे के सामने चोदने में कोई शर्म तो नहीं आती ?
- बिलकुल नहीं ? मैं तो कहीं भी किसी को भी चोद सकता हूँ मैडम।
- मैडम की माँ का भोसड़ा ? मैं बाला हूँ। तुम मुझे बुर चोदी बाला कहो ? भोसड़ी की बाला कहो, मादर चोद बाला कहो ? हां अब यह बताओ भोसड़ी के की तुम बुर चाटते हो चोदने के पहले ?
- हां बिलकुल चाटता हूँ बुर ? मेरा दोस्त भी बुर चाटता है ?
- तुम कैसे जानते हो की तेरा दोस्त बुर चाटता है ?
- अरे मैडम (sorry) भोसड़ी की बाला, मेरा दोस्त मेरी बीवी चोदने के पहले उसकी बुर चाटता है।
- अलका बोली हां यार ये दोनों मादर चोद एक दूसरे की बीवी चोदते है ? तुम और किस किस की बीवी चोदते हो ?
- हमारे ग्रुप में ८/१० कपल हैं। सब के सब एक दूसरे की बीवी चोदते हैं ?
- अलका बोली तो फिर तुम क्या अभी दो लड़के और बुला सकते हो ?
- हां हां बुला सकता हूँ लेकिन आप अपनी choice बताईये ?
- खुशबू ने बताया बस यही की उनके लण्ड दमदार होनी चाहिए ,बस ? हमें मोटे और लम्बे लण्ड पसंद हैं .
- अच्छा ठीक है, मैं अपनी बीवी से पूंछ लेता हूँ की किस किस के लण्ड मोटे, लम्बे और दमदार है और फिर उन्ही को बुला लेता हूँ।
अचानक घंटी बजी और मैं दरवाजा खोलने चली गयी। मैंने देखा की बाहर दो मस्त जवान लड़के खड़े हैं। एक ने कहा मैं नसीब हूँ और यह मेरा दोस्त रोशन है। मुझे समीर ने यहाँ बुलाया है। बस मैंने दोनों को अंदर किया और दरवाजा बन कर दिया। मैंने साफ साफ़ कहा तुम लोग भोसड़ी के हमें चोदने आये हो न ? वे दोनों मुस्कराने लगे। तब मैंने अपनी चादर उतार कर फेंक दी और नंगी नंगी उनके आगे खड़ी हो गयी। मैंने कहा लो देखो पहले मुझे चारों तरफ से और फिर उतारो अपने अपने कपडे ? बस दो मिनट में ही उन दोनों के कपडे उतर गए। मैं अपने दोनों हाथ में एक एक लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। लण्ड बहन चोद टन्ना उठे। फिर मैं दोनों लण्ड पकडे पकडे कमरे में आ गयी तो सब लोग उन दोनों के लण्ड देख कर दंग रह गयीं। समीर बोला यार तुम भोसड़ी के घर से ही कपड़े खोल कर चले थे क्या ? मैंने कहा नहीं यार मैंने इन मादर चोदों को नंगा किया है। यहाँ साले बुर चोदने आएं है तो नंगा तो होना ही पडेगा ? इतने में अलका ने एक लण्ड पकड़ लिया और खुशबू ने दूसरा ? इस तरह अब हमारे पास चार लण्ड तीन चूत का स्टॉक हो गया। मैंने उन दोनों को भी खूब जम कर शराब पिलाई और खूब मस्ती से लण्ड हिलाया, चाटा और चूसा ?
थोड़ी मस्ती चढ़ चुकी थी। मैं अंदर गयी और रंग अपने हाथ में लगा कर आई और समीर का लौड़ा रंगते हुए बोली समीर साले तेरे लण्ड की माँ की चूत बहन चोद ? देख मैंने तेरा लौड़ा लाल कर दिया है और साहिल तेरा लौड़ा भी। अब जा तू अपनी माँ चुदा ? इतने में अलका भी रंग लायी और नसीब का लौड़ा रंग दिया बोली साले तेरे लण्ड की बहन की बुर कुत्ते ? इसी तरह खुशबू बोली तू बहन का लौड़ा वहां क्या अपनी माँ चुदा रहा है ? इधर आ के मेरी बुर चाट ? नहीं आज मैंने तेरे लंडकी माँ चोद दूँगी ? खूशबू रोशन के लण्ड पर पेल्हड़ पर उसकी गांड पर खूब रंग लगाया। लड़कों में भी हम तीनो की चूंचियां रंग दी। समीर बोला तू बड़ी हरामजादी है बाला भोसड़ी की ? उसने हमारी चूत पर खूब थोप दिया रंग ? झांटें तो हम सब की बनु हुई थी इसलिए रंग चिपक कर बैठ गया। साहिल बोला तुम सब मादर चोद बड़ी हरामी लड़कियां हो ? खूशबू ने जबाब दिया हरामी न होती तो तुमको अपनी बुर चुदवाने के लिए क्यों बुलवाती ? नसीब इधर आ के लगवा ले रंग नहीं मैं तेरी गांड में घुसेड़ दूँगी रोशन का लण्ड ? लड़कियों की मस्त मस्त गालियां सुनकर लड़कों के लण्ड बेतहासा खड़े होकर हिनहिनाने लगे ?
होली का ऐसा माहौल हो गया की हर लड़के ने हर एक चूंची चूत और गांड पर खूब रंग लगाया। लड़कियों ने भी एक एक करके सबके लण्ड रंग दिया। अब कौन सा लौड़ा किसका है यह पहचान में नहीं आ रहा था ? लड़के और लड़कियां सब मिल कर खेलने लगीं होली। लड़कियां लड़कों से लिपट लिपट कर खेलने लगीं होली ? उन पर कूद कूद कर खेलने लगीं। उन पर अपनी चूंचियां रगड़ रगड़ कर खेलने लगी। लड़के भी लड़कियों के पूरे बदन पर अपना अपना लण्ड रगड़ रगड़ कर खेलने लगे होली। लड़कियां प्यार से लड़कों को गालियां देने लगीं और लड़के भी गालियों से जबाब देने लगे ?
अलका बोली :- यार ज़िन्दगी में आज पहली बार होली खेलने में मज़ा अ रहा है ।
मैंने कहा :- यार अब हम हर साल इसी तरह की होली खेला करेंगी ?
खुशबू बोली :- हां यार अब तो मैं भी ऐसे ही होली खेलूंगी। होली में तुम सबकी चुदवाऊँगी चूत और चुदवाऊँगी तुम सबकी माँ का भोसड़ा ?
अलका बोली :- हा यार होली में चोदने और चुदाने में बड़ा मज़ा आता है। चाहे अपनी चूत हो चाहे अपनी माँ की चूत ? इतनी मस्त होली मैंने पहले कभी नहीं खेली ? आज तो मैं गांड भी मराऊँगी अपनी ?
होली खेलने के बाद सब लोग आँगन में ही इकठ्ठा हो गये। आँगन को ही बाथ रूम बना लिया ? रबड़ के पाईप से बाल्टियों में पानी भरा गया। फिर सब लोग एक दूसरे के बदन पर साबुन लगाने लगे । लड़कियां लड़कों के बदन पर और लड़के लड़कियों के बदन पर ? लड़के चूंची और चूत पर साबुन लगाने लगे और लड़कियां लड़कों के लण्ड पर ? सबने साबुन लगा लगा कर खूब नहलाया और नहाया जिससे ९०% रंग छूट गया। लेकिन नहाते समय जहाँ एक तरफ सबके लण्ड टन्ना रहे थे वहीँ दूसरी तरह लड़कियों की चूंचियां भी तन कर खड़ी हुई थीं। मुझे शरारत सूझी और मैं नसीब का लण्ड मुंह में डाल चूसने लगी। मुझे देखकर खुशबू ने साहिल का लौड़ा पकड़ लिया और उसे मुंह में भर कर चूसने लगी। अलका तो बुर चोदी रोशन और समीर का लण्ड एक साथ चूसने लगी। कभी एक एक करके और कभी दोनों लण्ड एक साथ मुंह में घुसा घुसा कर ? मैंने पूंछा तो वह तपाक से बोली यार मेरी अम्मी भी भोसड़ी की ऐसे ही दो दो लण्ड चूसती है। हम तीनो इतनी वासना में डूबी थीं की किसी का भी मन लौड़ा बाहर निकालने का नहीं हो रहा था। लड़के भी मस्ती से अपना अपना लण्ड चुसवाने लगे और लड़कियों की चूत और चूंचियां मसलने लगे।
फिर मैंने अलका से दोनों लण्ड ले लिया और मैं रोशन तथा समीर के लण्ड चाटने लगी। अलका आगे बढ़ी और खुशबू से साहिल का लण्ड पकड़ कर अपने मुंह में भर लिया। खुशबू माँ की लौड़ी नसीब का लण्ड चूसने में जुट गयी। लण्ड अदला बदली हो गयी और मस्ती ज्यादा छाने लगी। बस थोड़ी देर में एक एक करके लण्ड उगलने लगे अपना अपना वीर्य। हम तीनो ने मिलकर सबके झड़ते हुए लण्ड चाटे ?
उसके बाद हम सबने नंगे नंगे ही खाना खाया और खूब गन्दी गन्दी आपस में बातें की। एक घंटे के बाद शुरू हो गयी चोदा चोदी ? मैं समीर से चुदवाने लगी। अलका रोशन का लण्ड बुर में पेल कर चुदवाने लगी और खुशबू ने साहिल का लौड़ा अपनी बुर में घुसेड़ा और भकाभक चुदवाने लगी। उसी ने नसीब का लौड़ा अपने मुंह में घुसेड़ा और चाटने लगी। फिर तो हम तीनो ने खूब लण्ड बदल बदल कर चुदवाया।
- चुदाने के बाद खुशबू ने अपनी अम्मी को फोन किया और बोली :- अम्मी, तू संभाल ले अपना भोसड़ा बहन चोद ? समीर और साहिल के लण्ड तेरा भोसड़ा चोदने आ रहे हैं।
- पहले यह बता बुर चोदी खुशबू , तूने दोनों लण्ड से चुदवाया की नहीं ? और चुदवाया तो तेरी चूत का क्या हुआ ? होगा क्या ? चुदवाने के बाद भी मेरी चूत तो वैसी की वैसी है अम्मी ?
- तो फिर क्या वे दोनों साले तेरी माँ के भोसड़ा की झांट भी उखाड़ पायेंगें ? नहीं अम्मी ऐसा मत समझो ?
- लौड़े मादर चोद बड़े जबरदस्त हैं ? मेरी चूत को ढीली तो कर दिया भोसड़ी वालों ने ?
- तो फिर तू जल्दी से आ जा और चुदा अपनी माँ का भोसड़ा अपने सामने, ?
खुशबू ने एक एक करके चारों लड़कों के लण्ड खोल कर अपनी अम्मी को दिखा दिया।
०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त
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