Sunday, March 8, 2015

लण्ड पूरा घुसा, भोसड़ी के ?

मैं भोसड़ी की लण्ड चूस रही हूँ

मैं जैसे ही कमरे में घुसने लगी तो मैंने सुना की मेरी मम्मी किसी से कह रही है की लण्ड पूरा पेल दे भोसड़ी के ? पूरा का पूरा लण्ड पेल के चोदो मेरी बहू की बुर ? बस मैं बिना अंदर झांकें यह जान गयी की मेरी मम्मी मेरी भाभी की बुर किसी और से चुदवा रही हैं।  चोदने वाला कौन है मादर चोद यह तो देखने से पता ही चलेगा ?  मम्मी फिर बोली हां बस इसी तरह बार बार पूरा लण्ड अंदर घुसेड़ दे और फिर बाहर निकल ले ? इसी तरह जल्दी जल्दी करता जा मादर चोद ? देख अब तुझे भी मज़ा आने लगा न मेरी बहू की बुर चोदने में ? आज मुझे मौक़ा मिला है अपनी बहू की बुर चुदवाने का ? वरना यह ससुरी अक्सर मेरा भोसड़ा चुदवाया करती है ? इसको अपनी सास का भोसड़ा चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है ? मुझे भी आज अपनी बहू की बुर चुदवाने में वही मज़ा आ रहा है, बहन चोद ? देख न मेरी बहू चुदवाने में कितनी लाजबाब है ?
अब बात और साफ़ हो गयी की मेरी भाभी मेरी माँ का भोसड़ा चुदवाती हैं ? और आज मम्मी को बदला लेने का मौका मिल गया है इसीलिए वह भाभी की बुर में पूरा लौड़ा घुसाने की बात कह रही हैं। पर अभी तक यह नहीं मालूम की भोसड़ी का चोदने वाला कौन है ? इतने में अम्मी फिर बोली देखा न तूने, तू बहन चोद मेरी बिटिया की बुर चोदने आया था और बिना चोदे वापस जा रहा था।  तब मैंने तुझे रोक लिया और कहा की मेरी बिटिया की बुर बाद में चोदना अभी तू मेरी बहू की बुर चोद ले ? अब देखा न,  रुक जाने से कितना मज़ा मिल रहा है तुझे ? मेरी बहू की बुर तुझे उतना ही मज़ा दे रही है जितना मज़ा तुझे मेरी बेटी की बुर देती ? और सुन आजकल तो होली का माहौल है ? होली में तो चोदा करो सबकी बुर ? सबकी बहन की बुर चोदो, भाभी की बुर चोदो, मौसी की बुर चोदो, सबकी माँ का भोसड़ा चोदो ? होली में बुर चोदना और बुर चुदवाना दोनों ही बड़ा अच्छा होता है।  अभी तुम मेरी बहू की बुर चोद रहे हो ? उसके बाद तुम मेरी बेटी की बुर चोदना और फिर उसके बाद मेरी बेटी की माँ का भोसड़ा चोदना ?
अब तो बात और साफ़ हो गयी की मेरी मम्मी किसी मस्त लड़के से भाभी की बुर चुदवा रही हैं। मेरी बुर चुदवाने की बात कह रही है।  उसके बाद अपना भोसड़ा भी चुदवाना चाहती है। मेरी मम्मी बुर चोदी बड़ी चुदक्कड़ हैं। उसकी नज़र में अगर किसी का लौड़ा चढ़ गया तो फिर वह उसके भोसड़ा में बिना ठोंकवाये रह नहीं सकती ? इतनी सेक्सी और मस्त बातें सुनकर मैं बाहर कैसे रह सकती थी।  इसलिए मैं भी फटाफट अंदर घुस गयी।  मुझे देखते ही अम्मी बोली हाय करीना तू कहाँ चली गयी थी अपनी माँ चुदाने ? देख ये मेरी बहन का लड़का तुझे चोदने आया था।  कह रहा था की खाला मैं करीना की बुर लेता हूँ इसलिए आया हूँ।  तब मैंने कहा बेटा अजमल करीना तो बुर चोदी है नहीं तब तक तू मेरी बहू की बुर ले ले ? इसलिए मैं बहू की बुर चुदवाने लगी बेटी ? अब बोलो क्या करे अजमल ? मैंने कहा कोई बात नहीं भाभी की बुर भी बड़ी मस्त है। तुम इसकी बुर चुदवाओ मैं ज़रा बाहर जा रही हूँ।
अम्मी बोली हाय रब्बा, अगर तुझे नहीं चुदाना है तो फिर अपनी माँ का भोसड़ा चुदवा कर जाओ बेटी ?
बस फिर मैं रुक गयी। मैंने सोंचा की अब मैं अपनी माँ चुदा कर ही जाऊँगी।
अजमल मेरी खाला का लड़का है और एक दिन छत पर मैंने इसका लौड़ा पहली बार पकड़ था।  पहले ही दिन मुझे इसके लण्ड से मोहब्बत हो गयी और तब से मैं इससे चुदवाने लगी। आज देखो मेरी भाभी बुर चोदी चुदवा रही है और मेरी माँ भी चुदवाने के लिए बेताब है।  मैं अपने कपडे उतार कर बैठ गयी और भाभी की बुर चुदते हुए देखने लगी।  आग तो मेरी भी चूत में लग चुकी थी लेकिन मैं सब्र किये बैठी थी।
इतने में डोर बज बजी और मैं दरवाजा खोलने चली गई।  खोलते ही देखा की मेरे मोहल्ले के राजेश अंकल आये हुआ हैं।  होली का दिन था।  उसके हाथ में रंग था।  उसने कहा अरी करीना अपनी अम्मी को बुला मैं उसके साथ होली खेलूंगा।  मैं तो मस्ती में थी ही।  मेरी नियत ख़राब हो गयी और मैं बोली हां हां अंकल खेल लेना पहले बैठो तो सही ?  जैसे वह बैठा मैं उसके कपडे खोलने लगी।  वह बोला अरे करीना यह क्या कर रही हो ?  मैंने कहा मैं भी रंग लगाऊंगी अंकल ? वह बोला तो लगाओ न कपडे क्यों उतार रही हो ? मैंने कहा मैं रंग तेरे बदन पर लगाऊंगी अंकल तेरे कपड़ों पर नहीं।  तब तक मैंने उसकी बनियाइन भी उतार दी। उसकी चौड़ी छाती बड़ी सेक्सी लग रही थी मुझे। मेरे तो बदन में आग लग गयी। मैंने कहा अंकल अब खड़े हो जाओ।  वह खड़ा हो गया तो मैं भी रंग लेकर लगाने लगी। 
उसने रंग मेरे गालों में लगाया,  मेरे हाथों में और मेरी गर्दन में भी।  तब मैंने अपनी चूंचियां खोल दी और कहा अंकल भोसड़ी के इन पर लगाओ न रंग ? वह मादर वाकई लगाने लगा। मेरी चूत की आग भड़क उठी।  इतने में मैंने उसके पैजामे का नाड़ा खींच लिया।  वह बोला वाओ, यह क्या कर रही हो करीना ? मैंने कहा मैं वहां भी रंग लगाऊंगी मादर चोद ? वह बोला अरे यार मैं नंगा हो जाऊंगा ? मैंने कहा तू नंगा होगा तभी तो रंग लगाऊंगी। मैंने खुल कर कहा ? तेरे लण्ड पर लगाऊंगी रंग ?  तेरे पेल्हड़ भी रंग दूँगी ? फिर तेरी गांड मारूंगी मैं अंकल ? बस उसका लौड़ा टन्ना गया ? मैं इसीलिए खुलकर बोल रही थी की उसका लण्ड खड़ा हो जाये ?
जैसे ही उसका पैजामा नीचे गिरा और वह नंगा हुआ वैसे ही मैंने उसका लण्ड दबोच लिया और नीचे घुटनो के बल बैठ कर रंग लगाने के वजाये मैं लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगी।  वह बोला करीना क्या कर रही हो ? मैने कहा तू भोसड़ी का चुप रह ? मैं जो कर रही हूँ मुझे करने दे ? तू तो मेरी माँ का भोसड़ा चोदेगा अभी,  उसके पहले मैं तेरे लण्ड का मज़ा ले लूँ ? वह बोला नहीं करीना मैं इस ख्याल से नहीं आया हूँ की मैं तेरी माँ चोदूंगा ? मैंने कहा लेकिन मैं तो इस ख्याल से हूँ की मैं तुमसे अपनी माँ चुदवाऊँगी।  तेरा यह मस्ताना लण्ड अपनी माँ के भोसड़ा में पेलूँगी। आज तो तुझे मेरी माँ चोदनी ही पड़ेगी।  होली में बुर चोदना बड़ा अच्छा होता है अंकल ? मुझे उसका लण्ड बहुत अच्छा लगा।  लण्ड का सुपाड़ा अच्छा लगा और सबसे अच्छी बात यह थी की उसकी झांटें बिलकुल साफ़ भी।  गोरा गोरा लण्ड मुझे भा गया बहन चोद ?
अब मैं उसे लेकर ज़मीन पर लेट गयी। अपना पेटीकोट खोलकर उसे अपनी नंगी चूत दिखा दी।  वह बोला कितनी मस्त है तेरी चूत करीना ? ऐसा कह कर वह मेरी बुर चाटने लगा।  मुझे मज़ा आने लगा।  थोड़ी में मैंने कहा अंकल अब पेल दो अपना लण्ड मेरी चूत में और चोदो मेरी चूत ? वह बोला यार तेरी अम्मी देख लेंगी तो गज़ब हो जाएगा ? मैंने कहा अम्मी की बिटिया की बुर ? अम्मी की बहन का लण्ड ? अम्मी की माँ की चूत ? वह भोसड़ी वाली कुछ नहीं कहेगी।  और कहेगी तो सिर्फ इतना कहेगीं की मेरा भी भोसड़ा चोदो ? तो फिर मुझे चोदने के बाद उसका भी भोसड़ा चोद कर जाना अंकल ? होली में चोदो बिटिया की बुर, होली में चोदो माँ का भोसड़ा ? तेरी तो चांदी है ?
इससे बढ़िया तेरी होली और क्या हो सकती है माँ के लौड़े, राजेश ?
इतने में पीछे अम्मी आ गयी और बोली अरी करीना बुर चोदी तू यहाँ चुदवा रही है ? ये तो बड़ी अजीब बात है।  अंदर बहू अपनी बुर चुदवा रही है और बाहर बिटिया अपनी बुर चुदवा रही है।  मेरे भोसड़ा की किसी को कोई चिंता ही नहीं ? फिर उसकी निगाह लण्ड पर पड़ी।  वह लण्ड देख कर बोली अरी करीना भोसड़ी की यह किसका लौड़ा है यार ? बड़ा जबरदस्त है बहन चोद ? इस मादर चोद को मेरा भोसड़ा चोदना चाहिए ? फिर अम्मी आगे आ गयीं और बोली हाय दईया तू माँ का लौड़ा राजेश ? मेरी बिटिया की बुर चोद रहा है तू ?  उस दिन मुझे चोदने के बाद कहाँ चला गया था तू भोसड़ी का राजेश ? मैंने कहा अंकल तू मादर बड़ा चालू है।  तूने बताया की तू मेरी माँ का भोसड़ा चोद चुका है ? उसने कहा करीना आज फिर मेरा मन तेरी माँ चोदने का था लेकिन जब मुझे तेरी बुर मुफ्त में मिल रही थी तो मैंने सोंचा की आज मैं पहले भाभी की बिटिया चोद लेता हूँ और भाभी की बुर किसी और दिन चोदूँगा।  लेकिन अब जब भाभी बाहर आ ही गयी हैं तो इसे भी चोद कर जाऊंगा ?
ये सब बातें हो ही रही थी की एकाएक भाभी भी बहार मेरे कमरे में आ गयीं।  उसने देखा की मैं राजेश अंकल से चुदवा रही हूँ। मेरी अम्मी भी बगल में बैठी हैं। भाभी मुस्कराने लगी और बोली वाह वाह क्या बात है।  मैं तो अपनी सास की बड़ी तारीफ करती हूँ।  खुदा करे की सबकी सास ऐसी ही हो जो अंदर अपनी बहू की चुदवाये और बाहर अपनी बिटिया की बुर चुदवाये ?  उसके बाद सबने मिलकर मेरी मस्त चुदाई देखी।
चुदाई के बाद खाना पीना हुआ और खूब जम कर बात चीत हुई। एक घंटे के बाद मैंने फिर अंकल का लण्ड हिलाना शुरू किया और इस बार मैंने खुद अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाया।  भाभी ने भी मेरा साथ दिया। चोदा चोदी होने से रात काफी हो गयी थी।  अंकल जाने लगे तो मैंने कहा अंकल किसी दिन आना तो सबसे पहले मेरी भाभी की बुर चोदना।  वह मुस्कराते हुए चला गया।
एक दिन मैं नज़मा आंटी के घर चली गयी। आंटी की बेटी हया मेरी पक्की दोस्त है। उसी ने दरवाजा खोला और मैं उसके साथ बैठ कर बातें करने लगी। हया की शादी एक साल पहले हो चुकी है।  आज कल वह इत्तिफ़ाक़ से यहीं है। अभी एक हफ्ते के बाद वह अपनी ससुराल चली जाएगी।
  • मैंने पूंछा - हया तुझे कॉलेज के लड़के बहुत मिस करते हैं।  आये दिन तेरी बातें करते रहतें है। 
  • हां यार मैं भी बहुत मिस करती हूँ सबको।  मुझे भी उनकी बहुत याद आती है।  कितनी मस्ती रहते थी कॉलेज में ? कितना मज़ा आता था ?  
  • तूने एक साल पहले ही पढ़ाई छोड़ दी ? अब मेरा भी यह आखिरी साल है और फिर मेरा भी कॉलेज छूट जाएगा ?
  • मैं तो कहती हूँ की तू जितना हो सके उतना मज़ा ले ले भोसड़ी वाली करीना ?  यह मौक़ा लौट कर नहीं आएगा।  अच्छा यह बता तूने कभी शब्बीर सर का लौड़ा पकड़ा ? कभी पीटर सर से अपनी माँ चुदवाई ? कभी तूने साहिर का लण्ड चूसा ?
  • हां यार साहिर का लण्ड एक बार पिक्चर हाल में पकड़ा था लेकिन उसे ठीक से चूस नहीं पायी।  मैंने अभी तक शब्बीर के लौड़े का दीदार ही नहीं किया।  पीटर सर का मादर चोद लण्ड कभी देखा ही नहीं तो फिर मैं अपनी माँ कैसे चुदवाऊँ ?
  • तो फिर पहले साजिया मेम से मिल ले ।  वह तो खूब चुदवाती है इन दोनों से और अपनी माँ भी मस्ती से चुदवाती है बुर चोदी।  मुझे उसी ने इन दोनों के लण्ड पकड़ाया था तभी मैं उनसे चुदवाने लगी और अपनी माँ भी चुदवाने लगी।
  • अच्छा यह बता की नज़मा आंटी कहाँ है ? मैं उनसे मिल कर जाएूँगी साजिया मेम के पास ?
  • यार, अम्मी तो अभी चुदवा रहीं है।  तुझे मिलना है तो अंदर चलना पड़ेगा ?
  • तो क्या तू मेरे आने से पहले अपनी माँ चुदवा रही थी ?
  • हां तूने सही कहा लेकिन अब तू आ गयी है तो मैं तुझसे बातें करूंगी।  माँ भोसड़ी वाली, चुदती रहेगी अपनी बुर ? उससे क्या फरक पड़ता है ?  
  • कौन चोद रहा है तेरी माँ, हया ?  
  • मेरा ससुर चोद रहा है मेरी माँ का भोसड़ा ? मैं कल उसी के साथ अपनी ससुराल से आई हूँ। मेरे ससुर ने कल ही कहा था की बहू मेरी इच्छा तेरी माँ चोदने की है ? मैंने कहा ठीक है तुम कल चोद लेना मेरी माँ ? इसीलिए आज वह भी चोद रहा है। 
  • इसका मतलब की तू भी अपने ससुर से चुदवाती है ?  
  • हां यार मैं उससे कई बार चुदवा चुकी हूँ। एक दिन मैंने उसका खड़ा लण्ड देख लिया था।  उसी दिन मेरी चूत गनगना उठी थी और मैं बुरी तरह चुदासी हो गयी थी।  उसके लण्ड ने मेरा दिल जीत लिया था। एक दिन रात में मैं उसके कमरे में गयी तो वह एकदम नंगा लेटा था।  उसका लण्ड टन्ना रहा था।  मैं फिर अपने आपको रोक न सकी और अध नंगी (अपनी चूंचियां खोल कर) उसके सामने खड़ी हो गयी।  मेरे मुंह से निकला भोसड़ी के ससुर दरवाजा खोल कर नंगा लेटा है तू, माँ का लौड़ा ? तेरा लण्ड साला क्यों खड़ा है ? तू किसी नंगी लड़की के बारे में जरूर सोंच रहा है। ऐसा कह कर मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया।  वह भी मस्ती में आ गया और फिर उसने चोद डाला मेरी बुर ? बस उसी दिन से रास्ता खुल गया।
  • यार किसी दिन मैं भी चुदवाऊँगी तेरे ससुर से ?
  • मैं तो कहती हूँ की तू भी चुदवा ले मेरे ससुर से और तू अपनी माँ भी चुदवा ले उससे ? लेकिन पहले तू साजिया के पास जा ?
बस मैं वहां से उठी और सीधे साजिया मेम के घर पहुँच गयी। मेम ने मुझे बैठाया।  इतवार का दिन था।  वह भी फुर्सत में थीं और मैं भी। वह बोली हां बोलो करीना कैसे आना हुआ तेरा ? मैंने कहा मेम मैं आपसे कुछ कहना चाहती हूँ।  आप बुरा तो नहीं मानेगीं ? वह बोली अरे यार तुम खुल कर बोलो मैं किसी भी बात का बुरा नहीं मानती ? मैंने कहा मेम बात कुछ अश्लील है कुछ गन्दी है कहीं आप नाराज़ न हो जाएँ ? वह बोली नाराज़ होने वाली की माँ का भोसड़ा ? उसकी बहन की बुर ? तू खुल कर बता, तेरी कोई झांट भी नहीं उखाड़ सकती। मैं हूँ न ? जहाँ तक तेरी शर्म का सवाल है तो ले देख ले मुझे।  मैं तो बिलकुल नंगी हूँ। उसने अपनी चुन्नी उतार दी और उसकी मस्त बड़ी बड़ी चूंचियां मेरी आँखों के सामने तन कर कड़ी हो गयीं।  मैंने कहा मेम मैं कॉलेज के शब्बीर और पीटर सर का लण्ड पकड़ना चाहती हूँ।  उनके लण्ड चूसना चाहती हूँ।  मुझे साजिया ने बताया की आप मुझे लण्ड बड़ी आसानी से पकड़ा सकती हैं।  वह बोली हा पकड़ा तो सकती हूँ पर यह बता मुझे पहले की क्या तू अपनी माँ चुदा लेती है ?
मैंने जबाब दिया हां मेम मैं अपनी माँ चुदा लेती हूँ।  लेकिन इसका माँ चुदाने से क्या ताल्लुक ? वह बोली देखो ये दोनों भोसड़ी वाले उसी लड़की को लण्ड पकड़ाते है जो लड़की अपनी माँ भी चुदा ले ? इन बहन चोदों को माँ चोदने का बड़ा शौक है। कॉलेज की कई लड़कियों की माँ चोदते हैं। लड़कियां भी बड़ी मस्ती से चुदवाती है अपनी माँ ? साजिया भी भोसड़ी वाली अपनी माँ चुदवाती थी।  मैंने कहा मैं भी अपनी माँ चुदवा लूंगी मेम लेकिन मैं पहले उनके लण्ड पीना चाहती हूँ।  मेम ने कहा तुम लण्ड खूब पियो और अपनी चूत को भी पिलाओ लण्ड ? वे दोनों पहले तो तेरी बुर चोदेंगें फिर तेरी माँ का भोसड़ा चोदेंगें। मैंने कहा मैं तैयार हूँ मेम ?
फिर मेम उठी और मेरे कपडे उतारने लगीं।  मैंने कहा मेम यह क्या कर रही है आप ? वह बोली तू भोसड़ी की चुप चाप खड़ी रह, मैं जो कर रही हूँ उसे करने दे ? उसने अपना भी पेटीकोट उतार दिया।  मैं उसकी चूत देख कर मुस्करा पड़ी। वह मेरा हाथ पकड़ कर अंदर कमरे में ले गयी . वहां मैं शब्बीर और पीटर दोनों मादर चोदों को नंगा देखा।  उनके लण्ड देखे और यह भी देखा की उनके लण्ड साजिया की अम्मी हिला रही हैं।  मेम बोली ले देख ले बुर चोदी करीना इन दोनों के लण्ड ? ऐसे नहीं पकड़ के देखो लण्ड ? जानती हो करीना शब्बीर भोसड़ी का मुझे चोद रहा था और पीटर मेरी माँ का भोसड़ा चोद रहा था जब तू आई थी।  मैं शब्बीर का लण्ड अम्मी को पकड़ाकर दरवाजा खोलने चली गयी थी।  अब तू जिसे चाहे उससे चुदवा ले ? इतने में मैं तो पीटर का लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी ।  तब तक उसकी अम्मी ने शब्बीर का लण्ड मेरे मुंह में घुसेड़ दिया और कहा ले दोनों लण्ड का एकसाथ मज़ा ले तो अच्छा रहेगा करीना ? मैंने वही किया और आज पहली बार मैं दो दो लण्ड एक साथ चूसने लगी।
मैं मन ही मन सोंचने लगी की  हया भोसड़ी की सही कह रही थी की तू साजिया से मिल ले।  आज देखो साजिया से मिल लिया तो मेरे हाथ में दो दो लण्ड आ गए। मैंने कहा मेम लौड़े तो बहन चोद ८" से ज्यादा बड़े हैं और मोटे तगड़े भी है ? वह तिरछी नज़र से बोली तो फिर घुसा ले न अपनी चूत में लण्ड करीना और चुदाना शुरू कर दे ? मैंने शब्बीर का लण्ड वाकई घुसा लिया।  मेरे मुंह से चीख तो निकली लेकिन फिर मैं मज़ा लेने लगी।  मैंने कहा साजिया मेम तू भी मेरे साथ चुदवा ले न।  मैं देखूँगी की तू कैसे चुदवाती है ? मैं तुमसे कुछ सीखूंगी ? वह बोली अरे करीना तुझे कुछ सीखना है तो मेरी अम्मी से सीख ले।  आज मेरी जगह तू घुसेड़ दे लण्ड मेरी माँ की चूत में ? उसके बाद उसे देख देख कर तू भी चुदवाती जा ? मैं तेरी चूत का तमाशा देखूंगी और देखूँगी तेरी उछलती हुई चूंचियां और मटकती हुई गांड ?  
दूसरे दिन मैंने शब्बीर और पीटर दोनों को बुला लिया। मैंने उन्हें अपनी अम्मी और भाभी से मिलवाया मैंने कहा ये दोनों भोसड़ी के आज मेरी माँ और मेरी भाभी चोदने आये हैं। इतने में पीछे से आवाज़ आई - और मैं तेरी बुर चोदने आई हूँ करीना ? मैंने मुड़ कर देखा तो वह हया थी।  उसके साथ था साहिर और साहिर का दोस्त ? वह फिर बोली देखो करीना आज न तेरी चूत बचेगी और न बचेगा तेरी माँ का भोसड़ा ? मैं बजाऊँगी तेरी माँ का भोसड़ा ? अम्मी बोली तो फिर मैं बजाऊँगी अपनी बहू की बुर ? तो फिर मैं बजाऊँगी हया की बुर ?
इधर मैं, मेरी अम्मी, मेरी भाभी और हया ? उधर शब्बीर, पीटर, साहिर और उसका दोस्त ? बस फिर रात भर हम लोगों ने धूम धाम से मनाया सामूहिक चुदाई का जश्न ?

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त     
                
                      
                             

                                                  
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