Monday, March 16, 2015

तेरा भोसड़ा चोदूंगी, मौसी

काजल मौसी मुझसे सिर्फ एक साल बड़ी है लेकिन वह बड़ों जैसा व्यवहार मुझसे नहीं करती।  वह मुझे अपनी एक पक्की दोस्त मानती है और मैं भी उसे एक
यह असली लण्ड है, मौसी 
दोस्त ही समझती हूँ। मेरी उम्र २५ साल की है और वह २६ साल की है।  डील डौल में भी हम दोनों उन्नीस बीस हैं। कहीं वह ज्यादा है तो कहीं मैं ? चूंचियां थोड़ी मेरी बड़ी है तो गांड थोड़ी मौसी की बड़ी है। मौसी अगर थोड़ा मुझसे ज्यादा गोरी है तो मैं मेरी आँखे थोड़ा उसकी आँखों से बड़ी हैं। होंठ थोड़े मेरे मोटे है तो उसके पतले ? अब मैं बताती हूँ की कुछ चीजों में हम दोनों बराबर हैं। गाली वह भी देती है और मैं भी।  ब्लू फिल्म मैं भी देखती हूँ और वह भी।  झांटें वह भी साफ रखती है और मैं भी।  लण्ड के साइज़ की बातें मैं भी करती हूँ और वह भी।  लण्ड पकड़ने का न मैं कोई मौक़ा छोड़ती हूँ और न वह ? चुदवाने का उसे भी शौक है और मुझे भी।
होली का माहौल था।  चारों तरफ मस्ती छायी थी।  घर पर केवल मैं थी और मेरी मौसी ? मैं सबके साथ बाहर होली खेल कर आई थी।  मौसी मुझसे थोड़ा पहले आ गयी थी।  मैं एक कागज़ का डिब्बा लेकर मौसी के सामने खड़ी हो गयी और बोली मौसी मैं तेरे लिया एक गिफ्ट लायी हूँ।  वह बोली तो दिखा न खोल के नेहा ? मैंने कह नहीं मौसी यह तेरा गिफ्ट है तू ही खोल कर देख ले ? उसने डिब्बे का कवर खोला तो उसमे में दन्न से एक लण्ड टन टनाता हुआ  हाथ भर का लण्ड बाहर निकल आया।  मौसी उसे देखते ही बोली हाय दईया यह तो लण्ड है भोसड़ी का ? नेहा बुर चोदी तू किसका लण्ड घूम रही है ? मैंने मुस्कराकर कहा अरे मौसी पहले इसे पकड़ कर तो देखो ? तुझे पसंद है की नहीं।  वह बोली तू पहले इसे वपस कर दे माँ की लौड़ी ? कहीं कोई बवाल न हो जाए ? मेरी तो गांड फटी जा रही है यार ?
मैंने कहा अरे मौसी इतना डर क्यों रही हो ? यह तो नकली लण्ड है यार ? यह लकड़ी का लण्ड है इसके नीचे एक स्प्रिंग लगी है जिससे यह खड़ा हो जाता है।  इस तरह के लण्ड बाज़ार में बहुत मिलते हैं।  होली में तो ऐसे लौड़ों की भरमार रहती है। मौसी बोली हाय दईया मगर यह तो बिलकुल असली लण्ड मालूम पड़ता है ? फिर मौसी ने उस पर हाथ फिराया।  चारों तरफ से घुमा घुमा कर देखा फिर बड़ी सेक्सी अदा से बोली हाय नेहा काश ! यह असली लण्ड होता ? मै समझ गयी की मौसी की चूत में आग लगी है।  वह असली लण्ड की तलास में हैं। वैसे आग तो मेरी भी चूत में लगी है।  मैं भी किसी लौड़े की तलास में हूँ।  लेकिन क्या करूँ आजकल कोई ढंग का लौड़ा मिलता ही नहीं ?
मेरे कॉलेज में लीला और गौरी नाम की दो लड़कियां हैं। दोनों भोसड़ी वाली बहुत गालियां बकती है।  उसको सुनकर मेरी भी इच्छा गालियां बकने की होती है लेकिन मैं एक टीचर हूँ इसलिए खुल कर गालियां नहीं दे सकती ? मैंने लीला और गौरी को कई बार " तेरी माँ का भोसड़ा, तेरी बहन का लण्ड, गांडू, भोसड़ी के, मादर चोद, तेरी बिटिया की बुर, बहन चोद, गांड में घुसा दूँगी, लण्ड हिला भोसड़ी की पहले" कहते हुए सुना है।  मैं जान गयी ये लड़कियां काम की है इसलिए इतवार को मैंने दोनों को घर पर बुला लिया।            
Previous Post
Next Post

0 comments: