Friday, December 5, 2014

जेठानी की फटने लगी गांड


अरे अम्मी, मैं सच बता रही हूँ।  मेरी जेठानी को अपनी चूत पर बड़ा नाज़ था।  बड़े बड़े किस्से सुनाया करती थी मुझे अपनी चूत के ? कहती थी की कोई ऐसा लौड़ा अभी तक पैदा ही नहीं हुआ जो मेरी चूत को ललकार सके ? मेरी चूत के आगे ठहर सके ? मेरी चूत सारे मर्दों के लण्ड के छक्के छुड़ा देती है। लेकिन उस दिन जब उसने मेरे बड़े अब्बा का लौड़ा देखा तो उसकी गांड फटने लगी, भोसड़ी वाली की ? सारी हेकड़ी निकल गयी बुर चोदी की और उसकी चूत बिचारी दुबक कर बैठ गयी एक कोने ? मुझसे बोली हाय मेरी देवरानी तेरे बड़े अब्बा का लण्ड तो खुदा ने बड़ी फुर्सत से बनाया है ? ये तो बहन चोद मेरा क्या मेरी माँ का भोसड़ा भी फाड़ डालेगा ? इतना बड़ा और इतना मोटा लण्ड मैंने आज तक देखा ही नहीं ?
अचानक ऊपर से एक अजीब तरह की आवाज़ आई तो अम्मी ने पूंछा निदा ये आवाज़ कैसी तो मैंने बताया की ऊपर दीदी अपनी बुर चुदवा रही है। यह उसी की चुदाई की आवाज़ है अम्मी ?
अम्मी बोली:-  किससे चुदवा रही है माँ की लौड़ी तेरा जीजा तो है नहीं ? कहीं बाहर गया है ? मैंने जबाब दिया :- हां वह मेरे देवर से चुदवा रही है। जीजा तो भोसड़ी का दो दिन के लिए टूर पर चला गया है।
अम्मी ने कहा :- वो तो बहुत टूर पर जाता है बहन चोद  ? पर क्या करूँ उसका काम ही ऐसा है। जाना पड़ता ही है। 
मैंने कहा :- दीदी को तो कोई फरक नहीं पड़ता उसे तो बस किसी न किसी का लण्ड चाहिए चुदवाने के लिए।  कोई न कोई चोदने वाला चाहिए उसे ? तो कोई न कोई तो भोसड़ी वाला मिल ही जाता है चोदने के लिए ? और फिर जीजा भी तो मादर चोद कम नहीं है अम्मी ? अभी कल मैं सवेरे सवेरे मजाक में उसकी चादर में घुस गयी।  मेरा हाथ अंदर गया तो सीधे सीधे उसके लण्ड से टकरा गया। उसका लौड़ा तो टन टना कर खड़ा ही था ? मैं बोली जीजा तेरा तो लण्ड पहले से ही खड़ा है ?  वह बोला लण्ड तो हर किसी का सवेरे सवेरे खड़ा ही रहता है ? मैंने पूंछा क्या तुम सवेरे सवेरे नंगे रहते हो जीजा जी ? उसने जबाब दिया अरे निदा मैं रात में नंगा ही सोता हूँ।  रात भर मेरा लण्ड आज़ाद रहता है ।  मैं बोली बड़े हरामी हो तुम भोसड़ी के जीजा।  आज से अपना लण्ड संभाल कर रखो नहीं तो मेरी चूत खा जाएगी किसी दिन तेरा लण्ड ? मेरी बात सुनकर उसने मुझे अपनी तरफ खीच कर कस के दबा लिया, अम्मी,  और फिर बाद में चोद डाला बेरी बुर ? मैं मना करती रही लेकिन वह नहीं माना और घुसेड़ दिया अपना मोटा ताज़ा लण्ड मेरी चूत में ?
अम्मी बोली :- हाय अल्ला, इतना मोटा ताज़ा है तेरे जीजा का लण्ड तो फिर उसे मेरे भोसड़ा में भी पेलो निदा ? और हां तेरे देवर का लौड़ा भी लगता है की तेरी दीदी की बुर का हलवा बना रहा है। उससे भी कहो की जब जब आया करो तो मेरी माँ का भोसड़ा चोदा करो ?
मैंने कहा :- अरे अम्मी मैंने पहले ही कहा हुआ है। मैं ऊपर गयी थी तो देखा की दीदी मेरे देवर से चुदवा रही है । मैं मुस्करा पड़ी। मैं तो जब कब अपने देवर से चुदवाया करती हूँ। मैंने कहा देवर जी अभी तुम मेरी बहन की बुर चोद रहे हो लेकिन उसके बाद मेरी माँ का भोसड़ा चोद कर जाना ? और अगर तूने मेरी माँ नहीं चोदी तो फिर मैं तेरी माँ चोदूंगी भोसड़ी के ? तो आज रात को चुदेगा तेरा भोसड़ा, अम्मी ? जीजा जिस दिन आएगा उसी दिन चोदेगा तेरा भोसड़ा ? हां तो मैं तुम्हे अपनी जेठानी की गांड फटने की बात बता रही थी।
                                             मेरी जेठानी जितनी खूबसूरत है बुर चोदी उतनी ही चुदक्कड़ भी है।
                                             वह लण्ड के पीछे ऐसे दौड़ती है जैसे चूहे के पीछे बिल्ली दौड़ती है। 
अम्मी बोली :- तो फिर तेरी जेठानी ने तेरे बड़े अब्बा का लण्ड दूर से देखा की पकड़ कर देखा ?
मैंने कहा :-अरे मेरी हरामजादी अम्मी, उसने लण्ड पकड़ कर देखा, लण्ड हिला हिला कर देखा,  लण्ड चाट कर देखा और चूस कर देखा।  बाद में लण्ड अपनी बुर में ठोंकवा लिया और भकाभक चुदवा कर देखा भोसड़ी वाली ने, अम्मी ? उस दिन मैंने अपनी जेठानी को बड़ी मस्ती से चुदवाते हुए देखा, वह बोली अरी मेरी बुर चोदी देवरानी देख जब लौड़ा ताकतवर होता है तो चुदवाने में दूना मज़ा आता है। तेरा बड़ा अब्बा बहन चोद ५५ साल का है लेकिन उसका लण्ड साला किसी २५ साल के लड़के के लण्ड की तरह सख्त है ? मैं तो उसके लण्ड की दीवानी हो गयी हूँ निदा ?
अम्मी बोली :- हां तेरी जेठानी बिलकुल सही कह रही है निदा ? मैं भी जब जब उससे चुदवाती हूँ तो मेरा भोसड़ा मस्त हो जाता है।
मैंने कहा :-  वाओ, पर मैंने तो आजतक उसका लौड़ा पकड़ा ही नहीं, अम्मी ? अब तो मेरे मुंह के भी पानी आ रहा है।  कल उसके आते ही मैं उसके लण्ड पर धावा बोल दूँगी ?
फिर अम्मी ने चुपचाप बताया की तेरी बुर चोदी सास तो तेरे बड़े अब्बा के लण्ड की दीवानी है।  वह जब जब आती है तब तब अपना भोसड़ा चुदवा कर जाती है, बिना अपना भोसड़ा चुदवाये जाती नहीं है यहाँ से ?
मैं बोली :- अब तो मेरी जेठानी भी उसके लण्ड की बड़ी दीवानी हो गयी है।
मेरे बड़े अब्बू का नाम है शमशेर।  वह मेरे अब्बू के बड़े भाई हैं। बड़े तगड़े तंदुरुस्त है गोरे चिट्टे और हंस मुख मिज़ाज़ के हैं।
मैं दूसरे ही दिन उसके कमरे में घुस गयी और बोली :- अरे बड़े अब्बू तू आजकल बड़ा हरामी होता जा रहा है बहन चोद ?
वह बोला :- अरे निदा बिटिया क्या हो गया तुझे ? इतना गरम क्यों हो रही है तू ? क्या किया मैंने ?
मैंने कहा :- पहले यह बता मुझे क्या तूने मेरी ससुराल की औरतों को चोदने का ठेका ले रखा है, भोसड़ी के ?
वह बोला :- अरे कैसी बातें कर रही हो तुम, निदा ? ऐसी तो कोई बात नहीं है ?
मैंने कहा :- है कैसे नहीं ? अभी तूने मेरी जेठानी की बुर चोद ली।  उस दिन तूने मेरी सास का भोसड़ा चोदा ? मैंने तो सुना है की जब जब मेरी सास यहाँ आती है तब तब तू उसका भोसड़ा चोद देता है ? ऐसा क्या है उस भोसड़ी वाली के भोसड़ा में ?
वह बोला :- अच्छा तो यह बात है ? सुनो निदा इसमें मेरी गलती नहीं है।  गलती तेरी सास की है। पहली बार जब वह मेरे पास आई तो बैठ कर बातें करने लगी।  मेरा उससे मजाक का रिस्ता है।  मैं भी खूब मजाक करता हूँ तुम जानती ही हो ? वह बोली समधी जी तू इतनी दूर क्यों बैठा है मुझसे ? क्या मेरा पास बैठने के लिए तेरी गांड में दम नहीं है ? मैंने जबाब दिया नहीं समधिन मैं तो तेरे पास बैठना ही नहीं बल्कि तेरे ऊपर चढ़ के बैठना चाहता हूँ।  वह बोली मैं अपने ऊपर मर्दों को चढ़वाती हूँ नामर्दों को नहीं ? मैंने कहा यार तू मुझे नामर्द क्यों कहती है ? तुझे कैसे मालूम है की मैं मर्द हूँ की नामर्द ? वह बोली मैं तो फ़ौरन पहचान लेती हूँ मर्दों को ? मैंने कहा तो फिर रोका किसने है तुझे पहचान ले न ? बस मेरा ऐसा कहना हुआ की उसने मेरी लुंगी में हाथ घुसेड़ दिया। अब तुम ही बताओ निदा जब कोई सांप के बिल में हाथ डालेगा तो सांप तो बहन चोद फन फनाकर खड़ा हो ही जायेगा न ?
बस उसका हाथ जैसे ही मेरे लण्ड से टकराया वैसे ही लण्ड एकदम से खड़ा हो गया।  वह बोली हाय रब्बा, इतना बड़ा लण्ड ? इतना मोटा तगड़ा लण्ड ? यार निकालो इस मादर चोद को बाहर ? उसने खुद मेरी लुंगी खोल दी और लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। उसे मेरा लौड़ा इतना पसंद आया की वह बोली समधी जी अब मैं चुदवाकर ही जाऊँगी।  मैं भी जोश में आ गया ठोंक दिया लण्ड उसके भोसड़ा में और भकाभक चोद कर उसके भोसड़ा की सारी आग ठंढी कर दी मैंने ?
मैंने कहा :- तो फिर तूने मेरी जेठानी की बुर कैसे चोदी ?
वह बोला :- तेरी सास ने सारा किस्सा अपनी बड़ी बहू यानी तेरी जेठानी को बताया तो उसकी भी चूत में आग लग गयी।  इधर, तेरी माँ भी चुदवाती है।    बस उसे दोनों तरफ से मेरे लण्ड के बारे में पता चला तो एक दिन उसने भी बड़ी बेशर्मी दिखाई और बोली अंकल तूने मेरी सास का भोसड़ा चोदा है अब उसकी बहू की बुर चोदो।  तो मैंने चोद दिया।  बस इतनी सी बात है, निदा ?
मैं जब बड़े अब्बू से बात कर रही थी तब रात के ११ बजे थे। कहते है की रात में लण्ड हो चाहे चूत दोनों की आग ज्यादा भड़क जाती है।  मेरी भी चूत की आग भभक उठी थी । 
मैं बोली :- भोसड़ी के बड़े अब्बू,  तूने मेरी जेठानी की बुर चोदी लेकिन उसकी देवरानी की बुर का ख्याल नहीं आया तुझे ? तूने मेरी सास का भोसड़ा चोदा फिर उसकी बड़ी बहू की बुर चोदी तब भी तुझे उसकी छोटी बहू की बुर का ख्याल नहीं आया ? बहन चोद जब इतना बढ़िया लौड़ा घर में मौजूद है तो मैं क्यों बाहर जाऊं ? घर का माल क्यों न इस्तेमाल करूँ ?
ऐसा कर मैंने उसकी लुंगी खींच ली, वह नंगा हो गया तो मैंने उसका लण्ड पकड़ लिया। मेरे पकड़ते ही लण्ड टन टना उठा और बढ़ने लगा। मेरी ख़ुशी का ठिकाना न रहा ? मैं लण्ड चूमने लगी और वह मेरे पूरे बदन पर हाथ फिराने लगा। मैंने आज तक जितने लण्ड पकड़े है उनमे से यह लौड़ा सबसे बड़ा और तगड़ा है।  इसमें कोई शक नहीं है। फिर मैंने मजे से रात भर चुदवाया।  कुछ दिन बाद मैं ससुराल चली गयी वहां जेठानी से भेंट हुई।  वह भी मस्त थी और मैं भी।  वह भी चुदवाने में अव्वल और मैं भी ? वह भी गाली बकने में तेज और मैं भी ? तो कभी कभी टकराव हो ही जाता है। 
  • मुझे देखते ही बोली - आ गयी तू भोसड़ी की देवरानी माईके से अपनी बुर चुदवा कर ? 
  • मैंने जबाब दिया - अच्छा,  तू जब माईके जाती है तो क्या अपनी बुर यहाँ ससुराल में रख कर जाती है। तू नहीं चुदवाती है वहाँ ?
  • तू तो घर के ही सबके लण्ड हिलाया करती है, ससुरी ?
  • तो तू क्या बाहर के लण्ड हिलाती है ? अच्छा बता जब मैं माईके में थी तो तूने किस किस के लण्ड हिलाया ?
  • कुछ नहीं यार, बस अपने ससुर का लण्ड, नन्द के देवर का लण्ड, उसके दो दोस्तों के लण्ड और तेरे मियां का लण्ड हिलाया ?
  • बड़ी हरामजादी है तू भोसड़ी की ? मेरे न रहने पर मेरे मियां का लण्ड हिलाती है तू ?  
  • मैं तो तेरे रहने पर भी तेरे मियां का लण्ड हिलाती हूँ ? हिलाती क्या, चुदवाती हूँ उससे यार ? बड़ा बढ़िया चोदता है तेरा मियां ?
  • तो मैं भी कम नहीं हूँ।  मैं तो कई बार तेरे मरद से चुदवा चुकी हूँ और अभी भी चुदवाती हूँ ? तेरे मरद का लण्ड यानी मेरे जेठ का लण्ड तो मेरी अम्मी को भी पसंद है ? वह भी चुदवाती है तेरे मरद से ? अब जा जो उखाड़ना हो वो उखाड़ ले तू माँ की लौड़ी ?
  • मैं तो किसी दिन तेरी ही झांटें उखाड़ूँगी, बुर चोदी देवरानी ? आज कल तेरी चूत कुछ ज्यादा ही गरमाने लगी है। 
इतने में मेरी नन्द समीरा आ गयी।  वह बोली तुम दोनों मादर चोदियों क्यों आपस में बक बक करती रहती हो ? तुम लोगों की एक दूसरे से गांड क्यों जलने लगती है ? और अगर ज्यादा गर्मी सवार हो गयी हो तो बताओ मुझे, मैं अभी तुम लोगों की चूत में लौड़ा ठोंकना शुरू कर दूँ ?  मैंने कहा अरी चल चल तू पहले अपनी माँ के भोसड़ा में लण्ड ठोंक ले ? फिर इधर आना ?
दो दिन बाद मेरा खालू आ गया।  वह अपनी बेटी रुबीना के साथ आया था। मैं दौड़ी दौड़ी जेठानी के पास गयी और बोली अरी जीजी बोलो तुम मेरे खालू से चुदवाओगी ? वह बोली तेरा कौन सा खालू ? मैंने तो उसे देखा नहीं कभी ? मैंने फिर दूर से दिखा दिया तो वह बोली हाय दईया ये तो बड़ा स्मार्ट है। मैंने कहा अब चलो मैं तुम्हे एक और सीन दिखाती हूँ।  मैं उसे दूसरे कमरे में ले गयी। उसने देखा की खाला की बेटी रुबीना उसके मियां (मेरे जेठ ) का लौड़ा चाट रही है। मैंने कहा जीजी अभी ये बुर चोदी रुबीना जेठ जी से अपनी बुर चुदवायेगी।  देखो न कैसी भोसड़ी वाली नंगी नंगी लौड़ा चूस रही है जैसे इसके बाप का माल है ? बस जेठानी की चूत में आग लग गयी।  मैं उसे फिर खालू के पास ले गयी।
मैंने कहा भोसड़ी के खालू तू तो मुझे चोदता ही रहता है आज तू मेरी जेठानी की बुर चोद ? मैंने जेठानी का हाथ पकड़ कर खालू के लण्ड पर रख दिया। जेठानी ने लण्ड खोल कर निकाला और उसे हिलाने लगी।  मैं बोली खालू देख मेरा जेठ तेरी बेटी चोद रहा है।  अभी मेरा मियां आएगा।  वह भी चोदेगा तेरी बिटिया की बुर ? बस फिर क्या मैं इधर जेठानी की बुर चुदवाने लगी और उधर रुबीना की बुर ? 
जब दूसरी पारी में खालू ने लौड़ा जेठानी की गांड में टिकाया तो जेठानी की गांड लण्ड घुसाने के पहले ही फटने लगी।

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त                         
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