यह मैं क्या देख रही हूँ ? मेरी आँखों के सामने मेरी जेठानी और मेरे अब्बू का लण्ड ? दोनों एक साथ वह भी बिना कपड़ों के ? मेरी जेठानी के बदन पर एक भी कपड़ा नहीं है। उसकी चूंची, उसकी चूत उसकी गांड सब कुछ खुली है। उसी के साथ मेरा भोसड़ी का अब्बू ? उसके बदन पर भी कोई कपड़ा नहीं है। उसका लण्ड, उसके पेल्हड़, उसकी गांड सब कुछ खुला है ? इतना ही नहीं अब्बू का हाथ जेठानी की चूंची पर है और जेठानी का हाथ अब्बू के लण्ड पर है। अब्बू उसकी चूंची और चूत देख रहा है और जेठानी उसका लण्ड और पेल्हड़ देख रही है। यह सब इतनी जल्दी कैसे हो गया ? अभी कल ही तो आया है मेरा अब्बू और मेरी जेठानी भी कल ही पहली बार ही मिली थी उससे ? अब मैं अपनी बुर चोदी जेठानी से पूँछूँगी लेकिन आज तो मैं यहीं बैठ कर देखूँगी की ये दोनों मादर चोद क्या क्या करते है। मैं जानती हूँ की मेरा अब्बू बहन चोद बड़ा हरामी है उससे ज्यादा हरामी है उसका लण्ड ? देखो न एक ही दिन में भोसड़ी का अब्बू जेठानी की बुर पर चढ़ाई करने को तैयार है.
अब तो पक्का है की मेरी जेठानी मेरे अब्बू से चुदवाने जा रही है
लण्ड तो अब्बा का मैं कई बार देख चुकी हूँ । मैं जब भी चुदवाती हूँ तो देखती ही हूँ, मेरी खाला जान, मेरी भाभी जान, मेरी मामी जान जब जब चुदवाती है तब तब मैं देखती हूँ अब्बा का लण्ड ? मैं क्या करूँ ? उसका लौड़ा है ही इतना प्यारा की जितनी बार देखो उतनी बार और देखने का मन करता है। मेरी खाला की बेटी भी मेरे अब्बा से चुदवाने लगी है और मामी जान की बेटी अभी दो दिन पहले अब्बा से चुदवा कर गयी है, भोसड़ी वाली ? हां एक बात जरूर है की मैं आज पहली बार अपनी जेठानी की बुर देख रही हूँ। उसकी चूंचियां देख रही हूँ और उसकी गांड भी। है तो मादर चोद बड़ी मस्त और सेक्सी मेरी जेठानी ? उसके स्तन तो मेरे स्तन से थोड़े बड़े ही है और मेरे अब्बा को चूंचियां बड़ी अच्छी लगती है। मैं जानती हूँ वह सबसे पहले अपना लण्ड चूंचियों के बीच डालेगा ? हाय रब्बा, देखो कितनी मस्ती से जेठानी लण्ड चूस रही है ? इस तरह उसने कभी अपने मियां का लण्ड चूसा होगा ? फिर मैं सोंचने लगी की चूसेगी भी कैसे ? उसका लण्ड तो अक्सर मैं ही चूसती रहती हूँ। थोड़ी देर में वही हुआ जो मैं कह रही थी। वो देखो अब्बा का लौड़ा घुस गया उसकी चूंचियों में ? जेठानी भी मजे से चुदवाने लगीं अपनी चूंचियां ? और चाटने लगी बार बार आता जाता हुआ लण्ड का सुपाड़ा ?
जेठानी ने अपनी चूत पर अब्बा का लण्ड रखा और बोली हां भोसड़ी के अंकल अब मारो एक धक्का और घुसा तो अपना लौड़ा मेरी मादर चोद चूत में ? अब्बा तो साला इसी ताक में था। उसने गच्च से पेल दिया लण्ड चोदने लगा जेठानी की बुर ? वह भी अपनी गांड उठा के चुदवाने लगी। थोड़ी देर में बोली हाय अंकल तू इसी तरह सबकी बुर चोदता है ? इसी तरह मेरी देवरानी की बुर चोदता है, तू भोसड़ी का ? उसकी माँ भी इसी तरह चोदता है तू मादर चोद ?
वह बोला:- हां इसी तरह चोदता हूँ और अगर तुम कहोगी तो मैं तेरी माँ का भोसड़ा भी इसी तरह चोदूंगा।
जेठानी बोली :- अरे माँ के लौड़े तेरी बहन की बुर साले पहले मेरी चूत चोद कर देख ले तब मेरी माँ चोदना ? और हां अब आये हो तो मेरी सास का भोसड़ा चोद कर जाना ?
अब्बा बोला :- हां मैं तो वास्तव में तेरी सास का भोसड़ा चोदने ही आया हूँ।
तब तक कमरे में मेरी नन्द घुस आई ?
वह बोली :- भाभी पहले अपनी सास की बिटिया की बुर चुदवाओ फिर चुदवाना अपनी सास का भोसड़ा ? अकेले अकेले चुदवा रही है तू बहन चोद ? तुझे देख कर तो मेरी चूत की आग और भड़क गयी है मेरी बुर चोदी भाभी ? अब इसे कौन भोसड़ी वाला बुझाएगा ? उधर मेरी जेठानी रुकी नहीं बल्कि और जोर जोर चुदवाने लगी। नन्द तो भोसड़ी वाली बस देखती ही रही। हां जब लौड़ा झड़ने लगा तो नन्द ने भी अपनी जबान निकाल कर जेठानी के साथ लण्ड चाटा।
मैं जब नीचे उतरी तो बगल के कमरे में चली गयी। वहां देखा तो मुंह से निकला बाप रे बाप यहाँ तो मेरी बुर चोदी सास अपनी बेटी के देवर से ही अपना भोसड़ा भकाभक चुदवाये चली जा रही है। बोल रही है हां बेटा पूरा लौड़ा घुसा के चोदो मेरा भोसड़ा जैसे तू अपनी भाभी की बुर चोदता है। तू तो अपनी भाभी की चूत खूब चोदता है कभी कभी मेरा भी भोसड़ा चोद जाया करो मेरे बेटा । और हां अगली बार अपने दोस्त को भी लेते आना मुझे दो दो लण्ड से चुदाने में खूब मज़ा आता है। वह बोला हां आंटी मेरी भाभी तो दो दो क्या तीन तीन लण्ड से चुदवाती है। मेरे सभी दोस्त मेरी भाभी की बुर चोदने आते है।
फिर वह झड़ने लगा तब तक मैं घुस गयी कमरे में ? मैं बोली हाय सासू तू भोसड़ी की अपनी बेटी के देवर को भी नहीं छोड़ती ? उससे भी चुदवाती है अपना भोसड़ा ? वह बोली तो क्या हुआ मेरी बेटी भी तो मेरे देवर से चुदवाती है बुर चोदी ? तो फिर मैं क्यों छोड़ूँ उसके देवर को ? मैं तो कहती हूँ की बहू तू भी चुदवा ले इससे ? बड़ा बढ़िया लौड़ा है इसका ? मैं बोली तू चुदवा ले मैं रात में चुदवाऊँगी।
मेरा नाम है तब्बू, मेरा अब्बा नसीम खान, मेरी जेठानी है सबा, मेरी नन्द हया, नन्द का देवर रज़ा, मेरी सास बेगम सुल्ताना ?
मैं फिर वहाँ चली गयी जहाँ मेरी जेठानी चुदवा रही थी। मैं बोली हाय जेठानी जी तुम्हे मेरे अब्बा का लौड़ा कैसा लगा ? वह बोली अरी तब्बू तू क्या मुझे देख रही थी ? मैंने कहा नहीं जीजी तुझे नहीं तेरी बुर देख रही थी। तेरी बुर में अब्बा का लण्ड देख रही थी , तुझे चुदवाते हुए और लण्ड पीते हुए देख रही थी ? तो फिर तू आई क्यों नहीं भोसड़ी वाली तब्बू ? मैंने सोंचा की तू पहले ठीक से चुदवा ले ? लेकिन ये बता की तूने इतनी जल्दी कैसे पकड़ लिया मेरे अब्बा का लण्ड ? अभी कल आया था मेरा अब्बा। कल तुम पहली बार मिली तो फिर इतनी जल्दी ,,,,,,,,,? अरे यार आज जब वह मेरे सामने आया तो उसका लौड़ा लुंगी के अंदर से उछल रहा था। मेरा दिल आ गया मैंने लण्ड पर हाथ मार कर कहा हाय अल्ला, तेरा तो लौड़ा खड़ा है भोसड़ी का अंकल ? मेरे मुंह से गाली सुनकर लौड़ा और टन टना गया। मैंने लुंगी के अंदर हाथ घुसेड़ दिया और कहा निकालो न इस मादर लण्ड को बाहर ? मैंने लुंगी खोल दी तो नंगा लौड़ा मेरे हाथ में आ गया। मेरी चूत धधक उठी। अब तुम ही बताओ तब्बू जब इतना बढ़िया लौड़ा हाथ में हो तो कौन बुर चोदी नहीं चुदवायेगी अपनी बुर ? कौन नहीं लेगी लण्ड का मज़ा ? तब तक मेरी नन्द आ गयी ।
तब सबको मालूम हुआ की एक साथ मिलकर
लण्ड अदल बदल कर चुदवाने में कितना मज़ा आता है ?
एक दिन मेरी दोस्त तमन्ना का फोन आ गया । वह बोली अरी तब्बू जल्दी से मेरे घर आ जा तेरे लिए एक सरप्राईज़ है ? उस समय मैं बुर चोदी नन्द के साथ बैठी थी मैं उसे लेकर तमन्ना के घर पहुँच गयी। मेरे पहुँचते ही वह बड़ी बेबाकी से बोली ये कौन है भोसड़ी वाली तब्बू ? मैंने जबाब दिया ये भोसड़ी की मेरी नन्द है। वह मुस्कराई और बोली अरे यार अच्छा किया तुमने ?
मैं भी अपनी नन्द अपने साथ रखती हूँ जब इच्छा हुई तब झुका के मार ली नन्द की गांड ?
हम तीनो खूब खिलखिला कर हंस पड़ी
मैंने पूंछा यार क्या कर रही थी तू माँ की लौड़ी ? अचानक फोन मार दिया मुझे ? वह बोली यार तब्बू मैं अपनी माँ चुदा रही थी। हुआ यह की दुबई से मेरा हसबैंड आ गया। उसके साथ उसका एक अरबी दोस्त आ गया। उसे देख कर मेरा दिल उस पर आ गया। उसके लण्ड पर मेरी नियत खराब हो गयी ? मैं जल्दी से उसका लण्ड पकड़ कर देखना चाहती थी। तब तक मेरी अम्मी आ गयी वह मेरे मियाँ के लण्ड पर हाथ रख कर बोली हाय रब्बा कितने दिन हो गए मुझे तेरा बहन चोद लण्ड देखे हुए ? मैंने अपने हसबैंड से कहा यार आज तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोद लो ? माँ खुश हो गयी और फिर मैं चुदाने लगी अपनी माँ ?
मेरा मन तो उस मादर चोद शेख के लण्ड पर अटका था। जब वह आया तो मैंने उसका लण्ड खोल कर निकाला ? यार तब्बू क्या लौड़ा है भोसड़ी वाले का ? मज़ा आ गया मैंने फिर जम कर चुदवाया उससे ? चुदवाते चुदवाते मुझे तेरा ख्याल आ गया। मैंने बाद में अपने मियाँ से कहा तुम मेरी माँ चोद चुके हो अब तुम मेरी सहेली की बुर चोदो। मैं उसे बुला लेती हूँ। मैंने सोंचा की जब तुम आ जाओगी तो पहले तुम्हे मेरा मियां चोदेगा और फिर मैं तुम्हे सरप्राईज़ में शेख का लण्ड पकड़ा दूँगी ? उसके बाद उसका लौड़ा तेरी बुर में घुसेड़ कर मैं चोदूंगी तेरी बुर ? अब तू अपनी नन्द के साथ आई है तो थोड़ा प्लान में तब्दीली कर देती हूँ। मैं तेरी नन्द की बुर अपने मियां से चुदवाती हूँ और साथ ही साथ तेरी बुर शेख से चुदवाती हूँ। दूसरी पारी में तुम मेरे मियां से चुदवा लेना और तेरी नन्द उस बहन चोद शेख से ? मैं भी साथ में रहूंगी मैं दोनों के लण्ड बीच बीच में चाटती रहूंगी और दोनों की बुर में ठोंकती भी रहूंगी लण्ड ?
मैंने जब शेख को देखा तो मेरी चूत बहन चोद गीली हो गयी। इतना हैंडसम आदमी मैं पहली बार देख रही थी मैं समझ गयी की इसका लौड़ा भी बड़ा हैंडसम होगा ? तमन्ना उठी और मेरे कपडे खोलने लगी। मेरी चूंचियां खुल गयीं मेरी चूत, मेरी गांड खुल गयी तो दोनों मर्द भोसड़ी के फाड़ फाड़ देखने लगे। फिर तमन्ना में मेरी नन्द को भी नंगी कर दिया। हया की चूत और चूंचियां भी देख कर दोनों मस्त हो गए। तब तमन्ना बोली तब्बू तू पहले मेरे मियां का लण्ड अपनी नन्द को पकड़ा दे ?
मैंने जब उसके मियाँ का लौड़ा खोला तो मेरे बदन में आग लग गयी। मैं बोली हाय तमन्ना मुझे तो तेरे मियां के लण्ड से प्यार हो गया है ? मैंने लौड़ा अपनी नन्द के हाथ में रख कर कहा ले भोसड़ी वाली पकड़ ले मस्ताना लण्ड और घुसा ले अपनी बुर में ? हया लण्ड चाटने लगी। तब तक तमन्ना ने मेरा हाथ शेख की लुंगी में घुसा दिया। मेरे हाथ में जैसे ही लौड़ा आया तो मैं चौक पड़ी , हाय अल्ला, इतना बड़ा लण्ड ? इतना बड़ा लण्ड तो मेरे अब्बा का भी नहीं है ? मैंने तुरंत लुंगी खोल दी और कर दिया उस भोसड़ी वाले को पूरा नंगा ? उसका लौड़ा पकड़ के देखने लगी चारों तरफ से और कहा हाय दईया कितना सेक्सी लौड़ा बनाया है अल्ला ने इसका ? मेरा तो मन करता है की मैं इसे कच्चा चबा जाऊं ? मेरा मुंह खुला और लौड़ा अंदर ? मैं रसगुल्ला की तरह चूसने लगी लण्ड ? बाद में तमन्ना ने जब लौड़ा मेरी बुर में पेला तो मुझे चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा मिलने लगा।
तब तक मेरी नन्द भकर भकर चुदवाने लगी अपनी बुर और उसके सामने मैं भी चुदवाने लगी धकाधक अपनी बुर ? हम दोनों के बीच तमन्ना नंगी नंगी लेट कर पेल्हड़ सहलाने लगी और बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल निकाल निकाल कर चाटने लगी। फिर एकदम से एक आवाज़ आई अरे तमन्ना भाभी तेरी चूत क्यों खाली पड़ी है। कहो तो मैं पेल दूँ इसमें अपना लण्ड ?
तमन्ना बोली वाओ, तू भोसड़ी का वसीम कब आ गया ? तू तो बहन चोद असलम की बीवी चोदने गया था। वह बोला अरे भाभी बीवी तो मैं उसकी एक घंटा पहले चोद के आ गया। अब मेरी बीवी गयी है उससे चुदवाने और मैं यहां चला आया ? मुझे तेरी अम्मी ने बताया की देख असलम अंदर तेरी भाभी किससे चुदवा रही है भोसड़ी वाली ? इसलिए मैं अंदर चला आया भाभी ? तमन्ना बोली तो फिर देख क्या रहा है तू बहन लौड़ा। खोल न अपने कपडे और पेल दे अपना लण्ड मेरी चूत में ? अब मज़ा और ज्यादा आने लगा । तीन तीन बुर एक साथ चुदने लगी ? रात भर पकड़ी पकड़ा, पेला पेली और चोदा चोदी होती रही।
दूसरे दिन सवेरे सवेरे जब मैं अपने घर वापस आई तो देखा की मेरी सास मेरे अब्बा से चुदवा रही हैं ?
मुझे देखते ही मेरी सास बोली :- आ गयी तू बहू, अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाकर ?
मैंने कहा :- हां सासू जी, माँ का भोसड़ा चुदवाकर आ गयी ? अब तेरा भोसड़ा चुदवा रही हूँ।
०=०==०=०= ०=०=०=०=० समाप्त
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अब तो पक्का है की मेरी जेठानी मेरे अब्बू से चुदवाने जा रही है
लण्ड तो अब्बा का मैं कई बार देख चुकी हूँ । मैं जब भी चुदवाती हूँ तो देखती ही हूँ, मेरी खाला जान, मेरी भाभी जान, मेरी मामी जान जब जब चुदवाती है तब तब मैं देखती हूँ अब्बा का लण्ड ? मैं क्या करूँ ? उसका लौड़ा है ही इतना प्यारा की जितनी बार देखो उतनी बार और देखने का मन करता है। मेरी खाला की बेटी भी मेरे अब्बा से चुदवाने लगी है और मामी जान की बेटी अभी दो दिन पहले अब्बा से चुदवा कर गयी है, भोसड़ी वाली ? हां एक बात जरूर है की मैं आज पहली बार अपनी जेठानी की बुर देख रही हूँ। उसकी चूंचियां देख रही हूँ और उसकी गांड भी। है तो मादर चोद बड़ी मस्त और सेक्सी मेरी जेठानी ? उसके स्तन तो मेरे स्तन से थोड़े बड़े ही है और मेरे अब्बा को चूंचियां बड़ी अच्छी लगती है। मैं जानती हूँ वह सबसे पहले अपना लण्ड चूंचियों के बीच डालेगा ? हाय रब्बा, देखो कितनी मस्ती से जेठानी लण्ड चूस रही है ? इस तरह उसने कभी अपने मियां का लण्ड चूसा होगा ? फिर मैं सोंचने लगी की चूसेगी भी कैसे ? उसका लण्ड तो अक्सर मैं ही चूसती रहती हूँ। थोड़ी देर में वही हुआ जो मैं कह रही थी। वो देखो अब्बा का लौड़ा घुस गया उसकी चूंचियों में ? जेठानी भी मजे से चुदवाने लगीं अपनी चूंचियां ? और चाटने लगी बार बार आता जाता हुआ लण्ड का सुपाड़ा ?
जेठानी ने अपनी चूत पर अब्बा का लण्ड रखा और बोली हां भोसड़ी के अंकल अब मारो एक धक्का और घुसा तो अपना लौड़ा मेरी मादर चोद चूत में ? अब्बा तो साला इसी ताक में था। उसने गच्च से पेल दिया लण्ड चोदने लगा जेठानी की बुर ? वह भी अपनी गांड उठा के चुदवाने लगी। थोड़ी देर में बोली हाय अंकल तू इसी तरह सबकी बुर चोदता है ? इसी तरह मेरी देवरानी की बुर चोदता है, तू भोसड़ी का ? उसकी माँ भी इसी तरह चोदता है तू मादर चोद ?
वह बोला:- हां इसी तरह चोदता हूँ और अगर तुम कहोगी तो मैं तेरी माँ का भोसड़ा भी इसी तरह चोदूंगा।
जेठानी बोली :- अरे माँ के लौड़े तेरी बहन की बुर साले पहले मेरी चूत चोद कर देख ले तब मेरी माँ चोदना ? और हां अब आये हो तो मेरी सास का भोसड़ा चोद कर जाना ?
अब्बा बोला :- हां मैं तो वास्तव में तेरी सास का भोसड़ा चोदने ही आया हूँ।
तब तक कमरे में मेरी नन्द घुस आई ?
वह बोली :- भाभी पहले अपनी सास की बिटिया की बुर चुदवाओ फिर चुदवाना अपनी सास का भोसड़ा ? अकेले अकेले चुदवा रही है तू बहन चोद ? तुझे देख कर तो मेरी चूत की आग और भड़क गयी है मेरी बुर चोदी भाभी ? अब इसे कौन भोसड़ी वाला बुझाएगा ? उधर मेरी जेठानी रुकी नहीं बल्कि और जोर जोर चुदवाने लगी। नन्द तो भोसड़ी वाली बस देखती ही रही। हां जब लौड़ा झड़ने लगा तो नन्द ने भी अपनी जबान निकाल कर जेठानी के साथ लण्ड चाटा।
मैं जब नीचे उतरी तो बगल के कमरे में चली गयी। वहां देखा तो मुंह से निकला बाप रे बाप यहाँ तो मेरी बुर चोदी सास अपनी बेटी के देवर से ही अपना भोसड़ा भकाभक चुदवाये चली जा रही है। बोल रही है हां बेटा पूरा लौड़ा घुसा के चोदो मेरा भोसड़ा जैसे तू अपनी भाभी की बुर चोदता है। तू तो अपनी भाभी की चूत खूब चोदता है कभी कभी मेरा भी भोसड़ा चोद जाया करो मेरे बेटा । और हां अगली बार अपने दोस्त को भी लेते आना मुझे दो दो लण्ड से चुदाने में खूब मज़ा आता है। वह बोला हां आंटी मेरी भाभी तो दो दो क्या तीन तीन लण्ड से चुदवाती है। मेरे सभी दोस्त मेरी भाभी की बुर चोदने आते है।
फिर वह झड़ने लगा तब तक मैं घुस गयी कमरे में ? मैं बोली हाय सासू तू भोसड़ी की अपनी बेटी के देवर को भी नहीं छोड़ती ? उससे भी चुदवाती है अपना भोसड़ा ? वह बोली तो क्या हुआ मेरी बेटी भी तो मेरे देवर से चुदवाती है बुर चोदी ? तो फिर मैं क्यों छोड़ूँ उसके देवर को ? मैं तो कहती हूँ की बहू तू भी चुदवा ले इससे ? बड़ा बढ़िया लौड़ा है इसका ? मैं बोली तू चुदवा ले मैं रात में चुदवाऊँगी।
मेरा नाम है तब्बू, मेरा अब्बा नसीम खान, मेरी जेठानी है सबा, मेरी नन्द हया, नन्द का देवर रज़ा, मेरी सास बेगम सुल्ताना ?
मैं फिर वहाँ चली गयी जहाँ मेरी जेठानी चुदवा रही थी। मैं बोली हाय जेठानी जी तुम्हे मेरे अब्बा का लौड़ा कैसा लगा ? वह बोली अरी तब्बू तू क्या मुझे देख रही थी ? मैंने कहा नहीं जीजी तुझे नहीं तेरी बुर देख रही थी। तेरी बुर में अब्बा का लण्ड देख रही थी , तुझे चुदवाते हुए और लण्ड पीते हुए देख रही थी ? तो फिर तू आई क्यों नहीं भोसड़ी वाली तब्बू ? मैंने सोंचा की तू पहले ठीक से चुदवा ले ? लेकिन ये बता की तूने इतनी जल्दी कैसे पकड़ लिया मेरे अब्बा का लण्ड ? अभी कल आया था मेरा अब्बा। कल तुम पहली बार मिली तो फिर इतनी जल्दी ,,,,,,,,,? अरे यार आज जब वह मेरे सामने आया तो उसका लौड़ा लुंगी के अंदर से उछल रहा था। मेरा दिल आ गया मैंने लण्ड पर हाथ मार कर कहा हाय अल्ला, तेरा तो लौड़ा खड़ा है भोसड़ी का अंकल ? मेरे मुंह से गाली सुनकर लौड़ा और टन टना गया। मैंने लुंगी के अंदर हाथ घुसेड़ दिया और कहा निकालो न इस मादर लण्ड को बाहर ? मैंने लुंगी खोल दी तो नंगा लौड़ा मेरे हाथ में आ गया। मेरी चूत धधक उठी। अब तुम ही बताओ तब्बू जब इतना बढ़िया लौड़ा हाथ में हो तो कौन बुर चोदी नहीं चुदवायेगी अपनी बुर ? कौन नहीं लेगी लण्ड का मज़ा ? तब तक मेरी नन्द आ गयी ।
- नन्द :- भोसड़ी की सबा भाभी तू बड़ी हरामी चीज है। अंकल अभी कल ही आया है और आज उसका लण्ड तूने अपनी बुर में घुसा लिया ? तू बिलकुल रंडी हो गयी है रंडी ? तूने छोटी भाभी के अब्बा से चुदवा लिया ? शर्म नहीं आई तुझे ?
- जेठानी :- अच्छा, तुझे शर्म आती है क्या जब तू अपने ससुर का लण्ड अपनी बुर में घुसवा लेती है ?
- तब तक सास भी आ गयी वह बोली :- अरी सबा बहू मेरी बेटी तो वाकई बड़ी चुदक्कड़ हो गयी है। मैं कितना मना करती हूँ पर जाने किस किस से चुदवाती रहती है अपनी बुर, माँ की लौड़ी ?
- नन्द:- आय हाय, तू भोसड़ी की बड़ी भोली बनती है। मैं सब जानती हूँ तेरी करतूतें अम्मी ? अभी अभी धकाधक मेरे देवर से अपना भोसड़ा चुदवा रही थी तू ? अरे भाभी तुम जानती हो, अम्मी मेरे देवर से चुदवाती हुई कह रही थी की रज़ा तू कल अपने दोस्तों को लाना और फिर सब लोग मिलकर चोदना मेरा भोसड़ा ? अब तुम समझ लो कौन सबसे बड़ी चुदक्कड़ है मैं की मेरी अम्मी ?
- सास :- अरी बहू ये मेरी बेटी भोसड़ी की हया है न अपने देवर के दोस्तों से खूब चुदवाती है। रज़ा सब मुझे बता गया है। वह तो कह रहा था मेरी भाभी खुले आम मेरे सभी दोस्तों से चुदवाती है।
- नन्द :- तो क्या हुआ ? बुर चुदवाना कोई गुनाह है क्या ? मुझे जिसका लण्ड पसंद आएगा उससे चुदवाऊँगी तेरी गांड में क्यों दर्द हो रहा है ? मेरी ससुराल में तो एक से बढ़कर एक लण्ड है ? और मैं क्या सभी बुर चोदी चुदवाती है ? अभी देखा नहीं मैंने की छोटी भाभी के अब्बा से बड़ी भाभी चुदवा रही थी।
- सास :- हाय सबा तूने तब्बू के अब्बा से चुदवा लिया अपना भोसड़ा और मुझे बताया तक नहीं ? अरे मैं भी उससे चुदवा लेती तो क्या तेरी गांड फट जाती ?
- जेठानी :- और अगर सासू तू मेरी बुर में अपनी बेटी के देवर का लण्ड घुसा देती तो क्या तेरी गांड फट जाती ? तुझे याद नहीं आई मेरी बुर ?
- नन्द :- आज तो मेरा ससुर आने वाला है बोलो कौन चुदवायेगी उससे अपना भोसड़ा ?
- मैं बोली :- आज तो मैं पकड़ूंगी तेरे ससुर का लण्ड ? पर तू क्या करेगी बुर चोदी ?
- जेठानी :- इसकी तो बुर में आज मैं ठोंकूंगी लण्ड ? आज मेरा खालू भोसड़ी का आ रहा है ?
- सास :- तो फिर मेरी भी चूत चुदवा देना बहू ?
- मैं बोली :- तो फिर मैं क्या झांटें गिनूंगी सबकी ? मैं भी अपने मामू जान को बुला लेती हूँ। उसका लण्ड बहन चोद ९ " का है ?
तब सबको मालूम हुआ की एक साथ मिलकर
लण्ड अदल बदल कर चुदवाने में कितना मज़ा आता है ?
एक दिन मेरी दोस्त तमन्ना का फोन आ गया । वह बोली अरी तब्बू जल्दी से मेरे घर आ जा तेरे लिए एक सरप्राईज़ है ? उस समय मैं बुर चोदी नन्द के साथ बैठी थी मैं उसे लेकर तमन्ना के घर पहुँच गयी। मेरे पहुँचते ही वह बड़ी बेबाकी से बोली ये कौन है भोसड़ी वाली तब्बू ? मैंने जबाब दिया ये भोसड़ी की मेरी नन्द है। वह मुस्कराई और बोली अरे यार अच्छा किया तुमने ?
मैं भी अपनी नन्द अपने साथ रखती हूँ जब इच्छा हुई तब झुका के मार ली नन्द की गांड ?
हम तीनो खूब खिलखिला कर हंस पड़ी
मैंने पूंछा यार क्या कर रही थी तू माँ की लौड़ी ? अचानक फोन मार दिया मुझे ? वह बोली यार तब्बू मैं अपनी माँ चुदा रही थी। हुआ यह की दुबई से मेरा हसबैंड आ गया। उसके साथ उसका एक अरबी दोस्त आ गया। उसे देख कर मेरा दिल उस पर आ गया। उसके लण्ड पर मेरी नियत खराब हो गयी ? मैं जल्दी से उसका लण्ड पकड़ कर देखना चाहती थी। तब तक मेरी अम्मी आ गयी वह मेरे मियाँ के लण्ड पर हाथ रख कर बोली हाय रब्बा कितने दिन हो गए मुझे तेरा बहन चोद लण्ड देखे हुए ? मैंने अपने हसबैंड से कहा यार आज तुम मेरी माँ का भोसड़ा चोद लो ? माँ खुश हो गयी और फिर मैं चुदाने लगी अपनी माँ ?
मेरा मन तो उस मादर चोद शेख के लण्ड पर अटका था। जब वह आया तो मैंने उसका लण्ड खोल कर निकाला ? यार तब्बू क्या लौड़ा है भोसड़ी वाले का ? मज़ा आ गया मैंने फिर जम कर चुदवाया उससे ? चुदवाते चुदवाते मुझे तेरा ख्याल आ गया। मैंने बाद में अपने मियाँ से कहा तुम मेरी माँ चोद चुके हो अब तुम मेरी सहेली की बुर चोदो। मैं उसे बुला लेती हूँ। मैंने सोंचा की जब तुम आ जाओगी तो पहले तुम्हे मेरा मियां चोदेगा और फिर मैं तुम्हे सरप्राईज़ में शेख का लण्ड पकड़ा दूँगी ? उसके बाद उसका लौड़ा तेरी बुर में घुसेड़ कर मैं चोदूंगी तेरी बुर ? अब तू अपनी नन्द के साथ आई है तो थोड़ा प्लान में तब्दीली कर देती हूँ। मैं तेरी नन्द की बुर अपने मियां से चुदवाती हूँ और साथ ही साथ तेरी बुर शेख से चुदवाती हूँ। दूसरी पारी में तुम मेरे मियां से चुदवा लेना और तेरी नन्द उस बहन चोद शेख से ? मैं भी साथ में रहूंगी मैं दोनों के लण्ड बीच बीच में चाटती रहूंगी और दोनों की बुर में ठोंकती भी रहूंगी लण्ड ?
मैंने जब शेख को देखा तो मेरी चूत बहन चोद गीली हो गयी। इतना हैंडसम आदमी मैं पहली बार देख रही थी मैं समझ गयी की इसका लौड़ा भी बड़ा हैंडसम होगा ? तमन्ना उठी और मेरे कपडे खोलने लगी। मेरी चूंचियां खुल गयीं मेरी चूत, मेरी गांड खुल गयी तो दोनों मर्द भोसड़ी के फाड़ फाड़ देखने लगे। फिर तमन्ना में मेरी नन्द को भी नंगी कर दिया। हया की चूत और चूंचियां भी देख कर दोनों मस्त हो गए। तब तमन्ना बोली तब्बू तू पहले मेरे मियां का लण्ड अपनी नन्द को पकड़ा दे ?
मैंने जब उसके मियाँ का लौड़ा खोला तो मेरे बदन में आग लग गयी। मैं बोली हाय तमन्ना मुझे तो तेरे मियां के लण्ड से प्यार हो गया है ? मैंने लौड़ा अपनी नन्द के हाथ में रख कर कहा ले भोसड़ी वाली पकड़ ले मस्ताना लण्ड और घुसा ले अपनी बुर में ? हया लण्ड चाटने लगी। तब तक तमन्ना ने मेरा हाथ शेख की लुंगी में घुसा दिया। मेरे हाथ में जैसे ही लौड़ा आया तो मैं चौक पड़ी , हाय अल्ला, इतना बड़ा लण्ड ? इतना बड़ा लण्ड तो मेरे अब्बा का भी नहीं है ? मैंने तुरंत लुंगी खोल दी और कर दिया उस भोसड़ी वाले को पूरा नंगा ? उसका लौड़ा पकड़ के देखने लगी चारों तरफ से और कहा हाय दईया कितना सेक्सी लौड़ा बनाया है अल्ला ने इसका ? मेरा तो मन करता है की मैं इसे कच्चा चबा जाऊं ? मेरा मुंह खुला और लौड़ा अंदर ? मैं रसगुल्ला की तरह चूसने लगी लण्ड ? बाद में तमन्ना ने जब लौड़ा मेरी बुर में पेला तो मुझे चुदवाने में ज़न्नत का मज़ा मिलने लगा।
तब तक मेरी नन्द भकर भकर चुदवाने लगी अपनी बुर और उसके सामने मैं भी चुदवाने लगी धकाधक अपनी बुर ? हम दोनों के बीच तमन्ना नंगी नंगी लेट कर पेल्हड़ सहलाने लगी और बीच बीच में लण्ड चूत से निकाल निकाल निकाल कर चाटने लगी। फिर एकदम से एक आवाज़ आई अरे तमन्ना भाभी तेरी चूत क्यों खाली पड़ी है। कहो तो मैं पेल दूँ इसमें अपना लण्ड ?
तमन्ना बोली वाओ, तू भोसड़ी का वसीम कब आ गया ? तू तो बहन चोद असलम की बीवी चोदने गया था। वह बोला अरे भाभी बीवी तो मैं उसकी एक घंटा पहले चोद के आ गया। अब मेरी बीवी गयी है उससे चुदवाने और मैं यहां चला आया ? मुझे तेरी अम्मी ने बताया की देख असलम अंदर तेरी भाभी किससे चुदवा रही है भोसड़ी वाली ? इसलिए मैं अंदर चला आया भाभी ? तमन्ना बोली तो फिर देख क्या रहा है तू बहन लौड़ा। खोल न अपने कपडे और पेल दे अपना लण्ड मेरी चूत में ? अब मज़ा और ज्यादा आने लगा । तीन तीन बुर एक साथ चुदने लगी ? रात भर पकड़ी पकड़ा, पेला पेली और चोदा चोदी होती रही।
दूसरे दिन सवेरे सवेरे जब मैं अपने घर वापस आई तो देखा की मेरी सास मेरे अब्बा से चुदवा रही हैं ?
मुझे देखते ही मेरी सास बोली :- आ गयी तू बहू, अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाकर ?
मैंने कहा :- हां सासू जी, माँ का भोसड़ा चुदवाकर आ गयी ? अब तेरा भोसड़ा चुदवा रही हूँ।
०=०==०=०= ०=०=०=०=० समाप्त
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