Tuesday, February 10, 2015

लण्ड तेरी गांड में ठोंक दूँगी

उस दिन जब अलका भाभी मेरे कमरे में आयीं तो मैं अपने दोस्त रोहित का लण्ड चाट रही थी।
यही लण्ड ठोंकूंगी गांड में 
  • मुझे लण्ड चाटते हुए देख कर वह बोली :- भोसड़ी की पूजा तू बहन चोद बड़ी बेशर्म हो गयी है ।  कमरे का दरवाजा खोल कर सरे आम लण्ड चाट रही है ? अभी कोई तेरे कमरे में कोई घुस जाये और तुझे लण्ड चाटते हुए देख ले तो तेरी माँ चुद जायेगी, बहन चोद ? अरे तुझे लण्ड चाटना ही है तो दरवाजा बंद करके चाट न माँ की लौड़ी मना किसने किया है तुझे ? अब तो तू बहन चोद २१ साल की हो गयी है।  जवान हो गयी है।  तेरी चूंचियां बड़ी बड़ी हो गयीं है, तेरी गांड में निखार आ गया है।  तेरी चूत बहन चोद बड़ी सेक्सी हो गयी है। उसमे घनी घनी झांटें आ गयीं है ? अब तू अपनी बुर चुदा चाहे अपनी माँ का भोसड़ा ? तुझे कौन मना करने वाला है ?
  • मैंने कहा :- अरे अलका भाभी मुझे लौड़ा चाटते हुए देख कर तेरी गांड क्यों जली जा रही है ? तेरी झांटें क्यों सुलग रहीं है भाभी ? अब दरवाजा बंद हो चाहे खुला तेरे अलावा घर में कोई और तो है नहीं भाभी ? अब तेरे आगे मैं लण्ड चाटूं चाहे पेल्हड़ ? बुर चुदवाऊँ चाहे चूंची, मुंह में डालूँ लण्ड चाहे गांड में मुझे तुमसे तो कोई शर्म है नहीं ? हां अगर तुझे जलन हो रही है तो ले तू भी चाट ले रोहित का लण्ड ?
  • भाभी बोली :- मैं अगर रोहित का लण्ड चाटने लगी तो फिर तू क्या चाटेगी बुर चोदी पूजा, बाबा जी का लण्ड ?
  • मैंने कहा :- मैं बाबा जी का लण्ड नहीं,  तेरी बुर चाटूंगी भोसड़ी की अलका भाभी ?
  • वह बोली ;- देख पूजा, तुझे अच्छी तरह मालूम है की मैं जब लण्ड चाटती हूँ, लण्ड चूसती हूँ तो तब तक लण्ड मुंह से नहीं निकालती जब तक वह झड़ नहीं जाता ? मैं झड़ता हुआ लण्ड पूरा का पूरा पी जाती हूँ , पूजा ?
  • मैंने कहा :- तो फिर पी जा न लण्ड भाभी ? मेरे पास क्या यही एक लण्ड है ? मैं कोई और लौड़ा चाटने लगूंगी ?
  • देख पूजा मुझे जोश न दिला, मेरी चूत की आग धीरे धीरे भड़क रही है। मैं रोहिता का लण्ड पी जाऊँगी फिर न कहना की भाभी ने मुझसे लौड़ा छीन कर पी लिया ? तू बुर चोदी पूजा चुदासी ही रह जाएगी ?
  • अरे भाभी तू चिंता न कर ? अगर एक बार रोहित का लण्ड तेरे मुंह में झड़ भी गया तो क्या हुआ ? मैं उसे थोड़ी देर बाद खड़ा कर लूंगी और फिर चुदवा लूंगी अपनी बुर ?  
ऐसा कह कर मैंने अलका भाभी को लण्ड पकड़ा दिया।  उसके लण्ड पकड़ते ही लण्ड साला और तन कर खड़ा हो गया।  भाभी जबान निकाल कर लण्ड चाटने लगी और मैं उसके कपडे उतारने लगी।  मैंने एक मिनट में भाभी को पूरी नंगी कर दिया। मैं और रोहित दोनों पहले से ही नंगे थे। मैं भाभी को लण्ड चाटते हुए देख कर बड़ी मस्त हो गयी. मैं घूम कर भाभी की बुर चाटने लगी और रोहित मेरी बुर चाटने लगा।  थोड़ी देर में मैंने देखा की रोहित के लण्ड ने उगल दिया वीर्य भाभी के मुंह में ? तब मैं भी भाभी के साथ चाटने लगी लण्ड और मस्ती हो गयी। भाभी का लण्ड चाटना मुझे भा गया। 
एक दिन मैं भाभी के कमरे में घुस गयी। वह भी भोसड़ी की लण्ड चूसने में जुटी हुई थी।  मुझे पूरा लौड़ा दिखाई नहीं पड़ा तो मैं बाहर से ही झाकने लगी।  थोड़ी देर बाहर खड़ी रही।  इतने में लण्ड भाभी ने मुंह से बाहर निकाला।  लण्ड देख कर मेरी चूत में लगा की जैसे किसी ने आग का गोल रख दिया हो ?  मैं लण्ड अपनी चूत में घुसेड़ने के लिए तड़प उठी। बस मैं घुस गयी अंदर और बोली अब नहीं रहा जाता मुझसे भाभी, प्लीज ? इतना बड़ा और मस्त मोटा लौड़ा देख कर मेरी चूत की आग भड़क उठी है।  अब पेल दो प्लीज यह भौसडी का लण्ड मेरी चूत में ? तू बिलकुल चिंता न कर मेरी बुर चोदी अलका भाभी ? मैं इतना मोटा लण्ड बरदास्त कर लूंगी, पर मैं अपनी चूत की आग बरदास्त नहीं कर पाऊँगी।  जब तक तुम मेरी चूत चोदोगी नहीं भाभी, तब तक मेरी चूत की आग बुझेगी नहीं ? हाय दईया, कितना प्यारा लौड़ा है इस मादर चोद राना का ?
देखो न भाभी, लण्ड का सुपाड़ा कितना चमक रहा है बहन चोद ? मैं बहुत बुरी तरह चुदाई हो गयी हूँ भाभी ? अलका भाभी को मेरी हालत पर तरस आ गया और उसने लण्ड मेरी चूत पर टिका दिया। फिर उसने राना की गांड पर थोड़ा धक्का दिया तो लण्ड गप्प से मेरी चूत में घुस गया।  मेरे मुंह से चीख निकल पड़ी उई माँ मर गयी मैं ? एक बार में ही पेल दिया भाभी तूने इतना मोटा लण्ड मेरी चूत में ? अपनी माँ की चूत समझ रखी है क्या तूने भोसड़ी की अलका भाभी ? अरे धीरे धीरे पेलने में तेरी माँ चुद रही है क्या ? मैं मस्ती से चुदवाने लगी अपनी बुर और  राना भाभी की चूंचियां चूसने लगा।  राना भाभी का दोस्त है। भाभी का क्लास फेलो है। थोड़ी देर में मैंने लण्ड भाभी की बुर में घुसा दिया और उसकी बुर चुदवाने लगी। उस दिन के बाद अक्सर हम दोनों एक दूसरे की चूत में लण्ड पेल कर चुदवातीं हैं।  भाभी मेरी बुर चोदती हैं और मैं भाभी की बुर चोदती हूँ  .
मेरे पड़ोस में एक है रेहाना आंटी। ४४ साल की आंटी बड़ी खुश मिज़ाज़ और मस्त रहती हैं।  हमेशा हंसती रही है और सबको खूब हंसाती भी रहती है। हंसी मजाक करने में बड़ी तेज है।  मुझसे तो खूब खुल कर बातें करती है और बड़ी मस्त गालियां देती है। खूब गंदे गंदे चुटकुले सुनाती है।  बड़े बड़े गंदे गंदे शब्द जैसे लण्ड बुर गांड चूंची लौड़ा चूत भोसड़ा सब उसकी जबान पर अपने आप आतें रहते हैं।   उसकी गालियां सुनने में बड़ा मज़ा आता है क्योंकि वह गालियों के साथ एक्टिंग भी करके दिखातीं है । अगर किसी से कहना की जा बुर चोदी लौड़ा हिला तो वह साथ में मुठ्ठी बाँध कर अपना हाथ हिला कर कहती है जा  बुर चोदी लौड़ा हिला ? अगर किसी से कहना है की मैं तेरी माँ चोदूंगी तो अपनी ऊँगली में गढ्ढा बना कर उसमे ऊँगली घुसेड़ कर बड़े प्यार से कहतीं है मैं तेरी माँ चोदूंगी। अगर कहना है की तेरी गांड में ठोंक दूँगी तो एक मुठ्ठी के छेद में दूसरा हाथ मार कह कहतीं है तेरी गांड में ठोंक दूँगी।  इस तरह सुनने वालों को दूना मज़ा आता है। आंटी अक्सर हमारे घर जाती रहतीं हैं।
एक दिन मैं उसके घर बिना बताये पहुँच गयी, बाहर के दरवाजे को धक्का दिया तो वह खुल गया। मैं अंदर जा रही थी तो मुझे कमरे से कोई  आवाज़ आई तो मैं झाँक कर देखने लगी। मैं तो अंदर का सीन देख कर दंग रह गयी।  मैंने देखा की आंटी अपने सारे कपडे खोल कर बैठी हैं और किसी का लौड़ा पकड़ कर मस्ती से हिला रही हैं।  मेरी नज़र लौड़े पर पड़ते ही मेरी चूत बहन चोद गीली हो गयी।  क्या सॉलिड लौड़ा था यार ? इतना मोटा और इतना लंबा लौड़ा मैं शायद पहली बार देख रही थी।  आंटी उसकी चुम्मी बार बार ले रही थी। उसके सुपाड़े पर जबान फिरा रहीं थी।  फिर वह बोली हाय मेरे राजा आज तो तेरा लौड़ा बहुत मस्त लग रहा है ? कुछ ज्यादा ही मोटा हो गया है बहन चोद तेरा लण्ड ? अभी तो तू मुझे चोद ले लेकिन रात में मेरी बिटिया की बुर चोदना  और फिर चोदना मेरी भोसड़ी वाली बहू की चूत ? वह भी माँ की लौड़ी बहुत अच्छी तरह चुदवाती है।  अब मैं सोंचने लगी की क्या वास्तव में आंटी अपनी बेटी की बुर चुदवाती है।  क्या सही में आंटी अपनी बहू की बुर में लण्ड पेलवाती है ?
मुझसे फिर रुका न गया और मैं मैं धड़धड़ाती हुई कमरे में घुस गयी और बोली हाय आंटी ये तू क्या कर रही है ? वह बोली लण्ड हिला रही हूँ बुर चोदी पूजा और क्या कर रहीं हूँ ? कोई चोरी तो नहीं कर रही हूँ।  किसी के लण्ड के साथ खेलना क्या कोई जुर्म है बहन चोद ? मैंने कहा जुर्म तो नहीं है आंटी, पर यूँ खुल्लम खुल्ला लण्ड पकड़ के हिलाना और फिर खुल कर चोदा चोदी की बातें करना तो अच्छा नहीं है न ? वह बोली अब तू मुझे सिखाएगी माँ ली लौड़ी पूजा ? मन ही मन तो तू भी भोसड़ी वाली लण्ड चूसना चाहती है ? देख मैं यही लण्ड आज रात में अपनी बेटी की बुर में पेलूँगी और अपनी बहू की बुर में भी ? देखती हूँ कौन साला मेरी झांटें उखाड़ने आता है ? मैं भी मजाक में कहा तो मैं यही लौड़ा तेरे भोसड़ा में पेलूँगी बुर चोद आंटी ? वह तो बस खिलखिला कर हंस पड़ी और कहा हां पूजा मैं यही चाहती हूँ की मेरे साथ कोई चोदा चोदी की बातें भी ऐसे ही करे और चोदा चोदी भी ऐसे ही करे ? मैं तुमसे बहुत खुश हूँ, पूजा ? अब आ जा भोसड़ी की, तू भी लण्ड पकड़ कर देख और सच सच बता की तुझे पसंद है की नहीं ?
मैंने लण्ड आंटी के हाथ से लेकर चाटने लगी उधर आंटी मेरे कपडे उतारने लगीं ।  मैं मादर चोद नंगी हो गयी तब आंटी बोली पूजा ये है अब्दुल तेरे अंकल का दोस्त। दुबई से आया है जहाँ मेरा हसबैंड काम करता है।  मेरा मियां वहां इसकी बीवी चोदता है और इसकी बेटी भी। इसीलिए यह जब जब यहाँ आता है तो मुझे चोद कर और मेरी बेटी चोद कर जाता है। अबकी बार इत्तिफ़ाक़ से मेरी बहू भी है तो मैं इससे अपनी बहू की बुर भी चढ़वाऊंगी।  मैंने कहा हां आंटी इसका लौड़ा तो कुछ अलग सा लग रहा है ।  इसका सुपाड़ा मुझे बहुत ही अच्छा रहा है । वह बोली पूजा यह मुस्लिम लण्ड है इसका सुपाड़ा बाहर ही रहता है।  सुपाड़े पर चढ़ने वाली खाल काट दी जाती है. इसीलिए इसे कटा लण्ड कहते हैं।  मैंने कहा कुछ भी हो आंटी पर लौड़ा मुझे बेहद पसंद है।  तब आंटी ने लौड़ा अपने भोसड़ा में पेलने के वजाय मेरी चूत में घुसेड़ दिया और मैं गचागच चुदवाने लगी।  
थोड़ी देर में मैं घर वापस आई तो देखा की भाभी दो लड़कों के साथ बतला रही हैं। मुझे देख कर वह बोली अरी पूजा देख यह है रज्जू मेरे मामा का लड़का और यह है इसका दोस्त नीरज। रज्जू तो मेरे साथ पढता था और यह नीरज भी खूब मेरे घर आता जाता था। भाभी ने बताया यह है पूजा मेरी नन्द ? बड़ी चुलबुली और हंसमुख है मेरी नन्द।  मेरी इससे बहुत पटती है।  बस मैं भी फिर उन लोगों के नास्ते में शामिल हो गयी फिर कुछ काम ने भाभी अंदर गयी तो मैं भी पीछे पीछे अंदर चली गयी।  मैंने कहा भाभी दोनों भोसड़ी के बड़े स्मार्ट और सेक्सी लड़के हैं ? इनके लण्ड पकड़ाओ न मुझे भाभी ? इन्हे देख कर मेरी चूत बुर चोदी चुदासी हो गयी हैं।  वह बोली रुक जा न बुर चोदी मैं अभी कुछ करती हूँ। तेरी चूत का इलाज करती हूँ मैं ?
ऐसा कह कर भाभी ने रज्जू को इशारे से अंदर बुलाया और बोली तू भोसड़ी का अपने दोस्त को ले आया अब मैं उसके सामने तेरा लौड़ा कैसे पकडूँ ? भाभी ने जब सीधे सीधे ऐसी बात कही तो मैं उसका मुंह ताकने लगी।  तब भाभी ने बताया अरी पूजा मैं इसका लण्ड खूब पकड़ती हूँ।  चूसती हूँ इसका लण्ड मैं ? अपनी बुर में पेल कर चुदवाती हूँ मैं रज्जू से ? लेकिन मैं इस मादर चोद नीरज का क्या करूँ ? तू इसे क्यों ले आया यार ? वह बोला तो इसमें क्या ? उसका भी लौड़ा पकड़ ले न तू अलका ? भाभी बोली हाय दईया क्या कह रहा है तू ? तब रज्जू ने बताया अलका अब मैं तुम्हे साफ़ साफ़ बताता हूँ।  देख मेरी शादी के दो साल हो चुके हैं और उसकी शादी के भी ? नीरज मेरा पक्का दोस्त है।  एक दिन रात में हम दोनों ने खूब शराब पी अपनी अपनी बीवी के साथ।  हम दोनों की बीवियां भी खूब शराब पीती है अलका ? हम चारों नशे में थे तभी इसकी बीवी ने मेरे लण्ड पर हाथ रख दिया और मेरी पैंट खोल कर मेरा लण्ड बाहर निकाल कर चूसने लगी। उसे देख कर मेरी बीवी नीरज का लण्ड निकाल कर चूसने लगी। बस उसकी दिन से मैं उसकी बीवी चोदने लगा और वह मेरी बीवी चोदने लगा ? इसलिए हम दोनों में कोई शर्म नहीं है ? मैंने कहा वाओ, भाभी तब क्या  ? चलो मैं उस भोसड़ी वाले को नंगा करती हूँ। तुम यहीं से रज्जू का लौड़ा पकड़ कर वहां कमरे में आओ ?
मैं नीरज के पास आई और बड़े प्यार से बोली नीरज भैया तुम तो बड़े छुपे रुस्तम निकले ? फिर उसके कान में कहा भोसड़ी के मेरे रज्जू भैया की बीवी चोदते हो तुम ? उसकी बुर में लण्ड पेलते हो अपना ? दिखा न अपना मादर चोद लण्ड मुझे भी ? मैंने उसका लण्ड ऊपर से दबा दिया। मैंने उसकी बेल्ट खोली और फिर पैंट खोल डाली।  उसकी चड्ढी के अंदर जैसे ही हाथ घुसेड़ा वैसे ही भाभी कमरे में एक दम नंगी नंगी रज्जू का लौड़ा पकडे पकडे आ गयीं  . यह देख कर नीरज का लण्ड खड़ा हो गया और मैंने उसे खींच कर बाहर निकाल लिया। मैं झुक कर उसका लण्ड चाटने लगी।  तब तक भाभी बोली अरी पूजा तू रज्जू का लौड़ा चाट ? नीरज का लौड़ा मैं चाटूंगी।  मैं तो रज्जू से पहले भी चुदवा चुकी हूँ अब मैं नीरज से चुदवाऊँगी और तू पहली बार रज्जू से चुदवा ले ? फिर क्या हम दोनों ने खूब मस्ती से उन दोनों से जी भर के चुदवाया।
रात में करीब ९ बजे मैं भाभी को लेकर रेहाना आंटी के घर पहुँच गयी। आंटी ने मुझे अपनी बेटी नाशी और अपनी बहू नसीबा से मिलवाया और बोली अरे पूजा यह है मेरी बुर चोदी बेटी और यह है भोसड़ी की मेरी बहू ?  मुझे देखते ही नाशी बोली हाय पूजा दीदी मैं तो तुम्हे खूब जानती हूँ लेकिन मैं अलका भाभी को आज पहली बार देख रही हूँ। नाशी कुछ मूड में थी वह बोली हाय भाभी मैं आपको अपना इंट्रो दे रही हूँ।  मैं भोसड़ी वाली मादर चोद नाशी हूँ एक बहुत हरामजादी चुदक्कड़ और लण्ड पीने वाली लड़की हूँ। मैं अपनी माँ चुदाने वाली और उसकी गांड में लण्ड ठोंकने वाली एक मस्तानी लड़की हूँ। तब तक उसकी भाभी नसीबा बोली और मैं अपनी नन्द की बुर में लौड़ा घुसाने वाली, उसकी गांड मारने वाली और उसकी माँ का भोसड़ा चोदने वाली उसकी भाभी हूँ। हम दोनों इनकी बातों पर हंस पड़ी।  तब तक रेहाना आंटी बोली देखा पूजा मैं कहती थी न की आज मैं अब्दुल का लौड़ा अपनी बिटिया की बुर में पेलूँगी और उसे अपनी बहू की बुर में घुसाऊँगी। देख लिया तूने दोनों माँ की लौडीं कैसी हैं ? अब आओ चलो अंदर मैं दिखाती हूँ तुम्हे की क्या हो रहा है ? आज मैं अपनी बेटी की बुर के साथ साथ तेरी भी बुर चुदवाऊँगी पूजा और तेरी भाभी की भी बुर ?
ऐसा कह कर आंटी ने अपनी चादर नीचे गिरा दी।  वह बिलकुल नंगी हो गयी।  इतने ने नाशी और नसीबा भी बहन चोद हमारे आगे नंगी हो गयी। आंटी हमें अंदर ले गयीं। मैंने देहा की वहां दो लड़कियां एकदम नंगी नंगी दो दो लण्ड पी रही है और पूरे कमरे में कई मर्द / कई लड़के अपना अपना लौड़ा पकड़े हिला रहे है।  सब सालों के लण्ड टन टना रहें है ? एक से एक बेहतरीन लण्ड ? एक से एक मोटा तगड़े लण्ड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया।  मेरी चूत की आग भड़क उठी।  अलका भाभी बोली हाय पूजा तुम पहले मेरी चूत में कोई भी लौड़ा घुसा दो प्लीज ? इतने में नाशी बोली अरे अलका भाभी लण्ड मैं तेरी चूत में पेलूँगी और उसने फ़टाफ़ट पेल भी दिया। भाभी तो मस्त हो कर चुदवाने लगी.
तब नाशी फिर बोली नसीबा भाभी तू भी आ जा इधर ?  मैं लण्ड तेरी गांड में ठोंक दूँगी। नसीबा ने आवाज़ लगायी अरी वो मेरी बुर चोदी सास जल्दी से मेरे पास आ।  मैं लण्ड पहले तेरी गांड में ठोंकूंगी और उसके बाद मैं तेरी बिटिया की बुर में ठोंकूंगी लण्ड ? मैंने देखा की नाशी, नसीबा और रेहाना तीनो मिलकर एक दूसरे की चूत में लण्ड पेल पेल कर चुदवा रही हैं और एक दूसरे की गांड में लण्ड ठोंक रहीं हैं।
फिर हम दोनों भी इनके साथ लण्ड ठोंकने में और ठोंकवाने में जुट गयी है।  कोई मेरी बुर में लण्ड घुसा रही है तो मैं किसी की बुर में लण्ड घुसा रही हूँ। मैं किसी की गांड में लण्ड पेल रही हूँ तो कोई मेरी गांड में लण्ड पेल रही है।  मैं किसी का लण्ड चाट रही हूँ तो कोई मेरी चूत चाट रहा है।  मैं किसी का लण्ड पी रही हूँ तो कोई मेरी चूंची पी रहा है।  इतनी मस्ती से चुदाई हो रही थी जिसका वर्डन नहीं किया जा सकता ? कोई ऐसी लड़की नहीं थी जिसके पास दो दो लण्ड न हों ? एक दूसरे से लण्ड की बार बार अदला बदली करना ? एक दूसरे से लण्ड छीन छीन कर पीना, चाटना, चूसना और फिर अपनी अपनी बुर में घुसा कर चुदाना कितना मज़ा दे रहा था सबको ? मैं तो सोंचने लगी की चुदाई हो तो ऐसी ?

=०=०=०=०=०=०=०=०=००=०=०=०=० समाप्त          

                                          


                                                     

 
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