Saturday, December 6, 2014

मौसी की बुर माँ का भोसड़ा

दोस्तों, मैं आपको एक बेमिशाल कहानी सूनाने जा रही हूँ जो मेरी अपनी कहानी है। हमारे घर में केवल तीन ही लोग है।  मैं, मेरी माँ और मेरी मौसी।  मेरी एक
तरफ हैं मेरी मौसी तो दूसरी तरफ हैं मेरी माँ ।  एक तरफ है मेरी मौसी की चूत तो दूसरी तरफ है मेरी माँ का भोसड़ा ? यह हाल सिर्फ मेरा ही नहीं है बल्कि हम तीनो का है। मेरी मौसी की एक तरफ है भांजी की बुर और दूसरी तरह है बहन का भोसड़ा ? मेरी माँ की एक तरफ है बेटी की चूत और दूसरी तरफ है बहन की बुर ?
मेरी और मेरी मौसी की उम्र में सिर्फ ४ साल का फरक है। मैं २४ साल की हूँ और वह २८ साल की।  इसलिए मैं अपने आपको मौसी के ज्यादा नजदीक पाती हूँ। मौसी भी मेरे साथ एक दोस्त की तरह ही व्यवहार करती हैं। मुझसे खुल कर बातें करती है, हंसी मजाक करती है और कभी कभी गालियां भी मुंह से निकाल देती है।  वह अक्सर मेरे बिस्तर पर लेट जातीं है और मैं उसके बिस्तर पर ? साथ साथ लेटने से मैं कभी कभी उसकी चूंचियों पर हाथ रख देती हूँ कभी कभी वह मेरी चूंचियों पर । कभी मेरा हाथ उसकी चूत पर चला जाता है और कभी उसका हाथ मेरी चूत पर। मुझे मौसी के साथ रहना बड़ा अच्छा लगता है। यह बात मेरी माँ भी जानती है। 
मेरी मौसी की आँखें बड़ी बड़ी है और मेरी भी ? उसकी चूंचियां सुडौल और बड़ी बड़ी है।  मेरी भी चूंचियां उसके टक्कर की हैं। उसके चूतड़ उभरे हुए हैं और मेरे भी ? उसकी भी गांड मटकती है और मेरी भी।  मेरी घनी घनी झांटें है लेकिन मैंने मौसी की झांटें देखीं नहीं है ।  किसी दिन देख कर बताऊँगी। मेरी चूत एकदम गोरी, गुलाबी, चकाचक और टना टन्न है ।  मौसी की चूत जल्दी ही देख कर आपको बताऊँगी।
हां अब मैं आपको अपनी माँ के बारे में बता रही हूँ। मेरी मम्मी ४४ साल की एक मदमस्त जवान औरत है।  गोरी चिट्टी, खूबसूरत और बड़ी बड़ी सेक्सी चूंचियों वाली औरत हैं . आधुनिक विचारों वाली है, साथ मिलकर चलने वाली है और कभी हम लोगों की गांड में ऊँगली नहीं करती हैं। इसलिये मैं माँ से प्यार करती हूँ और मौसी भी अपनी बहन से ? हम लोग बंगाली हैं और कलकत्ता में रहतीं हैं।  मम्मी शराब पीती है और सिगरेट भी।  हम दोनों भी शराब पीने लगीं है लेकिन मम्मी ने कभी हमको मना नहीं किया । अब हाल यह है हम तीनो साथ बैठ कर शराब और सिगरेट पीती है।
दोस्तों, मेरा नाम है दिव्या, मेरी मौसी है शिवानी और मेरी मम्मी हैं बिपासा ?
एक दिन हम तीनो दारू पी रही थीं, नशे में बुरी तरह धुत्त हो चुकी थीं और सिगरेट में छल्ले मुंह से निकाल रही थी।  तभी मुझे एक शरारत सूझी क्योंकि मैं अंदर से काफी गरम हो गयी थी।  मेरी चूत अंदर ही अंदर उत्पात मचाने लगी थी, बुर चोदी. मैं बड़ी बेशरम हो गयी मादर चोद। तब मैं उठी और एक ब्लू फिल्म टी वी पर लगा दी। दो मिनट इधर उधर की बातें उस पर आयीं और फिर फिल्म शुरू को गयी।  सबसे पहले उसमे दो मर्द नंगे नंगे अपने अपने लण्ड टन टनाते हुए दिखाई पड़े ? दोनों लण्ड देख कर मेरे मुंह में पानी आ गया ।  लार टपकने लगी मेरी और मेरी चूत भोसड़ी की चुदासी हो गयी लेकिन मैं चुप रही। अचानक मेरी मौसी बोली वाओ, देखो भोसड़ी वालों के कितने बड़े बड़े लण्ड हैं ? ये साले जिसकी चूत में घुसेंगें उसकी तो माँ चुद जाएगी ?
मम्मी बोलीं :- ये तो मादर चोद भोसड़ा चोदने वाले लण्ड हैं। मेरा तो भोसड़ा बहन चोद गरम हो गया है।
मैंने कहा :- हाय दईया, अगर बहन चोद ऐसे लण्ड हमें मिल जाएँ तो कितना मज़ा आ जाये ?
पहली बार हम तीनो के बीच गालियों से बात चीत हुई और हम तीनो ने एक दूसरे को देख कर मुस्करा पड़ीं।  इसका साफ संकेत निकला की अब हम आपस में भी गालियों से बात कर सकती हैं।  खैर, फिल्म आगे बढ़ी तो उसमे एक मस्त बड़ी बड़ी चूंचियों वाली लड़की अपने कपडे उतार कर एकदम नंगी नंगी स्क्रीन पर आ गयी।  उसे देख कर मेरे मुंह से निकला अरे ये तो मेरी मौसी की तरह लग रही है ससुरी ?
मम्मी ने कहा :- हां ठीक तो है ये तो बिलकुल शिवानी की तरह ही लग रही है भोसड़ी वाली ?
वह लड़की आगे बढ़ी और उन दोनों के लण्ड पकड़ कर बारी बारी से चाटने लगी . इधर हम लोग अपनी चूंचियां दबाने लगीं और अपनी अपनी चूत पर हाथ फेरने लगीं ।  तब मुझे मौसी की चूत थोड़ी दिखाई पड़ी ।  मुझे लगा की उसकी झांटें छोटी छोटी हैं। उधर मम्मी का भी भोसड़ा थोड़ा दिखा।  उसके बड़े बड़े चूतड़ तो काफी खुल चुके थे।  तब फिल्म में एक औरत नंगी नंगी आई उधर एक काला आदमी एकदम नंग अपना लौड़ा टन टनाता हुआ आ गया। उस लड़की ने काला लौड़ा पकड़ लिया और औरत ने उन दोनों लड़कों के लण्ड ? यह देख कर हमारी धड़कने और बढ़ने लगी।  हमारे कपडे और खुलने लगे .   अचानक मेरी हाथ मौसी की चूंचियां पर चला गया तो मौसी का हाथ मेरी चूत पर।  मौसी मेरी चूत सहलाने लगी। उधर मम्मी मौसी की बुर में अपनी ऊँगली घुसा कर मज़ा लेने लगीं। 
एक तरफ शराब का नशा अपनी चरम सीमा पर था और दूसरी तरफ हम लोगों की मस्ती भी चरम सीमा पर थी। इसके अगले ५ मिनट में ही मेरे सारे कपडे उत्तर गये , मौसी बोली अरी दिव्या तू तो बुर चोदी बिलकुल नंगी हो गयी ? लो मैं भी नंगी हो जाती हूँ।  उसने भी अपने कपडे उतार दिया। तब तक मम्मी भी अपने कपड़े फेंक कर हमारी ही तरह हो गयीं।  हम तीनो मादर चोद नंगी नंगी ही ब्लू फिल्म देखने लगीं।
थोड़ी देर में मौसी की वासना इतनी भड़की की उसने अपना मुंह मेरी चूत पर रख दिया और अपनी जबान निकाल कर मेरी चूत चाटने लगी, उसे देख कर मैं भी बहुत गरम हो गयी और मेरा मुंह भी मम्मी के भोसड़ा में घुस गया।  मैं उसका भोसड़ा चाटने लगी।  मम्मी की मस्ती बढ़ी तो वह घूम कर मौसी की बुर चाटने लगीं ।  अब हम तीनो अपनी अपनी बुर चटवाती हुई एक दूसरे की बुर चाटने लगी। इस तरह का मज़ा मैं पहली बार ले रही थी। वैसे इसे लेस्बियन कहते है लेकिन सेक्स की कोई सीमा नहीं होती यह तो किसी भी हद तक जा सकती है।
थोड़ी देर के बाद अदला बदली हो गयी , अब मैं मौसी की बुर चाटने लगी, मौसी मम्मी की बुर चाटने लगी और मम्मी मेरी बुर ?  मैं मम्मी से अपनी बुर चटवाते हुए मौसी की बुर चाटने लगी।  मौसी मुझसे अपनी बुर चटवाती हुई मम्मी की बुर चाटने लगी और मम्मी मौसी से अपनी बुर चटवाती हुई मेरी बुर चाटने लगीं। उधर ब्लू फिल्म भी अपने क्लाईमैक्स पर पहुँच रही थी। अचानक मम्मी उठी और बाहर जाने लगीं।  मैं समझी की वह बाथ रूम गयी होंगीं लेकिन जब वह लौटी तो उसके हाथ में एक छोटा सा बैग था। उस बैग से उसने एक सिकुड़ा हुआ लण्ड निकाला फिर उसका प्लग ऑन कर दिया तो उसमे हवा भरने लगी और लण्ड वैसे खड़ा होने लगा वैसे मर्दों के लण्ड खड़े होते है।  जब वह पूरा टन्ना गया तो बहन चोद ९"/१०" के बराबर हो गया।  उसने नीचे के पेल्हड़ भी मस्त निकल आये।  लौड़ा तो बिलकुल असली लौड़ा लगने लगा। 
उसे देख कर मेरी आँखे खुली की खुली रह गयीं।  मैं बोली वाओ, मम्मी इतना बड़ा लण्ड ? मौसी बोली अरे दीदी कहाँ छुपा कर रखा था तुमने इतना बड़ा लौड़ा ? मम्मी ने बताया की अभी तक हम तीनो आपस में खुली नहीं थीं इसलिए मुझे भी शर्म आती थी दिखाने में ? लेकिन अब जब हमने शर्म की माँ चोद दी है तो अब हमें यह लौड़ा दिखाने में कोई हर्ज़ नहीं है।  अब मैं यही लौड़ा पेल कर तुम दोनों की बुर चोदूंगी।  मम्मी की ऐसी बात सुनकर मैं और बेशरम हो गयीं।  मैंने कहा मैं भी तुम दोनों की बुर चोदूंगी।  मौसी बोली तो क्या मैं झांटें उखाड़ूँगी मैं भी तुम दोनों की बुर चोदूंगी। मम्मी ने बताया की यह लौड़ा वैसे ही चोदता है जैसे असली लौड़ा चोदता है।  यह भी असली लण्ड की तरह अपने मुंह से वीर्य निकालता है। इसकी भी लार असली लण्ड की तरह टपकती है। और सबसे बड़ी बात है की चुदाने में यह मालूम ही नहीं पड़ता की लौड़ा असली है की नकली ?
मौसी ने पहले अपनी कमर में लण्ड बांधा और कहा दिव्या मैं पहले तेरी बुर चोदूंगी। मैंने कहा ठीक है चोद लो मेरा भी मौका आएगा तेरा भोसड़ा चोदने का शिवानी मौसी ?  फैला दी और लौड़ा पेलवा लिया।  मौसी बिलकुल मर्दों की तरह चोदने लगी मेरी बुर ? फिर उसने लण्ड निकाल कर मम्मी की बुर में घुसा दिया।  मम्मी भी मस्ती से चुदवाने लगीं. फिर लण्ड मैंने अपनी कमर में बांधा और पहले मौसी की बुर चोदी फिर माँ की बुर ?  जब मम्मी का चोदने का नंबर आया तो उसने लण्ड मौसी की बुर में रखा और प्लग ऑन कर दिया तो लण्ड अपने आप बार बार बुर के अंदर बाहर होने लगा।  मम्मी ने बताया की यह एक इलेक्ट्रॉनिक लौड़ा है।  यह बिजली से भी चलता है और मैन्युअल भी।  इस तरह हम तीनो ने दूसरे की बुर चोद चोद कर खूब मज़ा लिया ?
चुदाई खत्म होने के बाद मम्मी बोलीं :-
देखो आज से यहाँ न कोई बहन चोद मम्मी हैं, न मौसी और न दीदी ? यहाँ हम सब मादर चोद हैं, भोसड़ी वाली हैं, और आपस में दोस्त हैं इसलिए आज से हम लोग एक दूसरे को नाम से ही बुलाया करेगीं । अब यहाँ तीन हरामजादी लडकिया हैं ? एक है बुर चोदी बिपासा,  दूसरी है बुर चोदी शिवानी और तीसरी है बुर चोदी दिव्या, बस ?
हम तीनो इसी बात पर खूब ठहाका लगा कर हंसने लगीं ।
मम्मी बोली अब तुम लोग खुल कर बताओ की तुम अपनी चूत के लिए क्या करती थी अभी तक ? सबसे पहले मैं बताती हूँ।  मैं अभी तक यहाँ घर में छुप छुप कर चुदवाती थी। लेकिन अक्सर मैं अपनी सहेलियों के घर चुदवाने चली जाती थी। मैंने तो कभी गिना नहीं लेकिन हां एक दर्जन से ज्यादा लण्ड मेरा भोसड़ा चोद चुके हैं।   लेकिन अब मैं यहीं तुम लोगों के सामने चुदवाऊँगी। मौसी बोली मैं तो घर में भी कभी कभी चुपके चुपके चुदवा लिया करती थी। कभी रात में चुपके से अपने कमरे में, कभी छत पर चुदवा लिया करती थी और कभी अपनी सहेली के घर में चुदवा कर आती थी। मैं अभी तक कम से कम ६/७ लोगों से चुदवा चुकी हूँ।
मैंने बताया की मैंने सिनेमा हाल में लण्ड पकड़ना शुरू किया, एक नहीं दो नहीं करीब करीब ८ / १० लड़कों के लण्ड पकड़ चुकी हूँ लेकिन किसी से चुदवा नहीं सकी. लण्ड पूरी आज़ादी से पकड़ भी नहीं सकी मैं कभी ? मेरा मन बहुत होता था की मैं पूरी मस्ती से लण्ड चाटूं,चूसूँ और मुठ्ठ मार कर लण्ड पियूं पर मौक़ा मिलता ही नहीं था।  अचानक मेरी मुलाक़ात मिस सना से हो गयी।  वह मेरे नजदीक आ गयी तब मैंने बताया की मैं लण्ड ठीक से और पूरी आज़ादी से पीना चाहती हूँ। वह तपाक से बोली अरे इसमें क्या ? आज ही चलो मेरे घर और मेरे अब्बू का लण्ड पियो ? मैं उसके घर गयी और उस दिन उसके अब्बू का लण्ड पीकर आई।  फिर उसके भाई जान का लण्ड पिया और उसके जीजू का लण्ड भी पिया।  जीजू के दोस्तों के भी लण्ड चूसे मैंने.  बस एक दिन मैंने  उसके जीजू से चुदवा लिया ।  फिर तो चुदाने का  सिलसिला चालू हो गया।  मैं उसके दोस्तों से भी चुदवाने लगी। सना भी बुर चोदी मेरे साथ चुदवाती थी।  इस तरह मैं अभी तक ४/५ लण्ड अपनी चूत में पेल चुकी हूँ।
  • दूसरे दिन सवेरे सवेरे मम्मी -  दिव्या, तेरी माँ का भोसड़ा ? कितनी देर तक सोती रहेगी तू हरामजादी ? रात भर अपनी माँ  का भोसड़ा चुदवाया करती है तू और भर घुर्र घुर्र सोती रहती है। चल उठ और जल्दी से बना दे मेरी झांटें ?  
  • फिर वह मौसी की तरफ मुड़ी और बोली - अरी शिवानी, तू भी भोसड़ी की पड़ी पड़ी अपनी गांड मरा रही है क्या बिस्तर पर ? तेरी बहन की बुर, चल उठ देख चाय बन गयी है पी ले ? रात भर तो लण्ड पीती रहती है तू साली इसलिए सवेरे उठने में तेरी माँ चुद रही है।
  • मौसी - भोसड़ी की बिपासा, सवेरे सवेरे क्यों गालियां बक रही है तू ? तेरा भोसड़ा चुप्प क्यों नहीं रहता,  बहन चोद ?  
  • मम्मी - अच्छा तो क्या तेरी बुर चुप रहती है ? अरे तेरी तो गांड भी बीच बीच में बोला करती है बुर चोदी शिवानी ?
  • मौसी - देख बिपासा, ज्यादा बोलेगी तो मैं तेरी गांड में घुसा दूँगी लण्ड ? मैं किसी की ऊटपटांग बातें बर्दास्त नहीं करती ? 
  • मम्मी -  बर्दास्त तो मैं भी करती और न मेरा भोसड़ा बर्दास्त करता है शिवानी ? मैं तो बोलूंगी उटपटांग तुझसे बने तो मेरी झांटें उखाड़ लेना ?
  • मैं - बिपासा बहन चोद, तू क्यों हमेशा शिवानी के पीछे पड़ी रहती है ?  उसकी गांड में ऊँगली करती रहती है तू बिपासा ?
  • मम्मी - तू बुर चोदी शिवानी का इतना पक्ष क्यों ले रही है दिव्या ?  वो तेरी बुर चुदवाती है क्या ? तुझे लण्ड हिलाने देती है क्या किसी का ?  तू भी उसके साथ लण्ड चाटती है क्या,  बुर चोदी ?
  • मौसी - तेरी बिटिया की बुर, बिपासा ? दिव्या अगर मेरे साथ लण्ड चाटती है तो तेरी गांड में क्यों दर्द होता है ?  
  • मम्मी - दर्द तो अब तेरी गांड में होगा, बहन की लौड़ी शिवानी जब मैं हाथ भर का लण्ड पेलूँगी तेरी गांड में ?    
तो दोस्तों, अब तो आप समझ ही गये होंगें की हम तीनो बीच कोई शर्म नाम की चीज नहीं है ? हम एक दूसरे से बिलकुल खुल चुकी हैं जैसे अभी मेरी चूत इन सबके सामने खुली हुई है।
एक दिन शाम को सना मेरे घर अपने अब्बु के साथ आ गयी।  उसके साथ एक और नौजवान लड़का था।  मैंने उन तीनो को बैठाया तब सना ने बताया की दिव्या ये मेरा अब्बा है जिसे तुम अच्छी तरह जानती हो और वह है फरदीन मेरा शौहर जिससे मेरी शादी अभी ६ महीने पहले हुई है। तुम मेरे अब्बू का लण्ड पी चुकी हो लेकिन कभी चुदवाया नहीं शायद ? आज घर में तेरी बातें होने लगी तो मेरा शौहर बोला मैं दिव्या से मिलना चाहता हूँ।  उधर अब्बू बोला अगर मुझे उसकी चूत मिल जाये तो बहुत अच्छा हो ? इसी ख्याल से मैं इन दोनों को लेकर आई हूँ।  दिव्या,  देखो कोई तेरे पर दबाव नहीं डाल रही हूँ मैं ? अगर तेरी इच्छा हो तो चुदा लो नहीं तो मैं इन्हे वापस ले जाती हूँ ? मैंने कहा यार ये तो मेरा लक है की ये दोनों मुझे चोदने आये हैं।  मैं जरूर चुदवाऊँगी और मैं अपनी माँ भी चुदवाऊँगी, यार ? अब बोलो क्या तेरा शौहर और तेरा अब्बू मेरी माँ चोदेगा ?
वह बोली :- हाय अल्ला, नेकी और पूंछ पूंछ ? ये दोनों तो भोसड़ी वाले दौड़ कर चोदेंगें तेरी माँ,  दिव्या ?
बस मैंने जल्दी से बिपासा और शिवानी को बुला लिया। 
मैंने कहा :- मैंने बड़े मजाकिया अंदाज़ में कहा सना, देखो ये है बिपासा इसी के भोसड़ा से मैं निकली हूँ और ये है शिवानी ? शिवानी और बिपासा दोनों एक ही भोसड़ा से निकली है ? अब तुम समझ जाओ की हमारा क्या रिस्ता है इन दोनों से ? मैंने बिपासा और शिवानी से कहा की ये सना है मेरी दोस्त और यह है इसका अब्बू जिसका लण्ड मैं पी चुकी हूँ। इसके बगल में बैठा हुआ फरदीन है सना का शौहर।  ये दोनों भोसड़ी के मुझे चोदने आये है।  अब मैं अकेले नहीं बल्कि तीनो मिलकर इन दोनों मादर चोदों से चुदवायेंगी ?
सना बोली :- मैं बखूबी समझ गयी हूँ की तुम तीनो में क्या रिस्ता है ?  माशा अल्ला, बिपासा और शिवानी दोनों ही बहुत खूबसूरत है। मुझे तो लगता है की मेरे अब्बू और मेरे शौहर की तो लाटरी निकल आई है।  अब मैं जाती हूँ कल आऊँगी तुमसे पूंछने की कैसी रही तुम लोगों की चुदाई ? जब वह जाने लगी तो मैंने पूंछा की सना तेरा मियां यहाँ है, तेरा अब्बू यहाँ है, तू वहां क्या झांट उखाड़ेगी अपनी ?
उसने जबाब दिया :-  नहीं यार दिव्या, वहां मेरा देवर अपने दोस्त के साथ आ रहा है। मैं उन दोनों से इत्मीनान से चुदवाऊँगी ।  उधर मेरी अम्मी अपने जीजू का लण्ड पहले से ही चाट रही हैं।  इसलिए हम दोनों वहां मज़ा करेंगी और यहाँ ये दोनों तुम सबको चोद कर मज़ा लेंगें।
इतने में किसी ने डोर बेल बजायी ।  मैंने  जैसे ही दरवाजा खोला तो देखा की सामने माइकल अंकल खड़ा है।  मैं बोली वाओ, अंकल तुम इतने दिनों के बाद ? अंदर आओ न बैठो।  वह बैठ गया।  वह बोला तुम दिव्या हो ? मैंने कहा हां अंकल मैं दिव्या हूँ।  वह बोला तुम तो बहुत बड़ी हो गयी हो ? जवान हो ? अपनी मम्मी को बुलाओ।  मैंने आवाज़ दी बिपासा देखो कौन आया है ? वह वहीँ से बोली ठीक है बुर चोदी तो इतना हल्ला क्यों मचा रही है तू ? उस भोसड़ी वाले को बैठाओ मैं अभी आती हूँ। मम्मी जैसे ही आई वह तो दौड़ कर चिपट गयी अंकल से और बोली हाय माइकल तू ५ साल बाद  का ? वह विदेश चला गया था।  वहां से आने के बाद मैं सबसे पहले तेरे पास आया हूँ भाभी ?
तब तक मैंने सबके लिए ड्रिंक्स का इंतज़ाम कर लिया था।  सब लोग शराब पीने लगे तो मम्मी बोली माइकल ये भोसड़ी की दिव्या है और ये बुर चोदी शिवानी है। दिव्या जबसे जवान हुई है तबसे मेरी दोस्त बन गयी है। माइकल बोला हां भाभी अब तो दिव्या काफी जवान है। बिपासा बोली हां अब तो वह इतनी जवान है की अपनी माँ चुदाने लगी है ? सब लोग हंसने लगे। 
मम्मी बोली देखो माइकल तुम मुझे चोद चुके हो आज तुम शिवानी की बुर चोदो, मैं सना के अब्बा से चुदवाऊँगी और दिव्या फरदीन से चुदवायेगी।  शिवानी की बुर चोदने के बाद तुम दिव्या की भी बुर चोदना। उसके बाद मैं चुदवाऊँगी।  आज की रात और कल दिन भर होगी यहाँ घनघोर चोदा चोदी ? ०

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=० समाप्त                             
Previous Post
Next Post

0 comments: