Monday, November 10, 2014

मैं लण्ड बोल रहा हूँ, मैडम

मैंने मोबाइल उठाया और नंबर डायल किया तो घंटी बजने लगी।
  • उधर से एक अजीब सी आवाज़ आई - हेलो, कौन बोल रहा है ?
  • मैंने कहा हनीफ मियाँ से बात करवाओ मेरी ?
  • वो तो घर पर नहीं है, मैडम ?
  • तो फिर तुम कौन बोल रहे हो ?
  • मैं हनीफ मियां का लण्ड बोल रहा हूँ मैडम ?
  • तो क्या हनीफ मियां अपना लण्ड घर पर रख कर चले जाते है ?
  • हां कभी कभी ऐसा हो जाता है ? अभी अभी आपकी घंटी बजी तो हनीफ सो रहा था उसे घंटी नहीं सुनाई पड़ी मैं जग रहा था तो मैंने फोन उठा लिया और आपसे बात करने लगा मैडम ? इतने में वो बहन चोद चला गया ।   
  • भोसड़ी के तुम मुझे चूतिया बना रहे हो ? लण्ड कहीं बात करता है क्या ?
  • अरे मैडम, लण्ड को कम मत समझो ? बड़ी हरामी चीज होता है लण्ड ? लण्ड सुनता है, लण्ड देखता है, लण्ड बोलता है, लण्ड अपना सर हिला हिला के बात करता है, लण्ड हर वो काम करता है जो एक आदमी करता है।
  • कितना बड़ा है तू मादर चोद जो इतनी बड़ी बड़ी बातें कर रहा है ?  
  • अब टेलेफोन पर अपना साइज़ क्या बताऊँ मैडम, किसी दिन खुद मुझे पकड़ कर देख लो न ? मैं इतना जानता हूँ की तुम मुझे एक मुठ्ठी में नहीं ले पाओगी ? मुझे पकड़ने के लिए तुम्हे दोनों हाथ इस्तेमाल करने पड़ेंगें ?
  • बड़ा ग़ुरूर है तुझे अपने आप पर ?
  • अरे मैडम जब तुम्हे अपनी चूत पर गुरुर है तो मुझे भी अपने आप पर गुरुर है ?
  • अच्छा बोल तू बुर चोद लेता है, भोसड़ी का ?
  • हां मैडम, मैं बुर, चूत, भोसड़ा, गांड, चूंचीं, मुंह सब चोद लेता हूँ ? एक बात और बता दूँ मैडम, मैं जब जब तुम्हे देखता हूँ तो अंदर ही अंदर खड़ा हो जाता हूँ। मेरी बड़ी इच्छा होती है तेरी बुर चोदने की लेकिन हनीफ भोसड़ी का तुमको बताता नहीं है पर मैं हमेशा तुम्हे चोदने के लिए बेताब रहता हूँ ? और हां उस दिन मैंने इत्तिफ़ाक़ से तेरी माँ देख ली थी मैडम, मैं तब भी खड़ा हो गया था ? मेरा मन तेरी माँ का भोसड़ा चोदने का हो गया था  मेम, पर हनीफ मादर चोद ने मुझे बाहर निकाला ही नहीं और मैं अंदर ही पड़े पड़े कसमसाता रहा ?
  • बाप रे बाप तू मेरी माँ चोदने के मूड में है, बहन चोद ?
  • हां हां मैडम, वो तो मुझे बड़ी जवान और सेक्सी लगती है। वैसे मैं कई लड़कियों की माँ चोद चुका हूँ ?
  • ये तो मुझे हनीफ ने कभी बताया ही नहीं ? वैसे मैं भी किसी अच्छे मर्द से अपनी माँ चुदवाना चाहती हूँ ? सच सच बोलो क्या तुम मेरे सामने मेरी माँ का भोसड़ा चोद सकते हो ?
  • अरे मैडम मुझे मौक़ा मिले तो मैं अभी तेरी माँ का भोसड़ा चोद डालूं ? अभी कल ही मैंने तेरी सहेली सलमा की माँ चोदी है और रेशमा की माँ तो मैं हर हफ्ते चोदता हूँ मैडम ?  तुम ज़रा हनीफ मियां को समझा लो बस तब मैं चोदूंगा गचागच तेरी माँ का भोसड़ा ?
  • बड़ा हरामी है हनीफ मादर चोद ? दोस्त मेरा है लेकिन बुर दूसरी लड़कियों की चोदता है भोसड़ी का और उनकी माँ भी चोदता है ? आज तक उसने न मुझे चोदा और न मेरी माँ चोदी ?
  • अरे मैडम मैं तो तुम दोनों को चोदने के लिए तड़प रहा हूँ। 
  • तुम चिंता न करो मेरे लौड़े मियाँ। मैं भी तुमसे चुदाऊंगी और मैं अपनी माँ भी तुमसे चुदाऊंगी ?   
तब तक एकदम से कमरे में मेरी अम्मी आ गयी और बोली अरी फ़िरोज़ा तू किससे अपनी माँ चुदाने की बात कर रही है ? तभी मेरी नींद खुली और मैं एकाएक उठ बैठी। मैंने कहा अम्मी मैं एक सपना देख रही थी। अम्मी ने मुस्कराकर कहा सपने में तू अपनी माँ चुदा रही थी, भोसड़ी वाली ? ऐसा कह कर वह चली गयी।  सवेरे का समय था और कहते है की सवेरे का सपना सच होता है।
मैं भी अम्मी के पीछे पीछे चली गयी और कहा हां अम्मी मैं सच कह रही हूँ। मैं सपना देख रही थी ? अम्मी बोली की तू सपने में क्या देख रही थी।  मैंने बताया अम्मी मैं सपने में लण्ड से बातें कर रही थी ।  अम्मी फिर मुस्कराई और बोली हां फ़िरोज़ा जवानी में लड़कियां लण्ड से ही बातें करती है। लेकिन तू सपने में क्यों बातें करती है लण्ड से ? ऐसे खुल कर सबके सामने लण्ड की बातें क्यों नहीं करती है ? तेरी उम्र की लड़कियां लण्ड पकड़ पकड़ कर लण्ड की बातें करती है और तू अभी सपने में ही लण्ड से बातें करती है। अरे मेरी सभी सहेलियों की लड़कियां तो खूब लण्ड पकड़ती है और अपनी माँ भी चुदवाती है लेकिन तू २३ साल की हो जाने के बाद भी अपनी माँ चुदाने का नाम ही नहीं लेती ? मैंने कहा अरी मेरी अम्मी सच तो यह है की मैंने कई बार कोशिश की पर कभी हिम्मत नहीं हुई। आज मैंने लण्ड से बातें की तो जाने क्यों मेरे अंदर हिम्मत आ गयी है।  अब मैं भी भकाभक चुदवाऊँगी अपनी माँ का भोसड़ा ? अम्मी ने पूंछा अच्छा ये बता फ़िरोज़ा तू किसके लण्ड से बात कर रही थी ? मैंने जबाब दिया मैं हनीफ के लण्ड से बातें कर रही थी, माँ । अम्मी की आँखों में चमक आ गयी और वह बोली हाय अल्ला, मैंने तो सुना है की उसका लौड़ा बड़ा जबरदस्त है। सलमा की माँ बता रही थी की हनीफ बहुत बढ़िया चोदता है भोसड़ा ?  वाओ, तब तो मेरा सपना सच निकला अम्मी ? अब आने दो भोसड़ी वाले हनीफ को ? आज उसका लण्ड मैंने तेरे भोसड़ा में न पेला तो मेरा नाम फ़िरोज़ा नहीं ?
मैं अम्मी से बातें कर ही रही थी की रेशमा आ टपकी ? मैं अब रेशमा से बातें करने लगी और करते करते मैंने पूंछ ही लिया अरी रेशमा सुना है तू अपनी   माँ चुदवाती है ? वह बड़ी बेबाकी से बोली हां चुदवाती तो हूँ अपनी माँ ? मुझे माँ चुदाने में मज़ा आता है तो मैं चुदवाती हूँ माँ ? यह सुनकर मेरी चूत में आग लग गयी की मैं क्यों नहीं चुदवाती अपनी बुर और अपनी माँ भोसड़ा ? मेरा अगला सवाल था रेशमा तू किस किस से चुदवाती है अपनी माँ ? वह बोली लण्ड से यार और किससे ? मैंने कहा ज़रा खुल कर बता नहीं तो मैं अभी तेरी गांड मारूंगी।  वह बोली देखो यार फ़िरोज़ा सबसे पहले तो मैं अपनी माँ हनीफ मियां से चुदवाती हूँ। मैं जानती हूँ की वह तेरा दोस्त है लेकिन उसका लण्ड मुझे भी पसंद है और मेरी माँ को भी ? यह सुनते ही मेरी झांटें सुलगने लगीं ? ये हनीफ साला मेरा दोस्त होकर मुझे नहीं चोदता ? मेरी माँ नहीं चोदता ? साला दूसरों की माँ चोदा करता है ? फिर अचानक मुझे उसके लण्ड की बात याद आ गयी ? मैं सोंचने लगी की उसका लण्ड सच बोल रहा था और मेरा सपना भी सच था ? तब तक मेरी अम्मी आ गयी वह बोली अरी रेशमा तू कहाँ से आ गयी ? वह बोली आंटी अभी मैं अपनी माँ का भोसड़ा चुदा कर आ रही हूँ।  अम्मी ने फिर पूंछा तू कबसे चुदा रही है अपनी माँ रेशमा ? वह बोली मैं दो साल चुदा रही हूँ अपनी माँ आंटी ? अम्मी ने मेरी तरफ देखा और कहा अरी फ़िरोज़ा सीख ले ज़रा अपने सहेली से ? रेशमा बोल पड़ी अरी फ़िरोज़ा क्या तू अपनी माँ नहीं चुदवाती ? मैंने फ़ौरन बताया उसे हां मैं चुदवाती हूँ अपनी माँ, भोसड़ी की रेशमा ? आज तू यही बैठ कर देख की मैं कैसे चुदवाती हूँ अपनी माँ ?
मैंने अपने दो दोस्तों को फोन किया और वो दोनों साले १० मिनट में मेरे पास आ गये ।
मेरे दोनों दोस्त टोनी और ताहिर मेरे सामने खड़े हो गये।  मैंने उन्हें रेशमा से मिलवाया और फिर अपनी अम्मी से ? मैंने बड़ी बेशर्मी से कहा टोनी और ताहिर तुम दोनों  मिलकर आज मेरी माँ चोदो और बिलकुल वैसे ही चोदो जैसे तुम दोनों मुझे चोदते हो ? अम्मी मेरी बात सुनकर थोड़ा हैरान हुई तो मैंने कहा अम्मी मैं इन भोसड़ी वालों से चुदवाती हूँ। और आज मैं इन्ही दोनों से तेरा भोसड़ा चुदवाऊँगी।  ऐसा कह कर मैं टोनी के कपडे खोलने लगी और मेरे इशारे पर रेशमा ताहिर के कपडे। मैंने टोनी का लण्ड पहले निकाला और उसे हिलाकर खड़ा कर दिया।  उधर रेशमा भी ताहिर का लण्ड खड़ा कर चुकी थी। मैंने रेशमा को आँख मारी तो उसने अम्मी के कपडे खोल कर उसे पूरी तरह नंगी कर दिया। मैं बोली रेशमा तू ताहिर का लण्ड मेरी बुर चोदी अम्मी के मुंह में घुसा दे और उसे चूसने दे लण्ड ?  तब तक रेशमा मेरी माँ का भोसड़ा सहलाने लगी। थोड़ी देर में मैंने टोनी लण्ड माँ के भोसड़ा के मुंह पर रख दिया और उसकी गांड पर एक धक्का दिया तो लण्ड सट्ट से घुस गया भोसड़ा में ? मैं उसकी पीठ पर दोनों तरफ टाँगे फैलाकर खड़ी हो गयी और झुक कर उसकी कमर पकड़ ली। मैं कमर को ऊपर नीचे करने लगी और टोनी माँ का भोसड़ा चोदने लगा ? रेशमा अम्मी के साथ ताहिर का लण्ड चाटने लगी। 
अम्मी का जिस्म जल रहा था।  वह मस्त होने लगी ? वह अपनी गांड उठा उठा के चुदवाने लगी। रेशमा की चूत ताहिर सहलाने लगा और उसकी चूंची दबा दबा कर मज़ा लेने लगा। रेशमा बोली हाय फ़िरोज़ा तू तो बहुत अच्छी तरह अपनी माँ चुदवा लेती है अब मैं भी इसी तरह अपनी माँ चुदवाया करूंगी। थोड़ी देर में मैंने लंड की जगह बदल दी।  अब ताहिर बुर चोदने लगा और टोनी अपना लण्ड माँ के मुंह में घुसेड़ कर चटवाने लगा। अम्मी चुदवाते हुए खूब मुस्करा रही थी। फिर मैंने कहा ताहिर तू मेरी अम्मी को अपने लण्ड पर बैठा ले ?  अम्मी लण्ड लण्ड पर बैठी तो लण्ड उसकी बुर में घुस गया।  वह झुक कर चुदाने लगी तब मैंने टोनी का लण्ड उसकी गांड में घुसा दिया और बोली हाय अम्मी अब तू अपनी गांड मरवाते हुए अपना भोसड़ा चुदा ?  अम्मी बोली हाय रेशमा तू भी सीख ले अपनी माँ की गांड मरवाना ? पहले टोनी झड़ा तो अम्मी ने उसका सारा वीर्य पी लिया और लण्ड चाट चाट कर चमका दिया।  इधर ताहिर का झड़ता हुआ लण्ड मैं और रेशमा मिलकर चाटने लगी।
तब तक जाने कहाँ से सलमा बुर चोदी आ गयी ? वह चुदाई देखते ही बोली हाय आंटी तूने तो दो दिन पहले ही इन दोनों से  मेरे सामने चुदवाया था और आज फिर चुदवा रही हो ?  यह सुनकर मैं बड़ी अचम्भे में पड़ गयी और बोली हाय अम्मी क्या तुम इनसे पहले चुदवा चुकी हो ?
अम्मी बोली :- हां फ़िरोज़ा मैंने दो दिन पहले इन दोनों से चुदवाया था लेकिन चुदाने का जो मज़ा आज आया है वो मज़ा उस दिन नहीं आया था। वास्तव  में ये दोनों चोदने आये थे लेकिन इन पर मेरी नियत ख़राब हो गयी थी। सलमा मेरे पास बैठी थी तभी मैंने इनसे गन्दी गन्दी बात करते हुए इनके लण्ड पकड़ लिया और हिला हिला कर खड़ा कर दिया।   मैंने और सलमा दोनों ने लण्ड खूब चाटा और चूसा ? फिर सलमा ने ही मेरे भोसड़ा में लण्ड पेल दिया और उसी तरह चुदवाने लगी जैसे यह अपनी माँ का भोसड़ा चुदवाती है। आज जब दोनों मेरे सामने आये तो मैंने चुप रहने का इशारा किया इसलिए ये दोनों कुछ नहीं बोले और तुझे मस्ती से चोदते रहे। 
मैंने कहा :-  तू बुर चोदी अम्मी बड़ी हरामजादी है।  मेरे ही दोस्तों से चुप चाप चुदवाती रही अपना भोसड़ा और मुझे बताया ही नहीं ?
अम्मी बोली :-  देख फ़िरोज़ा आज तूने मेरा भोसड़ा चुदवाया है, अब मैं तेरी बुर चुदवाऊँगी।
एक दिन हम दोनों घर में ही ब्लू फिल्म देख रही थी। ग्रुप सेक्स की यह ब्लू फिल्म बड़ी सेक्सी और मस्त थी जिसमे दो लड़कियां मिलजुल कर चार लड़कियों से चुदवा रही थी। मेरी नज़र तो चारों टन टनाते हुए लण्ड पर थी. मैं सोंचने लगी की अगर मुझे भी इसी तरह के लण्ड मिल जाएँ तो मज़ा आ जाये ? अम्मी भी बार बार लण्ड की तारीफ कर रही थी।   लड़कियां बुर चोदी कभी इसका लण्ड पीती कभी उसका लण्ड ? कभी इस लण्ड से चुदवाती कभी उस लण्ड से ? कभी इस लड़के से गांड मरवाती कभी उस लड़के से ? कभी गांड मरवाते हुए लण्ड चूसती कभी बुर चुदवाते हुए ? लण्ड की इस तरह अदला बदली करके चुदवाने में बड़ा मज़ा आता है।  हम दोनों बिना पलक झपकाये फिल्म देख रही थी।  मैं तो बहन चोद पूरी नंगी थी और अम्मी भी ? अचानक किसी भोसड़ी वाले ने डोर बेल बजा दी। अम्मी फैरन उठी और एक साल ओढ़ कर दरवाजा खोलने चली गयी।  मैं फिल्म देखती रही।
थोड़ी देर में मैंने देखा की अम्मी एकदम नंगी नंगी अपने दोनों हाथों में एक एक लण्ड पकडे हुए कमरे में आ गयीं और मुझसे बोली ले भोसड़ी की फ़िरोज़ा पकड़ इन मादर चोदो के लण्ड तब आएगा तुझे ब्लू फिल्म देखने का मज़ा ? मैं तो उन दोनों लण्ड ही बड़ी देर तक देखती रही। अम्मी बोली फ़िरोज़ा ये है अब्बास और ये है इसका लण्ड ? फिर कहा ये है असद और ये है इसका लण्ड ? उसने मुझे दोनों लण्ड पकड़ा दिया। मैं दोनों ही लण्ड उसी तरह चूसने लगी जैसे लड़कियां ब्लू फिल्म में चूस रही थी। अम्मी ने बताया दोनों मेरे दोस्त है और आज मैं इन्ही दोनों लौड़ों से तेरी बुर चोदूंगी।  मेरा ध्यान ब्लू फिल्म से हट  कर इन दोनों लण्ड पर चला गया।  मैं मस्ती से लण्ड चाटने लगी।  अम्मी मेरी चूत सहलाने लगी और फिर धीरे से असद अंकल का लौड़ा मेरी बुर में घुसा दिया मैं भी जोश में थी तो अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी।  थोड़ी देर में अम्मी ने कहा अब्बास भोसड़ी के अब तू चोदना शुरू कर मेरी बिटिया की बुर और असद तू अपना लौड़ा फ़िरोज़ा के मुंह में घुसा दे। मैं बारी बारी से दोनों अंकल से चुदवाने लगी और चूसने लगी उनके लण्ड ?  अम्मी को बड़ा मज़ा आ रहा था और मुझे भी।
थोड़ी देर तक धकाधक चुदाई के बाद दोनों लण्ड एक एक करके झड़ने लगे तो हम दोनों ने मिलकर झड़ते हुए लण्ड चाटे। इतने में असद अंकल के मुंह से निकला की भाभी आज तो तेरी बिटिया की बुर चोदने में पहले से ज्यादा मज़ा आया ?
अम्मी बोली :- अरे भोसड़ी के असद क्या तू मेरी बिटिया की बुर पहले भी चोद चुका है ?
असद अंकल बोला :- हां भाभी अब तुमसे क्या छुपाना मैंने पहले भी चोदा है तेरी बेटी की बुर ? मैंने भी और अब्बास ने भी ? उस दिन वास्तव में मैं तेरा चोदने आया था।  मेरा मन तो तुझे चोदने का था ? दरअसल उसी दिन सवेरे सवेरे हम दोनों ने एक दूसरे की बीवी चोदी और  उसी समय डिसाइड कर लिया की हम दोनों फ़िरोज़ा की माँ का भोसड़ा चोदेंगें। इसलिए हम लोग आ गये थे लेकिन आप  पर नहीं थी।  केवल फ़िरोज़ा मिली।  वह मुझसे बात करने लगी और बोली अंकल काम तो बताईये की आप किसलिए मेरी अम्मी से मिलना चाहते है। हम थोड़ी देर चुप रहे तो वह बोली अंकल क्या तेरी गांड फट रही है बताने में ? उसके मुंह से गाली सुनकर मेरा लौड़ा खड़ा हो गया। वह फिर बोली तेरी माँ चुद रही है क्या मुझे बताने में ? तब तक अब्बास बोल पड़ा हां फ़िरोज़ा हमारी माँ तो नहीं पर हम लोग तेरी माँ चोदने आये थे।  अब वह नहीं है तो हम लोग वापस चले जातें है।  वह बोली भोसड़ी वालों चूत तो चूत होती है। मेरी माँ की चूत नहीं है तो मेरी चूत तो है ? पहले मेरी बुर चोदो फिर मेरी माँ की बुर चोदना ? ऐसा कह कर उसने हमारे लण्ड पर हमला बोल दिया और खोल कर हिलाने लगी लण्ड।  तब हम दोनों ने तेरी बेटी चोदी भाभी ?
अम्मी बोली :- तू बड़ी चालाक और छिनार है बुर चोदी फ़िरोज़ा।  चुपके चुपके मेरे दोस्तों से चुदवाती रही और मुझे बताया तक नहीं ?
मैंने कहा :- तूने मेरे दोस्तों से चुदवाया तो मुझे नहीं बताया और मैंने तेरे दोस्तों से चुदवाया तो तुझे नहीं बताया।  हिसाब बराबर ?
हम दोनों खिल खिलाकर हंसने लगीं। 
अम्मी बोली :- अब तो मैं अपने सारे दोस्तों के लण्ड तेरी बुर में पेला करूंगी, फ़िरोज़ा।
मैंने कहा :- मैं भी अपने सारे दोस्तों के लण्ड तेरे भोसड़ा में पेला करूंगी, अम्मी।
दूसरे दिन हनीफ आ गया।  मैं अम्मी के सामने ही उस पर चढ बैठी। मैं बोली भोसड़ी के मादर चोद हनीफ तू सलमा की बुर चोदता है उसकी माँ का भोसड़ा चोदता है, रेशमा की बुर चोदता है और उसकी माँ भी चोदता है। 
वह बोला  :- हां यार सच तो है पर तुझे कैसे मालूम हुआ ये सब बातें। 
मैंने कहा :- पहले तू बता की तू दोस्त तो मेरा है और बुर चोदता है गैरों की ? माँ चोदता है गैरों की ? तुझे न मेरी चूत दिखाई देती है और न मेरी माँ की चूत ? तूने मुझे क्यों नहीं चोदा कभी भोसड़ी के ? मेरी माँ क्यों नहीं चोदी कभी तूने ?
वह बोला :- यार मुझे लगा की चुदाने में कोई इंटरेस्ट नहीं है इसलिए नहीं चोदा ? पर ये तो बता की तुझे ये सब बातें बताया किसने ?
मैंने कहा :-  तेरे लण्ड ने बताया मुझे ?
वह मेरी बात सुनकर हंसने लगा बोला लण्ड कहीं बोलता है कभी ?
मैंने कहा :- हां बोलता है भोसड़ी के।  उस दिन सवेरे सवेरे तेरे लण्ड ने मुझे सब कुछ सही सही सपने में बता दिया तभी तो मुझे तेरी काली करतूत मालूम हुई ? अब चल, खोल अपना लण्ड, चोद मेरी चूत और चोद मेरी माँ का भोसड़ा ?
तब तक अम्मी ने उठकर उसके सारे कपडे उतार डाले उसे नंगा कर दिया और उसका लण्ड पकड़ कर हिलाने लगी। बाद ने हम दोनों ने उससे खूब जी भर कर चुदवाया।  उसका लौड़ा वाकई बड़ा मजेदार निकला ? बिलकुल वैसा ही जैसा की उसका लण्ड कह रहा था। 

=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त            

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