Thursday, November 27, 2014

तेरी माँ चोद रही हूँ, सारा

मैं जब सोफिया के घर गयी तो मैंने वहां कुछ लोगों को आते जाते देखा हालाँकि बस एक सेकेण्ड के लिए ही देखा लेकिन सब भोसड़ी वालों को नंगे देखा ?
कुछ लोगों के लण्ड पर निगाह पड़ी मगर कुछ लोगों के लण्ड नहीं देख पायी ? मेरी लालसा सब लोगों के लण्ड देखने की हो गयी इसलिए मैं तुरंत पूंछ बैठी यार सोफिया तेरे घर में तो कुछ लोग भोसड़ी के नंगे नंगे घूम रहे है ? सब ठीक ठाक तो हैं न ?
वह बोली :- यार सज्जो मैं तुमको अब सही सही बताती हूँ ? लोग अपने घर में कुत्ता, बिल्ली, बकरी, भैंस, गाय आदि पालते है, मैं अपने घर में 'लण्ड' पालती हूँ। जी हां 'लण्ड' और हर तरह के 'लण्ड' ? बड़े बेहतरीन लण्ड, देशी और विदेशी 'लण्ड' ? आप जिस साइज़ के 'लण्ड' पसंद करें, जिस कलर और जिस डिजाइन के 'लण्ड' पसंद करें, मैं बिलकुल वैसा ही 'लण्ड' आपके सामने हाज़िर कर दूँगी।
जैसे लोगों के घर में पालतू कुत्ते होते हैं वैसे मेरे घर में पालतू लण्ड होते है। कुत्ते भौंकते है लेकिन मेरे लण्ड भौकते नहीं चोदते है ? चूत, बुर, भोसड़ा, सब चोदते है मेरे लण्ड ?  मुंह में घुस जातें हैं मेरे लण्ड ? गांड में घुस जाते है मेरे लण्ड ? चूंची के बीच तहलका मचाते है मेरे लण्ड ? जवानी का असली मज़ा देते है मेरे लण्ड ? सोफिया, कभी २/४ लण्ड लेकर जाओ न मुझसे और मज़ा लो ?
मैंने कहा :- यार, आज मुझे अपनी सहेली सारा की माँ चोदनी है ? सारा बुर चोदी की माँ के भोसड़ा में लण्ड पेलना है।  कोई बड़ा बढ़िया मोटा ताज़ा सख्त लण्ड दिखाओ जो उसके भोसड़ा के छक्के छुड़ा दे ? चोदते चोदते उसके भोसड़ा के चीथड़े उड़ा दे, बहन चोद ?
सोफिया बोली :- कल आना और ३/४ लण्ड पकड़ कर देख लेना जो लण्ड तुम्हे पसंद आ जाये उसे ले जाना ? मैं सभी भोसड़ा चोदने वाले लण्ड ही दिखाऊँगी तुम्हे ?
मैं फिर वहां से चली आई और मन ही मन सोंचने लगी की कल मैं २/३ लण्ड लेकर सारा के घर पहुंची और अगर सारा नहीं मिली या फिर उसकी अम्मी नहीं मिली तो फिर किसका भोसड़ा चोदूंगी मैं ? मन में यही ख्याल आते ही मैंने सोंचा की मैं सारा से बात ही कर लेती हूँ पहले ?
  • बस मैंने फोन लगा दिया और बोली हाय सारा तू भोसड़ी की इस समय क्या कर रही है ?
  • वह मजाक में बोली कुछ नहीं यार बस बैठे बैठे अपनी झांटें गिन रही हूँ।
  • मैंने फिर कहा यार आंटी कहाँ है यानी तेरी अम्मी कहाँ है ? 
  • वह बोली गयी होगी कहीं अपना भोसड़ा चुदवाने बुर चोदी ?  
  • अरे यार तुम अपनी अम्मी के लिए ऐसा कह रही हो ?
  • वह बोली तो क्या हुआ ?  वह भी तो मुझसे ऐसा ही कहती है - किसका लण्ड हिलाने जा रही है तू बुर चोदी सारा ? आज कहाँ से अपनी माँ चुदा के आई है तू ? गांड मराने गयी थी जुम्मन से भोसड़ी वाली ? वगैरह वगैरह। ,,,,, हम दोनों में ऐसा ही चलता है ? अब देखो न आज उसे अपनी बेटी की बुर चुदवानी है. इसीलिए मैं बैठी हूँ चुदवाने के इंतज़ार में ? लेकिन पता नहीं अम्मी कहाँ चुदाने चली गयी, भोसड़ी वाली ?
इतने में उसकी डोर बेल बज गयी।  वह बोली यार सज्जो लगता है की कोई आ गया मेरी बुर चोदने ? मैंने अच्छा सुन सारा, चुदाने के बाद बात करना मुझसे।  मैं तेरे फोन का इंतज़ार करूंगी।
 ५ मिनट के बाद उसका फोन आ गया।  मैं बोली वाओ, तूने ५ मिनट में ही चुदवा लिया क्या ? वह बोली नहीं यार कोई और था गलत पते पर आ गया था।  अब बोल तू क्या कह रही थी।  मैंने कहा यार सारा कल मैं तेरी माँ चोदने आ रही हूँ।  वह बोली आ जा भोसड़ी वाली मैं तो यह समझ ही रही थी। उस दिन जब तू मेरी अम्मी से बात कर रही थी तो मैं सब सुन रही थी। मेरी अम्मी ने ही कहा था की सज्जो किसी दिन तुम अपनी सहेली सारा की माँ चोदो। उसके भोसड़ा में कोई मस्त लौड़ा पेलो, सज्जो ? मैं तभी जान गयी थी तू किसी दिन मेरी माँ का भोसड़ा चोदेगी ? बोल कब चोदेगी मेरी माँ, सज्जो ? मैंने कहा कल चोदूंगी तेरी माँ।  और हां कल दिन भर और रात भर तुम दोनों घर में ही रहना ? मैं तेरी भी बुर चोदूंगी।  उसने कहा यार क्या तू १०/२० लण्ड पेलेगी हम दोनों की चूत में ? २४ घंटे तक तू हम दोनों को चोदती ही रहेगी ? मैंने कहा यार अब देखो न क्या क्या होता है तेरे साथ,  तेरी बुर साथ और तेरी माँ के भोसड़ा के साथ ?
सारा मेरी बहुत अच्छी दोस्त है।  हम दोनों साथ साथ पढ़ी हैं और अपने कॉलेज के दिनों में बहुत मस्ती की है। हम दोनों बहुत खूबसूरत है और अल्ला ने हम दोनों के जिस्म भी बहुत खूबसूरत बनायें है। उस समय मेरी उम्र १६ साल की थी। मेरी चूंचियां बहन चोद बढती ही जा रही थी। ब्रा पहनने लगी थी लेकिन हर महीने वह छोटी पड़ जाती थी ससुरी। मैं हर महीने ब्रा खरीदने लगी और जब पिछले महीने की ब्रा से अगले महीने की ब्रा से मिलान करती थी तो बड़ी खुश होती थी और मन ही मन कहती थी की हाय दईया देखो एक ही महीने में कितनी बड़ी हो गयीं है मेरी बुर चोदी चूंचियां ? उसी तरह मेरी जांघे भी मोटी होने लगी, मेरी चूत में निखार आने लगा। मेरी गांड भी मस्ताने लगी।  मेरे चूतड़ भोसड़ी वाले बढ़ने लगे। मेरी झांटें तो बहुत पहले ही आ गयीं थी और अब तो ससुरी बड़ी घनी घनी हो गयीं है। जब मैं १९ साल की हुई तो अपने बदन पर इतराने लगी क्योंकि चलने पर आगे से मेरी चूंचियां हिलने लगी और पीछे से मेरी गांड ? मोहल्ले के लड़के मुझे आते जाते देखने लगे।  मेरे आने जाने का इंतज़ार करने आगे।
एक दिन जब मैं सारा से मिली तो देखा वह भी मेरी तरह ही खूबसूरत हो गयी है। हम दोनों ने एक ही दिन एक कॉलेज ज्वाइन किया और पढ़ने लगीं। हमारी मस्तियाँ बढ़ने लगी।  दोस्तों के बीच में मैं गालियां बकने लगी।  सारा भी मेरा साथ देने लगी। एक दिन मैं कुछ लड़कियों के साथ बात कर रही थी।
एक बोली - वाओ, आजकल लड़के भोसड़ी वाले बड़े हरामी हो गये है ?
दूसरी बोली - हां यार, माँ के लौड़े घूर घूर कर देखा करते है ?
मेरे मुंह से निकला :- कहो तो मैं लड़कों की माँ चोद दूं ?
सारी लड़कियां खिलखिलाकर हंसने लगीं । 
मैंने कहा  :-  मैं झूंठ नहीं कर यही हूँ ? जब इनकी माँ चोदूंगी तभी ये मानेगे माँ के लौडें ?
तीसरी बोली :- अरे यार, तेरे पास लण्ड है क्या जो तू माँ चोदेगी ?
मैंने कहा :- अरे यार, किसी लड़के का लण्ड किसी और लड़के की माँ की चूत में पेल दूँगी ?
चौथी बोली :- अच्छा इतना आसान है क्या जैसे तू कह रही है ?
मैंने कहा :- लण्ड पकड़ना तो आसान है ? कहो तो मैं किसी का लण्ड पकड़ कर दिखाऊँ ?
सारा बोली :- हां यार यह सज्जो है न ? बुर चोदी बड़ी हरामी चीज है ? ये तो किसी का भी पकड़ लेगी लण्ड ?
पहली बोली :- तो फिर फ़राज़ का लण्ड पकड़ कर दिखाओ ?
मैंने कहा :- हां ठीक है।  कल मैं तुझे क्लास में ही दिखा दूँगी उसका लौड़ा ?
थोड़ी देर बाद मैंने सारा को बुलाया और उसकी टॉप की दो बटन खोल दी। उसकी चूंचियां अंदर से दिखाई देने लगीं।  मैंने अपनी भी बटन खोल ली और चूंचियां भी थोड़ा बाहर निकाल ली। हम दोनों फ़राज़ के पास गयीं और उसे लेकर कॉलेज के एक कोने में बात करने लगी ।  मैंने कहा ये फ़राज़ मेरी चूंची पकड़ो न प्लीज ? तब तक सारा भी बोली और मेरी भी पकड़ो चूंची।  वह बोला यार यहाँ कोई देख लेगा ? मैंने कहा अच्छा तो मुझे अपना लण्ड दिखा दो प्लीज। सारा बोली हां मैं भी देखूँगी तेरा लण्ड ? वह बोला यार कैसे दिखा दूँ कोई शिकायत कर देगा तो ? मैं बोली उसकी माँ का भोसड़ा ? किस मादर चोद की हिम्मत है शिकायत करने की। मैंने प्यार से कहा प्लीज दिखाओ न लण्ड फ़राज़ ? वह बोला यार देखो यहाँ ठीक नहीं है ।  सारा बोली अच्छा तो फिर झांटें ही दिखा दो यार ? फ़राज़ मान गया और उसने धीरे से जींस की दो बटन खोली और झांटें दिखाने लगा। तब तक मैंने अपना हाथ घुसेड़ दिया और पकड़ लिया लण्ड । मैंने कहा बड़ा मोटा है बहन चोद तेरा लण्ड ? उसने फ़ौरन अपनी बटन बंद कर ली और बोला यार यहाँ नहीं कहीं और पकड़ो मेरा लण्ड ? मैंने कहा चलो अभी सिनेमा देखने चलते है और वहीँ हाल में हम दोनों लण्ड पकड़ेंगी और तुम पकड़ना हम दोनों की चूंचियां ?
बस हम तीनो एक सिनेमा हाल में चले गये। जो फिल्म कोई देखने नहीं जाता था हम लोग उसी फिल्म में चली गयीं।  अंदर लोग बहुत ही कम थे हम पीछे की कोने वाली सीट पर बैठ गयीं। मेरे आगे की ३ रो तक कोई नहीं था।  जैसे ही अन्धेरा हुआ मैंने उसका हाथ अपनी चूंची पर रख दिया। उसका दूसरा हाथ सारा की चूंची पर चला गया। मैंने उसकी जींस की जिप खोली और लौड़ा बाहर निकाल लिया। लण्ड टन्ना गया।  मोटा भी हो गया और लंबा भी। मैं झुकी और मुंह में लेकर चूसने लगी लण्ड ? थोड़ी देर में मैं उठी और सारा झुक कर चूसने लगी लण्ड ? हम दोनों ने बारी बारी से लण्ड चूसना शुरू किया।  इधर मैंने भी जींस की जिप खोल दी तो उसने मेरी चूत तक हाथ घुसेड़ दिया। उसने कान में कहा सज्जो तेरी तो बड़ी बड़ी झांटें हैं ? मैंने उसके कान में कहा तेरी भी तो हैं भोसड़ी के झांटें ? वैसे मुझे झांटें रखना अच्छा लगता है। वह बोला और सारा की भी मस्त झांटें है। पूरे ढ़ाई घंटे तक वह हम दोनों की चूंचियां और चूत सहलाता रहा और हम दोनों उसका लण्ड चूसतीं रहीं ?
बाहर आकर मैंने कहा फ़राज़ कल तुम नीचे चड्ढी पहन कर मत आना।  सिर्फ एक ढीली पेंट पहन कर आना।  कल मैं क्लास में तेरा लण्ड पकड़ूंगी। वह बोला यार बड़ा रिस्क है ? कोई रिस्क नहीं है. ममता मेम की क्लास है। डरने की कोई जरुरत नहीं है।  मैं एक दिन तेरा लण्ड ममता की बुर में ठोंकूंगी,  यह मेरा वादा है। वह मान गया।
दूसरे दिन जिस लड़की ने मुझे चैलेन्ज किया था उसको चुपचाप अपने पास बैठाया ।  मेरे बगल में फ़राज़ और उसके बगल में सारा बैठी। जब  क्लास ले रही थी तब मैंने फ़राज़ को इशारा किया तो वह जिप खोल कर बैठ गया।  मैंने बांया हाथ डाला और लौड़ा बाहर निकाल लिया।  मैं उसे सहलाने  लगी।  लौड़ा और टन्ना कर खड़ा हो गया।  मैंने फिर इशारे से उस लड़की को लौड़ा दिखाया तो वह लड़की हैरान रह गयी। उसकी आँखे निकल आई और वह बड़ी देर तक लण्ड देखती रही।  मन उसका भी हो रहा था लण्ड पकड़ने का लेकिन उसकी हिम्मत नहीं हुई। थोड़ी देर में उसने देखा की सारा भी लण्ड पकड़ कर हिला रही है।   अपनी तिरछीं निगाहों से २/३ लड़कियों ने और देखा।  सब हाय हाय वाओ वाओ करने लगी।  तब ममता मेम ने कहा क्या हो रहा है सज्जो पीछे ? मैंने कहा कुछ नहीं मेम ? कुछ नहीं हो रहा है।  वह बोली अच्छा तुम आगे आकर बैठो।  मैंने आगे चली गयी लेकिन पीछे सारा पूरे टाइम क्लास में लण्ड हिलाती रही। ममता मेम के जाने के बाद शोर मच गया की सज्जो और सारा क्लास में लण्ड पकड़ती है। मेरी हिम्मत बढ़ी तो मैं २/३ और लड़कों के लण्ड पकडनें लगी।  सभी लड़कियां लण्ड पकड़ने के लिए मेरे आगे पीछे घूमने लगीं.
एक दिन ममता मेम ने मुझे बुलाया और बोली सज्जो आजकल तेरी शैतानियाँ बहुत बढ़ रही है।  मैं सब जानती हूँ इससे पहले की मैं तुझे कोई सज़ा दूँ, तुम कल मेरे घर आकर अपनी सफाई पेश करो।  मैं जब दूसरे दिन उसके घर गयी तो मेरे घुसते ही वह बोलीं सज्जो तू भोसड़ी की क्लास में ही लड़कों के लण्ड पकड़ कर हिलाती है ? मैंने कहा मेम वो एक लड़की से शर्त लग गयी थी इसलिए पकड़ लिया था लण्ड - कितने लड़कों के लण्ड पकड़ चुकी है तू माँ की लौड़ी - ३/४ लड़कों के लण्ड पकड़ चुकी हूँ -  सबसे बड़ा और सबसे बढ़िया लण्ड किसका है - मेम सबसे बड़ा और बढ़िया लण्ड फ़राज़ है - देखो सज्जो, कल इतवार है छुट्टी का दिन है।  कल तुम ११ बजे उस मादर चोद फ़राज़ को लेकर आना और हां तेरी एक दोस्त हैं न बुर चोदी सारा उसे भी लेते आना मैं उसकी भी गांड मारूंगी ।  मेम की गलियां सुनकर मैं बहुत खुश हुई और जान गयी की इस बुर चोदी की चूत में आग लगी है।
अगले दिन हम तीनो मेम के घर पहुँच गयीं।  मेमे ने हम सबको बैठाया।  मेम के साथ एक और लड़की बैठी थी।  मेम ने कहा  सज्जो यह मेरी सहेली सोफिया है और मुझे लण्ड सप्लाई करती है।  मैं उसकी बात सुनकर दंग रह गयी।  वह बोली हां सज्जो अब तुमसे क्या छिपाना ? देख तेरी उम्र और मेरी उम्र में बस ४ साल का ही फरक है।  मैं जवान हूँ और अनमैरिड हूँ।  मुझे हर दिन ३/४ लड़कों से चुदवाने की आदत है और मैं बिना ३/४ लड़कों से चुदवाये रह नहीं सकती ? मेरी बुर ३/४ लण्ड रोज़ गप्प कर जाती है। मैं रोज़ शाम को ८ बजे से शराब, सिगरेट और लण्ड पीना शुरू कर देती हूँ। और फिर सुबह ४ बजे तक चुदवाती हूँ उसके बाद सो जाती हूँ।  इस चोदा चोदी में सोफिया मेरा साथ देती है।  १० बजे उठती हूँ और ११ बजे कॉलेज पहुँच जाती। हूँ।
अब तुम फ़राज़ का लौड़ा मुझे दिखाओ।  तुम मुझे एक लण्ड दिखाओ मैं तुम्हे दो लण्ड दिखाती हूँ। एक तेरी बुर के लिए और एक तेरी भोसड़ी वाली सारा की बुर के लिए ? ये दोनों लण्ड मेरे सामने तुम दोनों की बुर चोदेंगें। फ़राज़ भोसड़ी वाला मेरी बुर में अपना लण्ड पेलेगा। आज वो मेरी बुर चोदेगा।  सोफिया हम तीनो की चुदाई ठीक से करवाएगी।
इतने में मैंने फ़राज़ के कपडे खोल कर उसका लौड़ा हिला कर खड़ा कर दिया और मेम को पकड़ा दिया। मेम बोली सज्जो पीछे देखो।  मैंने देखा की दो लड़के एकदम नंगे नंगे अपना लौड़ा खड़े किये हुए मेरी तरफ आ रहें हैं। मैं तो लण्ड देख कर बड़ी खुश हो गयी।  एक लण्ड मैंने पकड़ लिया और एक लण्ड सारा ने। तब तक सोफिया उठी और उसने मेरे और सारा के सारे कपडे उतार दिया ।  हम दोनों मादर चोद बिलकुल नंगी हो गयीं।  हम लण्ड चाटने लगीं और मेम तो मस्ती से लौड़ा पूरा का पूरा लण्ड मुंह में भर कर चूसने लगीं।  मेरे अंदर पागलपन सवार हो गया और मैं अपनी चूत फैलाकर रंडी की तरह चुदवाने लगी। 
सारा भी बुर चोदी कम न थी।  वह भी भकाभक चुदवाने में जुट गयी।  मेरे सामने मेम ने फ़राज़ का लण्ड अपनी बुर में घुसाया और गांड उठा उठाकर चुदवाने लगी।  वह बोली हाय सज्जो आज मुझे चुदाने में खूब मज़ा आ रहा है।  सोफिया घूम घूम कर सबके पेल्हड़ सहलाने लगी।  बीच बीच में वह भी लण्ड बुर से निकाल निकाल कर चाटने लगी।  कभी मेरी बुर से, कभी सारा की बुर से और कभी मेम की बुर से ? थोड़ी देर में सोफिया ने मेरी बुर वाला लण्ड सारा की बुर में घुसा दिया और सारा की बुर वाला लण्ड मेरी बुर में।  लण्ड बदल गये तो मज़ा और बढ़ गया।  आखिर में जब हम दोनों ने झड़ते हुए लण्ड चाटे तो मेम बोली अरी मादर चोदियों तुम तो बड़ी ऊंची खिलाडी निकलीं।  इतनी मस्ती से तो मैंने भी कभी झड़ता हुआ लण्ड नहीं चाटा ?
इस तरह मेरी दोस्ती सोफिया से हो गयी। 
उसके बाद जब मैं एक दिन सोफिया के घर गयी तो जो बातें हुई वो सब आप ऊपर पढ़ चुके हैं।
मैं चार लण्ड का इंतज़ाम करके सारा के घर पहुँच गयी। दरवाजा उसकी अम्मी ने खोला।  मुझे देखते ही बोली अरी भोसड़ी की तू सज्जो कहाँ थी इतने दिनों से, बहन चोद ? माँ चुदाने गयी थी तू क्या अपनी ? मैंने कहा नहीं आंटी मैं तो यहीं थी माँ चुदाने तो सारा जाती है अपनी, बुर चोदी ? आंटी मेरे मुंह से गालियों का जबाब गालियों से सुनकर बहुत खुश हुई और मुझे गले लगा लिया।  हम दोनों बैठ कर बातें करने लगीं।  तब तक सारा भी गयी।  आंटी बोली लो सज्जो, आ गयी सारा माँ की लौड़ी अपनी गांड मरवाकर।
बातों ही बातों में मैंने कहा आंटी, आज मैं सारा की माँ का भोसड़ा चोदने आयीं हूँ। वह बोली हाय अल्ला, अब तू भी क्या भोसड़ा चोदने लगी सज्जो ? वैसे तो यह बहुत अच्छी बात है की तुम सारा की माँ चोदने आई हो लेकिन चोदने वाले लण्ड कहाँ है सज्जो ? हैं भी, की मुझे चूतिया बना रही है तू ? मैंने कहा सारा देखो बाहर चार लड़के खडें है उन्हें अंदर बुला लाओ। जब वे अंदर आएं तो आंटी की बांछे खिल गयीं। चारों मस्त मलंग लड़के देख कर सारा और आंटी दोनों खुश हो गयीं।  मैंने बताया की ये दो गोरे लड़के देशी है और दो काले लड़के विदेशी हैं । मैं चार लण्ड लेकर आयीं हूँ आंटी ? दो देशी और दो विदेशी लण्ड ? विदेशी लण्ड मलेसिया के हैं।  वह बोली मलेसियों के तो लण्ड बहुत बड़े बड़े होतें है सज्जो ?  मैंने कहा हां आंटी अब छोटे मोटे लण्ड तो तेरी झांट भी नहीं उखाड़ पायेंगें इसलिए मुझे विदेशी लण्ड लाना पड़ा ? आंटी ने ख़ुशी से मेरा माथा चूम लिया।
आंटी बोली सज्जो तूने मेरी तमन्ना पूरी कर दी।  मैं बहुत दिनों से काले लण्ड के बारे में सोंच रही थी।  मुझे काले और बड़े बड़े लण्ड बहुत पसंद ही।  मैं जब काले लण्ड वाली ब्लू फिल्म देखती हूँ तो मेरा भोसड़ा गनगना उठता है। मैंने दोनों काले लण्ड आंटी को पकड़ा दिया।  लण्ड जब बढ़ने लगे तो भोसड़ी के दस दस इंच के हो गए।  आंटी बारी बरी से दोनों लण्ड चूसने लगी और इधर एक गोरा लण्ड सारा चूसने लगी और एक मैं। मेरा एक हाथ आंटी का भोसड़ा सहला रहा था।  मैंने देखा की उसका भोसड़ा वाकई भठ्ठी की तरह जल रहा है तो मैंने एक काला लण्ड घुसेड़ दिया और उसके चूतड़ पर हाथ मार कर कहा चोद साले आंटी का मादर चोद भोसड़ा। पूरा पेल दे लौड़ा इस बुर चोदी आंटी के भोसड़ा में ? मैं फिर उठी और एक गोरा लण्ड सारा की बुर में घुसा दिया दूसरा उसके मुंह में और कहा ले तू भी भोसड़ी वाली चुदा अपनी बुर। वह बोली अरी सज्जो अब तू क्या करेगी ? झांटें उखाड़ेगी अपनी ? मैंने जबाब दिया मैं तेरी माँ चोदूंगी यार और तेरी बुर चोदूंगी।  आज मैं चुदाने नहीं चोदने आई हूँ।  आज मैं तुम दोनों माँ बेटी की बुर चोद चोद कर मज़ा लूटूँगी।
अब मेरे सम्बन्ध आंटी से बहुत गहरे हो गये ।  वह भी मेरी बुर चुदवाने लगी और मैं भी उसका भोसड़ा चुदवाने लगी।  एक दिन सारा का फोन आ गया।
वह बोली :- अरी सज्जो,  तू क्या कर रही है माँ की लौड़ी ?
मैंने जबाब दिया :- मैं तेरी माँ चोद रही हूँ सारा। लौड़ा पेल रही हूँ तेरी माँ के भोसड़ा में ?

०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०=०= समाप्त            



                                          
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